Haryana State Board HBSE 12th Class Biology Important Questions Chapter 16 पर्यावरण के मुद्दे Important Questions and Answers.
Haryana Board 12th Class Biology Important Questions Chapter 16 पर्यावरण के मुद्दे
वस्तुनिष्ठ प्रश्न-
1. देश के किस शहर में वायु प्रदूषण स्तर सबसे अधिक है?
(अ) दिल्ली
(ब) अहमदाबाद
(स) जयपुर
(द) बॉम्बे
उत्तर:
(अ) दिल्ली
2. कितने डेसिबल स्तर की ध्वानि को सुनने से कर्ण-पट्ट (eardrum) क्षतिग्रस्त हो सकता है?
(अ) 50 डेसिबल
(ब) 100 डेसिबल
(स) 150 डेसिबल या इससे अधिक
(द) 30 डेसिबल
उत्तर:
(स) 150 डेसिबल या इससे अधिक
3. जल प्रदूषण निरोध एवं नियंत्रण अधिनियम कब पारित किया गया?
(अ) 1971 में
(ब) 1972 में
(स) 1973 में
(द) 1974 में
उत्तर:
(द) 1974 में
4. जलाशयों में काफी मात्रा में पोषकों की उपस्थिति के कारण प्लवकीय शैवाल की अतिशय वृद्धि होती है। इसे कहा जाता है-
(अ) शैवाल प्रस्फुटन
(ब) कवक प्रस्फुटन
(स) ऐस्चुएरी
(द) बी.ओ.डी.
उत्तर:
(अ) शैवाल प्रस्फुटन
5. बंगाल का आतंक किसे कहा जाता है?
(अ) आइकोर्निया केसिपीज
(ब) वेलसनेरीया
(स) नीलाशोण
(द) क्लेमाइडोमोनास
उत्तर:
(अ) आइकोर्निया केसिपीज
6. अस्पतालों के वाहित मल में पाये जाने वाले अबंधित रोगजनक सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाले रोग हैं-
(अ) पेचिश
(ब) पीलिया
(स) हैजा
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी
7. ‘इकौसेन’ किसे कहते हैं?
(अ) शौचालय
(ब) पालनाघर
(स) विश्वविद्यालय
(द) अभ्यारण्य
उत्तर:
(अ) शौचालय
8. बंगलोर में प्लास्टिक की बोरी के उत्पादनकर्ता हैं-
(अ) ओम बिड़ला
(ब) मुकेश अम्बानी
(स) राम जी दास मोदानी
(द) अहमद् खान
उत्तर:
(द) अहमद् खान
9. ऐसे कम्म्यूटर और इलेक्टॉनिक सामान जो मरम्मत के लायक नहीं रह जाते हैं। वे कहलाते हैं-
(अ) ई-वेस्ट्स
(ब) वी-वेस्ट्स
(स) यू-वेस्ट्स
(द) सी-वेस्ट्स
उत्तर:
(अ) ई-वेस्ट्स
10. हरियाणा किसान कल्याण क्लब का निर्माता है-
(अ) रमेश चंद्र डागर
(ब) सुरेश चंद्र नागर
(स) रमेश चंद्र डांगी
(द) दिनेश चंद्र मोगर
उत्तर:
(अ) रमेश चंद्र डागर
11. ग्रीन हाउस प्रभाव यदि नहीं होता तो आज पृथ्वी की सतह का औसतन तापमान 15 डिग्री सेन्टीग्रेड रहने के बजाय कितना रहता है?
(अ) -18 (शून्य से नीचे) डिग्री सेंटीग्रेड
(ब) 12 डिग्री सेंटीग्रेड
(स) 8 डिग्री सेंटीग्रेड
(द) कोई परिवर्तन नहीं होता
उत्तर:
(अ) -18 (शून्य से नीचे) डिग्री सेंटीग्रेड
12. विश्वव्यापी उष्यता को किस प्रकार नियंत्रित कर सकते हैं?
(अ) जीवाश्म ईंधन के प्रयोग को कम करना
(ब) ऊर्जा दक्षता में सुधार करना
(स) वनोन्मूलन को कम करना
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी
13. ओजोन की मोटाई किसमें नापी जाती है?
(अ) डॉबसन यूनिट में
(ब) डी.बी. यूनिट में
(स) डॉयसन यूनिट में
(द) डी.सी. यूनिट में
उत्तर:
(अ) डॉबसन यूनिट में
14. बड़े क्षेत्र में ओजोन की परत काफी पतली हो गई है जिसे सामान्यतः कहा जाता है-
(अ) नाइट्रोजन छिद्र
(ब) हिम अंधता
(स) ऑक्सीज छिद्र
(द) ओजोन छिद्र
उत्तर:
(द) ओजोन छिद्र
15. एक ऐसे क्षेत्र में जिसमें DDT को बड़े व्यापक रूप में इस्तेमाल किया गया था, जहाँ के पक्षियों की आबादी बहुत ज्यादा गिर गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि-
(अ) पक्षियों ने अण्डे देना बंद कर दिया
(ब) उस क्षेत्र में केंचुओं की समाति हो गई
(स) नाग-सांप सिर्फ पक्षियों का ही भोजन करते थे
(द) पक्षियों द्वारा दिये गये बहुत से अण्डों से बच्चे बाहर नहीं निकले।
उत्तर:
(द) पक्षियों द्वारा दिये गये बहुत से अण्डों से बच्चे बाहर नहीं निकले।
16. जलीय निकायों की यूट्रोफिकेशन जिसके कारण मछलियाँ मरने लगती हैं, किसकी उपलब्धता न होने के कारण होता है-
(अ) प्रकाश
(ब) आवश्यक खनिज
(स) ऑक्सीजन
(द) भोजन
उत्तर:
(स) ऑक्सीजन
17. किसी स्थान पर वृक्षों पर लाइकेनों की प्रचुर मात्रा में वृद्धि क्या संकेत देती है?
(अ) वृक्ष अत्यधिक स्वस्थ हैं
(ब) वृक्ष भारी पीड़ा से ग्रस्त हैं
(स) वह स्थान अत्यधिक प्रदूषित है
(द) वह स्थान प्रदूषित नहीं है
उत्तर:
(द) वह स्थान प्रदूषित नहीं है
18. चिपको आंदोलन किससे सम्बन्धित है?
(अ) वृक्षों की रक्षा के लिए
(ब) बाघों की रक्षा के लिए
(स) नील गाय की रक्षा के लिए
(द) मोर की रक्षा के लिए
उत्तर:
(अ) वृक्षों की रक्षा के लिए
19. वन्यजीवों की रक्षा के लिए अद्भुत साहस और समर्पण दिखाने वाले ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्ति को कौनसा पुरस्कार दिया जाता है?
(अ) अमृता देवी विश्नोई वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार
(ब) सीता देवी विश्नोई वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार
(स) गीता देवी विश्नोई वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार
(द) नम्रता देवी विश्नोई वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार
उत्तर:
(अ) अमृता देवी विश्नोई वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार
20. आनुवंशिक दुष्प्रभाव उत्पन्न होते हैं-
(अ) वायु प्रदूषण से
(ब) मृदा प्रदूषण से
(स) ध्वनि प्रदूषण से
(द) रेडियोएक्टिव प्रदूषण से
उत्तर:
(द) रेडियोएक्टिव प्रदूषण से
21. ठोस अपशिष्ट है-
(अ) खनन अपशिष्ट
(ब) प्लास्टिक
(स) उपरोक्त दोनों
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(स) उपरोक्त दोनों
22. ओजोन परत कौनसी हानिकारक विकिरणों को अवशोषित कर लेती है?
