HBSE 11th Class Physical Education Solutions Chapter 7 दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा

Haryana State Board HBSE 11th Class Physical Education Solutions Chapter 7 दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 11th Class Physical Education Solutions Chapter 7 दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा

HBSE 11th Class Physical Education दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा Textbook Questions and Answers

दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न (Long Answer Type Questions) 

प्रश्न 1.
दूसरे श्वास का क्या अर्थ है? इसके कारण एवं लक्षणों का वर्णन कीजिए।
अथवा
दूसरे श्वास को परिभाषित कीजिए। इसके मुख्य लक्षणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
दूसरे श्वास का अर्थ एवं परिभाषाएँ (Meaning and Definitions of Second Wind):
दूसरे श्वास का अर्थ हैथके होने के बाद पुनः प्रयास करना। जब खिलाड़ी सख्त क्रियाएँ या लंबे समय की क्रियाओं में भाग लेता है तो उसे ऑक्सीजन और ऊर्जा की अधिक आवश्यकता होती है। उसे जब क्रियाओं में भाग लेते समय ऑक्सीजन और ऊर्जा कम मात्रा में मिलती हैं, तो आंतरिक दबाव बढ़ता है जिससे क्रियाओं को छोड़ने का मन करता है। परंतु यदि खिलाड़ी आंतरिक दबाव के बावजूद क्रियाएँ जारी रखता है जिससे श्वास घुटन स्वयं दूर हो जाती है और खिलाड़ी अपनी पहली स्थिति में आ जाता है, ऐसी स्थिति को ही दूसरा श्वास या द्वितीय हवा कहते हैं। दूसरे श्वास को विद्वानों ने निम्नलिखित प्रकार से परिभाषित किया है

1. ई० एल० फॉक्स (E.L. Fox):
के अनुसार, “लंबे समय की क्रियाओं में अचानक आने वाला परिवर्तन; जैसे आंतरिक दबाव व थकावट और कुछ समय बाद काफी आरामदायक तथा कम तनावपूर्ण अहसास क्रियाओं में आने को दूसरा श्वास कहते हैं।”

2. स्वेइगार्ड (Sweigard):
के कथनानुसार, “बढ़ती हुई ऑक्सीजन की माँग तथा पदार्थों के ऑक्सीजन को समाप्त करने के कारण हृदय एवं श्वसन संस्थान का शारीरिक क्रिया संबंधी समन्वय दूसरा श्वास कहलाता है।” .

3. दूसरे श्वास का कारण (Cause of Second Wind):
दूसरे श्वास के कारणों के बारे में निश्चित रूप से कुछ कहना कठिन है फिर भी तेज क्रिया को जारी रखने के प्रयास के अनुसार शरीर को ढालने में लगे समय को दूसरे श्वास का मुख्य कारण माना जाता है।

दूसरे श्वास के मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं
(1) चेहरे पर तनाव के चिह्न नज़र आते हैं।
(2) माँसपेशियों में दर्द होता है।
(3) क्रियाएँ छोड़ने का मन करता है।
(4) श्वास में घुटन अनुभव होती है।
(5) सिर चकराता है।
(6) श्वास की आर्द्रता में कमी आ जाती है।
(7) श्वास की गति तेज हो जाती है।
(8) तनाव एवं घबराहट होने लगती है।

HBSE 11th Class Physical Education Solutions Chapter 7 दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा

प्रश्न 2.
थकान से आप क्या समझते हैं? इसके प्रकारों एवं लक्षणों का वर्णन कीजिए।
अथवा
थकावट की अवधारणा से आप क्या समझते हैं? इसके लक्षणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
थकान या थकावट की अवधारणा (Concept of Fatigue):
मनुष्य शारीरिक शक्ति अपने रक्त में से प्राप्त करता है। जब हम कोई शारीरिक और मानसिक क्रिया करते हैं तो शरीर में जो शक्ति होती है उसमें कमी आ जाती है, इस कमी का मुख्य कारण थकावट होता है। जब शक्ति-भरा रक्त माँसपेशियों को प्राप्त नहीं होता तो माँसपेशियों में अवांछनीय पदार्थ पैदा हो जाते हैं, जिस कारण हम थकावट अनुभव करते हैं। परंपरागत परिभाषा के अनुसार लम्बे समय तक कार्य करने के कारण घटी हुई क्षमता को ही थकान कहा जाता है अर्थात् किसी कार्य को लगातार करने से कार्यक्षमता का ह्रास होना ही थकान है। बोरिंग के कथनानुसार, “थकावट से अभिप्राय कार्य की कम हो रही क्षमता से है।”

थकान के प्रकार (Types of Fatigue): थकावट दो प्रकार की होती है
1. शारीरिक थकान (Physical Fatigue): जब व्यक्ति अपनी क्षमता से अधिक शारीरिक क्रिया या कार्य करता है तो थकावट अनुभव करता है। इसको शारीरिक थकान कहा जाता है। जब माँसपेशियाँ लगातार सिकुड़ती हैं तो उनमें अवांछनीय पदार्थ; जैसे कार्बन-डाइऑक्साइड, लैक्टिक अम्ल पैदा हो जाते हैं जो माँसपेशियों को अपनी वास्तविक स्थिति में कार्य करने से रोकते हैं।

2. मानसिक थकान (Mental Fatigue):
लगातार मानसिक क्रिया करने से मानसिक थकान होती है; जैसे पढ़ना, लिखना आदि। मानसिक थकान प्रायः उन व्यक्तियों को होती है जो प्रायः दिन-भर मानसिक या बौद्धिक कार्य करते हैं; जैसे वकील, अध्यापक, डॉक्टर आदि। इस थकान के कई कारण हैं; जैसे तनाव, डर, गुस्सा और घबराहट आदि । इस प्रकार की थकान काफी हानिकारक होती है, क्योंकि इसका प्रभाव भिन्न-भिन्न ग्रंथियों पर पड़ता है।

