Author name: Prasanna

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.3

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.3 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Exercise 2.3

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से किससे शून्य निरूपित नहीं होगा?
(a) 1 + 0
(b) 0 × 0
(c) \(\frac {0}{2}\)
(d) \(\frac{10-10}{2}\)
हल :
1 + 0 = 1 ≠ 0
जब शून्य (0) को किसी संख्या में जोड़ते हैं, तो वही संख्या प्राप्त होती है।
∴ सही विकल्प (a) है। उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.3

प्रश्न 2.
यदि दो पूर्ण संख्याओं का गुणनफल शून्य है, तो क्या हम कह सकते हैं कि इनमें से एक या दोनों ही शून्य होने चाहिए? उदाहरण देकर अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।
हल:
हाँ, दो पूर्ण संख्याओं का गुणनफल सदैव शून्य होगा, यदि इनमें से एक पूर्ण संख्या या दोनों संख्या 0 हो।
उदाहरण :
0 × 0 = 0
1 × 0 = 0
2 × 0 = 0
3 × 0 = 0
…………….
…………….
…………….

प्रश्न 3.
यदि दो पूर्ण संख्याओं का गुणनफल 1 है, तो क्या हम कह सकते हैं कि इनमें से एक या दोनों ही 1 के बराबर होनी चाहिए ? उदाहरण देकर अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।
हल :
यदि दो पूर्ण संख्याओं का गुणनफल 1 है, तो इनमें दोनों ही पूर्ण संख्याएँ 1 के बराबर होनी चाहिए।
उदाहरण : 1 × 1 = 1
या a × 1 = 1 = 1 × a,
जहाँ a = 1.

प्रश्न 4.
वितरण विधि से ज्ञात कीजिए :
(a) 728 × 101
(b) 5437 × 1001
(c) 824 × 25
(d) 4275 × 125
(e) 504 × 35
हल :
(a) 728 × 101
= 728 × (100 + 1)
= 728 × 100 + 728 × 1
= 72800 + 728 = 73528. उत्तर

(b) 5437 × 1001
= 5437 × (1000 + 1)
= 5437 × 1000 + 5437 × 1
= 5437000 + 5437
= 5442437. उत्तर

(c) 824 × 25 = 824 × \(\frac{25 \times 4}{4}\)
= \(\frac{25 \times 4}{4}\) × (25 × 4)
= 206 × (4 × 25)
= 206 × 100
= 20600. उत्तर

(d) 4275 × 125 = 4275 × \(\frac{125 \times 8}{8}\)
= \(\frac {4275}{8}\) × (125 × 8)
= \(\frac{4275 \times 1000}{8}=\frac{4275000}{8}\)
= 534375. उत्तर

(e) 504 × 35 = (252 × 2) × 35
= 252 × (2 × 35)
= 252 × 70
= 17640. उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.3

प्रश्न 5.
निम्नलिखित प्रतिरूप का अध्ययन कीजिए :
1 × 8 + 1 = 9
12 × 8 + 2 = 98
123 × 8 + 3 = 987
1234 × 8 + 4 = 9876
12345 × 8 + 5 = 98765
अगले दो चरण लिखिए। क्या आप कह सकते हैं कि प्रतिरूप किस प्रकार कार्य करता है ?
हल :
अगले दो चरण हैं:
123456 × 8 + 6 = 987654
1234567 × 8 + 7 = 9876543
प्रतिरूप निम्न प्रकार कार्य करता है:
1 × 8 + 1 = 9
(11 + 1) × 8 + 2 = 12 × 8 + 2 = 98
(111 + 11 + 1) × 8 + 3 = 123 × 8 + 3 = 987
(1111 + 111 + 11 + 1) × 8 + 4 = 1234 × 8 + 4 = 9876
(11111 + 1111 + 111 + 11 + 1) × 8 + 5 = 12345 × 8 + 5 = 98765
(111111 + 11111 + 1111 + 111 + 11 + 1) × 8 + 6 = 123456 × 8 + 6 = 987654
तथा (1111111 + 1111111 + 11111 + 1111 + 111 + 11 + 1) × 8 + 7 = 1234567 × 8 + 7 = 9876543.

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HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम Important Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

A. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए

1. आंतरिक प्रवास की कितनी धाराएँ हैं?
(A) 3
(B) 4
(C) 5
(D) 6
उत्तर:
(B) 4

2. गाँव से पहले छोटे नगर और वहाँ से बाद में बड़े नगर की ओर प्रवास क्या कहलाता है?
(A) आप्रवास
(B) उत्प्रवास
(C) सोपानी प्रवास
(D) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास
उत्तर:
(C) सोपानी प्रवास

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

3. राज्य के एक भाग से उसी राज्य के दूसरे भाग में प्रवास कहलाता है-
(A) अंतःराज्यीय प्रवास
(B) अंतर्राज्यीय प्रवास
(C) सोपानी प्रवास
(D) बाह्य प्रवास
उत्तर:
(A) अंतःराज्यीय प्रवास

4. एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवास कहलाता है-
(A) अंतःराज्यीय प्रवास
(B) अंतर्राज्यीय प्रवास
(C) सोपानी प्रवास
(D) बाह्य प्रवास
उत्तर:
(B) अंतर्राज्यीय प्रवास

5. निम्नलिखित में से कौन-सा एक विरल जनसंख्या वाला क्षेत्र नहीं है?
(A) अटाकामा
(B) भूमध्यरेखीय प्रदेश
(C) दक्षिण-पूर्वी एशिया
(D) ध्रुवीय प्रदेश
उत्तर:
(D) ध्रुवीय प्रदेश

6. निम्नलिखित में से किस राज्य में विवाह स्त्रियों के प्रवास का मुख्य कारण नहीं है?
(A) हरियाणा
(B) पंजाब
(C) बिहार
(D) मेघालय
उत्तर:
(D) मेघालय

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

7. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत में स्त्रियों के प्रवास का मुख्य कारण है?
(A) व्यवसाय
(B) विवाह
(C) शिक्षा
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) विवाह

8. निम्नलिखित में से कौन-सा कारक प्रतिकर्ष कारक नहीं है?
(A) गरीबी
(B) अमीरी
(C) जनसंख्या दबाव
(D) आपदा
उत्तर:
(C) जनसंख्या दबाव

9. कौन-सा/से राज्य अपने अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों से महत्त्वपूर्ण राशि प्राप्त करता करते है/हैं?
(A) पंजाब
(B) केरल
(C) तमिलनाडु
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

10. प्रवास होता है
(A) गाँव से गाँव की ओर
(B) गाँव से नगर की ओर
(C) नगर से नगर की ओर
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

11. स्थानिक स्तर पर होने वाले प्रवास …………… कहलाते हैं।
(A) स्थानिक प्रवास
(B) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास
(C) अंतःराज्यीय प्रवास
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) स्थानिक प्रवास

12. यदि प्रवास राज्य की सीमा के बाहर हो तो उसे …………… प्रवास कहते हैं।
(A) अंतःराज्यीय
(B) अंतर्राष्ट्रीय
(C) अंत राज्यीय
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(C) अंत राज्यीय

13. स्त्रियों के प्रवास की संख्या किस धारा में अधिक है?
(A) ग्रामीण से नगरीय
(B) ग्रामीण से ग्रामीण
(C) नगरीय से नगरीय
(D) नगरीय से ग्रामीण
उत्तर:
(B) ग्रामीण से ग्रामीण

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

14. परिणामों को किन संदर्भो में देखा जा सकता है?
(A) आर्थिक व सामाजिक
(B) सामाजिक व राजनीतिक
(C) सांस्कृतिक व जनांकिकीय
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

15. निम्नलिखित में से कौन प्रवास को प्रभावित करने वाला कारण है?
(A) विवाह
(B) शिक्षा
(C) रोजगार
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

16. प्रवास का पर्यावरणीय परिणाम नहीं है-
(A) विभिन्न प्रकार के प्रदूषण
(B) अपशिष्ट निपटान की संख्या
(C) काम व रोजगार
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(C) काम व रोजगार

17. देश के बाहर और अन्य देशों से देश के अंदर प्रवास क्या कहलाता है?
(A) उत्प्रवास
(B) आंतरिक प्रवास
(C) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(C) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास

B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए

प्रश्न 1.
किस राज्य में सर्वाधिक संख्या में आप्रवासी आते हैं?
उत्तर:
महाराष्ट्र में।

प्रश्न 2.
वह मनुष्य जो जनगणना के समय अपने जन्म-स्थान के अतिरिक्त किसी अन्य स्थान पर गिना जाए, क्या कहलाता है?
उत्तर:
प्रवासी।

प्रश्न 3.
भारत में किस राज्य में सर्वाधिक उत्प्रवासी हैं?
उत्तर:
भारत के उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक उत्प्रवासी हैं।

प्रश्न 4.
गाँव से पहले छोटे नगर और वहाँ से बाद में बड़े नगर की ओर प्रवास क्या कहलाता है?
उत्तर:
सोपानी प्रवास।

प्रश्न 5.
प्रवास के दो मुख्य कारक लिखें।
उत्तर:

  1. सामाजिक कारक
  2. आर्थिक कारक।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

प्रश्न 6.
एक देश से दूसरे देश में प्रवास क्या कहलाता है?
उत्तर:
अंतर्राष्ट्रीय प्रवास।

प्रश्न 7.
भारत में सबसे अधिक प्रवास किस देश से हुआ है?
उत्तर:
बांग्लादेश।

प्रश्न 8.
राज्य के एक भाग से उसी राज्य के दूसरे भाग में प्रवास क्या कहलाता है?
उत्तर:
अंतर्राज्यीय प्रवास।

प्रश्न 9.
ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों में पुरुष प्रवास अधिक क्यों है?
उत्तर:
काम एवं रोजगार के कारण।

प्रश्न 10.
जनगणना 2001 के अनुसार भारत में अन्य देशों से कितने व्यक्तियों का प्रवास हुआ?
उत्तर:
लगभग 50 लाख व्यक्तियों का।

प्रश्न 11.
भारत की जनगणना में प्रवास की गणना कितने आधारों पर की जाती है?
उत्तर:
दो आधारों पर।

प्रश्न 12.
विशिष्ट स्थान पर नगरीय बस्तियों का जमाव क्या कहलाता है?
उत्तर:
नगर-समूहन।

प्रश्न 13.
प्रवास को प्रभावित करने वाले कोई दो कारक बताएँ।
उत्तर:

  1. सुरक्षा
  2. रोजगार।

प्रश्न 14.
किस भूगोलवेत्ता ने सर्वप्रथम प्रवास की प्रवृत्तियों का अध्ययन किया था?
उत्तर:
रैटजेल ने।

प्रश्न 15.
गंतव्य स्थान पर सकारातमक तत्त्वों का अधिक होना किन कारकों के अंतर्गत आता है?
उत्तर:
अपकर्ष कारक या आकर्षित करने वाले कारक (Full Factor)।.

प्रश्न 16.
बड़े नगरों की ओर अधिक प्रवास क्यों होता है?
उत्तर:
रोजगार मिलने की संभावना अधिक होने के कारण।

प्रश्न 17.
प्रतिभा पलायन (Brain Drain) किस प्रकार का प्रवास है?
उत्तर:
स्वैच्छिक प्रवास।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

प्रश्न 18.
भारत के उन राज्यों के नाम बताइए जहाँ सर्वाधिक संख्या में आप्रवासी आते हैं?
उत्तर:
महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, पंजाब।

प्रश्न 19.
भारत के उन राज्यों के नाम बताइए जहाँ से सर्वाधिक संख्या में उत्प्रवासी आते हैं?
उत्तर:
उत्तर प्रदेश और बिहार।

प्रश्न 20.
डायस्पोस का हिंदी भाषा में क्या अर्थ होता है?
उत्तर:
प्रवासी या प्रसार।

प्रश्न 21.
प्रवासी भारतीय दिवस भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष कब मनाया जाता है?
उत्तर:
9 जनवरी को।

प्रश्न 22.
पहला प्रवासी भारतीय दिवस कब मनाया गया?
उत्तर:
सन् 2003 में।

प्रश्न 23.
उच्च शिक्षा प्राप्त कर प्रभावशाली व्यक्तियों का अन्य देशों के लिए पलायन कर जाना क्या कहलाता है?
उत्तर:
ब्रेन ड्रेन या प्रतिभा पलायन।

प्रश्न 24.
जीवन पर्यंत प्रवास क्या है?
उत्तर:
जीवन पर्यंत वह प्रवास है जो जन्म के स्थान, यदि जन्म का स्थान गणना के स्थान से भिन्न है।

प्रश्न 25.
पिछले स्थान प्रवास क्या है?
उत्तर:
पिछले स्थान प्रवास वह प्रवास है जिसमें निवास का स्थान पिछले स्थान से भिन्न होता है।

प्रश्न 26.
सोपानी प्रवास किसे कहते हैं?
उत्तर:
गाँव से पहले छोटे नगर और वहाँ से बाद में बड़े नगर की ओर प्रवास सोपानी प्रवास कहलाता है।

अति-लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रवास किसे कहते है?
उत्तर:
जनसंख्या का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना प्रवास कहलाता है अर्थात् किसी एक स्थान से जनसंख्या के दूसरे स्थान पर जाकर बसने को प्रवास कहते हैं।

प्रश्न 2.
उत्प्रवास से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
किसी गाँव या नगर में आबादी के अधिक बढ़ने या रोज़गार की कमी के कारण जब लोग उस स्थान को छोड़कर रोज़गार की तलाश में दूसरे स्थान पर चले जाते हैं, तो यह उत्प्रवास प्रक्रिया कहलाती है।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

प्रश्न 3.
आप्रवास से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
यदि व्यक्ति अन्य स्थानों से आकर एक विशिष्ट स्थान पर बस जाता है तो वह आप्रवास कहलाता है। बड़े-बड़े नगरों, व्यापारिक केंद्रों, औद्योगिक नगरों, बंदरगाहों, मंडियों और खनिज क्षेत्रों में रोज़गार की तलाश में लोग आकर बस जाते हैं, यह प्रक्रिया आप्रवास कहलाती है।