(अ) एक्स-किरणें
(ब) गामा-किरणें
(स) अल्ट्रा वॉयलेट विकिरण
(द) अल्ट्रा विकिरण
उत्तर:
(स) अल्ट्रा वॉयलेट विकिरण
23. पुनःचक्रण (Recycle) में किया जाता है-
(अ) अनुपयोगी से उपयोगी
(ब) उपयोगी से अनुपयोगी
(स) उपरोक्त दोनों
(द) उपरोक्त कोई नहीं
उत्तर:
(अ) अनुपयोगी से उपयोगी
24. जैवचिकित्सकीय अवशिष्ट है-
(अ) प्रयोगशाला अवशिष्ट
(ब) फार्मास्यूटीकल अवशिष्ट
(स) सुईयां व सीरिंज
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी
25. विषाक (Toxic) अवशिष्ट होते हैं-
(अ) Pb
(ब) Hg
(स) Cd
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी
26. किस देश में मिनीमाटा रोग के कारण सैकड़ों जानें गई थी-
(अ) भारत में
(ब) चीन में
(स) जापान में
(द) अफगानिस्तान में
उत्तर:
(स) जापान में
27. मिनीमाटा रोग किस प्रदूषक के कारण होता है-
(अ) लेड के संक्रमण से
(ब) मर्करी के संक्रमण से
(स) ताम्बे के संक्रमण से
(द) लोहे के संक्रमण से
उत्तर:
(ब) मर्करी के संक्रमण से
28. भारत में पर्यावरण संरक्षण के लिए बनाये गये सभी कानूनों की छतरी कानून (Umbrella Act) कौनसा है-
(अ) भारतीय वन कानून, 19327
(ब) जल प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) कानून, 1974
(स) कीटनाशक कानून, 1968
(द) पर्यावरण संरक्षण कानून, 1986
उत्तर:
(द) पर्यावरण संरक्षण कानून, 1986
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
ओजोन परत को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर:
इसे ‘सुरक्षा छतरी’ (Umbrella Layer) भी कहते हैं।
प्रश्न 2.
कौनसे विकसित देश CFCs का सर्वाधिक उपयोग करते हैं?
उत्तर:
अमेरिका तथा यूरोपीय देश।
प्रश्न 3.
ग्लोबल वार्मिंग हेतु कौनसी गैसें उत्तरदायी हैं?
उत्तर:
CO2, CH4, CFCs, N2O इत्यादि।
प्रश्न 4.
ताप के बढ़ने से पृथ्वी पर क्या प्रभाव होगा?
उत्तर:
र्ध्रुवीय बर्फ पिघलेगी, जिससे समुद्र का जल स्तर बढ़ जायेगा।
प्रश्न 5.
पृथ्वी का तापमान बढ़ने से जैव विविधता पर क्या प्रभाव होगा?
उत्तर:
र्जैव विविधता में तेजी से कमी आयेगी।
प्रश्न 6.
जैविक आवर्धन को समझाइये।
उत्तर:
पारा (मर्करी) एक संचयी विष है, शरीर इसका उत्सर्जन करने में असमर्थ होता है तथा उच्च पोष स्तर पर इसका सर्वाधिक सांद्रण होता है। ऐसी परिघटना को जैविक-आवर्धन कहते हैं।
प्रश्न 7.
ध्वनि प्रदूषण से होने वाले दो दुष्प्रभाव बताइये।
उत्तर:
इससे श्रवण शक्ति कमजोर तथा आंखों की पुतली फैल जाती है जिससे दृष्टि कमजोर हो जाती है।
प्रश्न 8.
प्रदूषण को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
प्रदूषण वायु, भूमि, जल तथा मृदा के भौतिक, रासायनिक या जैवीय अभिलक्षणों का एक अवांछनीय परिवर्तन है।
प्रश्न 9.
वायु प्रदूषण में कणिकीय पदार्थों को निकालने हेतु व्यापक रूप से किसका प्रयोग होता है?
उत्तर:
स्थिर वैद्युत अवक्षेपित्र (Electrostatic Precipitator)।
प्रश्न 10.
भारत में वायु प्रदूषण निरोध एवं नियंत्रण अधिनियम कब बना?
उत्तर:
1981 में लागू हुआ, परंतु 1987 में संशोधन कर शोर को भी वायु प्रदूषण के रूप में सम्मिलित किया गया।
प्रश्न 11.
अनिद्रा व हार्ट बीटिंग किससे बढ़ती है?
उत्तर:
शोर प्रदूषण से।
प्रश्न 12.
जल प्रदूषण निरेध एवं नियंत्रण अधिनियम कब पारित हुआ?
उत्तर:
सन् 1974 में।
प्रश्न 13.
घरेलू मल में मुख्यतः क्या होता है?
उत्तर:
घरेलू मल में मुख्य रूप से जैव निम्नीकरणीय कार्बनिक पदार्थ होते हैं।
प्रश्न 14.
कोई जलीय पादप का उदाहरण दो जो सुपोषी जलाशयों में अधिक वृद्धि कर पारितंत्र गति को असंतुलित करता है।
उत्तर:
जल कुम्भी (Eichhornia crassipes), इसे बंगाल का आतंक भी कहते हैं।
प्रश्न 15.
प्रदूषित जल से होने वाले रोग बताइये।
उत्तर:
पेचिश (अतिसार), टाइफाइड, पीलिया (जांडिस), हैजा (कोलेरा) आदि।
प्रश्न 16.
बिना व्यवस्थित अनुमोदन व क्षतिपूरक भुगतान के जैव संसाधनों का उपयोग करना क्या कहलाता है?
उत्तर:
बिना व्यवस्थित अनुमोदन व क्षतिपूरक भुगतान के जैव संसाधनों का उपयोग करना बायोपाइरेसी (Biopiracy) कहलाता है।
प्रश्न 17.
सी.एन.जी. का पूरा नाम लिखिए।
उत्तर:
सी.एन.जी. का पूरा नाम संपीडित प्राकृतिक गैस (कम्प्रेस्ड नैचुरल गैस) है।
प्रश्न 18.
शैवाल प्रस्फुटन क्या है?
उत्तर:
जलाशयों में काफी मात्रा में पोषकों की उपस्थिति के कारण प्लवकीय (मुक्त-प्लावी) शैवाल की अतिशय वृद्धि होती है, इसे शैवाल प्रस्फुटन (अल्गल ब्लूम) कहा जाता है।
प्रश्न 19.
वायुमण्डल के किस भाग में ‘अच्छा’ ओजोन पाया जाता है? वायुस्तम्भ में ओजोन की मोटाई मापन की इकाई का नाम लिखिए।
उत्तर:
समताप मण्डल, डॉबसन यूनिट (DU)।
प्रश्न 20.
वाहनों में डीजल के स्थान पर संपीडित प्राकृतिक गैस (सी एन जी) का उपयोग बेहतर क्यों है? कोई दो कारण बताइये।
उत्तर:
- सी एन जी सबसे अच्छी तरह जलती है और बहुत ही कम मात्रा में जलने से बच जाती है।
- यह पेट्रोल या डीजल से सस्ती है, इसकी चोरी नहीं हो सकती व इसे अपमिश्रित नहीं किया जा सकता।
प्रश्न 21.
स्वचालित वाहनों में सीसा रहित पेट्रोल या डीजल का उपयोग क्यों करना चाहिए?
उत्तर:
सीसा रहित पेट्रोल या डीजल का प्रयोग होने से उत्सर्जित प्रदूषकों की मात्रा कम होती है।
प्रश्न 22.
जल के उचित निकास के बिना सिंचाई, फसल की वृद्धि के लिए नुकसानदेह है। क्यों?
उत्तर:
जल के उचित निकास के बिना सिंचाई के कारण मृदा में जलाक्रांति (water logging) होती है। फसल को प्रभावित करने के साथ-साथ इससे मृदा की सतह पर लवण आ जाता है। तब यह लवण भूमि की सतह पर एक पर्पटी (crust) के रूप में जमा हो जाता है। या पौधों की जड़ों पर एकत्रित होने लगता है। लवण की बढ़ी हुई मात्रा फसल की वृद्धि के लिये नुकसानदेह है और कृषि के लिये बेहद हानिकर है। जलाक्रांति और लवणता कुछ ऐसी समस्याएँ हैं जो हरित क्रान्ति के कारण आई हैं।
प्रश्न 23.
