Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार Important Questions and Answers.
Haryana Board 12th Class Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
A. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए
1. वस्तुओं और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना, क्या कहलाता है?
(A) संचार
(B) व्यापार
(C) परिवहन
(D) परिवहन और संचार
उत्तर:
(C) परिवहन
2. विश्व में सड़कों की लंबाई रेलमार्गों की लंबाई से कितने गुना अधिक है?
(A) लगभग 12
(B) लगभग 14
(C) लगभग 24
(D) लगभग 34
उत्तर:
(B) लगभग 14
3. विश्व में सड़कों की सबसे कम लंबाई यूरोप के कौन-से देश में है?
(A) ब्रिटेन
(B) जर्मनी
(C) फ्रांस
(D) मनाको
उत्तर:
(D) मनाको
4. कैनेडियन-पैसिफिक रेलमार्ग है-
(A) उत्तरी अमेरिका में
(B) दक्षिणी अमेरिका में
(C) यूरोप में
(D) अफ्रीका में
उत्तर:
(A) उत्तरी अमेरिका में
5. विश्व का सबसे लंबा रेलमार्ग कौन-सा है?
(A) ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग
(B) कैनेडियन-पैसिफिक रेलमार्ग
(C) ऑस्ट्रेलियाई अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग
(D) अफ्रीकी अंतर्महाद्वीपीय रेलमार्ग
उत्तर:
(A) ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग
6. सूचनाओं को उनके उद्गम स्थल से लक्ष्य तक किसी चैनल के माध्यम से पहुंचाने का अर्थ है-
(A) परिवहन
(B) संचार
(C) व्यापार
(D) व्यापार और संचार
उत्तर:
(D) व्यापार और संचार
7. स्थूल और भरकम सामानों के परिवहन के लिए कौन-सा मार्ग अधिक उपयुक्त रहता है?
(A) जलमार्ग
(B) वायु मार्ग
(C) सड़क मार्ग
(D) रेलमार्ग
उत्तर:
(A) जलमार्ग
8. खनिज तेल और तरल पदार्थों के लिए परिवहन का उपयुक्त साधन कौन-सा है?
(A) रेलमार्ग
(B) सड़क मार्ग
(C) पाइपलाइन परिवहन
(D) जलमार्ग
उत्तर:
(C) पाइपलाइन परिवहन
9. अमेरिका में महामार्गों को किस नाम से जाना जाता है?
(A) आटोवान
(B) मोटरवेज
(C) हाइवेज
(D) ट्रांस मार्ग
उत्तर:
(B) मोटरवेज
10. निम्नलिखित में से भारत का सबसे लंबा महामार्ग कौन-सा है?
(A) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 1
(B) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 2
(C) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 7
(D) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 10
उत्तर:
(C) राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 7
11. स्वर्णिम चतुष्कोण नामक महामार्ग निम्नलिखित में कौन-से चार महानगरों को जोड़ता है-
(A) दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बंगलौर
(B) दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और कन्याकुमारी
(C) दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई
(D) श्रीनगर, दिल्ली, कोलकाता और मुंबई
उत्तर:
(D) श्रीनगर, दिल्ली, कोलकाता और मुंबई
12. भारी मात्रा में सामान को अधिक दूरी तक ले जाने के लिए कौन-सा परिवहन मार्ग अधिक सुविधाजनक है?
(A) सड़क मार्ग
(B) जलमार्ग
(C) वायु मार्ग
(D) रेलमार्ग
उत्तर:
(D) रेलमार्ग
13. एशिया महाद्वीप में रेलों का सघनतम जाल किस देश में पाया जाता है?
(A) जापान
(B) चीन
(C) भारत
(D) कोरिया
उत्तर:
(C) भारत
14. पाइपलाइन ‘बिग इंच’ का संबंध किस देश से है?
(A) जर्मनी से
(B) फ्रांस से
(C) रूस से
(D) संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से
उत्तर:
(D) संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से
15. राइन जलमार्ग का संबंध किस देश से है?
(A) जर्मनी से
(B) फ्रांस से
(C) रूस से
(D) संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से
उत्तर:
(A) जर्मनी से
16. ऊबड़-खाबड़ और दुर्गम प्रदेशों के लिए कौन-से मार्ग विकसित किए गए हैं?
(A) महामार्ग
(B) राष्ट्रीय मार्ग
(C) रज्जू मार्ग
(D) स्वर्णिम मार्ग
उत्तर:
(C) रज्जू मार्ग
17. दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका और संयुक्त राज्य अमेरिका को जोड़ने वाली सड़क का नाम है-
(A) ट्रांस कैनेडियन महामार्ग
(B) अलास्का महामार्ग
(C) अंतर्राष्ट्रीय महामार्ग
(D) पैन-अमेरिका महामार्ग
उत्तर:
(D) पैन-अमेरिका महामार्ग
18. कनाडा के एडमाटन और अलास्का के एंकरेज नगर को जोड़ने वाले महामार्ग का क्या नाम है?
(A) कनाडा पारीय महामार्ग
(B) पैन-अमेरिका महामार्ग
(C) अलास्का महामार्ग
(D) महाद्वीपीय पारीय महामार्ग
उत्तर:
(C) अलास्का महामार्ग
19. जर्मनी के महामार्गों को किस नाम से जाना जाता है?
(A) मोटरवेज
(B) ऑटोवान
(C) हाइवेज
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) ऑटोवान
20. भारत का राष्ट्रीय महामार्ग नं0 7 किन दो शहरों को जोड़ता है?
(A) जम्मू-कन्याकुमारी
(B) श्रीनगर-कन्याकुमारी
(C) दिल्ली-कन्याकुमारी
(D) वाराणसी-कन्याकुमारी
उत्तर:
(D) वाराणसी-कन्याकुमारी
21. विश्व की पहली रेलगाड़ी कब चली थी?
(A) सन् 1830 में
(B) सन् 1825 में
(C) सन् 1853 में
(D) सन् 1835 में
उत्तर:
(B) सन् 1825 में
22. विश्व में रेलों का सबसे बड़ा जाल कहाँ है?
(A) यूरोप
(B) एशिया
(C) उत्तर अमेरिका
(D) दक्षिण अमेरिका
उत्तर:
(C) उत्तर अमेरिका
23. संसार का सबसे अधिक व्यस्त जलमार्ग कौन-सा है?
(A) वोल्गा जलमार्ग
(B) मिसीसिपी जलमार्ग
(C) राइन जलमार्ग
(D) सीन जलमार्ग
उत्तर:
(C) राइन जलमार्ग
24. संसार की सबसे लंबी नदी कौन-सी है?
(A) राइन नदी
(B) वोल्गा नदी
(C) गंगा नदी
(D) अमेजन नदी
उत्तर:
(D) अमेजन नदी
25. स्वेज नहर जोड़ती है-
(A) अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को
(B) भूमध्य सागर और लाल सागर को
(C) भूमध्य सागर और कैस्पियन सागर को
(D) काला सागर और लाल सागर को
उत्तर:
(B) भूमध्य सागर और लाल सागर को
26. पनामा नहर जोड़ती है-
(A) भूमध्य सागर और लाल सागर को
(B) भूमध्य सागर और कैस्पियन सागर को
(C) अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को
(D) हिंद महासागर और प्रशांत महासागर को
उत्तर:
(C) अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को
27. उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग द्वारा विश्व के कुल माल का कितने प्रतिशत भाग ढोया जाता है?
(A) 20 प्रतिशत
(B) 25 प्रतिशत
(C) 30 प्रतिशत
(D) 40 प्रतिशत
उत्तर:
(B) 25 प्रतिशत
28. उत्तरी अटलांटिक महासागर मार्ग मिलाता है-
(A) दक्षिणी अमेरिका के पूर्वी भाग तथा अफ्रीका के पश्चिमी भाग को
(B) अफ्रीका के पूर्वी भाग तथा भारत के पश्चिमी भाग को
(C) कनाडा, यू०एस०ए० के पूर्वी भाग तथा यूरोप के पश्चिमी भाग को
(D) आस्ट्रेलिया के पश्चिमी भाग तथा अफ्रीका के पूर्वी भाग को
उत्तर:
(C) कनाडा, यू०एस०ए० के पूर्वी भाग तथा यूरोप के पश्चिमी भाग को
29. भारत का अंतरिक्ष में स्थापित होने वाला प्रथम संचार उपग्रह कौन-सा है?
(A) भास्कर
(B) इनसैट
(C) आर्य भट्ट
(D) एप्पल
उत्तर:
(C) आर्य भट्ट
B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए।
प्रश्न 1.
वस्तुओं और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना क्या कहलाता है?
उत्तर:
परिवहन।
प्रश्न 2.
संचार के कोई दो साधन बताएँ।
उत्तर:
- टेलीफोन
- इंटरनेट
प्रश्न 3.
जो पत्तन जंगी जहाजों के लिए काम करता है, उसे क्या कहते हैं?
उत्तर:
नौसैनिक पत्तन।
प्रश्न 4.
‘ओरिएंट एक्सप्रेस रेलमार्ग’ किन स्थानों को जोड़ता है?
उत्तर:
ओरिएंट एक्सप्रेस रेलमार्ग पेरिस और इस्तांबुल को जोड़ता है।
प्रश्न 5.
विश्व का सबसे व्यस्त समुद्री मार्ग कौन-सा है?
उत्तर:
अटलाण्टिक महासागरीय मार्ग।
प्रश्न 6.
