Haryana State Board HBSE 10th Class Social Science Notes Civics Chapter 8 लोकतंत्र की चुनौतियाँ Notes.
Haryana Board 10th Class Social Science Notes Civics Chapter 8 लोकतंत्र की चुनौतियाँ
लोकतंत्र की चुनौतियाँ Class 10 Notes HBSE
→ लोकतांत्रिक व्यवस्था में बनी सरकार एक मुश्किल प्रकार कीसरकार होती है। ऐसी सरकार अन्य प्रकार की सरकारों से बेहतर अवश्य होती है। परंतु इस प्रकार की अपनी ही विशेष प्रकार की चुनौतियाँ होती है
→ लोकतांत्रिक युग होने के बावजूद भी आज संसार में एक-चौथाई भाग में लोकतांत्रिक नहीं है। ऐसे भाग में चुनौतियाँ उस भाग से जहाँ लोकतंत्र है की चुनौतियाँ से अलग है। कुल मिलाकर लोकतंत्र के समक्ष की चुनौतयों को तीन श्रेणियों में बाँटा जा सकता है।
→ जिन देशों में लोकतंत्र नहीं है, उन देशों में लोकतांत्रिक सरकरों का गठन करने हेतु बुनियादी आधार तैयार करने की चुनौतियाँ है। इन देशों में गैर-लोकतांत्रिक शासकीय व्यवस्था को मिटाना, सेना शासन का अंत करना तथा लोक संप्रभुता का निर्माण करना।
लोकतंत्र की चुनौतियाँ Class 10 Notes In Hindi HBSE
→ जहाँ लोकतंत्र विद्यमान है, उस भाग में लोकतंत्र का विस्तार करना; लोकतांत्रिक संस्थाओं को अधिक अधिकार संपन्न बनाना, स्थानीय इकाइयों को सुदृढ़ करना, महिलाओं व अल्पसंख्यक वर्गों की भागीदारी बढ़ाना।
→ लोकतंत्र को मजबूत करना; लोकतांत्रिक मूल्यों में वृद्धि लोकतांत्रिक आकांक्षाओं की पूर्ति तथा जनमानस का लोकतंत्र में विश्वास बढ़ाना; लोकतंत्र की कार्यविधि में सुधार करना।
→ लोकतंत्र एक कठिन प्रकार की शासन प्रणाली है। इसे शत्रुओं से बचाना तथा इसकी मान-मर्यादा को, मजबूत करना इसे बनाए रखने के लिए जरूरी साधन है।
→ प्रत्येक प्रकार का लोकतंत्र अलग-अगल है, उसके संदर्भ भी अलग-अलग है तथा उसकी चुनौतियाँ भी अलग-अलग। अतः लोकतंत्रीय व्यवस्था में लगातार राजनीतिक सुधार किए जाने चाहिए।
→ उनमें जो लोकतंत्र का प्रयोग करते हैं तथा उनमें जिन पर लोकतंत्र लागू होता है तथा उन सभी संस्थाओं, प्रक्रियाओं व परिस्थितियों में जिनमें लोकतंत्र का संचालन होता है।
→ बुनियादी आधार : वह जिसका संबंध नींव से हो, वास्तविकता से जुड़ी ज़मीनी वास्तविकता।
→ कुछ महत्त्वपूर्ण चुनौतियाँ : स्थानीय संस्थाओं को संपन्न बनाना, महिलाओं व अल्पसंख्यकों के समूहों की पर्याप्त भागीदार, राजनीतिक जागरूकता आदि।
→ लोकतंत्रीय मूल्य : वह मूल्य जो लोकतंत्र की मजबूत कर सकते हैं। लोकतांत्रिक संस्थाएँ जितनी अधिक लागू दी जाएंगी उनकी मुश्किलों को उतनी अधिक सुलझाने के प्रयास किए जाएंगे।
→ नागरिक नियंत्रण : शासकीय संस्थाओं की कार्यवाही में नागरिकों द्वारा नियंत्रण
→ संविधानवाद : संविधान के उपबन्धों द्वारा किया गया शासन
→ लोकतांत्रिक अधिकार : लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी नागरिकों को एक समान अधिकारों की उपलब्धि
→ निर्वाचन : प्रतिनिधियों व शासकीय अधिकारियों का चुना जाना।
→ संघवाद : संघीय व उसके चारों ओर का इकाइयों की सरकारों की व्यवस्था। यह शासन का एक रूप है।