पर्यावरण पर वनोन्मूलन से पड़ने वाला एक कुप्रभाव बताइए।
उत्तर:
वायुमण्डल में CO2 की सान्द्रता बढ़ जाती है। मृदा अपरदन तथा मरुस्थलीकरण होता है।
प्रश्न 24.
स्वचालित वाहनों में उत्प्रेरक परिवर्तक का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर:
ये परिवर्तक स्वचालित वाहनों में लगे होते हैं जो विषैले गैसों के उत्सर्जन को कम करते हैं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
इलेक्ट्रॉनिक एवं ताप प्रदूषण पर टिप्पणी लिखिए। उत्तर- इलेक्ट्रॉनिक प्रदूषण (Electronic Pollution ) – इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों जैसे टेलीविजन, कंप्यूटर व वीडियो गेम्स तथा मोबाइल, टेलीफोन से निकलने वाली अदृश्य विद्युत चुम्बकीय तरंगों के प्रदूषण को इलेक्ट्रॉनिक प्रदूषण कहते हैं।
इलेक्ट्रॉन उपकरणों से निकलने वाली अदृश्य किरणों से आँख पर ही नहीं वरन् संपूर्ण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इन विकिरणों से नेत्र पटल के साथ-साथ मस्तिष्क तंतुओं की भी क्षति होती है। वैज्ञानिकों के अनुसार कंप्यूटर पर काम करने वाली महिलाओं में गर्भपात की घटनाएँ कंप्यूटर पर कार्य न करने वाली महिलाओं की तुलना में अधिक होती हैं।
ताप प्रदूषण (Thermal Pollution ) – ताप विद्युत गृहों के यंत्रों को ठंडा करने के लिए नदी, तालाबों के जल का प्रयोग किया जाता है। शीतलन की इस प्रक्रिया के लिए प्रयुक्त जल अपने में बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा एकत्र करके नदियों के जल क्षेत्र में जल के तापक्रम को बढ़ाता है जिससे जलीय प्राणियों एवं वनस्पतियों के प्रजनन एवं वृद्धि पर सीधा प्रभाव पड़ता है ।
प्रश्न 2.
‘इकोसैन’ (Ecosan) शौचालयों के विषय पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
प्रायः यह धारणा है कि शौचालयों में मानव अपशिष्ट, उत्सर्ग (Excreta) यानी मलमूत्र के निपटान हेतु जल जरूरी है। इसमें अधिक मात्रा में जल खर्च होता है। अतः मलमूत्र के निपटान हेतु शुष्क टॉयलेट कम्पोस्टिंग का प्रयोग प्रारंभ किया गया है। मानव अपशिष्ट निपटान के लिए यह व्यावहारिक, स्वास्थ्यकर व कम लागत की विधि है।
कम्पोस्ट की इस विधि से मानव मलमूत्र (उत्सर्ग = Excreta) का पुनश्चक्रण कर संसाधन (प्राकृतिक उर्वरक ) के रूप में परिवर्तित किया जाता है। इससे रासायनिक खाद की आवश्यकता कम हो जाती है। केरल के कई भागों और श्रीलंका में ‘इकोसैन’ (Ecosan) शौचालयों (Toilets) का प्रयोग किया जा रहा है।
प्रश्न 3.
रासायनिक उर्वरकों के अधिक उपयोग से कई पर्यावरणीय समस्याएँ जुड़ी हैं, इनके रोकथाम हेतु एक किसान को आप क्या सुझाव देंगे? तर्क सहित समझाइये।
उत्तर:
रासायनिक उर्वरकों का अधिक उपयोग भूमि को हानि पहुँचा रहा है। भूमि प्रदूषित हो रही है क्योंकि अधिकतर रसायन बिना नष्ट हुए बहुत लम्बे समय तक मिट्टी में रहते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पौधों के द्वारा और जल के द्वारा हमारी खाद्य श्रृंखला (food chain) में प्रवेश कर पर्यावरण को हानि पहुँचाते हैं। इससे बचने के लिए किसानों. को रासायनिक उर्वरकों का कम उपयोग करना चाहिये।
रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैव उर्वरक का उपयोग करना चाहिये । जैव उर्वरक पर्यावरण के किसी भाग को प्रदूषित नहीं करते हैं। ये रासायनिक उर्वरकों से उत्पन्न पार्श्व प्रभावों को भी उत्पन्न नहीं होने देते हैं। इनके लिए किसानों को अधिक व्यय भी नहीं करना पड़ता, इसलिये ये रासायनिक उर्वरकों की तुलना में अधिक उपयोगी व प्रभावशाली होते हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न-
प्रश्न 1.
वायु प्रदूषण के स्रोत, प्रकार एवं प्रभावों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वायु गुणवत्ता का अपघटन एवं प्राकृतिक वायुमण्डलीय
परिस्थिति से मिलकर वायु प्रदूषण होता है। वायु प्रदूषक गैस या कणिकीय पदार्थ हो सकते हैं (जैसे हवा में तैरता हुआ ऐरोसोल जो कि ठोस तथा तरल से बना होता है) । वायुमंडलीय प्रदूषकों की सांद्रता वायुमंडल में उत्सर्जित कुल द्रव्यमान पर निर्भर करती है। हवा जिसमें हम सांस लेते हैं, उसमें अधिक मात्रा में O2 व N2 गैस होती है। इसमें लगभग 1 प्रतिशत में CO2 व जल वाष्प होती है।
इस 1 प्रतिशत भाग में कणिकीय पदार्थ व गैसों सहित वायु प्रदूषक हो सकते हैं। वायु प्रदूषण के प्राकृतिक स्रोतों में परागकण, धूल तथा धुआँ होते हैं, जो कि वायुमंडल में उत्सर्जित होते हैं। मानवोद्भवी वायु प्रदूषक वायुमंडल में अचल तथा सक्रिय स्रोतों से प्रवेश करते हैं। अचल स्रोतों में बड़ी फैक्ट्रियाँ, विद्युत शक्ति संयंत्र, खनिज प्रगालक तथा अन्य प्रकार के लघु उद्योग होते हैं तथा सक्रिय स्रोतों में यातायात वाहनों का सड़क पर घूमना, रेल व हवा इत्यादि होते हैं।
वायु प्रदूषक दो श्रेणियों के होते हैं- प्राथमिक तथा द्वितीयक प्राथमिक प्रदूषक वायुमंडल में विविध स्रोतों के द्वारा सीधे प्रवेश करते हैं जबकि द्वितीयक प्रदूषक प्राथमिक वायु प्रदूषकों तथा अन्य वायुमंडलीय अवयवों, जैसे जल वाष्प के आपस में रासायनिक प्रतिक्रिया होने के उपरांत उत्पन्न होते हैं। प्रायः यह प्रतिक्रिया सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में होती है।
