Haryana State Board HBSE 11th Class History Important Questions Chapter 10 मूल निवासियों का विस्थापन Important Questions and Answers.
Haryana Board 11th Class History Important Questions Chapter 10 मूल निवासियों का विस्थापन
निबंधात्मक उत्तरों वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
उत्तरी अमरीका की भौगोलिक विशेषताओं का वर्णन करते हुए मूल निवासियों के जीवन की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
I. भौगोलिक विशेषताएँ
उत्तरी अमरीका का महाद्वीप उत्तर ध्रुवीय (Arctic Circle) से लेकर कर्क रेखा (Tropic of Cancer) तक एवं प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) से लेकर अटलांटिक महासागर (Atlantic Ocean) तक फैला हुआ है। इसके पश्चिमी क्षेत्र में अरिज़ोना (Arizona) एवं नेवाडा (Nevada) के मरुस्थल (desert) हैं। यहाँ ही सिएरा नेवाडा (Sierra Nevada) पर्वत स्थित है।
पूर्व में विशाल मैदान, झीलें एवं मिसीसिपी (Mississippi), ओहियो (Ohio). तथा अप्पालाचियाँ (Appalachian) पर्वतों की घाटियाँ (valleys) स्थित हैं। इसके दक्षिण में मैक्सिको स्थित है। कनाडा के 40 प्रतिशत प्रदेश में वन हैं। उत्तरी अमरीका के अनेक क्षेत्र तेल, गैस एवं विभिन्न प्रकार के खनिजों से भरपूर हैं। यहाँ की प्रमुख फ़सलें गेहूँ, मकई एवं फल हैं। यहाँ का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण उद्योग मछली उद्योग है।
II. मूल निवासी
उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों एवं उनकी जीवन-शैली की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
1. मानव का आगमन:
ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि उत्तरी अमरीका के सबसे प्रथम निवासी 30,000 वर्ष पूर्व एशिया से बेरिंग स्ट्रेट्स (Bering Straits) के रास्ते से आए। लगभग 10,000 वर्ष पूर्व वे दक्षिण दिशा की ओर बढ़े। उत्तरी अमरीका में हमें जो सबसे प्राचीन मानवकृति (artefact) मिली है वह 11,000 वर्ष पुरानी है। यह एक तीर की नोक (an arrow point) थी। उत्तरी अमरीका में लगभग 5,000 वर्ष पूर्व जलवायु में स्थिरता आई। इसके परिणामस्वरूप यहाँ की जनसंख्या में तीव्रता से वृद्धि हुई।
2. जीवन-शैली:
(1) रहन-सहन एवं भोजन (Living and Diet): यूरोपवासियों के आगमन से पूर्व उत्तरी अमरीका के मूल निवासी नदी घाटी (river valley) के साथ-साथ गाँवों में समूह (group) बनाकर रहते थे। वे मकई तथा विभिन्न प्रकार की सब्जियों का उत्पादन करते थे। वे मछली एवं माँस का अधिक प्रयोग करते थे। वे प्रायः माँस की तलाश में लंबी यात्राएँ करते थे। उन्हें मुख्य रूप से जंगली भैंसों जिन्हें बाइसन (bison) कहते थे की तलाश रहती थी। परंतु वे उतने ही जानवरों को मारते थे जितने की उन्हें भोजन के लिए आवश्यकता होती थी।
(2) अर्थव्यवस्था:
उत्तरी अमरीका की अर्थव्यवस्था मुख्यतः एक जीवन निर्वाह अर्थव्यवस्था (subsistence economy) थी। वहाँ के मूल निवासी केवल उतना ही उत्पादन करते थे जो कि उनके निर्वाह के लिए आवश्यक होता था। इस कारण खेती से किसी प्रकार का अधिशेष (surplus) नहीं बचता था। इसके चलते वे केंद्रीय एवं दक्षिणी अमरीका की तरह किसी साम्राज्य की स्थापना करने में विफल रहे। उन्हें जमीन पर व्यक्तिगत मलकियत (ownership) की कोई चिंता नहीं थी क्योंकि वे उससे प्राप्त होने वाले भोजन एवं आश्रय से संतुष्ट थे। इसलिए भूमि को लेकर कबीलों में बहुत कम झगड़े होते थे।
(3) उपहारों का आदान-प्रदान:
उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों की यह परंपरा थी कि वे आपस में मिलजुल कर रहते थे एवं उनके संबंध मैत्रीपूर्ण होते थे। वे आपस में बस्तुओं को खरीदते एवं बेचते नहीं थे अपितु उपहारों का आदान-प्रदान करते थे। कबीलों में आपसी समझौता होने पर वे एक विशेष प्रकार की वेमपुम बेल्ट (Wampum belt) का आदान-प्रदान (exchange) करते थे। यह बेल्ट रंगीन सीपियों (coloured shells) को आपस में सिलकर तैयार की जाती थी।
(4) भाषा एवं ज्ञान:
उत्तरी अमरीका के मूल निवासी अनेक भाषाएँ बोलते थे यद्यपि वे लिखी नहीं जाती थीं। उन्हें अनेक बातों का ज्ञान था। वे जानते थे कि समय की गति चक्रिय है (Time moved in cycles)। वे जलवायु एवं प्रकृति को पढ़े-लिखे लोगों की तरह समझते थे। प्रत्येक कबीले के पास अपने इतिहास के बारे में पूरी जानकारी होती थी। यह जानकारी मौखिक रूप में एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चलती रहती थी। वे कुशल कारीगर भी थे। वे उत्तम प्रकार का वस्त्र बुनना जानते थे।
प्रश्न 2.
यूरोपीय एवं मूल निवासियों की पारस्परिक धारणाओं के बारे में आप क्या जानते हैं ? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
यह जानना इतिहास का एक रोचक विषय है कि यूरोपीय जो अपने-आप को सभ्य कहते थे, की मूल निवासियों के बारे में क्या धारणाएँ थीं। दूसरी ओर उत्तरी अमरीका के मूल निवासी इन पूँजीपतियों के बारे में क्या सोचते थे।
1. ज्याँ जैक रूसो के विचार:
वह फ्राँस का एक प्रसिद्ध क था। उसके विचारानुसार मूल निवासी प्रशंसा के पात्र थे क्योंकि वे सभ्यता के कारण आई बुराइयों से अछूते थे। इसके लिए रूसो ने उनके लिए उदात्त, उत्तम जंगली (the noble savage) पद (term) का प्रयोग किया है। उसे मूल निवासियों से मिलने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ था।
2. विलियम वड्सवर्थ के विचार:
वह इंग्लैंड का एक महान् कवि था। वह भी उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों से नहीं मिला था। वह मूल निवासियों के संबंध में लिखता है कि, “वे जंगलों में रहते हैं, जहाँ कल्पना शक्ति के पास उन्हें भाव संपन्न करने, उन्हें ऊँचा उठाने या परिष्कृत करने के अवसर बहुत कम हैं।” इससे अभिप्राय यह है कि प्रकृति के समीप रहने वालों की कल्पना शक्ति एवं भावना बहुत सीमित होती है।
3. वाशिंगटन इरविंग के विचार:
वह अमरीका के एक प्रसिद्ध लेखक थे। वह उत्तरी अमरीका में रहने वाले मूल निवासियों से स्वयं मिले थे। उनका कथन था कि जिन इंडियनस की असली जिंदगी को देखने का मुझे मौका मिला वे कविताओं में वर्णित अपने रूप से काफी भिन्न हैं। वे गोरे लोगों की नीयत पर भरोसा नहीं करते। जब वे गोरे लोगों के साथ रहते हैं तो बहुत कम बोलते हैं क्योंकि उन्हें नकी भाषा समझ नहीं आती।
जब मूल निवासी आपस में एकत्र होते हैं तो वे गोरों की खूब नकल उतार कर अपना मनोरंजन करते हैं। दूसरी ओर यरोपीय यह समझते हैं कि मल निवासी उनका इसलिए सम्मान करते हैं क्योंकि उन्होंने इंडियन्स को अपनी भव्यता एवं गरिमा से प्रभावित किया है। इरविंग ने इस बात पर दुःख प्रकट किया है कि यूरोपीय लोग स्थानीय लोगों से जानवरों जैसा व्यवहार करते हैं।
4. थॉमस जैफ़र्सन के विचार:
वह संयुक्त राज्य अमरीका के तीसरे राष्ट्रपति थे। उन्होंने उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों के संबंध में एक आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनका कथन था कि हमने इस अभागी नस्ल (मूल निवासियों) को सभ्य बनाने के बहुत प्रयास किए किंतु वे सभ्य नहीं बन पाए। इससे उनके उन्मूलन का औचित्य सिद्ध होता है।
5. यूरोपियनों के बारे में मूल निवासियों की धारणा:
काफी समय तक मूल निवासियों की यूरोपियों के बारे में क्या धारणा थी के बारे में हम कोई जानकारी प्राप्त नहीं कर सके। किंतु हाल ही में मूल निवासियों की लोक कथाओं एवं संस्कृति के अध्ययन से इस संबंध में महत्त्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है। इन लोक कथाओं में गोरे लोगों का मज़ाक उड़ाया गया था तथा उन्हें लालची एवं मूर्ख दर्शाया गया था।
6. व्यापार संबंधी धारणा:
यूरोपियों एवं मूल निवासियों में चीज़ों के लेन-देन को लेकर विभिन्न धारणा थी। मूल निवासी चीजों का आदान-प्रदान दोस्ती में दिए गए उपहारों का रूप समझते थें। दूसरी ओर यूरोपीय व्यापारी मछली एवं रोएंदार खाल को व्यापारिक माल समझते थे। इसे बेचकर वे अधिक-से-अधिक धन कमाना चाहते थे।
मूल निवासियों को यह समझ नहीं आता था कि यूरोपीय व्यापारी उनके सामान के बदले कभी तो बहुत सारा सामान दे देते थे तथा कभी बहुत कम। वस्तुत: उन्हें बाज़ार के बारे में तनिक भी ज्ञान नहीं था। यूरोपीय लोग रोएँदार खाल को प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में उदबिलावों (beavers मार रहे थे। इस मूल निवासी काफी परेशान थे। उन्हें यह भय था कि ये जानवर उनसे इस विध्वंस का बदला लेंगे।
7. जंगल एवं खेती से संबंधित धारणा:
यूरोपवासी उत्तरी अमरीका में लोहे के औजारों से जंगलों की सफ़ाई कर रहे थे। इसका उद्देश्य जंगलों को साफ़ कर वहाँ खेती करना था। यहाँ वे मकई व अन्य फ़सलों का उत्पादन करना चाहते थे। दूसरी ओर मूल निवासियों को यूरोपियों द्वारा की जा रही जंगलों की सफ़ाई अजीब लगती थी। वे केवल अपनी आवश्यकता के लिए फ़सलें उगाते थे।
ये लोग फ़सलों का उत्पादन बिक्री अथवा मुनाफे के लिए नहीं करते थे। वे जंगलों को अपनी शक्ति का स्रोत समझते थे। अतः वे उन्हें काटना एक पाप समझते थे। इस प्रकार जंगलों एवं खेती के प्रति यूरोपियों एवं मूल निवासियों की धारणा एक-दूसरे से बिल्कुल अलग थी।
प्रश्न 3.
