Author name: Prasanna

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HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार Important Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

A. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए

1. वस्तुओं और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना, क्या कहलाता है?
(A) संचार
(B) व्यापार
(C) परिवहन
(D) परिवहन और संचार
उत्तर:
(C) परिवहन

2. विश्व में सड़कों की लंबाई रेलमार्गों की लंबाई से कितने गुना अधिक है?
(A) लगभग 12
(B) लगभग 14
(C) लगभग 24
(D) लगभग 34
उत्तर:
(B) लगभग 14

3. विश्व में सड़कों की सबसे कम लंबाई यूरोप के कौन-से देश में है?
(A) ब्रिटेन
(B) जर्मनी
(C) फ्रांस
(D) मनाको
उत्तर:
(D) मनाको

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

4. कैनेडियन-पैसिफिक रेलमार्ग है-
(A) उत्तरी अमेरिका में
(B) दक्षिणी अमेरिका में
(C) यूरोप में
(D) अफ्रीका में
उत्तर:
(A) उत्तरी अमेरिका में

5. विश्व का सबसे लंबा रेलमार्ग कौन-सा है?
(A) ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग
(B) कैनेडियन-पैसिफिक रेलमार्ग
(C) ऑस्ट्रेलियाई अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग
(D) अफ्रीकी अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग
उत्तर:
(A) ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग

6. सूचनाओं को उनके उद्गम स्थल से लक्ष्य तक किसी चैनल के माध्यम से पहुंचाने का अर्थ है-
(A) परिवहन
(B) संचार
(C) व्यापार
(D) व्यापार और संचार
उत्तर:
(D) व्यापार और संचार

7. स्थूल और भरकम सामानों के परिवहन के लिए कौन-सा मार्ग अधिक उपयुक्त रहता है?
(A) जलमार्ग
(B) वायु मार्ग
(C) सड़क मार्ग
(D) रेलमार्ग
उत्तर:
(A) जलमार्ग

8. खनिज तेल और तरल पदार्थों के लिए परिवहन का उपयुक्त साधन कौन-सा है?
(A) रेलमार्ग
(B) सड़क मार्ग
(C) पाइपलाइन परिवहन
(D) जलमार्ग
उत्तर:
(C) पाइपलाइन परिवहन

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

9. अमेरिका में महामार्गों को किस नाम से जाना जाता है?
(A) आटोवान
(B) मोटरवेज
(C) हाइवेज
(D) ट्रांस मार्ग
उत्तर:
(B) मोटरवेज

10. निम्नलिखित में से भारत का सबसे लंबा महामार्ग कौन-सा है?
(A) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 1
(B) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 2
(C) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 7
(D) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 10
उत्तर:
(C) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 7

11. स्वर्णिम चतुष्कोण नामक महामार्ग निम्नलिखित में कौन-से चार महानगरों को जोड़ता है-
(A) दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बंगलौर
(B) दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और कन्याकुमारी
(C) दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई
(D) श्रीनगर, दिल्ली, कोलकाता और मुंबई
उत्तर:
(D) श्रीनगर, दिल्ली, कोलकाता और मुंबई

12. भारी मात्रा में सामान को अधिक दूरी तक ले जाने के लिए कौन-सा परिवहन मार्ग अधिक सुविधाजनक है?
(A) सड़क मार्ग
(B) जलमार्ग
(C) वायु मार्ग
(D) रेलमार्ग
उत्तर:
(D) रेलमार्ग

13. एशिया महाद्वीप में रेलों का सघनतम जाल किस देश में पाया जाता है?
(A) जापान
(B) चीन
(C) भारत
(D) कोरिया
उत्तर:
(C) भारत

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

14. पाइपलाइन ‘बिग इंच’ का संबंध किस देश से है?
(A) जर्मनी से
(B) फ्रांस से
(C) रूस से
(D) संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से
उत्तर:
(D) संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से

15. राइन जलमार्ग का संबंध किस देश से है?
(A) जर्मनी से
(B) फ्रांस से
(C) रूस से
(D) संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से
उत्तर:
(A) जर्मनी से

16. ऊबड़-खाबड़ और दुर्गम प्रदेशों के लिए कौन-से मार्ग विकसित किए गए हैं?
(A) महामार्ग
(B) राष्ट्रीय मार्ग
(C) रज्जू मार्ग
(D) स्वर्णिम मार्ग
उत्तर:
(C) रज्जू मार्ग

17. दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका और संयुक्त राज्य अमेरिका को जोड़ने वाली सड़क का नाम है-
(A) ट्रांस कैनेडियन महामार्ग
(B) अलास्का महामार्ग
(C) अंतर्राष्ट्रीय महामार्ग
(D) पैन-अमेरिका महामार्ग
उत्तर:
(D) पैन-अमेरिका महामार्ग

18. कनाडा के एडमाटन और अलास्का के एंकरेज नगर को जोड़ने वाले महामार्ग का क्या नाम है?
(A) कनाडा पारीय महामार्ग
(B) पैन-अमेरिका महामार्ग
(C) अलास्का महामार्ग
(D) महाद्वीपीय पारीय महामार्ग
उत्तर:
(C) अलास्का महामार्ग

19. जर्मनी के महामार्गों को किस नाम से जाना जाता है?
(A) मोटरवेज
(B) ऑटोवान
(C) हाइवेज
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) ऑटोवान

20. भारत का राष्ट्रीय महामार्ग नं0 7 किन दो शहरों को जोड़ता है?
(A) जम्मू-कन्याकुमारी
(B) श्रीनगर-कन्याकुमारी
(C) दिल्ली-कन्याकुमारी
(D) वाराणसी-कन्याकुमारी
उत्तर:
(D) वाराणसी-कन्याकुमारी

21. विश्व की पहली रेलगाड़ी कब चली थी?
(A) सन् 1830 में
(B) सन् 1825 में
(C) सन् 1853 में
(D) सन् 1835 में
उत्तर:
(B) सन् 1825 में

22. विश्व में रेलों का सबसे बड़ा जाल कहाँ है?
(A) यूरोप
(B) एशिया
(C) उत्तर अमेरिका
(D) दक्षिण अमेरिका
उत्तर:
(C) उत्तर अमेरिका

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23. संसार का सबसे अधिक व्यस्त जलमार्ग कौन-सा है?
(A) वोल्गा जलमार्ग
(B) मिसीसिपी जलमार्ग
(C) राइन जलमार्ग
(D) सीन जलमार्ग
उत्तर:
(C) राइन जलमार्ग

24. संसार की सबसे लंबी नदी कौन-सी है?
(A) राइन नदी
(B) वोल्गा नदी
(C) गंगा नदी
(D) अमेजन नदी
उत्तर:
(D) अमेजन नदी

25. स्वेज नहर जोड़ती है-
(A) अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को
(B) भूमध्य सागर और लाल सागर को
(C) भूमध्य सागर और कैस्पियन सागर को
(D) काला सागर और लाल सागर को
उत्तर:
(B) भूमध्य सागर और लाल सागर को

26. पनामा नहर जोड़ती है-
(A) भूमध्य सागर और लाल सागर को
(B) भूमध्य सागर और कैस्पियन सागर को
(C) अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को
(D) हिंद महासागर और प्रशांत महासागर को
उत्तर:
(C) अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को

27. उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग द्वारा विश्व के कुल माल का कितने प्रतिशत भाग ढोया जाता है?
(A) 20 प्रतिशत
(B) 25 प्रतिशत
(C) 30 प्रतिशत
(D) 40 प्रतिशत
उत्तर:
(B) 25 प्रतिशत

28. उत्तरी अटलांटिक महासागर मार्ग मिलाता है-
(A) दक्षिणी अमेरिका के पूर्वी भाग तथा अफ्रीका के पश्चिमी भाग को
(B) अफ्रीका के पूर्वी भाग तथा भारत के पश्चिमी भाग को
(C) कनाडा, यू०एस०ए० के पूर्वी भाग तथा यूरोप के पश्चिमी भाग को
(D) आस्ट्रेलिया के पश्चिमी भाग तथा अफ्रीका के पूर्वी भाग को
उत्तर:
(C) कनाडा, यू०एस०ए० के पूर्वी भाग तथा यूरोप के पश्चिमी भाग को

29. भारत का अंतरिक्ष में स्थापित होने वाला प्रथम संचार उपग्रह कौन-सा है?
(A) भास्कर
(B) इनसैट
(C) आर्य भट्ट
(D) एप्पल
उत्तर:
(C) आर्य भट्ट

B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए।

प्रश्न 1.
वस्तुओं और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना क्या कहलाता है?
उत्तर:
परिवहन।

प्रश्न 2.
संचार के कोई दो साधन बताएँ।
उत्तर:

  1. टेलीफोन
  2. इंटरनेट

प्रश्न 3.
जो पत्तन जंगी जहाजों के लिए काम करता है, उसे क्या कहते हैं?
उत्तर:
नौसैनिक पत्तन।

प्रश्न 4.
‘ओरिएंट एक्सप्रेस रेलमार्ग’ किन स्थानों को जोड़ता है?
उत्तर:
ओरिएंट एक्सप्रेस रेलमार्ग पेरिस और इस्तांबुल को जोड़ता है।

प्रश्न 5.
विश्व का सबसे व्यस्त समुद्री मार्ग कौन-सा है?
उत्तर:
अटलाण्टिक महासागरीय मार्ग।

प्रश्न 6.
बिग इंच पाइपलाइन के द्वारा क्या प्रवाहित होता है?
उत्तर:
पेट्रोलियम।

प्रश्न 7.
पार कैनेडियन रेलमार्ग के अन्तिम स्टेशनों के नाम लिखें।
उत्तर:
बैंकूवर और हैलीफैक्स।

प्रश्न 8.
पार-महाद्वीपीय स्टुआर्ट महामार्ग किनके मध्य से गुजरता है?
उत्तर:
डार्विन और मेलबोर्न के।

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प्रश्न 9.
किस देश में रेलमार्गों के जाल का सघनतम घनत्व पाया जाता है?
उत्तर:
संयुक्त राज्य अमेरिका।

प्रश्न 10.
वृहद ट्रंक मार्ग किन दो क्षेत्रों को मिलाता है?
उत्तर:
उत्तर पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी यूरोप को मिलाता है।

प्रश्न 11.
स्वेज नहर की लम्बाई व गहराई कितनी है?
उत्तर:
लम्बाई लगभग 160 कि०मी०, गहराई 11 से 15 मीटर।

प्रश्न 12.
पनामा नहर की लम्बाई कितनी है?
उत्तर:
लगभग 72 कि०मी०

प्रश्न 13.
विश्व की पहली रेलगाड़ी कब चली थी?
उत्तर:
1825 ई० में।

प्रश्न 14.
चैनल टनल किन दो देशों को जोड़ती है?
उत्तर:
फ्रांस और इंग्लैण्ड।

प्रश्न 15.
स्वेज नहर का निर्माण कब हुआ?
उत्तर:
अप्रैल, 1859 में।

प्रश्न 16.
कैनेडियन-पैसेफिक रेलमार्ग कहाँ है?
उत्तर:
उत्तरी अमेरिका में।

प्रश्न 17.
दक्षिणी अमेरिका, मध्य अमेरिका और संयुक्त राज्य अमेरिका को जोड़ने वाला महामार्ग बताएँ।
उत्तर:
पैन-अमेरिका महामार्ग।

प्रश्न 18.
‘ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग’ के पूर्वी छोर पर स्थित स्टेशन का नाम लिखें।
उत्तर:
‘ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग’ के पूर्वी छोर पर स्थित स्टेशन मॉस्को है।

प्रश्न 19.
पनामा नहर किन दो महासागरों को मिलाती है?
उत्तर:
अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को।

प्रश्न 20.
अमेरिका में महामार्गों को किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर:
मोटरवेज के।

प्रश्न 21.
विश्व में रेलों का सबसे बड़ा जाल कहाँ है?
उत्तर:
उत्तरी अमेरिका में।

प्रश्न 22.
वैश्विक संचार तंत्र ने किस तंत्र में क्रांति ला दी है?
उत्तर:
विद्युतीय प्रौद्योगिकी तंत्र में।

प्रश्न 23.
आंतरिक जलमार्ग के दो उदाहरण दें।
उत्तर:
गंगा-ब्रह्मपुत्र नदियाँ, फ्रांस में सीन व राइन नदियाँ।

प्रश्न 24.
स्वेज नहर किस देश में अवस्थित है?
उत्तर:
मिस्र में।

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प्रश्न 25.
पनामा नहर का निर्माण कब पूर्ण हुआ?
उत्तर:
सन् 1914 में।

प्रश्न 26.
स्वेज नहर के दो छोरों पर स्थित पत्तनों के नाम लिखें।
उत्तर:
पोर्ट सईद और पोर्ट स्वेज।

प्रश्न 27.
पनामा नहर के दो छोरों पर स्थित नगरों के नाम लिखें।
उत्तर:
कोलोन और पनामा सिटी।

प्रश्न 28.
सर्वप्रथम सार्वजनिक रेलमार्ग किन क्षेत्रों के बीच आरंभ हुआ?
उत्तर:
उत्तरी इंग्लैंड के स्टॉकटन और डर्लिंटन के बीच।

प्रश्न 29.
अलास्का राजमार्ग किन स्थानों को जोड़ता है?
उत्तर:
कनाडा के एडमंटन को अलास्का के एंकॉरेज से।

प्रश्न 30.
उत्तरी अमेरिका में विश्व का कितने प्रतिशत रेलमार्ग तंत्र है?
उत्तर:
40%

प्रश्न 31.
एशिया एवं यूरोप दोनों महाद्वीपों के लिए वाणिज्य द्वार के रूप में सेवा करने वाली नहर का क्या नाम है?
उत्तर:
स्वेज नहर।

प्रश्न 32.
पाइपलाइनों के माध्यम से किसका परिवहन व्यापक रूप से किया जाता है?
उत्तर:
जल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस आदि का।

अति-लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
महामार्ग क्या होते हैं?
उत्तर:
महामार्ग वे पक्की सड़कें होती हैं जो किसी देश के दूरस्थ स्थानों को मिलाती हैं। अत्यंत चौड़ी इन सड़कों पर दोनों तरफ बाधा-रहित यातायात चलता है। वाहनों की तेज गति के लिए इन सड़कों पर कई लेन, पुल, फ्लाईओवर तथा किनारों पर पुश्ते बनाए जाते हैं।

प्रश्न 2.
परिवहन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
परिवहन वह साधन है जिसके माध्यम से उपयोगी वस्तुओं तथा यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है।

प्रश्न 3.
संचार सेवा क्या है?
उत्तर:
संचार सेवा वह सेवा है जिसके माध्यम से संचार के विभिन्न साधनों द्वारा संदेश तथा विचार को अन्य स्थानों पर भेजा जाता है।

प्रश्न 4.
बिग इंच क्या है?
उत्तर:
बिग इंच अमेरिका की सबसे प्रसिद्ध पाइपलाइन है जो खाड़ी के तटीय कुँओं से प्राप्त तेल को उत्तरी-पूर्वी भाग में पहुँचाती है।

प्रश्न 5.
पाइपलाइन परिवहन से क्या लाभ है?
उत्तर:
पाइपलाइन परिवहन का प्रयोग जल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे तरल पदार्थों एवं गैसीय पदार्थों के परिवहन के लिए किया जाता है।

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प्रश्न 6.
पाइपलाइन परिवहन के कोई दो दोष बताएँ।
उत्तर:

  1. पाइपलाइनों को बिछाने के बाद इसकी क्षमता को घटाया या बढ़ाया नहीं जा सकता।
  2. लोचशीलता के अभाव के कारण पाइपलाइन परिवहन को निश्चित स्थानों के लिए ही प्रयोग किया जा सकता है।

प्रश्न 7.
तटीय नौपरिवहन से क्या लाभ हैं?
उत्तर:
तटीय नौपरिवहन लंबी तटरेखा वाले देशों के लिए एक सुगम विधि है जो विभिन्न देशों को समुद्रीय मार्गों से जोड़ने का कार्य करती है।

प्रश्न 8.
पाइपलाइनों का विस्तृत उपयोग खनिज तेल और प्राकृतिक गैस जैसी सामग्रियों का परिवहन करने के लिए क्यों होता है?
उत्तर:
क्योंकि पाइपलाइनों में इन तरल पदार्थों का प्रवाह सतत् बना रहता है। सामान चढ़ाने-उतारने का भी झंझट नहीं रहता और वस्तु का अपव्यय भी नहीं होता।

प्रश्न 9.
उत्तर प्रशांत मार्ग किन प्रमुख पत्तनों को जोड़ता है?
उत्तर:
यह मार्ग उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित पत्तनों बैंकुवर, सियाटिल, पोर्टलैंड, सान फ्रांसिस्को आदि को सुदूरपूर्व एशिया के याकोहामा, कोबे, शंघाई, हाँगकांग, मनीला तथा सिंगापुर आदि से मिलाता है।

प्रश्न 10.
ट्रांस कैनेडियन महामार्ग किन दो नगरों के बीच फैला हुआ है?
उत्तर:
ट्रांस कैनेडियन महामार्ग कनाडा के पूर्व में अटलांटिक महासागर के तट पर स्थित सेंट जॉन नगर तथा पश्चिम में प्रशांत महासागर के तट पर स्थित बैंकूवर नगर के बीच फैला हुआ है।

प्रश्न 11.
अंतःस्थलीय जलमार्ग किसे कहते हैं?
उत्तर:
परिवहन के उपयोग में आने वाली नदियों, झीलों और नहरों को अंतःस्थलीय जलमार्ग कहते हैं।

प्रश्न 12.
विश्व की सबसे पहली रेलगाड़ी कब और कहाँ-से-कहाँ तक चली थी?
उत्तर:
विश्व की सबसे पहली रेलगाडी सन 1825 में उत्तरी इंग्लैंड के स्टॉकटन और डार्लिंगटन के बीच चली थी।

प्रश्न 13.
अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग क्या होते हैं?
उत्तर:
अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग वे रेलमार्ग होते हैं जो किसी महाद्वीप के एक छोर को उसके दूसरे छोर से जोड़ते हैं।

प्रश्न 14.
कैनेडियन-पैसेफिक रेलवे कहाँ-से-कहाँ तक विस्तृत है?
उत्तर:
यह रेलमार्ग कनाडा के पूर्व में अटलांटिक महासागर के तट पर स्थित सेंट जॉन व हेलिफैक्स बंदरगाहों को पश्चिम में प्रशांत तट पर स्थित बैंकूवर बंदरगाह से मिलाता है।

प्रश्न 15.
परिवहन जाल क्या होता है?
उत्तर:
अनेक स्थान जिन्हें परस्पर मार्गों की श्रेणियों द्वारा जोड़ दिए जाने पर जिस प्रारूप का निर्माण होता है, उसे परिवहन जाल कहते हैं।

प्रश्न 16.
साइबर स्पेस क्या है?
उत्तर:
साइबर स्पेस विद्युत द्वारा कम्प्यूटरीकृत स्पेस का संसार है। यह वर्ल्ड वाइड वेब (www) जैसे इंटरनेट द्वारा आवृत है।

प्रश्न 17.
साइबर स्पेस के दो उपयोग बताइए।
उत्तर:

  1. इसका उपयोग उड़ते जहाजों में हो सकता है।
  2. यह विद्युत द्वारा कम्प्यूटरीकृत किया गया स्पेस का संसार है।

प्रश्न 18.
विश्व के वायुमार्गों के अति सघन जाल वाले तीन मुख्य प्रदेश कौन-से हैं?
उत्तर:

  1. पश्चिमी यूरोप
  2. संयुक्त राज्य अमेरिका
  3. दक्षिणी-पूर्वी एशिया।

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प्रश्न 19.
सीमावर्ती सड़क से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं के सहारे बनाई गई सड़कों को सीमावर्ती सड़कें कहा जाता है। ये सड़कें सुदुर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रमुख नगरों से जोड़ने और प्रतिरक्षा प्रदान करने में प्रमुख भूमिका निभाती हैं। प्रायः सभी देशों में गाँवों और सैन्य शिविरों तक वस्तुओं को पहुँचाने के लिए ऐसी सड़कें बनाई जाती हैं।

प्रश्न 20.
आंतरिक जलमार्ग के दो उदाहरण दें।
उत्तर:

  1. स्वेज़ नहर मार्ग
  2. पनामा नहर मार्ग।

प्रश्न 21.
‘स्वर्णिम चतुर्भुज’ किन चार महानगरों को जोड़ता है?
उत्तर:
स्वर्णिम चतुर्भुज’ दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई तथा कोलकाता को जोडता है।

प्रश्न 22.
इंटरनेट क्या है?
उत्तर:
इंटरनेट एक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली है जिसके द्वारा कोई भी प्रयोगकर्ता माइक्रो कंप्यूटर और मोडम के माध्यम से साइबर स्पेस (सूचना संसार) से जुड़ सकता है और विविध प्रकार की नवीनतम जानकारी हासिल कर सकता है।

प्रश्न 23.
पार-साइबेरियन रेलमार्ग किस देश से गुजरता है?
उत्तर:
रूस का यह प्रमुख रेलमार्ग पश्चिम में सेंट पीट्सबर्ग से पूर्व में प्रशान्त महासागर तट पर स्थित ब्लाडीवॉस्टक तक मॉस्को, टुला, नोवोस्प्रिंस्क, चीता और खबरोस्क से होते हुए जाता है।

प्रश्न 24.
उपग्रहण संचार का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
उपग्रह संचार (इंटरनेट) पृथ्वी पर सबसे बड़ा विद्युतीय जाल है। इसने मानव-जीवन को अनेक प्रकार से प्रभावित किया है। दूरदर्शन के माध्यम से मौसम की जानकारी एक वरदान बन गई है।

लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
परिवहन तथा संचार में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
परिवहन तथा संचार में निम्नलिखित अंतर हैं

परिवहनसंचार
1. परिवहन के विभिन्न साधनों द्वारा उपयोगी वस्तुओं तथा यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है।1. संचार के विभिन्न साधनों द्वारा संदेश तथा विचार को अन्य स्थानों पर भेजा जाता है।
2. परिवहन के उदाहरण-जल मार्ग, स्थल मार्ग व वायु मार्ग हैं।2. संचार के उदाहरण-टेलीविजन, रेडियो, तार, टेलीफोन आदि हैं।
3. ये साधन पेट्रोल, डीजल व विद्युत शक्ति से चलते हैं।3. ये साधन विद्युत तरंगों से चलते हैं।

प्रश्न 2.
सड़क परिवहन सुविधाजनक क्यों होता है?
उत्तर:
सड़क परिवहन निम्नलिखित कारणों से सुविधाजनक होता है-

  1. सड़कें यातायात का सस्ता साधन हैं।
  2. सड़कों द्वारा पदार्थों या चीजों को उत्पादित क्षेत्रों से उपभोक्ता क्षेत्र तक आसानी से पहुँचाया जाता है।
  3. सड़कों द्वारा माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने एवं ले जाने में अधिक सुरक्षा है।
  4. इनका निर्माण दुर्गम, पहाड़ी एवं हिमाच्छादित क्षेत्रों में भी किया जा सकता है।

प्रश्न 3.
वायु परिवहन की कोई चार हानियाँ बताएँ।
उत्तर:
वायु परिवहन की चार हानियाँ निम्नलिखित हैं-

  1. वायुयान केवल निश्चित मार्गों पर ही चल सकते हैं।
  2. हवाई अड्डों के निर्माण पर अधिक धन खर्च करना पड़ता है।
  3. परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में वायु परिवहन पर मौसम का प्रभाव अधिक पड़ता है।
  4. हवाई मार्गों पर धूल-भरी आंधियों का प्रभाव पड़ता है।

प्रश्न 4.
सड़क परिवहन की कोई चार विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:
सड़क परिवहन की चार विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

  1. सड़कों के द्वारा मनुष्य अपनी आवश्यकता की विभिन्न वस्तुओं को मँगवा सकता है तथा दूसरे स्थान तक पहुँचा सकता है।
  2. सड़कें यातायात का सस्ता साधन हैं।
  3. सड़कों का निर्माण दुर्गम, पहाड़ी तथा हिमाच्छादित प्रदेशों में भी किया जा सकता है।
  4. सड़कों द्वारा पदार्थों का परिवहन उत्पादक क्षेत्रों से उपभोक्ता के घर तक किया जा सकता है।

प्रश्न 5.
उत्तरी तथा दक्षिणी अटलांटिक जलमार्गों की तुलना करें।
उत्तर:
उत्तरी तथा दक्षिणी अटलांटिक जलमार्गों में निम्नलिखित अंतर हैं-

उत्तरी अटलांटिक जलमार्गदक्षिणी अटलांटिक जलमार्ग
1. यह जलमार्ग पश्चिमी यूरोपीय देशों तथा उत्तरी अमेरिका के देशों को मिल्याता है।1. यह जलमार्ग पश्चिमी यूरोपीय देशों तथा दक्षिणी अमेरिका के देशों को मिलाता है।
2. इस जलमार्ग के दोनों अंतिम भागों में विकसित देश स्थित हैं।2. इस जलमार्ग के एक तरफ यूरोप के विकसित देश तथा दूसरी तरफ दक्षिणी अमेरिका के कम विकसित देश स्थित है।
3. इस जलमार्ग द्वारा विश्व का सबसे अधिक व्यापार होता है।3. इस जलमार्ग द्वारा कम व्यापार होता है।
4. इस मार्ग से औद्योगिक निर्मित वस्तुएँ निर्यात की जाती हैं।4. इस जलमार्ग द्वारा मुख्य रूप से खाद्य पदार्थ तथा कच्चा माल दक्षिणी अमेरिका के देशों में निर्यात किया जाता है।

प्रश्न 6.
पत्तन तथा पोताश्रय में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
पत्तन तथा पोताश्रय में निम्नलिखित अंतर हैं-

पत्तनपोताश्रय
1. ये सागरीय तट पर जलयानों के ठहरने के स्थान हैं।1. ये जलयानों के सागर में प्रवेश करने के प्राकृतिक स्थान शोते है।
2. यहाँ जलयानों से सामान को उतारने तथा लादने की सुविधाएँ रपलब्ध हैं।2. यहाँ जलयानों की समुद्री तुफानों तथा लहरों से रक्षा होती है।
3. यहाँ कर्ई बस्तियां तथा गोदाम होते हैं।3. यहाँ बस्तियां तथा गोदाम नहीं होते। ज्वारनदमुख तथा कडे-फटे तट पोताश्रय का निर्माण करते हैं; जैसे मुंबई।
4. ये व्यापार के द्वार हैं। यहाँ स्थलीय क्षेत्र तथा सागरीय तट आपस में मिलते हैं।4. कृत्रिम पोताश्रय का निर्माण जलतोड़ दीवार बनाकर किया जाता है।
5. ये रेलमार्गों तथा सड़कों द्वारा अपनी पृष्ठभूमि से मिले ग्हते हैं।5. यहाँ केवल जलयानों के आवागमन की सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं।

प्रश्न 7.
पाइपलाइन परिवहन का वर्णन करें।
उत्तर:
खनिज तेल, पेट्रोलियम उत्पादों तथा बड़ी मात्रा में गैस इत्यादि के परिवहन के लिए पाइपलाइन, परिवहन की एक नई व सुगम तकनीक है। पाइपलाइनों को ऊबड़-खाबड़ भू-भागों तथा पानी के नीचे भी बिछाया जा सकता है। एक बार बिछ जाने के बाद इसके रख-रखाव व संचालन पर खर्च भी कम आता है। इससे ऊर्जा का उपयोग भी कम मात्रा में होता है। लेकिन इसमें कुछ खामियाँ भी हैं। एक बार पाइपलाइन बिछा देने के बाद उसकी क्षमता में वृद्धि नहीं की जा सकती। भूमिगत पाइपलाइन की मुरम्मत करना भी कठिन होता है। रिसाव होने पर रिसाव के स्थान का पता लगाना भी कठिन होता है।

संयुक्त राज्य अमेरिका में उत्पादक क्षेत्रों और उपभोग क्षेत्रों के बीच तेल पाइपलाइनों का सघन जाल पाया जाता है। बिग इंच ऐसी ही एक प्रसिद्ध पाइपलाइन है जो मैक्सिको की खाड़ी में स्थित तेल के कुँओं से उत्तर:पूर्वी राज्यों में तेल ले जाती है। यूरोप, रूस, पश्चिम एशिया और भारत में पाइपलाइनों का प्रयोग तेल के कुँओं को तेल परिष्करणशालाओं और पत्तनों या घरेलू बाज़ारों से जोड़ने के लिए किया जाता है।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

प्रश्न 8.
राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्ग में क्या अंतर है?
उत्तर:
राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्ग में निम्नलिखित अंतर हैं-

राष्ट्रीय महामार्गराज्य महामार्ग
1. ये महामार्ग किसी भी देश के राज्यों की राजधानियों तथा मुख्य नारों को आपस में मिलाते हैं।1. ये महामार्ग किसी भी रंज्य के प्रमुख नगरों को आपस में मिलाते हैं।
2. इन महामार्गों की देख-रेख केंद्रीय सरकार कग्ती है।2. इन महामागों की देख-रेख राज्य सरकारें करती हैं।
3. अमृतसर से मुंबई को मिलाने वाला महामार्ग गष्ट्रीय महामार्ग है।3. चंडीगढ़ तथा हिसार महामार्ग ग़ज़्य महामार्ग है।

प्रश्न 9.
स्वेज़ नहर तथा पनामा नहर के मार्गों के आर्थिक महत्त्व की तुलना करें।
अथवा
स्वेज तथा पनामा नहरों में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
स्वेज़ नहर तथा पनामा नहर के मार्गों के आर्थिक महत्त्व निम्नलिखित प्रकार से हैं-

स्वेज़ नहरपनामा नहर
1. यह नहर लाल सागर और भूमध्य सागर को मिलाती है।1. यह नहर अटलांटिक महासागर तथा प्रशात महासागर को मिलाती है।
2. इस नहर पर मिस्र का अधिकार है।2. इस नहर पर संयुक्त राज्य अभोरंका का आधकार है।
3. इस नहर के एक तरफ व्यापार होता है।3. इस नहर के दोनों ओर व्यापार होता है।
4. इस नहर की लंबाई 160 कि०मी० है।4. इस नहर की लंबाई 72 कि०मी० है।
5. इस नहर का भू-तल समतल है।5. इस नहर का भू-तल पर्वर्ताय है।
6. इस नहर से गुजरने वाले जलयानों को अधिक कर देने पड़ते हैं।6. इस नहर से गुजरने वाले जलयानों को कम कः देने पड़ते हैं।
7. इस नहर में यातायात अधिक होता है।7. इस नहर में यातायात कम होता है।
8. इस मार्ग पर कोयला पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।8. इस मार्ग पर कोयला कम मात्रः में उपल्बब्ध है।
9. इस मार्ग पर बंदरगाहों की संख्या अधिक है।9. इस मार्ग पर बंदरगाहां की संख्या कम है।
10. स्वेज़ नहर द्वारा फारस की खाड़ी के देशों से पेट्रोलियम एशियाई देशों में आयात होता है तथा गेहुं, चावल. रबड़, जूट, सूती वस्त्र आदि का नियांत खाड़ी के टेशों को किया जाता है।10. इस मार्ग द्वारा उत्तरी अमेरिका से खाद्य पदार्थ तथा कोयला, ब्राजील से कॉफी, वेनेगुएला से पेट्रोलियम. जमैका से एल्युर्मानियम यूरोपीय तया एंशियाई देशों को निर्यात की जातो है तथा रबड़, खाद्य सभग्री, कोयला, रेशम, चाय आदि अमेरिकी देशों कों भेर्जा जार्ता है।

प्रश्न 10.
जल परिवहन का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
जल परिवहन का महत्त्व निम्नलिखित है-

  1. जलमार्गों को बनाना नहीं पड़ता और न ही इनके रख-रखाव में कोई खर्चा आता है।
  2. महासागर आपस में जुड़े हैं। इनमें विभिन्न आकार के जहाज चल सकते हैं। समुद्री मागों का उपयोग कोई भी देश कर सकता है।
  3. जल का वर्षण स्थल की अपेक्षा कम होता है। परिणामस्वरूप जल परिवहन की ऊर्जा लागत अपेक्षा त कम होती है।
  4. कम मूल्य वाली, भारी व अधिक स्थान घेरने वाली स्थूल वस्तुओं; जैसे कोयला, अयस्क, लकड़ा इत्यादि के लम्बी दूरी तक परिवहन के लिए समुद्री मार्ग सर्वाधिक उपयुक्त और सस्ते पड़ते हैं।
  5. महासागरों का जहाजों द्वारा मार्गों के रूप में प्रयोग करना मनुष्य के मौतिक पर्यावरण के साथ अनुकूलन का एक श्रेष्ठ उदाहरण है।

प्रश्न 11.
रेल परिवहन के लाभ एवं दोषों का उल्लेख करें।
अथवा
रेल परिवहन का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
रेल परिवहन के लाभ/महत्त्व-

  • यह लम्बी दूरियों के यात्रियों और सामान ढोने का सबसे सस्ता साधन है।
  • रेल कृषि उत्पादों को उपभोक्ताओं तक और कच्चे माल को कारखानों तक पहुँचाने में सुविधाजनक साधन है।
  • रेल परिवहन का देश के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान होता है।

रेल परिवहन के दोष-

  • रेल परिवहन के रख-रखाव के लिए भारी पूँजी और कर्मचारियों की आवश्यकता होती है।
  • पर्वतीय और मरुस्थलीय क्षेत्रों में रेलमार्गों का निर्माण करना कठिन होता है और यहाँ निर्माण कार्य में अधिक लागत आती है।

प्रश्न 12.
ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग का भौगोलिक महत्त्व क्या है?
उत्तर:
ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग बनने से कभी पिछड़ा हुआ पूर्वी-साइबेरिया, जिसे ‘काला पानी’ भी कहा जाता था, आज प्राकृतिक संपदाओं का खजाना माना जा रहा है। इसी के कारण ही साइबेरिया और मध्य एशिया की प्राकृतिक एवं कृषि सम्पत्तियों का दोहन संभव हो सका है। इसी के माध्यम से पश्चिम की ओर धातु, चमड़ा, लकड़ी आदि मँगवाए जा रहे हैं और पूर्व की ओर मशीनरी एवं औद्योगिक उत्पाद भेजे जा रहे हैं।

दीर्घ-उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
सड़क परिवहन के महत्त्व का वर्णन करें।
अथवा
स्थल या सड़क परिवहन की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्राचीनकाल में मनुष्य पगडंडियों तथा कच्ची सड़कों के रास्ते आवागमन करते थे। वे एक स्थान से दूसरे स्थान पर पैदल या बैलगाड़ियों में जाते थे लेकिन प्रौद्योगिकी विकास के साथ-साथ आवागमन के लिए पक्की सड़कों तथा महामार्गों का विकास किया गया जिन पर मोटरगाड़ियाँ, बसें, ट्रक, स्कूटर, ट्रैक्टर आदि के द्वारा परिवहन होने लगा। मनुष्य अपनी आवश्यकता की वस्तुओं को विभिन्न स्थानों से मंगवाने लगा। अपने अतिरेक कृषि उत्पादनों को उनकी माँग के अनुसार बाजार तक भेजने लगा। सड़क मार्ग की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

  1. सड़कों के द्वारा मनुष्य अपनी आवश्यकता की विभिन्न वस्तुओं को मंगवा सकता है तथा दूसरे स्थान तक पहुँचा सकता है।
  2. सड़कें यातायात का सस्ता साधन हैं।
  3. सड़कों का निर्माण दुर्गम, पहाड़ी तथा हिमाच्छादित प्रदेशों में भी किया जा सकता है।
  4. कम दूरी के लिए सड़कें यातायात के सस्ते साधन हैं।
  5. सड़कों द्वारा पदार्थों का परिवहन उत्पादक क्षेत्रों से उपभोक्ता के घर तक किया जा सकता है।
  6. सड़कों द्वारा माल को लाने-ले जाने में अधिक सुरक्षा रहती है।
  7. शीघ्र खराब होने वाली वस्तुओं; जैसे सब्जी, फल, मछली, दूध, घी आदि को सड़कों द्वारा माँग वाले क्षेत्रों में शीघ्र पहुँचाया जा सकता है।
  8. छोटी दूरियों के लिए सड़क परिवहन, रेल परिवहन की अपेक्षा आर्थिक दृष्टि से लाभदायक होता है
  9. सडक परिवहन रेल. जहाज तथा वाय परिवहन का पुरक है क्योंकि रेल, जहाज और विमान केवल सीमित स्थानों पर ही जाते हैं जबकि सड़कें सभी गाँवों, नगरों और बाज़ारों को इन साधनों से जोड़ती है।
  10. इससे सम्पूर्ण परिवहन तन्त्र की क्षमता बढ़ती है।
  11. दुर्गम क्षेत्रों में जहाँ परिवहन के अन्य साधन नहीं पहुँच सकते। वहाँ केवल सड़कें ही यातायात को सुविधा प्रदान करती हैं।
  12. सड़कों द्वारा उद्योगों के लिए कच्चे तथा निर्मित माल का परिवहन आसान हो गया है।
  13. गाँवों को नगरों से जोड़कर सड़कें वंचित ग्रामीण समुदाय को शिक्षा व अन्य सुविधाओं तक पहुँचाने का अवसर प्रदान करती हैं।

निष्कर्ष – सड़कें कच्ची भी होती हैं और पक्की भी। कच्ची सड़कों को बनाना आसान व सस्ता पड़ता है। लेकिन इनका प्रयोग सभी ऋतुओं में नहीं किया जा सकता। अत्यधिक भारी वर्षा और बाढ़ के दौरान पक्की सड़कें भी टूट जाती हैं। सड़कें किसी भी देश के व्यापार और वाणिज्य को विकसित करने एवं पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

विश्व में परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में सड़कों का विकास एवं प्रसार अधिक हुआ है तथा इन्होंने आर्थिक विकास मे महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।

प्रश्न 2.
विश्व के विभिन्न भागों में सड़कों के वितरण का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विश्व में सड़कों का विकास अन्य साधनों की तुलना में अधिक हुआ है। सड़कें उन देशों में अधिक विकसित तथा संख्या में अधिक हैं जो आर्थिक रूप से समृद्ध हैं। सड़कों की लंबाई रेलमार्गों की तुलना में लगभग तेरह गुनी अधिक है। विश्व में उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया तथा एशिया में भारत, चीन एवं जापान में सड़कें अधिक विकसित अवस्था में हैं। विश्व के विभिन्न देशों में सड़कों के वितरण की स्थिति निम्नलिखित प्रकार से है
1. संयुक्त राज्य अमेरिका-सड़कों के विकास एवं लंबाई की दृष्टि से संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व का महत्त्वपूर्ण राष्ट्र है। यहाँ कुल सड़कों की लंबाई लगभग 60 लाख किलोमीटर है जो विश्व का लगभग एक-तिहाई सड़क मार्ग है। संयुक्त राज्य अमेरिका का पूर्वी भाग सड़कों के विकास की दृष्टि से देश का प्रमुख क्षेत्र है। देश के पूर्वी भाग में औद्योगिक तथा आर्थिक विकास अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक हुआ है। मोटरगाड़ियों की दृष्टि से संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व का प्रथम देश ही नहीं, बल्कि विश्व की आधी मोटरगाड़ियाँ भी उसी देश में हैं। देश के उत्तरी भाग में कनाडा की सीमा के साथ-साथ सड़कों का विकास अपेक्षाकृत कम हुआ है। संयुक्त राज्य अमेरिका में सड़कों का जाल बिछा हुआ है।

2. यूरोप-यूरोप में औद्योगिक एवं नगरीय विकास 19वीं शताब्दी से ही शुरू हो गया था। यूरोप की लगभग 70% जनसंख्या नगरों में रहती है। ब्रिटेन, फ्रांस तथा जर्मनी तीनों देश सड़क परिवहन के क्षेत्र में यूरोप के अग्रणी देश हैं। यूरोप का प्रत्येक नगर वहाँ के बंदरगाहों से सड़कों द्वारा जुड़ा हुआ है जिससे वस्तुओं के आदान-प्रदान की सुविधा तथा आयातित माल को आंतरिक भागों तक आसानी से भेजा जा सकता है।

3. रूसरूस में यूरोपीय भाग सड़कों की दृष्टि से अधिक विकसित हैं। यूरोपीय रूस का प्रत्येक नगर सड़कों द्वारा आपस में जुड़ा हुआ है। मास्को सड़क-जाल का केंद्र-बिंदु है। एशियाई रूस में सड़कें अपेक्षाकृत कम हैं। साइबेरिया की कठोर शीतल जलवायु के कारण यहाँ सड़कों का विकास नहीं हो पाया है।

4. चीन-एशिया महाद्वीप में चीन में सड़कों का जाल बिछा हुआ है। चीन का भौगोलिक क्षेत्र अधिक होने के कारण सारे देश में सड़कों का संतुलित विकास नहीं हो पाया है। अधिकांश सड़कें देश के पूर्वी तथा दक्षिणी भाग में हैं। बीजिंग प्रमुख सड़कों का केंद्र है, जहाँ से सभी प्रमुख नगरों को सड़कों से जोड़ दिया गया है।

5. भारत-भारत में सड़कों का अधिकतर विस्तार एवं विकास स्वतंत्रता के बाद हुआ। दक्षिणी भारत में अधिकांशतः सड़कें पक्की हैं, जबकि उत्तरी भारत में सतलुज-गंगा के मैदान में कच्ची तथा पक्की दोनों प्रकार की सड़कें हैं। भारत में सड़कों की कुल लंबाई लगभग 15 लाख किलोमीटर है जिनमें कुछ राष्ट्रीय राजमार्ग हैं जिनका निर्माण तथा देख-रेख केंद्रीय सरकार करती है तथा कुछ राज्य मार्ग हैं जिनका नियंत्रण राज्य सरकारों के पास है। भारत का सबसे महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग शेरशाह सूरी महामार्ग (जी०टी० रोड) है जिसको राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-1 कहते हैं।

इसका निर्माण शेरशाह सूरी ने करवाया था जो कोलकाता से अमृतसर तक देश के महत्त्वपूर्ण नगरों को जोड़ता है। स्वतंत्रता से पूर्व यह कोलकाता से पेशावर तक था। इस राष्ट्रीय राजमार्ग को अब दो भागों में बांट दिया गया है। दिल्ली से अमृतसर तक राष्ट्रीय राजमार्ग नं० 1 तथा दिल्ली से कोलकाता के बीच के मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग नं० 2 बना दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग नं0 3 आगरा से मुंबई (बंबई) को जोड़ता है। भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्रमुख शहरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरु, लखनऊ, कानपुर, पटना, अमृतसर, जयपुर, अहमदाबाद आदि को आपस में जोड़ते हैं।