I. प्राथमिक वायु प्रदूषक तथा उनके प्रभाव (Primary Air Pollutants and their Effects)-
प्राथमिक वायु प्रदूषकों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण कणकीय पदार्थ, कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)2 हाइड्रोकार्बन (HCs)2 सल्फर डाइऑक्साइड (SO2 +) तथा नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) होते हैं। कणकीय पदार्थ ठोस कणों या तरल बूंदों (एरोसोल) के बने होते हैं, ये आकार में बहुत ही छोटे होते हैं तथा सदैव वायु में तैरते रहते हैं, जैसे- कालिख, धुआँ, धूल, ऐस्बेस्टस तंतु, कीटनाशक, कुछ धातु (Hg, Pb, Cu तथा Fe), परागकण इत्यादि ।
ये मानव के श्वसन तंत्र को उत्तेजित कर देते हैं जिससे दमा, श्वसनी शोथ आदि बीमारियाँ हो जाती हैं। कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) जीवाश्मी ईंधन के पूर्ण रूप से नहीं जलने पर बनता है। 50 प्रतिशत CO का उत्सर्जन ऑटोमोबाइल से होता है। वैसे CO वायुमंडल में कम समय रहती है तथा इसका ऑक्सीकरण होकर CO2 बन जाती है।
CO हानिकर होती है, श्वसन के साथ अंदर जाकर यह रक्त की ऑक्सीजन ढोने की क्षमता को घटाती है। हाइड्रोकार्बन (HCs) या वाष्पशील जैविक कार्बन (VOCs ) संयुक्त हाइड्रोजन तथा कार्बन के बने होते हैं। HCs प्राकृतिक रूप से कार्बनिक पदार्थों के अपघटन के समय एवं खास प्रकार के पौधे से उत्पन्न होते हैं (जैसे चीड़ के वृक्ष )।
मिथेन (CH4) वायुमंडल में प्रचुर मात्रा में भूमि से निकला हाइड्रोकार्बन है। यह बाढ़ वाले धान के खेतों तथा दलदल से उत्पन्न होता है। हाइड्रोकार्बन जीवाश्मी ईंधन के जलने (पेट्रोलियम तथा कोयला) से भी उत्पन्न होता है। सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) सल्फर युक्त कोयला जलाने पर, अयस्क प्रगालक तथा तेल शोधकों से उत्सर्जित होते हैं। SO2 की वायुमंडल में उच्च सांद्रता गंभीर श्वसन समस्या पैदा करती है तथा पौधों के लिए भी अधिक हानिकर होती है।
नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) मुख्यत: जीवाश्मी ईंधन के उच्च ताप पर ऑटोमोबाइल इंजन में जलने पर N2 व O2 से बनता है। NO तथा NO2 के अनिश्चित मिश्रण का नाम NOx है। NOx लाल भूरे रंग की धुंध (भूरी हवा) भीड़-भाड़ वाले शहरी क्षेत्र के यातायात की वायु में रहती है जो हृदय तथा फेफड़े की समस्या को बढ़ाती है। यह कारसिनोजनिक भी हो सकती है। NOx अम्ल वर्षा को बढ़ाती है।
II. द्वितीयक वायु प्रदूषक तथा उनके प्रभाव (Secondary Air Pollutants and their Effects)- प्रकाशरासायनिक धूम कोहरा – जहाँ अधिक यातायात रहता है। वहाँ गर्म परिस्थितियों तथा तेज सूर्य विकिरण से प्रकाश रासायनिक धूम कोहरा का निर्माण होता है। इसका निर्माण ओजोन (O3), पेरोक्सिएसिटाइल नाइट्रेट (PAN) तथा NOx से होता है। ओटोमोबाइल निर्वातक में HC तथा NO रहता है एवं ये शहरी पर्यावरण में O3 तथा PAN के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाते हैं। धूम कोहरे के निर्माण को निम्न क्रियाओं द्वारा बताया जा रहा है-
इंजन के अंदर की प्रतिक्रियाएं-
N2 + O → 2NO2
वायुमंडल में होने वाली प्रतिक्रियाएं-
2NO + O2 → 2NO2
धूम कुहरा ओजोन पौधों व जंतु जीवन को हानि पहुँचाता है। पौधों की पत्तियों को हानि पहुँचाता है। ओजोन मनुष्यों में फेफड़े के रोग उत्पन्न करती है। O3 एक प्रभावकारी ऑक्सीकारक है। यह पुरानी इमारतों-स्मारकों, संगमरमर की मूर्तियों को संक्षारित कर सांस्कृतिक धरोहर को नुकसान पहुँचाता है। PAN के प्रभाव से क्लोरोप्लास्ट नष्ट हो जाता है जिससे प्रकाश संश्लेषण की क्षमता कम होकर पौधों का विकास बाधित होता है। PAN से मानव नेत्र में उत्तेजना पैदा हो जाती है।
अम्ल वर्षा (Acid Rains) नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), VOCS तथा SO2 का उत्पादन कोयला (उद्योगों में) तथा पेट्रोलियम (ऑटोमोबाइल में) के जलने से होता है। आसमान में प्रकाश होने से NO2 का प्राकृतिक रूप से उत्पादन होता है। ये गैसें हवा में अतिप्रतिक्रियात्मक होती हैं व शीघ्र ही अम्ल में ऑक्सीकृत हो जाती हैं (सल्फ्यूरिक अम्ल व नाइट्रिक अम्ल) ।
ये आसानी से जल में घुलनशील होते हैं तथा पृथ्वी पर घुलकर अम्ल वर्षा के रूप में आ जाते हैं। साधारणतः वर्षा का जल थोड़ा अम्लीय होता है ( pH 5.6-6.5), क्योंकि जल तथा CO2 वायु में मिलकर कमजोर अम्ल का निर्माण करते हैं। अम्ल वर्षा का pH 5.6 से भी कम हो सकता है। अम्ल वर्षा ऐतिहासिक इमारतों, धरोहर स्मारकों (आगरा का ताजमहल) का संरक्षण कर हानि पहुँचाती है।
अम्ल वर्षा का ‘उष्णकटिबंधीय तथा जलीय वनस्पतियों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। अधिकतर मोलस्का तथा मछलियाँ 50 pH से कम वाले जल को सहन नहीं कर सकतीं। कम pH मृदा के जीवाणु समुदाय को नष्ट कर देती है।
प्रश्न 2.