बिग इंच पाइपलाइन के द्वारा क्या प्रवाहित होता है?
उत्तर:
पेट्रोलियम।
प्रश्न 7.
पार कैनेडियन रेलमार्ग के अन्तिम स्टेशनों के नाम लिखें।
उत्तर:
बैंकूवर और हैलीफैक्स।
प्रश्न 8.
पार-महाद्वीपीय स्टुआर्ट महामार्ग किनके मध्य से गुजरता है?
उत्तर:
डार्विन और मेलबोर्न के।
प्रश्न 9.
किस देश में रेलमार्गों के जाल का सघनतम घनत्व पाया जाता है?
उत्तर:
संयुक्त राज्य अमेरिका।
प्रश्न 10.
वृहद ट्रंक मार्ग किन दो क्षेत्रों को मिलाता है?
उत्तर:
उत्तर पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी यूरोप को मिलाता है।
प्रश्न 11.
स्वेज नहर की लम्बाई व गहराई कितनी है?
उत्तर:
लम्बाई लगभग 160 कि०मी०, गहराई 11 से 15 मीटर।
प्रश्न 12.
पनामा नहर की लम्बाई कितनी है?
उत्तर:
लगभग 72 कि०मी०
प्रश्न 13.
विश्व की पहली रेलगाड़ी कब चली थी?
उत्तर:
1825 ई० में।
प्रश्न 14.
चैनल टनल किन दो देशों को जोड़ती है?
उत्तर:
फ्रांस और इंग्लैण्ड।
प्रश्न 15.
स्वेज नहर का निर्माण कब हुआ?
उत्तर:
अप्रैल, 1859 में।
प्रश्न 16.
कैनेडियन-पैसेफिक रेलमार्ग कहाँ है?
उत्तर:
उत्तरी अमेरिका में।
प्रश्न 17.
दक्षिणी अमेरिका, मध्य अमेरिका और संयुक्त राज्य अमेरिका को जोड़ने वाला महामार्ग बताएँ।
उत्तर:
पैन-अमेरिका महामार्ग।
प्रश्न 18.
‘ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग’ के पूर्वी छोर पर स्थित स्टेशन का नाम लिखें।
उत्तर:
‘ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग’ के पूर्वी छोर पर स्थित स्टेशन मॉस्को है।
प्रश्न 19.
पनामा नहर किन दो महासागरों को मिलाती है?
उत्तर:
अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को।
प्रश्न 20.
अमेरिका में महामार्गों को किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर:
मोटरवेज के।
प्रश्न 21.
विश्व में रेलों का सबसे बड़ा जाल कहाँ है?
उत्तर:
उत्तरी अमेरिका में।
प्रश्न 22.
वैश्विक संचार तंत्र ने किस तंत्र में क्रांति ला दी है?
उत्तर:
विद्युतीय प्रौद्योगिकी तंत्र में।
प्रश्न 23.
आंतरिक जलमार्ग के दो उदाहरण दें।
उत्तर:
गंगा-ब्रह्मपुत्र नदियाँ, फ्रांस में सीन व राइन नदियाँ।
प्रश्न 24.
स्वेज नहर किस देश में अवस्थित है?
उत्तर:
मिस्र में।
प्रश्न 25.
पनामा नहर का निर्माण कब पूर्ण हुआ?
उत्तर:
सन् 1914 में।
प्रश्न 26.
स्वेज नहर के दो छोरों पर स्थित पत्तनों के नाम लिखें।
उत्तर:
पोर्ट सईद और पोर्ट स्वेज।
प्रश्न 27.
पनामा नहर के दो छोरों पर स्थित नगरों के नाम लिखें।
उत्तर:
कोलोन और पनामा सिटी।
प्रश्न 28.
सर्वप्रथम सार्वजनिक रेलमार्ग किन क्षेत्रों के बीच आरंभ हुआ?
उत्तर:
उत्तरी इंग्लैंड के स्टॉकटन और डर्लिंटन के बीच।
प्रश्न 29.
अलास्का राजमार्ग किन स्थानों को जोड़ता है?
उत्तर:
कनाडा के एडमंटन को अलास्का के एंकॉरेज से।
प्रश्न 30.
उत्तरी अमेरिका में विश्व का कितने प्रतिशत रेलमार्ग तंत्र है?
उत्तर:
40%
प्रश्न 31.
एशिया एवं यूरोप दोनों महाद्वीपों के लिए वाणिज्य द्वार के रूप में सेवा करने वाली नहर का क्या नाम है?
उत्तर:
स्वेज नहर।
प्रश्न 32.
पाइपलाइनों के माध्यम से किसका परिवहन व्यापक रूप से किया जाता है?
उत्तर:
जल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस आदि का।
अति-लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
महामार्ग क्या होते हैं?
उत्तर:
महामार्ग वे पक्की सड़कें होती हैं जो किसी देश के दूरस्थ स्थानों को मिलाती हैं। अत्यंत चौड़ी इन सड़कों पर दोनों तरफ बाधा-रहित यातायात चलता है। वाहनों की तेज गति के लिए इन सड़कों पर कई लेन, पुल, फ्लाईओवर तथा किनारों पर पुश्ते बनाए जाते हैं।
प्रश्न 2.
परिवहन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
परिवहन वह साधन है जिसके माध्यम से उपयोगी वस्तुओं तथा यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है।
प्रश्न 3.
संचार सेवा क्या है?
उत्तर:
संचार सेवा वह सेवा है जिसके माध्यम से संचार के विभिन्न साधनों द्वारा संदेश तथा विचार को अन्य स्थानों पर भेजा जाता है।
प्रश्न 4.
बिग इंच क्या है?
उत्तर:
बिग इंच अमेरिका की सबसे प्रसिद्ध पाइपलाइन है जो खाड़ी के तटीय कुँओं से प्राप्त तेल को उत्तरी-पूर्वी भाग में पहुँचाती है।
प्रश्न 5.
पाइपलाइन परिवहन से क्या लाभ है?
उत्तर:
पाइपलाइन परिवहन का प्रयोग जल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे तरल पदार्थों एवं गैसीय पदार्थों के परिवहन के लिए किया जाता है।
प्रश्न 6.
पाइपलाइन परिवहन के कोई दो दोष बताएँ।
उत्तर:
- पाइपलाइनों को बिछाने के बाद इसकी क्षमता को घटाया या बढ़ाया नहीं जा सकता।
- लोचशीलता के अभाव के कारण पाइपलाइन परिवहन को निश्चित स्थानों के लिए ही प्रयोग किया जा सकता है।
प्रश्न 7.
तटीय नौपरिवहन से क्या लाभ हैं?
उत्तर:
तटीय नौपरिवहन लंबी तटरेखा वाले देशों के लिए एक सुगम विधि है जो विभिन्न देशों को समुद्रीय मार्गों से जोड़ने का कार्य करती है।
प्रश्न 8.
पाइपलाइनों का विस्तृत उपयोग खनिज तेल और प्राकृतिक गैस जैसी सामग्रियों का परिवहन करने के लिए क्यों होता है?
उत्तर:
क्योंकि पाइपलाइनों में इन तरल पदार्थों का प्रवाह सतत् बना रहता है। सामान चढ़ाने-उतारने का भी झंझट नहीं रहता और वस्तु का अपव्यय भी नहीं होता।
प्रश्न 9.
उत्तर प्रशांत मार्ग किन प्रमुख पत्तनों को जोड़ता है?
उत्तर:
यह मार्ग उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित पत्तनों बैंकुवर, सियाटिल, पोर्टलैंड, सान फ्रांसिस्को आदि को सुदूरपूर्व एशिया के याकोहामा, कोबे, शंघाई, हाँगकांग, मनीला तथा सिंगापुर आदि से मिलाता है।
प्रश्न 10.
ट्रांस कैनेडियन महामार्ग किन दो नगरों के बीच फैला हुआ है?
उत्तर:
ट्रांस कैनेडियन महामार्ग कनाडा के पूर्व में अटलांटिक महासागर के तट पर स्थित सेंट जॉन नगर तथा पश्चिम में प्रशांत महासागर के तट पर स्थित बैंकूवर नगर के बीच फैला हुआ है।
प्रश्न 11.
अंतःस्थलीय जलमार्ग किसे कहते हैं?
उत्तर:
परिवहन के उपयोग में आने वाली नदियों, झीलों और नहरों को अंतःस्थलीय जलमार्ग कहते हैं।
प्रश्न 12.
विश्व की सबसे पहली रेलगाड़ी कब और कहाँ-से-कहाँ तक चली थी?
उत्तर:
विश्व की सबसे पहली रेलगाडी सन 1825 में उत्तरी इंग्लैंड के स्टॉकटन और डार्लिंगटन के बीच चली थी।
प्रश्न 13.
अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग क्या होते हैं?
उत्तर:
अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग वे रेलमार्ग होते हैं जो किसी महाद्वीप के एक छोर को उसके दूसरे छोर से जोड़ते हैं।
प्रश्न 14.
कैनेडियन-पैसेफिक रेलवे कहाँ-से-कहाँ तक विस्तृत है?
उत्तर:
यह रेलमार्ग कनाडा के पूर्व में अटलांटिक महासागर के तट पर स्थित सेंट जॉन व हेलिफैक्स बंदरगाहों को पश्चिम में प्रशांत तट पर स्थित बैंकूवर बंदरगाह से मिलाता है।
प्रश्न 15.
परिवहन जाल क्या होता है?