अमरीका में यूरोपियों द्वारा मूल निवासियों की बेदखली का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
संयुक्त राज्य अमरीका में यूरोपियों द्वारा मूल निवासियों की बेदखली एक अत्यंत करुणामयी कहानी प्रस्तुत करती है। इससे स्पष्ट होता है कि किस प्रकार यूरोपियों ने धोखे से मूल निवासियों को उनकी जमीनों से बेदखल किया एवं उनके लिए घोर कष्टों के द्वार खोल दिए।
1. बेदखली के ढंग:
यूरोपवासियों के अमरीका में बढ़ते हुए कदमों के साथ ही इन क्षेत्रों से मूल निवासियों को बेदखल किया जाने लगा। इसके लिए यूरोपियों ने अनेक ढंग अपनाए।
- वे मूल निवासियों को उन स्थानों से हटने के लिए प्रेरित करते थे।
- वे मूल निवासियों द्वारा पीछे न हटने की दशा में उन्हें धमकाते थे।
- वे मूल निवासियों से बहुत कम मूल्य पर जमीन खरीद लेते थे तथा फिर उन्हें वहाँ से पीछे हटने के लिए बाध्य कर देते थे।
- वे मूल निवासियों से धोखे से अधिक भूमि हड़प लेते थे तथा मूल निवासियों को वहाँ से हटा दिया जाता था।
2. चिरोकियों के प्रति अन्याय:
मूल निवासियों की बेदखली करते समय उनके साथ बहुत अन्याय किया जाता था। उन्हें किसी प्रकार के कानूनी एवं नागरिक अधिकार नहीं दिए जाते थे। इसका एक उदाहरण जॉर्जिया जो कि संयुक्त राज्य अमरीका का एक राज्य है, के चिरोकी कबीले की बेदखली में देखा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि चिरोकी समुदाय के लोग अंग्रेजी सीखने एवं यूरोपवासियों की जीवन शैली को समझने का सबसे अधिक प्रयास कर रहे थे।
इसके बावजूद उन्हें सभी प्रकार के नागरिक अधिकारों से वंचित रखा गया था। इस संबंध में 1832 ई० में संयुक्त राज्य अमरीका के मुख्य न्यायाधीश जॉन मार्शल (John Marshall) ने एक महत्त्वपूर्ण फैसला दिया। इस फैसले में कहा गया कि चिरोकी कबीला एक विशिष्ट समुदाय है और उसके स्वत्वाधिकार वाले प्रदेश में जॉर्जिया का कानून लागू नहीं होता। परंतु तत्कालीन राष्ट्रपति एंड्रिड जैकसन (Andrew Jackson) ने इस फैसले को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
उसने चिरोकियों को उनके प्रदेश से बेदखल करने के लिए एक सेना भेज दी। अतः 15000 चिरोकियों को महान् अमरीका मरुस्थल की ओर हटने के लिए बाध्य किया गया। इनमें से लगभग एक चौथायी लोग रास्ते में ही मर गए। अत: उनका यह सफर आँसुओं की राह (Trail of Tears) के नाम से जाना गया।
3. बेदखली का औचित्य:
यूरोपीय लोग स्थानीय लोगों को उनके मूल निवास से बेदखल करने को उचित ठहराते हैं। उनका कथन था कि मूल निवासी ज़मीन का ठीक प्रयोग करना नहीं जानते। इसलिए भूमि पर उनका अधिकार नहीं रहना चाहिए। वे यह कह कर भी मूल निवासियों की आलोचना करते हैं कि वे बहत आलसी थे। इसलिए वे बाज़ार के लिए उत्पादन करने में अपनी शिल्पकला (craft skills) का प्रयोग नहीं करते।
यह भी कहा गया कि वे अंग्रेज़ी नहीं सीखते एवं ढंग के वस्त्र नहीं पहनते। अत: मूल निवासी मर-खप जाने के ही योग्य हैं। उनकी बेदखली के बाद जमीनों को खेती के लिए साफ़ किया गया और जंगली भैंसों को मार दिया गया। निस्संदेह यह एक विस्फोटक स्थिति का संकेत था।
4. रिज़र्वेशंस:
यूरोपियों ने मूल निवासियों को पश्चिम की ओर धकेल दिया था। यहाँ उन्हें स्थायी तौर पर बसने के लिए अपनी ज़मीन दे दी गई थी। किंतु यदि कहीं से सोना अथवा तेल होने का पता चलता तो मूल निवासियों को उस क्षेत्र को फौरन छोड़ जाने के लिए बाध्य होना पड़ता था। उन्हें कई बार ऐसे क्षेत्रों में भेज दिया जाता था जहाँ पहले ही कबीलों की संख्या अधिक होती थी।
इसलिए उनमें आपसी लड़ाइयाँ हो जाती थीं। इस प्रकार मूल निवासी कुछ छोटे प्रदेशों में सीमित कर दिए गए थे। इन्हें रिज़र्वेशंस कहा जाता था। यह प्राय: ऐसी भूमि होती थी जिसके साथ उनका पहले से कोई संबंध नहीं होता था।
5. मूल निवासियों का प्रतिरोध:
यूरोपीय बार-बार मूल निवासियों को अपनी ज़मीन छोड़ने के लिए बाध्य करते थे। ऐसा नहीं था कि मूल निवासियों ने अपनी जमीनें बिना किसी संघर्ष के छोड़ दी हों। संयुक्त राज्य अमरीका की सेना को 1865 ई० से 1890 ई० के दौरान मूल निवासियों के अनेक विद्रोहों का दमन करना पड़ा था। इसी प्रकार कनाडा में 1869 ई० से 1885 ई० के दौरान मेटिसों (Metis) ने विद्रोहों का झंडा बुलंद कर रखा था। बाद में उनका दमन कर दिया गया था।
प्रश्न 4.
गोल्ड रश से आपका क्या अभिप्राय है? इसका संयुक्त राज्य अमरीका के उद्योगों एवं खेती के आधुनिकीकरण पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
दक्षिणी अमरीका की भाँति उत्तरी अमरीका के बारे में यह आशा की जाती थी कि वहाँ सोने के भंडार हैं। 1849 ई० में संयुक्त राज्य अमरीका के कैलीफ़ोर्निया (California) राज्य में सोने के कुछ चिन्ह प्राप्त हुए। यह समाचार जंगल में आग की तरह फैल गया। परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में यूरोपीय अपना-अपना भाग्य आजमाने कैलीफोर्निया की ओर चल पड़े। उन्हें यह आशा थी कि वहाँ से प्राप्त सोना उनकी तकदीर को पलक झपकते ही बदल देगा। इसने गोल्ड रश को जन्म दिया।
1. उद्योगों का विकास:
गोल्ड रश की घटना के दूरगामी प्रभाव पड़े। सर्वप्रथम संपूर्ण संयुक्त राज्य अमरीका में रेलवे लाइन बिछाने का काम आरंभ हुआ। इस कार्य के लिए हज़ारों चीनी श्रमिकों को लगाया गया। 1870 ई० तक बड़े पैमाने पर रेलवे का निर्माण कर लिया गया। 1885 ई० में कनाडा में रेलवे का निर्माण पूरा किया गया।
स्कॉटलैंड से आने वाले एक अप्रवासी एंड्रिउ कार्नेगी (Andrew Carnegie) का कथन था कि, “पुराने राष्ट्र घोंघे की चाल से सरकत था कि, “पुराने राष्ट्र घोंघे की चाल से सरकते हैं नया गणराज्य किसी एक्सप्रेस की गति से दौड़ रहा है।” रेलवे निर्माण के साथ-साथ रेलवे के अन्य साज-सामान बनाने के कारखाने भी लगाए गए। इससे कारखानों की संख्या में तीव्रता से वृद्धि हुई। उस समय उद्योगों के दो प्रमुख उद्देश्य थे-
- विकसित रेलवे का साज-सामान बनाना ताकि दूर-दूर के स्थानों को तीव्र परिवहन द्वारा जोड़ा जा सके।
- ऐसे यंत्रों का उत्पादन करना जिनसे बड़े पैमाने पर खेती की जा सके। इससे उद्योगों को एक नया प्रोत्साहन मिला। परिणामस्वरूप संयुक्त राज्य अमरीका 1860 ई० से 1890 ई० के दौरान एक शक्तिशाली औद्योगिक देश के रूप में उभर कर सामने आया।
2. खेती का आधुनिकीकरण (Modernization of Agriculture)-इस समय संयुक्त राज्य अमरीका में ‘बड़े पैमाने पर ऐसे यंत्रों का विकास हो चुका था जिससे खेती को एक नया प्रोत्साहन मिला। खेती के लिए बहुत
से जंगल साफ़ कर दिए गए। इससे खेती का विस्तार हुआ। 1890 ई० तक संयुक्त राज्य अमरीका में जंगली भैंसों का पूरी तरह उन्मूलन कर दिया गया था। इस कारण शिकार वाली जीवनचर्या भी समाप्त हो गई।
प्रश्न 5.