प्रश्न 4.
स्थानिक प्रवास क्या है?
उत्तर:
एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर प्रवास स्थानिक प्रवास कहलाता है। यह प्रवास गाँव-से-गाँव, एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश, नगर-से-नगर, एक देश से दूसरे देश में हो सकता है।

प्रश्न 5.
प्रवास के जनांकिकीय परिणाम क्या हैं?
उत्तर:
नगरों की जनसंख्या वृद्धि में ग्रामीण नगरीय प्रवास महत्त्वपूर्ण कारक है। ग्रामीण युवा-वर्ग रोज़गार व सुख-सुविधा के लिए नगरों में प्रवास करता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के जनांकिकीय संघटन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

प्रश्न 6.
प्रवास के सामाजिक परिणाम क्या हैं?
उत्तर:
प्रवास के सामाजिक परिणाम निम्नलिखित हैं-

  1. नवीन प्रौद्योगिकी, परिवार नियोजन तथा शिक्षा से संबंधित नई विचारधारा का उत्पन्न होना।
  2. विविध संस्कृतियों का मिलन होना।
  3. उद्गम प्रदेश से दूर आकर बसना।
  4. रहन-सहन का उच्चस्तर पर निर्वाह करना।

प्रश्न 7.
भारत में किन-किन देशों से व्यक्तियों का प्रवास हुआ है?
उत्तर:

  1. बांग्लादेश
  2. पाकिस्तान
  3. नेपाल
  4. श्रीलंका
  5. ईरान
  6. म्यांमार आदि।

प्रश्न 8.
प्रवास की धाराएँ बताएँ अथवा आंतरिक प्रवास की चार धाराएँ कौन-कौन-सी हैं?
उत्तर:

  1. गाँव से गाँव की ओर प्रवास
  2. गाँव से नगर की ओर प्रवास
  3. नगर से नगर की ओर प्रवास
  4. नगर से गाँव की ओर प्रवास।

प्रश्न 9.
अंतर्राष्ट्रीय प्रवास से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जब लोग अपना देश छोड़कर अन्य देशों में पलायन कर जाते हैं, तो उसे अंतर्राष्ट्रीय प्रवास कहते हैं। उदाहरण के लिए हरियाणा के लोगों का कनाडा, ऑस्ट्रेलिया व अमेरिका में प्रवास।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

प्रश्न 10.
आंतरिक प्रवास से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जब लोगों का पलायन मुख्य रूप से देश की राजनीतिक सीमाओं के अंदर होता है, तो उसे आंतरिक प्रवास कहते हैं। उदाहरण के लिए हरियाणा के लोगों का दिल्ली व पंजाब में प्रवास ।

प्रश्न 11.
निवल प्रवास से आप क्या समझते हैं? अथवा प्रवास का संतुलन क्या है?
उत्तर:
प्रवासियों और आप्रवासियों की कुल संख्या में से बाहर जाने वाले प्रवासियों और उत्प्रवासियों की संख्या निकालकर जो शेष संख्या प्राप्त होती हैं, वह निवल प्रवास कहलाता है। इसको प्रवास का संतुलन भी कहते हैं।

प्रश्न 12.
शरणार्थी किसे कहते हैं?
उत्तर:
जो लोग अपने देश में असुरक्षा, युद्ध या मानव अधिकारों के अतिक्रमण के कारण अन्य देशों में शरण लेने के लिए बाध्य हो जाते हैं, वे शरणार्थी कहलाते हैं।

प्रश्न 13.
गाँव से गाँव में प्रवास का मुख्य कारण क्या है?
उत्तर:
गाँव से गाँव में प्रवास महिलाओं में अधिक होता है। इसका मुख्य कारण विवाह है। भारतीय समाज के अनुसार विवाहोपरांत महिलाओं को पति के घर जाना पड़ता है।

प्रश्न 14.
गाँव से नगर की ओर प्रवास का मुख्य कारण क्या है?
उत्तर:
गाँव से नगर की ओर प्रवास पुरुषों में अधिक होता है। इसका मुख्य कारण काम और रोजगार है। पुरुष परिवार के जीवन स्तर को सुधारने के लिए नगरों की ओर प्रवास करते हैं ताकि यहाँ नौकरी करके पैसा कमाया जा सके।

प्रश्न 15.
दिक् परिवर्तन से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
जनसंख्या के दैनिक स्थानांतरण अर्थात् दो नगरों के बीच दैनिक आवागमन या गाँव से शहर को दैनिक आवागमन या छोटे नगर से बड़े नगर को प्रत्येक दिन जो आवागमन होता है, उसे दिक्-परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 16.
भारत में लोग ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों में प्रवास क्यों करते हैं?
उत्तर:
भारत में लोग ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों में गरीबी, कृषि भूमि पर जनसंख्या के अधिक दबाव, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा जैसी आधारभूत अवसंरचनात्मक सुविधाओं के अभाव के कारण प्रवास करते हैं।

लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
अंतःराज्यीय और अंतर्राज्यीय प्रवास से आप क्या समझते हैं?
अथवा
अंतःराज्यीय और अंतर्राज्यीय प्रवास में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
अंतःराज्यीय और अंतर्राज्यीय प्रवास में निम्नलिखित अंतर हैं-

अंतःराज्यीय प्रवासअंतर्राज्यीय प्रवास
1. यदि जनसंख्या या लोगों का प्रवास एक ही राज्य की सीमाओं के भीतर होता हो तो उसे अंतःराज्यीय प्रवास कहा जाता है; जैसे करनाल से अम्बाला।1. यदि जनसंख्या या लोगों का प्रवास एक राज्य से दूसरे राज्य में हो तो उसे अंतर्राज्यीय प्रवास कहा जाता है; जैसे हरियाणा (करनाल) से पंजाब (जांलधर)।
2. यह प्रवास अधिक होता है।2. यह अपेक्षाकृत कम होता है।

प्रश्न 2.
प्रवास या स्थानांतरण का अर्थ एवं परिभाषा लिखें। अथवा प्रवास किसे कहते हैं? प्रवास के कितने प्रकार हैं?
उत्तर:
जनसंख्या का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर रहना प्रवास कहलाता है अर्थात् प्रवास का अर्थ मानव समुदाय के एक भौगोलिक इकाई से दूसरी भौगोलिक इकाई में प्राकृतिक, आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक आदि कारकों के कारण स्थानांतरण से है। UNO के अनुसार “जनसंख्या स्थानांतरण या प्रवास एक भौगोलिक क्रिया है जो दो भौगोलिक इकाइयों के बीच देखने को मिलती है। इसमें मानव अधिवास में स्थायी बंदलाव हो जाते हैं।”

प्रकार – प्रवास मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-

  • आंतरिक प्रवास
  • अंतर्राष्ट्रीय प्रवास।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

प्रश्न 3.
भारतीय डायस्पोरा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
भारतीय डायस्पोरा का अर्थ उन भारतीयों से है जिनका जन्म तो भारत में होता है लेकिन वे किन्हीं कारणों से विदेशों में बस जाते हैं और वहीं की नागरिकता ले लेते हैं। इन्हें ही भारतीय प्रसार या प्रवासी भी कहते हैं।

भारत के प्रवासी लगभग 166 देशों से हैं जिनकी संख्या 1 करोड़ से भी अधिक हैं। ये अपने कौशल से विदेशों में अपनी पहचान बनाने में सफल हुए हैं। उदारीकरण के बाद 90 के दशक में शिक्षा और ज्ञान आधारित भारतीय उत्प्रवासियों ने भारतीय डायस्पोरा को विश्व के सर्वाधिक शक्तिशाली डायस्पोरा में से एक बना दिया। इन सभी देशों में भारतीय डायस्पोरा अपने-अपने नागरिक प्राप्त देशों के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

प्रश्न 4.
भारतीय प्रवासी दिवस के क्या उद्देश्य हैं?
उत्तर:
भारतीय प्रवासी दिवस के निम्नलिखित उद्देश्य हैं-

  1. प्रवासी भारतीय समुदाय की उपलब्धियों को मंच प्रदान करना।
  2. प्रवासियों को भारत में रहने के लिए आकर्षित करना।
  3. भारत में निवेश के अवसरों को बढ़ाना।
  4. सभी भारतीय प्रवासियों को एकत्रित कर आपस में बंधुभाव और राष्ट्रीयता की भावना जागृत करना।
  5. उनकी काम संबंधी समस्याओं को समझना और वहाँ की सरकार द्वारा हल करवाना।

प्रश्न 5.
प्रवास के आर्थिक परिणाम क्या हैं?
अथवा
आर्थिक परिणाम पर संक्षिप्त नोट लिखें।
उत्तर:
उद्गम क्षेत्र के लिए मुख्य लाभ अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडी हैं जो विदेशी विनिमय के प्रमुख स्रोतों में से एक हैं। ये आर्थिक विकास एवं वृद्धि में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

हुंडियों का प्रयोग मुख्यतः भोजन, ऋणों की अदायगी, बच्चों की शिक्षा, विवाह समारोहों, बचत निवेश, गृह-निर्माण, कृषीय निवेश आदि के लिए किया जाता है। कई राज्यों; जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश आदि के हजारों गरीब गाँव की अर्थव्यवस्था के लिए ये हुंडियाँ जीवनदायक होती हैं अर्थात् शरीर में धमनियों की तरह कार्य करती हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवास कृषि विकास के लिए, उसकी हरित क्रांति कार्य-योजना की सफलता के लिए उत्तरादायी है।

प्रश्न 6.
उत्प्रवास के लिए उत्तरदायी प्रतिकर्ष कारक कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
उत्प्रवास के लिए उत्तरदायी प्रतिकर्ष कारक निम्नलिखित हैं-

  1. गरीबी या निर्धनता-निर्धनता के कारण लोग उन स्थानों की ओर प्रवास करते हैं जहाँ उनको रोजगार प्राप्त होता है।
  2. शिक्षा-शिक्षा सुविधाओं में कमी के कारण युग वर्ग उन स्थानों की ओर प्रस्थान करते हैं जहाँ अच्छी शिक्षा और सुविधाओं की व्यवस्था होती है।
  3. जनसंख्या का अधिक दबाव-जनसंख्या का अधिक दबाव भी प्रवास को बढ़ावा देता है।
  4. सुरक्षा-असुरक्षित स्थानों को छोड़कर लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करते हैं।

प्रश्न 7.
उत्प्रवास और आप्रवास में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
उत्प्रवास और आप्रवास में निम्नलिखित अंतर हैं-

उत्प्रवास (Out Migration)आप्रवास (In-Migration)
1. किसी गाँव या नगर में आबादी के अधिक बढ़ने या रोज़गार की कमी के कारण जब लोग उस स्थान को छोड़कर रोज़गार की तलाश में दूसरे स्थान पर चले जाते हैं, तो यह उत्प्रवास प्रक्रिया कहलाती है।1. बड़े-बड़े नगरों, व्यापारिक केंद्रों, औद्योगिक नगरों, बंदरगाहों, मंडियों और खनिज क्षेत्रों में रोज़गार की तलाश में लोग आकर बस जाते हैं, यह प्रक्रिया आप्रवास कहलाती है।
2. जब एक व्यक्ति एक स्थान को छोड़कर अन्य स्थान पर जाता है, तो उत्प्रवास कहलाता है।2. यदि व्यक्ति अन्य स्थानों से आकर एक विशिष्ट स्थान पर बस जाता है, तो यह आप्रवास कहलाता है।

दीर्घ-उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रवास के प्रकारों के आधारों का वर्णन कीजिए।
अथवा
आंतरिक या स्थानिक प्रवास के प्रकारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या का एक निवास स्थान से दूसरे स्थान तक आर्थिक, सामाजिक अथवा राजनीतिक दृष्टि अथवा अन्य कारणों से किए गए स्थानांतरण को प्रवास कहा जाता है। औद्योगिक क्रांति से पूर्व मनुष्य की गतिशीलता सीमित थी। शिकार, पशुओं के लिए चारा, पानी, उपजाऊ कृषि भूमि का आकर्षण, प्राकृतिक प्रकोप, सुरक्षा आदि कारण मनुष्य को स्थानांतरण के लिए बाध्य करते थे। औद्योगिक क्रांति के पश्चात् आवागमन के साधनों में वृद्धि ने मनुष्य की गतिशीलता में वृद्धि की है। स्थानांतरण या प्रवास अस्थायी, या स्थायी रूप से किया गया आवास परिवर्तन है। प्रवास के लिए आवास स्थान में परिवर्तन पर्याप्त अवधि के लिए होना चाहिए अर्थात् उसमें कुछ स्थायित्व होना चाहिए। प्रवास एक भौतिक तथा सामाजिक संक्रमण है।

प्रवास के प्रकार (Types of Migration) – प्रवास की समयावधि, दूरी, स्थायित्व, उद्देश्य, क्षेत्र आदि आधारों पर स्थानांतरण अथवा प्रवास अनेक प्रकार के हो सकते हैं-
1. समय के आधार पर समय के आधार पर प्रवास दैनिक, मौसमी अथवा अल्पकालिक या दीर्घकालिक होते हैं।
(i) दैनिक प्रवास-नौकरी करने, औद्योगिक केंद्रों में काम करने, व्यवसाय हेतु अथवा शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं के लाभ हेतु प्रतिदिन कस्बों अथवा नगरों व महानगरों की ओर जनसंख्या का जाना तथा शाम को पुनः लौटना आदि दैनिक प्रवास है।