थकान के लक्षण (Symptoms of Fatigue): थकान के मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं
(1) नाड़ी-माँसपेशियों में समन्वय का अभाव।
(2) मानसिक नियंत्रण की कमी।
(3) किसी काम में मन न लगना और कार्य तुरंत बंद करने की इच्छा होना।
(4) नकारात्मक सोच में वृद्धि।
(5) शरीर में ऑक्सीजन की कमी होना।
(6) कार्य करने में गलतियाँ करना।
(7) व्यवहार में परिवर्तन होना अर्थात् स्वभाव चिड़चिड़ा होना।
(8) कमजोरी महसूस होना।
(9) माँसपेशियों में दर्द एवं अकड़न महसूस होना।
(10) सीखने की क्रिया में कमी आना।

प्रश्न 3.
थकान या थकावट को परिभाषित कीजिए। इसके कारणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
थकान या थकावट की परिभाषा (Definition of Fatigue):
परंपरागत परिभाषा के अनुसार लम्बे समय तक कार्य करने के कारण घटी हुई क्षमता को ही थकान (Fatigue) कहा जाता है अर्थात् किसी कार्य को लगातार करने से कार्यक्षमता का ह्रास होना ही थकान है। गिलझैथ ने थकान की परिभाषा इन तीन तथ्यों पर आधारित बताई है:

(1) कार्य करने की शक्ति का कम या ह्रास होना,
(2) कार्य-रहित घंटों में प्रसन्नता का अभाव,
(3) कार्य करने में आनंद की अनुभूति न होना।

थकान के कारण (Causes of Fatigue): थकान या थकावट के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं
1. ज्यादा कार्य करना (To Much Work):
अपनी क्षमता से अधिक कार्य करना अर्थात् निरंतर बिना आराम किए कार्य करने से शरीर थकावट महसूस करता है।

2. विटामिन की कमी (Lack of Vitamins):
विटामिन शरीर की कार्यक्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं। जो व्यक्ति अपने आहार में विटामिन-युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करते हैं, उनकी कार्यक्षमता दूसरों से अधिक होती है। इसलिए अधिक कार्यक्षमता हेतु विटामिन बहुत आवश्यक हैं। यदि हमारे शरीर में इन तत्त्वों की कमी है तो हम थोड़ा-सा कार्य करके ही जल्दी थक जाते हैं।

3. तनाव एवं चिंता (Tension and Worry):
जब कोई व्यक्ति तनाव एवं चिंता से ग्रस्त रहता है तो उसकी कार्य करने की क्षमता का स्तर कम हो जाता है। इससे व्यक्ति थका हुआ-सा महसूस करता है।

4. कमजोरी (Weakness):
कमजोर व्यक्ति की कार्यक्षमता कम होती है। वह निरंतर कार्य करने में समर्थ नहीं होता, क्योंकि शरीर कमजोर होने के कारण वह जल्दी थकान महसूस करता है।

5. बीमारी (Illness):
कोई भी व्यक्ति अच्छे स्वास्थ्य के बिना कोई भी कार्य अच्छे से नहीं कर सकता। बीमार व्यक्ति के शरीर में खून की कमी हो जाती है जिस कारण वह जल्दी थकावट महसूस करता है।

6. असंतुलित भोजन (Unbalanced Food):
संतुलित आहार हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। यदि हमारा स्वास्थ्य अच्छा होगा तभी हम किसी कार्य को बिना किसी कठिनाई के आसानी से करने में सक्षम होंगे। यदि हमारे भोजन में पौष्टिक तत्त्वों का अभाव है अर्थात् हमारा भोजन असंतुलित है तो इसका हमारे स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा, जिससे हमारी कार्य करने की क्षमता कम होगी और हमें जल्दी थकावट महसूस होगी।

7. मनोवैज्ञानिक कारक (Psychological Factors):
हमारे शरीर को बहुत से मनोवैज्ञानिक कारक प्रभावित करते हैं जिस कारण कई बार कई मानसिक समस्याएँ पैदा हो जाती हैं; जैसे तनाव, चिंता, व्यवहार का चिड़चिड़ा होना आदि। इन सभी का हमारी कार्यक्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और हम जल्दी थकान महसूस करते हैं। इसलिए किसी भी कार्य के लिए मानसिक तत्परता बहुत जरूरी है।

8. पूर्ण नींद एवं आराम न करना (No Proper Sleep and Rest):
पूर्ण नींद एवं आराम न करने से भी थकान महसूस होती है। यदि हम कोई काम कई घंटों से निरंतर कर रहे हैं तो हमें नियमित अंतराल पर पूर्ण नींद एवं आराम की बहुत आवश्यकता होती है। नींद एवं आराम से हमारी खोई हुई कार्यक्षमता आती है और फिर से कार्य करने में पूर्णतया सक्षम हो जाते हैं। बिना आराम किए हम किसी कार्य को करते रहें तो इससे एक तो अधिक थकान होती है दूसरा हमारी कार्यक्षमता कम होती चलती जाती है और कार्य के गलत होने की संभावना भी रहती है।

9. खून की कमी होना (Lack of Blood):
शरीर में खून की कमी होने से जल्दी थकान महसूस होती है।

10. अधिक व्यायाम करना (To Much Exercises):
जरूरत से अधिक व्यायाम करने से भी थकावट महसूस होती है। प्रश्न

HBSE 11th Class Physical Education Solutions Chapter 7 दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा

प्रश्न 4.
थकान या थकावट दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
थकावट दूर करने के उपाय निम्नलिखित हैं

1. पानी (Water):
थकान दूर करने में पानी की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। पानी में हर तरह के गुण होते हैं जो हमारे शरीर की थकावट को दूर करते हैं। हमें ज्यादा थकावट शरीर में पानी की कमी से होती है। इसलिए हमें हर रोज लगभग 3-4 लीटर शुद्ध पानी अवश्य पीना चाहिए। काम के बीच में ठंडे पानी में हाथ-मुँह धोएँ और आँखों में पानी मारने से हम अच्छा महसूस करते हैं और हमारी थकान कम होती है।