ऑस्ट्रेलिया के विकास के बारे में आप क्या जानते हैं ? चर्चा कीजिए।
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया के विकास का संक्षिप्त वर्णन निम्नलिखित अनुसार है
1. मानव का आगमन:
ऑस्ट्रेलिया में मानव के आगमन का इतिहास बहुत प्राचीन एवं लंबा है। ऐसा अनुमान लगाया जाता है यहाँ आदिमानव 40,000 वर्ष पहले पहुँचा था। ऐसा विचार है कि ये लोग ऑस्ट्रेलिया में न्यू गिनी (New Guinea) के रास्ते पहुँचे थे। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की परंपरा के अनुसार वे कहीं बाहर से नहीं आए थे। वे सदैव से यहीं रहते थे। इन्हें ऐबॉरिजिनीज (aborigines) कहा जाता है।
2. मूल निवासियों की स्थिति:
18वीं शताब्दी में यूरोपियों के ऑस्ट्रेलिया आगमन से पूर्व यहाँ मूल निवासियों के लगभग 350 से 750 तक समुदाय थे। प्रत्येक समुदाय की अपनी अलग भाषा थी। इनमें से 200 भाषाएँ आज तक भी बोली जाती हैं। स्थानीय लोगों का एक विशाल समूह उत्तर में रहता है। इसे टॉरस स्ट्रेट टापूवासी (Torres Strait Islanders) कहते हैं। इनके लिए ऐबॉरिजिनी शब्द का प्रयोग नहीं किया जाता। क्योंकि ऐसा मानना है कि वे कहीं ओर से आए हैं तथा वे एक भिन्न नस्ल से संबंधित हैं।
3. ऑस्ट्रेलिया की खोज:
1606 ई० में एक साहसी डच यात्री विलेम जांस (Willem Jansz) ऑस्ट्रेलिया पहुँचने में सफल रहा। 1642 ई० में एक अन्य डच नाविक ए० जे० तास्मान (A. J. Tasman) ऑस्ट्रेलिया के एक टापू पर पहुँचने में सफल हुआ। उसने इस टापू का नाम तस्मानिया रखा। इसी वर्ष उसने न्यूजीलैंड की भी खोज की। इस खोज के बावजूद काफी समय तक ऑस्ट्रेलिया में किसी उपनिवेश को स्थापित करने का कोई प्रयास नहीं किया गया।
1770 ई० में इंग्लैंड का प्रसिद्ध नाविक जेम्स कुक (James Cook) एक छोटे से टापू बॉटनी बे (Botany Bay) पहुँचने में सफल हुआ। उसने इस टापू का नाम न्यू साउथ वेल्स (New South Wales) रखा। यहाँ रहते हए जेम्स कुक ने एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण मानचित्र तैयार किया। इसमें उसने 180 स्थानों के नाम दिए थे। यह मानचित्र आने वाले नाविकों के लिए एक प्रेरणा स्रोत सिद्ध हुआ। 1788 ई० में यहाँ ब्रिटेन की प्रथम बस्ती सिडनी (Sydney) की स्थापना हुई। यहाँ ब्रिटेन के अपराधियों को देश निकाले का दंड देकर भेजा जाता था।
4. मूल निवासियों के प्रति रवैया:
दक्षिणी अमरीका एवं उत्तरी अमरीका के समान ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों ने यूरोपवासियों का बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया। वे यूरोपवासियों की यथासंभव सहायता करते थे। इस संबंध में हमें अनेक यात्रियों के ब्योरे उपलब्ध हैं। इस कारण आरंभ में यूरोपवासियों एवं मूल निवासियों के आपसी संबंध मित्रतापूर्ण रहे। 1779 ई० में ब्रिटेन के नाविक जेम्स कुक की हवाई में किसी आदिवासी ने हत्या कर दी। इस कारण यूरोपवासी भड़क उठे।
उन्होंने इस घटना के पश्चात् आदिवासियों के विरुद्ध कठोर रवैया अपनाया। इससे दोनों समुदायों के संबंधों में कटुता आ गई। यूरोपवासियों ने धीरे-धीरे खेती के लिए जंगलों का सफाया कर दिया। उन्होंने मूल निवासियों को अपने क्षेत्रों से पीछे हटने के लिए भी बाध्य कर दिया।
5. आर्थिक विकास:
ऑस्ट्रेलिया में यूरोपीय उपनिवेशों की स्थापना के साथ ही उसके आर्थिक विकास का क्रम आरंभ हुआ। यहाँ मैरिनो भेड़ों के पालन के लिए विशाल भेड़ फार्मों की स्थापना की गई। कृषि के विकास के लिए जंगलों की सफाई की गई। यहाँ गेहूँ के उत्पादन में बहुत वृद्धि की गई। मदिरा बनाने हेतु अंगूर के विशाल बाग लगाए गए। ऑस्ट्रेलिया में खनन उद्योगों की स्थापना की गई। इससे ऑस्ट्रेलिया की समृद्धि का आधार तैयार हुआ।
6. चीनी अप्रवासी:
आरंभ में ऑस्ट्रेलिया के आर्थिक विकास में मूल निवासियों से काम लिया गया। उनसे खेतों एवं खानों में कठिन परिस्थितियों में कार्य करवाया जाता था। अत: उनमें एवं दासों में कोई विशेष अंतर नहीं रह गया था। बाद में सस्ता श्रम प्राप्त करने के उद्देश्य से चीनी अप्रवासियों का सहारा लिया गया। शीघ्र ही उनकी संख्या में तीव्र वृद्धि हो गई।
इससे ऑस्ट्रेलिया की गोरी सरकार घबरा गई। उसे यह ख़तरा था कि इससे गोरे लोग एशिया के काले लोगों पर अधिक निर्भर होते जाएँगे। अत: उसने 1974 ई० तक गैर-गोरों को ऑस्ट्रेलिया से बाहर रखने की नीति अपनाई। इस वर्ष एशियाई अप्रवासियों को प्रवेश की अनुमति दी गई।
7. राजधानी की स्थापना:
1911 ई० में ऑस्ट्रेलिया की राजधानी बनाने का निर्णय किया गया। इसके लिए वूलव्हीटगोल्ड (Woolwheatgold) के नाम का सुझाव दिया गया। पर अंततः इसका नाम कैनबरा (Canberra) रखा गया। यह एक स्थानीय शब्द कैमबरा (Kamberra) से बना है जिसका अर्थ है सभा स्थल।
प्रश्न 6.
20वीं शताब्दी में ऑस्ट्रेलिया में आई बदलाव की लहर का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
20वीं शताब्दी में ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों के प्रति बदलाव की लहर को देखा गया। इसके लिए अनेक कारण उत्तरदायी थे। इनका संक्षिप्त वर्णन निम्नलिखित अनुसार है
1. डब्ल्यू ० ई० एच० स्टैनर का योगदान:
काफी समय तक यूरोपवासियों ने ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों और उनकी संस्कृति को समझने का कोई प्रयास नहीं किया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वे मूल निवासियों के प्रति शत्रुतापूर्ण रवैया रखते थे। इसके चलते उन्होंने अपनी पुस्तकों में केवल ऑस्ट्रेलिया में आकर बसने वाले यूरोपियों की उपलब्धियों का ही वर्णन किया है।
इनमें यह दिखाने का प्रयास किया गया कि वहाँ के मल निवासियों की न तो कोई परंपरा है एवं न ही कोई इतिहास। 1968 ई० में एक मानवशास्त्री डब्ल्यू. ई० एच० स्टैनर ने दि ग्रेट ऑस्ट्रेलियन साइलेंस नामक प्रसिद्ध पुस्तक का प्रकाशन किया। इस पुस्तक से यूरोपवासियों में ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की संस्कृति को समझने की चाहत उत्पन्न हुई। निस्संदेह यह एक प्रशंसनीय कदम था।
2. हेनरी रेनॉल्डस का योगदान :
हेनरी रेनॉल्डस एक महान् लेखक था। उसकी सर्वाधिक प्रसिद्ध रचना का नाम व्हाई वरंट वी टोल्ड (Why Weren’t We Told) था। इस पुस्तक में उसने ऑस्ट्रेलिया के इतिहास लेखन के परंपरागत ढंग की कटु आलोचना की है। यूरोपवासी कैप्टन कुक की खोज से ही ऑस्ट्रेलिया के इतिहास का आरंभ करते हैं।
हेनरी रेनॉल्डस का कथन था कि हमें ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की सभ्यता एवं संस्कृति पर भी प्रकाश डालना चाहिए। इससे यूरोपवासियों के मन में मूल निवासियों के इतिहास को जानने की एक नई प्रेरणा उत्पन्न हुई।
3. मूल निवासियों की संस्कृति का अध्ययन:
यूरोपवासियों द्वारा मूल निवासियों की संस्कति का अध्ययन करने के लिए विश्वविद्यालयों में विशेष विभागों की स्थापना हई। मल निवासियों की कला को कला दीर्घाओं (art galleries) में स्थान दिया जाने लगा। स्थानीय संस्कृति को समझने के लिए संग्रहालयों (museums) की स्थापना की गई। मूल निवासियों ने भी अपने इतिहास को लिखना आरंभ किया।
निस्संदेह यह एक प्रशंसनीय प्रयास था। 1974 ई० में ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने बहुसंस्कृतिवाद (multiculturalism) की नीति को अपनाया। इसके द्वारा मूल निवासियों, यूरोप तथा एशिया के अप्रवासियों की संस्कृतियों के प्रति बराबर सम्मान प्रकट किया गया। वास्तव में इसने एक नए युग का श्रीगणेश किया।
4. ज्यूडिथ राइट का योगदान:
ज्यूडिथ राइट ऑस्ट्रेलिया की एक महान् कवित्री थी। उसने मूल निवासियों के अधिकारों संबंधी एक ज़ोरदार अभियान चलाया। उसका कथन था कि गोरों एवं मूल निवासियों को अलग-अलग रखने से आने वाली नस्लों के लिए एक भारी ख़तरा उत्पन्न हो सकता है। इस संबंध में उसने अनेक प्रभावशाली कविताएँ लिखीं। इनका लोगों के दिलों पर जादुई प्रभाव पड़ा।
5. टेरा न्यूलिअस नीति का अंत:
1970 ई० के दशक में संयुक्त राष्ट्र संघ एवं दूसरी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में मानवाधिकार पर बल दिया जाने लगा था। इससे ऑस्ट्रेलिया के लोगों में एक नई जागृति उत्पन्न हुई। उन्हें यह अहसास हुआ कि यूरोपीय लोगों ने भूमि अधिग्रहण (takeover of land) को औपचारिक (formal) बनाने के उद्देश्य से कोई समझौता नहीं किया है।
इसका कारण यह था कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार सदैव भमि को टेरा न्युलिअस कहती आई थी। इससे अभिप्राय ऐसी भमि थी जो किसी की भी नहीं है। 1992 ई० में ऑस्ट्रेलिया के हाईकोर्ट ने टेरा न्यूलिअस नीति को अवैध घोषित कर दिया। इस फैसले में 1770 ई० के पहले से ज़मीन पर मूल निवासियों के दावों को मान्यता दे दी गई।
6. मिश्रित रक्त वाले बच्चों की नीति में परिवर्तन:
ऑस्ट्रेलिया की एक अन्य गंभीर समस्या मिश्रित रक्त वाले बच्चों की थी। ये बच्चे यूरोपवासियों एवं मूल निवासियों के मध्य अवैध संबंधों के कारण उत्पन्न हुए थे। इन बच्चों को किसी प्रकार का कोई अधिकार नहीं दिया गया था। उनकी यंत्रणा का एक लंबा इतिहास था। गोरे एवं रंग-बिरंगे बच्चों को अलग-अलग करके उनके साथ एक घोर अन्याय किया जाता था।
इस कारण सरकार ने 1999 ई० में ऑस्ट्रेलिया में 1820 ई० से 1970 ई० के बीच गुम हुए बच्चों के लिए माफी माँगी। उसने 26 मई को राष्ट्रीय क्षमायाचना दिवस मनाने की घोषणा की। निस्संदेह यह मूल निवासियों की एक महान् विजय थी।
कालक्रम
क्रम संख्या | वर्ष | घटना |
1. | 1497 ई० | जॉन कैबोट का न्यूफाऊँडलैंड पहुँचना। |
2. | 1507 ई० | अमेरिगो डे वेसपुकी की ट्रैवेल्स प्रकाशित हुई। |
3. | 1534 ई० | जैक कार्टियर सेंट लॉरेंस पहुँचा। |
4. | 1606 ई० | डच यात्री विलेम जांस का ऑस्ट्रेलिया पहुँचना। |
5. | 1607 ई० | ब्रिटिशों ने वर्जीनिया को अपना उपनिवेश बनाया। |
6. | 1642 ई० | डच नाविक ए० जे० तास्मान का ऑस्ट्रेलिया पहुँचना। |
7. | 1770 ई० | ब्रिटेन के नाविक जेम्स कुक का ऑस्ट्रेलिया पहुँचना। |
8. | 1783 ई० | ब्रिटेन ने संयुक्त राज्य अमरीका को एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दी। |
9. | 1788 ई० | ब्रिटेन ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी नामक स्थान में अपनी प्रथम बस्ती स्थापित की। |
10. | 1803 ई० | संयुक्त राज्य अमरीका ने फ्राँस से लुइसियाना को खरीदा। |
11. | 1849 ई० | अमरीकी गोल्ड रश। |
12. | 1865 ई० | संयुक्त राज्य अमरीका में दास प्रथा का अंत। |
13. | 1867 ई० | संयुक्त राज्य अमरीका ने अलास्का को खरीदा। |
14. | 1892 ई० | अमरीकी फ्रंटियर का अंत। |
15. | 1869-1885 ई० | कनाडा में मेटिसों का विद्रोह। |
16. | 1911 ई० | कैनबरा को ऑस्ट्रेलिया की राजधानी बनाना। |
17. | 1934 ई० | इंडियन रीऑर्गेनाइज़ेशन एक्ट का पारित होना। |
19. | 1954 ई० | डिक्लेरेशन ऑफ इंडियन राइट्स। |
20. | 1968 ई० | डब्ल्यू० ई० एच० स्टैनर द्वारा दि ग्रेट ऑस्ट्रेलियन साइलेंस का प्रकाशन। |
21. | 1974 ई० | ऑस्ट्रेलिया की सरकार द्वारा बहुसंस्कृतिवाद की नीति को अपनाना। |
22. | 1982 ई० | संयुक्त राज्य अमरीका द्वारा मूल निवासियों के अधिकारों को मान्यता देना। |
23. | 1992 ई० | ऑस्ट्रेलिया द्वारा टेरा न्यूलिअस नीति को त्यागना। |
संक्षिप्त उत्तरों वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों की जीवन शैली की प्रमुख विशेषताएँ लिखो।
उत्तर:
(1) रहन-सहन एवं भोजन-यूरोपवासियों के आगमन से पूर्व उत्तरी अमरीका के मूल निवासी नदी घाटी के साथ-साथ गाँवों में समूह बनाकर रहते थे। वे मकई तथा विभिन्न प्रकार की सब्जियों का उत्पादन करते थे। वे मछली एवं माँस का अधिक प्रयोग करते थे। वे प्रायः माँस की तलाश में लंबी यात्राएँ करते थे। उन्हें मुख्य जिन्हें बाइसन कहते थे कि तलाश रहती थी। परंत वे उतने ही जानवरों को मारते थे कि जितने की उन्हें भोजन के लिए आवश्यकता होती थी।
(2) अर्थव्यवस्था-उत्तरी अमरीका की अर्थव्यवस्था मुख्यतः एक जीवन निर्वाह अर्थव्यवस्था थी। वहाँ के मूल निवासी केवल उतना ही उत्पादन करते थे जो कि उनके निर्वाह के लिए आवश्यक होता था। उन्हें जमीन पर व्यक्तिगत मलकियत की कोई चिंता नहीं थी क्योंकि वे उससे प्राप्त होने वाले भोजन एवं आश्रय से संतुष्ट थे।
(3) उपहारों का आदान-प्रदान-उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों की यह परंपरा थी कि वे आपस में मिलजुल कर रहते थे एवं उनके संबंध मैत्रीपूर्ण होते थे। वे आपस में वस्तुओं को खरीदते एवं बेचते नहीं थे अपितु उपहारों का आदान-प्रदान करते थे। कबीलों में आपसी समझौता होने पर वे एक विशेष प्रकार की वेमपुम बेल्ट का आदान-प्रदान करते थे।
(4) भाषा एवं ज्ञान-उत्तरी अमरीका के मूल निवासी अनेक भाषाएँ बोलते थे यद्यपि वे लिखी नहीं जाती थीं। उन्हें अनेक बातों का ज्ञान था। वे जानते थे कि समय की गति चक्रिय है। वे जलवायु एवं प्रकृति को पढ़े-लिखे लोगों की तरह समझते थे। प्रत्येक कबीले के पास अपने इतिहास के बारे में पूरी जानकारी होती थी। यह जानकारी मौखिक रूप में एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चलती रहती थी। वे कुशल कारीगर भी थे। वे उत्तम प्रकार का वस्त्र बुनना जानते थे।
प्रश्न 2.