6. ऑस्ट्रेलिया ऑस्ट्रेलिया में सड़कों का जाल पूर्वी तटीय क्षेत्र में फैला है। देश का यह भाग नगरीकरण एवं औद्योगिक रूप से भी संपन्न है। यहाँ के मुख्य मार्ग बंदरगाहों को आपस में जोड़ते हैं। ऑस्ट्रेलिया का स्टुआर्ट महामार्ग उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में स्थित बिरदुम को एलिस स्प्रिंग तथा टेनेंट क्रीक से होता हुआ दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में स्थित ऊनादत्ता को मिलाता है।

7. अफ्रीका-अफ्रीका महाद्वीप में सड़कों का अपेक्षाकृत कम विकास हुआ है। यहाँ मिस्र तथा दक्षिणी अफ्रीका में अधिकतर सड़कों का जाल बिछा है।

8. दक्षिणी अमेरिका दक्षिणी अमेरिका में ब्राज़ील, अर्जेंटाइना तथा पेरू में सड़कों का विकास हुआ है। दक्षिणी अमेरिका का सबसे महत्त्वपूर्ण महामार्ग पैन-अमेरिकन महामार्ग है जो 24,000 कि०मी० लंबा है। दक्षिणी अमेरिका में बंदरगाहों को आंतरिक भाग के नगरों से जोड़ा गया है। दक्षिणी अमेरिका की लगभग सभी प्रमुख बंदरगाहों को उनके पृष्ठ प्रदेश से सड़कों द्वारा मिलाया गया है।

प्रश्न 3.
विश्व के प्रमुख अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्गों/पार महाद्वीपीय रेलमार्गों का संक्षिप्त वर्णन करें।
अथवा
रेलमार्ग कितने प्रकार के होते हैं? रेलमार्गों के विश्व वितरण का वर्णन करें।
अथवा
किन्हीं दो प्रायद्वीपीय रेलमार्ग का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्गों का निर्माण किसी महाद्वीप के दो किनारों को जोड़ने के उद्देश्य से किया जाता है। इन मार्गों के निर्माण के पीछे वहाँ के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तथा पिछड़े क्षेत्रों को राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ना है। इससे राष्ट्रीय या महाद्वीपीय एकता के विकास को प्रोत्साहन मिलता है। विश्व के प्रमुख अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग निम्नलिखित हैं
1. ऑस्ट्रेलियन अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग-ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में रेलमार्गों का विकास अभी शैशव अवस्था में है। पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में एक महत्त्वपूर्ण रेलमार्ग है जो उत्तर से दक्षिणी तट को जोड़ता है। यहाँ एक ही अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग है जो पूर्व में सिडनी से आरंभ होकर पश्चिम में पर्थ को जोड़ता है। यह रेलमार्ग देश के महत्त्वपूर्ण नगरों को आपस में जोड़ता है।

2. अफ्रीकन अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग-अफ्रीका महाद्वीप में भी रेलमार्गों का विकास प्रारंभिक अवस्था में है। एक बड़ा रेलमार्ग निर्माणाधीन है जो उत्तर से दक्षिणी छोर को आपस में जोडेगा। यह रेलमार्ग उत्तर में मिस्र की राजधानी काहिरा से दक्षिणी अफ्रीका के बंदरगाह केपटाउन को आपस में मिलाएगा। इस रेलमार्ग द्वारा अफ्रीका के महत्त्वपूर्ण नगरों को आपस में मिलाने की योजना है।
HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार 1

3. ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग यह विश्व का सबसे लंबा रेलमार्ग है जो पश्चिम में यूरोपीय रूस के लेनिनग्राड से पूर्व में प्रशांत महासागर के तट पर स्थित ब्लाडीवॉस्टक तक है। इस मार्ग की लंबाई 9,332 किलोमीटर है। यह रेलमार्ग सन् 1905 में बनकर तैयार हुआ और इसके निर्माण में 14 वर्ष लगे।

यह रेलमार्ग पश्चिम में बाल्टिक सागर में स्थित फिनलैंड की खाड़ी के नगर एवं बंदरगाह लेनिनग्राड से दक्षिण में देश की राजधानी मास्को से होता हुआ ओमस्क, इरकूटस्क, खांबरोस्कं को जोड़ते हुए प्रशांत महासागर के तट ब्लाडीवॉस्टक तक लंबी दूरी तय करता है। यह इकहरी रेलवे लाइन है। चीता नगर से इस रेलमार्ग की दो शाखाएँ हो जाती हैं। यहाँ से इसकी एक शाखा दक्षिण में मंचूरिया होती हुई ब्लाडीवॉस्टक तक पहुंचती है।

ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग के निर्माण का उद्देश्य सैनिक तथा प्रशासनिक आवश्यकताओं की पूर्ति करना था लेकिन इस रेलमार्ग ने रूस के आर्थिक, सामाजिक एवं व्यापारिक क्षेत्र के विकास में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। रूस का साइबेरिया क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से धनी है। यहाँ संसाधनों की विविधता है। इन संसाधनों के दोहन और देश के आर्थिक विकास में इस रेलमार्ग की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। यहाँ से उद्योगों के लिए कच्चा माल रेलमार्ग द्वारा यूरोपीय रूस के उद्योगों को भेजा जाता है तथा निर्मित वस्तुएँ साइबेरिया क्षेत्र में आती हैं। साइबेरिया के खनिजों, वनों एवं कृषि क्षेत्र के उपयोग में रेलमार्ग वरदान सिद्ध हुआ है। इस रेलमार्ग से विशाल क्षेत्र वाला साइबेरिया राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़कर राष्ट्रीय एकता को सबल बनाने में सक्षम रहा है।

4. कैनेडियन पैसेफिक रेलमार्ग यह रेलमार्ग पूर्व में कनाडा की सीमा पर स्थित सेंट जॉन (St. John) बंदरगाह से आरंभ होकर संयुक्त राज्य अमेरिका को पार करके कनाडा के प्रमुख व्यापारिक नगर मांट्रियल तथा पोर्ट विलियम से होता हुआ पश्चिम में प्रशांत महासागर तट पर वेंकूवर तक जाता है। यह प्रशांत महासागर तथा अटलांटिक महासागर को जोड़ने वाला विश्व का प्रमुख रेलमार्ग है जिसका निर्माण सन् 1886 में किया गया। इस रेलमार्ग की लंबाई 7,050 किलोमीटर है।

इस रेलमार्ग का आरंभ कनाडा की सीमा से होता है तथा कुछ दूर संयुक्त राज्य अमेरिका में पहुंचने पर फिर यह मार्ग सेंट लारेंस नदी को पार करने के बाद कनाडा की राजधानी ओटावा पहुंचता है। इस रेलमार्ग के द्वारा देश के प्रमुख नगर सेंट जॉन, मांट्रियल, सडबरी, विनिपेग, रेगिना, मेडिसनहैट तथा वेंकवर आदि देश की राजधानी (ओटावा) से जुड़ गए हैं, जिससे प्रशासनिक एवं राजनीतिक गतिविधियों में विशेष सहायता मिली है।

इस रेलमार्ग का प्रशासनिक एवं राजनीतिक महत्त्व होने के क्यबैक मि साथ-साथ इसने कनाडा के प्रेयरीज़ वेंकूवर कालाग्री मेडिसनहैट प्रदेश में गेहूँ के उत्पादन तथा खनिजों के दोहन तथा उन्हें पूर्व में अटलांटिक सडबरी तक पहुंचाने में सहायता की है। विनिपेग कनाडा के बंदरगाह शीतकाल में जम जाते हैं जिसके कारण समुद्री यातायात ट्रियल हा एंटलांटिक कुछ महीनों के लिए बंद हो जाता है
HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार 2
महासागर और इस रेलमार्ग द्वारा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं को अटलांटिक तट तक पहुँचाया जाता है, जहाँ से पश्चिमी यूरोप के देशों को इनका निर्यात किया जाता है। कनाडा में पश्चिमी भाग के आर्थिक विकास में इस रेलमार्ग की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।

प्रश्न 4.
आंतरिक जल परिवहन अथवा अंतःस्थलीय जल मार्ग किसे कहते हैं? आंतरिक जलमार्गों के विश्व-वितरण का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
उत्तर:
परिवहन के क्षेत्र में आंतरिक या अंतःस्थलीय जलमार्गों का प्राचीनकाल से ही महत्त्व रहा है। मनुष्य लकड़ी के लट्ठों … को बांधकर जल में तैरते हुए यात्रा करते तथा सामान ढोते थे, तत्पश्चात् नावें बनाई गईं और अब स्टीमरों से परिवहन होता है। जब नदियों, झीलों तथा नहरों का प्रयोग परिवहन के रूप में किया जाता है, तो उसे आंतरिक जल परिवहन कहते हैं।

आंतरिक जलमार्गों का विश्व-वितरण-आंतरिक जलमार्गों का विश्व-वितरण निम्नलिखित है-
1. यूरोप के आंतरिक जलमार्ग-यूरोप में आंतरिक जलमार्गों का जाल बिछा हुआ है। यूरोप के उत्तरी मैदान की महत्त्वपूर्ण नदियों; जैसे सीन, राइन, वेजर, एल्ब, ऑडर आदि नदियों को नहरों के द्वारा बीच-बीच में जोड़ दिया गया है। कच्चे तथा निर्मित माल को लाने-ले . जाने तथा व्यापारिक माल को बंदरगाहों तक पहुंचाने में इंन भागों का बड़ा महत्त्व है।

यूरोप में राइन नदी व्यापार की दृष्टि से काफी महत्त्वपूर्ण है। इसमें बड़े-बड़े जलपोत जर्मनी के आंतरिक भागों तक प्रवेश कर जाते हैं। इस नदी द्वारा जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड, स्विट्ज़रलैंड और बेल्जियम के आयात-निर्यात में सहायता मिलती है। इस नदी द्वारा आयातित वस्तुओं को आंतरिक भागों तक आसानी से पहुँचाया जाता है तथा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं को वापसी में जहाजों द्वारा विदेशों को भेजा जाता है। राइन, वेजर तथा ऑडर नदियों को पूर्व-पश्चिम दिशा में नहरों के द्वारा जोड़ दिया गया है, स्टीमर तथा जलपोत चलते हैं। डेन्यूब नदी द्वारा ऑस्ट्रिया, हंगरी, रोमानिया और यूगोस्लाविया का परिवहन होता है। डेन्यूब नदी जर्मनी में ब्लैक फोरेस्ट पर्वत से निकलकर पूर्व में आस्ट्रिया की राजधानी वियना तथौं हंगरी होती हुई उत्तर:पूर्वी भाग में रोमानिया तथा बुल्गारिया से होती हुई पूर्व में काला सागर में गिरती है।

2. मानसूनी एशिया-मानसूनी एशिया में भारत तथा चीन की नदियाँ ही अधिकांशतः जल परिवहन में प्रयोग की जाती हैं। चीन की यांगसी-क्यांग तथा भारत की गंगा, ब्रह्मपुत्र, हुगली, बर्मा की इरावती आदि नदियों में प्रमुख रूप से जल परिवहन होता है। यांगसी-क्यांग की गिनती विश्व की लंबी नदियों में की जाती है। यह चीन की सबसे लंबी नदी है जो पश्चिम से पूर्व की ओर प्रवाहित होती है। इसके अतिरिक्त इसमें अनेक छोटी-बड़ी नावें भी चलती हैं। भारी सामान देश के आंतरिक भागों में कम लागत पर इस नदी द्वारा पहुँचाया जाता है। इन नदियों के अतिरिक्त ह्वांगहो, मीमांग, सालविन आदि नदियों में भी जल परिवहन होता है। उत्तरी भारत में गंगा, यमुना तथा ब्रह्मपुत्र नदियों को परिवहन के उद्देश्य से अधिक विकसित किया जा सकता है जिससे कोलकाता बंदरगाह से माल आंतरिक भागों में कम लागत पर पहुंच सके।

3. उत्तरी अमेरिका-उत्तरी अमेरिका का महान् झील क्षेत्र साल भर परिवहन के लिए खुला रहता है। सुपीरियर, मिशिगन, हयूरन, ईरी तथा ओष्टारियों ने यहाँ के औद्योगिक विकास एवं नगरीकरण में प्रमुख भागीदारी निभाई है। इन झीलों के तटवर्ती भागों न मात्रा में लोहा पाया जाता है। बड़े-बड़े जहाज़ों द्वारा लोहा देश के कोयला क्षेत्रों एवं औद्योगिक नगरों तक पहुंचाया जाता है। इन झीलों के अतिरिक्त मिसीसिपी आंतरिक जलमार्ग भी महत्त्वपूर्ण है। मिस्सौरी, ओहापो, इलिनाए और उमोहियो नाव्य-नदियाँ हैं जो कच्चे माल आदि का परिवहन करती हैं।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

प्रश्न 5.
विश्व के किन्हीं चार समुद्री जलमार्गों या महासागरीय मार्ग का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विश्व में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सबसे अधिक महासागरीय भागों द्वारा होता है। द्वितीय विश्वयुद्ध से पूर्व भाप से चलने वाले जलयानों की संख्या अधिक थी, लेकिन अब डीज़ल से चलने वाले जलपोतों द्वारा एक देश का दूसरे देश से व्यापार होता है। महासागरीय भागों के द्वारा ही विश्व बाजार में विभिन्न देशों की वस्तुएँ सुलभ हो जाती हैं। भारी वजन वाले सामान को जलपोतों द्वारा ही एक देश से दूसरे देश में पहुंचाया जाता है। महासागरीय जलमार्ग परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में सस्ता साधन है। इसमें सड़कें तथा रेल पटरी आदि बिछाने का खर्चा नहीं है। केवल पोताश्रयों के लिए टर्मिनल बनाने पड़ते हैं। विश्व के प्रमुख महासागरीय मार्ग निम्नलिखित हैं-
1. उत्तरी अटलांटिक मार्ग-यह मार्ग संसार का सबसे व्यस्त मार्ग है। यह मार्ग उत्तरी अमेरिका तथा यूरोपीय देशों के मध्य स्थित है। यह मार्ग विश्व के औद्योगिक देशों को आपस में जोड़ता है। विश्व का लगभग एक-चौथाई व्यापार इसी मार्ग द्वारा होता है। इस मार्ग पर पहला स्टीमर सन् 1938 में प्रारंभ हुआ। आज इस मार्ग पर लगभग 300 कंपनियों के जलपोत चलते हैं। इस मार्ग पर विश्व के लगभग 28 बड़े बंदरगाह स्थित हैं। यूरोप के प्रमुख पोताश्रय लंदन, लीवरपूल, बर्ग, रोटरडम, एम्सटर्डम, दी हेग, बेस्ट नान्टीज़, रोम, नेपिल्स आदि और संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क, बोस्टन, फिलाडेलफिया, बाल्टीमोर, चार्ल्सटन, न्यू आयलिस तथा हॉस्टन प्रमुख हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका से गेहूँ, कपास, कोयला, पेट्रोलियम, तेल, मशीनरी, कृषि यंत्र, वैज्ञानिक उपकरण, वस्त्र तथा मोटरगाड़ियाँ
आदि का निर्यात होता है, जबकि यूरोप से वैज्ञानिक उपकरण, मशीनों तथा वस्त्रों का निर्यात होता है।

2. आशा अंतरीप मार्ग-यह एक महत्त्वपूर्ण महासागरीय मार्ग है जो विश्व के सभी महाद्वीपों को आपस में जोड़ता है। यह उत्तरी तथा दक्षिणी अमेरिका, यूरोप, एशिया तथा ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के देशों को आपस में जोड़ता है। यूरोप से आने वाले जहाज केपवर्ड द्वीपों के समीप से अफ्रीका के दक्षिण में केपटाउन पहुंचते हैं तथा इंडोनेशिया जाने वाले जहाज वृहत् वृत्त के मार्ग से जाते हैं तथा ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड जाने वाले जहाज वृहत् वृत्त के उत्तर की ओर से जाते हैं और केपटाउन ईंधन लेने के लिए रुकते हैं। स्वेज़ नहर के निर्माण के बाद से इस मार्ग का महत्त्व कम हो गया है। दक्षिण-पूर्वी एशिया से रबड़, ऊन, तेल, चीनी, नारियल, मसाले, ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूज़ीलैंड से दुग्ध तथा ऊन का सामान निर्यात किया जाता है, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका तथा यूरोप से मशीनरी, तेल, वैज्ञानिक उपकरण, मोटरगाड़ियाँ आदि का निर्यात इस मार्ग से होता है।

3. प्रशांत महासागरीय मार्ग यह समुद्री मार्ग सबसे बड़ा है लेकिन अधिक विकसित नहीं हुआ है। इस मार्ग द्वारा उत्तरी तथा दक्षिणी अमेरिका का एशियाई देशों तथा ऑस्ट्रेलिया से व्यापार होता है। एशियाई देशों से कच्चा माल तथा संयुक्त राज्य अमेरिका को निर्मित माल यहाँ से निर्यात होता है। अमेरिका से मशीनरी, वैज्ञानिक उपकरण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान निर्यात होता है। दक्षिणी-पूर्वी एशिया से चाय, रबड़, चीनी तथा अन्य कृषिगत उपजें निर्यात की जाती हैं। इस मार्ग के प्रसिद्ध एशियाई बंदरगाह कोबे, टोकियो, याकोहामा, हांगकांग, शंघाई, सिंगापुर, मनीला, ऑस्ट्रेलिया के सिडनी, अमेरिका के वेंकूवर, सान फ्रांसिस्को तथा लॉस एंजिल्स हैं।

4. दक्षिणी अटलांटिक मार्ग यह महासागरीय मार्ग पश्चिमी यूरोप तथा दक्षिणी अमेरिका के देशों के मध्य है। इस व्यापारिक मार्ग से दक्षिणी अमेरिका की बंदरगाहों तथा यूरोप की बंदरगाहों के मध्य व्यापार होता है। अर्जेंटाइना, ब्राज़ील तथा उरुग्वे विशाल मात्रा में कहवा, गेहूं, मक्का, मांस, ऊन, चमड़ा तथा खालें यूरोपीय देशों को निर्यात करते हैं। लौह अयस्क, मैंगनीज़, टंगस्टन, बॉक्साइट, अभ्रक आदि खनिजों का भी दक्षिणी अमेरिका के देशों से इस मार्ग द्वारा निर्यात किया जाता है।

प्रश्न 6.
वायु परिवहन की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वायु परिवहन की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
(1) स्थल तथा जल परिवहन की तुलना में वायु परिवहन, परिवहन का तीव्रतम साधन है, परन्तु यह अत्यन्त महँगा भी है।

(2) विश्व की दूरियों को जितनी जल्दी वायु परिवहन ने घटाया है उतनी जल्दी किसी और साधन ने नहीं। वर्षों और महीनों के स्थान पर वायुमार्ग द्वारा की गई यात्रा को अब घण्टों और मिनटों में मापा जा सकता है। आज विश्व में कोई भी स्थान 35 घण्टे से अधिक दूरी पर नहीं है। चौंकाने वाली यह बात वायुयान बनाने और उड़ाने वालों की वजह से संभव हुई है।

(3) कम वजन की कीमती वस्तुओं; जैसे हीरे-जवाहरात, पत्र एवं दस्तावेज तथा शीघ्र खराब होने वाली खाद्य वस्तुओं; जैसे भारत का आम, इज़रायल का टमाटर, स्विट्ज़रलैंड के चॉकलेट व न्यूज़ीलैंड के दूध को वायु परिवहन द्वारा यूरोप और अमेरिका के बाज़ारों में शीघ्र पहुँचाया जा सकता है।

(4) वायु परिवहन ने सम्पर्क क्रान्ति ला दी है, जिन अगम्य क्षेत्रों तक स्थल मार्ग विकसित नहीं किए जा सकते; जैसे सघन वन, पर्वत, दलदल, हिमक्षेत्र व मरुभूमि इत्यादि, वहाँ वायु परिवहन ही एकमात्र विकल्प बच जाता है। ऐसे स्थानों पर केवल हवाई अड्डे अथवा हवाई पट्टियाँ बनानी पड़ती हैं। उदाहरणतः वायुयान जमी हुई भूमि (Frozen Ground) के अवरोध से प्रभावित हुए बिना कनाडा के एस्किमो के लिए अनेक प्रकार की वस्तुएँ लाते हैं।

(5) ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में भू-स्खलन, ऐवेलांश अथवा भारी हिमपात और मैदानी भागों में बाढ़ के कारण प्रायः मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं। ऐसी प्राकृतिक विपदाओं या संकट में फंसे लोगों की सहायता वायु परिवहन के द्वारा ही की जा सकती है। ऐसे समय में लोगों को शीघ्रातिशीघ्र दवाइयाँ, कपड़े, भोजन इत्यादि वायु सेवा द्वारा मुहैया कराए जा सकते हैं।

(6) विश्व में राजनीतिक व सामरिक संतुलन को बनाए रखने में वायु परिवहन अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ है। आधुनिक युद्ध कला में वायु सेना निर्णायक भूमिका निभाती है। संयुक्त राज्य अमेरिका एवं ब्रिटिश सेनाओं द्वारा ईरान में किए गए हवाई हमले इस बात के साक्षी हैं।

(7) वायु परिवहन के संचालन के लिए भारी पूँजी व ऊँची तकनीक की ज़रूरत होती है। अतः इसका विकास उन देशों में अधिक हो पाता है जहाँ प्रति-व्यक्ति आय और आर्थिक स्तर ऊँचा है।

(8) जिन लोगों के लिए समय ही सब कुछ है, उनके लिए वायु परिवहन वरदान है।

(9) आजकल धनाढ्य लोग सैर-सपाटे व पर्यटन के उद्देश्य से भी वायु परिवहन का उपयोग करते हैं।