2. संतुलित एवं पौष्टिक आहार (Balanced and Nutritious Diet):
थकान का सबसे बड़ा कारण हमारे जीवन में आवश्यक तत्त्वों की कमी है। थकान दूर करने के लिए पौष्टिक एवं संतुलित आहार बहुत आवश्यक है क्योंकि ऐसे आहार से हमारे शरीर में शक्ति का संचार होता है। हमें अपने भोजन में हरे खाद्य पदार्थों को अवश्य शामिल करना चाहिए; जैसे पालक, मटर, साग आदि। इन खाद्य पदार्थों में विटामिन-बी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो थकान को दूर करता है।

3. योग (Yoga):
मानसिक शांति के लिए योग और ध्यान बहुत लाभदायक हैं। मानसिक अशांति से चिंता एवं तनाव बढ़ता है जिस कारण हमें अधिक मानसिक थकावट होती है। इसलिए मन को शांत करने के लिए नियमित रूप से योग का अभ्यास करें।

4. जूस का सेवन (Use of Juice):
थकान को दूर करने के लिए हमें हर रोज जूस आदि पीना चाहिए। हर्बल ड्रिंक्स का भी सेवन करना चाहिए। ये थकान से लड़ने में शरीर की सहायता करते हैं।

5. मालिश (Massage):
थकावट दूर करने का सबसे अच्छा उपाय मालिश करना है। मालिश करने से शारीरिक माँसपेशियाँ मजबूत बनती हैं। मालिश से शरीर में चुस्ती एवं ताकत आती है और तनाव कम होता है। इतना ही नहीं मालिश से मोटापा, उच्च रक्त-चाप आदि में भी फायदा मिलता है। इससे रक्त संचार तेज हो जाता है जिससे शरीर से व्यर्थ पदार्थों का तीव्रता से निकास होता है और शरीर की थकावट भी दूर होती है।

6. आराम एवं नींद (Relaxation and Sleep):
नींद एवं आराम से हमारी खोई हुई कार्यक्षमता बढ़ती है और फिर से कार्य करने में पूर्णतया सक्षम हो जाते हैं। बिना पूर्ण आराम किए हम किसी कार्य को करते रहें तो इससे एक तो अधिक थकान होती है दूसरा हमारी कार्यक्षमता कम होती जाती है और कार्य के गलत होने की संभावना भी रहती है। इसलिए पूर्ण आराम एवं नींद लेनी चाहिए। इससे हमारी थकावट दूर होती है।

7. मनोरंजन (Recreation):
हमें हमेशा तनावमुक्त रहने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए हमें मनोरंजन के साधनों को अपनाना चाहिए। मनोरंजन करने से हमारा मन शांत एवं तनावमुक्त होगा जिससे थकान दूर होगी।

8. काम में परिवर्तन (Change in Work):
यदि थकावट स्थानीय प्रकृति की है तो काम में परिवर्तन करके इसे दूर किया जा सकता है।

9. अन्य उपाय (Other Measures): थकान दूर करने के अन्य उपाय हैं
(1) सदा प्रसन्न एवं विनोदप्रिय रहना चाहिए,
(2) अपने विचारों एवं सोच को सकारात्मक रखना चाहिए,
(3) हमेशा तनाव एवं चिंता-मुक्त रहना चाहिए,
(4) अपने व्यवहार में सुधारात्मक परिवर्तन करना चाहिए,
(5) स्वयं को स्वच्छ वातावरण में रखना चाहिए ताकि शरीर नीरोग रहे,
(6) मन में व्यर्थ की चिंताएँ नहीं पालनी चाहिएँ,
(7) अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य की ओर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए, ताकि शरीर स्वस्थ एवं रोगमुक्त रहे।

प्रश्न 5.
उकताहट का क्या अर्थ है? इसके लक्षणों तथा इसको दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उकताहट का अर्थ (Meaning of Staleness):
सामान्य परिस्थितियों में शरीर को अलग-अलग क्रियाओं के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है। जब कोई खिलाड़ी अधिक मेहनत और उत्साह से खेलता है तो, कम सफलता मिलने से उसका उत्साह कम हो जाता है। अधिक परिश्रम करने के बाद भी प्रगति न होने के कारण उसके कार्य या क्रिया में रुचि कम होती जाती है। उसके आत्म-विश्वास, व्यवहार और व्यक्तित्व में परिवर्तन के कारण उकताहट आ जाती है। उसका खेलों के प्रति उत्साह कम होना शुरू हो जाता है, इसे ही उकताहट (Staleness) कहते हैं।

उकताहट के लक्षण (Symptoms of Staleness): उकताहट के मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं.
1. क्रियाओं में कम रुचि (Less Interest in Activities):
जब कोई खिलाड़ी अपनी क्षमता से अधिक प्रयत्न करता है, परंतु फिर भी उसे सफलता नहीं मिलती तो वह खेलों में रुचि कम कर देता है। कई बार तो खेल से इस प्रकार उकताहट हो जाती है कि वह खेलना तक छोड़ देता है।

2. अधिक तनाव (High Tension):
अधिक तनाव शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। इससे जहाँ सभी शारीरिक संस्थान प्रभावित होते हैं वहीं ज्यादा प्रभाव पाचन संस्थान पर पड़ता है और मानसिक चेतना प्रभावित होती है।

3. स्वभाव में चिड़चिड़ापन (Irritative Nature):
उकताहट का मुख्य कारण खिलाड़ी की क्रियाओं में कमी या प्रगति का रुक जाना है। लगातार उकताहट से स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है। वह किसी से बात करना पसंद नहीं करता और अकेला रहना ही पसंद करता है।

