Haryana State Board HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ Important Questions and Answers.
Haryana Board 9th Class Science Important Questions Chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ
अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पदार्थ से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
पदार्थ वे वस्तुएँ होती हैं जिनका द्रव्यमान होता है तथा जो स्थान (आयतन) घेरती हैं।
प्रश्न 2.
विश्व की प्रत्येक वस्तु किससे बनी होती है?
उत्तर:
विश्व की प्रत्येक वस्तु पदार्थ से बनी होती है।
प्रश्न 3.
भारत के प्राचीन दार्शनिकों ने पदार्थ को कितने मूल तत्त्वों में वर्गीकृत किया था?
उत्तर:
भारत के प्राचीन दार्शनिकों ने पदार्थ को पाँच मूल तत्त्वों में वर्गीकृत किया था।
प्रश्न 4.
पंचतत्त्व से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
पाँच मूल तत्त्वों वायु, पृथ्वी, अग्नि, जल और आकाश को पंचतत्त्व कहा जाता है।
प्रश्न 5.
यूनानी दार्शनिक पदार्थ में कितने मूल तत्त्व मानते थे?
उत्तर:
यूनानी दार्शनिक पदार्थ में चार मूल तत्त्व-पृथ्वी, अग्नि, वायु और जल मानते थे।
प्रश्न 6.
आधुनिक विज्ञान में पदार्थों के वर्गीकरण का आधार क्या है?
उत्तर:
आधुनिक विज्ञान में पदार्थों के वर्गीकरण का आधार-भौतिक गुणधर्म तथा रासायनिक प्रकृति है।
प्रश्न 7.
भौतिक अवस्था के आधार पर पदार्थ कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
भौतिक अवस्था के आधार पर पदार्थ तीन प्रकार के होते हैं-(1) ठोस, (2) द्रव व (3) गैस।
प्रश्न 8.
ठोस पदार्थों के चार उदाहरण लिखें।
उत्तर:
पत्थर, लकड़ी, लोहा व बर्फ।
प्रश्न 9.
द्रव पदार्थों के चार उदाहरण लिखें।
उत्तर:
जल, किरोसीन, स्पिरिट व पेट्रोल।
प्रश्न 10.
गैसीय पदार्थों के चार उदाहरण लिखें।
उत्तर:
ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड व जलवाष्प।
प्रश्न 11.
रासायनिक संघटन के आधार पर पदार्थ कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
रासायनिक संघटन के आधार पर पदार्थ तीन प्रकार के होते हैं-(1) तत्त्व, (2) यौगिक व (3) मिश्रण।
प्रश्न 12.
जल के ठोस रूप का नाम लिखें।
उत्तर:
जल का ठोस रूप बर्फ है।
प्रश्न 13.
जल की तीन विभिन्न अवस्थाएँ कौन-कौन सी हैं?
उत्तर:
जल की तीन भौतिक अवस्थाएँ हैं-(1) बर्फ (ठोस), (2) द्रव (जल), (3) भाप (गैसीय)।
प्रश्न 14.
ठोस के अभिलाक्षणिक गुणधर्म लिखिए।
उत्तर:
ठोस पूर्णतः असंपीडय (Incompressible), निश्चित आकार तथा आयतन के होते हैं।
प्रश्न 15.
द्रव के अभिलाक्षणिक गुणधर्म क्या होते हैं?
उत्तर:
द्रव अपेक्षाकृत असंपीडय तरल होते हैं। इनका आयतन निश्चित परंतु आकार अनिश्चित होता है।
प्रश्न 16.
गैस के अभिलाक्षणिक गुणधर्म क्या हैं?
उत्तर:
गैस एक अत्यधिक संपीडय तरल है। दी गई मात्रा की गैस किसी भी आकार व आकृति के पात्र में भर जाएगी।
प्रश्न 17.
गैस के किस गुण के कारण टायर में अधिक-से-अधिक वायु भर जाती है?
उत्तर:
गैस के संपीडयता गुण के कारण।
प्रश्न 18.
CNG का क्या अर्थ है?
उत्तर:
CNG का अर्थ है संपीडित प्राकृतिक गैस (Compressed Natural Gas)।
प्रश्न 19.
अंतराणुक (Intermolecular) बल से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
पदार्थों के कणों (अणुओं या परमाणुओं) के बीच में लगने वाले बलों को अंतराणुक बल कहते हैं।
प्रश्न 20.
सबसे अधिक अंतराणुक बल किसमें होता है ठोस, द्रव या गैस में।
उत्तर:
ठोस में सबसे अधिक अंतराणुक बल होता है।
प्रश्न 21.
सबसे कम अंतराणुक बल किसमें होता है-ठोस, द्रव या गैस में।
उत्तर:
गैस में सबसे कम अंतराणुक बल होता है।
प्रश्न 22.
ठोसों की आकृति निश्चित क्यों होती है?
उत्तर:
ठोसों में प्रबलतम अंतराणुक बल के कारण ठोसों की आकृति निश्चित होती है।
प्रश्न 23.
क्या पदार्थ के कणों के बीच रिक्त स्थान होता है?
उत्तर:
हाँ, पदार्थ के कणों के बीच पर्याप्त रिक्त स्थान होता है।
प्रश्न 24.
विसरण से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
दो विभिन्न पदार्थों के कणों का स्वतः मिलना विसरण (Diffusion) कहलाता है।
प्रश्न 25.
जलती हुई अगरबत्ती की गंध दूर-दूर तक क्यों फैल जाती है?
उत्तर:
विसरण के कारण जलती हुई अगरबत्ती की गंध दूर-दूर तक फैल जाती है।
प्रश्न 26.
गैसों के किस गुण के कारण हमें रसोई गैस के रिसने का पता चलता है?
उत्तर:
गैसों के विसरण गुण के कारण हमें रसोई गैस के रिसने का पता चलता है।
प्रश्न 27.
इत्र तथा भोजन बनाने की खुशबू हम तक कैसे पहुँचती है?
उत्तर:
गैसें वायु में बड़ी तेजी से विसरित होती हैं। इसी गुण के आधार पर इत्र तथा भोजन बनने की खुशबू हम तक पहुँचती है।
प्रश्न 28.
शहद की शुद्धता की जाँच कैसे की जाती है?
उत्तर:
एक गिलास जल में शहद की एक बूंद डालने पर यदि वह वर्ण रेखा के रूप में गिरती है तो शहद शुद्ध माना जाता है अन्यथा शहद अशुद्ध माना जाता है।
प्रश्न 29.
तापमान का पदार्थ के कणों की गति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
तापमान बढ़ने से पदार्थ के कणों की गति बढ़ जाती है।
प्रश्न- 30.
एक ऐसे ठोस का उदाहरण दें जिसे खींचने पर उसकी आकृति बदल जाती है।
उत्तर:
रबर बैंड।
प्रश्न 31.
एक संपीडनशील ठोस का उदाहरण लिखें।
उत्तर:
स्पंज एक संपीडनशील ठोस है।
प्रश्न 32.
ठोस अथवा द्रव में से किसका संबंध बहाव से है?
उत्तर:
द्रव का संबंध बहाव से है।
प्रश्न 33.