प्रश्न 7.
विश्व के दो महत्त्वपूर्ण समुद्री मार्गों का वर्णन कीजिए।
अथवा
स्वेज़ एवं पनामा नहर मार्गों का वर्णन कीजिए। इनका भौगोलिक महत्त्व क्या है?
अथवा
निम्नलिखित पर संक्षिप्त नोट लिखें
(क) स्वेज़ नहर मार्ग,
(ख) पनामा नहर मार्ग।
उत्तर:
विश्व के दो महत्त्वपूर्ण समुद्री मार्ग हैं-
(क) स्वेज़ नहर मार्ग-स्वेज़ नहर लाल सागर और भूमध्य सागर को मिलाती है। इस नहर का निर्माण सन् 1859 में फ्रांसीसी इंजीनियर फर्डिनेंड-डी-लेसेप्स के निर्देशन में प्रारंभ किया गया। इसका निर्माण कार्य 10 साल में पूरा हुआ और सन् 1869 में स्वेज़ नहर का शुभारंभ हुआ। लाल सागर और भूमध्य सागर के मध्य नहर की लंबाई 160 कि०मी० है। सन् 1956 में मिस्र सरकार ने इसका राष्ट्रीयकरण किया और सन् 1967 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस राष्ट्रीयकरण को मान्यता दी गई।

स्वेज नहर का महत्त्व – स्वेज नहर का निर्माण समतल मरुस्थली क्षेत्र पर किया गया है। स्वेज़ मार्ग के बनने से दक्षिणी-पूर्वी एशिया और यूरोपीय देशों के बीच की दूरी कम हुई है और व्यापार को प्रोत्साहन मिला है। इस नहर से मुंबइ (बंबई) तथा लीवरपूल के बीच की दूरी 200 कि०मी० कम हुई है। । ऑस्ट्रेलिया एवं एशिया के व्यापारिक संबंध यूरोपीय देशों से विशेषकर ब्रिटेन
स्वेज नहर तथा फ्रांस के साथ प्रगाढ़ हुए हैं।
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स्वेज नहर द्वारा फारस की खाड़ी के देशों से पेट्रोलियम पदार्थों का जजकन्तरा आयात एशियाई देशों को होता है तथा विभिन्न कृषिगत पदार्थ गेहूँ, चावल, इस्लामिय रबड़, जूट, सूती वस्त्र आदि का निर्यात खाड़ी के देशों को किया जाता है। ब्रिटेन को इस नहर से एशियाई देशों से कच्चा माल मंगाने में विशेष सुविधा हुई है।

(ख) पनामा नहर मार्ग-स्वेज़ नहर की आशातीत सफलता के बाद पनामा नहर का निर्माण किया गया। यह नहर अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को मिलाती है। इस नहर का उद्घाटन 15 अगस्त, 1914 को हुआ। नहर बनाने की योजना 16वीं शताब्दी में हुई थी लेकिन कार्यान्वित नहीं की जा सकी क्योंकि लाल पनामा जल संयोजक की भूमि पथरीली एवं पर्वतीय थी इसलिए सरकार को कई स्वेज की बाड़ी सागर स्थानों पर लॉक बनाने पड़े।

इस नहर के अटलांटिक तट पर कोलोन बंदरगाह तथा प्रशांत तट पर पनामा बंदरगाह स्थित है। इस नहर की लंबाई 72 कि०मी० है। पनामा जल संयोजक समुद्र की सतह से लगभग 25 मीटर ऊंचा है इसलिए पानी को चढ़ाने के लिए लॉक प्रणाली बनानी पड़ी। इसमें प्रतिदिन 30 जलपोतों के आने-जाने की सुविधा है। जहाजों को इस नहर से गुजरने में 7 से 8 घंटे लगते हैं।

पनामा नहर का महत्त्व पनामा नहर के निर्माण से पूर्व उत्तरी अमेरिका तथा यूरोप के जहाजों को दक्षिणी पजामा नहर अमेरिका के केपहार्न का चक्कर लगाना पड़ता था। इसके बनने के बाद न्यूयॉर्क तथा सान फ्रांसिस्को के बीच की दूरी में 13,000 कि०मी० की कमी आई है। इस मार्ग से लीवरपूल और सान फ्रांसिस्को के बीच की 9,100 किलोमीटर की दूरी कम हुई है। यह मार्ग तूफानों और हिमशैलों से भी सुरक्षित है। इस मार्ग के निर्माण से समय पनामा पोर्ट तथा धन की काफी बचत हुई है। इसके निर्माण से प्रशांत महासागर तटीय देशो तथा अटलांटिक तटीय देशों के बीच व्यापारिक संबंध बढ़े हैं।
HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार 3
पनामा मार्ग के निमाण से उत्तरी अमेरिका के खाद्य पदार्थ और कोयला, ब्राज़ील से कॉफी, वेनेजुएला से पेट्रोलियन यूरोपीय तथा एशियाई देशों को निर्यात किए जाते हैं। एशियाई देशों से रबड, खाद्य-सामग्री कोयला, रेशम, चाय आदि अमेरिकी देशों को निर्यात की जाती है।

प्रश्न 8.
जनसंचार में रेडियो, टेलीविजन, उपग्रह, कम्प्यूटर के महत्त्व की विवेचना कीजिए। अथवा जनसंचार के साधनों की उपयोगिता महत्त्व) पर प्रकाश डालें।
उत्तर:
हमारे जीवन में जनसंचार के साधनों का विशेष महत्त्व है। आधुनिक युग में निम्नलिखित जनभचार के सशक्त माध्यम हैं-
1. रेडियो का महत्त्व भारत में सन् 1927 में रेडियो प्रसारण आरंभ हुआ था। सन् 1936 में इसे ‘आल इंडिया रेडियो’ का नाम दिया गया। अब इसे आकाशवाणी भी कहा जाता है। आकाशवाणी सूचना, शिक्षा और मनोरंजन से संबंधित विविध प्रकार के कार्यक्रम प्रसारित करता है। आकाशवाणी की समाचार सेवा भारतीय और विदेशी श्रोताओं के लिए समाचार और समीक्षाएँ प्रसारित करती है। राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्त्व के विशिष्ट अवसरों पर विशेष समाचार बुलेटिन भी प्रसारित किए जाते हैं। आकाशवाणी से व्यावसायिक कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाते हैं। विविध भारती के चैनल व्यावसायिक प्रसारण के लिए देश-भर में प्रसिद्ध हैं। ग्रामीण श्रोताओं के लिए स्वास्थ्य परिवार कल्याण और कृषि संबंधित कायक्रम प्रातदिन प्रसारित किए जाते हैं।

2. टेलीविजन का महत्त्व दूरदर्शन भारत का राष्ट्रीय चैनल है। भारत में दूरदर्शन का पहला कार्यक्रम 15 दिसंबर, 1959 को प्रसारित किया गया जिसे केवल दिल्ली में ही देखा जा सकता था। इसके बाद दूरदर्शन की सेवाओं में बड़ी तेजी से विस्तार हुआ।

दूरदर्शन तीन स्तर के कार्यक्रम प्रसारित करता है-राष्ट्रीय, प्रादेशिक और स्थानीय । दूरदर्शन के प्रसारित कार्यक्रमों में समाचार, समसामयिक विषय, विज्ञान, सांस्कृतिक पत्रिकाएँ, संगीत, नृत्य, नाटक, धारावाहिक और फीचर फिल्में शामिल हैं। सरकारी नीतियों, समाचारों, विकास कार्यक्रमों और सामयिक विषयों का नियमित प्रसारण किया जाता है। दूरदर्शन राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्त्व के अनेक कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण भी करता है। यह स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए शैक्षिक कार्यक्रम भी प्रसारित करता है। आजकल विभिन्न चैनलों के उपयोग से दूरदर्शन ने गाँव और नगर दोनों में ही लोगों के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन को बदल दिया है।

3. उपग्रह संचार का महत्त्व भारत के अंतरिक्ष उपग्रह प्रणालो से संबंधित गतिविधियाँ सन् 1962 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (इसरो) के गठन से प्रारंभ होकर वर्तमान समय तक अनवरत जारी हैं। उपग्रह प्रणाली के विकास से मसार और भारत के संचार तंत्र में एक क्रांति आ गई है। भारत की उपग्रह प्रणालियाँ दो प्रकार की हैं

  • भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाला (इंडियन नेशनल सेटेलाइट सिस्टम)।
  • भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह प्रणाली (इंडियन रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट सिस्टम)।

इन्सेट दूरसंचार, मौसम की जानकारी और पूर्वानुमान विविध प्रकार के आंकड़ों और कार्यक्रमों के लिए एक बहुउद्देशीय उपग्रह प्रणाली है।

भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह (आई०आर०एस०) प्रणाली द्वारा अंतरिक्ष में स्थापित उपग्रह अनेक वर्णक्रमीय (स्पेक्ट्रल) बैंडों के आँकड़े एकत्र करते हैं तथा विभिन्न उपयोगों के लिए स्थलीय स्टेशनों से इनका प्रसारण करते हैं ये उपग्रह प्रकात के संसाधनों क प्रबंधन में बहुत उपयोगी सिद्ध हुए हैं। भारतीय सुदूर संवेदी एजेसी हैदराबाद में स्थित है।

4. कंप्यूटर का महत्त्व आधुनिक युग में कंप्यूटर की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण हो गई है। कंप्यूटर के माध्यम से इंटरनेट और ई-मेल किया जा सकता है। कंप्यूटर सारे संसार में कम लागत पर सूचनाएँ और ज्ञान प्रसारित कर सकता है। कंप्यूटर द्वारा दस्तावेजों को तीव्र गति और कम लागत पर भेजा और प्राप्त किया जा सकता है। अपनी विशिष्ट सेवाओं और क्षमताओं के कारण कंप्यूटर का विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग बढ़ता जा रहा है। कंप्यूटर की विशिष्ट क्षमताएँ हैं-गति, शुद्धता, भंडारण क्षमता और स्वचालन। शिक्षा और ज्ञान के प्रसार में कंप्यूटर की भूमिका उल्लेखनीय है।

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HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं के साथ खेलना Ex 3.1

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं के साथ खेलना Ex 3.1 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं के साथ खेलना Exercise 3.1

प्रश्न 1.
निम्नलिखित संख्याओं के सभी गुणनखण्ड लिखिए :
(a) 24
(b) 15
(c) 21
(d) 27
(e) 12
(f) 20
(g) 18
(h) 23
(i) 36
हल :
(a) 24 के सम्भावित गुणनखण्ड:
24 = 1 × 24
24 = 2 × 12
24 = 3 × 8
24 = 4 × 6
24 = 6 × 4
यहाँ पर रुकें, क्योंकि 4 तथा 6 पहले आ चुके हैं।
∴ 24 के सभी गुणनखण्ड 1, 2, 3, 4, 6, 8, 12 तथा 24 हैं। उत्तर

(b) 15 के सभी गुणनखण्ड:
15 = 1 × 15
15 = 3 × 5
15 = 5 × 3
यहाँ पर रुकें, क्योंकि 3 तथा 5 पहले आ चुके हैं।
∴ 15 के सभी गुणनखण्ड 1, 3, 5 तथा 15 हैं। उत्तर

(c) 21 के सभी गुणनखण्ड:
21 = 1 × 21
21 = 3 × 7
21 = 7 × 3
यहाँ पर रुकें, क्योंकि 3 तथा 7 पहले आ चुके हैं।
∴ 21 के सभी गुणनखण्ड 1, 3, 7 तथा 21 हैं। उत्तर

(d) 27 के सभी गुणनखण्ड:
27 = 1 × 27
27 = 3 × 9
27 = 9 × 3
यहाँ पर रूकें, क्योंकि 3 तथा 9 पहले आ चुके हैं।
∴ 27 के सभी गुणनखण्ड 1, 3, 9 तथा 27 हैं। उत्तर

(e) 12 के सभी गुणनखण्ड:
12 = 1 × 12
12 = 2 × 6
12 = 3 × 4
12 = 4 × 3
यहाँ पर रुकें, क्योंकि 3 तथा 4 पहले आ चुके हैं।
∴ 12 के सभी गुणनखण्ड 1, 2, 3, 4, 6 तथा 12 हैं। उत्तर

(f) 20 के सभी गुणनखण्ड :
20 = 1 × 20
20 = 2 × 10
20 = 4 × 5
20 = 5 × 4
यहाँ पर रुकें, क्योंकि 4 तथा 5 पहले आ चुके हैं।
∴ 20 के सभी गुणनखण्ड 1, 2, 4, 5, 10 तथा 20 हैं। उत्तर

(g) 18 के सभी गुणनखण्ड:
18 = 1 × 18
18 = 2 × 9
18 = 3 × 6
18 = 6 × 3
यहाँ पर रुकें, क्योंकि 3 तथा 6 पहले आ चुके हैं।
∴ 18 के सभी गुणनखण्ड 1, 2, 3, 6, 9 तथा 18 हैं। उत्तर

(h) 23 के सभी गुणनखण्ड :
23 = 1 × 23
23 = 23 × 1
यहाँ पर रुकें, क्योंकि 1 तथा 23 पहले आ चुके हैं।
∴ 23 के सभी गुणनखण्ड 1 और 23 हैं। उत्तर

(i) 36 के सभी गुणनखण्ड :
36 = 1 × 36
36 = 2 × 18
36 = 3 × 12
36 = 4 × 9
36 = 6 × 6
यहाँ पर रुकें, क्योंकि दोनों गुणज 6 समान हैं।
∴ 36 के सभी गुणनखण्ड 1, 2, 3, 4, 6, 9, 12, 18 तथा 36 हैं। उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 3 संख्याओं के साथ खेलना Ex 3.1

प्रश्न 2.
निम्न संख्याओं के प्रथम पाँच गुणज लिखिए :
(a) 5
(b) 8
(c) 9.
हल :
(a) 5 के प्रथम पाँच गुणज :
5 × 1 = 5
5 × 2 = 10
5 × 3 = 15
5 × 4 = 20
5 × 5 = 25
अत: 5 के प्रथम पाँच गुणज 5, 10, 15, 20 तथा 25 हैं। उत्तर

(b) 8 के प्रथम पाँच गुणज :
8 × 1 = 8
8 × 2 = 16
8 × 3 = 24
8 × 4 = 32
8 × 5 = 40
अत: 8 के प्रथम पाँच गुणज 8, 16, 24, 32 तथा 40 हैं। उत्तर

(c) 9 के प्रथम पाँच गुणज:
9 × 1 = 9
9 × 2 = 18
9 × 3 = 27
9 × 4 = 36
9 × 5 = 45
अत: 9 के प्रथम पाँच गुणज 9, 18, 27, 36 तथा 45 हैं। उत्तर

प्रश्न 3.
स्तम्भ 1 की संख्याओं का स्तम्भ 2 के साथ मिलान कीजिए : स्तम्भ 1

स्तम्भ 1स्तम्भ 2
(i) 35(a) 8 का गुणज
(ii) 15(b) 7 का गुणज
(iii) 16(c) 70 का गुणज
(iv) 20(d) 30 का गुणनखण्ड
(v) 25(e) 50 का गुणनखण्ड
(f) 20 का गुणनखण्ड

हल :
इसका मिलान निम्न प्रकार है :
(i) → (b) ∵ 7 × 5 = 35
(ii) → (d) ∵ 30 ÷ 15 = 2
(iii) → (a) ∵ 8 × 2 = 16
(iv) → (f) ∵ 20 ÷ 20 = 1
(v) → (e) ∵ 50 ÷ 25 = 2

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प्रश्न 4.
9 के सभी गुणज ज्ञात कीजिए जो 100 से कम हों।
हल :
100 से कम 9 के सभी गुणज निम्न हैं:
9 × 1 = 9, 9 × 2 = 18, 9 × 3 = 27, 9 × 4 = 36, 9 × 5 = 45, 9 × 6 = 54, 9 × 7 = 63, 9 × 8 = 72, 9 × 9 = 81, 9 × 10 = 90 तथा 9 × 11 = 99
अर्थात् 9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72, 81, 90 तथा 99हैं। उत्तर

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HBSE 9th Class Maths Solutions Haryana Board

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HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions

Haryana State Board HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions

इन्हें कीजिए (पृष्ठ सं. 214)

प्रश्न 1.
अब एक अन्य त्रिभुज DEF की रचना करें, जिसमें DE = 5 सेमी, EF = 6 सेमी और DF = 7 सेमी है। ΔDEF को काट कर उसे ΔABC पर रखिए।
हल :
पहले दी गई मापों के अनुसार त्रिभुज DEF की रफ आकृति बनाते हैं।
रचना के पद :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 1
1. EF रेखाखण्ड 6 सेमी खींचा।
2. बिन्दु E को केन्द्र मानकर 5 सेमी त्रिज्या का चाप EF के ऊपर की ओर लगाया।
3. अब बिन्दु F को केन्द्र मानकर 7 सेमी त्रिज्या का चाप लेकर खींचा जो चरण 2 वाले चाप को D बिन्दु पर काटता है।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 2
4. DE और DF को मिलाया।
5. इस प्रकार अभीष्ट ΔDEF प्राप्त हुआ।
यदि ΔDEF को काटकर उसे ΔABC के ऊपर [पुस्तक में आकृति 10.3] रखें तो ΔDEF की भुजाएँ, ΔABC की भुजाओं के बराबर हैं। इसलिए दोनों त्रिभुज सर्वांगसम होंगे। यह S.S.S. सर्वांगसमत नियम है।

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions

पृष्ठ सं. 216

प्रश्न 1.
अब एक अन्य त्रिभुज ABC की रचना करें ताकि AB = 3 सेमी, BC = 5.5 सेमी और ∠ABC = 60° हो। इस ΔABC को काटकर ΔPQR पर रखिए। हम क्या देखते हैं ?
हल :
रचना के पद :
पद 1 : BC = 5.5 सेमी की एक रेखा खींचते हैं।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 3

पद 2 : B पर BC के साथ 60° का कोण बनाते हुए BX किरण खींची।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 4

पद 3 : B को केन्द्र मानकर 3 सेमी की त्रिज्या का चाप खींचा जो BX को A पर काटता है।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 5

पद 4 : AC को मिलाया।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 6
इस प्रकार अभीष्ट ΔABC प्राप्त होगा।
हम देखते हैं कि ΔABC व ΔPQR (पुस्तक आकृति 10.5) समान हैं। यदि एक त्रिभुज की दो भुजाएँ और एक कोण, दूसरे त्रिभुज की दो भुजाएँ और एक कोण के बराबर हैं तो त्रिभुज सर्वांगसम होंगे। यह S.A.S. सर्वांगसमता का नियम है।

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions

पृष्ठ सं. 218

प्रश्न 1.
अब एक अन्य त्रिभुज LMN खींचिए, जिसमें m∠NLM = 30°, LM = 6 सेमी और m∠NML = 100° हो। इस त्रिभुज LMN को काटकर त्रिभुज XYZ पर रखिए।
हल :
रचना के पद :
पद 1 : एक रेखाखण्ड LM = 6 सेमी खींचा।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 7

पद 2 : बिन्दु L पर ∠XLM = 30° का कोण बनाया तथा M पर ∠YML = 100° का कोण बनाया।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 8

पद 3 : LX और MY आगे बढ़ाने पर आपस में N पर काटते है।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 10 प्रायोगिक ज्यामिती InText Questions 9
इस प्रकार अभीष्ट ΔLMN प्राप्त होगा।

इस प्रकार हम देखते हैं कि ΔLMN व ΔXYZ (पुस्तक में आकृति 10.6) सम्पाती हैं। यदि एक त्रिभुज के दो कोण और एक भुजा दुसरे त्रिभुज के दो कोण और एक भुजा के बराबर हैं तो दोनों त्रिभुज सर्वांगसम होंगे। यह A.S.A. का नियम है।

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HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Exercise 13.3

प्रश्न 1.
नीचे दी गई आकृतियों में सममित रेखाओं की संख्या ज्ञात कीजिए। आप अपने उत्तर की जाँच कैसे करेंगे?
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 1
हल :
दी गई आकृतियों में सममित रेखाएँ खींचने पर, निम्न सममित रेखाएँ प्राप्त होती हैं :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 2
जाँच-हम अपने उत्तर की जाँच सममित रेखाओं के अनुदिश आकृतियों को मोड़कर करेगें।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3

प्रश्न 2.
नीचे दिए गए आरेखण को वर्गोंकित पेपर पर बनाइए। प्रत्येक को पूरा कीजिए जिससे प्राप्त आकृति में दो बिंदुकित रेखाएँ दो सममित रेखाओं के रूप में हों :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 3
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 4
आपने इस आकृति को कैसे पूरा किया ?
हल :
इन आरेखों को वर्गोंकित पेपर पर पूरा करते हैं जिनमें दो बिन्दुकित रेखाएँ दो सममित रेखाओं के रूप में हैं।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 5
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 6
हमने इन आकृतियों को दर्पण की सहायता से पूरा किया।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3

प्रश्न 3.
नीचे दी गई प्रत्येक आकृति में, अंग्रेजी वर्णमाला के एक अक्षर को ऊर्ध्वाधर रेखा के साथ दिखाया गया है। इस अक्षर का दी हुई दर्पण रेखा में प्रतिबिंब लीजिए। बताइए कौन-सा अक्षर परावर्तन के बाद समान रहता है। (जैसे कौन-सा अक्षर प्रतिबिम्ब में समान दिखाई देता है) और कौन-सा नहीं। क्या आप कल्पना कर सकते हैं।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 7
O E M N P H L T S V X के लिए प्रयास कीजिए।
हल :
दी गई रेखा में वर्ग A और वर्ग B का दर्पण प्रतिबिम्ब लेते हैं। दर्पण में प्रतिबिम्ब इस प्रकार होगा :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 13 सममिति Ex 13.3 8
स्पष्ट है कि A प्रतिबिम्ब के बाद भी समान दिखाई देता है, जबकि B समान नहीं दिखता है।
दिए गए अक्षरों में से:
O, M, N, H, T, V और X अक्षर प्रतिबिम्ब में समान दिखाई देते हैं, जबकि E, P, L और S अक्षर प्रतिबिम्ब में समान नही दिखाई देते है।