उत्तर:
अनेक स्थान जिन्हें परस्पर मार्गों की श्रेणियों द्वारा जोड़ दिए जाने पर जिस प्रारूप का निर्माण होता है, उसे परिवहन जाल कहते हैं।
प्रश्न 16.
साइबर स्पेस क्या है?
उत्तर:
साइबर स्पेस विद्युत द्वारा कम्प्यूटरीकृत स्पेस का संसार है। यह वर्ल्ड वाइड वेब (www) जैसे इंटरनेट द्वारा आवृत है।
प्रश्न 17.
साइबर स्पेस के दो उपयोग बताइए।
उत्तर:
- इसका उपयोग उड़ते जहाजों में हो सकता है।
- यह विद्युत द्वारा कम्प्यूटरीकृत किया गया स्पेस का संसार है।
प्रश्न 18.
विश्व के वायुमार्गों के अति सघन जाल वाले तीन मुख्य प्रदेश कौन-से हैं?
उत्तर:
- पश्चिमी यूरोप
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- दक्षिणी-पूर्वी एशिया।
प्रश्न 19.
सीमावर्ती सड़क से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं के सहारे बनाई गई सड़कों को सीमावर्ती सड़कें कहा जाता है। ये सड़कें सुदुर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रमुख नगरों से जोड़ने और प्रतिरक्षा प्रदान करने में प्रमुख भूमिका निभाती हैं। प्रायः सभी देशों में गाँवों और सैन्य शिविरों तक वस्तुओं को पहुँचाने के लिए ऐसी सड़कें बनाई जाती हैं।
प्रश्न 20.
आंतरिक जलमार्ग के दो उदाहरण दें।
उत्तर:
- स्वेज़ नहर मार्ग
- पनामा नहर मार्ग।
प्रश्न 21.
‘स्वर्णिम चतुर्भुज’ किन चार महानगरों को जोड़ता है?
उत्तर:
स्वर्णिम चतुर्भुज’ दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई तथा कोलकाता को जोडता है।
प्रश्न 22.
इंटरनेट क्या है?
उत्तर:
इंटरनेट एक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली है जिसके द्वारा कोई भी प्रयोगकर्ता माइक्रो कंप्यूटर और मोडम के माध्यम से साइबर स्पेस (सूचना संसार) से जुड़ सकता है और विविध प्रकार की नवीनतम जानकारी हासिल कर सकता है।
प्रश्न 23.
पार-साइबेरियन रेलमार्ग किस देश से गुजरता है?
उत्तर:
रूस का यह प्रमुख रेलमार्ग पश्चिम में सेंट पीट्सबर्ग से पूर्व में प्रशान्त महासागर तट पर स्थित ब्लाडीवॉस्टक तक मॉस्को, टुला, नोवोस्प्रिंस्क, चीता और खबरोस्क से होते हुए जाता है।
प्रश्न 24.
उपग्रहण संचार का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
उपग्रह संचार (इंटरनेट) पृथ्वी पर सबसे बड़ा विद्युतीय जाल है। इसने मानव-जीवन को अनेक प्रकार से प्रभावित किया है। दूरदर्शन के माध्यम से मौसम की जानकारी एक वरदान बन गई है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
परिवहन तथा संचार में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
परिवहन तथा संचार में निम्नलिखित अंतर हैं
परिवहन | संचार |
1. परिवहन के विभिन्न साधनों द्वारा उपयोगी वस्तुओं तथा यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है। | 1. संचार के विभिन्न साधनों द्वारा संदेश तथा विचार को अन्य स्थानों पर भेजा जाता है। |
2. परिवहन के उदाहरण-जल मार्ग, स्थल मार्ग व वायु मार्ग हैं। | 2. संचार के उदाहरण-टेलीविजन, रेडियो, तार, टेलीफोन आदि हैं। |
3. ये साधन पेट्रोल, डीजल व विद्युत शक्ति से चलते हैं। | 3. ये साधन विद्युत तरंगों से चलते हैं। |
प्रश्न 2.
सड़क परिवहन सुविधाजनक क्यों होता है?
उत्तर:
सड़क परिवहन निम्नलिखित कारणों से सुविधाजनक होता है-
- सड़कें यातायात का सस्ता साधन हैं।
- सड़कों द्वारा पदार्थों या चीजों को उत्पादित क्षेत्रों से उपभोक्ता क्षेत्र तक आसानी से पहुँचाया जाता है।
- सड़कों द्वारा माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने एवं ले जाने में अधिक सुरक्षा है।
- इनका निर्माण दुर्गम, पहाड़ी एवं हिमाच्छादित क्षेत्रों में भी किया जा सकता है।
प्रश्न 3.
वायु परिवहन की कोई चार हानियाँ बताएँ।
उत्तर:
वायु परिवहन की चार हानियाँ निम्नलिखित हैं-
- वायुयान केवल निश्चित मार्गों पर ही चल सकते हैं।
- हवाई अड्डों के निर्माण पर अधिक धन खर्च करना पड़ता है।
- परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में वायु परिवहन पर मौसम का प्रभाव अधिक पड़ता है।
- हवाई मार्गों पर धूल-भरी आंधियों का प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न 4.
सड़क परिवहन की कोई चार विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:
सड़क परिवहन की चार विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
- सड़कों के द्वारा मनुष्य अपनी आवश्यकता की विभिन्न वस्तुओं को मँगवा सकता है तथा दूसरे स्थान तक पहुँचा सकता है।
- सड़कें यातायात का सस्ता साधन हैं।
- सड़कों का निर्माण दुर्गम, पहाड़ी तथा हिमाच्छादित प्रदेशों में भी किया जा सकता है।
- सड़कों द्वारा पदार्थों का परिवहन उत्पादक क्षेत्रों से उपभोक्ता के घर तक किया जा सकता है।
प्रश्न 5.
उत्तरी तथा दक्षिणी अटलांटिक जलमार्गों की तुलना करें।
उत्तर:
उत्तरी तथा दक्षिणी अटलांटिक जलमार्गों में निम्नलिखित अंतर हैं-
उत्तरी अटलांटिक जलमार्ग | दक्षिणी अटलांटिक जलमार्ग |
1. यह जलमार्ग पश्चिमी यूरोपीय देशों तथा उत्तरी अमेरिका के देशों को मिल्याता है। | 1. यह जलमार्ग पश्चिमी यूरोपीय देशों तथा दक्षिणी अमेरिका के देशों को मिलाता है। |
2. इस जलमार्ग के दोनों अंतिम भागों में विकसित देश स्थित हैं। | 2. इस जलमार्ग के एक तरफ यूरोप के विकसित देश तथा दूसरी तरफ दक्षिणी अमेरिका के कम विकसित देश स्थित है। |
3. इस जलमार्ग द्वारा विश्व का सबसे अधिक व्यापार होता है। | 3. इस जलमार्ग द्वारा कम व्यापार होता है। |
4. इस मार्ग से औद्योगिक निर्मित वस्तुएँ निर्यात की जाती हैं। | 4. इस जलमार्ग द्वारा मुख्य रूप से खाद्य पदार्थ तथा कच्चा माल दक्षिणी अमेरिका के देशों में निर्यात किया जाता है। |
प्रश्न 6.
पत्तन तथा पोताश्रय में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
पत्तन तथा पोताश्रय में निम्नलिखित अंतर हैं-
पत्तन | पोताश्रय |
1. ये सागरीय तट पर जलयानों के ठहरने के स्थान हैं। | 1. ये जलयानों के सागर में प्रवेश करने के प्राकृतिक स्थान शोते है। |
2. यहाँ जलयानों से सामान को उतारने तथा लादने की सुविधाएँ रपलब्ध हैं। | 2. यहाँ जलयानों की समुद्री तुफानों तथा लहरों से रक्षा होती है। |
3. यहाँ कर्ई बस्तियां तथा गोदाम होते हैं। | 3. यहाँ बस्तियां तथा गोदाम नहीं होते। ज्वारनदमुख तथा कडे-फटे तट पोताश्रय का निर्माण करते हैं; जैसे मुंबई। |
4. ये व्यापार के द्वार हैं। यहाँ स्थलीय क्षेत्र तथा सागरीय तट आपस में मिलते हैं। | 4. कृत्रिम पोताश्रय का निर्माण जलतोड़ दीवार बनाकर किया जाता है। |
5. ये रेलमार्गों तथा सड़कों द्वारा अपनी पृष्ठभूमि से मिले ग्हते हैं। | 5. यहाँ केवल जलयानों के आवागमन की सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं। |
प्रश्न 7.
पाइपलाइन परिवहन का वर्णन करें।
उत्तर:
खनिज तेल, पेट्रोलियम उत्पादों तथा बड़ी मात्रा में गैस इत्यादि के परिवहन के लिए पाइपलाइन, परिवहन की एक नई व सुगम तकनीक है। पाइपलाइनों को ऊबड़-खाबड़ भू-भागों तथा पानी के नीचे भी बिछाया जा सकता है। एक बार बिछ जाने के बाद इसके रख-रखाव व संचालन पर खर्च भी कम आता है। इससे ऊर्जा का उपयोग भी कम मात्रा में होता है। लेकिन इसमें कुछ खामियाँ भी हैं। एक बार पाइपलाइन बिछा देने के बाद उसकी क्षमता में वृद्धि नहीं की जा सकती। भूमिगत पाइपलाइन की मुरम्मत करना भी कठिन होता है। रिसाव होने पर रिसाव के स्थान का पता लगाना भी कठिन होता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में उत्पादक क्षेत्रों और उपभोग क्षेत्रों के बीच तेल पाइपलाइनों का सघन जाल पाया जाता है। बिग इंच ऐसी ही एक प्रसिद्ध पाइपलाइन है जो मैक्सिको की खाड़ी में स्थित तेल के कुँओं से उत्तर:पूर्वी राज्यों में तेल ले जाती है। यूरोप, रूस, पश्चिम एशिया और भारत में पाइपलाइनों का प्रयोग तेल के कुँओं को तेल परिष्करणशालाओं और पत्तनों या घरेलू बाज़ारों से जोड़ने के लिए किया जाता है।
प्रश्न 8.
राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्ग में क्या अंतर है?
उत्तर:
राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्ग में निम्नलिखित अंतर हैं-
राष्ट्रीय महामार्ग | राज्य महामार्ग |
1. ये महामार्ग किसी भी देश के राज्यों की राजधानियों तथा मुख्य नारों को आपस में मिलाते हैं। | 1. ये महामार्ग किसी भी रंज्य के प्रमुख नगरों को आपस में मिलाते हैं। |
2. इन महामार्गों की देख-रेख केंद्रीय सरकार कग्ती है। | 2. इन महामागों की देख-रेख राज्य सरकारें करती हैं। |
3. अमृतसर से मुंबई को मिलाने वाला महामार्ग गष्ट्रीय महामार्ग है। | 3. चंडीगढ़ तथा हिसार महामार्ग ग़ज़्य महामार्ग है। |
प्रश्न 9.
स्वेज़ नहर तथा पनामा नहर के मार्गों के आर्थिक महत्त्व की तुलना करें।
अथवा
स्वेज तथा पनामा नहरों में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
स्वेज़ नहर तथा पनामा नहर के मार्गों के आर्थिक महत्त्व निम्नलिखित प्रकार से हैं-
स्वेज़ नहर | पनामा नहर |
1. यह नहर लाल सागर और भूमध्य सागर को मिलाती है। | 1. यह नहर अटलांटिक महासागर तथा प्रशात महासागर को मिलाती है। |
2. इस नहर पर मिस्र का अधिकार है। | 2. इस नहर पर संयुक्त राज्य अभोरंका का आधकार है। |
3. इस नहर के एक तरफ व्यापार होता है। | 3. इस नहर के दोनों ओर व्यापार होता है। |
4. इस नहर की लंबाई 160 कि०मी० है। | 4. इस नहर की लंबाई 72 कि०मी० है। |
5. इस नहर का भू-तल समतल है। | 5. इस नहर का भू-तल पर्वर्ताय है। |
6. इस नहर से गुजरने वाले जलयानों को अधिक कर देने पड़ते हैं। | 6. इस नहर से गुजरने वाले जलयानों को कम कः देने पड़ते हैं। |
7. इस नहर में यातायात अधिक होता है। | 7. इस नहर में यातायात कम होता है। |
8. इस मार्ग पर कोयला पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। | 8. इस मार्ग पर कोयला कम मात्रः में उपल्बब्ध है। |
9. इस मार्ग पर बंदरगाहों की संख्या अधिक है। | 9. इस मार्ग पर बंदरगाहां की संख्या कम है। |
10. स्वेज़ नहर द्वारा फारस की खाड़ी के देशों से पेट्रोलियम एशियाई देशों में आयात होता है तथा गेहुं, चावल. रबड़, जूट, सूती वस्त्र आदि का नियांत खाड़ी के टेशों को किया जाता है। | 10. इस मार्ग द्वारा उत्तरी अमेरिका से खाद्य पदार्थ तथा कोयला, ब्राजील से कॉफी, वेनेगुएला से पेट्रोलियम. जमैका से एल्युर्मानियम यूरोपीय तया एंशियाई देशों को निर्यात की जातो है तथा रबड़, खाद्य सभग्री, कोयला, रेशम, चाय आदि अमेरिकी देशों कों भेर्जा जार्ता है। |
प्रश्न 10.
जल परिवहन का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
जल परिवहन का महत्त्व निम्नलिखित है-
- जलमार्गों को बनाना नहीं पड़ता और न ही इनके रख-रखाव में कोई खर्चा आता है।
- महासागर आपस में जुड़े हैं। इनमें विभिन्न आकार के जहाज चल सकते हैं। समुद्री मागों का उपयोग कोई भी देश कर सकता है।
- जल का वर्षण स्थल की अपेक्षा कम होता है। परिणामस्वरूप जल परिवहन की ऊर्जा लागत अपेक्षा त कम होती है।
- कम मूल्य वाली, भारी व अधिक स्थान घेरने वाली स्थूल वस्तुओं; जैसे कोयला, अयस्क, लकड़ा इत्यादि के लम्बी दूरी तक परिवहन के लिए समुद्री मार्ग सर्वाधिक उपयुक्त और सस्ते पड़ते हैं।
- महासागरों का जहाजों द्वारा मार्गों के रूप में प्रयोग करना मनुष्य के मौतिक पर्यावरण के साथ अनुकूलन का एक श्रेष्ठ उदाहरण है।
प्रश्न 11.
रेल परिवहन के लाभ एवं दोषों का उल्लेख करें।
अथवा
रेल परिवहन का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
रेल परिवहन के लाभ/महत्त्व-
- यह लम्बी दूरियों के यात्रियों और सामान ढोने का सबसे सस्ता साधन है।
- रेल कृषि उत्पादों को उपभोक्ताओं तक और कच्चे माल को कारखानों तक पहुँचाने में सुविधाजनक साधन है।
- रेल परिवहन का देश के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान होता है।
रेल परिवहन के दोष-
- रेल परिवहन के रख-रखाव के लिए भारी पूँजी और कर्मचारियों की आवश्यकता होती है।
- पर्वतीय और मरुस्थलीय क्षेत्रों में रेलमार्गों का निर्माण करना कठिन होता है और यहाँ निर्माण कार्य में अधिक लागत आती है।
प्रश्न 12.
ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग का भौगोलिक महत्त्व क्या है?
उत्तर:
ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग बनने से कभी पिछड़ा हुआ पूर्वी-साइबेरिया, जिसे ‘काला पानी’ भी कहा जाता था, आज प्राकृतिक संपदाओं का खजाना माना जा रहा है। इसी के कारण ही साइबेरिया और मध्य एशिया की प्राकृतिक एवं कृषि सम्पत्तियों का दोहन संभव हो सका है। इसी के माध्यम से पश्चिम की ओर धातु, चमड़ा, लकड़ी आदि मँगवाए जा रहे हैं और पूर्व की ओर मशीनरी एवं औद्योगिक उत्पाद भेजे जा रहे हैं।
दीर्घ-उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सड़क परिवहन के महत्त्व का वर्णन करें।
अथवा
स्थल या सड़क परिवहन की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्राचीनकाल में मनुष्य पगडंडियों तथा कच्ची सड़कों के रास्ते आवागमन करते थे। वे एक स्थान से दूसरे स्थान पर पैदल या बैलगाड़ियों में जाते थे लेकिन प्रौद्योगिकी विकास के साथ-साथ आवागमन के लिए पक्की सड़कों तथा महामार्गों का विकास किया गया जिन पर मोटरगाड़ियाँ, बसें, ट्रक, स्कूटर, ट्रैक्टर आदि के द्वारा परिवहन होने लगा। मनुष्य अपनी आवश्यकता की वस्तुओं को विभिन्न स्थानों से मंगवाने लगा। अपने अतिरेक कृषि उत्पादनों को उनकी माँग के अनुसार बाजार तक भेजने लगा। सड़क मार्ग की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
- सड़कों के द्वारा मनुष्य अपनी आवश्यकता की विभिन्न वस्तुओं को मंगवा सकता है तथा दूसरे स्थान तक पहुँचा सकता है।
- सड़कें यातायात का सस्ता साधन हैं।
- सड़कों का निर्माण दुर्गम, पहाड़ी तथा हिमाच्छादित प्रदेशों में भी किया जा सकता है।
- कम दूरी के लिए सड़कें यातायात के सस्ते साधन हैं।
- सड़कों द्वारा पदार्थों का परिवहन उत्पादक क्षेत्रों से उपभोक्ता के घर तक किया जा सकता है।
- सड़कों द्वारा माल को लाने-ले जाने में अधिक सुरक्षा रहती है।
- शीघ्र खराब होने वाली वस्तुओं; जैसे सब्जी, फल, मछली, दूध, घी आदि को सड़कों द्वारा माँग वाले क्षेत्रों में शीघ्र पहुँचाया जा सकता है।
- छोटी दूरियों के लिए सड़क परिवहन, रेल परिवहन की अपेक्षा आर्थिक दृष्टि से लाभदायक होता है
- सडक परिवहन रेल. जहाज तथा वाय परिवहन का पुरक है क्योंकि रेल, जहाज और विमान केवल सीमित स्थानों पर ही जाते हैं जबकि सड़कें सभी गाँवों, नगरों और बाज़ारों को इन साधनों से जोड़ती है।
- इससे सम्पूर्ण परिवहन तन्त्र की क्षमता बढ़ती है।
- दुर्गम क्षेत्रों में जहाँ परिवहन के अन्य साधन नहीं पहुँच सकते। वहाँ केवल सड़कें ही यातायात को सुविधा प्रदान करती हैं।
- सड़कों द्वारा उद्योगों के लिए कच्चे तथा निर्मित माल का परिवहन आसान हो गया है।
- गाँवों को नगरों से जोड़कर सड़कें वंचित ग्रामीण समुदाय को शिक्षा व अन्य सुविधाओं तक पहुँचाने का अवसर प्रदान करती हैं।
निष्कर्ष – सड़कें कच्ची भी होती हैं और पक्की भी। कच्ची सड़कों को बनाना आसान व सस्ता पड़ता है। लेकिन इनका प्रयोग सभी ऋतुओं में नहीं किया जा सकता। अत्यधिक भारी वर्षा और बाढ़ के दौरान पक्की सड़कें भी टूट जाती हैं। सड़कें किसी भी देश के व्यापार और वाणिज्य को विकसित करने एवं पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
विश्व में परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में सड़कों का विकास एवं प्रसार अधिक हुआ है तथा इन्होंने आर्थिक विकास मे महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रश्न 2.
