HBSE 12th Class Sociology Solutions Chapter 6 भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन

Haryana State Board HBSE 12th Class Sociology Solutions Chapter 6 भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Sociology Solutions Chapter 6 भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन

HBSE 12th Class Sociology भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन Textbook Questions and Answers

पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न

प्रश्न 1.
अपनी रुचि का कोई भी विषय चुनें और यह चर्चा करें कि भूमंडलीकरण ने उसे किस प्रकार प्रभावित किया है। आप सिनेमा, कार्य, विवाह अथवा कोई भी अन्य विषय चुन सकते हैं।
उत्तर:
इस प्रश्न को विदयार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

प्रश्न 2.
एक भूमंडलीकृत अर्थव्यवस्था के विशिष्ट लक्षण क्या हैं? चर्चा करें।
उत्तर:
भूमंडलीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक देश की अर्थव्यवस्था का संबंध अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं से जोड़ा जाता है। अन्य शब्दों में एक देश के अन्य देशों के साथ वस्त, सेवा, पंजी तथा श्रम से अप्रतिबंधित आदान प्रदान को भूमंडलीकरण कहते हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे के संपर्क में आती हैं। व्यापार का देशों के बीच मुक्त आदान-प्रदान होता है। इस तरह विश्व अर्थव्यवस्थाओं के एकीकरण की प्रक्रिया को वैश्वीकरण कहा जाता है। भूमंडलीकरण के द्वारा सारी दुनिया एक विश्व ग्राम बन गई है।

भूमंडलीकृत अर्थव्यवस्था के विशिष्ट लक्षण-
(i) भूमंडलीकृत अर्थव्यवस्था मुक्त बाज़ार के सिद्धांत पर आधारित है। मुक्त बाज़ार से प्रतिस्पर्धा उत्पन्न होती है तथा कार्य दक्षता बढ़ती है। यह चीज़ नियंत्रित बाजारों में नहीं होती। अधिक कार्यदक्षता से सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ती है।

(ii) भूमंडलीकृत अर्थव्यवस्था में किसी देश की आंतरिक अर्थव्यवस्था में अधिक विदेशी निवेश होता है। अधिक विदेशी निवेश से कमजोर अर्थव्यवस्थाओं को मज़बूती प्राप्त होती है।

(iii) विदेशी पूंजी और वस्तुओं के अनियंत्रित प्रवाह के लिए मुक्त द्वारा नीति का प्रयोग किया जाता है तथा यह समझा जाता है कि इससे तीसरी दनिया की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

(iv) यह समझा जाता है कि भूमंडलीकरण से बेरोज़गारी जैसी गंभीर समस्या का समाधान हो जाएगा। भूमंडलीकरण से रोज़गार के अवसर बढ़ते हैं तथा रोज़गार बढ़ने से आर्थिक विकास बढ़ता है।

(v) भूमंडलीकरण से अर्थव्यवस्थाओं का एकीकरण होता है जिससे सामाजिक न्याय की समस्या भी सुलझ जाती है। यह भी कहा जाता है कि अर्थव्यवस्था के उदारीकरण से वंचित समूहों को भी कई प्रकार की सुविधाएं प्राप्त होती हैं।

(vi) भूमंडलीकृत अर्थव्यवस्था से अलग-अलग देशों के बीच आदान-प्रदान बढ़ता है जिससे विश्व शांति बढ़ती है।

HBSE 12th Class Sociology Solutions Chapter 6 भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन

प्रश्न 3.
संस्कृति पर भूमंडलीकरण के प्रभाव की संक्षेप में चर्चा करें।
उत्तर:
संस्कृति कई प्रकार से मूंडलीकरण से प्रभावित होती है। सदियों से भारत ने सांस्कृतिक प्रभावों के प्रति खुला दृष्टिकोण अपनाया हुआ है तथा इसके कारण ही भारत सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध होता रहा है। पिछले दशक में बहुत से छोटे-बड़े सांस्कृतिक परिवर्तन हुए हैं जिनसे लोगों में यह भय उत्पन्न हो गया है कि कहीं हमारी अपनी स्थानीय संस्कृतियां पीछे ही न रह जाएं। हमारी सांस्कृतिक परंपरा जीवनभर कुएं के भीतर रहने वाले उस मेंढ़क की स्थिति से सावधान रहने की शिक्षा देती रही है जो कुएं से बाहर के संसार के बारे में कुछ नहीं जानता तथा हरेक बाहरी वस्तु के प्रति शंकालु बना रहता है।