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HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 8 परिवहन एवं संचार Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Geography Solutions Chapter 8 परिवहन एवं संचार

अभ्यास केन प्रश्न

नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए

1. पारमहाद्वीपीय स्टुवर्ट महामार्ग किनके मध्य से गुज़रता है?
(A) डार्विन और मेलबोर्न
(B) एडमंटन और एंकॉरेज
(C) बैंकूवर और सेंट जॉन नगर
(D) चेगडू और ल्हासा
उत्तर:
(A) डार्विन और मेलबोर्न

2. किस देश में रेलमार्गों के जाल का सघनतम घनत्व पाया जाता है?
(A) ब्राजील
(B) कनाडा
(C) संयुक्त राज्य अमेरिका
(D) रूस
उत्तर:
(C) संयुक्त राज्य अमेरिका

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3. बृहद ट्रंक मार्ग होकर जाता है
(A) भूमध्य सागर हिंद महासागर से होकर
(B) उत्तर अटलांटिक महासागर से होकर
(C) दक्षिण अटलांटिक महासागर से होकर
(D) उत्तर प्रशांत महासागर से होकर
उत्तर:
(B) उत्तर अटलांटिक महासागर से होकर

4. ‘बिग इंच’ पाइप लाइन के द्वारा परिवहित किया है-
(A) दूध
(B) जल
(C) तरल पेट्रोलियम गैस (L.P.G.)
(D) पेट्रोलियम
उत्तर:
(D) पेट्रोलियम

5. चैनल टनल जोड़ता है
(A) लंदन – बर्लिन
(B) बर्लिन – पेरिस
(C) पेरिस – लंदन
(D) बार्सीलोना- बर्लिन
उत्तर:
(B) बर्लिन – पेरिस

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए

प्रश्न 1.
पर्वतों, मरुस्थलों तथा बाढ़ संभावित प्रदेशों में स्थल परिवहन की क्या-क्या समस्याएँ हैं?
उत्तर:
पर्वतों, मरुस्थलों और बाढ़ संभावित प्रदेशों में केवल सड़कें ही यातायात की सुविधा प्रदान करती हैं, लेकिन इन क्षेत्रों में रेलमार्ग नहीं बिछाए जा सकते क्योंकि इन्हें बनाने में भारी खर्च आता है और ऐसे क्षेत्रों में रेल-दुर्घटना का जोखिम भी बना रहता है।

प्रश्न 2.
पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग क्या होता है?
उत्तर:
महाद्वीप के आर-पार बनाए गए और इसके दो सिरों को जोड़ने वाले मार्गों को पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग कहते हैं। इनका निर्माण आर्थिक और राजनीतिक कारणों से विभिन्न दशाओं से लंबी यात्राओं की सुविधा प्रदान करने के लिए किया गया था।

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प्रश्न 3.
जल परिवहन के क्या लाभ हैं?
उत्तर:
जल परिवहन के निम्नलिखित लाभ हैं-

  1. जल परिवहन में मार्गों का निर्माण नहीं करना पड़ता।
  2. यह परिवहन बहुत सस्ता होता है क्योंकि जल का घर्षण स्थल की अपेक्षा बहुत कम होता है।
  3. जल परिवहन की ऊर्जा लागत की अपेक्षा कम होती है।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए

प्रश्न 1.
“एक सुप्रबंधित परिवहन प्रणाली में विभिन्न विधाएँ एक-दूसरे की संपूरक होती है” इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
परिवहन एक ऐसी सुविधा या सेवा है जो व्यक्तियों और वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने का कार्य करती है। इसमें मनुष्यों, पशुओं तथा विभिन्न प्रकार की गाड़ियों का प्रयोग किया जाता है। यह सुविधा स्थल, जल तथा वायु से दी जाती है। सड़कें व रेलमार्ग स्थल परिवहन का भाग हैं जबकि नौ परिवहन तथा जलमार्ग एवं वायुमार्ग परिवहन के अन्य दो प्रकार हैं। पाइपलाइनें, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस का परिवहन करती हैं। प्रत्येक देश ने प्रतिरक्षा के उद्देश्यों के लिए विभिन्न प्रकार से परिवहन का विकास किया है। अनेक स्थान जिन्हें परस्पर मार्गों की श्रेणियों द्वारा जोड़ दिए जाने पर जिस प्रारूप का निर्माण होता है उसे परिवहन जाल कहते हैं। विश्व परिवहन की प्रमुख विधाओं का प्रयोग अंतप्रदिशिक तथा अंतरा-प्रादेशिक परिवहन के लिए किया जाता है।

किसी विधा की सार्थकता परिवाहित की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं के प्रकार, परिवहन की लागतों और उपलब्ध विधा पर निर्भर करती है। वस्तुओं के अंतर्राष्ट्रीय संचलन का निपटान भारवाही जलयानों द्वारा किया जाता है। कम दूरी की सेवाएँ प्रदान करने में सड़क परिवहन सस्ता एवं तीव्रगामी है। किसी देश के भीतर लंबी दूरियों तक परिवहन करने के लिए रेल सर्वाधिक अनुकूल साधन है। उच्च मूल्य वाली, हल्की तथा नाशवान वस्तुओं का वायुमार्गों द्वारा परिवहन सर्वश्रेष्ठ होता है। अतः स्पष्ट है कि एक सुप्रबंधित परिवहन तंत्र में ये विभिन्न विधाएँ एक-दूसरे की पूरक होती हैं।

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प्रश्न 2.
विश्व के वे कौन-से प्रमुख प्रदेश हैं जहाँ वायुमार्ग का सघन तंत्र पाया जाता है?
उत्तर:
वायु परिवहन, परिवहन का तीव्रतम साधन होने के साथ-साथ बहुत महँगा भी है। तेज गति का साधन होने के कारण लंबी दूरी की यात्रा के लिए यात्री इसे वरीयता देते हैं। इसके द्वारा मूल्यवान जहाजी भार को तेजी से पूरे विश्व में भेजा जा सकता है। पर्वतीय हिमक्षेत्रों तथा मरुस्थलीय भू-भागों में भी इस परिवहन ने सफलता प्राप्त कर ली है। वायुयानों के निर्माण तथा उनकी कार्य प्रणाली के लिए अत्यंत विकसित सुविधाओं; जैसे विमानशाला, भूमि पर उतारने, ईंधन तथा रख-रखाव की सुविधाओं की आवश्यकता होती है। हवाई पत्तनों का निर्माण भी अत्यधिक खर्चीला है और यह उन्हीं देशों में जहाँ अत्यधिक औद्योगीकरण एवं अधिक संख्या में यातायात उपलब्ध है, विकसित हुआ है।

पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका, पश्चिमी यूरोप और दक्षिणी-पूर्वी एशिया में वायुमार्गों का सघन जाल पाया जाता है। विश्व के कुल वायुमार्गों के 60% भाग का प्रयोग अकेला संयुक्त राज्य अमेरिका करता है। न्यूयॉर्क, लंदन, पेरिस, एम्सटर्डम और शिकागो नोडीय बिंदु हैं। वर्तमान समय में विश्व में कोई भी स्थान 35 घंटे से अधिक की दूरी पर नहीं है। वर्षों और महीनों के स्थान पर वायुमार्ग द्वारा की गई यात्रा को अब घंटों और मिनटों में मापा जा सकता है। विश्व के अनेक भागों में नित्य वायु सेवाएँ उपलब्ध हैं।

प्रश्न 3.
वे कौन-सी विधाएँ हैं जिनके द्वारा साइबर स्पेस मनुष्यों के समकालीन आर्थिकी और सामाजिक स्पेस की वृद्धि करेगा?
उत्तर:
साइबर स्पेस विद्युत द्वारा कंप्यूटरीकृत स्पेस का संसार है, जिसे इंटरनेट के नाम से भी जाना जाता है। यह बिना गतिशील हुए भेजने वाले और प्राप्त करने वालों को कंप्यूटर पर सूचनाओं के भेजने व प्राप्त करने की प्रक्रिया है। माइबर सोम हर जगह विद्यमान है। यह किसी कार्यालय में, जल में चलती नौका में, उड़ते जहाजों में और अन्य किसी स्थान पर भी हो सकता है। इलैक्ट्रॉनिक नेटवर्क का विस्तार बहुत तीव्र गति से हो रहा है। इंटरनेट का प्रयोग करने वाले सन् 1995 में 5 करोड़, सन् 2000 में 40 करोड़ एवं सन् 2005 में 100 करोड़ थे। वर्तमान में इंटरनेट का प्रयोग करने वालों की संख्या में बहुत वृद्धि हुई है।

अब विश्व के अधिकांश प्रयोक्ता संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, चीन और भारत में हैं, साइबर स्पेस लोगों के समकालीन आर्थिक और सामाजिक स्पेस को ई० मेल, ई० वाणिज्य, ई० शिक्षा और ई० प्रशासन के माध्यम से विस्तृत करेगा। फैक्स, टेलीविजन और रेडियो के साथ इंटरनेट समय और स्थान की सीमाओं को लांघते हए अधिक-से-अधिक लोगों तक पहुँचगा। ये आधुनिक संचार प्रणालियाँ हैं जिन्होंने परिवहन से कहीं ज्यादा वैश्विक ग्राम की संकल्पना को साकार किया है। जैसे-जैसे तकनीकी का विकास हो रहा है वैसे-वैसे सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से इस पर लगाए गए प्रतिबंध समाप्त हो रहे हैं, निजी व्यावसायिक कंपनियाँ, शैक्षणिक संस्थान तथा संस्कार द्वारा इन सूचनाओं तथा उपग्रह चित्रों का उपयोग असैनिक क्षेत्रों; जैसे नगरीय नियोजन, प्रदूषण नियंत्रण, वन विनाश (वनोन्मूलन) से प्रभावित क्षेत्रों को ढूँढ़ना आदि के लिए किया जाएगा।

परिवहन एवं संचार HBSE 12th Class Geography Notes

→ बंदरगाह (Harbour) : यह समुद्र का अंशतः परिबद्ध (Partially Encircled) क्षेत्र होता है; जैसे निवेशिका (Creek), नदमुख (Estuary) अथवा समुद्र-अंतर्गम (Inlet) आदि, जो आने वाले जहाजों को आश्रय देता है।

→ पत्तन (Port) : यह गोदी (Dock), घाट एवं सामान उतारने और चढ़ाने की सुविधाओं से युक्त ऐसा स्थान होता है जो स्थल मार्गों से जुड़ा होता है। पत्तन वास्तव में बंदरगाह की Operational Site होती है।

→ पश्च प्रदेश (Hinter Land) : किसी महानगर या बंदरगाह से जुड़ा वह विस्तृत क्षेत्र जो उस महानगर और बंदरगाह की सेवा करता है और उनसे सेवाएँ भी प्राप्त करता है।

→ संचार (Communication) : सूचनाओं। उनके उद्गम स्थल से गंतव्य तक किसी चैनल के माध्यम से पहुँचाना।

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HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 8 राशियों की तुलना Ex 8.3

Haryana State Board HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 8 राशियों की तुलना Ex 8.3 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Maths Solutions Chapter 8 राशियों की तुलना Ex 8.3

प्रश्न 1.
क्रय-विक्रय के निम्न सौदों में हानि या लाभ ज्ञात कीजिए। प्रत्येक दशा में प्रतिशत हानि या प्रतिशत लाभ भी ज्ञात कीजिए।
(a) बगीचे में काम आने वाली कैंची ₹ 250 में खरीदी गई तथा ₹ 325 में बेची गई।
(b) एक रेफ्रीजरेटर ₹ 12000 में खरीदा गया और ₹ 13500 में बेचा गया।
(c) एक अलमारी ₹ 2500 में खरीदी गई और ₹ 3000 में बेची गई।
(d) एक स्कर्ट ₹ 250 में खरीद कर ₹ 150 में बेची गई।
हल :
(a) क्र. मू. (C.P.) = ₹ 250 और वि. मू. (S.P.) = ₹ 325
∵ S.P. > C.P.
अत: लाभ होगा।
लाभ = वि. म. – क्र. मू.
= ₹ (325 – 250) = ₹75
लाभ % = (लाभ / क्र. मू. × 100%) %
= (\(\frac {75}{250}\) × 100)% = 30% उत्तर

(b) क्र. मू. (C.P.) = ₹ 12000 और वि. मू. (S.P.) = ₹ 13500
∵ वि. मू. > क्र. मू.
∴ लाभ = ₹(13500 – 12000) = 1500
लाभ % = (लाभ / क्र. मू. × 100)%
= (\(\frac {1500}{12000}\) × 100)% = 12.5% उत्तर

(c) क्र. मू. (C.P.) = ₹ 2500
तथा वि. मू. (S.P.) = ₹ 3000
∵ S.P. > C.P.
अत: लाभ होगा।
लाभ = S.P. – C.P. = ₹(3000 – 2500) = ₹ 500
लाभ लाभ % = (लाभ / क्र. मू. × 100) %
= (\(\frac {500}{2500}\) × 100)% = 20% उत्तर

(d) क्र. मू. (C.P.) = ₹ 250
और वि. मू. (S.P.) = ₹ 150
∵ लाभ S.P. < C.P.
अतः हानि होगी।
हानि = क्र. मू. – वि. मू.
= ₹ (250 – 150) = ₹ 100
हानि % = (लाभ / क्र. मू. × 100)%
= (\(\frac {100}{250}\) × 100) % = 40% उत्तर

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 8 राशियों की तुलना Ex 8.3

प्रश्न 2.
दिए गए प्रत्येक अनुपात के दोनों पदों को प्रतिशत में बदलिए:
(a) 3 : 1
(b) 2 : 3 : 5
(c) 1 : 4
(d) 1 : 2 : 5
हल :
(a) दिया है, 3 : 1
कुल भाग = 3 + 1 = 4
इसका अर्थ है \(\frac {3}{4}\) और \(\frac {1}{4}\)
इनका प्रतिशत (\(\frac {3}{4}\) × 100)% = 75%
और (\(\frac {1}{4}\) × 100)% = 25% उत्तर

(b) दिया अनुपात = 2 : 3 : 5
कुल भाग = 2 + 3 + 5 = 10
इसक अर्थ है \(\frac {2}{10}\), \(\frac {3}{10}\) और \(\frac {5}{10}\)
अब इनकी प्रतिशतता क्रमशः (\(\frac {2}{10}\) × 100)% = 20%,
(\(\frac {3}{10}\) × 100)% = 30% और (\(\frac {5}{10}\) × 100)% = 50% है। उत्तर

(c) दिया है, 1 : 4
कुल भाग = 1 + 4 = 5
इसका अर्थ है \(\frac {1}{5}\), और \(\frac {4}{5}\)
इनका प्रतिशत क्रमशः (\(\frac {1}{5}\) × 100) % = 20% और
(\(\frac {4}{5}\) × 100)% = 80% है। उत्तर

(d) दिया है, 1 : 2 : 5
कुल भाग = 1 + 2 + 5 = 8
इसका अर्थ है \(\frac {1}{8}\), \(\frac {2}{8}\) और \(\frac {5}{8}\)
इनकी प्रतिशतता
\(\frac {1}{8}\) × 100 = 12.5%
\(\frac {2}{8}\) × 100 = 25% और
\(\frac {5}{8}\) × 100 = 62.5% उत्तर

प्रश्न 3.
एक नगर की जनसंख्या 25000 से घटकर 24500 रह गई। घटाने का प्रतिशत ज्ञात कीजिए।
हल:
नगर की जनसंख्या = 25000
नयी जनसंख्या = 24500
जनसंख्या में कमी = 25000 – 24500 = 500
प्रतिशत कमी = (\(\frac {500}{25000}\) × 100) %
= 2%.

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 8 राशियों की तुलना Ex 8.3

प्रश्न 4.
अरुण ने एक कार ₹ 3,50,000 में खरीदी। अगले वर्ष उसका मूल्य बढ़कर ₹ 3,70,000 हो गया। कार के मूल्य की प्रतिशत वृद्धि ज्ञात कीजिए।
हल :
कार का वास्तविक मूल्य = ₹ 3,50,000
कार का बड़ा मूल्य = ₹ 3,70,000
मूल्य में वृद्धि = ₹ (3,70,000 – 3,50,000)
= ₹ 20,000
वृद्धि प्रतिशत = (\(\frac {20000}{350000}\) × 100)%
= \(\frac {40}{7}\) % = 5\(\frac {5}{7}\)%. उत्तर

प्रश्न 5.
मैंने एक टी.वी. ₹ 10,000 रु. में खरीद कर 20 प्रतिशत लाभ पर बेच दिया। मुझे बेचने पर कितना धन प्राप्त हुआ ?
हल :
क्रय मूल्य (C.P) = ₹ 10,000 और लाभ = 20%
अब विक्रय मूल्य = (100 + लाभ %) × C.P. / 100
= ₹ \(\left[\frac{(100+20) \times 10000}{100}\right]\)
= ₹(120 × 100) = ₹ 12,000
अत: टी.वी. का विक्रय मूल्य = ₹ 12,000 उत्तर

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 8 राशियों की तुलना Ex 8.3

प्रश्न 6.
जही एक वाशिंग मशीन ₹ 13,500 में बेचने पर 20 प्रतिशत की हानि उठाती है। उसने वह मशीन कितने में खरीदी थी ?
हल:
वि. मू. (S.P.) = ₹ 13,500 और हानि = 20%
अब क्र. मू. (C.P.) = 100 × S.P. / 100 – हानि %
क्र. मू. (C.P) = ₹ \(\frac{100 \times 13500}{100-20}\)
= ₹ \(\frac{100 \times 13500}{80}\)
= ₹ 16,875
अत: वाशिंग मशीन का क्रय मूल्य = ₹ 16,875 उत्तर

प्रश्न 7.
(i) चाक-पाउडर में कैल्शियम, कार्बन तथा ऑक्सीजन का अनुपात 10 : 3 : 12 होता है। इसमें कार्बन की प्रतिशत मात्रा ज्ञात कीजिए।
(ii) चाक की एक छड़ी में यदि कार्बन की मात्रा 3 ग्राम है, तब उसका कुल भार कितना होगा?
हल :
(i) कोल्शयम : काबन : आक्साजन
10 : 3 : 12
अनुपातों का योग = 10 + 3 + 12 = 25
चाक में कार्बन का भाग = \(\frac {3}{25}\)
∴ कार्बन का प्रतिशत = (\(\frac {3}{25}\) × 100) %
= (3 × 4)% = 12% उत्तर

(ii) चूंकि चाक में कैल्सियम, कार्बन और ऑक्सीजन का अनुपात 10 : 3 : 12 है।
अनुपातों का योग = 10 + 3 + 12 = 25
स्पष्ट है कि यदि कार्बन का भार 3 ग्राम होगा, तो चाक का भार = 25 ग्राम होगा। उत्तर

प्रश्न 8.
अमीना एक पुस्तक ₹275 में खरीद कर उसे 15 प्रतिशत हानि पर बेचती है। पुस्तक का विक्रय मूल्य ज्ञात कीजिए।
हल:
पुस्तक का क्रय मूल्य (C.P) = ₹275 और
हानि = 15%
विक्रय मूल्य (S.P.) = (100 – हानि %) × क्र. मू. / 100}[/latex]
= \(\frac{(100-15) \times 275}{100}\)
= \(\frac{85 \times 275}{100}\) = 85 × 2.75
= ₹ 233.75
अत: पुस्तक का विक्रय मूल्य = ₹ 233.75 उत्तर

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 8 राशियों की तुलना Ex 8.3

प्रश्न 9.
प्रत्येक दशा में 3 वर्ष बाद कितना मिश्रधन देय होगा?
(a) मूलधन = 1200 रु., दर 12% वार्षिक
(b) मूलधन = 7500 रु., दर 5% वार्षिक
हल :
(a) P= 1200 रु., R= 12% और T = 3 वर्ष
साधारण ब्याज (S.I) = \(\frac{P \times R \times T}{100}\)
= ₹ \(\frac{1200 \times 12 \times 3}{100}\)
= ₹ 432
अब, मिश्रधन- मूलधन (P) + साधारण ब्याज (S.I.)
= ₹(1200 + 432)
= ₹ 1632 उत्तर

(b) P = ₹ 7500, R = 5% और T= 3 वर्ष
साधारण ब्याज (S.I.) = \(\frac{P \times R \times T}{100}\)
= ₹ \(\frac{7500 \times 5 \times 3}{100}\)
= ₹ 1125
अब, मिश्रधन = मूलधन (P)+ साधारण ब्याज (S.I.)
= ₹(7500 + 1125)
= ₹ 8625 उत्तर

प्रश्न 10.
₹ 56000 पर, 2 वर्ष पश्चात् किस दर से 280 रु. साधारण व्याज देय होगा?
हल :
P = ₹ 56000, S.I = ₹ 280, T= 2 वर्ष
दर (R) = \(\frac{\text { S.I } \times 100}{P \times T}\)
= (\(\frac{280 \times 100}{56000 \times 2}\)) = 0.25%
अतः, ब्याज की दर = 0.25% प्रति वर्ष। उत्तर

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 8 राशियों की तुलना Ex 8.3

प्रश्न 11.
मीना ने 9 प्रतिशत वार्षिक दर से, 1 वर्ष पश्चात् ₹ 45 व्याज के रूप में लिए। उसने कितना धन उधार लिया था ?
हुल :
साधारण ब्याज (S.I.) = ₹ 45
दर (R) = 9%
समय (T) = 1 वर्ष
मूलधन (P) = \(\frac{\text { S.I. } \times 100}{R \times T}=\frac{45 \times 100}{9 \times 1}\)
= 5 × 100 = ₹ 500
अत: उधार लिया गया धन = ₹ 500 उत्तर