मृदा तथा ध्वनि प्रदूषण के प्रकार एवं नियंत्रण के उपाय बताइये ।
उत्तर:
(1) मृदा प्रदूषण (Soil Pollution ) – वस्तुतः मृदा या भूमि प्रदूषण मनुष्यों की विभिन्न क्रियाओं जैसे अपशिष्टों का जमाव, कृषि रसायनों का उपयोग, खनन कार्य तथा शहरीकरण का परिणाम है। इसे निम्न बिंदुओं के अंतर्गत समझाया जा रहा है-
(i) अपशिष्ट (Waste Dumps ) – औद्योगिक अपशिष्ट जल, नगरीय, मेडिकल एवं अस्पतालों के अपशिष्टों को फेंकने से भूमि प्रदूषित हो जाती है। इन अपशिष्टों में विद्यमान कार्बनिक, अकार्बनिक रासायनिक मिश्रण एवं भारी धातु मृदा प्रदूषण करती हैं। औद्योगिक उत्सर्जन के गिरने से तथा ताप ऊर्जा संयंत्र से निकलने वाला फ्लाई ऐश (राख) आस-पास के पर्यावरण को दूषित करता है। औद्योगिक उत्सर्जन के लिए लगाए गए ऊँची चिमनी से निकले कणकीय पदार्थ जल्दी से पृथ्वी की सतह पर आकर बैठ जाते हैं।
नाभिकीय परीक्षण प्रयोगशालाओं, नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र तथा नाभिकीय विस्फोट से निकले अपशिष्ट विकिरण मृदा को संक्रमित करते हैं। रेडियो विकिरण पदार्थ भूमि में लंबे अंतराल तक रह सकते हैं, क्योंकि उनका आधा जीवन साधारणतः लंबा होता है। उदाहरणार्थ स्ट्रान्शयम – 90 का आधा जीवन 28 वर्ष का तथा केसियम 137 ( Cacsium) का 30 वर्षों का होता है।
(ii) नगरीय अपशिष्ट (Municipal Wastes ) – इसके अंतर्गत घरेलू तथा रसोई, बाजार के अस्पताल के, पशुओं व पोल्ट्री के एवं कसाईखानों के अपशिष्ट आते हैं। इनमें से कुछ अपशिष्टों का जैविक अपघटन नहीं होता है जैसे पोलिथीन बैग, अपशिष्ट प्लास्टिक शीट, बोतलें आदि । अस्पताल के अपशिष्टों में कार्बनिक पदार्थ, रासायनिक पदार्थ, धातु की सुइयाँ, प्लास्टिक तथा शीशे की बोतलें आदि होते हैं। घरेलू सीवेज तथा अस्पताल के कार्बनिक अपशिष्टों के गिराने से पर्यावरण संक्रमित हो जाता है तथा रोगाणु मनुष्य के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालते हैं।
(iii) कृषि रसायन (Agro-chemicals) – वर्तमान में कृषि प्रणाली में कीट एवं खरपतवार पर नियंत्रण पाने के लिये अत्यधिक कीटनाशक व खरपतवार नाशक रसायनों का उपयोग किया जाता है। अत्यधिक अकार्बनिक उर्वरकों तथा जैवनाशकों के अवशेष, भूमि एवं भूमिगत जल संसाधनों को संक्रमित कर देते हैं।
अकार्बनिक पोषकों, जैसे-फॉस्फेट तथा नाइट्रेट घुलकर जलीय पारिस्थितिक तंत्र में आ जाते हैं तथा सुपोषण को बढ़ाते हैं। नाइट्रेट पेयजल को भी प्रदूषित करता है। अकार्बनिक उर्वरक तथा कीटनाशक अवशेष मृदा के रासायनिक गुणों को बदल देते हैं तथा मृदा जीवों पर विपरीत प्रभाव डालते हैं।
(iv) खनन ऑपरेशन (Mining Operations ) – विवृत खनन (एक प्रक्रिया जहां धरती की सतह का खनन कर भूमिगत जमा पदार्थ को निकाला जाता है) से ऊपरी भूमि का पूरी तरह नुकसान होता है। तथा संपूर्ण क्षेत्र जहरीली धातु एवं रसायन से संक्रमित हो जाता है।
मृदा प्रदूषण का नियंत्रण (Control of soil pollution) – मृदा या भूमि प्रदूषण के नियंत्रण के अंतर्गत सुरक्षित भूमि उपयोग, योजनाबद्ध, शहरीकरण, नियंत्रित विकास कार्यक्रम, सुरक्षित डिस्पोजल (disposal) तथा मानव आवास स्थल एवं उद्योगों के ठोस अपशिष्टों का प्रबंधन किया जाता है। ठोस अपशिष्टों के प्रबंधन के अंतर्गत निम्नलिखित उपाय किये जाते हैं-
- अपशिष्टों को एकत्र करना तथा उनका वर्गीकरण करना।
- खराब धातुओं तथा प्लास्टिकों जैसे संसाधनों को एकत्र कर उसे पुनः चक्रण के पश्चात् फिर से उपयोग करना तथा
- पर्यावरण को कम से कम हानि पहुँचाते हुए उसे फेंकना।
मल जल तथा औद्योगिक ठोस अपशिष्ट का उपयोग भूमिभरण के लिए किया जाता है। विषैले रसायन तथा हानिकारक धातु जिसमें अपशिष्ट रहते हैं, सड़क बनाने में बिछाने वाली सामग्री के रूप में उपयोग कर लिया जाता है। फ्लाई राख का उपयोग भी इसी उद्देश्य हेतु किया जाता है।
फ्लाई राख से ईंट बनाकर भवन निर्माण में उपयोग करते हैं। ठोस अपशिष्टों से छुटकारा पाने का अन्य महत्वपूर्ण तरीका भस्मीकरण (O2, की उपस्थिति में दहन ) एवं ताप अपघटन (O2) की अनुपस्थिति में दहन) है। नगरीय ठोस अपशिष्ट को कृषि के कार्बनिक खाद में परिवर्तित किया जा सकता है।
(2) ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution ) – तेज विक्षोभी ध्वनि को ध्वनि प्रदूषण कहते हैं। ध्वनि तरंगों में चलती है तथा हमारे कर्ण पटल को प्रभावित करती है। ध्वनि तरंग की तीव्रता औसत दर प्रति इकाई क्षेत्र, जिस पर ऊर्जा तरंगें स्थानान्तरित होकर सतह पर आती हैं, पर निर्भर करती है। ध्वनि की मापन इकाई डेसीबल (Decibel = dB) होती है, इसे यह नाम एलेक्जेंडर ग्राहम बेल के कार्य की सराहना पर दिया गया।
मानव द्वारा उत्पन्न शोर, औद्योगिक मशीनों, यातायात वाहनों, ध्वनि प्रवर्धक पटाखों को जलाने, औद्योगिक तथा लघु स्थानों पर अधिस्फोटन से होता है। जेट एयरक्राफ्ट के उतरने या उड़ान भरने के समय बहुत अधिक ध्वनि प्रदूषण हवाई अड्डे के आस-पास होती है। शोर के अनेक दुष्प्रभाव मानव की शरीर क्रिया पर पड़ते हैं।
शोर दिल की धड़कन, पेरीफरल संवहन तथा श्वसन तरीकों पर गहन प्रभाव डालते हैं। निरंतर शोरगुल वाले पर्यावरण से गुस्सा, उत्तेजनशीलता, सिरदर्द एवं अनिद्रा तथा मनुष्य की कार्यक्षमता पर गंभीर प्रभाव डालते हैं। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा क्षेत्र के अनुसार परिवेशीय शोर का स्तर निम्न सारणी में दिया गया जा रहा है-
सारणी- क्षेत्रानुसार परिवेश शोर स्तर की अनुमति
क्षेत्र | दिन (6.00-21.00 hr.) | रात्रि (21.00-6.00hr.) |
उद्योग | 70 bB | 70 bB |
व्यापारिक | 65 bB | 55 bB |
आवास स्थल | 55 bB | 45 bB |
शांत क्षेत्र | 00 bB | 40 bB |
ध्वनि प्रदूषण का नियंत्रण (Control of Noise Pollution ) – ध्वनिरोधी इंसुलेटिंग जैकेट या छन्ना का उपयोग मशीन से होने वाली ध्वनि को कम कर सकता है। औद्योगिक कर्मचारियों एवं रनवे ट्रैफिक कर्मचारियों को कर्णमफ (Ear Muff) का उपयोग करना चाहिए। अधिक ध्वनि उत्पन्न करने वाले यंत्रों, लाउडस्पीकर तथा विवाह पर डी. जे. पार्टी पर उचित ध्वनि तक के उपयोग हेतु कानूनी सहायता से नियंत्रण करना आवश्यक है।
प्रश्न 3.