(ii) मौसमी प्रवास-श्रम की मौसमी मांग के कारण फसल काटने के समय भारत में सुंदरवन, उत्तरी भारत में गेहूँ काटने के लिए बिहार तथा उत्तर प्रदेश से जनसंख्या का प्रवास। इसी प्रकार धान कटने के पश्चात् श्रमिकों का उत्तर भारत की ओर, सड़क, गृह-निर्माण तथा ईंट-भट्ठों में कार्य के लिए प्रवास, पर्वतीय भागों में जाड़े में तलहटियों की ओर तथा ग्रीष्मकाल में पुनः . लौटना आदि मौसमी प्रवास हैं।

2. दूरी के आधार पर-गांवों से नगरों तथा नगरों से महानगरों की ओर प्रवास अल्प दूरी के होने वाले प्रवास हैं। इसी तरह में, असम के चाय बागानों में, उत्तरी भारत में कृषि के लिए छत्तीसगढ़ के मजदूरों का स्थाई प्रवास मध्यम दूरी के प्रवास हैं। राजस्थान व हरियाणा से असम, बंगाल तथा ओडिशा की ओर मारवाड़ी व्यापारी का प्रवास भी मध्य दूरी में आता है। भारत में मलाया, मॉरीशस, ग्वायना, फीजी, अफ्रीका आदि देशों में जनसंख्या प्रवास लंबी दूरी के प्रवास हैं।

3. उद्देश्य के आधार पर विभिन्न उद्देश्यों के आधार पर; जैसे आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, सैनिक आदि पर किए गए प्रवास इस श्रेणी में आते हैं। इनमें आर्थिक उद्देश्य से किए गए प्रवास सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं । आर्थिक समस्या, बेरोजगारी, कम मजदूरी आदि आर्थिक विकर्षण; दूसरी ओर अच्छे आर्थिक अवसरों के आकर्षण के कारण होने वाले प्रवास इस श्रेणी के हैं। इसके अलावा इन प्रकारों में विवाह पश्चात् स्त्री प्रवास, राजनीतिक नियोजित प्रवास आदि भी सम्मिलित हैं।

4. क्षेत्र के आधार पर भौगोलिक दृष्टि से क्षेत्र के आधार पर होने वाले प्रवास सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण हैं। यदि यह आवास-प्रवास एक देश से दूसरे देश के मध्य सीमा पार होता है तो अंतर्राष्ट्रीय प्रवास (International Migration) कहलाता है। जब यह स्थानांतरण अथवा प्रवास किसी एक ही देश के भीतर एक स्थान से दूसरे स्थान पर होता है तो उसे आंतरिक अथवा अंतर्देशीय अथवा देशांतरिक (Internal) प्रवास कहते हैं। एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप के मध्य अंतःमहाद्वीपीय प्रवास होते हैं। ये भी अंतर्राष्ट्रीय प्रकार के होते हैं। स्थानिक स्तर पर होने वाले प्रवास स्थानिक प्रवास कहलाते हैं। आंतरिक अथवा स्थानिक प्रवास के चार प्रमुख प्रकार हैं-
(i) गाँव से नगर की ओर प्रवास एक सामान्य तथा सतत् प्रक्रिया है। आर्थिक विपन्नता, बेरोज़गारी, कम पारिश्रमिक, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोरंजन आदि सेवाओं की कमी के कारण अच्छे रोजगार अथवा अन्य आर्थिक अवसरों की तलाश में जनसंख्या गांव से शहर की ओर प्रवास करती है। दूसरे शब्दों में, शहरों में रोजगार के अधिक अवसर, नियमित पारिश्रमिक, अच्छी शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाएं गांव से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इस प्रकार के प्रवास से नगरीय जनसंख्या में वृद्धि होती है।

(ii) एक नगर से दूसरे नगर में प्रवास को अंतर्नगरीय प्रवास कहते हैं। इस प्रकार का प्रवास अधिकतर छोटे नगरों से बड़े नगरों की ओर होता है क्योंकि बड़े नगर व्यापार, उद्योग तथा अन्य धंधों तथा रोजगार के केंद्र होते हैं। बड़े नगरों से महानगरों की ओर प्रवास भी इसी प्रवास के अंतर्गत आता है। इससे बड़े नगरों की जनसंख्या तेजी से बढ़ती है, परंतु छोटे नगरों का विकास रुकने लगता है।

(iii) एक ग्रामीण क्षेत्र से दूसरे ग्रामीण क्षेत्र में प्रवास के अनेकों कारण हैं; जैसे नवीन रोपण कृषि क्षेत्रों तथा ग्रामीण फार्मों में कार्य करने हेतु तथा कम कीमत पर अधिक उपजाऊ भूमि की उपलब्धि आदि के कारण यह प्रवास होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में वैवाहिक प्रवास भी इसी प्रवास में आते हैं। भारत में कुछ इस प्रकार के मुख्य प्रवास-असम, केरल तथा तमिलनाडु के चाय, कॉफी बगीचों में कार्य हेतु पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा गुजरात में नवीन विकसित भूमि पर कृषि हेतु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात आदि प्रदेशों के खनिज क्षेत्रों में कार्य हेतु श्रमिकों का प्रवास आदि मुख्य हैं।

(iv) नगर से गांव की ओर प्रवास लगभग स्थानीय प्रकार का होता है। सेवानिवृत्त शासक, सैनिक अथवा अशासकीय कर्मचारी, वृद्धि तथा अकार्यशील व्यापारी आदि लोग शांत जीवन जीने की आशा में ग्रामीण क्षेत्रों की ओर प्रवास करते हैं। कुछ संख्या विवाह उपरांत भी यह प्रवास करती है।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

प्रश्न 2.
प्रवास किसे कहते हैं? भारत में प्रवास को प्रभावित करने वाले कारकों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
प्रवास का अर्थ जनसंख्या का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना प्रवास कहलाता है अर्थात् किसी एक स्थान से जनसंख्या के दूसरे स्थान पर जाकर बसने को प्रवास कहते हैं। कुछ प्रवास स्थायी तथा कुछ अस्थायी होते हैं। स्थायी प्रवास में व्यक्ति मूल-स्थान से दूसरे स्थान पर स्थायी रूप से रहने लगता है जबकि अस्थायी प्रवास में मौसमी, वार्षिक तथा दैनिक प्रवास भी हो सकते हैं।

भारत में प्रवास को प्रभावित करने वाले कारक – भारत में जनसंख्या प्रवास के कुछ कारण निम्नलिखित हैं-
1. आजीविका-आजीविका कमाने या अन्य आर्थिक उद्देश्यों से व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर जाता है। इसमें मुख्य रूप से युवा वर्ग है, क्योंकि यह वर्ग नगरीय क्षेत्रों में उद्योग-धंधे, परिवहन, व्यापार एवं प्रशासनिक प्रतिष्ठानों में धन कमाने के उद्देश्य से प्रवास करता है। नगर इन सुविधाओं के कारण युवा वर्ग को अपनी ओर आकर्षित करता है।

2. सामाजिक कारण-विवाह या शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य से मनुष्य एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रवास करता है; जैसे प्रत्येक लड़की शादी के बाद अपना पैतृक स्थान छोड़कर दूसरे स्थान पर जाकर रहने लगती है। इसमें दूरी कम भी हो सकती है या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हजारों मील भी हो सकती है। ग्रामीण क्षेत्र आज भी शिक्षा की दृष्टि से पिछड़े हुए हैं अतः व्यक्ति उच्च शिक्षा (High Education) प्राप्त करने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में स्थानांतरित होता है।

3. सरक्षा कारण सामाजिक सुरक्षा एक महत्त्वपूर्ण कारक है जो व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे सुरक्षित स्थान पर प्रवास के लिए मजबूर कर देता है। 1980 के दशक में पंजाब में आतंकवाद के कारण पंजाब की जनसंख्या हरियाणा, दिल्ली तथा सीमावर्ती राज्यों में आकर बसने लगी थी।

प्रश्न 3.
प्रवास के कारणों का वर्णन कीजिए।
अथवा
प्रवास के प्राकृतिक तथा मानवीय कारणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या के स्थानांतरण के पीछे विकर्षण तथा आकर्षण के कारक एक साथ क्रियाशील होते हैं। प्रवास एक जटिल क्रेया है तथा कई कारकों से जड़ी होती है। हर प्रवास में अनेक कारक सामूहिक रूप से उत्तरदायी होते हैं। विकर्षण तथा आकर्षण के अतिरिक्त अनेकों अन्य कारक; जैसे सामूहिक सुरक्षा, धार्मिक स्वतंत्रता, आवागमन के साधन, जलवायु की अनुकूलता आदि भी प्रवास के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। प्रवास के कारणों को निम्नलिखित मुख्य वर्गों में बांटा जा सकता है-
1. प्राकृतिक कारण-प्राकृतिक कारणों में जलवायु का प्रभाव सबसे अधिक रहा है। प्रवास अनुकूल जलवायु के क्षेत्रों की ओर होता है। अतिवृष्टि, अनावृष्टि तथा अकाल आदि प्रवास के कारण जलवायु की ही देन है। कठोर शीतकाल में टुन्ड्रा से जनसंख्या दक्षिण की ओर तथा ग्रीष्म में उत्तर की ओर प्रवास करती हैं। इसी तरह नदियों में बाढ़ों के कारण प्रभावित लोग अन्य भागों में प्रवास करते हैं। दूसरी ओर निर्मित उपजाऊ मैदान तथा जल-सुविधा अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसी प्रकार बार-बार विनाशकारी भूकम्प तथा ज्वालामुखी के कारण जीवन असुरक्षित हो जाता है तथा जनसंख्या सुरक्षित स्थानों की ओर प्रवास करती है।

2. मानवीय कारण स्थानांतरण अथवा प्रवास प्रक्रिया में प्राकृतिक कारणों की अपेक्षा मानवीय कारण अधिक महत्त्वपूर्ण तथा प्रभावी होते हैं। इन कारणों में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, पारिवारिक तथा व्यक्तिगत कारण मुख्य होते हैं, जो प्रवास को प्रभावित करते हैं।
(i) सामाजिक कारण मानवीय प्रवास को सामाजिक दशाएं सबसे अधिक प्रभावित करती हैं। इनके अंतर्गत सामाजिक रीति-रिवाज, खानपान, शिक्षा-दीक्षा, मेल-मिलाप, सामाजिक क्रियाशीलता व व्यवहार, त्योहार आदि अंतक्रियाएं होती हैं। ये अंतक्रियाएं ही सामाजिक प्रवास के कारण हैं। विवाह से स्त्री प्रवास, भारत-पाक विभाजन के दौरान हिंदु तथा मुसलमानों का स्थानांतरण आदि।

(ii) आर्थिक कारण-आर्थिक कारण अधिकांश प्रवासों के प्रेरक कारण रहे हैं। पूंजी निवेश, व्यापार उतार-चढ़ाव, लाभ की आशा, रोजगार के अवसर, अधिक वेतन का लोभ, कृषि घाटा, बेरोजगारी, कार्यदक्षता आदि असंख्य कारण प्रवास की मात्रा व दर का निर्णय करते हैं। कृषि क्षेत्रों में उपलब्ध अतिरिक्त श्रमिक उद्योगों में काम करने के लिए नगरों की ओर प्रवास करते हैं। हिमालय के तराई क्षेत्र, राजस्थान के उत्तरी भाग, मध्य प्रदेश का बस्तर तथा सरगुजा क्षेत्रों में उत्तम कृषि भूमि की उपलब्धि के कारण प्रवास हुए हैं। भारत के औद्योगिक नगरों; जैसे कोलकाता, मुम्बई, अहमदाबाद, टाटा नगर, भिलाई आदि नगरों में भारी प्रवास हुआ है।

(iii) राजनीतिक कारण-युद्ध के पश्चात् विजेता का भूमि पर कब्जा करके वहां बस जाना; भारत में आर्यों, मुगलों, अंग्रेजों का आगमन तथा यहाँ आकर बस जाना राजनीतिक प्रवास है। अंग्रेजों ने भारत से मॉरीशस, फीजी, पूर्वी अफ्रीका के गन्ने की खेती के लिए बलपूर्वक जनसंख्या का प्रवास किया। आज चकमा शरणार्थियों, कश्मीरी पंडितों का शरणार्थियों के रूप में प्रवास राजनीतिक कारणों से है।

(iv) सांस्कृतिक कारण-सांस्कृतिक आदान-प्रदान, शिक्षा प्राप्ति के लिए विद्यार्थी, डॉक्टर, शिक्षकों का दूसरे देशों में प्रवास, पर्यटक, कलाकार, राजनीतिज्ञ आदि का अल्पकालीन अथवा स्थाई प्रवास सांस्कृतिक कारणों से है।

(v) धार्मिक कारण-धार्मिक यात्राओं; जैसे हज, कुम्भ आदि के कारण वर्ष भर प्रवास होता है।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम

प्रश्न 4.
प्रवास के परिणामों की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
अथवा
प्रवास के कौन-कौन से परिणाम हैं? वर्णन करें।
उत्तर:
अवसरों के असमान वितरण के परिणामस्वरूप प्रवास होता है। प्रवास के आर्थिक, जनांकिकीय, सामाजिक, पर्यावरणीय परिणाम होते हैं जो निम्नलिखित हैं
I. आर्थिक परिणाम (Economic Consequence)-अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडियाँ विदेशी विनिमय का प्रमुख स्रोत हैं। इन इंडियों का प्रयोग उद्गम प्रदेश के लोग भोजन, ऋणों की अदायगी, गृह-निर्माण, विवाह, बच्चों की शिक्षा इत्यादि के लिए किया करते हैं जो प्रदेशों की अर्थव्यवस्था के लिए जीवनदायक है।

2. जनांकिकीय परिणाम (Democratic Consequence)-नगरों की जनसंख्या वृद्धि में ग्रामीण नगरीय प्रवास महत्त्वपूर्ण कारक है। ग्रामीण युवा-वर्ग रोज़गार व सुख-सुविधा के लिए नगरों में प्रवास करता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के जनांकिकीय संघटन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