यूरोपीय व्यापारियों ने उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों के साथ किस प्रकारं वस्तुओं का आदान-प्रदान किया ?
उत्तर:
यूरोपीय व्यापारियों को उत्तरी अमरीका पहुँचने पर यह ज्ञात हुआ कि स्थानीय लोग मिसीसिपी नदी के किनारे आपस में अपनी वस्तुओं के आदान-प्रदान के लिए नियमित रूप से जमा होते हैं। यहाँ उन हस्तशिल्पों अथवा खाद्य-पदार्थों का आदान-प्रदान होता था जो अन्य प्रदेशों में उपलब्ध नहीं होते थे। यूरोपीय व्यापारी भी अपने व्यापार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस आदान-प्रदान में सम्मिलित होने लगे। वे मूल निवासियों को कंबल, लोहे के बर्तन, बंदूकें एवं शराब देते थे।
कंबल शीत को रोकने के लिए उपयोगी सिद्ध हुए। लोहे के बर्तन मिट्टी के बर्तनों की अपेक्षा कहीं अधिक उपयोगी थे। बंदूकें जानवरों को मारने के लिए तीर-कमानों की अपेक्षा अधिक उत्तम सिद्ध हुईं। उत्तरी अमरीका के लोग यूरोपियों के आगमन से पूर्व शराब से परिचित नहीं थे। वे शीघ्र ही शराब के आदी हो गए। उनकी यह आदत यूरोपीय व्यापारियों के लिए अच्छी प्रमाणित हुई। इस कारण यूरोपीय व्यापारी मूल निवासियों पर अपनी शर्ते थोपने में सफल हुए। यूरोपियनों ने मूल निवासियों से तंबाकू की आदत ग्रहण की।
प्रश्न 3.
वाशिंगटन इरविंग कौन था ? उसने उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों के बारे में क्या लिखा है ?
उत्तर:
वह अमरीका के एक प्रसिद्ध लेखक थे। वह उत्तरी अमरीका में रहने वाले मूल निवासियों से स्वयं मिले थे। उनका कथन था कि जिन इंडियन्स की असली जिंदगी को देखने का मुझे मौका मिला वे कविताओं में वर्णित अपने रूप से काफी भिन्न हैं। वे गोरे लोगों की नीयत पर भरोसा नहीं करते। जब वे गोरे लोगों के साथ रहते हैं तो बहुत कम बोलते हैं क्योंकि उन्हें उनकी भाषा समझ नहीं आती।
जब मूल निवासी आपस में एकत्र होते हैं तो वे गोरों की खूब नकल उतार कर अपना मनोरंजन करते हैं। दूसरी ओर यूरोपीय यह समझते हैं कि मूल निवासी उनका इसलिए सम्मान करते हैं क्योंकि उन्होंने इंडियन्स को अपनी भव्यता एवं गरिमा से प्रभावित किया है। इरविंग ने इस बात पर दुःख प्रकट किया है कि यूरोपीय लोग स्थानीय लोगों से जानवरों जैसा व्यवहार करते हैं।
प्रश्न 4.
यूरोपियों एवं मूल निवासियों में व्यापार संबंधी क्या धारणा थी ?
उत्तर:
युरोपियों एवं मूल निवासियों में चीजों के लेन-देन को लेकर विभिन्न धारणा थी। मल निवासी चीज़ों का आदान-प्रदान दोस्ती में दिए गए उपहारों का रूप समझते थे। दूसरी ओर यूरोपीय व्यापारी मछली एवं रोएँदार खाल को व्यापारिक माल समझते थे। इसे बेचकर वे अधिक-से-अधिक धन कमाना चाहते थे।
मूल निवासियों को यह समझ नहीं आता था कि यूरोपीय व्यापारी उनके सामान के बदले कभी तो बहुत सारा सामान दे देते थे तथा कभी बहुत कम। वस्तुतः उन्हें बाज़ार के बारे में तनिक भी ज्ञान नहीं था। यूरोपीय लोग रोएँदार खाल को प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में उदबिलावों को मार रहे थे। इससे मूल निवासी काफी परेशान थे। उन्हें यह भय था कि ये जानवर उनसे इस विध्वंस का बदला लेंगे।
प्रश्न 5.
उत्तरी अमरीका में दास प्रथा का अंत कैसे हुआ ? संक्षेप में उत्तर दीजिए।
अथवा
संयुक्त राज्य अमरीका में दास प्रथा के प्रचलन के बारे में आप क्या जानते हैं ? इसका अंत किस प्रकार हुआ ?
उत्तर:
संयुक्त राज्य अमरीका में यूरोपियों के आगमन के पश्चात् दास प्रथा का प्रचलन बहुत बढ़ गया। इसका कारण यह था कि यूरोपियों ने दक्षिणी राज्यों में कपास एवं गन्ने की खेती आरंभ कर दी थी। यह कार्य दासों द्वारा करवाया जाता था। यहाँ के बाग़ान मालिकों ने बड़ी संख्या में अफ्रीका से दास खरीदने आरंभ किए। इन दासों के साथ बहुत क्रूर व्यवहार किया जाता था।
अत: संयुक्त राज्य अमरीका के उत्तरी राज्यों जहाँ की अर्थव्यवस्था बागानों पर आधारित नहीं थी, में दास प्रथा को समाप्त करने के स्वर उठने लगे। दक्षिणी राज्य किसी भी कीमत पर दास प्रथा का अंत नहीं चाहते थे। अत: 1861 ई० से लेकर 1865 ई० तक दास प्रथा के प्रश्न को लेकर उत्तरी राज्यों एवं दक्षिणी राज्यों में एक भयंकर गृहयुद्ध हुआ। इस गृहयुद्ध में उत्तरी राज्यों को विजय प्राप्त हुई। अतः 1865 ई० में संयुक्त राज्य अमरीका में दास प्रथा का अंत कर दिया गया। इस प्रथा के अंत में अमरीका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई।।
प्रश्न 6.
संयुक्त राज्य अमरीका में यूरोपवासियों ने मूल निवासियों को बेदखल करने के लिए कौन-से ढंग अपनाए ?
उत्तर:
जैसे-जैसे संयुक्त राज्य अमरीका में यूरोपवासियों की बस्तियों का विस्तार हुआ इन क्षेत्रों से मूल निवासियों को बेदखल कर दिया गया। इसके लिए यूरोपियों ने अनेक ढंग अपनाए।
- वे मूल निवासियों को उन स्थानों से हटने से लिए प्रेरित करते थे।
- वे मूल निवासियों द्वारा पीछे न हटने की दशा में उन्हें धमकाते थे।
- वे मूल निवासियों से बहुत कम मूल्य पर जमीन खरीद लेते थे तथा फिर उन्हें वहाँ से पीछे हटने के लिए मजबूर कर देते थे।
- वे मूल निवासियों से धोखे से अधिक भूमि हड़प लेते थे तथा मूल निवासियों को वहाँ से हटा दिया जाता था।
प्रश्न 7.
चिरोकी कौन थे ? यूरोपवासियों का उनके प्रति क्या व्यवहार था ?
उत्तर:
मूल निवासियों की बेदखली करते समय उनके साथ किसी प्रकार की सहानुभूति नहीं की जाती थी। उन्हें किसी प्रकार के कानूनी एवं नागरिक अधिकार नहीं दिए जाते थे। इसका एक उदाहरण जॉर्जिया जो कि संयुक्त राज्य अमरीका का एक राज्य है के चिरोकी कबीले की बेदखली में देखा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि चिरोकी समुदाय के लोग अंग्रेजी सीखने एवं यूरोपवासियों की जीवन शैली को समझने का सबसे अधिक प्रयास कर रहे थे।
इसके बावजूद उन्हें सभी प्रकार के नागरिक अधिकारों से वंचित रखा गया था। इस संबंध में 1832 ई० में संयुक्त राज्य अमरीका के मुख्य न्यायाधीश जॉन मार्शल एक महत्त्वपूर्ण फैसला दिया। इस फैसले में कहा गया कि चिरोकी कबीला एक विशिष्ट समुदाय है और उसके स्वत्वाधिकार वाले प्रदेशों में जॉर्जिया का कानून लागू नहीं होता। परंतु तत्कालीन राष्ट्रपति एंड्रिउ जैकसन ने इस फैसले को स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
उसने चिरोकियों को उनके प्रदेश से बेदखल करने के लिए एक सेना भेज दी। अत: 15000 चिरोकियों को महान् अमरीका मरुस्थल की ओर हटने के लिए बाध्य किया गया। इनमें से लगभग एक चौथायी लोग रास्ते में ही मर गए। अतः उनका यह सफर आँसुओं की राह के नाम से जाना गया।
प्रश्न 8.
‘गोल्ड रश’ क्या था ?