जल में घुलनशील दो गैसों के नाम लिखो।
उत्तर:
ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैसें जल में घुलनशील हैं।
प्रश्न 34.
जलीय जंतु श्वास के लिए ऑक्सीजन कहाँ से प्राप्त करते हैं?
उत्तर:
जलीय जंतु श्वास के लिए जल में घुली ऑक्सीजन का प्रयोग करते हैं।
प्रश्न 35.
गुब्बारे वाला गुब्बारे में कौन-सी गैस भरता है तथा क्यों?
उत्तर:
गुब्बारे वाला गुब्बारे में हाइड्रोजन गैस भरता है क्योंकि यह वायु से हल्की होती है।
प्रश्न 36.
घरों में खाना बनाने में कौन-सी गैस प्रयुक्त होती है?
उत्तर:
द्रवित पेट्रोलियम गैस (LPG)।
प्रश्न 37.
अस्पतालों में कृत्रिम श्वास के लिए किस गैस के सिलेंडरों का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:
अस्पतालों में कृत्रिम श्वास के लिए ऑक्सीजन गैस के सिलेंडरों का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 38.
ठोसों, द्रवों और गैसों में से किसमें संपीडयता का गुण अधिकतम होता है?
उत्तर:
गैसों में संपीडयता का गुण अधिकतम होता है।
प्रश्न 39.
वायु में धूल-कणों की अनियमित गति को क्या कहते हैं?
उत्तर:
वायु में धूल-कणों की अनियमित गति को ब्राउनी गति कहते हैं।
प्रश्न 40.
बर्फ को गर्म करने पर क्या बनता है?
उत्तर:
बर्फ को गर्म करने पर यह जल (द्रव) में परिवर्तित हो जाती है।
प्रश्न 41.
द्रव (जल) को गर्म करने पर क्या बनता है?
उत्तर:
द्रव (जल) को गर्म करने पर यह वाष्प (भाप) में बदल जाता है।
प्रश्न 42.
ठोस, द्रव अथवा गैस में से किसमें कण गति करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र होते हैं?
उत्तर:
गैस में गति करने के लिए कण पूरी तरह स्वतंत्र होते हैं।
प्रश्न 43.
द्रव को गर्म करते समय हिलाने से क्या लाभ होता है?
उत्तर:
द्रव को गर्म करते समय हिलाते रहने से वह समान रूप से गर्म होता है।
प्रश्न 44.
तापमान मापने के लिए प्रयुक्त की जाने वाली युक्ति का नाम लिखो।
उत्तर:
थर्मामीटर।
प्रश्न 45.
गलनांक से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
वह निश्चित तापमान जिस पर कोई ठोस पिघलकर द्रव बन जाता है, गलनांक कहलाता है।
प्रश्न 46.
तापमान की SI इकाई क्या है?
उत्तर:
तापमान की SI इकाई केल्विन (K) है।
प्रश्न 47.
केल्विन तापमान को सेल्सियस तापमान में बदलने के लिए क्या किया जाता है?
उत्तर:
केल्विन तापमान को सेल्सियस तापमान में बदलने के लिए दिए हुए तापमान में से 273 घटाना पड़ता है।
प्रश्न 48.
373K को सेल्सियस तापमान में बदलिए।
उत्तर:
373 K= (373 — 273)°C = 100°C
प्रश्न 49.
सेल्सियस तापमान को केल्विन तापमान में कैसे बदला जाता है?
उत्तर:
सेल्सियस तापमान को केल्विन तापमान में बदलने के लिए दिए हुए तापमान में 273 जोड़ना पड़ता है।
प्रश्न 50.
0°C को केल्विन तापमान में बदलो।
उत्तर:
0°C = (0 + 273) K= 273 K
प्रश्न 51.
बर्फ का गलनांक कितना होता है?
उत्तर:
बर्फ का गलनांक 273.16 K होता है।
प्रश्न 52.
संगलन से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
गलने की प्रक्रिया यानि ठोस से द्रव अवस्था में परिवर्तन को संगलन कहते हैं।
प्रश्न 53.
संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
वायुमंडलीय दाब पर 1 किलो ठोस को उसके गलनांक पर द्रव में बदलने के लिए जितनी ऊष्मीय ऊर्जा की आवश्यकता होती है, उसे संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा कहते हैं।
प्रश्न 54.
0°C पर जल और बर्फ में से किसके कणों में अधिक ऊर्जा होगी?
उत्तर:
0°C पर जल के कणों में बर्फ के कणों की अपेक्षा अधिक ऊर्जा होगी।
प्रश्न 55.
क्वथनांक से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
वायुमंडलीय दाब पर वह तापमान जिस पर द्रव उबलने लगता है, उसे क्वथनांक कहते हैं।
प्रश्न 56.
जल का क्वथनांक कितना होता है?
उत्तर:
जल का क्वथनांक 373K होता है।
प्रश्न 57.
वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
वायुमंडलीय दाब पर 1 किलो द्रव को उसके क्वथनांक पर वाष्प में बदलने के लिए जितनी ऊष्मीय ऊर्जा की आवश्यकता होती है, उसे वाष्पीकरण की गुप्त या प्रसुप्त ऊष्मा कहते हैं।
प्रश्न 58.
373K तापमान पर भाप और जल में से किसकी जलन अधिक होगी?
उत्तर:
373K तापमान पर भाप से जल की अपेक्षा अधिक जलन होगी क्योंकि इसके कणों में वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा अधिक होती है।
प्रश्न 59.
ऊर्ध्वपातन से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
द्रव अवस्था में परिवर्तित हुए बिना ठोस अवस्था से सीधे गैस और वापस ठोस में बदलने की प्रक्रिया को ऊर्ध्वपातन कहते हैं।
प्रश्न 60.
दो ऊर्ध्वपातनशील पदार्थों के नाम लिखो।
उत्तर:
(1) कपूर,
(2) अमोनियम क्लोराइड।
प्रश्न 61.
किसी गैस पर दाब बढ़ाने से क्या होता है?
उत्तर:
किसी गैस पर दाब बढ़ाने से वह द्रव में बदल जाती है।
प्रश्न 62.
शुष्क बर्फ से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क बर्फ कहते हैं।
प्रश्न 63.
दाब की SI इकाई क्या है?
उत्तर:
दाब की SI इकाई पास्कल (Pa) है।
प्रश्न 64.
समुद्र की सतह पर वायुमंडलीय दाब कितना होता है?
उत्तर:
समुद्र की सतह पर वायुमंडलीय दाब एक ऐटमॉस्फीयर होता है।
प्रश्न 65.
वाष्पीकरण से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
क्वथनांक से कम तापमान पर द्रव के वाष्प में परिवर्तित होने की प्रक्रिया को वाष्पीकरण कहते हैं।
प्रश्न 66.
दैनिक जीवन में वाष्पीकरण का एक लाभ लिखें।
उत्तर:
दैनिक जीवन में वाष्पीकरण के कारण गीले कपड़े सूख जाते हैं।
प्रश्न 67.
सतही क्षेत्र का वाष्पीकरण पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
सतही क्षेत्र बढ़ने पर वाष्पीकरण की दर बढ़ जाती है।
प्रश्न 68.