3. सामाजिक परिणाम (Social Consequence) सामाजिक परिवर्तन में प्रवास महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नई प्रौद्योगिकी, तकनीक, परिवार नियोजन, बालिका शिक्षा आदि से संबंधित नए विचार नगरीय क्षेत्रों से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर प्रवास के माध्यम से जाते हैं। प्रवास से ही विभिन्न संस्कृतियों के लोगों का मेल-जोल भी होता है।

4. पर्यावरणीय परिणाम (Environmental Consequence)-ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों की ओर प्रवास से वर्तमान नगरों की भौतिक व सामाजिक संरचना भी प्रभावित होती है। इसके कारण नगरीय बस्तियों की अनियोजित रूप से वृद्धि होती है। परिणामस्वरूप अवैध व मलिन बस्तियाँ बसने लगती हैं। इन बस्तियों में वायु प्रदूषण, पेय जल की समस्या, वाहित मल का निपटान और ठोस कचरे के प्रबंधन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

प्रश्न 5.
भारत में गाँवों से शहरों की ओर जनसंख्या के पलायन के मुख्य कारणों का वर्णन कीजिए।
अथवा
भारत में जनसंख्या प्रवास के मुख्य कारण क्या हैं? वर्णन करें।
उत्तर:
भारत में गाँवों से शहरों की ओर जनसंख्या के पलायन के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं-
1. कृषि योग्य भूमि पर दबाव बढ़ती जनसंख्या के कारण कृषि योग्य भूमि पर निरंतर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसी दशा में जब कृषि-भूमि ग्रामीण जनसंख्या को जीविका प्रदान करने में असमर्थ रहती है तो लोग शहरों की ओर पलायन करते हैं।

2. औद्योगीकरण-नगरीकरण तथा औद्योगीकरण में परस्पर धनात्मक सहसंबंध पाया जाता है। औद्योगीकरण के साथ नगरों का भी विकास होता है। औद्योगिक इकाइयों में रोजगार प्राप्त होने पर लोग उद्योगों के आसपास निवास करते हैं। इस तरह से गांवों से शहरों की ओर जनसंख्या का प्रवास होता है।

3. ग्रामीण क्षेत्रों में वैकल्पिक रोजगार की कमी-जनसंख्या तो तीव्र गति से बढती रही परंत उसी अनपात में वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था नहीं हो पाई। ग्रामीण क्षेत्रों में वैकल्पिक रोजगार की कमी होने के कारण नगरीय क्षेत्रों की ओर जनसंख्या का प्रवास तेजी से हुआ।

4. नगरों में रोजगार के अवसर-नगरों में नियमित रूप से आर्थिक क्रियाएं वर्ष भर संचालित होती हैं। सरकारी क्षेत्रों, सेवाओं, उद्योग, व्यापार आदि में रोजगार के पर्याप्त अवसर होते हैं। इस प्रकार रोजगार के अवसरों के कारण लोग नगरों की ओर प्रस्थान करते हैं।

5. यातायात के साधन-तेजी से विकसित होते यातायात के साधन तथा परिवहन मार्गों से गांवों तथा नगरों के मध्य सहजता से पहुंचा जा सकता है। यातायात के साधनों के कारण नगर व्यापार तथा वाणिज्यिक गतिविधियों के केंद्र बने। अतः ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों के मध्य व्यापार को बढ़ावा मिला।

6. नगरीय जीवन आकर्षण-शहरों में उपलब्ध शिक्षा, स्वास्थ्य तथा आधुनिक जीवन की सुविधाएं ग्रामीण जनसंख्या को आकर्षित करती हैं। अतः मनोरंजन, आधुनिक सुविधाओं तथा सुरक्षा व्यवस्था से आकर्षित होकर. लोग शहरों की ओर पलायन करते हैं।

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HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.2

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.2 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Exercise 2.2

प्रश्न 1.
उपयुक्त क्रम लगाकर योग ज्ञात कीजिए :
(a) 837 + 208 + 363
(b) 1962 + 453 + 1538 + 647
हल :
(a) 837+ 208 + 363
= (837 + 363) + 208 (क्रमविनिमेय गुणधर्म से)
= 1200 + 208 = 1408. उत्तर

(b) 1962 + 453 + 1538 + 647
= (1962 + 1538) + (453 + 647)
(क्रमविनिमेय गुणधर्म से)
= 3500 + 1100 = 4600. उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.2

प्रश्न 2.
उपयुक्त क्रम में लगाकर गुणनफल ज्ञात कीजिए:
(a) 2 × 1768 × 50
(b) 4 × 166 × 25
(c) 8 × 291 × 125
(d) 625 × 279 × 16
(e) 285 × 5 × 60
(f) 125 × 40 × 8 × 25
हल :
(a) 2 × 1768 × 50
= (2 × 50) × 1768 (क्रमविनिमेय गुणधर्म से)
= 100 × 1768
= 176800. उत्तर

(b) 4 × 166 × 25
= (4 × 25) × 166 (क्रमविनिमेय गुणधर्म से)
= 100 × 166
= 16600. उत्तर

(c) 8 × 291 × 125
= (8 × 125) × 291 (क्रमविनिमेय गुणधर्म से)
= 1000 × 291
= 291000. उत्तर

(d) 625 × 279 × 16
= (625 × 16) × 279 (क्रमविनिमेय गुणधर्म से)
= 10000 × 279
= 2790000. उत्तर

(e) 285 × 5 × 60 = 285 × (5 × 60) (क्रमविनिमेय गुणधर्म से)
= 285 × 300
= 85500 उत्तर

(f) 125 × 40 × 8 × 25
= (125 × 8) × (40 × 25) (क्रमविनिमेय गुणधर्म से)
= 1000 × 1000
= 1000000.

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से प्रत्येक का मान ज्ञात कीजिए :
(a) 297 × 17 + 297 × 3
(b) 54279 × 92 + 8 × 54279
(c) 81265 × 169 – 81265 × 69
(d) 3845 × 5 × 782 + 769 × 25 × 218
हल :
(a) 297 × 17 + 297 × 3
= 297 × (17+3) (योग पर गुणन के वितरण गुणधर्म से)
= 297 × 20
= 5940. उत्तर

(b) 54279 × 92 + 8 × 54279
= 54279 × (92 + 8) (योग पर गुणन के वितरण गुणधर्म से)
= 54279 × 100
= 35427900. उत्तर

(c) 81265 × 169 – 81265 × 69
= 81265 × (169 – 69) (व्यवकलन पर गुणन के वितरण गुणधर्म से)
= 81265 × 100
= 8126500 उत्तर

(d) 3845 × 5 × 782 + 769 × 25 × 218
= 3845 × (5 × 782) + (769 × 5) × (5 × 218)
= 3845 × 3910 + 3845 × 1090
= 3845 × (3910 + 1090)
(योग पर गुणन के वितरण गुणधर्म से)
= 3845 × 5000
= 19225000. उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.2

प्रश्न 4.
उपयुक्त गुणों का प्रयोग करके गुणनफल ज्ञात कीजिए:
(a) 738 × 103
(b) 854 × 102
(c) 258 × 1008
(d) 1005 × 168
हल :
(a) 738 × 103
= 738 × (100 + 3) (योग पर गुणन के वितरण गुणधर्म से)
= 738 × 100 + 738 × 3
= 73800 + 2214
= 76014. उत्तर

(b) 854 × 102 = 854 × (100 + 2)
(योग पर गुणन के वितरण गुणधर्म से)
= 854 × 100 + 854 × 2
= 85400 + 1708
= 87108.

(c) 258 × 1008 = 258 × (1000 + 8)
(योग पर गुणन के वितरण गुणधर्म से)
= 258 × 1000 + 258 × 8
= 258000 + 2064
= 260064. उत्तर

(d) 1005 × 168 = (1000 + 5) × 168
(योग पर गुणन के वितरण गुणधर्म से)
= 1000 × 168 + 5 × 168
= 168000 + 840
= 168840. उत्तर

प्रश्न 5.
किसी टैक्सी ड्राइवर ने अपनी गाड़ी की पेट्रोल टंकी में सोमवार को 40 लीटर पेट्रोल भरवाया। अगले दिन, उसने टंकी में 50 लीटर पेट्रोल भरवाया। यदि पेट्रोल का मूल्य ₹44 प्रति लीटर था, तो उसने पेट्रोल पर कुल कितना व्यय किया ?
हल :
सोमवार के दिन टंकी में पेट्रोल भरवाया = 40 लीटर
अगले दिन (मंगलवार) टंकी में पेट्रोल भरवाया
= 50 लीटर
कुल दो दिनों में पेट्रोल भरवाया = (40 + 50) लीटर
= 90 लीटर
1 लीटर पेट्रोल का मूल्य = ₹ 44
90 लीटर पेट्रोल का मूल्य = 90 × 44
= ₹3,9601 उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.2

प्रश्न 6.
कोई दूधवाला एक होटल को सुबह 32 लीटर दूध देता है और शाम को 68 लीटर दूध देता है। यदि दूध का मूल्य ₹45 प्रति लीटर है, तो दूधवाले को प्रतिदिन कितनी धनराशि प्राप्त होगी?
हल :
दूधवाला एक होटल को सुबह दूध देता है = 32 लीटर
और शाम को दूध देता है = 68 लीटर
कुल दूध बेचा = (32 + 68) लीटर
= 100 लीटर
1 लीटर दूध का मूल्य = ₹45
100 लीटर दूध का मूल्य = 45 × 100
= ₹4,5001 उत्तर

प्रश्न 7.
निम्न को सुमेलित (match) कीजिए :
(i) 425 × 136 = 425 × (6 + 30 + 100)
(a) गुणन की क्रमविनिमेयता
(ii) 2 × 49 × 50 = 2 × 50 × 49
(b) योग की क्रमविनिमेयता
(iii) 80 + 2005 + 20 = 80 + 20 + 2005
(c) योग पर गुणन का वितरण
हल :
(i) 425 × 136 = 425 × (6 + 30 + 100)
(c) योग पर गुणन का वितरण उत्तर
(ii) 2 × 49 × 50 – 2 × 50 × 49
(a) गुणन की क्रमविनिमेयता उत्तर
(iii) 80 + 2005 + 20 = 80 + 20 + 2005
(b) योग की क्रमविनिमेयता उत्तर

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HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Exercise 14.6

प्रश्न 1.
750 माप वाले एक ∠POQ की रचना कीजिए और इसकी सममित अक्ष खींचिए।
हल :
रचना के पद :
(1) किरण OP खींची।
(2) बिन्दु O पर ∠POR = 60° और ∠POS = 90° की रचना की।
(3) ∠ROS का समद्विभाजक कर, OQ किरण खींची।
तब ∠POQ = ∠POR + = \(\frac{1}{2}\)∠ROS
= 60° + \(\frac{1}{2}\)(∠POS – ∠POR)
= 60° + = \(\frac{1}{2}\)(90° – 60°)
= 60° + \(\frac{1}{2}\) × 30°
= 60° + 15° = 75°
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 1
अत: ∠POQ = 75°, जो वांछित कोण है।
अतः ∠POQ का समद्विभाजक कर, OT किरण खींची जो कि ∠POQ की सममित अक्ष है।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6

प्रश्न 2.
147° माप वाले एक कोण की रचना कीजिए और उसका समद्विभाजक खींचिए।
हल :
रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 2
(1) किरण OA खींची।
(2) चाँदे को OA पर इस प्रकार रखते हैं कि चाँद का B केन्द्र, बिन्दु O पर हो और 0 – 180° रेखा पर हो।
(3) कागज पर चाँद के 147° के चिन्ह के सामने बिन्दु B अंकित किया।
(4) अब चाँद को हटाकर OB को मिलाया। इस प्रकार ∠AOB = 147° प्राप्त हुआ।

इसके समदिभाजक की रचना :

  • बिन्दु O को केन्द्र मानकर उपयुक्त त्रिज्या लेकर एक चाप लगाया, जो OA और OB को क्रमशः P और Q पर काटता है।
  • P को केन्द्र मानकर PO के आधे से अधिक त्रिज्या का चाप लगाया।
  • अब Q को केन्द्र मानकर उसी त्रिज्या का चाप लगाते हैं जो पहले वाले चाप को R पर काटता है।
  • OR को मिलाते हए आगे C तक बढ़ाया।

इस प्रकार, ∠AOC, ∠AOB का समद्विभाजक है।

प्रश्न 3.
एक समकोण खींचिए और उसके समद्विभाजक की रचना कीजिए।
हल :
रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 3

  • किरण OA खींची।
  • O को केन्द्र मानकर कोई उपयुक्त त्रिज्या का चाप लेकर खींचते हैं जो OA को P पर काटता है।
  • P को केन्द्र मानकर तथा समान (पूर्व की) त्रिज्या का चाप लगाया जो Q पर काटता है।
  • Q को केन्द्र मानकर उसी त्रिज्या का चाप लगाते हैं जो R पर काटता है।
  • बिन्दु R और Q से समान त्रिज्या के चाप लगाए जो B पर काटते हैं।
  • OB को मिलाते हुए आगे C तक बढ़ाया।

इस प्रकार ∠AOC = 90° (समकोण) प्राप्त हुआ।

समद्विभाजक खींचने के लिए:

  • बिन्दु P को केन्द्र मानकर, PT चाप के आधे से अधिक चाप लेकर, ∠AOC के अंतः भाग में लगाया।
  • अब T को केन्द्र मानकर, उसी त्रिज्या के चाप को लगाया जो पहले वाले चाप को D पर काटता है।
  • OD को मिलाते हुए आगे E तक बढ़ाया।

इस प्रकार∠AOE, ∠AOC का समद्विभाजक है।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6