4. निपुणता में कमी (Decrease in Efficiency):
उकताहट की सबसे बड़ी हानि खिलाड़ी में मुकाबले की भावना में कमी आना है। वह दूसरे खिलाड़ियों से मुकाबला करने से कतराता है। इससे उसकी निपुणता में कमी आ जाती है।

उकताहट को दूर करने के उपाय (Remedies of Staleness): इसको दूर करने के उपाय निम्नलिखित हैं

1. अभ्यास के तरीकों में परिवर्तन (Change in Methods of Training):
उकताहट से बचने का सबसे बढ़िया तरीका अभ्यास के तरीकों में परिवर्तन लाना है। प्रतिदिन के अभ्यास से हटकर कुछ मनोरंजन भरी क्रियाओं में भाग लेकर उकताहट से बचा जा सकता है।

2. क्रियाओं में परिवर्तन (Change in Activities):
लगातार एक प्रकार की ही क्रियाओं में भाग लेते हुए कई बार खिलाड़ी उकताहट की स्थिति में आ जाता है। समझदार अध्यापक और कोच उसी समय ही उसकी क्रियाओं में परिवर्तन कर देता है। क्रियाओं में परिवर्तन उकताहट से शीघ्र छुटकारा पाने का बढ़िया तरीका है।

3. मनोवैज्ञानिक उपाय (Psychological Measure):
उकताहट आने का मुख्य कारण मानसिक तनाव है। मानसिक अवस्था प्रभावित होते ही उकताहट बढ़ती है। जब खिलाड़ी की कुशलता कम होती है या बढ़ने से रुक जाती है तो खिलाड़ी पर मानसिक दबाव बढ़ना शुरू हो जाता है। यदि उस समय खिलाड़ी के साथ मनोवैज्ञानिक ढंग से व्यवहार किया जाए तो उसकी मानसिक अवस्था को परिवर्तित करके उसे उकताहट से बचाया जा सकता है।

4. स्थान में परिवर्तन (Change in Place):
खिलाड़ी अपना प्रशिक्षण स्थान बदलकर उकताहट से बच सकता है। नया स्थान खिलाड़ी की रुचि में परिवर्तन लाता है। रुचि में परिवर्तन और स्थान में परिवर्तन खिलाड़ी में नई प्रेरणा पैदा करता है। इस प्रकार उकताहट से बचा जा सकता है।

लघूत्तरात्मक प्रश्न  (Short Answer Type Questions)

प्रश्न 1.
दूसरे श्वास की अवधारणा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
दूसरे श्वास का अर्थ है-थके होने के बाद पुनः प्रयास करना। जब खिलाड़ी सख्त क्रियाएँ या लंबे समय की क्रियाओं में भाग लेता है तो उसे ऑक्सीजन और ऊर्जा की अधिक आवश्यकता होती है। उसे जब ये दोनों क्रियाओं में भाग लेते समय कम मात्रा में मिलती हैं, तो आंतरिक दबाव बढ़ता है जिससे क्रियाओं को छोड़ने का मन करता है।

परंतु यदि खिलाड़ी आंतरिक दबाव के बावजूद क्रियाएँ जारी रखता है जिससे श्वास घुटन स्वयं दूर हो जाती है और खिलाड़ी अपनी पहली स्थिति में आ जाता है। ऐसी स्थिति को ही दूसरा श्वास कहते हैं। ई० एल० फॉक्स के अनुसार, “लंबे समय की क्रियाओं में अचानक आने वाला परिवर्तन; जैसे आंतरिक दबाव व थकावट और कुछ समय बाद काफी आरामदायक तथा कम तनावपूर्ण अहसास क्रियाओं में आने को दूसरा श्वास कहते हैं।”

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प्रश्न 2.
दूसरे श्वास से मानवीय शरीर में होने वाले प्रमुख परिवर्तनों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
दूसरे श्वास से मानवीय शरीर में होने वाले परिवर्तन निम्नलिखित हैं
(1) माँसपेशियों के तापमान में वृद्धि हो जाती है।
(2) माँसपेशियों का दर्द कम हो जाता है और इनकी कार्यक्षमता बढ़ जाती है।
(3) सिर चकराना बंद हो जाता है।
(4) श्वास की गति सामान्य अवस्था में आ जाती है।
(5) तनाव एवं घबराहट दूर हो जाती है।
(6) शारीरिक क्रियाओं में भाग लेने की रुचि में बढ़ोतरी होती है।

प्रश्न 3.
थकान की अवधारणा से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
मनुष्य शारीरिक शक्ति अपने रक्त में से प्राप्त करता है। जब हम कोई शारीरिक और मानसिक क्रिया करते हैं तो शरीर में जो शक्ति होती है उसमें कमी आ जाती है, इस कमी का मुख्य कारण थकावट होता है। जब शक्ति-भरा रक्त माँसपेशियों को प्राप्त नहीं होता तो माँसपेशियों में अवांछनीय पदार्थ पैदा हो जाते हैं, जिस कारण हम थकावट अनुभव करते हैं । परंपरागत परिभाषा के अनुसार लम्बे समय तक कार्य करने के कारण घटी हुई क्षमता को ही थकान कहा जाता है अर्थात् किसी कार्य को लगातार करने से कार्यक्षमता का ह्रास होना ही थकान है। बोरिंग के कथनानुसार, “थकावट से अभिप्राय कार्य की कम हो रही क्षमता से है।”

प्रश्न 4.
थकान या थकावट के प्रकारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
थकान या थकावट दो प्रकार की होती है
1. शारीरिक थकान:
जब व्यक्ति अपनी क्षमता से अधिक शारीरिक क्रिया या कार्य करता है तो थकावट अनुभव करता है। इसको शारीरिक थकान कहा जाता है। जब माँसपेशियाँ लगातार सिकुड़ती हैं तो उनमें अवांछनीय पदार्थ; जैसे कार्बन-डाइऑक्साइड, लैक्टिक अम्ल पैदा हो जाते हैं जो माँसपेशियों को अपनी वास्तविक स्थिति में कार्य करने से रोकते हैं।