ओजोन छिद्र व ओजोन ह्रास के प्रभाव को समझाइये ।
उत्तर:
सन् 1956-1970 के दौरान अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन परत की मोटाई 280 से 325 डोबसन इकाई थी। [1 डोबसन इकाई (DU) = 1 ppb]। 1979 में यह 136 DU थी व 1994 में 94 DU रह गई।
इस ह्रास को ओजोन छिद्र कहा गया, इसकी खोज 1985 में अंटार्कटिका के ऊपर की गई थी। CFCs, N2O व CH2 का बिखरना O3 को नष्ट करता है। ध्रुवीय समतापमंडल बादल कम तापमान पर क्लोरीन को स्वतंत्र क्रिया करने के लिए सतह प्रदान करते हैं। ओजोन ह्रास क्रियाएं बहुत तेज होती हैं।
सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में तथा अंटार्कटिक में बसंत की शुरुआत में बर्फ जमने के समय क्लोरीन ओजोन अणुओं पर आक्रमण करती है। फलस्वरूप अंटार्कटिका में O3 घटना शुरू हो जाता है। आर्कटिक समतापमंडल बसंत में जल्दी गर्म तथा ठंडा होता है तथा सूर्य प्रकाश के क्रांतिक अति व्याप्ति का समय कम हो जाता है जो कि O3 ह्रास हेतु आवश्यक है।
ओजोन ह्रास का प्रभाव- समतापमंडलीय O3 परत पराबैंगनी विकिरणों को अवशोषित कर लेती है, इससे इन विकिरणों की मात्रा पृथ्वी सतह पर आने से कम हो जाती है। मनुष्यों में पराबैंगनी के बढ़ने से मोतियाबिंद, त्वचा कैंसर, मेलानोमा आदि की घटना बढ़ जाती है। पराबैंगनी – बी (UV-B) विकिरणों के संपर्क में ज्यादा आने से मानव के भीतर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
UV- B की मात्रा बढ़ने से प्रकाश संश्लेषण की क्रिया प्रभावित होती है। व सजीवों में न्यूक्लियक अम्ल नष्ट हो जाते हैं। UV-B विकिरणों से पादप प्लवकों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया अवरोधित होती है, जिससे उत्पादकता घट जाती है अर्थात् पूरी जैव आहार श्रृंखला प्रभावित होती है, उदाहरण जूप्लैंकटोन, क्रील, ऐस्क्पीड, मछली तथा व्हेल इत्यादि।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न-
1. अंटर्कटिक क्षेत्र में हिम-अंधता किस कारण होती है? (NEET-2020)
(अ) UV-B विकिरण की उच्च मात्रा के कारण कॉर्निया का शोध
(ब) हिम से प्रकाश का उच्च परावर्तन
(स) अवरक्त किरणों द्वारा रेटीना में क्षति
(द) निम्न ताप द्वारा आँख में द्रव के जमने के कारण
उत्तर:
(अ) UV-B विकिरण की उच्च मात्रा के कारण कॉर्निया का शोध
2. सन् 1987 में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल किस पर नियंत्रण के लिए हस्ताक्षरित किया गया था? (NEET-2020)
(अ) ओजोन को क्षति पहुँचाने वाले पदार्थों का उत्सर्जन
(ब) हरित गृह गैसों का छेड़ना
(स) e-वेस्ट (c कृड़ा करकट) का निययन
(द) एक देश से दूसरे देश में आनुव्वंशिकतः रूपान्तरित जीवों के परिवहन के लिए
उत्तर:
(अ) ओजोन को क्षति पहुँचाने वाले पदार्थों का उत्सर्जन
3. पॉलिब्लेंड पुनश्चक्रित रूपान्तरित प्लास्टिक का महीन पाठडर है जो निम्नलिखित में से किसके लिए एक सुयोग्य पदार्थ के रूप में पुष्टिकृत हुई है- (NEET-2019)
(अ) नलियाँ और पाइप बनाने में
(ब) प्लास्टिक की थैलियाँ बनाने में
(स) उर्वरक के रूप में
(द) सड़क के निमांण में
उत्तर:
(द) सड़क के निमांण में
4. निम्नलिखित में से गैसों का कौनसा युग्म हरित गृह प्रभाव के लिए मुख्य रूप में उत्तरदायी है- (NEET-2019)
(अ) कार्बन डाइऑक्साइड और मिथेन
(ब) ओजोन और अमोनिया
(स) ऑक्सीजन और नाइट्रोजन
(द) नाइट्रोजन और सल्फरडाइऑक्साइड
उत्तर:
(अ) कार्बन डाइऑक्साइड और मिथेन
5. निम्न में से कौनसी विधि नाभिकीय अपरिश्षों के निपटान के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है ? (NEET-2019)
(अ) अपशिष्ट को पृथ्वी की सतह के नीचे गहरी चट्ट्यनों में दबा कर
(ब) अपशिष्ट को अंतरिक्ष में दाग देना
(स) अपशिष्ट को अंटार्काटिक में हिम आच्छादन में दबा देना
(द) अपशिष्ट को गहरे महासागर के नीचे चट्टानों में डाल देना
उत्तर:
(अ) अपशिष्ट को पृथ्वी की सतह के नीचे गहरी चट्ट्यनों में दबा कर
6. निम्नलिखित में से कौनसा एक द्वितीयक प्रदूपक है? (DUMET-2009, NEET-2018)
(अ) SO2
(ब) CO2
(स) CO
(द) O3
उत्तर:
(द) O3
7. समताप मंडल में, ओजोन के विकृतिकरण और आप्किक ऑक्सीजन की विमुक्ति में निम्नलिखित में से कौनसा तत्व उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है? (NEET-2018)
(अ) Fe
(ब) Cl
(स) कार्बन
(द) ऑक्सीजन
उत्तर:
(ब) Cl
8. विश्व ओजोन दिवस कब मनाया जाता है? (NEET-2018)
(अ) 16 सितम्बर
(ब) 21 अप्रैल
(स) 5 जून
(द) 22 अप्रैल
उत्तर:
(अ) 16 सितम्बर
9. निम्नलिखित में से किसमें बहिः इसावों के कारण प्रदुषित होने वाले जल निकायों में जैव रासायनिक ऑक्सीजन मांग (BOD) प्रदूषण के लिए एक अच्छा सूचक नहीं है? (NEET-2016)
(अ) पेट्रोलियम उद्योग
(ब) शर्करा उद्योग
(स) घरेलू वाहित मल
(द) दुग्ध उद्योग
उत्तर:
(अ) पेट्रोलियम उद्योग
10. एक नदी में जब कार्बनिक अपशिष्ट से भरपूर घरेलू वाहित मल बह्कर गिरता हो, ते उसका परिणाम क्या होगा? (NEET I-2016)
(अ) बायोडिग्रेडेबल पोषण के कारण मछली का उत्पादन बढ़ जएगा
(ब) ऑक्सीजन की कमी के कारण मह्हलियाँ मर जाएंगी
(स) शैवाल प्रस्कुटन के कारण नदी जल्दी ही सूख जाएगी
(द) जलीख भोजन की समम्टि में वृद्धि हो जाएगी
उत्तर:
(ब) ऑक्सीजन की कमी के कारण मह्हलियाँ मर जाएंगी
11. अम्लीय वर्षा वात्तावरण में किसकी सान्द्रता की अधिकता के कारण होती है? (Orissa JEE-2011, WB JEE-2011, NEET-2015)
(अ) SO3 और CO
(ब) CO2 और CO
(स) O3 और धूल
(द) SO2 और NO2
उत्तर:
(द) SO2 और NO2
12. निम्नलिखित में से कौन एक पर्यावरण में SO2 प्रदूषण का योग्य संकेतक है ? (NEET-2015)
(अ) शंकुधारी
(ब) शैवाल
(स) कवक
(द) लाइकेन
उत्तर:
(द) लाइकेन