वाष्पीकरण का तापमान से क्या संबंध है?
उत्तर:
तापमान बढ़ने पर वाष्पीकरण की दर बढ़ जाती है।
प्रश्न 69.
आर्द्रता से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
वायु में विद्यमान जलवाष्प की मात्रा को आर्द्रता कहते हैं।
प्रश्न 70.
वाष्पीकरण पर आर्द्रता का क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
आर्द्रता बढ़ने से वाष्पीकरण की दर कम हो जाती है।
प्रश्न 71.
तेज धूप वाले गर्म दिन के बाद लोग अपनी छत या खुले स्थान पर जल क्यों छिड़कते हैं?
उत्तर:
क्योंकि जल के वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा गर्म सतह को शीतल बनाती है।
प्रश्न 72.
निम्नलिखित पदार्थों में आप किसमें प्रबलतम अंतराणुक बल और किसमें दुर्बलतम अंतराणुक बल की अपेक्षा करेंगे-जल, एल्कोहॉल, चीनी, सोडियम क्लोराइड, कार्बन डाइऑक्साइड।
उत्तर:
सोडियम क्लोराइड में प्रबलतम अंतराणुक बल तथा कार्बन डाइऑक्साइड में दुर्बलतम अंतराणुक बल होगा।
प्रश्न 73.
गैसों का संपीडन संभव है, जबकि द्रवों का नहीं। ऐसा क्यों होता है?
उत्तर:
गैसों में अंतराणुक दूरी बहुत अधिक होने के कारण इन्हें संपीडित किया जा सकता है परंतु द्रवों में अंतराणुक दूरी कम होने के कारण इन्हें संपीडित नहीं किया जा सकता।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पदार्थों का वर्गीकरण प्राचीन काल में तथा आधुनिक विज्ञान में किस प्रकार किया गया है?
उत्तर:
पदार्थों का वर्गीकरण
(1) प्राचीन काल में भारत के प्राचीन दार्शनिकों ने पदार्थ को पाँच मूल तत्त्वों-(i) वायु, (ii) पृथ्वी, (ii) अग्नि, (iv) जल और (v) आकाश (जिन्हें पंचतत्त्व कहा जाता था) से सभी पदार्थों चाहे वो सजीव हो या निर्जीव का बना माना गया, जबकि यूनानी ‘दार्शनिक केवल चार मूल तत्त्वों पृथ्वी, अग्नि, वायु व जल को मानते थे।
(2) आधुनिक वैज्ञानिकों ने पदार्थ को भौतिक गुणधर्मों एवं रासायनिक प्रकृति के आधार पर दो प्रकार से वर्गीकृत किया है।
प्रश्न 2.
भौतिक गुणधर्मों के अनुसार पदार्थों का वर्गीकरण कैसे किया जाता है?
उत्तर:
भौतिक गुणधर्मों के अनुसार पदार्थों को तीन वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है
1. ठोस-ठोस पूर्णतः असंपीडय, निश्चित आकार तथा आयतन के होते हैं; जैसे पत्थर, लकड़ी, लोहा, बर्फ, नमक, चीनी आदि।
2. द्रव-द्रव अपेक्षाकृत असंपीडय तरल होते हैं। इनका आयतन निश्चित होता है परंतु आकार अनिश्चित होता है; जैसे जल, किरोसिन, स्पिरिट, पेट्रोल, दूध आदि।
3. गैस-गैस एक अत्यधिक संपीडय तरल है। इसका आयतन व आकार अनिश्चित होता है। अर्थात् दी गई मात्रा की गैस किसी भी आकार व आकृति के पात्र में भर जाएगी; जैसे ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड, जलवाष्प, मीथेन आदि।
प्रश्न 3.
ठोस पदार्थों के चार विशेष गुण लिखें। उत्तर-ठोस पदार्थों के विशेष गुण निम्नलिखित हैं
(1) ये ढेर के रूप में इकट्ठे किए जा सकते हैं।
(2) इनका आयतन निश्चित होता है।
(3) इन्हें खुरचा जा सकता है।
(4) ठोस पदार्थ कठोर होते हैं।
(5) इनका आकार निश्चित होता है।
प्रश्न 4.
द्रव पदार्थों के सामान्य गुण क्या हैं?
उत्तर:
द्रव पदार्थों के सामान्य गुण निम्नलिखित हैं
(1) द्रवों के ढेर नहीं बनाए जा सकते।
(2) सभी द्रव बह सकते हैं।
(3) द्रवों को खुरचा नहीं जा सकता।
(4) सभी द्रवों का आयतन निश्चित होता है।
(5) द्रव पदार्थ उसी बर्तन का आकार ग्रहण कर लेते हैं जिनमें उन्हें रखा जाए अर्थात् इनका आकार निश्चित नहीं होता।
प्रश्न 5.
कौन-कौन से गुण ठोस, द्रव तथा गैस सभी में होते हैं?
उत्तर:
निम्नलिखित गुण ठोस, द्रव तथा गैस सभी में होते हैं
(1) सभी अणुओं अथवा परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं।
(2) सभी स्थान घेरते हैं।
(3) सभी में भार होता है।
(4) सभी को (ज्ञानेंद्रियों द्वारा) अनुभव किया जा सकता है।
प्रश्न 6.
गैसों के सामान्य गुण बताइए। उत्तर-गैसों के सामान्य गुण निम्नलिखित हैं
(1) गैसों का आकार व आयतन निश्चित नहीं होता।
(2) गैसें वायु में घुल जाती हैं।
(3) गैसों को खुरचा नहीं जा सकता।
(4) गैस को केवल बंद बर्तन में इकट्ठा किया जा सकता है।
(5) गैस को जिस बर्तन में या स्थान में छोड़ा जाए तो गैस उस सारे स्थान में फैल जाती है।
(6) गैसें बह सकती हैं।
प्रश्न 7.
उदाहरण देकर स्पष्ट करें कि सभी द्रव पदार्थों के गुण एक-दूसरे से नहीं मिलते।
उत्तर:
निम्नलिखित उदाहरणों से स्पष्ट होता है कि सभी द्रव पदार्थों के गुण एक जैसे नहीं होते
(1) कुछ द्रव जल्दी जलने लगते हैं; जैसे पेट्रोल, परंतु कुछ द्रव नहीं जलते; जैसे जल।
(2) कुछ द्रव बहुत अधिक भारी होते हैं; जैसे पारा। कुछ द्रव इतने भारी नहीं होते; जैसे मिट्टी का तेल।
(3) कुछ द्रव जल्दी बहने लगते हैं; जैसे जल। कुछ द्रव धीरे-धीरे बहते हैं; जैसे शीरा और शहद।
(4) कुछ द्रव नमक, चीनी आदि को अपने में घोल लेते हैं। कुछ द्रव इन्हें अपने में घोल नहीं सकते; जैसे सरसों का तेल।
(5) कुछ द्रव रंगहीन होते हैं; जैसे मिट्टी का तेल और जल। कुछ द्रव रंगयुक्त होते हैं; जैसे सरसों का तेल।
(6) कुछ द्रव जल्दी वाष्प बनकर उड़ जाते हैं; जैसे स्पिरिट। कुछ द्रव बहुत देर से वाष्प बनते हैं; जैसे तारपीन का तेल।
प्रश्न 8.