अथवा
गोल्ड रश से आपका क्या अभिप्राय है ? इससे संयुक्त राज्य अमरीका पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर:
दक्षिणी अमरीका की भाँति उत्तरी अमरीका के बारे में यह आशा की जाती थी कि वहाँ सोने के भंडार हैं। 1849 ई० में संयुक्त राज्य अमरीका के कैलीफ़ोर्निया राज्य में सोने के कुछ चिन्ह प्राप्त हुए। यह समाचार जंगल में आग की तरह फैल गया। परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में यूरोपीय अपना-अपना भाग्य आजमाने कैलीफोर्निया की ओर चल पड़े।
उन्हें यह आशा थी कि वहाँ से प्राप्त सोना उनकी तकदीर को पलक झपकते ही बदल देगा। इसने गोल्ड रश को जन्म दिया। गोल्ड रश की घटना के दूरगामी प्रभाव पड़े। सर्वप्रथम संपूर्ण संयुक्त राज्य अमरीका में रेलवे लाइन बिछाने का काम आरंभ हुआ। इस कार्य के लिए हज़ारों चीनी श्रमिकों को लगाया गया। 1870 ई० तक बड़े पैमाने पर रेलवे का निर्माण किया गया।
रेलवे निर्माण के साथ-साथ रेलवे के अन्य साज-सामान बनाने के कारखाने भी लगाए गए। इससे कारखानों की संख्या में तीव्रता से वृद्धि हुई। इस समय संयुक्त राज्य अमरीका में बड़े पैमाने पर ऐसे यंत्रों का विकास हो चुका था जिससे खेती को एक नया प्रोत्साहन मिला खेती के लिए बहुत से जंगल साफ़ कर दिए गए। इससे खेती का विस्तार हुआ।
प्रश्न 9.
आप किस प्रकार कह सकते हैं कि 20वीं शताब्दी में संयुक्त राज्य अमरीका में मूल निवासियों के संबंध में बदलाव की लहर आई ?
उत्तर:
(1) सर्वेक्षण-1928 ई० में मूल निवासियों की समस्याओं को जानने के लिए लेवाइस मेरिअम की अध्यक्षता में एक सर्वेक्षण प्रकाशित हुआ। इसे दि प्रॉब्लम ऑफ़ इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन का नाम दिया गया। इसमें रिज़र्वेशंस में रह रहे मूल निवासियों की स्वास्थ्य एवं शिक्षा संबंधी सुविधाओं की कमी का बड़ा ही करुणामयी चित्र प्रस्तुत किया गया है।
(2) इंडियन रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट 1934 ई०-1930 ई० के दशक के आते-आते गोरे अमरीकियों के मन में मूल निवासियों के प्रति सहानुभूति उत्पन्न हुई। अब तक मूल निवासियों को नागरिकता के.सभी लाभों से वंचित रखा गया था। 1934 ई० में इंडियन रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट पारित किया गया। इस एक्ट के अधीन रिज़र्वेशंस में रहने वाले मूल निवासियों को ज़मीन खरीदने और ऋण लेने का अधिकार प्रदान किया गया।
(3) डिक्लेरेशन ऑफ़ इंडियन राइट्स 1954 ई०-1954 ई० में अनेक मूल निवासियों ने डिक्लेरेशन ऑफ़ इंडियन राइट्स नामक दस्तावेज़ तैयार किया। इसमें कहा गया कि वे संयुक्त राज्य अमरीका की नागरिकता को इस शर्त पर स्वीकार करेंगे कि उनके रिज़र्वेशंस वापिस नहीं लिए जाएँगे तथा न ही उनकी परंपराओं में किसी प्रकार का हस्तक्षेप किया जाएगा।
(4) मूल निवासियों द्वारा अधिकारों की माँग-1969 ई० में जब अमरीका की सरकार ने यह घोषणा की कि वह आदिवासी अधिकारों को मान्यता नहीं देगी तो मूल निवासियों ने इसका धरना, प्रदर्शनों एवं वाद-विवाद द्वारा डटकर विरोध किया। अत: बाध्य होकर 1982 ई० में सरकार ने उनके अधिकारों को स्वीकृति प्रदान कर दी।
प्रश्न 10.
आप उन्नीसवीं सदी में संयुक्त राज्य अमरीका में अंग्रेजी के उपयोग के अतिरिक्त अंग्रेजों के आर्थिक एवं सामाजिक जीवन में कौन-सी विशेषताएँ देखते हैं ?
उत्तर:
यूरोपियों के संयुक्त राज्य अमरीका में जाकर बसने के कारण वहाँ अंग्रेज़ी का उपयोग काफी बढ़ गया। इसके अतिरिक्त वहाँ अंग्रेजों के आर्थिक एवं सामाजिक जीवन की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित थीं
(1) ज़मीन के प्रति यूरोपीय लोगों का दृष्टिकोण मूल निवासियों से अलग था। ब्रिटेन एवं फ्राँस से आए कुछ प्रवासी ऐसे थे जो अपने पिता का बड़ा पुत्र होने के कारण पिता की संपत्ति के उत्तराधिकरी नहीं बन सकते थे। इसलिए वे अमरीका में भू-स्वामी बनना चाहते थे।
(2) जर्मनी, स्वीडन और इटली जैसे देशों से ऐसे अप्रवासी आए जिनकी ज़मीनें बड़े किसानों के हाथों में चली गई थीं। वे ऐसी ज़मीन चाहते थे जिसे वे अपना कह सकें।
(3) पोलैंड से आए लोगों को चरगाहों में काम करना अच्छा लगता था। इसमें उन्हें काफ़ी लाभ भी प्राप्त हुआ।
(4) अमरीका में बहुत कम कीमत पर बड़ी संपत्तियाँ खरीद पाना आसान था। अत: अंग्रेजों ने बड़े-बड़े भूखंड खरीद लिए।
(5) यूरोपियों ने अपने हितों के लिए मूल निवासियों को बेदखल किया। वे मूल निवासियों की बेदखली को गलत नहीं मानते थे।
प्रश्न 11.
ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों का यूरोपवासियों के प्रति क्या रवैया था ?
उत्तर:
यूरोपवासियों के आगमन पर ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों ने उनका बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया। वे यूरोपवासियों की यथासंभव सहायता करते थे। मूल निवासियों के दोस्ताना व्यवहार के बारे में हमें अनेक यात्रियों के ब्यौरे उपलब्ध हैं। इससे स्पष्ट है कि आरंभ में यूरोपवासियों एवं मूल निवासियों के आपसी संबंध मित्रतापूर्ण रहे। 1779 ई० में ब्रिटेन के नाविक कैप्टन जेम्स कुक की हवाई में किसी आदिवासी ने हत्या कर दी। इस कारण यूरोपवासी तिलमिला उठे।
उन्होंने इस घटना के लिए मूल निवासियों को उत्तरदायी ठहराया। अतः उन्होंने मूल निवासियों को सबक सिखाने का निर्णय लिया। इसके चलते उन्होंने मूल निवासियों के विरुद्ध कठोर रवैया अपनाया। इससे दोनों समुदायों के संबंधों में कटुता आ गई। यूरोपवासियों ने धीरे-धीरे खेती के लिए जंगलों का सफ़ाया कर दिया। उन्होंने मूल निवासियों को अपने क्षेत्रों से पीछे हटने के लिए भी बाध्य किया।
अति संक्षिप्त उत्तरों वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
‘नेटिव’ शब्द से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
नेटिव अथवा मूल निवासी से अभिप्राय ऐसे व्यक्ति से है जो अपने वर्तमान निवास स्थान पर ही पैदा हुआ हो। 20वीं शताब्दी के आरंभिक वर्षों में यह शब्द यूरोपीय लोगों द्वारा अपने उपनिवेशों में रहने वाले मूल निवासियों के लिए प्रयोग किया जाता था।
प्रश्न 2.
‘सेटलर’ शब्द से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर:
सेटलर शब्द से अभिप्राय किसी स्थान पर बाहर से आकर बसे लोगों से है। इस शब्द का प्रयोग दक्षिण अफ्रीका में डचों के लिए, आयरलैंड, न्यूज़ीलैंड तथा ऑस्ट्रेलिया में ब्रिटिश लोगों के लिए और अमरीका में यूरोपीय लोगों के लिए किया जाता था।
प्रश्न 3.
उत्तरी अमरीका की कोई दो भौगोलिक विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
- उत्तरी अमरीका उत्तरी ध्रुवीय वृत्त से लेकर कर्क रेखा तक फैला हुआ है।
- इसके पश्चिम में अरिज़ोना एवं नेवाडा की मरुभूमि है।
प्रश्न 4.
उत्तरी अमरीका की जलवायु में कब स्थिरता आई? इसका क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर:
- उत्तरी अमरीका की जलवायु में 5000 वर्ष पूर्व स्थिरता आई।
- इसके परिणामस्वरूप यहाँ की जनसंख्या में तीव्रता से वृद्धि हुई।
प्रश्न 5.
उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों की जीवन शैली की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।
अथवा
उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों की मुख्य विशेषताएँ लिखें।
उत्तर:
- वे नदी घाटी के साथ-साथ बने गाँवों में समूह बना कर रहते थे।
- वे उतनी ही वस्तुओं का उत्पादन करते थे जो कि उनके निर्वाह के लिए आवश्यक थीं।
प्रश्न 6.
वेमपुम बेल्ट क्या थी ?
उत्तर:
वेमपुम बेल्ट रंगीन सीपियों को आपस में सिलकर बनाई जाती थी। यह बेल्ट कबीलों में आपसी समझौते के पश्चात् सम्मान के तौर पर आदान-प्रदान की जाती थी।
प्रश्न 7.
उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों को किन बातों का ज्ञान था ?
उत्तर:
- वे जानते थे कि समय की गति चक्रीय है।
- वे अपने इतिहास के बारे में पूरी जानकारी रखते थे।
प्रश्न 8.
यूरोपीय एवं मूल निवासियों में किन वस्तुओं का आदान-प्रदान होता था ?
उत्तर:
- यूरोपीय केवल लोहे के बर्तन, बंदूकें एवं शराब मूल निवासियों को देते थे।
- मूल निवासी यूरोपियों को मछली एवं रोएँदार खाल देते थे।
प्रश्न 9.
यूरोपीय लोगों को उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों पर किस बात ने अपनी शर्ते थोपने में सक्षम बनाया ?
उत्तर:
उत्तरी अमरीका के मूल निवासी शराब से परिचित नहीं थे। परंतु यूरोपियों ने उन्हें शराब देकर शराब पीने की आदत डाल दी। इस कारण शराब उनकी कमज़ोरी बन गई। उनकी इसी कमज़ोरी के कारण यूरोपीय लोगों को उन पर अपनी शर्ते थोपने के सक्षम बनाया।
प्रश्न 10.
यूरोप के लोगों को अमरीका के मूल निवासी असभ्य क्यों प्रतीत हुए ?
उत्तर:
18वीं शताब्दी में यूरोपीय लोग तीन मापदंडों-साक्षरता, संगठित धर्म और शहरीपन के आधार पर विश्वास करते थे। इस दृष्टिकोण से उन्हें अमरीका के मूल निवासी असभ्य प्रतीत हुए।
प्रश्न 11.
वाशिंगटन इरविंग ने अमरीका के मूल निवासियों के संबंध में क्या विचार प्रकट किए ?
उत्तर:
- वे कविताओं में वर्णित अपने रूप से काफी भिन्न हैं।
- वे गोरे लोगों की नीयत पर भरोसा नहीं करते हैं।
- वे गोरे लोगों की नकल कर अपना मनोरंजन करते हैं।
प्रश्न 12.
यूरोपियों एवं अमरीका के मूल निवासियों में व्यापार संबंधी धारणा में प्रमुख अंतर क्या था ?
उत्तर:
- यूरोपीय व्यापारी मछली एवं फर को व्यापारिक माल समझते थे। वे इसे बेचकर अधिक मुनाफा कमाना चाहते थे।
- अमरीका के मूल निवासी चीज़ों के आदान-प्रदान को दोस्ती में दिए गए उपहार समझते थे।
प्रश्न 13.