विश्व के विभिन्न भागों में सड़कों के वितरण का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विश्व में सड़कों का विकास अन्य साधनों की तुलना में अधिक हुआ है। सड़कें उन देशों में अधिक विकसित तथा संख्या में अधिक हैं जो आर्थिक रूप से समृद्ध हैं। सड़कों की लंबाई रेलमार्गों की तुलना में लगभग तेरह गुनी अधिक है। विश्व में उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया तथा एशिया में भारत, चीन एवं जापान में सड़कें अधिक विकसित अवस्था में हैं। विश्व के विभिन्न देशों में सड़कों के वितरण की स्थिति निम्नलिखित प्रकार से है
1. संयुक्त राज्य अमेरिका-सड़कों के विकास एवं लंबाई की दृष्टि से संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व का महत्त्वपूर्ण राष्ट्र है। यहाँ कुल सड़कों की लंबाई लगभग 60 लाख किलोमीटर है जो विश्व का लगभग एक-तिहाई सड़क मार्ग है। संयुक्त राज्य अमेरिका का पूर्वी भाग सड़कों के विकास की दृष्टि से देश का प्रमुख क्षेत्र है। देश के पूर्वी भाग में औद्योगिक तथा आर्थिक विकास अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक हुआ है। मोटरगाड़ियों की दृष्टि से संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व का प्रथम देश ही नहीं, बल्कि विश्व की आधी मोटरगाड़ियाँ भी उसी देश में हैं। देश के उत्तरी भाग में कनाडा की सीमा के साथ-साथ सड़कों का विकास अपेक्षाकृत कम हुआ है। संयुक्त राज्य अमेरिका में सड़कों का जाल बिछा हुआ है।
2. यूरोप-यूरोप में औद्योगिक एवं नगरीय विकास 19वीं शताब्दी से ही शुरू हो गया था। यूरोप की लगभग 70% जनसंख्या नगरों में रहती है। ब्रिटेन, फ्रांस तथा जर्मनी तीनों देश सड़क परिवहन के क्षेत्र में यूरोप के अग्रणी देश हैं। यूरोप का प्रत्येक नगर वहाँ के बंदरगाहों से सड़कों द्वारा जुड़ा हुआ है जिससे वस्तुओं के आदान-प्रदान की सुविधा तथा आयातित माल को आंतरिक भागों तक आसानी से भेजा जा सकता है।
3. रूसरूस में यूरोपीय भाग सड़कों की दृष्टि से अधिक विकसित हैं। यूरोपीय रूस का प्रत्येक नगर सड़कों द्वारा आपस में जुड़ा हुआ है। मास्को सड़क-जाल का केंद्र-बिंदु है। एशियाई रूस में सड़कें अपेक्षाकृत कम हैं। साइबेरिया की कठोर शीतल जलवायु के कारण यहाँ सड़कों का विकास नहीं हो पाया है।
4. चीन-एशिया महाद्वीप में चीन में सड़कों का जाल बिछा हुआ है। चीन का भौगोलिक क्षेत्र अधिक होने के कारण सारे देश में सड़कों का संतुलित विकास नहीं हो पाया है। अधिकांश सड़कें देश के पूर्वी तथा दक्षिणी भाग में हैं। बीजिंग प्रमुख सड़कों का केंद्र है, जहाँ से सभी प्रमुख नगरों को सड़कों से जोड़ दिया गया है।
5. भारत-भारत में सड़कों का अधिकतर विस्तार एवं विकास स्वतंत्रता के बाद हुआ। दक्षिणी भारत में अधिकांशतः सड़कें पक्की हैं, जबकि उत्तरी भारत में सतलुज-गंगा के मैदान में कच्ची तथा पक्की दोनों प्रकार की सड़कें हैं। भारत में सड़कों की कुल लंबाई लगभग 15 लाख किलोमीटर है जिनमें कुछ राष्ट्रीय राजमार्ग हैं जिनका निर्माण तथा देख-रेख केंद्रीय सरकार करती है तथा कुछ राज्य मार्ग हैं जिनका नियंत्रण राज्य सरकारों के पास है। भारत का सबसे महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग शेरशाह सूरी महामार्ग (जी०टी० रोड) है जिसको राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-1 कहते हैं।
इसका निर्माण शेरशाह सूरी ने करवाया था जो कोलकाता से अमृतसर तक देश के महत्त्वपूर्ण नगरों को जोड़ता है। स्वतंत्रता से पूर्व यह कोलकाता से पेशावर तक था। इस राष्ट्रीय राजमार्ग को अब दो भागों में बांट दिया गया है। दिल्ली से अमृतसर तक राष्ट्रीय राजमार्ग नं० 1 तथा दिल्ली से कोलकाता के बीच के मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग नं० 2 बना दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग नं0 3 आगरा से मुंबई (बंबई) को जोड़ता है। भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्रमुख शहरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरु, लखनऊ, कानपुर, पटना, अमृतसर, जयपुर, अहमदाबाद आदि को आपस में जोड़ते हैं।
6. ऑस्ट्रेलिया ऑस्ट्रेलिया में सड़कों का जाल पूर्वी तटीय क्षेत्र में फैला है। देश का यह भाग नगरीकरण एवं औद्योगिक रूप से भी संपन्न है। यहाँ के मुख्य मार्ग बंदरगाहों को आपस में जोड़ते हैं। ऑस्ट्रेलिया का स्टुआर्ट महामार्ग उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में स्थित बिरदुम को एलिस स्प्रिंग तथा टेनेंट क्रीक से होता हुआ दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में स्थित ऊनादत्ता को मिलाता है।
7. अफ्रीका-अफ्रीका महाद्वीप में सड़कों का अपेक्षाकृत कम विकास हुआ है। यहाँ मिस्र तथा दक्षिणी अफ्रीका में अधिकतर सड़कों का जाल बिछा है।
8. दक्षिणी अमेरिका दक्षिणी अमेरिका में ब्राज़ील, अर्जेंटाइना तथा पेरू में सड़कों का विकास हुआ है। दक्षिणी अमेरिका का सबसे महत्त्वपूर्ण महामार्ग पैन-अमेरिकन महामार्ग है जो 24,000 कि०मी० लंबा है। दक्षिणी अमेरिका में बंदरगाहों को आंतरिक भाग के नगरों से जोड़ा गया है। दक्षिणी अमेरिका की लगभग सभी प्रमुख बंदरगाहों को उनके पृष्ठ प्रदेश से सड़कों द्वारा मिलाया गया है।
प्रश्न 3.