ठोस, द्रव तथा गैस में अणुओं अथवा परमाणुओं के संकुलन (अंतराणुक बल) की तुलना करें।
उत्तर:
ठोस में अणु या परमाणु घने रूप में संकुलित होते हैं तथा ये आकर्षण शक्ति द्वारा एक-दूसरे से बंधे होते हैं; जबकि द्रवों में परमाणु या अणु कम घने रूप में संकुलित होते हैं। ठोसों में अणु या परमाणु अपनी-अपनी निश्चित स्थितियों के गिर्द कंपन करते हैं, जबकि द्रवों में अणु या परमाणु अपने बीच के निश्चित स्थान में इधर-उधर घूम सकते हैं।
गैसों में अणु या परमाणु एक-दूसरे से काफी दूर होते हैं और तेजी से चलते हैं। ये अणु या परमाणु अधिक स्थान तक घूमने के लिए स्वतंत्र होते हैं।
प्रश्न 9.
गैसों में दाब उत्पन्न होने का कारण स्पष्ट करें।
उत्तर:
क्योंकि गैसीय अवस्था में अणुओं की गति स्वतंत्र होती है, वे पात्र में गति कर सकते हैं, आपस में और पात्र की दीवारों से टकरा सकते हैं। अणुओं की लगातार दीवारों पर टक्करों के परिणामस्वरूप एक निश्चित बल उत्पन्न होता है जिसके फलस्वरूप गैसों में दाब उत्पन्न होता है।
प्रश्न 10.
जब बर्फ को गर्म करके जल में बदलते हैं और जल को गर्म करके भाप में बदलते हैं तो जल के अणुओं के संकुलन में क्या-क्या अंतर आते हैं?
उत्तर:
बर्फ एक ठोस है तथा इसके अणु एक-दूसरे से आकर्षण शक्ति से जुड़े होते हैं। बर्फ को गर्म करने पर इसके अण ऊष्मा पाकर गतिशील हो जाते हैं जिस कारण उनका आकर्षण बल ढीला पड़ जाता है और अणु बहने लगते हैं अर्थात् ठोस बर्फ, द्रव रूप धारण कर लेती है। जब जल को गर्म किया जाता है तो अणुओं की गतिशीलता बहुत अधिक बढ़ जाती है और वे प्रायः एक-दूसरे से बहुत दूर चले जाते हैं तथा घूमने के लिए स्वतंत्र हो जाते हैं अर्थात् उनका आकर्षण बल (अंतराणुक बल) बहुत ही कम हो जाता है, जल की ऐसी अवस्था को भाप (गैस) कहते हैं।
प्रश्न 11.
निम्नलिखित सूची में से उचित शब्द अथवा शब्दों को चुनकर रिक्त स्थानों में भरिएबहुत अधिक, निश्चित, दूसरा, पास-पास, स्वतंत्रता से, गति, बर्तन, बल, आकर्षण, आकृति।
(1) गैसीय अवस्था में कण……………..गति करते हैं।
(2) द्रव अवस्था में कण उसमें……………..कर सकते हैं।
(3) किसी ठोस के कण……………पैक किए (संकुलित) होते हैं तथा……………गति कर सकते।
(4) द्रव, जिन बर्तनों में रखे जाते हैं, उन्हीं की……………..ग्रहण कर लेते हैं।
(5) किसी गैस के कणों के बीच दूरी……………..होती है।
(6) ठोसों में कण परस्पर प्रबल……………..बलों से जुड़े रहते हैं।
उत्तर:
(1) स्वतंत्रता से,
(2) गति,
(3) पास-पास; निश्चित
(4) आकृति,
(5) बहुत अधिक,
(6) आकर्षण।
प्रश्न 12.
कॉलम ‘A’ में दिए गए कथनों को कॉलम ‘B’ से उचित शब्द चुनकर सही कीजिए
उत्तर:
कॉलम ‘A’ | कॉलम ‘B’ |
(1) गैसों को संपीडित किया जा सकता है | (b) आसानी से |
(2) द्रवों को संपीडित किया जा सकता है | (e) कुछ हद सीमा तक ही |
(3) ठोसों को नहीं किया जा सकता | (g) संपीडित |
(4) ठोस, द्रव में बदल जाता है जब उसके कणों के बीच आकर्षण बल को अप्रभावी कर लिया जाता है। | (a) उसके अणुओं की बढ़ी हुई गति द्वारा |
(5) ठोसों में कण एक-दूसरे से बंधे रहते हैं | (f) दृढ़ता से |
(6) द्रवों में कण एक-दूसरे से बंधे रहते हैं | (d) कम दृढ़ता से |
(7) गैसों में कण एक-दूसरे से बंधे | (c) नहीं रहते । |
प्रश्न 13.
रबर बैंड को खींचकर इसका आकार बदला जा सकता है फिर भी इसे ठोस क्यों माना जाता है?
उत्तर:
रबर बैंड को खींचकर इसका आकार बदला जा सकता है फिर भी इसे ठोस माना जाता है क्योंकि बाह्य बल लगाए जाने पर रबर बैंड का आकार बदलता है और बल को हटा लेने पर वह पुनः मूल आकार में आ जाता है, जबकि अत्यधिक बल लगाने पर वह टूट जाता है।
प्रश्न 14.
चीनी और नमक विभिन्न आकार के बर्तनों में रखने पर उनके आकार ले लेते हैं फिर भी इन्हें ठोस माना जाता है, क्यों?
उत्तर:
चीनी और नमक विभिन्न आकार के बर्तनों में रखने पर उनके आकार ले लेते हैं फिर भी इन्हें ठोस माना जाता है क्योंकि इनके क्रिस्टलों का आकार नहीं बदलता।
प्रश्न 15.
स्पंज ठोस होते हुए भी संपीडित हो जाता है, क्यों?
उत्तर:
स्पंज ठोस होते हुए भी संपीडित हो जाता है, क्योंकि स्पंज में बहुत छोटे-छोटे छिद्र होते हैं, जिनमें वायु भरी रहती है। जब हम इसे दबाते हैं अर्थात् संपीडित करते हैं तो वायु बाहर निकल जाती है तथा स्पंज संपीडित हो जाता है।
प्रश्न 16.
द्रवों में तीन अवस्थाओं (ठोस, द्रव व गैस) का विसरण संभव होता है, क्यों?
उत्तर:
द्रवों में ठोस, द्रव और गैस तीनों का विसरण संभव होता है। ठोस की अपेक्षा द्रव में विसरण की दर अधिक होती है, क्योंकि द्रव अवस्था में पदार्थ के कण स्वतंत्र रूप से गति करते हैं तथा ठोस की अपेक्षा द्रव के कणों में रिक्त स्थान भी अधिक होता है।
प्रश्न 17.
किसी ठोस के गलने की प्रक्रिया में तापमान समान रहता है, ऐसे में ऊष्मीय ऊर्जा कहाँ जाती है?