प्रश्न 4.
153° का एक कोण खींचिए और इसके चार बराबर भाग कीजिए।
हल :
रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 4
(1) चाँदे की सहायता से ∠AOB = 153° खींचा।
(2) O को केन्द्र मानकर तथा उपयुक्त त्रिज्या लेकर चाप लगाया जो OA और OB को क्रमश: P और Q पर काटता है।
(3) P को केन्द्र मानकर, PQ चाप के आधे से अधिक चाप लेकर, ∠AOB के अन्त:भाग में लगाया।
(4) Q को केन्द्र मानकर, उसी त्रिज्या का चाप लगाया जो पहले चाप को B पर काटता है।
(5) OB1 को मिलाते हुए आगे C तक बढ़ाया।
इस प्रकार ∠AOC, ∠AOB का समद्विभाजक होगा।
(6) इसी प्रकार से ∠AOC का समद्विभाजक OD खींचा।
तब ∠AOD = ∠DOC.
(7) इसी प्रकार ∠COB का समद्विभाजक OE खींचा।
तब ∠COE = ∠EOB
∴ ∠AOD = ∠DOC = ∠COE = ∠EOB
अतः किरण OD, OC और OE से ∠AOB चार बराबर भागों में विभाजित होता है।

प्रश्न 5.
रूलर और परकार की सहायता से निम्. मापों के कोणों की रचना कीजिए :
(a) 60°
(b) 30°
(c) 90°
(d) 120°
(e) 45°
(f) 135°
हल :
(a) रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 5

  • किरण 0A खींची।
  • O को केन्द्र मानकर, उपयुक्त त्रिज्या लेकर चाप लगाया, जो OA को P पर काटता है।
  • P को केन्द्र मानकर तथा उसी पूर्व त्रिज्या को लेकर चाप लगाया जो Q पर काटता है।
  • OQ को मिलाते हुए आगे B तक बढ़ाया।

इस प्रकार ∠AOB = 60° प्राप्त हुआ।

(b) रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 6

  • किरण OA खींची।
  • O को केन्द्र मानकर उपयुक्त त्रिज्या लेकर एक चाप लगाया, जो OA को P पर काटता
  • P को केन्द्र मानकर तथा उसी पूर्व त्रिज्या को लेकर चाप लगाया जो 0 पर काटता है।
  • OQ को मिलाते हुए आगे B तक बढ़ाया, तब ∠AOB = 60°
  • P को केन्द्र मानकर तथा PQ के आधे से अधिक त्रिज्या का चाप लेकर, ∠AOB के अन्दर लगाया।
  • Q को केन्द्र मानकर, उसी पूर्व त्रिज्या का चाप लगाया जो पहले चाप को R पर काटता है।
  • OR को मिलाते हुए आगे C तक बढ़ाया, तब ∠AOC = 30° प्राप्त हुआ।

(c) रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 7

  • किरण OA खींची।
  • O को केन्द्र मानकर तथा उपयुक्त त्रिज्या लेकर एक चाप लगाया जो OA को P पर काटता है।
  • P को केन्द्र मानकर तथा पूर्व त्रिज्या के बराबर चाप लगाया, जो पहले चाप को Q पर काटता है।
  • इसी त्रिज्या से Q को केन्द्र मानकर दूसरा चाप लगाया, जो पहले चाप को R पर काटता है।
  • Q को केन्द्र मानकर तथा इसी त्रिज्या से एक चाप लगाया।
  • R को केन्द्र मानकर तथा इसी त्रिज्या से चाप लगाया, जो पद 5 के चाप को B पर काटता है।
  • OB को मिलाया तथा C तक बढ़ाया।

अत: ∠AOC = 90° प्राप्त हुआ।

(d) रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 8

  • किरण OA खींची।
  • O को केन्द्र मानकर तथा उपयुक्त त्रिज्या लेकर चाप लगाया, जो OA को P पर काटता
  • P को केन्द्र मानकर तथा उसी त्रिज्या का एक चाप और लगाया, जो Q पर काटता है।
  • Q को केन्द्र मानकर तथा उसी त्रिज्या का एक और चाप लगाया, जो R पर काटता है।
  • OR को मिलाते हुए आगे C तक बढ़ाया।

इस प्रकार ∠AOC = 120° प्राप्त हुआ।

(e) रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 9
(1) भाग (c) के पदों का अनुसरण करते हुए ∠AOC = 90° की रचना की।
(2) ∠AOC का समद्विभाजक OE खींचा।
इस प्रकार ∠AOD = 45° प्राप्त हुआ।

(f) रचना के पद:
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 10
(1) OA किरण खींची।
(2) O को केन्द्र मानकर उपयुक्त त्रिज्या लेकर चाप लगाया, जो OA को P बिन्दु पर काटता है।
(3) बिन्दु P से उसी त्रिज्या के बराबर दूरी के चाप क्रमशः Q, R और S लगाए।
(4) बिन्दु R और ए दूरी पर समद्विभाजक OB खींचा, तब ∠AOB = 90° और ∠BOS = 90° प्राप्त होता है।
(5) अब बिन्दु T और S दूरी का समद्विभाजक OC खींचा। C को आगे D तक बढ़ाया।
इस प्रकार, ∠AOD = ∠AOB + ∠BOD
= 90° + \(\frac{1}{2}\)∠BOS
= 90° + \(\frac{1}{2}\) × 90°
= 90° + 45° = 135°
अत: ∠AOD = 135° वांछित कोण है।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6

प्रश्न 6.
45० का एक कोण खींचिए और उसका समद्विभाजक कीजिए।
हल :
रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 11
(1) प्रश्न 3 के अनुसार, रचना के पदों का अनुसरण करके ∠AOB = 90° बनाया।
(2) ∠AOB का पा समद्विभाजक OC खींचा।
∠AOC = \(\frac{1}{2}\)∠AOB
= \(\frac{1}{2}\) × 90° = 45°
(3) ∠AOC का समद्विभाजक OD खींचा।
∠AOD = \(\frac{1}{2}\)∠AOC = \(\frac{1}{2}\) × 45°
= \(22 \frac{1}{2}^{\circ}\) = ∠DOC
अत: ∠AOD, ∠AOC का समद्विभाजक है।

प्रश्न 7.
135° का एक कोण खींचिए और उसे समद्विभाजित कीजिए।
हल :
रचना के पद :
(1) प्रश्न 5(f) के पदों का अनुसरण करके ∠AOE = 135° की रचना की।
(2) ∠AOE का समद्विभाजक OF खींचा।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 12
∠AOF = \(\frac{1}{2}\)∠AOE
= \(\frac{1}{2}\) × 135° = \(67 \frac{1}{2}^{\circ}\) = ∠FOE
अतः ∠AOF, ∠AOE का समद्विभाजक है।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6

प्रश्न 8.
70° का एक कोण खींचिए। इस कोण के बराबर रूलर और परकार की सहायता से एक कोण बनाइए।
हल :
रचना के पद :

  • किरण OA खींची।
  • चाँद को OA पर इस प्रकार रखते हैं कि चाँद का केन्द्र-बिन्दु O पर हो और 0 – 180° रेखा पर हो।
  • कागज पर चाँद के 70° के चिन्ह के सामने बिन्दु B अंकित किया और OB को मिलाया।

इस प्रकार ∠AOB = 70° प्राप्त होता है।

पुनः रूलर और परकार द्वारा :
(1) किरण PQ खींची।
(2) P को केन्द्र मानकर उपयुक्त त्रिज्या का चाप लगाया, जो PQ को M पर काटता है।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 13
(3) अब ∠AOB में, O को केन्द्र मानकर समान त्रिज्या (PM त्रिज्या) का चाप लगाया, जो OA को C बिन्दु पर और OB को D बिन्दु पर काटता है।
(4) परकार में CD चाप की दूरी लेकर, चरण 2 के बिन्दु M से चाप लगाया जो N बिन्दु पर काटता है।
(5) PN को मिलाते हुए आगे R तक बढ़ाया।
इस प्रकार ∠QPR = ∠AOB प्राप्त हुआ।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6

प्रश्न 9.
40° का एक कोण खींचिए। इसके संपूरक के बराबर एक कोण बनाइए।
हल :
रचना के पद :
(1) किरण OA खींची।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 14
(2) चाँद को OA पर इस प्रकार रखते हैं कि चाँद का केन्द्र-बिन्दु O पर हो और 0 – 180° रेखा पर हो।
(3) कागज पर चाँदे के 40° के चिन्ह पर बिन्दु B अंकित किया।
(4) OB को मिलाया। इस प्रकार ∠AOB = 40° प्राप्त हुआ।

40° के सम्पूरक कोण की रचना :
रचना के पद :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 14 प्रायोगिक ज्यामिती Ex 14.6 15

  • किरण PQ खींची।
  • 40° का सम्पूरक बनाने के लिए हमें 180° – 40° = 140° का कोण बनाना होगा।
  • कागज पर चाँद के केन्द्र को बिन्दु P पर इस प्रकार रखते हैं कि 0 – 180° रेखा पर हो।
  • चाँद के 140° के चिन्ह पर R बिन्दु अंकित किया।
  • PR को मिलाया, तब ∠QPR = 140°

अतः ∠QPR, ∠AOB का सम्पूरक है।

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HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.1

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.1 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Exercise 2.1

प्रश्न 1.
10999 के बाद अगली तीन प्राकृत संख्याएँ लिखिए।
हल :
1999 के बाद अगली संख्याएँ
10999 + 1 = 11000
11000 + 1 = 11001
11001 + 1 = 11002
अतः अगली तीन प्राकृत संख्याएँ 11000, 11001, 11002 हैं। उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.1

प्रश्न 2.
10001 से ठीक पहले आने वाली तीन पूर्ण संख्याएँ लिखिए।
हल :
10001 से ठीक पहले आने वाली तीन पूर्ण संख्याएँ
10001 – 1 = 10000
10000 – 1 = 9999
9999 – 1 = 9998
अतः 10001 से ठीक पहले आने वाली तीन पूर्ण संख्याएँ 10000, 9999, 9998 हैं। उत्तर

प्रश्न 3.
सबसे छोटी पूर्ण संख्या कौन-सी है ?
हल :
सबसे छोटी पूर्ण संख्या शून्य (0) है।

प्रश्न 4.
32 और 53 के बीच में कितनी पूर्ण संख्याएँ हैं ?
हल :
32 और 53 के बीच पूर्ण संख्याएँ 33, 34, 35, 36, 37, 38, 39, 40, 41, 42, 43, 44, 45, 46, 47, 48, 49, 50, 51, 52 है।
∴ 32 और 53 के बीच 20 पूर्ण संख्याएँ हैं। उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.1

प्रश्न 5.
निम्न के परवर्ती लिखिए :
(a) 2440701
(b) 100199
(c) 1099999
(d) 2345670
हल :
(a) 2440701 का परवर्ती
= 2440701 + 1 = 2440702. उत्तर
(b) 100199 का परवर्ती
= 100199 + 1 = 100200, उत्तर
(c) 1099999 का परवर्ती
= 1099999 + 1 = 1100000. उत्तर
(d) 2345670 का परवर्ती
= 2345670 + 1 = 2345671. उत्तर

प्रश्न 6.
निम्न के पूर्ववर्ती लिखिए :
(a) 94
(b) 10000
(c) 208090
(d) 7654321
हल :
(a) 94 का पूर्ववर्ती = 94 – 1 = 93. उत्तर
(b) 10000 का पूर्ववर्ती = 10000 – 1 = 9999. उत्तर
(c) 208090 का पूर्ववर्ती = 208090 – 1 = 208089. उत्तर
(d) 7654321 का पूर्ववर्ती = 7654321 – 1 = 7654320. उत्तर

प्रश्न 7.
संख्याओं के निम्नलिखित युग्मों में से प्रत्येक के लिए, संख्या रेखा पर कौन-सी पूर्ण संख्या अन्य संख्या के बाईं ओर स्थित है। इनके बीच में उपयुक्त चिह्न (>, <) का प्रयोग करते हुए इन्हें लिखिए।
(a) 530, 503
(b) 370, 307
(c) 98765, 56789
(d) 9830415, 10023001
हल :
(a) 530, 503
∵ संख्या 503, संख्या 530 से कम है।
∴ संख्या 503, संख्या 530 के बाई ओर स्थित होगी।
अतः 503 < 530, उत्तर

(b) 370, 307
संख्या 307, संख्या 370 से कम होने के कारण बाई ओर स्थित होगी।
∴ 307 < 370. उत्तर

(c) 98765, 56789
संख्या 56789, संख्या 98765 से कम होने कारण संख्या रेखा पर बाईं ओर स्थित होगी।
∴ 56789 < 98765. उत्तर

(d) 9830415, 10023001
संख्या 9830415. संख्या 10023001 से कम होने के कारण रेखा पर बाईं ओर स्थित होगी।
∴ 9830415 < 10023001. उत्तर

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 2 पूर्ण संख्याएँ Ex 2.1

प्रश्न 8.
निम्नलिखित कथनों में से कौन-से कथन सत्य हैं और कौन-से कथन असत्य हैं :
(a) शून्य सबसे छोटी प्राकृत संख्या है।
(b) 400, संख्या 399 का पूर्ववर्ती है।
(c) शून्य सबसे छोटी पूर्ण संख्या है।
(d) 600, संख्या 599 का परवर्ती है।
(e) सभी प्राकृत संख्याएँ पूर्ण संख्याएँ हैं।
(f) सभी पूर्ण संख्याएँ प्राकृत संख्याएँ हैं।
(g) दो अंकों की पूर्ण संख्या का पूर्ववती एक अंक की संख्या कभी नहीं हो सकती है।
(h) 1 सबसे छोटी पूर्ण संख्या है।
(i) प्राकृत संख्या 1 का कोई पूर्ववर्ती नहीं होता।
(j) पूर्ण संख्या 1 का कोई पूर्ववर्ती नहीं होता।
(k) पूर्ण संख्या 13. संख्याओं 11 और 12 के बीच में स्थित है।
(l) पूर्ण संख्या 0 का कोई पूर्ववर्ती नहीं होता।
(m) दो अंकों की संख्या का परवर्ती सदैव दो अंकों की एक संख्या होती है।
हल :
(a) असत्य,
(b) असत्य,
(c) सत्य,
(d) सत्य,
(e) सत्य,
(f) असत्य,
(g) असत्य,
(h) असत्य,
(i) सत्य,
(j) असत्य,
(k) असत्य,
(l) सत्य,
(m) असत्य।