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HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप Important Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. तृतीयक क्रियाकलाप संबंधित है-
(A) कृषि से
(B) विनिर्माण उद्योगों से
(C) बुद्धि तथा कुशलता से जुड़ी सेवाओं से
(D) बौद्धिक व्यवसाय से
उत्तर:
(C) बुद्धि तथा कुशलता से जुड़ी सेवाओं से

2. वकील और शिक्षक किस प्रकार के क्रियाकलाप के अंतर्गत आते हैं?
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) चतुर्थक
उत्तर:
(C) तृतीयक

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

3. सेवाएँ किस प्रकार का क्रियाकलाप हैं?
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) चतुर्थक
उत्तर:
(C) तृतीयक

4. आधुनिक युग में महिलाओं की संख्या किस क्रियाकलाप में अधिक है?
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) चतुर्थक
उत्तर:
(C) तृतीयक

5. विश्व में रोजगार के अवसरों में वृद्धि किस व्यवसाय में बढ़ रही है?
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) चतुर्थक
उत्तर:
(C) तृतीयक

6. उच्च बौद्धिक व्यवसाय में लगे लोग किस प्रकार के क्रियाकलाप के अंतर्गत आते हैं?
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) चतुर्थक
उत्तर:
(C) तृतीयक

7. विज्ञापन, कानूनी सेवाएँ, जनसंपर्क और परामर्श किस प्रकार की सेवाएँ हैं?
(A) मनोरंजन सेवाएँ
(B) वाणिज्यिक सेवाएँ
(C) विनिर्माण सेवाएँ
(D) परिवहन और संचार सेवाएँ
उत्तर:
(B) वाणिज्यिक सेवाएँ

8. वैश्विक कंपनियों के सर्वाधिक मुख्यालय कहाँ हैं?
(A) लंदन
(B) टोकियो
(C) पेरिस
(D) न्यूयार्क
उत्तर:
(D) न्यूयार्क

9. निम्नलिखित में से कौन-सा देश इंटरनेट द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ नहीं है?
(A) स्कैंडिनेविया
(B) भारत
(C) ऑस्ट्रेलिया
(D) कनाडा
उत्तर:
(B) भारत

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

10. उत्तरी अमेरिका का वैश्विक नगर कौन-सा है?
(A) पेरिस
(B) न्यूयार्क
(C) टोकियो
(D) शंघाई
उत्तर:
(B) न्यूयार्क

11. यूरोप का प्रमुख वैश्विक नगर कौन-सा है?
(A) न्यूयार्क
(B) लंदन
(C) लास एंजिल्स
(D) टोकियो
उत्तर:
(B) लंदन

12. एशिया का प्रमुख वैश्विक नगर कौन-सा है?
(A) टोकियो
(B) लंदन
(C) न्यूयार्क
(D) टोरंटो
उत्तर:
(A) टोकियो

13. विश्व के प्रमुख वैश्विक नगर हैं-
(A) लंदन, पेरिस, काहिरा
(B) लंदन, रोम, कोलंबो
(C) लंदन, सिंगापुर, सिडनी
(D) लंदन, न्यूयार्क, टोकियो
उत्तर:
(D) लंदन, न्यूयार्क, टोकियो

14. सबसे कम वैश्विक कंपनियों के मुख्यालय कहाँ है?
(A) न्यूयार्क
(B) लंदन
(C) टोकियो
(D) मैक्सिको
उत्तर:
(D) मैक्सिको

15. बाह्यस्रोतन का व्यावसायिक क्रियाकलाप है-
(A) मानव संसाधन
(B) सूचना प्रौद्योगिकी
(C) उपभोक्ता सेवाएँ
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

16. निम्नलिखित में से तृतीयक क्रियाकलाप का उदाहरण नहीं है-
(A) शिक्षक
(B) वकील
(C) चिकित्सा
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(C) चिकित्सा

17. निम्नलिखित में से चतुर्थ क्रियाकलाप का उदाहरण नहीं है
(A) चिकित्सा
(B) अनुसंधान
(C) शिक्षक
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(C) शिक्षक

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

18. निम्नलिखित में से पंचम क्रियाकलाप का उदाहरण नहीं है-
(A) निर्णयकर्ता
(B) परामर्शदाता
(C) नीति-निर्धारक
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए

प्रश्न 1.
किसी एक तृतीयक क्रियाकलाप का उदाहरण दें।
उत्तर:
व्यापार।

प्रश्न 2.
यूरोप का प्रमुख वैश्विक नगर कौन-सा है?
उत्तर:
लंदन।

प्रश्न 3.
एशिया का प्रमुख वैश्विक नगर कौन-सा है?
उत्तर:
टोकियो।

प्रश्न 4.
वे काम जिनमें उच्च परिमाण और स्तर वाले अन्वेषण सम्मिलित होते हैं, उन्हें क्या कहते हैं?
उत्तर:
उन्हें पंचम क्रियाकलाप कहते हैं।

प्रश्न 5.
सेवाएँ किस प्रकार का क्रियाकलाप हैं?
उत्तर:
तृतीयक क्रियाकलाप।

प्रश्न 6.
विश्व में रोजगार के अवसरों में वृद्धि किस व्यवसाय में बढ़ रही है?
उत्तर:
तृतीयक व्यवसाय में।

प्रश्न 7.
विज्ञापन, कानूनी सेवाएँ, जनसंपर्क और परामर्श किस प्रकार की सेवाएँ हैं?
उत्तर:
वाणिज्यिक सेवाएँ।

प्रश्न 8.
उत्तरी अमेरिका का वैश्विक नगर कौन-सा है?
उत्तर:
न्यूयॉर्क।

प्रश्न 9.
विश्व के प्रमुख वैश्विक नगर कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
विश्व के प्रमुख वैश्विक नगर लंदन, न्यूयॉर्क, टोकियो हैं।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

प्रश्न 10.
वैश्विक कंपनियों के मुख्यालय कहाँ हैं?
उत्तर:
मैक्सिको में।

प्रश्न 11.
वाणिज्यिक सेवाओं का कोई एक उदाहरण दें।
उत्तर:
विज्ञापन।

प्रश्न 12.
परिवहन सेवाओं का कोई एक उदाहरण दें।
उत्तर:
रेल।

प्रश्न 13.
ज्ञानोन्मुखी व्यक्ति किस क्रियाकलाप में आते हैं?
उत्तर:
चतुर्थक व पंचम क्रियाकलाप में।

प्रश्न 14.
सूचना का संग्रहण किस प्रकार के क्रियाकलाप में आता है?
उत्तर:
चतुर्थक क्रियाकलाप में।

प्रश्न 15.
पर्यटन किस प्रकार का क्रियाकलाप है?
उत्तर:
तृतीयक क्रियाकलाप।

प्रश्न 16.
बाह्यस्रोतन का क्या उद्देश्य है?
उत्तर:
दक्षता को सुधारना और लागतों को कम करना।

प्रश्न 17.
सूचना का संग्रहण, उत्पादन व प्रकीर्णन किस प्रकार के क्रियाकलाप के अंतर्गत आता है?
उत्तर:
चतुर्थ क्रियाकलाप के।

प्रश्न 18.
पर्यटन उद्योग द्वारा पोषित दो उद्योगों के नाम बताएँ।
उत्तर:

  1. फुटकर व्यापार
  2. शिल्प उद्योग।

प्रश्न 19.
उच्च स्तरीय सेवाओं के कोई दो उदाहरण दें।
उत्तर:

  1. परामर्शदाता
  2. विशेषज्ञ।

प्रश्न 20.
नोड क्या होता है?
उत्तर:
दो या अधिक मार्गों का संधि-स्थल, एक उद्गम बिंदु, एक गंतव्य बिंदु या मार्ग के सहारे कोई बड़ा कस्बा नोड होता है।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

प्रश्न 21.
लाल कॉलर श्रमिक किन क्रियाओं को कहते हैं?
उत्तर:
प्राथमिक क्रियाओं को।

प्रश्न 22.
व्यापार किस प्रकार का क्रियाकलाप है?
उत्तर:
तृतीयक।

अति-लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
विनिर्माण और सेवाओं में क्या अंतर होता है?
उत्तर:
विनिर्माण में वस्तुओं का उत्पादन होता है जो मूर्त होता है अर्थात् उसे देखा, छुआ या मापा जा सकता है लेकिन सेवाओं का उत्पाद अमूर्त होता है व उसे प्रत्यक्ष रूप से मापा भी नहीं जा सकता।

प्रश्न 2.
वाणिज्यिक सेवाएँ क्या होती हैं?
उत्तर:
विज्ञापन बनाना, बिक्री बढ़ाने के तरीके निकालना, कर्मचारियों का चयन, अधिकारियों का प्रशिक्षण, ग्राहकों की अभिरुचियों का सर्वेक्षण इत्यादि वाणिज्यिक सेवाएँ हैं। ये सेवाएँ दूसरी कंपनियों की उत्पादन
क्षमता व बिक्री को बढ़ाती हैं।

प्रश्न 3.
असंगठित क्षेत्र क्या होता है?
उत्तर:
बिना किसी औपचारिक माध्यम से नौकरियाँ पाना व करना असंगठित क्षेत्र कहलाता है। ऐसी नौकरियों के चयन व नियंत्रण इत्यादि पर किसी सरकारी या अर्ध-सरकारी संगठन की भूमिका नहीं होती।

प्रश्न 4.
उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में विनिर्माण का ह्रास क्यों हुआ?
उत्तर:
मशीनों के घिसकर पुराना पड़ने, उनकी उत्पादकता घटने, कोयले के भंडारों के लगभग समाप्त होने तथा मनुष्य की जगह कंप्यूटर व आधुनिक मशीनों के आ जाने से उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में निरौद्योगीकरण की प्रक्रिया आरंभ हुई।

प्रश्न 5.
इंटरनेट द्वारा सबसे अच्छी तरह जुड़े विश्व के दो देशों के नाम बताइए।
उत्तर:
कनाडा और ऑस्ट्रेलिया इंटरनेट द्वारा सबसे अच्छी तरह जुड़े हुए देश हैं।

प्रश्न 6.
व्यापारिक केंद्र किसे कहते हैं?
उत्तर:
फुटकर और थोक व्यापार अथवा वाणिज्य की सभी सेवाओं का उद्देश्य लाभ कमाना है। यह सारा काम कस्बों और नगरों में होता है, जिन्हें व्यापारिक केंद्र कहा जाता है।

प्रश्न 7.
ग्रामीण विपणन केंद्र क्यों महत्त्वपूर्ण हैं?
उत्तर:
ये अर्ध-नगरीय केंद्र होते हैं जो निकटवर्ती बस्तियों का पोषण करते हैं। यहाँ व्यक्तिगत सेवाएँ और व्यावसायिक सेवाएँ ठीक प्रकार से विकसित नहीं होती, परंतु ये ग्रामीण लोगों की अधिक माँग वाली वस्तुएँ और सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं।

प्रश्न 8.
चिकित्सा पर्यटन क्या है?
उत्तर:
चिकित्सा उपचार को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन से संबद्ध कर दिया जाए तो यह पर्यटन चिकित्सा पर्यटन कहलाता है।

प्रश्न 9.
तृतीयक क्रियाकलाप के कोई चार उदाहरण दें।
उत्तर:

  1. व्यापारी
  2. वकील
  3. डॉक्टर
  4. इंजीनियर।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

प्रश्न 10.
तृतीयक क्रियाकलाप के कौन-कौन से क्षेत्र हैं?
उत्तर:

  1. व्यापार
  2. परिवहन
  3. संचार
  4. सेवाएँ।

प्रश्न 11.
अपतटन (offshoring) क्या है?
उत्तर:
जब बाह्यस्रोतन का कार्य समुद्र-पार के क्षेत्रों से करवाया जाता है तो इसे अपतटन कहा जाता है।

प्रश्न 12.
पर्यटन से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
पर्यटन एक ऐसी यात्रा है जो मनोरंजन या फुरसत के क्षणों का आनंद उठाने के उद्देश्यों से की जाती है। इस यात्रा का उद्देश्य व्यापार करना या पैसा कमाना नहीं होता।

प्रश्न 13.
परिवहन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
परिवहन एक ऐसी सेवा या सुविधा है जिससे व्यक्तियों, विनिर्मित माल और संपति को भौतिक रूप से एक स्थान से दसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। यह हमारी गतिशीलता की मल आवश्यकताओं को परा करने हेत एक संगठित उद्योग है।

प्रश्न 14.
संचार क्या है?
उत्तर:
संचार सेवाओं में शब्दों, संदेशों, तथ्यों और विचारों का प्रेषण सम्मिलित है। एक स्थान से दूसरे स्थान पर सूचना एवं संदेश भेजने या प्राप्त करने की विस्तृत व्यवस्था को संचार कहा जाता है।

प्रश्न 15.
बाह्यस्रोतीकरण कितने प्रकार का होता है?
उत्तर:
बाह्यस्रोतीकरण तीन प्रकार का होता है-

  1. उत्पादन का बाह्यस्रोतीकरण।
  2. सेवाओं का बाह्यस्रोतीकरण।
  3. नवाचार का बाह्यस्रोतीकरण।

प्रश्न 16.
थोक व्यापार सेवाओं की कोई दो विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:

  1. भारी मात्रा में वस्तुओं का व्यापार होना।
  2. फुटकर बिक्री न होना।

प्रश्न 17.
फुटकर व्यापार सेवाओं की कोई दो विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:

  1. ये एक निश्चित स्थान से संबंधित होती हैं। ये एक स्थानीय व्यापारिक सेवाएँ हैं।
  2. ये वे व्यापारिक सेवाएँ हैं जो उपभोक्ताओं को वस्तु के प्रत्यक्ष विक्रय से संबंधित होती हैं।

प्रश्न 18.
सेवा क्षेत्र प्रायः विकसित देशों पर क्यों केन्द्रित होता है?
उत्तर:
विकसित देशों की अर्थव्यवस्था अच्छी होती है। इन देशों में लोगों की आय के बढ़ने से प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है। इससे सेवा क्षेत्र की माँग में वृद्धि हो जाती है। इसलिए सेवा क्षेत्र विकसित देशों पर केन्द्रित होता है।

लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
तृतीयक क्रियाकलाप/ क्रियाएँ किसे कहते हैं?
उत्तर:
तृतीयक व्यवसाय में समुदाय को दी जाने वाली व्यक्तिगत तथा व्यावसायिक सेवाएँ सम्मिलित हैं। यातायात, संचार, व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा प्रशासनिक सेवा तृतीयक व्यवसाय के महत्त्वपूर्ण उदाहरण हैं। इस व्यवसाय में लगे हुए लोग प्रत्यक्ष रूप से किसी वस्तु का उत्पादन नहीं करते, बल्कि अपनी कार्य-कुशलता तथा तकनीकी क्षमता से समाज की सेवा करते हैं। इस व्यवसाय को ‘सेवा श्रेणी’ भी कहा जाता है।

प्रश्न 2.
बाह्यस्रोतन पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर:
बाह्यस्रोतन अथवा ठेका देना दक्षता को सधारने अथवा लागतों को घटाने के लिए किसी बाहरी अभिकरण को काम सौंपना है। जब बाह्यस्रोतन में कार्य समद्र पार के स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाता है तो इसे अपतरण कहा जाता है। यद्यपि दोनों अपतरण और बाह्यस्रोतन का प्रयोग इकट्ठा किया जाता है। जिन व्यापारिक क्रियाकलापों को बाह्यस्रोतन किया जाता है, उनमें सूचना प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन, ग्राहक सहायता तथा काल सेंटर सेवाएँ और कई बार विनिर्माण तथा अभियांत्रिकी भी सम्मिलित की जाती है। बाह्यस्रोतन उन देशों में आ रहा है जहाँ सस्ता और कुशल श्रम उपलब्ध है। बाह्यस्रोतन के द्वारा काम उपलब्ध होने पर इन देशों से प्रवास कम हो जाता है। बाह्यस्रोतन के बने रहने का मुख्य कारक तुलनात्मक लाभ है। चतुर्थक सेवाओं की नवीन प्रवृत्तियों में ज्ञान प्रक्रमण बाह्यस्रोतन (के०पी०ओ०) और होम शोरिंग है, जो बाह्यस्रोतन का विकल्प है।

प्रश्न 3.
सेवाओं के प्रमुख घटक कौन से हैं?
उत्तर:
सेवाओं के प्रमुख घटक निम्नलिखित हैं-

  1. वाणिज्यिक सेवाएँ विज्ञापन, कानूनी सेवाएँ, जनसंपर्क और परामर्श।
  2. परिवहन और संचार-रेल, सड़क, जहाज, वायुयान सेवाएँ तथा डाक तार सेवाएँ।
  3. मनोरंजन दूरदर्शन, रेडियो, फिल्म और साहित्य।
  4. विभिन्न स्तरीय प्रशासन स्थानीय, राज्य एवं राष्ट्रीय प्रशासन, अधिकारी वर्ग पुलिस सेना तथा अन्य जन सेवाएँ।
  5. गैर-सरकारी संगठन-शिशु चिकित्सा, पर्यावरण, ग्रामीण विकास।
  6. वित्त, बीमा, वाणिज्यिक और आवासीय भूमि और भवनों जैसी अचल संपत्ति का क्रय-विक्रय।
  7. उत्पादक और उपभोक्ता को जोड़ने वाले कार्य करने जैसी सेवाएँ।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

प्रश्न 4.
भंडारों के प्रकार कौन-कौन से हैं? वर्णन करें। अथवा विभागीय तथा श्रृंखला भंडारों से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
भंडारों के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं, जो इस प्रकार हैं-
1. विभागीय भंडार वस्तुओं की खरीद और भंडारों के विभिन्न अनुभागों में बिक्री के सर्वेक्षण के लिए विभागीय प्रमुखों को उत्तरदायित्व और प्राधिकार सौंप देते हैं।

2. श्रृंखला भंडार-अत्यधिक मितव्ययता से व्यापारिक माल खरीदे जाते हैं। यहाँ तक कि अपने विनिर्देश पर सीधे वस्तुओं का निर्माण करा लेते हैं। वे अनेक कार्यकारी कार्यों में अत्यधिक कुशल विशेषज्ञ नियुक्त कर लेते हैं। उनके पास एक भंडार के अनुभव के परिणामों को अनेक भंडारों में लागू करने की योग्यता होती है।

प्रश्न 5.
दूरसंचार के कारण कैसे परिवर्तन आए हैं?
उत्तर:
दूरसंचार का प्रयोग विद्युतीय प्रौद्योगिकी के विकास से जुड़ा है। संदेशों के भेजे जाने की गति के कारण इसने संचार में क्रान्ति ला दी है। समय सप्ताहों से मिनटों में घट गया है और मोबाइल दूरभाष जैसी नूतन उन्नति ने किसी भी समय कहीं से भी संचार को प्रत्यक्ष और तत्काल बना दिया है।

प्रश्न 6.
पंचम क्रियाकलाप का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पंचम क्रियाकलाप वे सेवाएँ हैं जो नवीन और वर्तमान विचारों की रचना, उनके पुनर्गठन और व्याख्या, आँकड़ों की व्याख्या और प्रयोग तथा नई प्रौद्योगिकी के मूल्यांकन पर केंद्रित होती हैं। ये व्यवसाय तृतीयक क्षेत्र में स्वर्ण-कॉलर कहे जाने वाले व्यवसायों का एक और उप-विभाग हैं जिसमें अनुसंधान वैज्ञानिक, वित्त एवं विधि परामर्शदाता, सरकारी अधिकारी आदि आते हैं। ये वर्ग उच्च वेतन वाले तथा कुशल होते हैं। उन्नत अर्थव्यवस्थाओं की संरचना में उनका महत्त्व उनकी संख्या से अधिक होता है।

प्रश्न 7.
पंचम क्रियाकलापों की प्रमुख विशेषताएँ लिखें।
उत्तर:
पंचम क्रियाकलापों की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

  1. पंचम गतिविधियाँ सर्वोच्च निर्णय-निर्माता होती हैं।
  2. विशेषज्ञ, निर्णयकर्ता, परामर्शदाता एवं नीति-निर्धारक इन क्रियाओं क्रियाकलापों के अंतर्गत आते हैं।
  3. ये गतिविधियाँ मुख्य रूप से आउटसोर्सिंग से संबंधित होती हैं।
  4. इनमें शोध, विकास, व्यापार अन्वेषण, कानूनी व्यवसाय एवं बैंकिंग आदि क्षेत्र सम्मिलित हैं।

प्रश्न 8.
ग्रामीण विपणन केन्द्र की प्रमुख विशेषताएँ लिखें।
उत्तर:
ग्रामीण विपणन केन्द्र की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

  1. ये अर्ध-नगरीय केन्द्र होते हैं और बहुत ही प्रारम्भिक प्रकार से व्यापारिक केन्द्रों के रूप में कार्य करते हैं।
  2. इन केन्द्रों में व्यावसायिक सेवाएँ सुविकसित नहीं होती।
  3. ये स्थानीय संग्रहण एवं वितरण के केन्द्र होते हैं।
  4. ये ग्रामीण लोगों की अधिक माँग वाली वस्तुओं एवं सेवाओं को उपलब्ध कराने वाले केन्द्र हैं।
  5. अधिकांश केन्द्रों में मण्डियाँ एवं फुटकर व्यापार क्षेत्र (दुकानें) भी होते हैं।