उत्तर:
गलने की प्रक्रिया के दौरान कोई ठोस (जैसे बफ) गलनांक पर पहुँचने के बाद जब तक संपूर्ण ठोस पिघल नहीं जाता, तापमान नहीं बदलता है। बीकर को ऊष्मा प्रदान करने के बावजूद भी ऐसा ही होता है। कणों के आपसी आकर्षण बल को वशीभूत करके पदार्थ की अवस्था को बदलने में इस ऊष्मा का उपयोग होता है, क्योंकि तापमान में बिना किसी प्रकार की वृद्धि दर्शाए इस ऊष्मीय ऊर्जा को ठोस (बफ) अवशोषित कर लेता है। यह माना जाता है कि यह बीकर की सामग्री में छुपी रहती है, जिसे गुप्त ऊष्मा कहते हैं। वायुमंडलीय दाब पर 1 किलो ठोस को उसके गलनांक पर द्रव में बदलने के लिए जितनी ऊष्मीय ऊर्जा की जरूरत होती है, उसे संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा कहते हैं, अर्थात् 0° सेंटीग्रेड (273K) पर जल के कणों की ऊर्जा उसी तापमान पर बर्फ के कणों की ऊर्जा से अधिक होती है।
प्रश्न 18.
निम्नलिखित सेल्सियस मापों को केल्विन मापक्रम में परिवर्तित कीजिए-273°C; -100°C; -40°C; 30°C; 2000°C
उत्तर:
हम जानते हैं कि – K = °C + 273
इसलिए
(1) -273°C = -273 + 273 = 0K
(2) -100°C = -100 + 273 = 173K
(3) – 40°C = -40 + 273 = 233 K
(4) 30°C = 30 + 273 = 303 K
(5) 2000°C = 2000 + 273 = 2273 K
प्रश्न 19.
वायु 82 K ताप पर द्रव व 61 K पर ठोस में परिवर्तित हो जाती है। इन तापों को सेल्सियस मापक्रम में परिवर्तित कीजिए।
उत्तर:
हम जानते हैं कि
(1) K = 82 रखने पर
K = °C + 273
82 = °C+273
°C = 82 – 273 = -191
अतः द्रव वायु का ताप = 82K = -191°C
(2) K = 61 रखने पर
61 = °C +273 →
°C = 61-273
=-212
अतः ठोस वायु का ताप 61K = -212°C
प्रश्न 20.
शीतलन के लिए 0°C के पानी की अपेक्षा 0°C की बर्फ अधिक प्रभावी क्यों होती है?
उत्तर:
हम जानते हैं कि बर्फ की गलन की गुप्त ऊष्मा 335J/g होती है। इस कारण 0°C की बर्फ में 0°C के जल की अपेक्षा अधिक ऊष्मा होती है। अतः 0°C की बर्फ 0°C के जल की अपेक्षा शीतलन के लिए अधिक प्रभावी होती है।
प्रश्न 21.
हिमालय क्षेत्र में सर्दियों में शरीर को अधिक ठंड क्यों लगती है?
उत्तर:
हिमालय क्षेत्रों में सर्दियों में वातावरण का तापमान 0°C से नीचे भी चला जाता है जबकि हमारे शरीर का सामान्य तापमान 37°C या 98.6°F होता है। ताप में इसी भारी अंतर के कारण हमें उन क्षेत्रों में सर्दी का अनुभव होता है। शरीर को गर्म वस्त्रों से ढकने पर शरीर के अंदर की गर्मी बनी रहती है और बाहरी कम तापमान का प्रभाव शरीर पर नहीं पड़ता।
प्रश्न 22.
वाष्पन और क्वथन से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
वाष्पन-इस क्रिया में द्रव उबलने से पूर्व ही वाष्पों में बदल जाता है। वाष्पन प्रायः हर तापमान और द्रव के ऊपरी सतह पर होता है। क्वथन-जब किसी द्रव की सतह का दबाव वायुमंडलीय दबाव के समान हो जाए तो द्रव वाष्पों में बदलना शुरू हो जाता है। इस प्रक्रिया को द्रव का क्वथन कहते हैं।
प्रश्न 23.
फैलाकर डालने से गीले कपड़े जल्दी क्यों सूख जाते हैं?
उत्तर:
वाष्पीकरण की गति गीली वस्तु की सतह पर निर्भर करती है। जब गीले कपड़ों को फैलाकर डाला जाता है तो गीले कपड़ों की सतह का आकार बढ़ जाने से वाष्पीकरण तीव्र गति से होने लगता है। इसी कारण गीले कपड़े फैलाकर डालने से शीघ्र सूख जाते हैं।
प्रश्न 24.
सर्दियों में जब तालाब का जल जम जाता है तो तालाब में रहने वाली मछलियाँ कैसे जीवित रहती हैं?
उत्तर:
कड़ाके की सर्दी में तालाबों का पानी 0°C पर जमकर बर्फ बन जाता है, परंतु इस प्रक्रिया में तालाब के जल की ऊपरी सतह ही जमती है और नीचे का पानी नहीं जमता। इस असंगत प्रसार के कारण जल को 4°C के ताप से जब नीचे ठंडा किया जाता है तो वह सिकुड़ने की बजाय 0°C तक फैलता है। यही कारण है कि पानी जमकर हल्की बर्फ में बदल जाता है और बर्फ पानी के ऊपर तैरने लगती है। जल में पाई जाने वाली मछलियों और अन्य जलीय जीव बर्फ के नीचे द्रव पानी में चले जाते हैं और वहीं जीवित रहते हैं।
प्रश्न 25.
वायुमंडल में जलवाष्प कहाँ से आते हैं?
उत्तर:
जब हम धूप में गीले कपड़ों को डालते हैं तो वे शीघ्र ही सूख जाते हैं। कपड़ों के तंतुओं में लगा पानी वाष्पित होकर वायुमंडल का एक भाग बन जाता है। इस प्रकार झीलों, नदियों व महासागरों से पानी की बहुत बड़ी मात्रा वाष्पित होती है। वायु किसी दिए गए ताप पर जलवाष्प की एक निश्चित मात्रा से अधिक नहीं रख सकती। जब वायु में जलवाष्प की अधिकतम मात्रा उपस्थित होती है तो वायु को संतृप्त कहा जाता है।
प्रश्न 26.
गर्मियों में लोग फर्श और छतों पर पानी क्यों छिड़कते हैं?