13. वायुमण्डल का वह क्षेत्र जिसमें ओजोन परत उपस्थित है, उसे क्या कहा जाता है? [CBSE PMT (Mains)-2011, NEET-2014]
(अ) आयनमंडल
(ब) मध्यमंडल
(स) समतापमंडल
(द) क्षोभमंडल
उत्तर:
(स) समतापमंडल
14. एक रासायनिक प्रौद्योगिक संस्थान के निकास में लगा हुआ स्क्रबर क्या हटाता है? (NEET-2014)
(अ) सल्फर डाइऑक्साइड जैसी गैस
(ब) 5 माइक्रोमीटर के या इससे बड़े कणिकीय पदार्थ
(स) ओजोन और मीथेन जैसी गैस
(द) 2.5 माइक्रोमीटर के या इससे छोटे कणिकीय पदार्थ
उत्तर:
(अ) सल्फर डाइऑक्साइड जैसी गैस
15. वैस्किक उष्प का नियंत्रण किया जा सकता है- (NEET-2013)
(अ) वनोन्मूलन को कम करके, जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम करके
(ब) पेड़ें को लगाना कम करके, जीवाश्म ईंचन का उपयोग बढ़ करके
(स) वनोन्मूलन में वृद्धि करके, जनसंख्या वृद्धि की दर को कम करके
(द) वनोन्मूलन में वृद्धि करके, ऊर्जा के उपयोग की कारगरता को कम करके
उत्तर:
(अ) वनोन्मूलन को कम करके, जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम करके
16. जल सुपोषण होना प्रायः किसमें देखा जाता है? [PMT-2005, NEET-2011, CBSE PMT (Pre)-2011]
(अ) मरुस्थलों में
(ब) अलवणीय झीलों में
(स) महासागर में
(द) पहाड़ों में
उत्तर:
(ब) अलवणीय झीलों में
17. भोपाल ग्रासदी के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौनसा एक कथन गलत है? [CBSE PMT (Pre)-2011, NEET-2011]
(अ) मेथिल आइसो सायनेट गैस का रिसाव हुआ था
(ब) हजारों लोग मर गए थे
(स) पूरे भोपाल पर रेंडियोएक्टिव अवपात छा गया था
(द) यह दिसम्बर 2/3/1984 की रात हुआ था
उत्तर:
(स) पूरे भोपाल पर रेंडियोएक्टिव अवपात छा गया था
18. dB एक मानक संकेताक्षर है जिसका उपयोग निम्नलिखित में से किस एक का मात्रात्मक अभिव्यकि के लिए किया जाता है? [NEET-2010, CBSE PMT (Pre)-2010]
(अ) एक विशिष्ट पीड़काशी की
(ब) किसी माध्यम में बैक्टीरिया के घनत्व की
(स) एक विशिष्ट प्रदूषक की
(द) किसी संवर्धन में प्रभावी बेसिलस की
उत्तर:
(स) एक विशिष्ट प्रदूषक की
19. द्वितीयक प्रदूषक जो हिल अभिक्रिया को रोकता है, वह है- (Kerala CET-2002, CPMT-2010)
(अ) गंधक का अम्ल
(ब) नाइट्रिक अम्ल
(स) परऑॅक्सीऐसेटाइल नाइट्रेट (PAN)
(द) एल्डिहाइडस
उत्तर:
(स) परऑॅक्सीऐसेटाइल नाइट्रेट (PAN)
20. किसी नदी के जल की BOD के संबंध में क्या सही है- (AIIMS-2008; CBSE PMT-2009)
(अ) इसके जल के अंदर साल्मोनेला के माप का पता चलता है
(ब) यह तब एक समान बनी रहती है जब ऐल्गाल ब्लूम (शैवाल प्रस्फुटन) होता है
(स) यह तब बढ़ जाती है जब नदी के जल में मल-जल मिल जाता है
(द) इसके जल के अंदर की ऑक्सीजन-सांद्रता से कोई संबंध नहीं है
उत्तर:
(स) यह तब बढ़ जाती है जब नदी के जल में मल-जल मिल जाता है
21. अधिक समता मुक्त उपकरण जो कि औचोगिक उत्सर्जित पदार्थों (Emission) से पार्टोकुलेर मैटर को हटाता है- (Kerala PMT-2009)
(अ) साइक्लोनिंग सेप्रेटर
(ब) ट्रेजेक्टरी सेप्रेटर
(स) पाइरोलिसिस
(द) इलेक्ट्रोस्टेटिक प्रेसिपिटेटर
उत्तर:
(द) इलेक्ट्रोस्टेटिक प्रेसिपिटेटर
22. वायु प्रदूषण के नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा उठाये गये कदमों में सम्मिलित है- (NEET-2009, CBSE PMT-2009)
(अ) पेट्रोल में 20% इथाइल एल्कोहॉल और डीजल में 20% बायोडीजल अनिवार्य रूप से मिलाया जाना।
(ब) पेट्रोल चलित वाहनों का अनिवार्य PUC (Pollution Under Control) प्रमाण पत्र दिया जाना जिसमें कार्बन मोनो ऑक्साइड तथा हाइड्रो कार्बनों का परीक्षण होता है।
(स) वाहनों के लिए ईंधन के रूप में केवल ऐसे शुद्ध डीजल के उपयोग की अनुमति देना जिसमें अधिकतम सल्फर 500 PPM तक हो।
(द) समस्त बसों और ट्रकों द्वारा केवल अप्रदूषणकारी सम्पीडित प्राकृतिक गैसों (CNG) का उपयोग किया जाना।
उत्तर:
(द) समस्त बसों और ट्रकों द्वारा केवल अप्रदूषणकारी सम्पीडित प्राकृतिक गैसों (CNG) का उपयोग किया जाना।
23. आटोमोबाइल निष्कासन में सबसे हानिकारक धात्विक प्रदूषक है- (Pb PMT-2000; MP PMT-2002; BHU-2008)
(अ) पारा (Hg)
(ब) लैड (Pb)
(स) कैडमियम (Cd)
(द) कॉपर (Cu)
उत्तर:
(ब) लैड (Pb)
24. ऊर्जा के विकिरण से तापक्रम का बढ़ना जिसे ओजोन CO2 एवं जलवाष्प से निर्धाति किया जाता है, कहलाता है- (J\&K CET-2008)
(अ) रेडियो सक्रियता
(ब) ओजोन प्रभाव
(स) सौर अभिक्रिया
(द) ग्रीन हाउस प्रभाव
उत्तर:
(द) ग्रीन हाउस प्रभाव
25. कोयला ईंधन वाले बिजली संयंत्र में विद्युत स्थैतिक प्रेसिपिटेटर्स किसके निष्कासन को रोकने के लिए लगाए जाते हैं? (CBSE PMT-2007, NEET-2007)
(अ) CO
(ब) SO2
(स) NOx
(द) SPM
उत्तर:
(द) SPM
26. वायुमण्डल में O3 की परत किससे नष्ट होती है या कौनसा रासायनिक पदार्थ वायुमण्डल में ओजोन की मात्रा को कम करने के लिये उत्तरदायी है- (CPMT-2009; MP PMT-2006: DPMT-2006)
(अ) HCl अम्ल
(ब) फोटोकेमिकल स्रोत
(स) क्लोरोफ्लोरो कार्बन
(द) SO2
उत्तर:
(स) क्लोरोफ्लोरो कार्बन
27. गैसें जिन्हें ग्रीन हाउस गैसें कहते हैं, वे हैं- (BHU-2003; CPMT-2003; RPMT-2006)
(अ) CO2, O2, NO2, NH2
(ब) CFC, CO2, NH3, N2
(स) CH4, N2, CO2, NH3
(द) CFC, CO2, CH4, NO2
उत्तर:
(द) CFC, CO2, CH4, NO2
28. माँट्रियल प्रोटेकॉल जिसमें ओजोन परत को मानव क्रियाक्लापों से सुरक्षित बचाए रखने के लिये कार्यवाही करने को कहा गया है, किस वर्ष में पारित किया गया था- (NEET-2006; CBSE PMT-2006)
(अ) 1985
(ब) 1986
(स) 1987
(द) 1988
उत्तर:
(स) 1987
29. निम्न में से कौनसी रणनीति ग्लोबल वार्मिंग के लिये उपयोगी नहीं है- (AMU-2005)
(अ) जीवाश्म ईंधनों का सीमित मात्रा में उपयोग करना
(ब) वनों में वृद्धि
(स) नाइट्रोजन उर्वरकों के उपयोग में वृद्धि
(द) CFC के स्थान पर अन्य विकल्पों का उपयोग करना