वह किसी से बात नहीं करता तथा न ही किसी से किसी विषय पर बातचीत करता है। वह तो केवल बाहरी संसार पर शक करना जानता है। सौभाग्य से हम आज भी अपनी परंपरागत खुली अभिवृत्ति अपनाए हुए हैं। इसलिए हमारे समाज में राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर बहस नहीं होती बल्कि कपड़ों, शैलियों, संगीत, भाषा, फिल्म, हाव-भाव इत्यादि से ऊपर बहस होती है।

19वीं सदी के समाज सुधारक तथा शुरुआती राष्ट्रवादी नेता भी संस्कृति तथा परंपरा पर बातचीत किया करते थे। चाहे मुद्दे आज भी कुछेक तो वैसे ही तथा कुछेक भिन्न हैं परंतु अंतर शायद यही है कि अब परिवर्तन की व्यापकता और गहनता अलग है।

प्रश्न 4.
भूस्थानीकरण क्या है? क्या यह बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा अपनाई गई बाज़ार संबंधी रणनीति है अथवा वास्तव में कोई सांस्कृतिक संश्लेषण हो रहा है, चर्चा करें।
उत्तर:
मुख्य रूप से यह कहा जाता है कि सभी संस्कृतियां एक समान अर्थात् सजातीय हो जाएंगी। कुछ और लोगों का कहना है कि संस्कृति के भूस्थानीकरण की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। भूस्थानीकरण का अर्थ है भूमंडलीय के साथ स्थानीय का मिश्रण। यह पूरी तरह अपने आप परवर्तित नहीं होता तथा न ही भूमंडलीकरण के वाणिज्यिक हितों से इसका संबंध पूर्णतया विच्छेद नहीं किया जा सकता।

यह एक ऐसी रणनीति है जो आमतौर पर विदेशी कंपनियां अपना बाज़ार बढ़ाने के लिए स्थानीय परंपराओं के साथ व्यवहार में लाई जाती है। टी०वी० चैनल जैसे कि स्टार, एम०टी०वी०, चैनल वी, कार्टून नेटवर्क इत्यादि सभी विदेशी टी०वी० चैनल हैं परंतु भारत में यह भारतीय भाषाओं का प्रयोग करते हैं।

यहां तक कि मैक्डॉनाल्डस भी भारत में अपने निरामिष और चिकन के उत्पाद ही बेचता है, गोमांस के उत्पाद नहीं जो विदेशों में बहुत लोकप्रिय है। नवरात्रि पर्व के समय तो मैक्डॉनाल्डस भी चिकन बेचना छोड़कर विशुद्ध निरामिष हो जाता है। संगीत के क्षेत्र में भांगड़ा पॉप, इंडिपॉप, फ्युजन म्यूज़िक तथा रीमिक्स गीतों की लोकप्रियता बढ़ रही है। इसे भी भूस्थानीकरण का ही एक रूप कहा जा सकता है।

भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन HBSE 12th Class Sociology Notes

→ यह अध्याय हमें भूमंडलीकरण तथा उसके अलग-अलग आयामों के बारे में बताता है। इस अध्याय से हमें यह भी पता चलता है कि भूमंडलीकरण के कारण अलग-अलग क्षेत्रों में कौन-कौन से परिवर्तन आए हैं।

→ भूमंडलीकरण की प्रक्रिया इतनी व्यापक है कि अलग-अलग विषयों को भूमंडलीकरण के कारणों तथा परिणामों को समझने के लिए, एक-दूसरे से अधिकाधिक जानकारी लेनी पड़ती है।

→ भूमंडलीकरण के प्रभावों के बारे में लोगों के विचार एकमत नहीं हैं। कई लोग कहते हैं कि विश्व को बेहतर बनाने के लिए भूमंडलीकरण आवश्यक है। कुछ लोग कहते हैं कि अमीर लोगों को तो इससे लाभ होगा परंतु निर्धन लोगों की स्थिति बद से बदत्तर हो जाएगी।

→ भूमंडलीकरण की प्रक्रिया हमारे देश के लिए नयी नहीं है। प्राचीन समय में रेशम मार्ग की सहायता से हमारे देश का अलग-अलग देशों के साथ व्यापार होता था तथा उस समय संसार के अलग-अलग देशों के लोग यहां पर व्यापारी, प्रवासी तथा विजेता के रूप में यहां पर आए।