उत्तर:
गर्मियों में लोग छत तथा फर्श पर पानी इसलिए छिड़कते हैं क्योंकि पानी वाष्पित होता है जिसके लिए ऊष्मा फर्श तथा छत से लेता है और वे ठंडे हो जाते हैं। अतः फर्श तथा छतों को ठंडा रखने के लिए लोग गर्मियों में इन पर पानी छिड़कते हैं।
निबंधात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
इनमें अंतर लिखें-
(1) ऊष्मा तथा तापमान,
(2) क्वथन तथा वाष्पीकरण।
उत्तर:
(1) ऊष्मा और तापमान में निम्नलिखित अंतर हैं
ऊष्मा | तापमान |
1. ऊष्मा ऊर्जा का वह रूप है जिसमें हमें गर्मी या सर्दी की संवेदना का अनुभव होता है। | 1. यह किसी वस्तु का वह गुणधर्म है जो ऊष्मा के प्रवाह को निश्चित करता है। |
2. यह ऊर्जा का एक रूप है। | 2. यह एक अवस्था है जिससे हमें ऊष्मा के बहने की दिशा का पता लगता है। |
3. इसे कैलोरी या किलो-कैलोरी में मापते हैं। यांत्रिक मात्रक जूल $(J)$ है। | 3. इसे अंशों में मापते हैं; जैसे सेंटीग्रेड व केल्विन। |
4. यह वस्तु की संहति, तापक्रम और प्रकृति पर निर्भर करती है। | 4. यह इन बातों पर निर्भर नहीं करता। |
5. यह एक कारण है। | 5. यह ऊष्मा का प्रभाव है। |
6. यह वस्तु में ऊर्जा की मात्रा है। | 6. यह वस्तु का भौतिक गुण है। |
7. इसे कैलोरीमीटर द्वारा मापते हैं। | 7. इसे तापमापी द्वारा मापा जाता है। |
(2) क्वथन और वाष्पीकरण में निम्नलिखित अंतर हैं
क्वथन | वाष्पीकरण |
1. यह एक तेज क्रिया है। | 1. यह एक धीमी क्रिया है। |
2. यह केवल निश्चित ताप पर होता है। | 2. यह सभी तापों पर होता रहता है। |
3. यह सारें द्रव में होता है। | 3. यह केवल द्रव के तल पर ही होता है। |
4. यह क्रिया आवाज उत्पन्न करती है। | 4. यह शांत क्रिया है। |
5. इसमें ठंड उत्पन्न नहीं होती। | 5. इसमें ठंड उत्पन्न होती है। |
6. इसमें भाप बनती है जो दिखाई देती है। | 6. इसमें वाष्प बनकर वायु में मिल जाते हैं। वाष्प दिखाई नहीं देते। |
7. इनका इस क्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। | 7. यह क्रिया द्रवों के गुणों, खुले तल और वायु की दिशा पर निर्भर है। |
8. इस क्रिया में बुलबुले ऊपर उठते दिखाई देते हैं। | 8. इस क्रिया में बुलबुले नहीं बनते। |
प्रश्न 2.
वाष्पीकरण क्रिया किन-किन कारकों पर निर्भर करती है?
उत्तर:
वाष्पीकरण क्रिया को निम्नलिखित कारक प्रभावित करते हैं
(1) वायु के शुष्क होने पर वाष्पीकरण क्रिया अधिक तेजी से होती है।
(2) वायु की तीव्र गति के कारण भी वाष्पीकरण क्रिया तेज होती है।
(3) द्रव का तल खुला होने पर भी वाष्पीकरण क्रिया तेज होती है।
(4) द्रव का ताप अधिक होने पर भी वाष्पीकरण क्रिया तेजी से होती है।
(5) वायु का तापमान अधिक होने पर भी वाष्पीकरण क्रिया तेज होगी।
(6) अधिक वाष्पशील द्रव; जैसे स्पिरिट, पेट्रोल आदि का वाष्पीकरण तेजी से होता है।
(7) दबाव कम होने पर भी वाष्पीकरण क्रिया तीव्र होती है।
प्रश्न 3.
जल के वाष्पन से ठंडक क्यों पैदा होती है? इसके दैनिक जीवन में कुछ उपयोग बताइए।
उत्तर:
वाष्पन से ठंडक पैदा होती है, क्योंकि जब जल का वाष्पन होता है तो इसे वाष्पन की गुप्त ऊष्मा की आवश्यकता होती है। यह ऊष्मा उस वस्तु से ली जाती है जो जल के संपर्क में हो, अतः वह वस्तु कुछ ठंडी हो जाती है। वाष्पन के दैनिक जीवन में उपयोग निम्नलिखित हैं
(1) मिट्टी के घड़े में जल ठंडा रहता है, बाल्टी में नहीं, क्योंकि घड़े में छिद्र होते हैं। उनमें से जल रिसकर बाहर आ जाता है और उसका वाष्पीकरण होता रहता है जिससे ठंड पैदा होती है। अतः जल ठंडा रहता है।
(2) गर्मियों में वृक्षों पर अधिक पत्ते आ जाते हैं जिनके रंध्रों से वाष्पोत्सर्जन होता है जिससे ठंड उत्पन्न होती है तथा वृक्ष ठंडे रहते हैं।
(3) पसीना आने पर पंखा करने से ठंडक अनुभव होती है, क्योंकि पंखा करने से पसीने का वाष्पीकरण होता है जिससे ठंड पैदा होती है। पसीने के वाष्पीकरण के लिए ऊष्मा शरीर से ली जाती है।
(4) जल छिड़कने से भूमि पर ठंडक हो जाती है, क्योंकि जब जल का वाष्पीकरण होता है तो वह भूमि से ऊष्मा लेता है। अतः भूमि ठंडी हो जाती है।
(5) नहाने के पश्चात् ठंड लगती है, क्योंकि शरीर गीला होता है। जल का वाष्पीकरण होता है और वाष्पीकरण के लिए ऊष्मा शरीर से ली जाती है, अतः ठंड लगती है। .
प्रयोगात्मक कार्य
क्रियाकलाप 1.
एक क्रियाकलाप द्वारा सिद्ध करें कि पदार्थ कणों से बने होते हैं तथा कणों के बीच खाली स्थान होता है।
कार्य-विधि-एक अंशाकित सिलेंडर लो। इसके तीन-चौथाई भाग में जल डालो और इसका तल नोट करो। अब इसमें कुछ चीनी डालो और जल का तल पढ़ो। तुम देखोगे कि जल का तल कुछ बढ़ गया है।
अब चीनी को जल में अच्छी प्रकार से हिलाओ। चीनी जल में घुल जाएगी और जल का तल फिर कम हो जाएगा। इससे सिद्ध होता है कि जल में अणुओं के बीच खाली स्थान होता है। हिलाने पर चीनी के अणु उन खाली स्थानों में चले गए जिससे सिलेंडर में जल का तल कम हो गया। पदार्थ कणों से बने होने के कारण ही चीनी पूरे जल में घुल गई।
क्रियाकलाप 2.
एक प्रयोग द्वारा सिद्ध करें कि पदार्थ के कण इतने छोटे होते हैं कि हम कल्पना भी नहीं कर सकते।
कार्य-विधि-एक बीकर में 100 मि०ली० जल लेकर उसमें दो या तीन क्रिस्टल पोटैशियम परमैंगनेट घोल लें। इस घोल में से लगभग 10 मि०ली० घोल निकालकर उसे 90 मि०ली० साफ़ जल में मिला दें। फिर इस घोल में से 10 मिली० घोल निकालकर उसे 90 मि०ली० साफ़ जल में डालें। इसी क्रिया को 5 से 8 बार तक दोहराओ। आप देखेंगे कि जल अब भी रंगीन रहेगा। यह प्रयोग दर्शाता है कि पोटैशियम परमैंगनेट के बहुत कम क्रिस्टलों से जल की बहुत अधिक मात्रा (1000 लीटर) भी रंगीन हो जाती है। इससे हम ये निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि पोटैशियम परमैंगनेट के केवल एक क्रिस्टल में कई सूक्ष्मकण होंगे। इतने सूक्ष्म की हम कल्पना भी नहीं कर सकते।
क्रियाकलाप 3.