अमरीकियों के लिए ‘फ्रंटियर’ के क्या मायने थे ?
उत्तर:
यूरोपियों द्वारा जीती गई एवं खरीदी गई भूमि के कारण विस्तार होता रहता था। इस कारण अमरीका की पश्चिमी सीमा पीछे खिसकती रहती थी। इस कारण अमरीका के मूल निवासियों को भी पीछे हटने के लिए बाध्य होना पड़ता था। वे राज्य की जिस सीमा तक पहुँच जाते थे उसे फ्रंटियर कहा जाता था।
प्रश्न 14.
19वीं शताब्दी में ब्रिटेन एवं फ्रांस के लोग अमरीका क्यों आए ?
उत्तर:
ब्रिटेन एवं फ्रांस में यह परंपरा थी कि केवल बड़े पुत्र को ही संपत्ति का अधिकार मिलता था। छोटे पुत्र संपत्ति का उत्तराधिकारी नहीं बन सकते थे। अतः ऐसे लोग संपत्ति की तलाश में 19वीं शताब्दी में अमरीका में आए।
प्रश्न 15.
यूरोपियों ने संयुक्त राज्य अमरीका में खेती के विकास के लिए कौन-से दो पग उठाए ?
उत्तर:
- उन्होंने यहाँ जंगलों की सफाई की।
- उन्होंने 1873 ई० में खेतों के चारों ओर कंटीली तारें लगा दी ताकि फ़सलों को जानवरों द्वारा सुरक्षित रखा जा सके।
प्रश्न 16.
दक्षिणी एवं उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों के बीच के फर्कों से संबंधित किसी भी बिंदु पर टिप्पणी कीजिए।
उत्तर:
दक्षिणी अमरीका के लोग बड़े पैमाने पर खेती करते थे जबकि उत्तरी अमरीका के लोग ऐसा नहीं करते थे। इसके चलते उत्तरी अमरीका के लोग दक्षिणी अमरीका के लोगों की तरह किसी विशाल साम्राज्य का गठन नहीं कर सके।
प्रश्न 17.
यूरोपवासियों ने संयुक्त राज्य अमरीका में मूल निवासियों को बेदखल करने के कौन-से ढंग अपनाए ?
उत्तर:
- उन्हें अपने मूल स्थान से पीछे हटने के लिए प्रेरित किया जाता अथवा धमकाया जाता था।
- मूल निवासियों की जमीनों को बहुत कम मूल्य पर खरीदा जाता था।
- मूल निवासियों की जमीनों पर यूरोपवासियों ने धोखे से कब्जा कर लिया।
प्रश्न 18.
चिरोकी कौन थे ? उनके साथ क्या अन्याय किया जा रहा था ?
उत्तर:
- रोकी संयुक्त राज्य अमरीका के जॉर्जिया नामक राज्य का एक कबीला था।
- उन्हें अंग्रेजों की जीवन शैली सीखने के बावजूद सभी प्रकार के नागरिक अधिकारों से वंचित रखा गया था।
प्रश्न 19.
यूरोपीय किस आधार पर संयुक्त राज्य अमरीका के मूल निवासियों की बेदखली को उचित ठहराते हैं ?
उत्तर:
- वे बहुत आलसी थे। इसलिए वे बाज़ार के लिए उत्पादन करने में अपनी शिल्पकला का प्रयोग नहीं करते हैं।
- वे अंग्रेज़ी नहीं सीखते एवं न ही ढंग के वस्त्र पहनते हैं।
- वे ज़मीन का अधिकतम प्रयोग करना नहीं जानते हैं।
प्रश्न 20.
रिज़र्वेशंस से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर:
उत्तरी अमरीका में मूल निवासियों को छोटे-छोटे प्रदेशों में सीमित कर दिया गया था। यह प्रायः ऐसी ज़मीन होती थी जिनके साथ उनका पहले कोई नाता नहीं होता था। इन ज़मीनों को रिज़र्वेशंस कहा जाता था।
प्रश्न 21.
‘गोल्ड रश’ से क्या अभिप्राय है ?
अथवा
उत्तरी अमरीका में ‘गोल्ड रश’ क्या था ?
उत्तर:
यूरोपीय लोगों को इस बात की आशा थी कि उत्तरी अमरीका में भी सोने के भंडार हैं। 1849 ई० में संयुक्त राज्य अमरीका के कैलिफ़ोर्निया में सोने के कुछ चिन्ह मिले। इस कारण यूरोपियों में अमरीका पहुँचने की आपाधापी फैल गयी। इसे गोल्ड रश का नाम दिया गया।
प्रश्न 22.
गोल्ड रश संयुक्त राज्य अमरीका के लिए किस प्रकार एक वरदान सिद्ध हुआ ?
उत्तर:
- संपूर्ण संयुक्त राज्य अमरीका में रेलवे लाइनों का निर्माण किया गया।
- इस कार्य के लिए हजारों श्रमिकों को रोजगार मिला।
- इससे उद्योगों को एक नया प्रोत्साहन मिला।
प्रश्न 23.
उत्तरी अमरीका में उद्योगों के विकास के कौन-से दो प्रमुख उद्देश्य थे ?
उत्तर:
- रेलवे के लिए साज-सामान बनाना ताकि दूर-दूर के स्थानों को उसके द्वारा जोड़ा जा सके।
- ऐसे यंत्रों का निर्माण करना जिनसे बड़े पैमाने पर खेती की जा सके।
प्रश्न 24.
संयुक्त राज्य अमरीका में जंगली भैंसों को किस नाम से जाना जाता था ? उनका कब तक पूरा सफ़ाया कर दिया गया ?
उत्तर:
- संयुक्त राज्य अमरीका में जंगली भैंसों को बाइसन के नाम से जाना जाता था।
- उनका 1890 ई० तक पूरी तरह उन्मूलन कर दिया गया।
प्रश्न 25.
संयुक्त राज्य अमरीका ने इंडियन रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट कब पारित किया ? इसका उद्देश्य क्या था ?
अथवा
1934 ई० का इंडियन रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट क्या था ?
उत्तर:
- संयुक्त राज्य अमरीका ने इंडियन रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट 1934 ई० में पारित किया।
- इसका उद्देश्य रिज़र्वेशंस में रहने वाले मूल निवासियों को जमीन खरीदने एवं ऋण लेने का अधिकार प्रदान करना था।
प्रश्न 26.
डिक्लेरेशन ऑफ़ इंडियन राइटस नामक दस्तावेज़ कब तैयार किया गया था ? इसका महत्त्व क्या था ?
उत्तर:
- डिक्लेरेशन ऑफ़ इंडियन राइटस नामक दस्तावेज़ 1954 ई० में तैयार किया गया था।
- इसमें मूल निवासियों द्वारा यह कहा गया था कि वे संयुक्त राज्य अमरीका की नागरिकता को इस शर्त पर स्वीकार करेंगे कि उनके न तो रिज़र्वेशंस वापस लिए जाएँगे तथा न ही उनकी परंपराओं में हस्तक्षेप किया जाएगा।
प्रश्न 27.
टॉरस स्ट्रेट टापूवासी कौन थे ?
उत्तर:
टॉरस स्ट्रेट टापूवासी ऑस्ट्रेलिया के उत्तर में रहने वाला एक विशाल समूह है। उनके लिए ऐबॉरिजिनी शब्द का प्रयोग नहीं किया जाता क्योंकि ऐसा माना जाता है कि वे कहीं और से आए थे एवं उनकी नस्ल भी अलग है।
प्रश्न 28.
कैप्टन कुक कौन था ?
उत्तर:
- वह इंग्लैंड का नाविक था।
- वह 1770 ई० में ऑस्ट्रेलिया के टापू बॉटनी बे पहुंचा था।
प्रश्न 29.
ऑस्ट्रेलिया पहुँचने वाला प्रथम यात्री कौन था ? वह किस देश से संबंधित था ? वह ऑस्ट्रेलिया कब पहुँचा था ?
उत्तर:
- ऑस्ट्रेलिया पहुँचने वाला प्रथम यात्री विलेम जांस था।
- वह डच (हालैंड) देश से संबंधित था।
- वह 1606 ई० में ऑस्ट्रेलिया पहुंचा था।
प्रश्न 30.
1770 ई० में इंग्लैंड का कौन-सा नाविक ऑस्ट्रेलिया के किस टापू में पहुँचा था ? उसका क्या नाम रखा गया ?
उत्तर:
- 1770 ई० में इंग्लैंड का नाविक जेम्स कुक ऑस्ट्रेलिया के टापू बॉटनी बे पहुंचा था।
- इस टापू का नाम न्यू साउथ वेल्स रखा गया।
प्रश्न 31.
ऑस्ट्रेलिया में ब्रिटेन ने अपनी प्रथम बस्ती कहाँ तथा कब स्थापित की ? इसका उद्देश्य क्या था ?
उत्तर:
- ऑस्ट्रेलिया में ब्रिटेन ने अपनी प्रथम बस्ती 1788 ई० में सिडनी में स्थापित की।
- यहाँ ब्रिटेन के अपराधियों को देश निकाले का दंड देकर भेजा जाता था।
प्रश्न 32.
ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों के प्रति ब्रिटिशों का क्या दृष्टिकोण था ?
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों के प्रति ब्रिटिशों का आरंभ में मैत्रीपूर्ण दृष्टिकोण था। मूल निवासी ब्रिटिशों की यथा संभव सहायता करते थे। 1779 ई० में ब्रिटिश नाविक की हवाई में किसी आदिवासी द्वारा हत्या कर दिए जाने के कारण उनके दृष्टिकोण में परिवर्तन आ गया एवं उनके प्रति कठोर रवैया अपनाया।
प्रश्न 33.
यूरोपवासियों ने ऑस्ट्रेलिया के आर्थिक विकास के लिए कौन-से महत्त्वपूर्ण पग उठाए ?
उत्तर:
- यहाँ भेड़ों के पालन के लिए विशाल फार्म बनाए गए।
- यहाँ कृषि के विकास के लिए जंगलों की सफाई की गई।
- यहाँ मदिरा बनाने हेतु अंगूर के विशाल बाग लगाए गए।
प्रश्न 34.
चीनी अप्रवासियों के प्रति ऑस्ट्रेलिया ने क्या नीति अपनाई ?
उत्तर:
1974 ई० तक ऑस्ट्रेलिया ने चीनी अप्रवासियों के प्रति कड़ी नीति अपनाई। उन पर अनेक प्रकार के प्रतिबंध लगाए गए थे। 1974 ई० में उन्हें ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश की अनुमति दे दी गई।
प्रश्न 35.
किसे तथा कब ऑस्ट्रेलिया की राजधानी बनाया गया ?
उत्तर:
कैनबरा को ऑस्ट्रेलिया की राजधानी 1911 ई० में बनाया गया।
प्रश्न 36.
इतिहास की किताबों में ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों को शामिल क्यों नहीं किया गया था ?
उत्तर:
इतिहास की किताबों में ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों को इसलिए शामिल नहीं किया गया था क्योंकि यूरोपवासी उनके प्रति शत्रुता की भावना रखते थे। उन्होंने अपनी किताबों पर यह दिखाने का प्रयास किया कि वहाँ के मूल निवासियों की न तो कोई परंपरा है एवं न ही कोई इतिहास।
प्रश्न 37.
डब्ल्यू० ई० एच० स्टैनर ने कब तथा किस पुस्तक की रचना की ? इसका विषय क्या था ?