2. मानसिक:
थकान लगातार मानसिक क्रिया करने से मानसिक थकान होती है; जैसे पढ़ना, लिखना आदि। मानसिक थकान प्रायः उन व्यक्तियों को होती है जो प्रायः दिन-भर मानसिक या बौद्धिक कार्य करते हैं; जैसे वकील, अध्यापक, डॉक्टर आदि। इस थकान के कई कारण हैं; जैसे तनाव, डर, गुस्सा और घबराहट आदि। इस प्रकार की थकान काफी हानिकारक होती है, क्योंकि इसका प्रभाव भिन्न-भिन्न ग्रंथियों पर पड़ता है।

प्रश्न 5.
थकावट के कोई चार कारण बताएँ। उत्तर-थकावट के चार कारण निम्नलिखित हैं
1. तनाव एवं चिंता: जब कोई व्यक्ति तनाव एवं चिंता से ग्रस्त रहता है तो उसकी कार्य करने की क्षमता का स्तर कम हो जाता है। इससे व्यक्ति थका हुआ-सा महसूस करता है।

2. कमजोरी: कमजोर व्यक्ति की कार्यक्षमता कम होती है। वह निरंतर कार्य करने में समर्थ नहीं होता, क्योंकि शरीर कमजोर होने के कारण वह जल्दी थकान महसूस करता है।

3. बीमारी: कोई भी व्यक्ति अच्छे स्वास्थ्य के बिना कोई भी कार्य अच्छे से नहीं कर सकता। बीमार व्यक्ति के शरीर में खून की कमी हो जाती है जिस कारण वह जल्दी थकावट महसूस करता है।

4. अधिक कार्य करना: अधिक काम करने से शरीर थकावट महसूस करता है।

HBSE 11th Class Physical Education Solutions Chapter 7 दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा

प्रश्न 6.
थकान के कोई चार लक्षण बताएँ।
उत्तर:
थकान के चार लक्षण निम्नलिखित हैं
(1) नाड़ी-माँसपेशियों में समन्वय का अभाव।
(2) किसी काम में मन न लगना अर्थात् मानसिक नियंत्रण की कमी।
(3) सकारात्मक सोच में कमी और नकारात्मक सोच में वृद्धि।
(4) व्यवहार में परिवर्तन होना अर्थात् स्वभाव चिड़चिड़ा होना।

प्रश्न 7.
थकान दूर करने के कोई चार उपाय बताएँ।
उत्तर:
थकान दूर करने के चार उपाय निम्नलिखित हैं

1. संतुलित एवं पौष्टिक आहार:
थकान का सबसे बड़ा कारण हमारे जीवन में आवश्यक तत्त्वों की कमी है। थकान दूर करने के लिए पौष्टिक एवं संतुलित आहार बहुत आवश्यक है क्योंकि ऐसे आहार से हमारे शरीर में शक्ति का संचार होता है।

2. योग:
मानसिक शांति के लिए योग और ध्यान बहुत लाभदायक हैं। मानसिक अंशाति से चिंता एवं तनाव बढ़ता है जिस कारण हमें अधिक मानसिक थकावट होती है। इसलिए मन को शांत करने के लिए नियमित रूप से योग का अभ्यास करें।

3. मालिश:
थकान दूर करने का सबसे अच्छा उपाय मालिश करना है। मालिश करने से शारीरिक माँसपेशियाँ मजबूत बनती हैं। मालिश से शरीर में चुस्ती एवं ताकत आती है और तनाव कम होता है।

4. मनोरंजन:
हमें हमेशा तनावमुक्त रहने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए हमें मनोरंजन के साधनों को अपनाना चाहिए। मनोरंजन करने से हमारा मन शांत एवं तनावमुक्त होगा जिससे थकान दूर होगी।

प्रश्न 8.
उकताहट के कोई चार लक्षण बताएँ। उत्तर- उकताहट के चार लक्षण निम्नलिखित हैं
1. क्रियाओं में कम रुचि:
जब कोई खिलाड़ी अपनी क्षमता से अधिक प्रयत्न करता है, परंतु फिर भी उसे सफलता नहीं मिलती तो वह खेलों में रुचि कम कर देता है। कई बार तो खेल से इस प्रकार उकताहट हो जाती है कि वह खेलना तक छोड़ देता है।

2. अधिक तनाव:
अधिक तनाव शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। इससे जहाँ सभी शारीरिक संस्थान प्रभावित होते हैं वहीं ज्यादा प्रभाव पाचन संस्थान पर पड़ता है और मानसिक चेतना प्रभावित होती है।

3. स्वभाव में चिड़चिड़ापन:
उकताहट का मुख्य कारण खिलाड़ी की क्रियाओं में कमी या प्रगति का रुक जाना है। लगातार उकताहट से स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है। वह किसी से बात करना पसंद नहीं करता और अकेला रहना ही पसंद करता है।

4. निपुणता में कमी:
उकताहट की सबसे बड़ी हानि खिलाड़ी में मुकाबले की भावना में कमी आना है। वह दूसरे खिलाड़ियों से मुकाबला करने से कतराता है। इससे उसकी निपुणता में कमी आ जाती है।

प्रश्न 9.
ऑक्सीजन कर्ज या ऋण की अवधारणा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
मनुष्य की शारीरिक क्रियाएँ तभी संभव हो सकती हैं, यदि उसकी माँसपेशियाँ सिकुड़ने और फैलने की क्रिया ठीक ढंग से करती हों। व्यायाम करते समय हमारी माँसपेशियों को ऊर्जा और गर्मी की आवश्यकता होती है। इस अवस्था में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता होती है । माँसपेशियों के सिकुड़ने और फैलने के कारण रासायनिक परिवर्तन होते हैं जिसके कारण रक्त में अवांछनीय पदार्थ इकट्ठे होने आरंभ हो जाते हैं । कठिन परिश्रम करते समय हागरे फेफड़ों के पास ऑक्सीजन की उचित मात्रा नहीं पहुँच पाती। हम लंबे-लंबे साँस लेकर इस कमी को पूरा करने की कोशिश करते हैं, परंतु कमी पूरी नहीं होती।