प्रश्न 9.
उन्नत आर्थिक व्यवस्था में विनिर्माण का ह्रास क्यों हुआ?
उत्तर:
उन्नत अर्थव्यवस्था में अधिकतर लोग तृतीयक और चतुर्थक व्यवसायों में आकर्षित होते हैं क्योंकि विनिर्माण के क्षेत्र में रोजगार के अवसर धीरे-धीरे घटने लगते हैं जबकि सूचना और प्रौद्योगिक क्रांति के फलस्वरूप तृतीयक और चतुर्थक व्यवसाय में रोजगार के अवसर बढ़ते जा रहे हैं। इसलिए उन्नत अर्थव्यवस्था वाले देशों में विनिर्माण का ह्रास हो रहा है। इस क्रिया को निरोद्यौगीकरण कहा जाता है।

प्रश्न 10.
तृतीयक क्रियाकलापों में उत्पादन और विनिमय दोनों सम्मिलित होते हैं। व्याख्या करें।
उत्तर:
तृतीयक क्रियाकलापों में उत्पादन और विनिमय दोनों शामिल होते हैं। उत्पादन में उपलब्ध सेवाओं का उपभोग किया जाता है। उत्पादन को अप्रत्यक्ष रूप से मजदूरी और वेतन के रूप में मापा जाता है। विनिमय में व्यापार, संचार और परिवहन की सुविधाएँ शामिल होती हैं, जिनका उपयोग दूरी को कम करने के लिए किया जाता है। इसलिए इन क्रियाकलापों में सेवाओं का व्यावसायिक उत्पादन शामिल होता है। ये भौतिक कच्चे माल के प्रयोग में प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं होतीं। बिजली का मिस्त्री, तकनीशियन, धोबी, नाई, दुकानदार, चालक इत्यादि का काम करना तृतीयक क्रियाकलाप के प्रमुख उदाहरण हैं। तृतीयक क्रियाकलापों की विशेषता यह है कि ये कर्मियों की विशिष्टीकृत कुशलताओं, अनुभव और ज्ञान पर निर्भर करती है।

प्रश्न 11.
पर्यटन के मुख्य आकर्षणों का वर्णन करें।
उत्तर:
पर्यटन के मुख्य आकर्षण निम्नलिखित हैं-

  1. जलवायु-ठंडे प्रदेशों की जलवायु उष्ण क्षेत्रों के लोगों को आकर्षित करती है; जैसे बर्फ से ढके क्षेत्र आदि।
  2. भू-दृश्य कई लोग आकर्षित करने वाले भू-दृश्यों में अवकाश बिताना पसंद करते हैं; जैसे पर्वत, झीलें, समुद्री तट आदि।
  3. इतिहास एवं कला इतिहास और कला का आनंद उठाने के लिए लोग प्राचीन नगरों, किलों, महलों, गिरजाघरों को देखने जाते हैं।
  4. संस्कृति और अर्थव्यवस्था मानव जातीय और स्थानीय रीतियों को पसंद करने वालों को पर्यटन लुभाता है। यदि कोई प्रदेश सस्ते दामों में पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करता है तो वह बहुत लोकप्रिय हो जाता है। घरों में रुकना एक लाभदायक व्यापार बनकर उभरा है; जैसे गोआ के हैरीटेज़ होम्स आदि।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

प्रश्न 12.
चतुर्थक क्रियाकलापों के महत्त्व का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
चतुर्थक क्रियाकलाप अनुसंधान और विकास पर केन्द्रित होते हैं। इन्हें ऐसी उन्नत सेवाओं के रूप में देखा जा सकता है जो विशिष्टीकृत ज्ञान, प्रौद्योगिक कुशलता और प्रशासकीय सामर्थ्य से जुड़ी हुई हैं। बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, चिकित्सकीय प्रतिलेखक (Medical Transciptionist), म्यूचुअल फण्ड के प्रबन्धक, परामर्शदाता, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, प्रारंभिक विद्यालयों, विश्वविद्यालयी कक्षाओं, रंगमंचों, लेखाकार्य, अस्पतालों व कार्यालय भवनों में काम करने वाले लोग इस वर्ग की सेवाओं से जुड़े हुए हैं। अतः चतुर्थक क्रियाकलापों का अर्थ मूलभूत रूप से बौद्धिक व्यवसाय है जिसका मुख्य कार्य सोचना, चिन्तन करना, अन्वेषण करना आदि है। इस वर्ग के लोग आर्थिक विकास में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देते हैं। इसकी महत्ता को देखते हुए आज विकसित व विकासशील राष्ट्रों में इस क्रियाकलाप का अनुपात बढ़ रहा है।

प्रश्न 13.
चतुर्थक क्रियाएँ अन्य आर्थिक क्रियाओं को प्रतिस्थापित कर रही हैं। वर्णन कीजिए।
अथवा
चतुर्थक क्रियाएँ तृतीयक क्रियाओं का स्थान लेती जा रही हैं। वर्णन करें।
उत्तर:
तृतीयक क्रियाकलाप बुद्धि तथा कुशलता से जुड़ी सेवाएँ है जिसका उत्पादन अमूर्त होता है। चतुर्थक क्रियाकलाप भी उच्च बौद्धिक व्यवसाय जो चिंतन तथा शोध के लिए विचार देते हैं। इनका उत्पादन भी अमूर्त होता है। आर्थिक वृद्धि के आधार पर तृतीयक क्षेत्र के सभी रोजगारों को चतुर्थ क्षेत्र ने प्रतिस्थापित कर दिया है। विकसित अर्थव्यवस्था के आधे से अधिक कर्मी ज्ञान के इस क्षेत्र में कार्यरत हैं तथा पारस्परिक कोष प्रबन्धकों से लेकर परामर्शदाताओं, सॉफ्टवेयर सेवाओं की माँग में उच्च वृद्धि हुई है।

दीर्घ-उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
विकासशील देशों में सेवा क्षेत्र विकसित देशों से किस प्रकार भिन्न है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
विकासशील तथा विकसित देशों की अर्थव्यवस्था के विकास में सेवा क्षेत्रों का महत्त्व बढ़ता जा रहा है। दोनों प्रकार के देशों के सेवा क्षेत्रों में मूलभूत अंतर पाया जाता है जो निम्नलिखित प्रकार से है विकासशील देशों का सेवा क्षेत्र-विकासशील देशों का सेवा क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है। राष्ट्रीय संपदा में भी इनके योगदान में वृद्धि हो रही है। परंतु इन सेवाओं का आकलन या लेखा-जोखा अच्छी तरह नहीं रखा जा सकता क्योंकि इन देशों के असंख्य लोग अब भी असंगठित सेवाओं में लगे हैं। इनके अंतर्गत गृहणियाँ, बाल मजदूर, रिक्शाचालक, मिस्त्री तथा अकुशल श्रमिक आते हैं। इनकी मजदूरी घटती-बढ़ती रहती है। इसलिए इन लोगों की सेवाओं का कोई लेखा-जोखा नहीं रखा जा सकता।

विकसित देशों का सेवा क्षेत्र विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों में सेवाओं पर आधारित विकास में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। इन देशों में रोजगार के अवसर निरंतर बढ़ रहे हैं। इन देशों के लोग संगठित सेवा क्षेत्रों में लगे हुए हैं जिनका आसानी से लेखा-जोखा रखा जा सकता है।

प्रश्न 2.
संसार में चतुर्थक सेवाओं की प्रकृति तथा वृद्धि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विगत कुछ वर्षों से आर्थिक क्रियाकलापों में अति विशिष्टता और जटिलता का समावेश होता जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप सेवाओं का एक नया वर्ग बन गया है जिन्हें चतुर्थक क्रियाकलाप कहा जाता है। इस वर्ग में शिक्षा, सूचना, शोध और विकास जैसे क्रियाकलापों को रखा गया है। अतः चतुर्थक क्रियाकलाप उन उच्च कोटि के बौद्धिक व्यवसायों को कहते हैं जिनका दायित्व चिंतन, बोध और विकास के लिए नए विचार देना है। आर्थिक दृष्टि से अत्यधिक विकसित देशों में चतुर्थक क्रियाकलाप में लगे लोगों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। इस वर्ग में कार्यरत लोगों के उच्च वेतनमान तथा पदोन्नति के पर्याप्त अवसर उपलब्ध होते हैं। इसलिए इन लोगों में गतिशीलता पाई जाती है। सूचना प्रौद्योगिकी में आई क्रांति के फलस्वरूप ज्ञान पर आधारित उद्योगों में वृद्धि हो रही है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर आधारित औद्योगिक संकुल स्थापित होते जा रहे हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका में ऐसे अनेक औद्योगिक संकुलों का विकास हुआ है जिन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी पार्क कहा जाता है। सॉफ्टवेयर पर आधारित उद्योग इसका प्रमुख उदाहरण है। सूचना प्रौद्योगिकी में सूक्ष्म इलैक्ट्रॉनिकी, कंप्यूटर, दूरसंचार, प्रसारण तथा ऑटो इलैक्ट्रॉनिक्स संयुक्त रूप से सम्मिलित हैं। प्रौद्योगिकी में नए-नए आविष्कार होते जा रहे हैं। आनुवंशिक इंजीनियरिंग ऐसा ही एक नया क्षेत्र है जिसका अनुप्रयोग विविध क्षेत्रों; जैसे चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवहन आदि में किया जा रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी को परिवर्तन का केंद्र बिंदु कहा जाता है। तेजी से होने वाले प्रौद्योगिक परिवर्तनों के कारण उत्पादन में लगने वाला समय घट रहा है। वैश्वीकरण और उदारीकरण के कारण वस्तुओं के उत्पादन और विपणन को अधिक सूचना प्रधान बना दिया गया है।

प्रश्न 3.
सूचना प्रौद्योगिकी का अर्थ बताते हुए भूमंडलीय अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सूचना प्रौद्योगिकी-सूचना प्रौद्योगिकी अनेक प्रकार की प्रौद्योगिकी का संयुक्त रूप है। इसमें कंप्यूटर, सूक्ष्म इलैक्ट्रॉनिकी, दूरसंचार, प्रसारण और ऑटो-इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल है। सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से प्रौद्योगिकी में अनेक नए आविष्कार हुए हैं। सूचना प्रौद्योगिकी परिवर्तन का केंद्र-बिंदु है। कृषि क्रांति और औद्योगिक क्रांति के बाद सूचना प्रौद्योगिकी तीसरी महत्त्वपूर्ण क्रांति है। इसकी प्रमुख विशेषता “ज्ञान का उत्पादन तथा सूचना प्रसंस्करण की युक्तियों में ज्ञान व सूचना का अनुप्रयोग है।”

सूचना प्रौद्योगिकी का भूमंडलीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव-सूचना प्रौद्योगिकी का अर्थ बताते हुए भूमंडलीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव निम्नलिखित हैं

  1. औद्योगिक देशों में उच्च वेतन वाली नौकरियाँ, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्ध हैं।
  2. सूचना के प्रवाह से प्रौद्योगिक परिवर्तन तेजी से हो रहे हैं। उत्पादन में लगने वाला समय घट रहा हैं।
  3. दूरसंचार के विकसित तंत्र के कारण आज आर्थिक क्रियाकलाप पृथ्वी पर दूर-दूर तक फैल गए हैं।
  4. कंप्यूटर और दूरसंचार के मिल जाने से संचार का एक समन्वित नेटवर्क विकसित हुआ है जिससे दूर बैठे लोगों से प्रत्यक्ष संपर्क करके बेहतर परिणाम लिया जा सकता है।
  5. इलैक्ट्रॉनिक माध्यम से लेन-देन अब अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था का केंद्र-बिंदु बन गया है। इस व्यवस्था के द्वारा बैंक क्षण भर में पूँजी को विश्व के किसी भी कोने में भेजा जा सकता है।
  6. सूचना प्रौद्योगिकी के द्वारा घर बैठे वस्तुएँ खरीदी जा सकती हैं।
  7. विश्व में स्टॉक एक्सचेंज व मुद्रा बाजार का सारा काम सूचना प्रौद्योगिकी पर निर्भर है।

प्रश्न 4.
चतुर्थ क्रियाकलाप की संकल्पना का वर्णन कीजिए।
अथवा
चतुर्थ सेवाओं की नवीन प्रवृत्तियों का वर्णन कीजिए। अथवा चतुर्थ सेवाओं से आपका क्या अभिप्राय है? विभिन्न प्रकार की चतुर्थ क्रियाओं का वर्णन करें।
उत्तर:
चतुर्थ सेवा या क्रियाकलाप का अर्थ यह क्रियाएँ आर्थिक स्थिति को ओर मजबूत बनाने वाली क्रियाएँ होती हैं। इस प्रकार की क्रियाओं में तकनीकी प्रयोग का सबसे अधिक महत्त्व है। यह प्रक्रियाएँ सभी प्रकार की श्रेणी क्रियाओं में मशीनी प्रयोग पर प्रबल बल देती हैं। इस प्रकार की क्रियाओं में मस्तिष्क, बुद्धि, ज्ञान और कौशल मुख्य हिस्सा हैं।

चतुर्थ सेवाओं की नवीन प्रवृत्तियाँ या क्रियाएँ चतुर्थ सेवाओं की नवीन प्रवृत्तियाँ या क्रियाएँ निम्नलिखित हैं-
1. बाह्यस्रोतन व अपतटन-बाह्यस्रोतन का अर्थ है-किसी बाहरी अभिकरण को कार्य सौंपना अथवा ठेके पर काम देना। इसका उद्देश्य दक्षता में सुधार करना और लागतों में कमी करना है। जब बाह्यस्रोतन का कार्य समुद्र-पार के स्थानों से करवाया जाता है तो उसे अपतटन कहा जाता है। इनके अंतर्गत प्रमुख क्षेत्र हैं-सूचना प्रौद्योगिकी, मानक संसाधन, कॉल सेंटर, विनिर्माण एवं अभियांत्रिकी आदि।

2. ज्ञान प्रकमण बाह्यस्रोतन-यह सूचना प्रेरित ज्ञान पर आधारित सेवा है जोकि चतुर्थ सेवाओं की नवीन प्रवृत्ति है। इसके अंतर्गत अनुसंधान, विकास कार्य, व्यवसाय अनुसंधान, बौद्धिक सम्पदा आदि क्षेत्र आते हैं। अतः यह एक नई प्रणाली है जो ज्ञान से संबंधित है। इसमें ज्ञान देने और लेने की नई प्रणालियों का उद्गम हुआ है।

3. मेडिकल टूरिज्म वर्तमान में भारत ने चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत उपलब्धि हासिल कर ली है। बाहरी देशों से लोग भारत में सस्ते एवं आरामदायक मेडिकल सुविधाओं के लिए आते हैं।

4. सूचना प्रौद्योगिकी-इसमें कंप्यूटर, दूरसंचार, प्रसारण आदि शामिल हैं। अनेक प्रकार के नए आविष्कारों को प्रयोग में लाना सूचना प्रौद्योगिकी परिवर्तन का केंद्र-बिंदु है।।

निष्कर्ष – तेजी से उभरता चतुर्थ क्रियाओं का वृत्त उद्योगों में क्रान्ति का कार्य करेगा। ज्यादातर चतुर्थ क्रियाएँ विकसित देशों में अधिक होती हैं तथा विकासशील और अल्प विकसित देशों में चतुर्थ क्रियाओं को शामिल करने से उनकी आर्थिक व्यवस्था का सुधारा जा सकता है।

प्रश्न 5.
तृतीयक क्रियाकलापों के वर्गीकरण का वर्णन करें।
उत्तर:
तृतीयक क्रियाकलाप बुद्धि और कुशलता से जुड़ी सेवाएँ हैं; जैसे मिस्त्री से हम अपनी बाइक या स्कूटी ठीक कराते हैं। बीमार होने पर डॉक्टर से इलाज कराते हैं। इन सभी प्रकार की सेवाओं को कुशलता, अन्य सैद्धान्तिक ज्ञान एवं क्रियात्मक प्रशिक्षण की जरूरत होती है। तृतीयक क्रियाकलापों में उत्पादन और विनिमय दोनों शामिल होते हैं। इसमें वस्तुओं का उत्पादन नहीं, बल्कि सेवाओं का व्यावसायिक उत्पादन होता है जिनका उपभोग किया जाता है। इसको परोक्ष रूप से वेतन और पारिश्रमिक के रूप में मापा जाता है। इन सेवाओं के बिना विनिर्माण नहीं हो सकता। विनिमय के अन्तर्गत व्यापार, परिवहन और संचार सुविधाएँ शामिल होती हैं।
HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप 1
तृतीयक क्रियाकलापों के प्रकार-तृतीयक क्रियाकलाप निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-
1. व्यापार एवं वाणिज्य उत्पादित वस्तओं के खरीदने और बेचने को व्यापार कहते हैं। व्यापार फटकर और थोक दो प्रकार का होता है। थोक व्यापार से जुड़े वित्तीय लेन-देन को वाणिज्य कहा जाता है। व्यापार से जुड़ी सभी प्रकार की सेवाओं का एक ही उद्देश्य होता है लाभ कमाना।

फुटकर व्यापार सेवाएँ-फुटकर व्यापार उसे कहते हैं जिसमें वस्तुएँ सीधे उपभोक्ता को बेची जाती हैं।
थोक व्यापार सेवाएँ थोक व्यापार फुटकर भंडारों द्वारा न होकर सौदागरों, बड़े व्यापारिक घरानों आदि द्वारा होता है।

2. परिवहन सेवाएँ परिवहन एक सेवा है जिसमें व्यक्तियों, कच्चे पदार्थों और विनिर्मित माल को एक-स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है।

3. संचार सेवाएँ-संचार सेवाओं में शब्दों और संदेशों, तथ्यों और विचारों तथा संगीत का प्रेषण शामिल किया जाता है।

4. सेवाएँ-वित्त, बीमा व बैंकिंग आदि सेवाएँ मौद्रिक सेवाओं में आती हैं। दूरदर्शन, फिल्म, रेडियो, साहित्य जैसी मनोरंजनात्मक और प्रमोद सेवाओं में शामिल हैं। पुलिस, सेना आदि प्रशासिनक सेवाओं में आते हैं।

निष्कर्ष – वर्तमान में अनेक सेवाएँ नियमित और व्यवस्थित हो गई हैं जिनका पर्यवेक्षण और निष्पादन सरकारें, निगम एवं कम्पनियाँ करती हैं। केन्द्र तथा राज्य सरकारों ने परिवहन, दूर-संचार, बिजली तथा जलापूर्ति जैसी सेवाओं के लिए निगमों का गठन किया हुआ है।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

प्रश्न 6.
पर्यटन का क्या अभिप्राय है? पर्यटन को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन करें।
उत्तर:
पर्यटन का अर्थ-पर्यटन एक ऐसी यात्रा है जो मनोरंजन या फुरसत के क्षणों का आनंद उठाने के उद्देश्यों से की जाती है। इस यात्रा का उद्देश्य व्यापार करना या पैसा कमाना नहीं होता। विश्व पर्यटन संगठन (World Tourism Organisation) के अनुसार पर्यटक वे लोग हैं जो यात्रा करके अपने सामान्य वातावरण से बाहर के स्थानों में कुछ दिनों के लिए रहने जाते हैं। वर्तमान में पर्यटन दुनिया भर में एक आरामपूर्ण गतिविधि के रूप में लोकप्रिय हो गया है।
पर्यटन को प्रभावित करने वाले कारक-पर्यटन को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं-
1. माँग-पिछली एक शताब्दी से जीवन में बड़ी व्यस्तता और जीवन-स्तर में हुए सुधार के कारण लोगों में छुट्टियों की माँग तेजी से बड़ी है। विकसित देशों के साथ-साथ आज भारत जैसे विकासशील देशों में भी सप्ताहांत अथवा छुट्टी के दिन ज्यादा मौज-मस्ती व घूमने-फिरने वालों की संख्या बढ़ रही है।

2. विकसित परिवहन-पर्यटन का आरम्भ और अन्त दोनों विकसित परिवहन सुविधाओं पर निर्भर करते हैं। आवागमन की दिक्कतें व परिवहन बाधाएँ पर्यटन को हतोत्साहित करती हैं। बेहतर सड़क व्यवस्था अथवा महामार्गों से जुड़े पर्यटक स्थलों पर लोग अपनी गाड़ियों से जाना पसन्द करते हैं।

3. पैकेज व प्रबन्धन-आज विश्व में ऐसी अनेक टूर एवं ट्रेवल कम्पनियाँ विकसित हो गई हैं जो घर से वापिस तक की यात्रा का सम्पूर्ण प्रबन्ध करती हैं।

4. वातावरण एवं जलवायु-वातावरण एवं जलवायु भी पर्यटन को सबसे अधिक प्रभावित करते हैं। उदाहरणतः ठण्डे प्रदेशों के अधिकांश लोग खिली धूप का आनन्द लेने हेतु गर्म प्रदेशों की ओर आगमन करते हैं। इसी प्रकार गर्म प्रदेशों के लोग ठण्डे प्रदेशों की ओर आगमन करते हैं।

5. भू-दृश्य-मनमोहक दृश्यों वाले स्थानों पर अवकाश बिताना सभी को अच्छा लगता है। सुन्दर भू-दृश्य का तात्पर्य होता है झीलें, पर्वत, प्रपात, दर्शनीय समुद्री तट इत्यादि।

6. इतिहास एवं स्थापत्य कला-बहुत-से पर्यटक जिन्हें इतिहास एवं प्राचीन कलाओं का बोध होता है वे प्राचीन नगरों, किलों, स्मारकों, मीनारों व परातत्व के स्थानों पर जाकर अतीत को अनुभव करते हैं।
निष्कर्ष-वर्तमान में पर्यटन में एक नई प्रवृत्ति उभरकर सामने आई है। ऐसी सुविधा गोवा में हेरीटेज़ होम्स व कर्नाटक में कूर्ग और मैडीकेरे के नाम से उपलब्ध है।