→ भूमंडीलकरण का अर्थ संपूर्ण संसार में सामाजिक तथा आर्थिक संबंधों के विस्तार के कारण संसार में विभिन्न लोगों, क्षेत्रों एवं देशों के बीच अंतःनिर्भरता की वृद्धि से है। यह प्रक्रिया सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों के विकास से ही सबसे आगे बढ़ी है।

→ भूमंडलीकरण के कारण उदारीकरण की प्रक्रिया को बल मिला है। अर्थव्यवस्था के उदारीकरण का अर्थ है भारतीय व्यापार को नियमित करने वाले नियमों और वित्तीय नियमनों को हटा देना। इन्हें आर्थिक सुधार भी कहा जाता है। भूमंडलीकरण को प्रेरित व संचालित करने में परराष्ट्रीय निगम महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह निगम एक-से-अधिक देशों में माल का उत्पादन करते हैं तथा एक-से-अधिक देशों में माल बेचते हैं। इसके साथ ही भूमंडलीकरण में बढ़ोत्तरी इलेक्ट्रॉनिक अर्थव्यवस्था के कारण बढ़ा है।

→ इन सब के साथ-साथ भूमंडलीकरण संचार व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं। अब बाहरी दुनिया से संबंध बनाए रखने के अनेकों साधन मौजूद हैं जैसे कि टेलीफोन, मोबाइल, फैक्स, केबल टी०वी०, ई-मेल, इंटरनेट इत्यादि।

HBSE 12th Class Sociology Solutions Chapter 6 भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन

→ भूमंडलीकरण के कारण नया श्रम विभाजन सामने आया है जिसमें तीसरी दुनिया के शहरों में अधिकाधिक नियमित निर्माण उत्पादन और रोज़गार किया जाता है। अलग-अलग देशों में अलग-अलग पुों का उत्पादन करके एक देश में मुख्य वस्तु को निर्मित किया जाता है।

→ आजकल के समय में संस्कृति का भूस्थानीकरण बढ़ रहा है। भूस्थानीकरण का अर्थ है भूमंडलीय के साथ स्थानीय का मिश्रण। यह पूर्णतः स्वतः परिवर्तित नहीं होता तथा न ही भूमंडलीकरण के वाणिज्यिक हितों से इसका पूरी तरह संबंध-विच्छेद किया जा सकता है।

→ चाहे भूमंडलीकरण के कारण विश्व अर्थव्यवस्था विकसित हो रही है तथा देशी बाजारों में विदेशी सामान उपलब्ध हो रहे हैं परंतु इसका अनेकों स्वदेशी शिल्पों, साहित्यिक परंपराओं और ज्ञान व्यवस्थाओं को खतरा उत्पन्न हो रहा है। यह सभी नष्ट होने की कगार पर जा खड़े हैं।

→ उदारीकरण-देशी बाजार को विश्व के बाजारों के लिए खोले जाने की प्रक्रिया को उदारीकरण कहा जाता है।

→ आर्थिक सुधार-वह सुधार जो अर्थव्यवस्था में किए गए तथा जिससे नियंत्रित अर्थव्यवस्था में लचकीलापन लाया गया।

→ परराष्ट्रीय निगम-वह निगम या कंपनियां जो एक-से-अधिक राष्ट्रों में अपने माल का उत्पादन करती हैं तथा एक-से-अधिक देशों में चीज़ों को बेचती हैं।

→ भार रहित अर्थव्यवस्था-वह अर्थव्यवस्था जिसके उत्पाद सूचना पर आधारित होते हैं जैसे कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर, मीडिया तथा इंटरनेट सेवाएं।

→ ज्ञानात्मक अर्थव्यवस्था-वह अर्थव्यवस्था जिसमें अधिकांश कार्य-बल वस्तुओं के वास्तविक भौतिक उत्पादन अथवा वितरण में संलग्न नहीं होता बल्कि उनके डिज़ाइन, विकास, प्रौद्योगिकी, विपणन, बिक्री और सर्विस इत्यादि में लगा रहता है।

→ निर्यातोन्मुखी आर्थिकी-अर्थव्यवस्था का वह प्रकार जिसमें अधिकतर उत्पादन निर्यात, व्यापार तथा सेवाओं के लिए किया जाता है तथा जिसे अधिक विदेशी मुद्रा अर्जित करने के लिए अपनाया जाता है।

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