विश्व के प्रमुख अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्गों/पार महाद्वीपीय रेलमार्गों का संक्षिप्त वर्णन करें।
अथवा
रेलमार्ग कितने प्रकार के होते हैं? रेलमार्गों के विश्व वितरण का वर्णन करें।
अथवा
किन्हीं दो प्रायद्वीपीय रेलमार्ग का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्गों का निर्माण किसी महाद्वीप के दो किनारों को जोड़ने के उद्देश्य से किया जाता है। इन मार्गों के निर्माण के पीछे वहाँ के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तथा पिछड़े क्षेत्रों को राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ना है। इससे राष्ट्रीय या महाद्वीपीय एकता के विकास को प्रोत्साहन मिलता है। विश्व के प्रमुख अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग निम्नलिखित हैं
1. ऑस्ट्रेलियन अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग-ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में रेलमार्गों का विकास अभी शैशव अवस्था में है। पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में एक महत्त्वपूर्ण रेलमार्ग है जो उत्तर से दक्षिणी तट को जोड़ता है। यहाँ एक ही अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग है जो पूर्व में सिडनी से आरंभ होकर पश्चिम में पर्थ को जोड़ता है। यह रेलमार्ग देश के महत्त्वपूर्ण नगरों को आपस में जोड़ता है।
2. अफ्रीकन अंतःमहाद्वीपीय रेलमार्ग-अफ्रीका महाद्वीप में भी रेलमार्गों का विकास प्रारंभिक अवस्था में है। एक बड़ा रेलमार्ग निर्माणाधीन है जो उत्तर से दक्षिणी छोर को आपस में जोडेगा। यह रेलमार्ग उत्तर में मिस्र की राजधानी काहिरा से दक्षिणी अफ्रीका के बंदरगाह केपटाउन को आपस में मिलाएगा। इस रेलमार्ग द्वारा अफ्रीका के महत्त्वपूर्ण नगरों को आपस में मिलाने की योजना है।
3. ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग यह विश्व का सबसे लंबा रेलमार्ग है जो पश्चिम में यूरोपीय रूस के लेनिनग्राड से पूर्व में प्रशांत महासागर के तट पर स्थित ब्लाडीवॉस्टक तक है। इस मार्ग की लंबाई 9,332 किलोमीटर है। यह रेलमार्ग सन् 1905 में बनकर तैयार हुआ और इसके निर्माण में 14 वर्ष लगे।
यह रेलमार्ग पश्चिम में बाल्टिक सागर में स्थित फिनलैंड की खाड़ी के नगर एवं बंदरगाह लेनिनग्राड से दक्षिण में देश की राजधानी मास्को से होता हुआ ओमस्क, इरकूटस्क, खांबरोस्कं को जोड़ते हुए प्रशांत महासागर के तट ब्लाडीवॉस्टक तक लंबी दूरी तय करता है। यह इकहरी रेलवे लाइन है। चीता नगर से इस रेलमार्ग की दो शाखाएँ हो जाती हैं। यहाँ से इसकी एक शाखा दक्षिण में मंचूरिया होती हुई ब्लाडीवॉस्टक तक पहुंचती है।
ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग के निर्माण का उद्देश्य सैनिक तथा प्रशासनिक आवश्यकताओं की पूर्ति करना था लेकिन इस रेलमार्ग ने रूस के आर्थिक, सामाजिक एवं व्यापारिक क्षेत्र के विकास में भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। रूस का साइबेरिया क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से धनी है। यहाँ संसाधनों की विविधता है। इन संसाधनों के दोहन और देश के आर्थिक विकास में इस रेलमार्ग की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। यहाँ से उद्योगों के लिए कच्चा माल रेलमार्ग द्वारा यूरोपीय रूस के उद्योगों को भेजा जाता है तथा निर्मित वस्तुएँ साइबेरिया क्षेत्र में आती हैं। साइबेरिया के खनिजों, वनों एवं कृषि क्षेत्र के उपयोग में रेलमार्ग वरदान सिद्ध हुआ है। इस रेलमार्ग से विशाल क्षेत्र वाला साइबेरिया राष्ट्र की मुख्य धारा से जुड़कर राष्ट्रीय एकता को सबल बनाने में सक्षम रहा है।
4. कैनेडियन पैसेफिक रेलमार्ग यह रेलमार्ग पूर्व में कनाडा की सीमा पर स्थित सेंट जॉन (St. John) बंदरगाह से आरंभ होकर संयुक्त राज्य अमेरिका को पार करके कनाडा के प्रमुख व्यापारिक नगर मांट्रियल तथा पोर्ट विलियम से होता हुआ पश्चिम में प्रशांत महासागर तट पर वेंकूवर तक जाता है। यह प्रशांत महासागर तथा अटलांटिक महासागर को जोड़ने वाला विश्व का प्रमुख रेलमार्ग है जिसका निर्माण सन् 1886 में किया गया। इस रेलमार्ग की लंबाई 7,050 किलोमीटर है।
इस रेलमार्ग का आरंभ कनाडा की सीमा से होता है तथा कुछ दूर संयुक्त राज्य अमेरिका में पहुंचने पर फिर यह मार्ग सेंट लारेंस नदी को पार करने के बाद कनाडा की राजधानी ओटावा पहुंचता है। इस रेलमार्ग के द्वारा देश के प्रमुख नगर सेंट जॉन, मांट्रियल, सडबरी, विनिपेग, रेगिना, मेडिसनहैट तथा वेंकवर आदि देश की राजधानी (ओटावा) से जुड़ गए हैं, जिससे प्रशासनिक एवं राजनीतिक गतिविधियों में विशेष सहायता मिली है।
इस रेलमार्ग का प्रशासनिक एवं राजनीतिक महत्त्व होने के क्यबैक मि साथ-साथ इसने कनाडा के प्रेयरीज़ वेंकूवर कालाग्री मेडिसनहैट प्रदेश में गेहूँ के उत्पादन तथा खनिजों के दोहन तथा उन्हें पूर्व में अटलांटिक सडबरी तक पहुंचाने में सहायता की है। विनिपेग कनाडा के बंदरगाह शीतकाल में जम जाते हैं जिसके कारण समुद्री यातायात ट्रियल हा एंटलांटिक कुछ महीनों के लिए बंद हो जाता है
महासागर और इस रेलमार्ग द्वारा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं को अटलांटिक तट तक पहुँचाया जाता है, जहाँ से पश्चिमी यूरोप के देशों को इनका निर्यात किया जाता है। कनाडा में पश्चिमी भाग के आर्थिक विकास में इस रेलमार्ग की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।
प्रश्न 4.
आंतरिक जल परिवहन अथवा अंतःस्थलीय जल मार्ग किसे कहते हैं? आंतरिक जलमार्गों के विश्व-वितरण का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
उत्तर:
परिवहन के क्षेत्र में आंतरिक या अंतःस्थलीय जलमार्गों का प्राचीनकाल से ही महत्त्व रहा है। मनुष्य लकड़ी के लट्ठों … को बांधकर जल में तैरते हुए यात्रा करते तथा सामान ढोते थे, तत्पश्चात् नावें बनाई गईं और अब स्टीमरों से परिवहन होता है। जब नदियों, झीलों तथा नहरों का प्रयोग परिवहन के रूप में किया जाता है, तो उसे आंतरिक जल परिवहन कहते हैं।
आंतरिक जलमार्गों का विश्व-वितरण-आंतरिक जलमार्गों का विश्व-वितरण निम्नलिखित है-
1. यूरोप के आंतरिक जलमार्ग-यूरोप में आंतरिक जलमार्गों का जाल बिछा हुआ है। यूरोप के उत्तरी मैदान की महत्त्वपूर्ण नदियों; जैसे सीन, राइन, वेजर, एल्ब, ऑडर आदि नदियों को नहरों के द्वारा बीच-बीच में जोड़ दिया गया है। कच्चे तथा निर्मित माल को लाने-ले . जाने तथा व्यापारिक माल को बंदरगाहों तक पहुंचाने में इंन भागों का बड़ा महत्त्व है।
यूरोप में राइन नदी व्यापार की दृष्टि से काफी महत्त्वपूर्ण है। इसमें बड़े-बड़े जलपोत जर्मनी के आंतरिक भागों तक प्रवेश कर जाते हैं। इस नदी द्वारा जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड, स्विट्ज़रलैंड और बेल्जियम के आयात-निर्यात में सहायता मिलती है। इस नदी द्वारा आयातित वस्तुओं को आंतरिक भागों तक आसानी से पहुँचाया जाता है तथा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं को वापसी में जहाजों द्वारा विदेशों को भेजा जाता है। राइन, वेजर तथा ऑडर नदियों को पूर्व-पश्चिम दिशा में नहरों के द्वारा जोड़ दिया गया है, स्टीमर तथा जलपोत चलते हैं। डेन्यूब नदी द्वारा ऑस्ट्रिया, हंगरी, रोमानिया और यूगोस्लाविया का परिवहन होता है। डेन्यूब नदी जर्मनी में ब्लैक फोरेस्ट पर्वत से निकलकर पूर्व में आस्ट्रिया की राजधानी वियना तथौं हंगरी होती हुई उत्तर:पूर्वी भाग में रोमानिया तथा बुल्गारिया से होती हुई पूर्व में काला सागर में गिरती है।
2. मानसूनी एशिया-मानसूनी एशिया में भारत तथा चीन की नदियाँ ही अधिकांशतः जल परिवहन में प्रयोग की जाती हैं। चीन की यांगसी-क्यांग तथा भारत की गंगा, ब्रह्मपुत्र, हुगली, बर्मा की इरावती आदि नदियों में प्रमुख रूप से जल परिवहन होता है। यांगसी-क्यांग की गिनती विश्व की लंबी नदियों में की जाती है। यह चीन की सबसे लंबी नदी है जो पश्चिम से पूर्व की ओर प्रवाहित होती है। इसके अतिरिक्त इसमें अनेक छोटी-बड़ी नावें भी चलती हैं। भारी सामान देश के आंतरिक भागों में कम लागत पर इस नदी द्वारा पहुँचाया जाता है। इन नदियों के अतिरिक्त ह्वांगहो, मीमांग, सालविन आदि नदियों में भी जल परिवहन होता है। उत्तरी भारत में गंगा, यमुना तथा ब्रह्मपुत्र नदियों को परिवहन के उद्देश्य से अधिक विकसित किया जा सकता है जिससे कोलकाता बंदरगाह से माल आंतरिक भागों में कम लागत पर पहुंच सके।
3. उत्तरी अमेरिका-उत्तरी अमेरिका का महान् झील क्षेत्र साल भर परिवहन के लिए खुला रहता है। सुपीरियर, मिशिगन, हयूरन, ईरी तथा ओष्टारियों ने यहाँ के औद्योगिक विकास एवं नगरीकरण में प्रमुख भागीदारी निभाई है। इन झीलों के तटवर्ती भागों न मात्रा में लोहा पाया जाता है। बड़े-बड़े जहाज़ों द्वारा लोहा देश के कोयला क्षेत्रों एवं औद्योगिक नगरों तक पहुंचाया जाता है। इन झीलों के अतिरिक्त मिसीसिपी आंतरिक जलमार्ग भी महत्त्वपूर्ण है। मिस्सौरी, ओहापो, इलिनाए और उमोहियो नाव्य-नदियाँ हैं जो कच्चे माल आदि का परिवहन करती हैं।
प्रश्न 5.