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HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

पृष्ठ सं. 2 से (प्रयास कीजिए)

प्रश्न 1.
क्या आप तुरन्त ज्ञात कर सकते हैं कि प्रत्येक पंक्ति में कौन-सी संख्या सबसे बड़ी है और कौन-सी संख्या सबसे छोटी है ?
(i) 382, 4972, 18, 59785, 750
(ii) 1473, 89423, 100, 5000, 310
(iii) 1834, 75284, 111, 2333, 450
(iv) 2853, 7691, 9999, 12002, 124
क्या यह सरल था? यह सरल क्यों था?
हल :
(i) 59785 सबसे बड़ी है और 18 सबसे छोटी है।
(ii) 89423 सबसे बड़ी है और 100 सबसे छोटी है।
(iii) 75284 सबसे बड़ी है और 111 सबसे छोटी है।
(iv) 12002 सबसे बड़ी है और 124 सबसे छोटी है।
यह सरल था क्योंकि.
(i) एक संख्या जिसमें अंकों की संख्या अधिक हो, दूसरी संख्या से बड़ी होती है।
(ii) जब दो संख्याओं में अंकों की संख्या समान हो, तो जिस संख्या में सबसे बाई ओर का अंक बड़ा होगा वह संख्या बड़ी होगी।
(iii) यदि सबसे बाईं ओर का अंक बराबर हो, तो उसके दाईं ओर के अंक से तुलना करते हैं।

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पृष्ठ सं. 3 से

प्रश्न 1.
प्रत्येक समूह में सबसे बड़ी और सबसे छोटी संख्याएँ ज्ञात कीजिए:
(a) 4536, 4892, 4370, 4452
(b) 15623, 15073,15189,15800
(c) 25286,25245,25270, 25210
(d) 6895, 23787, 24569,24659.
हल :
(a) सभी संख्याओं 4536, 4892, 4370 तथा 4452 में बायीं ओर के अंकों की संख्या समान है अर्थात् सभी में हजार के स्थान पर अंक समान हैं। अतः सौ के स्थान पर लिखे अंकों को अवरोही क्रम में लिखते हैं :
8 > 5 > 4 > 3
∴ 4892 सबसे बड़ी संख्या है तथा 4370 सबसे छोटी संख्या है।

(b) सभी संख्याओं 15623, 15073, 15189 तथा 15800 में अंकों की संख्या समान है। आगे सभी में दस हजार तथा हजार के स्थान पर समान अंक हैं। अतः सौ के स्थान पर लिखे अंकों को अवरोही क्रम में लिखते हैं :
8 > 6 > 1 > 0
∴ 15800 सबसे बड़ी संख्या है तथा 15073 सबसे छोटी संख्या है।

(c) सभी संख्याओं 25286,25245,25270 तथा 25210 में अंकों की संख्या समान है। आगे सभी में दस हजार के स्थान पर, हजार के स्थान पर तथा सौ के स्थान पर सभी अंक समान हैं। अत: दहाई के स्थान पर अंकों को अवरोही क्रम में लिखते हैं :
8 > 7 > 4 > 1
∴ 25286 सबसे बड़ी संख्या है और 25210 सबसे छोटी संख्या है।

(d) ∵ दी गई संख्याओं में 6895 में अंकों की संख्या सबसे कम है। अत: 6895 सबसे छोटी संख्या है। पुनः शेष बची संख्याओं 23787,24569 तथा 24659 सभी में अंकों की संख्या समान है। आगे दस हजार के स्थान पर तथा हजार के स्थान पर सभी अंक समान हैं। (23787 को छोड़कर, क्याकि हम सबसे बड़ा सख्या दख रह है।)

सौवें स्थान पर अंकों की तुलना करने पर हम पाते हैं कि
5 < 6
∴ 24659 सबसे बड़ी संख्या है।

पृष्ठ सं. 3 से

प्रश्न 1.
बिना पुनरावृत्ति किए, दिए हुए अंकों का प्रयोग करके चार अंकों की सबसे बड़ी और सबसे छोटी संख्याएँ बनाइए:
(a) 2, 8, 7, 4
(b) 9, 7, 4, 1
(c) 4, 7, 5, 0
(d) 1, 7, 6, 2
(e) 5, 4, 0, 3.
हल :
(a) दिए हुए अंक : 2, 8, 7, 4
दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
8, 7, 4, 2
∴ 8742 चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या है तथा 2478 चार अंकों की सबसे छोटी संख्या है।

(b) दिए हुए अंक : 9, 7, 4, 1
दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
9, 7, 4, 1
∴ 9741 चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या है तथा 1479 चार अंकों की सबसे छोटी संख्या है।

(c) दिए हुए अंक : 4, 7, 5, 0
दिए हुए अंर्को को अवरोही क्रम में लिखने पर,
7, 5, 4, 0
∴ 7540 चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या है तथा चार अंकों की सबसे छेटी संख्या 4057 है।

(d) दिए हुए अंक : 1, 7, 6, 2
दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
7, 6, 2, 1
∴ 7621 चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या है तथा चार अंकों की सबसे छोटी संख्या 1267 है।

(e) दिए हुए अंक : 5, 4, 0, 3
दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
5, 4, 3, 0
∴ 5430 चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या है तथा चार अंकों की सबसे छोटी संख्या 3045 है।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

प्रश्न 2.
किसी एक अंक का दो बार प्रयोग करके चार अंकों की सबसे बड़ी और सबसे छोटी संख्याएँ बनाइए:
(a) 3, 8, 7
(b) 9, 0, 5
(c) 0, 4, 9
(d) 8, 5, 1.
हल :
(a) दिए हुए अंक : 3, 8, 7
दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
8, 7, 3
∵ एक अंक का दो बार प्रयोग करने पर चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या 8873 है तथा चार अंकों की सबसे छोटी संख्या 3378 है।

(b) दिए हुए अंक : 9, 0, 5
दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
9, 5, 0
∵ एक अंक का दो बार प्रयोग करने पर चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या 9950 है तथा 5009 चार अंकों की सबसे छोटी संख्या है।

(c) दिए गए अंक : 0, 4, 9
दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
9, 4, 0
∵ एक अंक का दो बार प्रयोग करने पर चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या 9940 है तथा चार अंकों की सबसे छोटी संख्या 4009 है।

(d) दिए गए अंक : 8, 5, 1
दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
8, 5, 1
∵ एक अंक का दो बार प्रयोग करने पर चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या 8851 है तथा चार अंकों की सबसे छोटी संख्या 1158 है।

प्रश्न 3.
दिए हुए प्रतिबन्धों के साथ किन्हीं चार अंकों का प्रयोग करके 4 अंकों की सबसे बड़ी और सबसे छोटी संख्याएँ बनाइए:
(ध्यान दीजिए, अंक 0 से संख्या प्रारम्भ नहीं हो सकती। क्यों?)
हल :
अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
9, 8, 7, 6, 5, 4, 3, 2, 1, 0
(a) अंक 7 सदैव इकाई के स्थान पर रहे :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 1
(b) अंक 4 सदैव दहाई के स्थान पर रहे :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 2
(c) अंक 9 सदैव सौ के स्थान पर रहे:
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 3
(d) अंक 1 सदैव हजार के स्थान पर रहे :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 4
अंक 0 से संख्या प्रारम्भ नहीं हो सकती क्योंकि 0 के संख्या के प्रारम्भ में आने पर, संख्या तीन अंकों की रह जायेगी।

प्रश्न 4.
मान लीजिए, आप दो अंक 2 और 3 लेते हैं। इन अंकोंको समानबार दोहरातेहुए चार अंकों की संख्याएँ बनाइए। कौन-सी संख्या सबसे बड़ी है ? कौन-सी संख्या सबसे छोटी है? आप ऐसी कुल कितनी संख्याएँ बना सकते हैं?
हल :
दो अंक 2 और 3 दिए गए हैं। इन अंकों को समान बार दोहराते हुए चार अंकों की संख्या लिखने पर,
2233, 3322, 2332, 2323 और 3232
इनमें सबसे बड़ी संख्या 3322 है तथा 2233 सबसे छोटी संख्या है। इससे हम 6 विभिन्न संख्याएँ बना सकते हैं।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

पृष्ठ सं. 4 से

उचित क्रम में खड़े होना-
प्रश्न 1. इनमें कौन सबसे लम्बा है?
प्रश्न 2. इनमें कौन सबसे छोटा है ?
(a) क्या आप इन्हें इनकी लम्बाइयों के बढ़ते हुए क्रम में खड़ा कर सकते हैं?
(b) क्या आप इन्हें इनकी लम्बाइयों के घटते हुए क्रम में खड़ा कर सकते हैं?
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 5
हल :
1. ∵ 160 > 159 > 158 > 154
∴ रामहरि सबसे लम्बा है।
2. ∵ 154 < 158 < 159 < 160
∴ डोली सबसे छोटी है।
(a) हाँ, इनको इनकी लम्बाइयों के बढ़ते हुए क्रम में इस प्रकार खड़ा किया जा सकता है:
1. डोली,
2. मोहन,
3. शशि,
4. रामहरि।

(b) हाँ, इनको इनकी लम्बाइयों के घटते हुए क्रम में इस प्रकार खड़ा किया जा सकता है:
1. रामहरि,
2. शशि,
3. मोहन,
4. डोली।

पृष्ठ सं. 4 से (क्या खरीदें)

प्रश्न 1.
सोहन और रीता एक अलमारी खरीदने गए। वहाँ कई अलमारियाँ उपलब्ध थीं जिन पर उनके मूल्यों की पर्चियाँ लगी हुई थीं।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 6
(a) क्या आप इनके मूल्यों को बढ़ते हुए क्रम में . व्यवस्थित कर सकते हैं?
(b) क्या आप इनके मूल्यों को घटते हुए क्रम में व्यवस्थित कर सकते हैं ?
हल :
(a) हाँ, अलमारियों के मूल्यों को बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित कर सकते हैं :
₹ 1,788, ₹ 1,897, ₹ 2,635,₹ 2,854, ₹ 3,975
(b) हाँ, अलमारियों के मूल्यों को घटते हुए क्रम में व्यवस्थित कर सकते हैं :
₹ 3,975, ₹ 2,854, ₹ 2,635, ₹ 1,897, ₹ 1,788

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

पृष्ठ सं. 5 से

प्रश्न 1.
निम्नलिखित संख्याओं को आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए:
(a) 847, 9754, 8320, 571
(b) 9801, 25751, 36501, 38802.
हल :
(a) दिए हुए अंकों को आरोही क्रम में लिखने पर,
571, 847, 8320, 9754.
(b) दिए हुए अंकों को आरोही क्रम में लिखने पर,
9801, 25751, 36501, 38802.

प्रश्न 2.
निम्नलिखित संख्याओं को अवरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए :
(a) 5000, 7500, 85400, 7861
(b) 1971, 45321, 88715, 92547.
हल :
(a) दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
85400, 7861, 7500, 5000.
(b) दिए हुए अंकों को अवरोही क्रम में लिखने पर,
92547, 88715, 45321, 1971.

पृष्ठ सं. 7 से

प्रश्न 1.
संख्याओं को पढ़िए और जहाँ-जहाँ रिक्त स्थान है, उनके नाम लिखिए और प्रसारित रूप में लिखिए।
हल:

संख्यासंख्या का नामप्रसारित रूप
50000पचास हजार5 × 10000
41000इक्तालीस हजार4 × 10000 + 1 × 1000
47300सैंतालीस हजार तीन सौ4 × 10000 + 7 × 1000 + 3 × 100
57630सत्तावन हजार छ: सौ तीस5 × 10000 + 7 × 1000 + 6 × 100 + 3 × 10
29485उन्तीस हजार चार सौ पिच्चासी2 × 10000 + 9 × 1000 + 4 × 100 + 8 × 10 + 5 × 1
29085उन्तीस हजार पिच्चासी2 × 10000 + 9 × 1000 + 8 × 10 + 5 × 1
20085बीस हजार पिच्चासी2 × 10000 + 8 × 10  + 5 × 1
20005बीस हजार पाँच2 × 10000 + 5 × 1

पृष्ठ सं. 8 से

प्रश्न 1.
संख्याओं को पढ़कर उन्हें रिक्त स्थानों में प्रसारित रूप में और उनके नाम लिखिए।
हल:

संख्यासंख्या का नामप्रसारित रूप
4,57,928चार लाख सत्तावन हजार नौ सौ अट्ठाईस4 × 100000 + 5 × 10000 + 7 × 1000 + 9 × 100 + 2 × 10 + 8 × 1
4,07,928चार लाख सात हजार नौ सौ अट्ठाईस4 × 100000 + 7 × 1000 + 9 × 100 + 2 × 10 + 8 × 1
4,00,829चार लाख आठ सौ उन्तीस4 × 100000 + 8 × 100 + 2 × 10 + 9 × 1
4,00,029चार लाख उन्तीस4 × 100000 + 2 × 10 + 9 × 1

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

पृष्ठ सं. 8 से

प्रश्न 1.
1. 10 – 1 क्या है?
2. 100 – 1 क्या है?
3. 10,000 – 1 क्या है?
4. 1,00,000 – 1 क्या है?
5. 1,00,00,000 – 1 क्या है?
हल :
1. 10 – 1 = 9
दो अंकों की सबसे छोटी संख्या – 1
एक अंक की सबसे बड़ी संख्या

2. 100 – 1 = 99
तीन अंकों की सबसे छोटी संख्या – 1
= दो अंकों की सबसे बड़ी संख्या

3. 10,000 – 1 = 9,999
पाँच अंकों की सबसे छोटी संख्या – 1
= चार अंकों की सबसे बड़ी संख्या

4. 1,00,000 – 1 = 99,999
छ: अंकों की सबसे छोटी संख्या – 1
= पाँच अंकों की सबसे बड़ी संख्या

5. 1,00,00,000 – 1 = 99,99,999
आठ अंकों की सबसे छोटी संख्या – 1
= सात अंकों की सबसे बड़ी संख्या।

पृष्ठ सं. 9 से

प्रश्न 1.
ऐसे पाँच उदाहरण दीजिए, जहाँ गिनी जाने वाली वस्तुओं की संख्या 6 अंकों की संख्या से अधिक होगी।
हल :
5 उदाहरण जहाँ पर गिनी जाने वाली वस्तुओं की संख्या 6 अंकों की संख्या से अधिक होगी :
(i) एक जिले में वाहनों की संख्या।
(ii) एक बड़े शहर में व्यक्तियों की संख्या।
(iii) दिल्ली के सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या।
(iv) एक बड़े खेत में उगे हुए मक्के के पौधों की संख्या।
(v) एक भरी हुई बोरी में गेहूँ के दानों की संख्या।

प्रश्न 2.
6 अंकों की सबसे बड़ी संख्या से प्रारम्भ करते हुए, अवरोही क्रम में पिछली 5 संख्याएँ लिखिए।
हल :
छः अंकों की सबसे बड़ी संख्या 9,99,999 है। अवरोही क्रम में पिछली 5 संख्याएँ इस प्रकार हैं :
9,99,998, 9,99,997, 9,99,996, 9,99,995, 9,99,994.