उत्तर:
(स) नाइट्रोजन उर्वरकों के उपयोग में वृद्धि
30. वह प्रक्रम जिसमें जल के पोषण की प्रचुरता के कारण एक या कुछ जीवों में अत्यधिक वृद्धि का होना तथा साथ ही जाति विविधता में कमी कहलाती है- (AMU-2005)
(अ) जैवीय आवर्धन (Biological magnification)
(ब) जाति प्रमोशन (Species promotion)
(स) सुपोषण (Eutrophication)
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(स) सुपोषण (Eutrophication)
31. DDT होता है- (MP PMT-2004; AIIMS-2005)
(अ) विघटित न होने वाला प्रदूषक
(ब) विघटित होने वाला प्रदूषक
(स) एन्टीबायोटिक
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) विघटित न होने वाला प्रदूषक
32. CFC फ्रीजों में उपयोग हेतु अनुमोदित नहीं किये जाते हैं क्योंकि वे- (DPMT-2003; BVP-2004)
(अ) तापक्रम बढ़ाते हैं
(ब) ओजोन को कम करते हैं
(स) पर्यावरण प्रभावित करते हैं
(द) मानव शरीर को प्रभावित करते हैं
उत्तर:
(ब) ओजोन को कम करते हैं
33. ग्रीन हाउस प्रभाव संबंधित है- (CPMT-2004)
(अ) पृथ्वी के शीतलन से
(ब) पृथ्वी के गरम होने से
(स) UV को ग्रहण करने से
(द) अनाज उत्पादन से
उत्तर:
(ब) पृथ्वी के गरम होने से
34. सुपोषण निम्न के कारण होता है- (MHCET-2004)
(अ) अम्ल वर्षा
(ब) नाइट्रेट्स और फॉस्फेट्स
(स) सल्फेट्स और कार्बोनेट्स
(द) CO2 और CO
उत्तर:
(ब) नाइट्रेट्स और फॉस्फेट्स
35. ‘जैविक आवर्धन’ प्रदर्शित करता है- (Kerala PMT-2004)
(अ) भोजन के उपयोग के कारण जीवों में वृद्धि
(ब) समष्टि के परिणाम में वृद्धि
(स) मनुष्य द्वारा वायुमण्डलीय मुद्दों को बढ़ाना
(द) अनिम्नीकरणीय प्रदूषक की बढ़ती हुई मात्रा खाद्य शृंखला द्वारा स्थानान्तरित होती है।
उत्तर:
(द) अनिम्नीकरणीय प्रदूषक की बढ़ती हुई मात्रा खाद्य शृंखला द्वारा स्थानान्तरित होती है।
36. पैट्रोल एवं डीजल से चलने वाले स्वचालित वाहनों के रेचन (exhaust) से युक्त किस प्रदूषक की मात्रा अधिक होती है- (BVP-2004)
(अ) CO
(ब) CO2
(स) NO2, SO2 एवं Pb
(द) हाइड्रोकार्बन
उत्तर:
(अ) CO
37. दफ्तरों में उत्पन्न ध्वनि प्रदूषण का स्तर सामान्यतः होता है- (AIIMS-2004)
(अ) 20 dB
(ब) 30 dB
(स) 40 dB
(द) 60 dB
उत्तर:
(स) 40 dB
38. यह कहा जाता है कि ताज नष्ट हो रहा है- (CPMT-2004)
(अ) यमुना नदी की बाढ़ के कारण
(ब) उच्च ताफ्क्रम के कारण संगमरमर के विघटन के कारण
(स) मथुरा के तेल शोधक कारखाने से निकले वायु प्रदूषकों के कारण
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(स) मथुरा के तेल शोधक कारखाने से निकले वायु प्रदूषकों के कारण
39. SO2 एवं इसके रूपातंरित उत्पादों के कुछ प्रभाव पौधों में होते हैं, जैसे- (BHU-2004)
(अ) क्लोरोफिल का अपघटन
(ब) प्लाज्मोलाइसिस (Plasmolysis)
(स) गॉल्जी काय का विनिष्ट होना
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) क्लोरोफिल का अपघटन
40. BOD का क्या अर्थ है- (Kerala PMT-2004)
(अ) बायोलोजिक आर्गेनिज्म डेथ
(ब) बायोकेमिकल आर्गोनिक मेटर डिके
(स) बायोटिक ऑक्सीजन डिमांड
(द) बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमान्ड
उत्तर:
(द) बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमान्ड
41. लाइकेन सामान्यतः शहरों में नहीं उगते- (AFMC-2004)
(अ) सही प्रकार के शैवाल व कवकों की अनुपस्थिति के कारण
(ब) नमी की कमी के कारण
(स) SO2 प्रदूषण के कारण
(द) प्राकृतिक आवास न मिलने के कारण
उत्तर:
(स) SO2 प्रदूषण के कारण
42. कभी-कभी झील में वाटर ब्लूम्स (Water blooms) का पाया जाना प्रदर्शित करता है- (AIEEE-2003)
(अ) पोषण की कमी
(ब) ऑक्सीजन की कमी
(स) अत्यधिक पोषण की उपलब्धता
(द) झील में शाकाहारियों की अनुपस्थिति
उत्तर:
(ब) ऑक्सीजन की कमी
43. 70 से 90 डेसीबल प्रबलता की औसत ध्वनि होती है- (AIEEE-2003)
(अ) अधिक प्रबल
(ब) असहज
(स) कष्टदायक
(द) शांत
उत्तर:
(अ) अधिक प्रबल
44. घने शहरों में पाया जाने वाला प्रकाश रासायनिक धूम्र कोहरे में मुख्यतः सम्मिलित होता है-(AIIMS-2003)
(अ) ओजोन, परऑक्सीएसीटायल नाइट्रेट और NOx
(ब) धुआँ, पसऑक्सीएसीटायल नाइट्रेट और SO2
(स) हाइड्रोकार्बन्स, SO2 और CO2
(द) हाइड्रोकार्बन्स, O3 और SO2
उत्तर:
(ब) धुआँ, पसऑक्सीएसीटायल नाइट्रेट और SO2
45. डीफोरेस्टेशन प्रदर्शित करता है- (MHCET-2003)
(अ) मृदा क्षरण
(ब) ग्लोबल वार्मिंग
(स) मृदा संरक्षण
(द) दोनों ‘अ’ व ‘ब’
उत्तर:
(द) दोनों ‘अ’ व ‘ब’
46. वनों द्वारा भूमि का आच्छादित भाग है अथवा भारतीय वन नीति के अनुसार वनाच्छादित भूमि क्षेत्र का प्रतिशत है- (AIEEE-2003)
(अ) 11%
(ब) 22%
(स) 33%
(द) 60%
उत्तर:
(स) 33
47. किससे प्रदूषण नहीं होता- (CPMT-2002)
(अ) हाइड्रोइलेक्ट्रिक स्कीम
(ब) ऑटोमोबाइल
(स) न्यूक्लियर ऊर्जा प्रोजेक्ट
(द) थर्मल पावर प्रोजेक्ट
उत्तर:
(अ) हाइड्रोइलेक्ट्रिक स्कीम
48. निम्न में से कौनसा देश वायुमण्डल में सर्वाधिक ग्रीन हाउस गैसें मुक्त करने के लिये उत्तरदायी है- (CBSE PMT-2002; BVP-2002)
(अ) रूस
(ब) जर्मनी
(स) ब्राजील
(द) अमेरिका (USA)
उत्तर:
(द) अमेरिका (USA)
49. जल प्रदूषण से- (BHU-2002)
(अ) ऑक्सीजन में वृद्धि होती है
(ब) गंदलेपन में कमी होती है
(स) गंदलेपन और विऑक्सीजनीकरण में वृद्धि होती है
(द) प्रकाश-संश्लेषण में वृद्धि होती है
उत्तर:
(स) गंदलेपन और विऑक्सीजनीकरण में वृद्धि होती है
50. जैविक अपघटन वाले प्रदूषक हैं- (Pb. PMT-2000)
(अ) प्लास्टिक
(ब) जल प्रदूषण
(स) भूमि प्रदूषण
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(ब) जल प्रदूषण
51. जल प्रदूषण कारक कौन है- (MP PMT-2000)
(अ) धुआँ
(ब) औद्योगिक वर्ज्य पदार्थ
(स) डिटरजेन्ट
(द) अमोनिया
उत्तर:
(ब) औद्योगिक वर्ज्य पदार्थ