उत्तर:
- डब्ल्यू० ई० एच० स्टैनर ने 1968 ई० में दि ग्रेट ऑस्ट्रेलियन साइलेंस नामक पुस्तक की रचना की।
- इसका विषय यूरोपवासियों में ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की संस्कृति को जानने के लिए जागृति उत्पन्न करना था।
प्रश्न 38.
बहुसंस्कृतिवाद नीति से आपका क्या अभिप्राय है ? ऑस्ट्रेलिया ने इस नीति को कब अपनाया ?
उत्तर:
- बहुसंस्कृतिवाद की नीति से अभिप्राय ऐसी नीति से है जिसमें मूल निवासियों, यूरोप एवं एशिया के अप्रवासियों की संस्कृति को बराबर का सम्मान दिया जाता था।
- ऑस्ट्रेलिया ने इस नीति को 1974 ई० में अपनाया।
प्रश्न 39.
टेरा न्यूलिअस से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
- टेरा न्यूलिअस नीति से अभिप्राय ऐसी भूमि से था जो किसी की भी नहीं है।
- ऑस्ट्रेलिया ने इस नीति का अंत 1992 ई० में किया था।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
कनाडा के कितने प्रतिशत क्षेत्र में वन हैं ?
उत्तर:
40 प्रतिशत।
प्रश्न 2.
कनाडा का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण उद्योग कौन-सा है ?
उत्तर:
मछली उद्योग।
प्रश्न 3.
उत्तरी अमरीका के सबसे प्रथम निवासी किस रास्ते से आए थे ?
उत्तर:
बेरिंग स्ट्रेट्स।
प्रश्न 4.
उत्तरी अमरीका के जंगली भैंसों को क्या कहा जाता था ?
उत्तर:
बाइसन।
प्रश्न 5.
क्या उत्तरी अमरीका के मूल निवासी ज़मीन पर अपनी व्यक्तिगत मलकियत जताते थे ?
उत्तर:
नहीं।
प्रश्न 6.
उत्तरी अमरीका में कबीलों में आपसी समझौता होने पर वे किसका आदान-प्रदान करते थे ?
उत्तर:
वेमपुम बेल्ट का।
प्रश्न 7.
जॉन कैबोट न्यूफाऊँडलैंड कब पहुँचा ?
उत्तर:
1497 ई० में।
प्रश्न 8.
अंग्रेजों ने वर्जीनिया को अपना उपनिवेश कब बनाया ?
उत्तर:
1607 ई० में।
प्रश्न 9.
विलियम वड्सवर्थ कौन था ?
उत्तर:
इंग्लैंड का एक महान् कवि।
प्रश्न 10.
अमरीका के किस राष्ट्रपति ने उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों के उन्मूलन को सही बताया ?
उत्तर:
थॉमस जैफ़र्सन ने।
प्रश्न 11.
उत्तरी अमरीका में रोएँदार खाल प्राप्त करने के लिए यूरोपीय किस जानवर को बड़ी संख्या में मार रहे थे ?
उत्तर:
उदबिलाव को।
प्रश्न 12.
ब्रिटेन ने अमरीका में कितने उपनिवेशों की स्थापना की थी ?
उत्तर:
13.
प्रश्न 13.
अमरीका के उपनिवेशों ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्ति की घोषणा कब की ?
उत्तर:
1776 ई० में।
प्रश्न 14.
संयुक्त राज्य अमरीका ने फ्रांस से लुइसियाना को कब खरीदा था ?
उत्तर:
1803 ई० में।
प्रश्न 15.
संयुक्त राज्य अमरीका ने 1867 ई० में अलास्का को किस से खरीदा था ?
उत्तर:
रूस से।
प्रश्न 16.
अमरीकी फ्रंटियर का अंत कब हुआ ?
उत्तर:
1892 ई० में।
प्रश्न 17.
अमरीका में खेती के लिए कंटीले तारों का प्रयोग कब शुरू हुआ ?
उत्तर:
1873 ई० में।
प्रश्न 18.
अमरीका में दास प्रथा के अंत के लिए किसने उल्लेखनीय भूमिका निभाई ?
उत्तर:
अब्राहम लिंकन ने।
प्रश्न 19.
चिरोकी कहाँ के निवासी थे ?
उत्तर:
जॉर्जिया के।
प्रश्न 20.
चिरोकियों का उन्मूलन का सफर किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर:
आँसुओं की राह।
प्रश्न 21.
कनाडा में किन्होंने 1869 ई० से 1885 ई० के दौरान विद्रोह का झंडा बुलंद किया ?
उत्तर:
मेटिसों ने।
प्रश्न 22.
गोल्ड रश कब आरंभ हुआ ?
उत्तर:
1849 ई० में।
प्रश्न 23.
कनाडा में रेलवे का निर्माण कब पूरा हुआ ?
उत्तर:
1885 ई० में।
प्रश्न 24.
1928 ई० में किसकी अध्यक्षता में मूल निवासियों की समस्याओं को जानने के लिए एक सर्वेक्षण प्रकाशित हुआ ?
उत्तर:
लेवाइस मेरिअम।
प्रश्न 25.
इंडियन रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट कब पारित हुआ था ?
उत्तर:
1934 ई० में।
प्रश्न 26.
अमरीकी मूल निवासियों के अधिकारों को सरकार द्वारा कब स्वीकृति दी गई ?
उत्तर:
1982 ई० में।
प्रश्न 27.
ऑस्ट्रेलिया में आदिमानव कब पहुँचा ?
उत्तर:
40,000 वर्ष पहले।
प्रश्न 28.
ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों को क्या कहा जाता था ?
उत्तर:
ऐबॉरिजिनीज।
प्रश्न 29.
कौन-सा डच यात्री 1606 ई० में सर्वप्रथम ऑस्ट्रेलिया पहुँचा ?
उत्तर:
विलेम जांस।
प्रश्न 30.
किस वर्ष डच यात्री ए० जे० तास्मान ऑस्ट्रेलिया पहुँचा ?
उत्तर:
1642 ई० में।
प्रश्न 31.
जेम्स कुक बॉटनी बे कब पहुँचा था ?
उत्तर:
1770 ई० में।
प्रश्न 32.
जेम्स कुक ने बॉटनी बे का नाम क्या रखा ?
उत्तर:
न्यू साउथ वेल्स।
प्रश्न 33.
ब्रिटेन ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी प्रथम बस्ती कहाँ स्थापित की ?
उत्तर:
सिडनी में।
प्रश्न 34.
किस घटना के चलते यूरोपवासियों एवं ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों के संबंधों में बिगाड़ आ गया ?
उत्तर:
जेम्स कुक की हत्या के कारण।
प्रश्न 35.
ऑस्ट्रेलिया में बड़ी संख्या में किन भेड़ों को पाला जाता था ?
उत्तर:
मैरिनो भेड़।
प्रश्न 36.
किस वर्ष तक गैर-गोरों को ऑस्ट्रेलिया से बाहर रखने की नीति अपनाई गई ?
उत्तर:
1974 ई० तक।
प्रश्न 37.
1911 ई० में किसे ऑस्ट्रेलिया की राजधानी घोषित किया गया ?
उत्तर:
कैनबरा।
प्रश्न 38.
दि ग्रेट ऑस्ट्रेलियन साइलेंस का लेखक कौन था ?
उत्तर:
डब्ल्यू० ई० एच० स्टैनर।
प्रश्न 39.
हेनरी रेनॉल्डस की प्रसिद्ध रचना का नाम क्या था ?
उत्तर:
व्हाई वरंट वी टोल्ड।
प्रश्न 40.
ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने बहु-संस्कृतिवाद की नीति को कब अपनाया ?
उत्तर:
1974 ई० में।
प्रश्न 41.
ऑस्ट्रेलिया ने टेरा न्यूलिअस नीति के अंत की घोषणा कब की ?
उत्तर:
1992 ई० में।
रिक्त स्थान भरिए
1. उत्तरी अमेरिका के सबसे प्रथम निवासी . …………….. वर्ष पूर्व एशिया से आए थे।
उत्तर:
30,000
2. उत्तरी अमेरिका के सबसे प्रथम निवासी ………………. के मार्ग से आए।
उत्तर:
बेरिंग स्ट्रेट्स
3. उत्तरी अमेरिका के मूल निवासी जिन जंगली भैंसों का शिकार करते थे उन्हें ………………. कहते थे।
उत्तर:
बाइसन
4. अंग्रेजों ने प्लाइमाउथ की खोज ……………….. में की।
उत्तर:
1620 ई०
5. अमेरिका द्वारा कंटीली तारों की खोज ………………. में की गई।
उत्तर:
1873
6. संयुक्त राज अमेरिका में ……………….. ई० में दास प्रथा का अंत किया गया।
उत्तर:
1865
7. संयुक्त राज अमेरिका में दास प्रथा का अंत ………………. के प्रयत्नों के परिणामस्वरूप हुआ।
उत्तर:
अब्राहम लिंकन
8. 1849 ई० में संयुक्त राज्य अमेरिका के ……………….. राज्य में सोने के कुछ चिह्न प्राप्त हुए थे।
उत्तर:
कैलीफोर्निया
9. आस्ट्रेलिया की खोज ………………. ने की थी।
उत्तर:
विलेम जांस
10. आस्ट्रेलिया की खोज ………………. ई० में की गई थी।
उत्तर:
1606
11. 1788 ई० में ब्रिटेन में स्थापित हुई प्रथम बस्ती का नाम ……………….. था।
उत्तर:
सिडनी
12. ऑस्ट्रेलिया में ……………….. नामक भेड़ों को अत्यधिक पाला जाता था।
उत्तर:
मैरिनो
13. 1911 ई० में ऑस्ट्रेलिया की राजधानी ……………….. को बनाया गया।
उत्तर:
कैनबरा
14. कैनबरा को ऑस्ट्रेलिया की राजधानी ……………….. ई० में बनाया गया।
उत्तर:
1911
15. ……………….. में ऑस्ट्रेलिया द्वारा टेरा न्यूलिअस नीति का त्याग कर दिया गया।
उत्तर:
1992 ई०
16. ‘दि ग्रेट आस्ट्रेलियन साइलेंस’ नामक प्रसिद्ध पुस्तक की रचना ……………. द्वारा की गई थी।
उत्तर:
डब्ल्यू. ई० एच० स्टैनर
17. ‘व्हाई वरंट वी टोल्ड’ नामक प्रसिद्ध पुस्तक की रचना ………….. द्वारा की गई थी।
उत्तर:
हेनरी रेनॉल्डस
18. आस्ट्रेलिया में ‘राष्ट्रीय क्षमा याचना दिवस’ मनाने की घोषणा ……… . में की गई।
उत्तर:
1999 ई०
बहु-विकल्पीय प्रश्न
1. उत्तरी अमरीका के पश्चिम क्षेत्र में कौन-सा मरुस्थल स्थित है ?
(क) मिसीसिपी
(ख) अरिज़ोना
(ग) ओहियो
(घ) अप्पालाचियाँ।
उत्तर:
(ख) अरिज़ोना
2. कनाडा के कितने प्रतिशत क्षेत्र में वन हैं ?
(क) 20%
(ख) 30%
(ग) 40%
(घ) 50%.
उत्तर:
(ग) 40%
3. निम्नलिखित में से कौन-सी फ़सल उत्तरी अमरीका की प्रमुख फ़सल नहीं है ?
(क) कपास
(ख) मकई
(ग) गेहूँ
(घ) फल।
उत्तर:
(क) कपास
4. उत्तरी अमरीका में जलवायु में स्थिरता कब आई ?