मनुष्य के शरीर में लाल रक्ताणु आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन शरीर में भेजते हैं । अतः सख्त शारीरिक क्रियाएँ करने के लिए ऑक्सीजन की जो मात्रा रक्त के लाल रक्ताणुओं के पास से ऋण के तौर पर ली जाती है, ऑक्सीजन कर्ज या ऋण कहलाती है । ई०एल० फॉक्स के अनुसार, “ऑक्सीजन ऋण या कर्ज ऑक्सीजन की उस मात्रा को कहते हैं जो कि व्यायाम की थकान भरी और श्वास की कमी की स्थिति में आवश्यक होती है। यह मात्रा उतनी ही अवधि में आराम की स्थिति में खपत की गई ऑक्सीजन से अधिक होती है।”

HBSE 11th Class Physical Education Solutions Chapter 7 दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा

प्रश्न 10.
ऑक्सीजन कर्ज को कम करने के मुख्य उपायों का वर्णन करें।
उत्तर:
ऑक्सीजन कर्ज को कम करने के मुख्य उपाय निम्नलिखित हैं
1. अधिक ऑक्सीजन:
रक्त में अधिक मात्रा में ऑक्सीजन आने से ऑक्सीजन कर्ज को कम किया जा सकता है। ऑक्सीजन की कमी के कारण जो लैक्टिक अम्ल पैदा हो जाता है वह लंबे साँस लेकर और रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर बाहर निकालने वाले अंगों तक पहुँचा दिया जाता है। लैक्टिक अम्ल की कमी ऑक्सीजन कर्ज को कम करती है।

2. उचित विश्राम:
उचित विश्राम ऑक्सीजन कर्ज को कम करने का सबसे अच्छा और आसान तरीका है। विश्राम करते समय ऑक्सीजन का कम प्रयोग होता है और शरीर के अंदर ऑक्सीजन की मात्रा अधिक बढ़ जाती है जिसके कारण ऑक्सीजन कर्ज की आवश्यकता नहीं पड़ती।

अति-लघूत्तरात्मक प्रश्न (Very ShortAnswer Type Questions)

प्रश्न 1.
दूसरे श्वास के कोई दो लक्षण लिखें।
उत्तर:
(1) चेहरे पर तनाव के चिह्न नज़र आते हैं,
(2) माँसपेशियों में दर्द होता है।

प्रश्न 2.
दूसरे श्वास (Second Wind) का क्या कारण है?
उत्तर:
सख्त क्रिया या कार्य को जारी रखने के लिए शरीर को तैयार करने में लगे समय को दूसरे श्वास का मुख्य कारण कहा जा सकता है, क्योंकि पहले शरीर क्रिया हेतु पूर्ण रूप से तैयार नहीं होता। इसलिए शरीर किसी क्रिया को पूर्ण करने में सक्षम नहीं होता।

प्रश्न 3.
हमें ऑक्सीजन कर्ज की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
उत्तर:
जोरदार क्रियाएँ करने से माँसपेशियों में लैक्टिक अम्ल पैदा हो जाता है जिसके कारण क्रिया करने में रुकावट आती है, इसीलिए हमें ऑक्सीजन कर्ज की आवश्यकता पड़ती है। परंतु कई बार लैक्टिक अम्ल के न होने पर भी ऑक्सीजन कर्ज की आवश्यकता पड़ती है।

प्रश्न 4.
उकताहट (Staleness) से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
साधारण परिस्थितियों में शरीर को अलग-अलग क्रियाओं के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है। जब कोई खिलाड़ी अधिक मेहनत और उत्साह से खेलता है, तो सफलता कम मिलने से उसका उत्साह कम होता है। अधिक परिश्रम करने के बाद भी प्रगति न होने के कारण उसके कार्य या क्रिया में कमी आ जाती है। उसके आत्म-विश्वास, व्यवहार और व्यक्तित्व में परिवर्तन के कारण उकताहट आ जाती है। उसका खेलों के प्रति उत्साह कम होना शुरू हो जाता है, इसे ही उकताहट कहते हैं।

प्रश्न 5.
थकान से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
मनुष्य शारीरिक शक्ति अपने रक्त में से प्राप्त करता है। जब हम कोई शारीरिक और मानसिक क्रिया करते हैं तो शरीर में जो शक्ति होती है उसमें कमी आ जाती है, इस कमी का मुख्य कारण थकावट होता है। जब शक्ति-भरा रक्त माँसपेशियों को प्राप्त नहीं होता तो माँसपेशियों में अवांछनीय पदार्थ पैदा हो जाते हैं, जिस कारण हम थकावट अनुभव करते हैं।

HBSE 11th Class Physical Education Solutions Chapter 7 दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा

प्रश्न 6.
शारीरिक थकावट से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
जब व्यक्ति अपनी क्षमता से अधिक शारीरिक क्रिया या कार्य करता है तो थकावट अनुभव करता है। इसको शारीरिक थकावट कहा जाता है। जब माँसपेशियाँ लगातार सिकुड़ती हैं तो उनमें अवांछनीय पदार्थ; जैसे कार्बन-डाइऑक्साइड, लैक्टिक अम्ल पैदा हो जाते हैं जो माँसपेशियों को अपनी वास्तविक स्थिति में कार्य करने से रोकते हैं।

प्रश्न 7.
मानसिक थकावट से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
लगातार मानसिक क्रिया करने से मानसिक थकावट होती है; जैसे पढ़ना, लिखना आदि। मानसिक थकावट प्रायः उन व्यक्तियों को होती है जो प्रायः दिन-भर मासिक या बौद्धिक कार्य करते हैं; जैसे वकील, अध्यापक, डॉक्टर आदि।