विश्व के किन्हीं चार समुद्री जलमार्गों या महासागरीय मार्ग का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विश्व में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सबसे अधिक महासागरीय भागों द्वारा होता है। द्वितीय विश्वयुद्ध से पूर्व भाप से चलने वाले जलयानों की संख्या अधिक थी, लेकिन अब डीज़ल से चलने वाले जलपोतों द्वारा एक देश का दूसरे देश से व्यापार होता है। महासागरीय भागों के द्वारा ही विश्व बाजार में विभिन्न देशों की वस्तुएँ सुलभ हो जाती हैं। भारी वजन वाले सामान को जलपोतों द्वारा ही एक देश से दूसरे देश में पहुंचाया जाता है। महासागरीय जलमार्ग परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में सस्ता साधन है। इसमें सड़कें तथा रेल पटरी आदि बिछाने का खर्चा नहीं है। केवल पोताश्रयों के लिए टर्मिनल बनाने पड़ते हैं। विश्व के प्रमुख महासागरीय मार्ग निम्नलिखित हैं-
1. उत्तरी अटलांटिक मार्ग-यह मार्ग संसार का सबसे व्यस्त मार्ग है। यह मार्ग उत्तरी अमेरिका तथा यूरोपीय देशों के मध्य स्थित है। यह मार्ग विश्व के औद्योगिक देशों को आपस में जोड़ता है। विश्व का लगभग एक-चौथाई व्यापार इसी मार्ग द्वारा होता है। इस मार्ग पर पहला स्टीमर सन् 1938 में प्रारंभ हुआ। आज इस मार्ग पर लगभग 300 कंपनियों के जलपोत चलते हैं। इस मार्ग पर विश्व के लगभग 28 बड़े बंदरगाह स्थित हैं। यूरोप के प्रमुख पोताश्रय लंदन, लीवरपूल, बर्ग, रोटरडम, एम्सटर्डम, दी हेग, बेस्ट नान्टीज़, रोम, नेपिल्स आदि और संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क, बोस्टन, फिलाडेलफिया, बाल्टीमोर, चार्ल्सटन, न्यू आयलिस तथा हॉस्टन प्रमुख हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका से गेहूँ, कपास, कोयला, पेट्रोलियम, तेल, मशीनरी, कृषि यंत्र, वैज्ञानिक उपकरण, वस्त्र तथा मोटरगाड़ियाँ
आदि का निर्यात होता है, जबकि यूरोप से वैज्ञानिक उपकरण, मशीनों तथा वस्त्रों का निर्यात होता है।
2. आशा अंतरीप मार्ग-यह एक महत्त्वपूर्ण महासागरीय मार्ग है जो विश्व के सभी महाद्वीपों को आपस में जोड़ता है। यह उत्तरी तथा दक्षिणी अमेरिका, यूरोप, एशिया तथा ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के देशों को आपस में जोड़ता है। यूरोप से आने वाले जहाज केपवर्ड द्वीपों के समीप से अफ्रीका के दक्षिण में केपटाउन पहुंचते हैं तथा इंडोनेशिया जाने वाले जहाज वृहत् वृत्त के मार्ग से जाते हैं तथा ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड जाने वाले जहाज वृहत् वृत्त के उत्तर की ओर से जाते हैं और केपटाउन ईंधन लेने के लिए रुकते हैं। स्वेज़ नहर के निर्माण के बाद से इस मार्ग का महत्त्व कम हो गया है। दक्षिण-पूर्वी एशिया से रबड़, ऊन, तेल, चीनी, नारियल, मसाले, ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूज़ीलैंड से दुग्ध तथा ऊन का सामान निर्यात किया जाता है, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका तथा यूरोप से मशीनरी, तेल, वैज्ञानिक उपकरण, मोटरगाड़ियाँ आदि का निर्यात इस मार्ग से होता है।
3. प्रशांत महासागरीय मार्ग यह समुद्री मार्ग सबसे बड़ा है लेकिन अधिक विकसित नहीं हुआ है। इस मार्ग द्वारा उत्तरी तथा दक्षिणी अमेरिका का एशियाई देशों तथा ऑस्ट्रेलिया से व्यापार होता है। एशियाई देशों से कच्चा माल तथा संयुक्त राज्य अमेरिका को निर्मित माल यहाँ से निर्यात होता है। अमेरिका से मशीनरी, वैज्ञानिक उपकरण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान निर्यात होता है। दक्षिणी-पूर्वी एशिया से चाय, रबड़, चीनी तथा अन्य कृषिगत उपजें निर्यात की जाती हैं। इस मार्ग के प्रसिद्ध एशियाई बंदरगाह कोबे, टोकियो, याकोहामा, हांगकांग, शंघाई, सिंगापुर, मनीला, ऑस्ट्रेलिया के सिडनी, अमेरिका के वेंकूवर, सान फ्रांसिस्को तथा लॉस एंजिल्स हैं।
4. दक्षिणी अटलांटिक मार्ग यह महासागरीय मार्ग पश्चिमी यूरोप तथा दक्षिणी अमेरिका के देशों के मध्य है। इस व्यापारिक मार्ग से दक्षिणी अमेरिका की बंदरगाहों तथा यूरोप की बंदरगाहों के मध्य व्यापार होता है। अर्जेंटाइना, ब्राज़ील तथा उरुग्वे विशाल मात्रा में कहवा, गेहूं, मक्का, मांस, ऊन, चमड़ा तथा खालें यूरोपीय देशों को निर्यात करते हैं। लौह अयस्क, मैंगनीज़, टंगस्टन, बॉक्साइट, अभ्रक आदि खनिजों का भी दक्षिणी अमेरिका के देशों से इस मार्ग द्वारा निर्यात किया जाता है।
प्रश्न 6.
वायु परिवहन की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वायु परिवहन की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
(1) स्थल तथा जल परिवहन की तुलना में वायु परिवहन, परिवहन का तीव्रतम साधन है, परन्तु यह अत्यन्त महँगा भी है।
(2) विश्व की दूरियों को जितनी जल्दी वायु परिवहन ने घटाया है उतनी जल्दी किसी और साधन ने नहीं। वर्षों और महीनों के स्थान पर वायुमार्ग द्वारा की गई यात्रा को अब घण्टों और मिनटों में मापा जा सकता है। आज विश्व में कोई भी स्थान 35 घण्टे से अधिक दूरी पर नहीं है। चौंकाने वाली यह बात वायुयान बनाने और उड़ाने वालों की वजह से संभव हुई है।
(3) कम वजन की कीमती वस्तुओं; जैसे हीरे-जवाहरात, पत्र एवं दस्तावेज तथा शीघ्र खराब होने वाली खाद्य वस्तुओं; जैसे भारत का आम, इज़रायल का टमाटर, स्विट्ज़रलैंड के चॉकलेट व न्यूज़ीलैंड के दूध को वायु परिवहन द्वारा यूरोप और अमेरिका के बाज़ारों में शीघ्र पहुँचाया जा सकता है।
(4) वायु परिवहन ने सम्पर्क क्रान्ति ला दी है, जिन अगम्य क्षेत्रों तक स्थल मार्ग विकसित नहीं किए जा सकते; जैसे सघन वन, पर्वत, दलदल, हिमक्षेत्र व मरुभूमि इत्यादि, वहाँ वायु परिवहन ही एकमात्र विकल्प बच जाता है। ऐसे स्थानों पर केवल हवाई अड्डे अथवा हवाई पट्टियाँ बनानी पड़ती हैं। उदाहरणतः वायुयान जमी हुई भूमि (Frozen Ground) के अवरोध से प्रभावित हुए बिना कनाडा के एस्किमो के लिए अनेक प्रकार की वस्तुएँ लाते हैं।
(5) ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में भू-स्खलन, ऐवेलांश अथवा भारी हिमपात और मैदानी भागों में बाढ़ के कारण प्रायः मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं। ऐसी प्राकृतिक विपदाओं या संकट में फंसे लोगों की सहायता वायु परिवहन के द्वारा ही की जा सकती है। ऐसे समय में लोगों को शीघ्रातिशीघ्र दवाइयाँ, कपड़े, भोजन इत्यादि वायु सेवा द्वारा मुहैया कराए जा सकते हैं।
(6) विश्व में राजनीतिक व सामरिक संतुलन को बनाए रखने में वायु परिवहन अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ है। आधुनिक युद्ध कला में वायु सेना निर्णायक भूमिका निभाती है। संयुक्त राज्य अमेरिका एवं ब्रिटिश सेनाओं द्वारा ईरान में किए गए हवाई हमले इस बात के साक्षी हैं।
(7) वायु परिवहन के संचालन के लिए भारी पूँजी व ऊँची तकनीक की ज़रूरत होती है। अतः इसका विकास उन देशों में अधिक हो पाता है जहाँ प्रति-व्यक्ति आय और आर्थिक स्तर ऊँचा है।
(8) जिन लोगों के लिए समय ही सब कुछ है, उनके लिए वायु परिवहन वरदान है।
(9) आजकल धनाढ्य लोग सैर-सपाटे व पर्यटन के उद्देश्य से भी वायु परिवहन का उपयोग करते हैं।
प्रश्न 7.
विश्व के दो महत्त्वपूर्ण समुद्री मार्गों का वर्णन कीजिए।
अथवा
स्वेज़ एवं पनामा नहर मार्गों का वर्णन कीजिए। इनका भौगोलिक महत्त्व क्या है?