प्रश्न 3.
8 अंकों की सबसे छोटी संख्या से प्रारम्भ करते हुए, आरोही क्रम में अगली 5 संख्याएँ लिखिए और उन्हें पढ़िए।
हल :
8 अंकों की सबसे छोटी संख्या 1,00,00,000 (एक करोड़) है।
आरोही क्रम में अगली 5 संख्याएँ इस प्रकार हैं : 1,00,00.001, 1,00,00,002, 1,00,00,003, 1,00,00,004 तथा 1,00,00,005
ये संख्याएँ क्रमशः इस प्रकार पढ़ी जायेंगी : एक करोड़ एक, एक करोड़ दो, एक करोड़ तीन, एक करोड़ चार तथा एक करोड़ पाँच।

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पृष्ठ सं. 11 से

प्रश्न 1.
इन संख्याओं को बॉक्सों का प्रयोग करते हुए लिखिए और फिर प्रसारित रूप में लिखिए :
(i) 475320
(ii) 9847215
(iii) 97645310
(iv) 30458094
(a) इनमें कौन-सी संख्या सबसे छोटी है ?
(b) इनमें कौन-सी संख्या सबसे बड़ी है?
(c) इन संख्याओं को आरोही और अवरोही क्रमों में व्यवस्थित कीजिए।
हल :
दी गई संख्याओं को बॉक्सों का प्रयोग कर, प्रसारित रूप में निम्न प्रकार लिखते हैं :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 7
(a) सबसे छोटी संख्या = 475320
(b) सबसे बड़ी संख्या = 97645310
(c) इन संख्याओं को आरोही क्रम में रखने पर, 475320, 9847215, 30458094, 97645310
तथा इन संख्याओं को अवरोही क्रम में रखने पर, 97645310, 30458094, 9847215,475320.

प्रश्न 2.
निम्नलिखित संख्याओं को देखिए :
(i) 527864
(ii) 95432
(iii) 18950049
(iv) 70002509
(a) इन संख्याओं को बॉक्सों का प्रयोग करते हुए लिखिए।
(b) इन संख्याओं को आरोही और अवरोही क्रमों में व्यवस्थित कीजिए।
हल :
(a) दी गई संख्याओं को बॉक्सों का प्रयोग कर, अल्पविराम का प्रयोग कर अग्र प्रकार से लिखते हैं :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 9
(b) इन संख्याओं को आरोही क्रम में लिखने पर, 95,432, 5,27,864, 1,89,50,049, 7,00,02,509
तथा इन संख्याओं को अवरोही क्रम में लिखने पर, 7,00,02,509, 1,89,50,049, 5,27,864, 95,432.

प्रश्न 3.
ऐसी ही तीन और बड़ी संख्याएँ लेकर इस प्रक्रिया को दोहराइए।
हल :
इस प्रश्न को छात्र/छात्राएँ प्रश्न 1 तथा प्रश्न 2 के अनुसार विभिन्न अंकों की संख्याएँ लेकर स्वयं हल करने का प्रयास करें।

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पृष्ठ सं. 12 से

प्रश्न 1.
क्या आप संख्यांक लिखने में मेरी सहायता कर सकते हैं
(a) बयालीस लाख सत्तर हजार आठ।
(b) दो करोड़ नब्बे लाख पचपन हजार आठ सौ।
(c) सात करोड़ साठ हजार पचपन।
हल :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 10

पृष्ठ सं. 12 से

प्रश्न 1.
आपके पास 4, 5, 6, 0, 7 और 8 के अंक हैं। इनका प्रयोग करते हुए 6 अंकों की पाँच संख्याएँ बनाइए:
(a) पढ़ने में सरलता के लिए अल्पविराम लगाइए।
(b) इन्हें आरोही और अवरोही क्रमों में व्यवस्थित कीजिए।
हल :
अंक 4, 5, 6, 0, 7 और 8 का प्रयोग करते हुए 6 अंकों की पाँच संख्याएँ :
456078, 870654, 540687, 786045 तथा 607845.
(a) इन संख्याओं को अल्पविरामों का प्रयोग कर दोबारा लिखने पर,
456,078, 8,70,654, 5,40,68787, 86,045 तथा 6,07,845
(b) इन्हें आरोही क्रम में व्यवस्थित करने पर,
456078, 540687, 607845, 786045, 870654
तथा अवरोही क्रम में व्यवस्थित करने पर,
870654, 786045, 607845, 540687, 456078.

प्रश्न 2.
अंकों 4, 5, 6, 7, 8 और 9 का प्रयोग कर 8 अंकों की कोई तीन संख्याएँ बनाइए। पढ़ने में सरलता के लिए अल्पविरामों का प्रयोग कीजिए।
हल :
अंकों 4,5,6,7,8 और 9 का प्रयोग करते हुए 8 अंकों की तीन संख्याएँ :
45678945, 54987654 तथा 67458945.
इन संख्याओं में अल्पविरामों का प्रयोग करते हुए पुनः लिखने पर,
4,56,78,945, 5,49,87,654 तथा 6,74,58,945.

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

प्रश्न 3.
अंकों 3, 0 और 4 का प्रयोग कर 6 अंकों की पाँच संख्याएँ बनाइए। अल्पविरामों का भी प्रयोग कीजिए।
हल :
अंक 3,0 और 4 का प्रयोग करते हुए 6 अंकों की 5 संख्याएँ:
330044, 440033, 340043, 430034 तथा 403043 इन संख्याओं में अल्पविरामों का प्रयोग कर पुनः लिखने पर,
3,30,044, 4,40,033, 3,40,043, 4,30,034 तथा 4.03,043.

पृष्ठ सं. 13 से

प्रश्न 1.
कितने सेण्टीमीटरों से एक किलोमीटर बनता है?
हल :
1 किमी = 1000 मीटर
= 1000 × 100 सेमी
[1 मीटर = 100 सेमी]
= 100000 सेमी
अतः 100000 सेण्टीमीटरों से एक किलोमीटर बनता है। उत्तर

प्रश्न 2.
भारत के पाँच बड़े शहरों के नाम लिखिए। उनकी जनसंख्या पता कीजिए। इन शहरों में से प्रत्येक युग्म शहरों के बीच की दूरी भी किलोमीटरों में पता कीजिए।
हल :
भारत के पाँच बड़े शहरों के नाम :

  • दिल्ली, चेन्नई, बंगलुरू, कोलकाता और हैदराबाद।
  • इन शहरों की जनसंख्या तथा दूरी की जानकारी सामान्य ज्ञान पुस्तक से पता की जा सकती है।

पृष्ठ सं. 13 से

प्रश्न 1.
कितने मिलीग्राम से एक किलोग्राम बनता है?
हल :
1 किलोग्राम = 1000 ग्राम
= 1000 × 1000 मिलीग्राम
[1 ग्राम = 1000 मिलीग्राम]
= 1000000 मिलीग्राम
अतः 100000 मिलीग्राम से एक किलोग्राम बनता है। उत्तर

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प्रश्न 2.
दवाई की गोलियों के एक बक्से में 2,00,000 गोलियाँ हैं, जिनमें प्रत्येक का भार 20 मिग्रा है। इस बक्से में रखी सभी गोलियों का कुल भार ग्रामों में कितना है और किलोग्रामों में कितना है?
हल :
एक गोली का भार = 20 मिलीग्नाम
गोलियों के बक्से का भार
= 2,00,000 गोलियों का भार
= 2,00,000 × 20 मिलीग्नाम
= \(\frac{200000 \times 20}{1000}\) ग्राम = 4000 ग्राम
= \(\frac {4000}{1000}\) किलोग्राम = 4 किलोग्राम
अतः बक्से में रखी सभी गोलियों का कुल भार ग्रामों में 4000 ग्राम है और किलोग्राम में 4 किलोग्राम है।   उत्तर

पृष्ठ सं. 14 से

प्रश्न 1.
एक बस ने अपनी यात्रा आरम्भ की और 60 किमी/घण्टा की चाल से विभिन्न स्थानों पर पहुंची। इस यात्रा को नीचे दर्शाया गया है:
(i) A से D तक जाने में बस द्वारा तय की गई कुल दूरी ज्ञात कीजिए।
(ii) D से G तक जाने में बस द्वारा तय की गई कुल दूरी ज्ञात कीजिए।
(iii) बस द्वारा तय की गई कुल दूरी ज्ञात कीजिए।
(iv) क्या आप C से D तक और D से E तक की दूरियों का अन्तर ज्ञात कर सकते हैं?
(v) बस द्वारा निम्नलिखित यात्रा में लिया समय ज्ञात कीजिए:
(a) A से B तक
(b) C से D तक
(c) E से G तक
(d) कुल यात्रा।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions 8
हल :
आकृति से स्पष्ट है :
(i) बस द्वारा A से D तक जाने में तय की गई कुल दूरी
= (4170 + 3410 + 2160) किमी
= 9740 किमी।

(ii) बस द्वारा D से G तक जाने में तय की गई कुल दूरी
= 8140 किमी + 4830 किमी + 2550 किमी
= (8140 + 4830 + 2550) किमी
= 15520 किमी।

(iii) बस द्वारा तय की गई कल दूरी = (4170 + 3410 + 2160 + 8140 + 4830 + 2550 + 1290) किमी
= 26550 किमी।

(iv) C से D तक की दूरी = 2160 किमी
D से E तक की दूरी = 8140 किमी
∴ C से D तक और D से E तक की दूरियों का अन्तर
= (8140 – 2160) किमी = 5980 किमी

(v) (a) बस द्वारा A से B तक लिया गया समय
समय = दूरी / चाल
यहाँ दूरी = 4170
चाल = 60 किमी / घण्टा
समय = \(\frac {4170}{60}\) घण्टे = 69 \(\frac {30}{60}\) घण्टे
= 69 घण्टे \(\frac {30}{60}\) × 60 मिनट
= 69 घण्टे 30 मिनट।

(b) C से D तक लिया गया समय
समय = दूरी / चाल = \(\frac {2160}{60}\) घण्टे = 36 घण्टे।

(c) E से G तक लिया गया समय
समय = दूरी / चाल = \(\frac{4830+2550}{60}\) घण्टे
= \(\frac {7380}{60}\) घण्टे = 123 घण्टे।

(d) कुल यात्रा में लगा समय
समय = कुल दूरी / चाल = \(\frac {26550}{60}\) घण्टे
= 442\(\frac {3}{6}\) घण्टे
= 442 घण्टे \(\frac {3}{6}\) × 60 मिनट
= 442 घण्टे 30 मिनट।

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प्रश्न 2.
रमन की दुकान

वस्तुएँ दर
सेब₹ 40 प्रति किग्रा
संतरा₹ 30 प्रति किग्रा
कंघा₹ 3 प्रति नग
दाँतों का ब्रुश₹ 10 प्रति नग
पेंसिल₹ 1 प्रति नग
अभ्यास-पुस्तिका₹ 6 प्रति नग
साबुन की टिकिया₹ 8 प्रति नग

पिछले वर्ष की बिक्री

 सेब2457 किग्रा
संतरा3004 किग्रा
कधा22760 नग
दाँतों का बुश25367 नग
पेंसिल38530 नग
अभ्यास-पुस्तिका40002 नग
साबुन की टिकिया20005 नग

(a) क्या आप रमन द्वारा पिछले वर्ष बेचे गए सेब और संतरों का कुल भार ज्ञात कर सकते हैं ?
सेबों का भार = ………………. किग्रा
संतरों का भार = ………………. किग्रा
अतः कुल भार = ………. किग्रा + ………. किग्रा ………… किग्रा
(b) क्या आप रमन द्वारा सेबों को बेचने से प्राप्त कल धनराशि ज्ञात कर सकते हैं ?
(e) क्या आप रमन द्वारा सेबों और संतरों को बेचने से प्राप्त कुल धनराशि ज्ञात कर सकते हैं ?
(d) रमन द्वारा प्रत्येक वस्तु के बेचने से प्राप्त धनराशियों को दर्शाने वाली एक सारणी बनाइए। धनराशियों की इन प्रविष्टियों को अवरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए। वह कौन-सी वस्तु है जिससे रमन को सबसे अधिक धनराशि प्राप्त हुई ? यह धनराशि क्या है ?
हल :
(a) सेबों का वजन = 2457 किग्रा
संतरों का वजन = 3004 किग्रा
कुल वजन = (2457 + 3004) किग्रा
= 5461 किग्रा
अत: पिछले वर्ष बेचे गए सेबों और संतरों का कुल
वजन = 5461 किग्ना।