प्रश्न 8.
मानसिक थकान के कोई दो कारण बताएँ।
उत्तर:
(1) निरंतर बौद्धिक कार्य करना,
(2) मानसिक चिंता एवं तनाव।

प्रश्न 9.
थकान से बचने के कोई तीन सामान्य उपाय बताएँ।
उत्तर:
(1) विनोदप्रिय होना,
(2) अपने विचारों को सकारात्मक रखना,
(3) सदा प्रसन्न एवं खुश रहना।

प्रश्न 10.
कौन-कौन-सी व्यक्तिगत बातें मानसिक एवं शारीरिक थकान की कारण बनती हैं?
उत्तर:
(1) दूसरे से ईर्ष्या करना,
(2) अतीत के दुःखों को याद करना,
(3) स्वयं और दूसरे के बारे में नकारात्मक सोचना,
(4) व्यर्थ की बातों में समय बर्बाद करना आदि।

HBSE 11th Class Physical Education दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions)

भाग-I : एक वाक्य में उत्तर दें

प्रश्न 1.
किस प्रकार की थकान अधिक खतरनाक होती है?
उत्तर:
मानसिक थकान अधिक खतरनाक होती है।

प्रश्न 2.
मानसिक थकान दूर करने का सबसे अच्छा उपाय क्या है?
उत्तर:
मानसिक थकान दूर करने का सबसे अच्छा उपाय योग व ध्यान है।

प्रश्न 3.
दूसरे श्वास का कोई एक लक्षण बताएँ।
उत्तर:
दूसरे श्वास का एक लक्षण माँसपेशियों में दर्द होना।

प्रश्न 4.
मालिश करने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
मालिश करने से शरीर में चुस्ती एवं ताकत आती है।

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प्रश्न 5.
अधिक थकान से होने वाले कोई दो रोगों के नाम बताएँ।
उत्तर:
(1) माइग्रेन,
(2) डिप्रेशन।

प्रश्न 6.
थकावट कम करने के कोई दो उपाय बताएँ।
उत्तर:
(1) पूर्ण विश्राम,
(2) संतुलित व पौष्टिक भोजन।

प्रश्न 7.
किसी कार्य की गति में रुकावट आ जाने को क्या कहते हैं?
उत्तर:
किसी कार्य की गति में रुकावट आ जाने को उकताहट कहते हैं।

प्रश्न 8.
“थकावट से अभिप्राय कार्य की कम हो रही क्षमता से है।” यह कथन किसने कहा?
उत्तर:
यह कथन बोरिंग ने कहा।

प्रश्न 9.
थकावट/थकान मुख्यतः कितने प्रकार की होती है?
उत्तर:
थकावट/थकान मुख्यतः दो प्रकार की होती है।

प्रश्न 10.
शारीरिक कार्यों को करने से व्यक्ति को कौन-सी थकावट होती है?
उत्तर:
शारीरिक कार्यों को करने से व्यक्ति को शारीरिक थकावट होती है।

प्रश्न 11.
जोरदार व सख्त क्रियाएँ करने से माँसपेशियों में कौन-सा अम्ल पैदा हो जाता है?
उत्तर:
जोरदार व सख्त क्रियाएँ करने से माँसपेशियों में लैक्टिक अम्ल पैदा हो जाता है।

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प्रश्न 12.
शारीरिक थकान का कोई एक कारण बताएँ।
उत्तर:
शारीरिक थकान का कारण शारीरिक कमजोरी या बीमारी है।

प्रश्न 13.
मानसिक थकान का कोई एक कारण बताएँ।
उत्तर:
मानसिक तनाव एवं चिंता होना।

प्रश्न 14.
उकताहट का कोई एक लक्षण बताएँ।
उत्तर:
कार्य में कम रुचि होना।

भाग-II : सही विकल्प का चयन करें

1. दूसरे श्वास के बाद मानवीय शरीर में होने वाला परिवर्तन है
(A) हृदय की गति का स्थिर होना
(B) मानसिक तनाव में कमी
(C) शरीर में स्फूर्ति बढ़ना
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर;
(D) उपर्युक्त सभी

2. मनुष्य की थकावट दूर करने का उपाय निम्नलिखित है
(A) पूर्ण विश्राम
(B) क्रियाओं में परिवर्तन
(C) संतुलित व पौष्टिक भोजन
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

3. किसी कार्य की प्रगति में रुकावट या बाधा आ जाने को क्या कहा जाता है?
(A) थकावट
(B) उकताहट
(C) ऑक्सीजन कर्ज
(D) दूसरा श्वास
उत्तर:
(B) उकताहट

4. निम्नलिखित में से थकावट का लक्षण है
(A) अवांछनीय पदार्थों का रक्त में इकट्ठा होना
(B) नींद व आराम की कमी होना
(C) माँसपेशियों में जकड़न व दर्द होना
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

5. निम्नलिखित में से उकताहट का लक्षण है
(A) थकावट
(B) रुचि में कमी
(C) स्वभाव में चिड़चिड़ापन
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

6. जो ऑक्सीजन की मात्रा सख्त क्रिया करते समय लाल रक्त कणों से उधार ली जाती है, उसे क्या कहते हैं?
(A) थकावट
(B) उकताहट
(C) ऑक्सीजन कर्ज
(D) दूसरा श्वास
उत्तर:
(C) ऑक्सीजन कर्ज

7. ऑक्सीजन कर्ज की आवश्यकता पड़ती है
(A) लैक्टिक अम्ल की अधिकता के कारण
(B) लैक्टिक अम्ल के न होने पर
(C) लैक्टिक अम्ल की शरीर में बढ़ोतरी करने हेतु
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) लैक्टिक अम्ल के न होने पर