अथवा
निम्नलिखित पर संक्षिप्त नोट लिखें
(क) स्वेज़ नहर मार्ग,
(ख) पनामा नहर मार्ग।
उत्तर:
विश्व के दो महत्त्वपूर्ण समुद्री मार्ग हैं-
(क) स्वेज़ नहर मार्ग-स्वेज़ नहर लाल सागर और भूमध्य सागर को मिलाती है। इस नहर का निर्माण सन् 1859 में फ्रांसीसी इंजीनियर फर्डिनेंड-डी-लेसेप्स के निर्देशन में प्रारंभ किया गया। इसका निर्माण कार्य 10 साल में पूरा हुआ और सन् 1869 में स्वेज़ नहर का शुभारंभ हुआ। लाल सागर और भूमध्य सागर के मध्य नहर की लंबाई 160 कि०मी० है। सन् 1956 में मिस्र सरकार ने इसका राष्ट्रीयकरण किया और सन् 1967 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस राष्ट्रीयकरण को मान्यता दी गई।
स्वेज नहर का महत्त्व – स्वेज नहर का निर्माण समतल मरुस्थली क्षेत्र पर किया गया है। स्वेज़ मार्ग के बनने से दक्षिणी-पूर्वी एशिया और यूरोपीय देशों के बीच की दूरी कम हुई है और व्यापार को प्रोत्साहन मिला है। इस नहर से मुंबइ (बंबई) तथा लीवरपूल के बीच की दूरी 200 कि०मी० कम हुई है। । ऑस्ट्रेलिया एवं एशिया के व्यापारिक संबंध यूरोपीय देशों से विशेषकर ब्रिटेन
स्वेज नहर तथा फ्रांस के साथ प्रगाढ़ हुए हैं।
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स्वेज नहर द्वारा फारस की खाड़ी के देशों से पेट्रोलियम पदार्थों का जजकन्तरा आयात एशियाई देशों को होता है तथा विभिन्न कृषिगत पदार्थ गेहूँ, चावल, इस्लामिय रबड़, जूट, सूती वस्त्र आदि का निर्यात खाड़ी के देशों को किया जाता है। ब्रिटेन को इस नहर से एशियाई देशों से कच्चा माल मंगाने में विशेष सुविधा हुई है।
(ख) पनामा नहर मार्ग-स्वेज़ नहर की आशातीत सफलता के बाद पनामा नहर का निर्माण किया गया। यह नहर अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर को मिलाती है। इस नहर का उद्घाटन 15 अगस्त, 1914 को हुआ। नहर बनाने की योजना 16वीं शताब्दी में हुई थी लेकिन कार्यान्वित नहीं की जा सकी क्योंकि लाल पनामा जल संयोजक की भूमि पथरीली एवं पर्वतीय थी इसलिए सरकार को कई स्वेज की बाड़ी सागर स्थानों पर लॉक बनाने पड़े।
इस नहर के अटलांटिक तट पर कोलोन बंदरगाह तथा प्रशांत तट पर पनामा बंदरगाह स्थित है। इस नहर की लंबाई 72 कि०मी० है। पनामा जल संयोजक समुद्र की सतह से लगभग 25 मीटर ऊंचा है इसलिए पानी को चढ़ाने के लिए लॉक प्रणाली बनानी पड़ी। इसमें प्रतिदिन 30 जलपोतों के आने-जाने की सुविधा है। जहाजों को इस नहर से गुजरने में 7 से 8 घंटे लगते हैं।
पनामा नहर का महत्त्व पनामा नहर के निर्माण से पूर्व उत्तरी अमेरिका तथा यूरोप के जहाजों को दक्षिणी पजामा नहर अमेरिका के केपहार्न का चक्कर लगाना पड़ता था। इसके बनने के बाद न्यूयॉर्क तथा सान फ्रांसिस्को के बीच की दूरी में 13,000 कि०मी० की कमी आई है। इस मार्ग से लीवरपूल और सान फ्रांसिस्को के बीच की 9,100 किलोमीटर की दूरी कम हुई है। यह मार्ग तूफानों और हिमशैलों से भी सुरक्षित है। इस मार्ग के निर्माण से समय पनामा पोर्ट तथा धन की काफी बचत हुई है। इसके निर्माण से प्रशांत महासागर तटीय देशो तथा अटलांटिक तटीय देशों के बीच व्यापारिक संबंध बढ़े हैं।
पनामा मार्ग के निमाण से उत्तरी अमेरिका के खाद्य पदार्थ और कोयला, ब्राज़ील से कॉफी, वेनेजुएला से पेट्रोलियन यूरोपीय तथा एशियाई देशों को निर्यात किए जाते हैं। एशियाई देशों से रबड, खाद्य-सामग्री कोयला, रेशम, चाय आदि अमेरिकी देशों को निर्यात की जाती है।
प्रश्न 8.
जनसंचार में रेडियो, टेलीविजन, उपग्रह, कम्प्यूटर के महत्त्व की विवेचना कीजिए। अथवा जनसंचार के साधनों की उपयोगिता महत्त्व) पर प्रकाश डालें।
उत्तर:
हमारे जीवन में जनसंचार के साधनों का विशेष महत्त्व है। आधुनिक युग में निम्नलिखित जनभचार के सशक्त माध्यम हैं-
1. रेडियो का महत्त्व भारत में सन् 1927 में रेडियो प्रसारण आरंभ हुआ था। सन् 1936 में इसे ‘आल इंडिया रेडियो’ का नाम दिया गया। अब इसे आकाशवाणी भी कहा जाता है। आकाशवाणी सूचना, शिक्षा और मनोरंजन से संबंधित विविध प्रकार के कार्यक्रम प्रसारित करता है। आकाशवाणी की समाचार सेवा भारतीय और विदेशी श्रोताओं के लिए समाचार और समीक्षाएँ प्रसारित करती है। राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्त्व के विशिष्ट अवसरों पर विशेष समाचार बुलेटिन भी प्रसारित किए जाते हैं। आकाशवाणी से व्यावसायिक कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाते हैं। विविध भारती के चैनल व्यावसायिक प्रसारण के लिए देश-भर में प्रसिद्ध हैं। ग्रामीण श्रोताओं के लिए स्वास्थ्य परिवार कल्याण और कृषि संबंधित कायक्रम प्रातदिन प्रसारित किए जाते हैं।
2. टेलीविजन का महत्त्व दूरदर्शन भारत का राष्ट्रीय चैनल है। भारत में दूरदर्शन का पहला कार्यक्रम 15 दिसंबर, 1959 को प्रसारित किया गया जिसे केवल दिल्ली में ही देखा जा सकता था। इसके बाद दूरदर्शन की सेवाओं में बड़ी तेजी से विस्तार हुआ।
दूरदर्शन तीन स्तर के कार्यक्रम प्रसारित करता है-राष्ट्रीय, प्रादेशिक और स्थानीय । दूरदर्शन के प्रसारित कार्यक्रमों में समाचार, समसामयिक विषय, विज्ञान, सांस्कृतिक पत्रिकाएँ, संगीत, नृत्य, नाटक, धारावाहिक और फीचर फिल्में शामिल हैं। सरकारी नीतियों, समाचारों, विकास कार्यक्रमों और सामयिक विषयों का नियमित प्रसारण किया जाता है। दूरदर्शन राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय महत्त्व के अनेक कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण भी करता है। यह स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए शैक्षिक कार्यक्रम भी प्रसारित करता है। आजकल विभिन्न चैनलों के उपयोग से दूरदर्शन ने गाँव और नगर दोनों में ही लोगों के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन को बदल दिया है।
3. उपग्रह संचार का महत्त्व भारत के अंतरिक्ष उपग्रह प्रणालो से संबंधित गतिविधियाँ सन् 1962 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (इसरो) के गठन से प्रारंभ होकर वर्तमान समय तक अनवरत जारी हैं। उपग्रह प्रणाली के विकास से मसार और भारत के संचार तंत्र में एक क्रांति आ गई है। भारत की उपग्रह प्रणालियाँ दो प्रकार की हैं
- भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाला (इंडियन नेशनल सेटेलाइट सिस्टम)।
- भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह प्रणाली (इंडियन रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट सिस्टम)।
इन्सेट दूरसंचार, मौसम की जानकारी और पूर्वानुमान विविध प्रकार के आंकड़ों और कार्यक्रमों के लिए एक बहुउद्देशीय उपग्रह प्रणाली है।
भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह (आई०आर०एस०) प्रणाली द्वारा अंतरिक्ष में स्थापित उपग्रह अनेक वर्णक्रमीय (स्पेक्ट्रल) बैंडों के आँकड़े एकत्र करते हैं तथा विभिन्न उपयोगों के लिए स्थलीय स्टेशनों से इनका प्रसारण करते हैं ये उपग्रह प्रकात के संसाधनों क प्रबंधन में बहुत उपयोगी सिद्ध हुए हैं। भारतीय सुदूर संवेदी एजेसी हैदराबाद में स्थित है।
4. कंप्यूटर का महत्त्व आधुनिक युग में कंप्यूटर की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण हो गई है। कंप्यूटर के माध्यम से इंटरनेट और ई-मेल किया जा सकता है। कंप्यूटर सारे संसार में कम लागत पर सूचनाएँ और ज्ञान प्रसारित कर सकता है। कंप्यूटर द्वारा दस्तावेजों को तीव्र गति और कम लागत पर भेजा और प्राप्त किया जा सकता है। अपनी विशिष्ट सेवाओं और क्षमताओं के कारण कंप्यूटर का विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग बढ़ता जा रहा है। कंप्यूटर की विशिष्ट क्षमताएँ हैं-गति, शुद्धता, भंडारण क्षमता और स्वचालन। शिक्षा और ज्ञान के प्रसार में कंप्यूटर की भूमिका उल्लेखनीय है।