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HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1

Haryana State Board HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1

प्रश्न 1.
निम्नलिखित परिमेय संख्याओं के बीच में पाँच परिमेय संख्याएँ लिखिए :
(i) – 1 और 0
(ii) – 2 और -1
(iii) \(\frac{-4}{5}\) और \(\frac{-2}{3}\)
(iv) –\(\frac{1}{2}\) और \(\frac{2}{3}\)
हल :
(i) हम जानते हैं कि
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 1

(ii) हम जानते हैं कि
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 2
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 3

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1

प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रतिरूपों में से प्रत्येक में चार और परिमेय संख्याएँ लिखिए :
(i) \(\frac{-3}{5}, \frac{-6}{10}, \frac{-9}{15}, \frac{-12}{20}, \ldots \ldots\)
(ii) \(\frac{-1}{4}, \frac{-2}{8}, \frac{-3}{12}, \ldots .\)
(iii) \(\frac{-1}{6}, \frac{2}{-12}, \frac{3}{-18}, \frac{4}{-24}, \ldots . .\)
(iv) \(\frac{-2}{3}, \frac{2}{-3}, \frac{4}{-6}, \frac{6}{-9}, \ldots \ldots\)
हल :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 4
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 5

प्रश्न 3.
निम्नलिखित के समतुल्य चार परिमेय संख्याएँ लिखिए :
(i) \(\frac{-2}{7}\)
(ii) \(\frac{5}{-3}\)
(iii) \(\frac{4}{9}\)
हल :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 6

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1

प्रश्न 4.
एक संख्या रेखा खींचिए और उस पर निम्नलिखित परिमेय संख्याओं को निरूपित कीजिए :
(i) \(\frac{3}{4}\)
(ii) \(\frac{-5}{8}\)
(iii) \(\frac{-7}{4}\)
(iv) \(\frac{7}{8}\)
हल :
(i) \(\frac{3}{4}\) को संख्या रेखा पर व्यक्त करने के लिए हम एक संख्या रेखा खींचते है। रेखा पर एक बिन्दु O लेते हैं जो शून्य को व्यक्त करता है। अब संख्या 3 को व्यक्त करने के लिए बिन्दु P अंकित करते हैं।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 7
रेखाखण्ड OP को 4 समान भागों (OA = AB = BC = CP) में विभाजित करते हैं। बिन्दु A, \(\frac{3}{4}\) भाग को निरूपित करता है।

(ii) \(\frac{-5}{8}\) को संख्या रेखा पर व्यक्त करने के लिए हम संख्या रेखा खींचते हैं जिस पर एक बिन्दु O लेते हैं जो शून्य को प्रदर्शित करता है। अब बिन्दु P लेंगे जो -5 को प्रदर्शित करता है, अब रेखाखण्ड OP को 8 भागों में बाँटते हैं, माना OA = AB = BC = CD = DE = EF = FG = GP । रचना से OA = \(\frac{1}{8}\) भाग है। इसलिए A, OP के \(\frac{-5}{8}\) भाग को प्रदर्शित करता है।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 8

(iii) \(\frac{-7}{4}\) को संख्या रेखा पर व्यक्त करने के लिए हम एक संख्या रेखा खींचते हैं जिस पर एक बिन्दु O लेते हैं जो शून्य को प्रदर्शित करता है। अब संख्या -7 को व्यक्त करने के लिए शून्य के बाईं ओर बिन्दु P अंकित करते हैं।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 9
अब रेखाखण्ड OP को चार बराबर भागों (OA = AB = BC = CP) में विभाजित करते हैं।
रचना से OA, OP का \(\frac{1}{4}\) भाग है।
∴ बिन्दु A परिमेय संख्या \(\frac{-7}{4}\) को व्यक्त करता है।

(iv) \(\frac{7}{8}\) को संख्या रेखा पर व्यक्त करने के लिए हम एक संख्या रेखा खींचते हैं जिस पर एक बिन्दु O लेते हैं जो शून्य को व्यक्त करता है। अब संख्या 7 को व्यक्त करने के लिए O के दाईं ओर बिन्दु P अंकित करते हैं।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 10
अब OP रेखाखण्ड को 8 समान भागों (OA = AB = BC = CD = DE = EF = FG = GP) में विभाजित करते हैं। रचना से OA, OP का \(\frac{1}{8}\) भाग है।
∴ बिन्दु A, OP के \(\frac{7}{8}\) भाग को व्यक्त करता है।

प्रश्न 5.
एक संख्या रेखा पर बिन्दु P, Q, R, S, T, U, A और B इस प्रकार हैं कि TR = RS = SU तथा AP = PQ = OB है। P, Q, R और S से निरूपित परिमेय संख्याओं को लिखिए।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 11
हल :
संख्या रेखा से स्पष्ट है
बिन्दु P, 2\(\frac{1}{3}\) को प्रदर्शित करता है = \(\frac{2 \times 3+1}{3}\)
= \(\frac{6+1}{3}=\frac{7}{3}\)

बिन्दु Q, 2\(\frac{2}{3}\) को व्यक्त करता है = \(\frac{2 \times 3+2}{3}\)
= \(=\frac{6+2}{3}=\frac{8}{3}\)

बिन्दु R, -1\(\frac{1}{3}\) को व्यक्त करता है = \(-\frac{1 \times 3+1}{3}\)
= \(-\frac{3+1}{3}=\frac{-4}{3}\)
और बिन्दु S, -1\(\frac{2}{3}\) को व्यक्त करता है।
\(-\frac{1 \times 3+2}{3}\)
= \(-\frac{3+2}{3}=\frac{-5}{3}\)

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1

प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से कौन-से युग्म एक ही परिमेय संख्या को निरूपित करते हैं ?
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 12
हल :
(i) दी गई परिमेय संख्याओं को मानक रूप में व्यक्त करने पर,
\(\frac{-7}{21}=\frac{-7 \div 7}{21 \div 7}=\frac{-1}{3}\)
और \(\frac{3}{9}=\frac{3 \div 3}{9 \div 3}=\frac{1}{3}\)
दी गई परिमेय संख्याओं का मानक रूप समान नहीं है।
∴ \(\frac{-7}{21} \neq \frac{3}{9}\)

(ii) दी गई परिमेय संख्या को मानक रूप में व्यक्त करने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 29

(iii) दी गई परिमेय संख्या को मानक रूप में व्यक्त करने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 13

(v) दी गई परिमेय संख्याओं को मानक रूप में व्यक्त करने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 14

(vi) दी गई परिमेय संख्याओं को मानक रूप में व्यक्त करने पर,
\(\frac{1}{3}\) = \(\frac{1}{3}\)
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 15

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1

प्रश्न 7.
निम्नलिखित परिमेय संख्याओं को उनके सरलतम रूप में लिखिए :
(i) \(\frac{-8}{6}\)
(ii) \(\frac{25}{45}\)
(iii) \(\frac{-44}{72}\)
(iv) \(\frac{-8}{10}\)
हल :
(i) 8 और 6 का म. स. = 2
∴ \(\frac{-8}{6}\) के अंश व हर को 2 से भाग देने पर,
\(\frac{-8}{6}=\frac{(-8) \div 2}{6 \div 2}=\frac{-4}{3}\)
इसलिए \(\frac{-8}{6}\) का सरलतम रूप में है।

(ii) 25 और 45 का म. स. = 5
\(\frac{25}{45}\) के अंश व हर को 5 से भाग देने पर,
\(\frac{25}{45}=\frac{25 \div 5}{45 \div 5}=\frac{5}{9}\)
\(\frac{25}{45}\) का सरलतम रूप \(\frac{5}{9}\) है।

(iii) 44 और 72 का म.स. = 4
\(\frac{-44}{72}\) के अंश व हर को 4 से भाग देने पर,
\(\frac{-44}{72}=\frac{(-44) \div 4}{72 \div 4}=\frac{-11}{18}\)
\(\frac{-44}{72}\) का सरलतम रूप \(\frac{-11}{18}\) है।

(iv) 8 और 10 का म.स. = 2
\(\frac{-8}{10}\) को 2 से भाग देने पर
\(\frac{-8}{10}=\frac{(-8) \div 2}{10 \div 2}=\frac{-4}{5}\)
\(\frac{-8}{10}\) का सरलतम रूप \(\frac{-4}{5}\) है।

प्रश्न 8.
संकेतों >, < और = में से सही संकेत चुन कर रिक्त स्थानों को भरिए :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 16
हल :
(i) हम जानते हैं कि ऋणात्मक परिमेय संख्या, धनात्मक परिमेय संख्या से छोटी होती है।
∴ \(\frac{-5}{7}\) < \(\frac{2}{3}\)

(ii) दी गई परिमेय संख्याओं का हर 5 व 7 है और उनका म.स. 35 है।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 17

(iii) प्रत्येक परिमेय संख्याओं को धनात्मक हर के रूप में लिखने पर स्पष्ट है \(\frac{-7}{8}\) हर का धनात्मक, \(\frac{14}{-16}\) का हर ऋणात्मक है। इसको भी धनात्मक रूप में व्यक्त करने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 18

(iv) परिमेय संख्याओं का धनात्मक हर 5 व 4 है।
उनका ल.स. = 20 होगा। प्रत्येक परिमेय को सर्वनिष्ठ 20 के हर में व्यक्त करने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 19
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 20

(v) प्रत्येक परिमेय संख्या के हर को धनात्मक रूप में व्यक्त करने पर,
\(\frac{1}{-3}=\frac{1 \times(-1)}{(-3) \times(-1)}=\frac{-1}{3}\)
और \(\frac{-1}{4}\) का हर धनात्मक है।
अब 3 व 4 का ल.स. 12 है।
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 21

(vi) दी गई ऋणात्मक परिमेय संख्या के हर को धनात्मक हर में व्यक्त करने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 22

(vii) हम जानते हैं कि प्रत्येक परिमेय संख्या शून्य से छोटी होती है।
0 > \(\frac{-7}{6}\)

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1

प्रश्न 9.
निम्नलिखित में प्रत्येक में से कौन-सी संख्या बड़ी है ?
(i) \(\frac{2}{3}\), \(\frac{5}{2}\)
(ii) \(\frac{-5}{6}\), \(\frac{-4}{3}\)
(iii) \(\frac{-3}{4}\), \(\frac{2}{-3}\)
(iv) \(\frac{-1}{4}\), \(\frac{1}{4}\)
(v) -3\(\frac{2}{7}\), -3\(\frac{4}{5}\)
हल :
(i) 3 और 2 का ल.स. = 6
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 23

(iii) पहले परिमेय संख्याओं को धनात्मक हर में बदलने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 24

(iv) प्रत्येक ऋणात्मक परिमेय संख्या, प्रत्येक धनात्मक परिमेय संख्या से छोटी होती है।
∴ \(\frac{-1}{4}\) < \(\frac{1}{4}\)

(v) 7 और 5 का ल.स. = 35
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 25

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1

प्रश्न 10.
निम्नलिखित परिमेय संख्याओं को आरोही क्रम में लिखिए :
(i) \(\frac{-3}{5}, \frac{-2}{5}, \frac{-1}{5}\)
(ii) \(\frac{1}{3}, \frac{-2}{9}, \frac{-4}{3}\)
(iii) \(\frac{-3}{7}, \frac{-3}{2}, \frac{-3}{4}\)
हल :
(i) दी गई परिमेय संख्याओं का प्रत्येक हर धनात्मक और सर्वनिष्ठ है।
आरोही क्रम में व्यवस्थित करने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 26

(ii) दी गई परिमेय संख्याओं के हर धनात्मक हैं।
3, 9 और 3 का ल.स. = 9
दी गई परिमेय संख्याओं के हर को 9 लिखने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 27

(iii) दी गई परिमेय संख्याओं के अंश धनात्मक हैं। हर 7, 2,4 हैं। उनका ल.स. = 28 है।
संख्याओं को सर्वनिष्ठ हर 28 के साथ लिखने पर,
\(\frac{-3}{7}=\frac{-3 \times 4}{7 \times 4}=\frac{-12}{28}\)
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ Ex 9.1 28

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HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Geography Solutions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

अभ्यास केन प्रश्न

नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए

1. निम्नलिखित में से कौन-सा एक तृतीयक क्रियाकलाप है?
(A) खेती
(B) बुनाई
(C) व्यापार
(D) आखेट
उत्तर:
(C) व्यापार

2. निम्नलिखित क्रियाकलापों में से कौन-सा एक द्वितीयक सेक्टर का क्रियाकलाप नहीं है?
(A) इस्पात प्रगलन
(B) वस्त्र निर्माण
(C) मछली पकड़ना
(D) टोकरी बुनना
उत्तर:
(C) मछली पकड़ना

HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

3. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सेक्टर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में सर्वाधिक रोज़गार प्रदान करता है?
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) पर्यटन
(D) सेवा
उत्तर:
(D) सेवा

4. वे काम जिनमें उच्च परिमाण और स्तर वाले अन्वेषण सम्मिलित होते हैं, कहलाते हैं-
(A) द्वितीयक क्रियाकलाप
(B) पंचम क्रियाकलाप
(C) चतुर्थक क्रियाकलाप
(D) प्राथमिक क्रियाकलाप
उत्तर:
(B) पंचम क्रियाकलाप

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5. निम्नलिखित में से कौन-सा क्रियाकलाप चतुर्थक सेक्टर से संबंधित है?
(A) संगणक विनिर्माण
(B) विश्वविद्यालयी अध्यापन
(C) कागज़ और कच्ची लुगदी निर्माण
(D) पुस्तकों का मुद्रण
उत्तर:
(B) विश्वविद्यालयी अध्यापन

6. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सत्य नहीं है?
(A) बाह्यस्रोतन दक्षता को बढ़ाता है और लागतों को घटाता है।
(B) कभी-कभार अभियांत्रिकी और विनिर्माण कार्यों की भी बाह्यस्रोतन की जा सकती है।
(C) बी०पी०ओज़ के पास के०पी०ओज़ की तुलना में बेहतर व्यावसायिक अवसर होते हैं।
(D) कामों के बाह्यस्रोतन करने वाले देशों में काम की तलाश करने वालों में असंतोष पाया जाता है।
उत्तर:
(D) कामों के बाह्यस्रोतन करने वाले देशों में काम की तलाश करने वालों में असंतोष पाया जाता है।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए

प्रश्न 1.
फुटकर व्यापार सेवा को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
ये वे व्यापारिक क्रियाकलाप हैं जो उपभोक्ताओं की वस्तुओं के प्रत्यक्ष विक्रय से संबंधित हैं। अधिकांश फुटकर व्यापार केवल विक्रय के लिए तय दुकानों और भंडारों में संपन्न होते हैं। उदाहरणतया फेरी, रेहड़ी, ट्रक, द्वार से द्वार डाक आदेश, दूरभाष, इंटरनेट, फुटकर बिक्री आदि।

प्रश्न 2.
चतुर्थ सेवाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
चतुर्थ सेवाएँ अनुसंधान एवं विकास पर केंद्रित होती हैं और विशिष्टीकृत ज्ञान प्रौद्योगिक कुशलता और प्रशासकीय सामर्थ्य से संबद्ध सेवाओं के उन्नत नमूने के रूप में देखी जाती हैं। उच्च कोटि के बौद्धिक व्यवसायों को चतुर्थ सेवाओं के अंतर्गत रखा जाता है। अध्यापन, चिकित्सा, वकालत, अनुसंधान, सूचना आधारित ज्ञान आदि चतुर्थ सेवाओं के उदाहरण हैं।

प्रश्न 3.
विश्व में चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्रों में तेजी से उभरते हुए देशों के नाम लिखिए।
उत्तर:
विश्व में चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्रों में तेजी से उभरते हुए देशों में भारत तेजी से उभर रहा है। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र में उभरते हुए देश हैं थाइलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, स्विट्ज़रलैंड, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस आदि।

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प्रश्न 4.
अंकीय विभाजन क्या है?
उत्तर:
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी पर आधारित विकास से मिलने वाले अवसरों का वितरण पूरे ग्लोब पर असमान रूप से वितरित है। देशों में विस्तृत आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक भिन्नताएँ पाई जाती हैं। विकसित देश, सामान्य रूप से इस दिशा में आगे बढ़ गए हैं जबकि विकासशील देश पिछड़ गए हैं। यही अंकीय विभाजन कहलाता है।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए

प्रश्न 1.
आधुनिक आर्थिक विकास में सेवा सेक्टर की सार्थकता और वृद्धि की चर्चा कीजिए।
उत्तर:
आधुनिक युग में आर्थिक विकास के लिए सेवाओं का महत्त्व बढ़ता जा रहा है। कुछ वर्ष पूर्व सेवाओं की अपेक्षा वस्तुओं के उत्पादन पर अधिक बल दिया जाता था लेकिन विकसित अर्थव्यवस्था में सेवाओं पर आधारित विकास में तेजी आई है। आधुनिक आर्थिक विकास में सेवा सेक्टर की सार्थकता के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं

  • सेवा सेक्टर में फुटकर बिक्री और परिवहन के साधन सम्मिलित हैं जो विक्रेताओं एवं उपभोक्ताओं को जोड़ते हैं।
  • सेवा सेक्टर कच्चे माल को कारखाने तक और निर्मित माल को कारखाने से बाजार तक ले जाने में सहायता करते हैं।
  • सेवा सेक्टर वाणिज्यिक सेवा कम्पनियों की उत्पादकता एवं क्षमता में वृद्धि लाते हैं।

आधुनिक आर्थिक विकास में सेवा सेक्टर की वृद्धि – विकसित देशों के सेवा क्षेत्र में रोज़गार के अवसरों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। विकासशील देशों में भी विनिर्माण क्षेत्र की तुलना में सेवा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है लेकिन इन देशों में बहुत-से लोग असंगठित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जिनका लेखा-जोखा अच्छी तरह से नहीं रखा जाता।

अधिकतर देशों में विकास की प्रक्रिया का एक निश्चित क्रम होता है। पहले प्राथमिक क्षेत्र का वर्चस्व होता है, उसके बाद द्वितीयक क्षेत्र का महत्त्व बढ़ने लगता है। अंतिम अवस्थाओं में तृतीयक और चतुर्थक क्रियाकलाप महत्त्वपूर्ण बन जाते हैं। बहुत-से देशों में विनिर्माण उद्योगों में रोज़गार के अवसर घटते जा रहे हैं तथा सकल घरेलू उत्पाद में उनका अनुपात कम होता जा रहा है। आधुनिक आर्थिक विकास में सेवाओं का महत्त्व इतना बढ़ गया है कि उन्हें उत्पादक कार्यों की श्रेणी में रखा जाने लगा है। सेवाएँ अब निर्यातक बन गई हैं। कुछ देश; जैसे स्विट्ज़रलैंड तथा यूनाइटिड किंगडम सेवा क्षेत्र में उद्योगों से आगे निकल गए हैं।

प्रश्न 2.
परिवहन और संचार सेवाओं की सार्थकता को विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
परिवहन सेवाएँ परिवहन एक ऐसी सेवा है जिससे व्यक्तियों, विनिर्मित माल तथा संपत्ति को भौतिक रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है। मनुष्य के एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने, उसकी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए यह एक संगठित उद्योग है। आधुनिक समाज वस्तुओं के उत्पादन, वितरण और उपभोग में सहायता देने के लिए तीव्र और सक्षम परिवहन व्यवस्था चाहते हैं। परिवहन दूरी को किलोमीटर दूरी, समय दूरी और लागत दूरी के रूप में मापा जा सकता है। परिवहन के साधन के चयन में समय अथवा लागत के संदर्भ में एक निर्णायक कारक है। परिवहन की माँग जनसंख्या के आकार से प्रभावित होती है। जनसंख्या का आकार जितना बड़ा होगा, परिवहन की माँग उतनी ही अधिक होगी।

संचार सेवाएँ-संचार सेवाओं में शब्दों, संदेशों, तथ्यों तथा विचारों को भेजना शामिल रहता है। लेखन के आविष्कार ने संदेशों संचार को परिवहन के साधनों पर निर्भर करने में सहायता की। जहाँ परिवहन जाल तंत्र सक्षम होता है वहाँ संचार का फैलाव सरल होता है। मोबाइल फोन और उपग्रहों जैसे कुछ विकासों ने संचार को परिवहन से मुक्त कर दिया है। उदाहरणतया दूरसंचार का प्रयोग विद्युतीय प्रौद्योगिकी के विकास से जुड़ा है। संदेशों के भेजे जाने की गति के कारण संचार जगत में क्रांति आ गई है। रेडियो और दूरदर्शन भी जनसंचार माध्यम के रूप में विकसित हैं।

HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 7 तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप

तृतीयक और चतर्थ क्रियाकलाप HBSE 12th Class Geography Notes

→ तृतीयक क्रियाकलाप (Tertiary Activities) : ये बुद्धि तथा कुशलता से जुड़ी सेवाएँ हैं जिनका उत्पादन अमूर्त होता है।

→ चतुर्थक क्रियाकलाप (Quarternary Activities) : उच्च बौद्धिक व्यवसाय जो चिंतन तथा शोध के लिए विचार देते हैं। इनका उत्पादन भी अमूर्त होता है।

→ सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) : सूचनाओं, ज्ञान तथा आँकड़ों के एकत्रीकरण, संग्रहण, संपादन तथा प्रसारण की ऐसी तकनीक जिसमें कंप्यूटर, सूक्ष्म इलेक्ट्रॉनिकी, दूरसंचार, प्रसारण तथा आप्ट्रो इलेक्ट्रॉनिक्स इत्यादि विज्ञान शामिल हैं।

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