8. कार्य की कम हो रही क्षमता को क्या कहते हैं?
(A) थकावट
(B) उकताहट
(C) ऑक्सीजन कर्ज
(D) दूसरा श्वास
उत्तर:
(A) थकावट

9. थकावट के प्रकार हैं
(A) शारीरिक थकावट
(B) मानसिक थकावट
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(C) (A) और (B) दोनों

10. थकावट का कारण है
(A) पूर्ण नींद एवं आराम न करना
(B) तनावग्रस्त रहना
(C) शरीर में विटामिन की कमी
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

11. निम्नलिखित में से थकावट का कारण नहीं है
(A) ज्यादा व्यायाम करना
(B) शरीर में खून की कमी
(C) सोच का सकारात्मक होना
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(C) सोच का सकारात्मक होना

12. थकावट दूर करने के लिए हमारे भोजन में किस आवश्यक तत्त्व का होना आवश्यक है?
(A) पानी
(B) खनिज लवण
(C) विटामिन
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

13. उकताहट को दूर करने का उपाय है
(A) व्यायाम करना
(B) अभ्यास के तरीकों में परिवर्तन करना
(C) मनोवैज्ञानिक उपाय
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

14. जोरदार क्रियाएँ करने से माँसपेशियों में कौन-सा अम्ल पैदा हो जाता है?
(A) सल्फ्यूरिक अम्ल
(B) लैक्टिक अम्ल
(C) (A) व (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) लैक्टिक अम्ल

भाग-III : निम्नलिखित कथनों के उत्तर सही या गलत अथवा हाँ या नहीं में दें

1. शरीर में खून की कमी होने से जल्दी थकान महसूस होती है। (सही/गलत)
उत्तर:
सही,

2. किसी कार्य की प्रगति में रुकावट या बाधा आ जाने को ऑक्सीजन ऋण कहा जाता है। (सही/गलत)
उत्तर:
गलत,

3. थकावट से अभिप्राय कार्य की कम हो रही क्षमता से है। (सही/गलत)
उत्तर:
सही,

4. लगातार मानसिक क्रिया करने से शारीरिक थकावट अधिक होती है। (सही/गलत)
उत्तर:
गलत,

5. कार्यक्षमता बढ़ाने हेतु विटामिन बहुत आवश्यक हैं। (हाँ/नहीं)
उत्तर:
हाँ

6. असंतुलित भोजन हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। (सही/गलत)
उत्तर:
गलत,

7. नींद व आराम से हमारी खोई हुई कार्यक्षमता की प्राप्ति होती है। (हाँ/नहीं)
उत्तर:
हाँ,

8. थकान दूर करने में पानी की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। (सही/गलत)
उत्तर:
सही,

9. स्वयं को स्वच्छ वातावरण में रखना चाहिए ताकि शरीर नीरोग रहे। (हाँ/नहीं)
उत्तर:
हाँ,

10. मन में व्यर्थ की चिंताएँ पालने से मानसिक तनाव कम होता है। (हाँ/नहीं)
उत्तर:
नहीं।

भाग-IV : रिक्त स्थानों की पूर्ति करें

1. किसी कार्य को लगातार करने से कार्यक्षमता का …………….. होना थकान कहलाता है।
उत्तर:
ह्रास,

2. …………….. थकान प्रायः उन व्यक्तियों को अधिक होती है जो अधिक बौद्धिक या मानसिक कार्य करते हैं।
उत्तर:
मानसिक,

3. गिलझैथ ने थकान की अवधारणा को …………….. तथ्यों पर आधारित बताया है।
उत्तर:
तीन,

4. जब कोई व्यक्ति तनाव व चिंता से ग्रस्त रहता है तो उसकी कार्यक्षमता ……………. हो जाती है।
उत्तर:
कम,

5. शरीर को सामान्य अवस्था में रखने के लिए ऑक्सीजन कर्ज और …………….. की आवश्यकता होती है।
उत्तर:
दूसरे श्वास,

6. अपनी कार्यक्षमता से अधिक कार्य करने से शरीर …………….. महसूस करता है।
उत्तर:
थकान,

7. थकावट दूर करने के लिए …………….. आहार बहुत आवश्यक है।
उत्तर:
संतुलित एवं पौष्टिक,

8. मानसिक कार्यों में ………………………. ऊर्जा का व्यय होता है।
उत्तर:
मानसिक।

दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा Summary

दूसरे श्वास की आधारभूत अवधारणा परिचय

मनुष्य की शारीरिक क्रियाएँ तभी संभव हो सकती हैं, यदि उसकी माँसपेशियाँ सिकुड़ने और फैलने की क्रिया ठीक ढंग से करती हों। व्यायाम करते समय हमारी माँसपेशियों को ऊर्जा और गर्मी की आवश्यकता होती है। इस अवस्था में ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता होती है। माँसपेशियों के सिकुड़ने और फैलने के कारण रासायनिक परिवर्तन होते हैं जिसके कारण रक्त में अवांछनीय पदार्थ इकट्ठे होने आरंभ हो जाते हैं। कठिन परिश्रम करते समय हमारे फेफड़ों के पास ऑक्सीजन की उचित मात्रा नहीं पहुँच पाती।

हम लंबे-लंबे साँस लेकर इस कमी को पूरा करने की कोशिश करते हैं, परंतु कमी पूरी नहीं होती। इस कमी के मुख्य कारण थकावट, उकताहट, तनाव आदि होते हैं। शरीर को सामान्य अवस्था में लाने हेतु ऑक्सीजन कर्ज एवं दूसरे श्वास की आवश्यकता होती है। शरीर को सामान्य अवस्था में लाने के लिए ली गई ऑक्सीजन की अधिक खपत ऑक्सीजन कर्ज कहलाता है। दूसरा श्वास, श्वसन संस्थान में समायोजन स्थापित करता है, जिससे शरीर को मानसिक व शारीरिक थकान से राहत महसूस होती है।

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