(क) एक हजार वर्ष पूर्व
(ख) दो हज़ार वर्ष पूर्व
(ग) तीन हजार वर्ष पूर्व ।
(घ) पाँच हजार वर्ष पूर्व।
उत्तर:
(घ) पाँच हजार वर्ष पूर्व।
5. उत्तरी अमरीका के लोग किसके माँस का अधिक प्रयोग करते थे ?
(क) बाइसन
(ख) लामा
(ग) अल्पाका
(घ) भेड़।
उत्तर:
(क) बाइसन
6. उत्तरी अमरीका के कबीले आपसी समझौता होने पर किस वस्तु का आदान-प्रदान करते थे ?
(क) वेमपुम बेल्ट का
(ख) चमड़े की बेल्ट का
(ग) फलों का
(घ) फूलों का।
उत्तर:
(क) वेमपुम बेल्ट का
7. एंड्रिउ जैक्सन किस देश के राष्ट्रपति थे
(क) चीन
(ख) जापान
(ग) फ्राँस
(घ) अमेरिका।
उत्तर:
(घ) अमेरिका।
8. अमरीका स्वतंत्र देश कब बना ?
(क) 1776 ई० में
(ख) 1779 ई० में
(ग) 1786 ई० में
(घ) 1789 ई० में।
उत्तर:
(क) 1776 ई० में
9. रूसो किस देश का निवासी था ?
(क) अमरीका
(ख) इंग्लैंड
(ग) फ्राँस
(घ) चीन।
उत्तर:
(ग) फ्राँस
10. अमरीकी फ्रंटीयर का अंत किस वर्ष हुआ ?
(क) 1803 ई० में
(ख) 1852 ई० में
(ग) 1892 ई० में
(घ) 1902 ई० में।
उत्तर:
(ग) 1892 ई० में
11. किस शताब्दी में यूरोपीय लोग संयुक्त राज्य अमरीका में आकर बसने लगे थे ?
(क) 15वीं शताब्दी में
(ख) 17वीं शताब्दी में
(ग) 18वीं शताब्दी में
(घ) 19वीं शताब्दी में।
उत्तर:
(घ) 19वीं शताब्दी में।
12. संयुक्त राज्य अमरीका में दास प्रथा का अंत कब हुआ ?
(क) 1861 ई० में
(ख) 1865 ई० में
(ग) 1867 ई० में
(घ) 1875 ई० में।
उत्तर:
(ख) 1865 ई० में
13. संयुक्त राज्य अमरीका से मूल निवासियों की बेदखली के लिए यूरोपवासियों ने कौन-सा ढंग अपनाया ?
(क) उन्हें हटने के लिए प्रेरित किया गया
(ख) उन्हें हटने के लिए धमकाया गया
(ग) उन्होंने मूल निवासियों के साथ धोखा किया
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपरोक्त सभी।
14. चिरोकी कहाँ के निवासी थे ?
(क) कुज़को के
(ख) जॉर्जिया के
(ग) अलास्का के
(घ) लुइसियाना के।
उत्तर:
(ख) जॉर्जिया के
15. किनके सफर की तुलना ‘आँसुओं की राह’ से की गई ?
(क) मार्को पोलो की
(ख) चिरोकियों की
(ग) मेटिसों की
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(ख) चिरोकियों की
16. कनाडा कब स्वयत राज्यों का एक संघ बना ?
(क) 1837 ई० में
(ख) 1847 ई० में
(ग) 1857 ई० में
(घ) 1867 ई० में।
उत्तर:
(घ) 1867 ई० में।
17. ‘कनाडा-इंडियस एक्ट’ कब. पास हुआ था ?
(क) 1717 ई० में
(ख) 1749 ई० में
(ग) 1856 ई० में
(घ) 1876 ई० में।
उत्तर:
(घ) 1876 ई० में।
18. ये शब्द किसने कहे, “पुराने राष्ट्र घोंघे की चाल से सरकते हैं नया गणराज्य किसी एक्सप्रैस की गति से दौड़ रहा है।”
(क) जॉन मार्शल ने
(ख) एंड्रिउ जैकसन ने
(ग) एंड्रिउ कार्नेगी ने
(घ) थॉमस जैफ़सन ने।
उत्तर:
(ग) एंड्रिउ कार्नेगी ने
19. इंडियन रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट कब पास हुआ ?
(क) 1930 ई० में
(ख) 1934 ई० में
(ग) 1936 ई० में
(घ) 1940 ई० में।
उत्तर:
(ख) 1934 ई० में
20. 1934 ई० के इंडियन रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट के अधीन उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों को कौन-सा अधिकार दिया गया ?
(क) वोट डालने का
(ख) संपत्ति खरीदने के
(ग) राष्ट्रपति पद के चुनाव का
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
(ख) संपत्ति खरीदने के
21. डिक्लेरेशन ऑफ़ इंडियन राइट्स एक्ट कब पारित किया गया ?
(क) 1924 ई० में
(ख) 1934 ई० में
(ग) 1954 ई० में
(घ) 1982 ई० में।
उत्तर:
(ग) 1954 ई० में
22. ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी जिस प्रदेश में रहते थे, वह कहलाता था
(क) टॉरस स्ट्रेट टापूवासी
(ख) बेरिंग स्ट्रेट्स टापूवासी
(ग) क्यूबेक टापूवासी
(घ) वर्जीनिया टापूवासी।
उत्तर:
(क) टॉरस स्ट्रेट टापूवासी
23. ऑस्ट्रेलिया की खोज किसने की ?
(क) कोलंबस ने
(ख) ए० जे० तास्मान ने
(ग) विलेम जांस ने
(घ) फ्रांसीसिको पिज़ारो ने।
उत्तर:
(ग) विलेम जांस ने
24. जेम्स कुक किस देश का प्रसिद्ध नाविक था ?
(क) ऑस्ट्रेलिया का
(ख) इंग्लैंड का
(ग) पुर्तगाल का
(घ) डच का।
उत्तर:
(ख) इंग्लैंड का
25. आयरलैंड किस देश का उपनिवेश था ?
(क) अमेरिका
(ख) फ्राँस
(ग) इंग्लैंड
(घ) जर्मनी।
उत्तर:
(ग) इंग्लैंड
26. इंग्लैंड ने अपनी प्रथम बस्ती ऑस्ट्रेलिया में कहाँ स्थापित की थी ?
(क) बॉटनी बे में
(ख) न्यू साउथ वेल्स में
(ग) सिडनी में
(घ) तस्मानिया में।
उत्तर:
(ग) सिडनी में
27. ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कहाँ है ?
(क) सिडनी
(ख) कैनबरा
(ग) मेलबोर्न
(घ) डरबन।
उत्तर:
(ख) कैनबरा
28. ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा कब बनाई गई ?
(क) 1880 में
(ख) 1899 में
(ग) 1903 में
(घ) 1911 ई० में।
उत्तर:
(घ) 1911 ई० में।
29. डब्ल्यू० ई० एच० स्टैनर की प्रसिद्ध पुस्तक का नाम क्या था ?
(क) व्हाई वरंट वी टोल्ड
(ख) दि ग्रेट ऑस्ट्रेलियन साइलेंस
(ग) ऑन प्लेजर
(घ) दि रिवल्यूशनिबस।
उत्तर:
(ख) दि ग्रेट ऑस्ट्रेलियन साइलेंस
30. ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने बहु-संस्कृतिवाद की नीति को कब अपनाया ?
(क) 1968 ई० में
(ख) 1970 ई० में
(ग) 1972 ई० में
(घ) 1974 ई० में।
उत्तर:
(घ) 1974 ई० में।
31. ज्यूडिथ राइट कौन थी ?
(क) ऑस्ट्रेलिया की लेखिका
(ख) फ्रांस की लेखिका
(ग) पुर्तगाल की विद्वान्
(घ) ब्रिटेन की कलाकार।
उत्तर:
(क) ऑस्ट्रेलिया की लेखिका
32. इंग्लैंड ने अपनी प्रथम बस्ती ऑस्ट्रेलिया में कहाँ स्थापित की थी ?
(क) बॉटनी बे में
(ख) न्यू साउथ वेल्स में
(ग) सिडनी में
(घ) तस्मानिया में।
उत्तर:
(ग) सिडनी में
33. ‘हमें बताया क्यों नहीं गया’ का लेखक कौन है ?
(क) कैप्टन कुक
(ख) हेनरी रेनॉल्डस
(ग) एडम स्मिथ
(घ) टेकुमेस।
उत्तर:
(ख) हेनरी रेनॉल्डस
34. ऑस्ट्रेलिया में टेरा न्यूलिअस नीति का अंत कब किया गया ?
(क) 1972 ई० में
(ख) 1982 ई० में
(ग) 1992 ई० में
(घ) 1999 ई० में ।
उत्तर:
(ग) 1992 ई० में
35. ऑस्ट्रेलिया में राष्ट्रीय क्षमायाचना दिवस कब मनाया जाता है ?
(क) 5 मार्च को
(ख) 26 मई को
(ग) 20 अगस्त को
(घ) 19 नवंबर को।
उत्तर:
(ख) 26 मई को
मूल निवासियों का विस्थापन HBSE 11th Class History Notes
→ 17वीं एवं 18वीं शताब्दियों में हालैंड, इंग्लैंड एवं फ्राँस ने उत्तरी अमरीका एवं ऑस्ट्रेलिया में अपने उपनिवेश स्थापित किए। जिस समय ये यूरोपीय वहाँ पहुँचे तो वहाँ के मूल निवासी बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने बहुत गर्मजोशी से इन यूरोपियों का स्वागत किया। ये मूल निवासी बहुत सादा जीवन व्यतीत करते थे।
→ वे ज़मीन पर अपनी मलकियत का दावा नहीं करते थे। वे उतनी ही फ़सलों का उत्पादन करते जितनी उनके जीवन निर्वाह के लिए आवश्यक होती थीं। वे प्रमुखतः मछली एवं माँस खाते थे। वे वस्तुओं के किए गए आदान-प्रदान को दोस्ती में दिए गए उपहार समझते थे। दूसरी ओर यूरोपीय व्यापार के उद्देश्य से एवं सोना प्राप्त करने के उद्देश्य से वहाँ पहुँचे थे।
→ आरंभ में उन्होंने मूल निवासियों के आगे दोस्ती का हाथ बढ़ाया। मूल निवासी उनके वास्तविक उद्देश्य को भांपने में विफल रहे। धीरे-धीरे जब यूरोपियों की शक्ति में वृद्धि हो गई तो उनका वास्तविक चेहरा मूल निवासियों के सामने आया। इन यूरोपियों ने मूल निवासियों पर अनेक जुल्म किए।
→ उन्हें सभी प्रकार के अधिकारों से वंचित कर दिया गया। यहाँ तक कि उन्हें अपनी ज़मीनें छोडने के लिए भी बाध्य किया गया। इस प्रकार मल निवासी दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हुए। मूल निवासियों ने अपने अधिकारों को पाने के लिए अनेक बार विद्रोह किए किंतु उनका दमन कर दिया गया।
→ 20वीं शताब्दी में यूरोपवासियों में मूल निवासियों के प्रति एक नई चेतना उत्पन्न हुई। अतः उत्तरी अमरीका एवं ऑस्ट्रेलिया की सरकारों ने मूल निवासियों की संस्कृति एवं अधिकारों को मान्यता प्रदान की। निस्संदेह यह मूल निवासियों की एक महान् विजय थी।
→ किंतु यह दुःख की बात है कि इस समय तक मूल निवासियों की जनसंख्या बहुत कम रह गई है। वे शहरों में बहुत कम नज़र आते हैं। यहाँ तक कि ये लोग यह भी भूल चुके हैं कि कभी इन देशों के अधिकाँश हिस्से उनके अधीन थे।