एक प्रयोग द्वारा सिद्ध करो कि गैसों में विसरण द्रवों की अपेक्षा तेजी से होता है।
कार्य-विधि-100 mL जल में एक चम्मच पोटैशियम परमैंगनेट डालकर इसका सांद्र विलयन बनाओ। इस विलयन को बीकर में रखो। अब बीकर को थोड़ा-सा तिरछा करो और इसमें 100 mL जल मिलाओ। बीकर में जल मिलाते समय यह ध्यान रहे कि जल बीकर की दीवार के साथ-साथ नीचे की ओर इस प्रकार बहे कि पोटैशियम परमैंगनेट विलयन हिलने न पाए। कुछ समय तक बीकर में तुम्हें दो परतें अलग-अलग स्पष्ट दिखाई देंगी। वैसे, तुम्हें जल धीरे-धीरे रंगीन विलयन में और रंगीन विलयन धीरे-धीरे जल में प्रसारित होता दिखाई देगा। कुछ समय पश्चात् दोनों परतें स्पष्ट रूप से अलग-अलग दिखाई नहीं देंगी। दोनों परतों के आपस में मिलने में लगे समय को नोट करो। अब अपनी कक्षा के किसी कोने में एक मोमबत्ती जलाओ। तुम दूसरे कोने में खड़े हो जाओ। अब अपने किसी मित्र से मोमबत्ती द्वारा कुछ अगरबत्तियाँ जलाने के लिए कहो। बहुत जल्दी ही तुम अगरबत्ती की सुगंध का अनुभव करोगे। अगरबत्ती के जलने से लेकर उसकी सुगंध पहुँचने तक का समय नोट करो। हम देखेंगे कि दूसरी अवस्था में लगा समय पहली अवस्था की अपेक्षा बहुत कम होगा। इससे सिद्ध होता है कि गैसों में विसरण द्रवों की अपेक्षा तेजी से होता है।
क्रियाकलाप 4.
एक प्रयोग द्वारा दर्शाओ कि ठोस, द्रव व गैसों पर दाब का क्या प्रभाव पड़ता है?
कार्य-विधि-100 mL की एक सिरिंज लो और उसकी सूई (nozzle) को रबर कार्क में घुसाकर बंद कर दो, जैसा चित्र में दिखाया गया है। पिस्टन को हटा दो और सिरिंज के अंदर वायु को पूर्ण रूप से भरने दो। अब पिस्टन को वापस सावधानीपूर्वक -पिस्टन सिरिंज में लगा दो और निश्चित करो कि सिरिंज के किनारों में कोई रिसाव (leakage) तो नहीं है। अच्छा रहेगा यदि सिरिंज में लगाने से पहले आप थोड़ी-सी वैसलीन पिस्टन पर लगा दो। अब वायु को संपीडित करने का प्रयास करो। आप देखेंगे कि वायु संपीडित हो जाएगी। अब सिरिंज को जल से भरो और इस प्रयोग सिरिंज को पुनः करो। आप जल के साथ किए गए प्रयोग में पाएँगे कि जल में संपीडन पहले की अपेक्षा कम होगा। इसी प्रयोग को जल के स्थान पर चॉक के टुकड़ों से दोहराएँ तो संपीडन बिल्कुल नहीं होगा। इस प्रयोग से हम कह सकते हैं कि गैसों पर दाब का प्रभाव – रबर कार्क सबसे अधिक, द्रवों पर उससे कम तथा ठोसों पर बिल्कुल नहीं होता अर्थात् गैसें सबसे अधिक संपीडय होती हैं।
क्रियाकलाप 5.
एक प्रयोग द्वारा दर्शाएँ कि तापमान के परिवर्तन से पदार्थ की अवस्था परिवर्तित हो जाती है।
कार्य-विधि-एक बीकर में 150 ग्राम बर्फ का टुकड़ा लें एवं चित्र के अनुसार उसमें प्रयोगशाला में प्रयुक्त थर्मामीटर को इस प्रकार लटका दें कि थर्मामीटर का बल्ब बर्फ को छू रहा हो। धीमी आँच पर बीकर को गर्म करना शुरू करें। जब बर्फ पिघलने लगे, तो तापमान नोट कर लें।
(1) जब संपूर्ण बर्फ जल में परिवर्तित हो जाए, तो पुनः तापमान नोट करें।
(2) ठोस से द्रव अवस्था में होने वाले परिवर्तन में प्रेक्षण को नोट करें।
(3) अब बीकर में एक काँच की छड़ डालें और हिलाते हुए गर्म करें, जब तक जल उबलने न लगे।
(4) थर्मामीटर की माप पर बराबर नज़र रखे रहें, जब तक कि अधिकतर जल वाष्प न बन जाए।
(5) जल के द्रव अवस्था से गैसीय अवस्था में परिवर्तन में प्रेक्षण को नोट करें।
इस प्रयोग से हम निष्कर्ष निकालते हैं कि तापमान के परिवर्तन से पदार्थ की अवस्था परिवर्तित हो जाती है।
क्रियाकलाप 6.
एक प्रयोग द्वारा दर्शाएँ कि अमोनियम क्लोराइड ऊर्ध्वपातनशील पदार्थ है।
कार्य-विधि-एक चीनी की प्याली में थोड़ा अमोनियम क्लोराइड का चूर्ण लें तथा एक कीप को उल्टा करके इस प्याली के ऊपर रख दीजिए। इस कीप के एक सिरे पर रूई का डाट चित्र के अनुसार लगाएँ। अब प्याली को धीरे-धीरे ध्यान से गर्म करें। हम देखेंगे कि अमोनियम क्लोराइड द्रव अवस्था में परिवर्तित हुए बिना ठोस अवस्था से सीधे गैस में परिवर्तित हो जाता है और ऊपर कीप में जम जाता है। इससे सिद्ध होता कि अमोनियम क्लोराइड ऊर्ध्वपातनशील पदार्थ है।
अध्याय का तीव्र अध्ययन
1. निम्नलिखित में विलयन है
(A) समुद्री जल
(B) सोडा वाटर
(C) वायु
(D) तालाब का जल
उत्तर:
(B) सोडा वाटर
2. हमारे आस-पास द्रव्य निम्नलिखित अवस्थाओं में विद्यमान होता है
(A) ठोस
(B) द्रव
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी
3. निश्चित आकार होता है-
(A) ठोस का
(B) द्रव का
(C) गैस का
(D) इनमें से किसी का नहीं
उत्तर:
(A) ठोस का
4. CNG होती है
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) विलयन
उत्तर:
(C) गैस
5. सबसे कम अंतराणुक बल होता है
(A) ठोस में
(B) द्रव में
(C) गैस में
(D) इनमें से किसी में भी नहीं
उत्तर:
(C) गैस में
6. संपीडयता का सबसे अधिक गुण होता है
(A) लकड़ी के गुटके में
(B) स्पंज में
(C) जल में
(D) हाइड्रोजन गैस में
उत्तर:
(D) हाइड्रोजन गैस में
7. केल्विन तापमान को सेल्सियस तापमान में बदलने के लिए तापमान में से घटाया जाता है
(A) 80
(B) 212
(C) 273
(D) 373
उत्तर:
(C) 273
8. शुष्क बर्फ कहा जाता है
(A) संपीडित ऑक्सीजन गैस को
(B) संपीडित नाइट्रोजन गैस को
(C) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को
(D) ऐसीटोन को
उत्तर:
(C) ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को
9. जिस तापमान पर ठोस द्रव में बदलता है, उसे कहते हैं
(A) हिमांक
(B) क्वथनांक
(C) गलनांक
(D) संगलन बिंदु
उत्तर:
(C) गलनांक
10. द्रव का वाष्प में बदलना कहलाता है
(A) संगलन
(B) गलन
(C) ऊर्ध्वापातन
(D) वाष्पीकरण
उत्तर:
(D) वाष्पीकरण
11. ढेर नहीं किया जा सकता
(A) बर्फ का
(B) नमक का
(C) जल का
(D) चीनी का
उत्तर:
(C) जल का
12. भार का S.I. मात्रक है
(A) केल्विन
(B) न्यूटन
(C) मीटर
(D) पास्कल
उत्तर:
(B) न्यूटन
13. कौन-सा द्रव सबसे भारी है?
(A) शहद
(B) ब्रोमीन
(C) पारा
(D) शीरा
उत्तर:
(C) पारा
14. -273°C ताप केल्विन मापक्रम में बदलने पर होगा
(A) 0K
(B) 100 K
(C) 173 K
(D) 303 K
उत्तर:
(A) 0K
15. बर्फ के गलन की गुप्त ऊष्मा होती है
(A) 100 J/g
(B) 135 J/g
(C) 235 J/g
(D) 335 J/g
उत्तर:
(D) 335 J/g
16. 98.6° F बराबर होता है-
(A) 20°C
(B) 25°C
(C) 37°C
(D) 73°C
उत्तर:
(C) 37°C
17. ऊष्मा को मापते हैं
(A) सैंटीग्रेड में
(B) केल्विन में
(C) कैलोरी में
(D) फारेनहाइट में
उत्तर:
(C) कैलोरी में
18. तापमान बढ़ने से पदार्थ के कणों की गति
(A) घटती है ।
(B) बढ़ती है
(C) एक समान रहती है
(D) घटती भी है बढ़ती भी है
उत्तर:
(B) बढ़ती है
19. पदार्थ का ठोस से सीधे गैसीय अवस्था में बदलना कहलाता है
(A) संगलन
(B) वाष्पन
(C) ऊर्ध्वपातन
(D) गलन
उत्तर:
(C) ऊर्ध्वपातन
20. निम्नलिखित में से किसका ढेर लगाना संभव है
(A) शहद का
(B) मीथेन का
(C) नमक का
(D) इनमें से किसी का भी नहीं
उत्तर:
(C) नमक का
21. प्रकृति में स्वतंत्र रूप से तीनों अवस्थाओं (ठोस, द्रव, गैस) में पाया जाता है
(A) पेट्रोलियम
(B) सल्फर
(C) जल
(D) ऑक्सीजन
उत्तर:
(C) जल
22. दो विभिन्न पदार्थों के कणों का स्वतः मिलना कहलाता है
(A) प्रसारण
(B) विसरण
(C) संपीडन
(D) संगलन
उत्तर:
(B) विसरण
23. प्राकृतिक गैस को उच्च दाब पर संपीडित करके वाहनों के ईंधन के रूप में प्रयोग की जाने वाली गैस कहलाती है
(A) LPG
(B) CNG
(C) ONGC
(D) CHA
उत्तर:
(B) CNG
24. तापमान मापने के लिए प्रयोग की जाने वाली युक्ति को कहा जाता है
(A) बैरोमीटर
(B) थर्मामीटर
(C) स्टेथोस्कोप
(D) एमीटर
उत्तर:
(B) थर्मामीटर
25. वह निश्चित तापमान जिस पर कोई द्रव उबलने लगता है, उसे कहा जाता है
(A) गलनांक
(B) क्वथनांक
(C) हिमांक
(D) संगलन
उत्तर:
(B) क्वथनांक
26. वायुमंडलीय दाब पर 1 किलोग्राम द्रव को उसके क्वथनांक पर वाष्प में बदलने के लिए जितनी ऊष्मीय ऊर्जा की आवश्यकता होती है, उसे कहा जाता है
(A) संगलन की गुप्त ऊष्मा
(B) वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा
(C) द्रवन की गुप्त ऊष्मा
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा
27. वह निश्चित ताप जिस पर कोई द्रव, ठोस अवस्था में बदलना आरंभ करता है, क्या कहलाता है?
(A) हिमांक
(B) क्वथनांक
(C) गलनांक
(D) ज्वलनांक
उत्तर:
(A) हिमांक
28. पदार्थों के कणों में कौन-सी ऊर्जा निहित होती है?
(A) चुम्बकीय
(B) स्थितिज
(C) गतिज
(D) विद्युत
उत्तर:
(C) गतिज
29. भारत के प्राचीन दार्शनिकों ने पदार्थ को कितने मूल तत्त्वों से बना माना था?
(A) 3
(B) 4
(C) 5
(D) 6
उत्तर:
(C) 5
30. वायु, जल, रूई व लोहे में किसका घनत्व अधिकतम है?
(A) वायु का
(B) जल का
(C) लोहे का
(D) रूई का
उत्तर:
(C) लोहे का
31. किस अवस्था में आयतन व आकार निश्चित नहीं होता?
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(C) गैस
32. निम्नलिखित में से किसका संपीडन संभव है?
(A) पत्थर का
(B) ऐलुमिनियम का
(C) ईंट का
(D) स्पंज का
उत्तर:
(D) स्पंज का
33. सबसे अधिक संपीडन होता है
(A) ठोसों में
(B) द्रवों में
(C) गैसों में
(D) ठोसों व द्रवों में
उत्तर:
(C) गैसों में
34. 300 K को सेल्सियस में बदलने पर प्राप्त होगा
(A) 573°C
(B) 27°C
(C) 300°C
(D) -27°C
उत्तर:
(B) 27°C
35. जल का क्वथनांक होता है
(A) 100°C
(B) 0°C (C) 273°C
(D) 373°C
उत्तर:
(A) 100°C 36.
25°C को केल्विन में बदलने पर प्राप्त होगा
(A) 248 K
(B) 298K
(C) -248K
(D) -298K
उत्तर:
(B) 298K
37. 100° C पर जल की भौतिक अवस्था क्या है?
(A) ठोस
(B) द्रव
(C) गैस
(D) (B) व (C) दोनों
उत्तर:
(C) गैस
38. निम्नलिखित में से कौन-सा ऊर्ध्वपातनशील पदार्थ है?
(A) सोडियम क्लोराइड
(B) अमोनियम क्लोराइड
(C) कैल्शियम क्लोराइड
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(B) अमोनियम क्लोराइड