(b) बेचे गए सेबों का वजन = 2457 किग्रा
सेबों का विक्रय मूल्य = ₹ 40 प्रति किग्रा
∴ सेबों को बेचने से प्राप्त राशि = ₹(2457 × 40)
= ₹ 98,280

(c) बेचे गए संतरों का वजन = 3004 किग्रा
संतरों का विक्रय मूल्य = ₹30 प्रति किग्रा
= ₹(3004 × 30)
= ₹ 90,120
∴ कुल सेबों और संतरों को बेचने से प्राप्त कुल राशि
= ₹(98,280 + 90,120)
= ₹ 1,88,400

(d) रमन द्वारा प्रत्येक वस्तु के बेचने से प्राप्त धन राशियों को दर्शाने वाली एक सारणी :

वस्तुदरकुलधनराशि (रुपयों में)
सेब40 रु. प्रति किग्रा245798,280
संतर30 रु. प्रति किग्रा300490,120
कंघा3 रु. प्रति किग्रा2276068,280
दाँतों का बुश10 रु. प्रति किग्रा253672,53,670
पेसिल1 रु. प्रति किग्रा3853038,530
अभ्यास-पुस्तिका6 रु. प्रति किग्रा400022,40,012
साबुन की टिकिया8 रु. प्रति किग्रा200051,60,040

धनराशियों की इन प्रविष्टियों को अवरोही क्रम में व्यवस्थित करने पर,
2,53,670, 2,40,012, 1,60,040,98,280,90,120, 68,280, 38,530
रमन को सबसे अधिक धनराशि दाँतों के ब्रुश से प्राप्त हुई। यह धनराशि = ₹ 2,53,670 है।

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पृष्ठ सं. 20 से

प्रश्न 1.
इन संख्याओं को निकटतम दहाई तक सन्निकटित कीजिए:
28 32 52 41 39 48
64 59 99 215 1453 2936
हल :
संख्या 5 तथा 5 से अधिक को 10 के सन्निकटित कर हल करते हैं।
28 → 30
64 → 60
32 → 30
59 → 60
52 → 50
99 → 100
41 → 40
215 → 220
39 → 40
1453 → 1450
48 → 50
2936 → 2940

प्रश्न 2.
निम्नलिखित सन्निकटों की जाँच कीजिए और उन्हें सही कीजिए जो गलत हैं।
(i) 2573 → 3000
(ii) 53552 → 53000
(iii) 6404 → 6000
(iv) 65537 → 65000
(v) 7805 → 7000
(vi) 3499 → 4000
हल:
(i) 2573 → 3000 (सही)
(ii) 53552 → 53000 (गलत) → 54000 (सही)
(iii) 6404 → 6000 (सही)
(iv) 65537 → 65000 (गलत) → 66000 (सही)
(v) 7805 → 7000 (गलत) → 8000 (सही)
(vi) 3499 → 4000 (गलत) → 3000 (सही)

पृष्ठ सं. 21 से

प्रश्न 1.
दी हुई संख्या को निकटतम दहाई, सौ, हजार और दस हजार तक सन्निकटित कीजिए :

दी हुई संख्यानिम्न के निकटतमसन्निकटित रूप
75847दहाई___________________
75847सौ___________________
75847हजार___________________
75847दस हजार___________________

हल:

दी हुई संख्यानिम्न के निकटतमसन्निकटित रूप
75847दहाई75850
75847सौ75800
75847हजार76000
75847दस हजार80000

पृष्ठ सं. 23 से

निम्नलिखित गुणनफलों का आकलन कीजिए :
(a) 87 × 313
(b) 9 × 795
(c) 898 × 785
(d) 958 × 387
हल :
(a) 87 → 90 (दस के सन्निकटित) और
313 → 300 (सौ के सन्निकटित)
∴ गुणनफलों का आकलन = 90 × 300 = 27000

(b) 9 → 10 (दस के सन्निकटित)
795 → 800 (सौ के सन्निकटित)
∴ गुणनफल का आकलन = 10 × 800 = 8000

(c) 898 → 900 (सी के सन्निकटित)
785 → 800 (सौ के सन्निकटित)
∴ गुणनफल का आकलन = 900 × 800 = 720000

(d) 958 → 1000 (सौ के सन्निकरित) और
387 → 400 (सौ के सन्निकटित)
∴ गुणनफल का अवकलन = 1000 × 400 = 400000

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

पृष्ठ सं. 25 से

प्रश्न 1.
कोष्ठकों का प्रयोग करते हुए, निम्नलिखित में से प्रत्येक के लिए व्यंजक लिखिए :
(a) नौ और दो के योग का चार से गुणा।
(b) अठारह और छ: के अंतर को चार से भाग।
(c) पैंतालीस को तीन और दो के योग के तिगुने से भाग देना।
हल :
(a) 4 × (9 + 2)
(b) (18 – 6) ÷ 4
(c) 45 ÷ 3 × (3 + 2).

प्रश्न 2.
(5 + 8) × 6 के लिए तीन विभिन्न स्थितियाँ लिखिए।
हलं :
स्थिति नं. 1 : राम और मोती ने 6 दिन कार्य किया। राम 5 घण्टे प्रतिदिन कार्य करता है और मोती 8 घण्टे प्रतिदिन कार्य करता है। दोनों ने एक सप्ताह में कुल कितने घण्टे कार्य किया ?
स्थिति नं. 2 : रीता तथा सीता ने एक मन्दिर का भ्रमण 6 साल तक किया। रीता साल में 5 बार जाती थी। सीता 8 बार जाती थी। 6 सालों में दोनों ने मिलकर कितनी बार मन्दिर का भ्रमण किया ?
स्थिति नं. 3 : सूरज तथा सोनू 6 दिन के लिए खेलने गए। सूरज एक दिन में 5 घण्टे तथा सोनू एक दिन में 8 घण्टे खेले। 6 दिन में दोनों कितने घण्टे खेले ?

प्रश्न 3.
निम्नलिखित के लिए पाँच स्थितियां लिखिए, जहाँ कोष्ठकों का प्रयोग आवश्यक हो :
(a) 7(8 – 3)
(b) (7 + 2) (10 – 3)
हल :
(a) स्थिति नं. 1 : 5 और 2 के योग को 7 से गुणा अर्थात् (5 + 2) × 7
स्थिति नं. 2 : 15 और 8 के अन्तर को 5 से गुणा अर्थात् (15 – 8) × 5
स्थिति नं. 3 : 3 और 4 के योग को 5 से गुणा अर्थात् (3 + 4) × 5
स्थिति नं. 4 : 5 और 7 का योग कर 1 से भाग अर्थात् (5 + 7) ÷ 1
स्थिति नं. 5 : 9 और 4 के अन्तर को 7 से गुणा अर्थात् (9 – 4) × 7

(b) स्थिति नं. 1 : 2 और 5 के योग से 12 और 3 के अन्तर का गुणा अर्थात् (2 + 5) × (12 – 3)
2 : 1 और 8 के योग में 11 और 4 के अन्तर का गुणा अर्थात् (1 + 8) × (11 – 4)
स्थिति नं. 3 : 9 और 2 के अन्तर से 5 और 4 के योग का गुणा अर्थात् (9 – 2) × (5 + 4)
स्थिति नं. 4 : 11 और 2 के अन्तर से 3 और 4 के योग का गुणा अर्थात् (11 – 2) × (3 + 4)
स्थिति नं. 5 : 2 और 7 के योग से 8 और 1 के अन्तर का गुणा अर्थात् (2 + 7) × (8 – 1)

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी InText Questions

पृष्ठ सं. 27 से

प्रश्न 1.
रोमन पद्धति में लिखिए :
(i) 73
(ii) 92
हल :
(i) 73 = 70 + 3 = 50 + 20 + 3
= L + XX + III
= LXXIII.

(ii) 92 = 90 + 2 = (100 – 10) + 2
= XC + II = XCII.

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HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्ती

Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्ती Important Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्ती

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

A. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए

1. आर्थिक कार्यों की प्रकृति के आधार पर बस्तियाँ कितने प्रकार की होती हैं?
(A) 2
(B) 3
(C) 4
(D) 6
उत्तर:
(A) 2

2. नदी घाटियों तथा उपजाऊ मैदानों में पाई जाने वाली ग्रामीण बस्तियां किस प्रारूप की होती हैं?
(A) प्रकीर्ण
(B) संहत
(C) रैखिक
(D) गोलाकार
उत्तर:
(B) संहत

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्तीी

3. पर्वतीय, पठारी तथा उच्च भूमि के क्षेत्रों में पाई जाने वाली बस्तियां किस प्रारूप की होती हैं?
(A) संहत
(B) गोलाकार
(C) प्रकीर्ण
(D) रैखिक
उत्तर:
(C) प्रकीर्ण

4. 250 से अधिक जनसंख्या वाली बस्ती को किस देश में नगरीय बस्ती कहा जाता है?
(A) डेनमार्क
(B) स्वीडन
(C) फिनलैंड
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

5. निम्नलिखित में कौन-सा नगर सुनियोजित है?
(A) पटना
(B) चंडीगढ़
(C) जम्मू
(D) कानपुर
उत्तर:
(B) चंडीगढ़

6. ‘कैंब्रिज नगर’ प्रसिद्ध है-
(A) उद्योग के लिए
(B) शिक्षण संस्थानों के लिए
(C) आमोद-प्रमोद के लिए
(D) धार्मिक स्थानों के लिए
उत्तर:
(B) शिक्षण संस्थानों के लिए

7. निम्नलिखित में से प्रशासनिक नगर कौन-सा है?
(A) जोधपुर
(B) कोच्चि
(C) वाराणसी
(D) नई दिल्ली
उत्तर:
(D) नई दिल्ली

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्तीी

8. मुगलसराय और इटारसी किस प्रकार के नगरों के उदाहरण हैं?
(A) औद्योगिक नगर
(B) परिवहन नगर
(C) सांस्कृतिक नगर
(D) रक्षा नगर
उत्तर:
(B) परिवहन नगर

9. विकासशील देशों में अप्रत्याशित नगरीय वृद्धि का मुख्य कारण है-
(A) औद्योगिक विकास
(B) ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की कमी
(C) अनाधिकृत बस्तियों की उत्पत्ति
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

10. मनुष्यों की इमारतों सहित व्यवस्थित कालोनी को कहते हैं-
(A) कारखाना
(B) मकबरा
(C) बस्ती
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(C) बस्ती

11. निकृष्ट आवासीय व्यवस्था’ किस प्रकार की बस्ती की विशेषता है?
(A) ग्रामीण बस्ती
(B) नगरीय बस्ती
(C) मलिन बस्ती
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(C) मलिन बस्ती

12. एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्ती कहाँ स्थित है?
(A) दिल्ली
(B) मुंबई
(C) कोलकाता
(D) रंगून
उत्तर:
(B) मुंबई

13. ‘धारावी’ एक सबसे मलिन बस्ती है-
(A) इंग्लैंड की
(B) यू०एस०ए० की
(C) ब्राजील की
(D) भारत की
उत्तर:
(D) भारत की

14. ‘मेगासिटी’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था?
(A) पैट्रिक गिडिज ने
(B) एडम्सन ने
(C) जीन गोटमेन ने
(D) लेविस मम्फोर्ड ने
उत्तर:
(C) जीन गोटमेन ने

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्तीी

15. निम्नलिखित में से मेगासिटी नहीं है-
(A) दिल्ली
(B) टोक्यो
(C) करनाल
(D) ढाका
उत्तर:
(C) करनाल

16. काहिरा, मनीला व इस्तांबुल आदि नगर किस श्रेणी के अंतर्गत आते हैं?
(A) शहर
(B) सन्नगर
(C) मेगासिटी
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(C) मेगासिटी

17. जब किसी नगर की जनसंख्या 10 लाख से अधिक हो जाती है, तो वह क्या कहलाता है?
(A) शहर
(B) विश्वनगरी
(C) कस्बा
(D) मिलियन सिटी
उत्तर:
(D) मिलियन सिटी

18. सन् 1912 में किसने ऑस्ट्रेलिया की राजधानी के लिए ‘केनबेरा’ की योजना बनाई थी?
(A) पैट्रिक गिडिज ने
(B) लेविस मम्फोर्ड ने
(C) वाल्टर बी० ग्रिफिन ने
(D) जीन गोटमेन ने
उत्तर:
(C) वाल्टर बी० ग्रिफिन ने

19. किस शताब्दी में विकसित देशों में नगरीकरण तेजी से हुआ?
(A) 18वीं शताब्दी में
(B) 19वीं शताब्दी में
(C) 20वीं शताब्दी में
(D) 17वीं शताब्दी में
उत्तर:
(B) 19वीं शताब्दी में

20. सांस्कृतिक नगर का उदाहरण है-
(A) मक्का
(B) बनारस
(C) जैरूसलम
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

21. अलबैनी, लंदन व चेन्नई किस प्रकार के नगरों के उदाहरण हैं?
(A) व्यावसायिक नगर के
(B) सांस्कृतिक नगर के
(C) प्रशासनिक नगर के
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(C) प्रशासनिक नगर के

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22. प्रतिरक्षा नगर का उदाहरण है-
(A) मेरठ छावनी
(B) अम्बाला छावनी
(C) हिसार छावनी
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(D) उपर्युक्त सभी

23. किस प्रकार की बस्तियों में मकान एक-दूसरे के समीप बनाए जाते हैं?
(A) अवैध बस्तियों में
(B) प्रकीर्ण बस्तियों में
(C) संहत बस्तियों में
(D) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(C) संहत बस्तियों में

B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए

प्रश्न 1.
आर्थिक कार्यों की प्रकृति के आधार पर बस्तियाँ कितने प्रकार की होती हैं?
उत्तर:
2।

प्रश्न 2.
नदी घाटियों तथा उपजाऊ मैदानों में पाई जाने वाली ग्रामीण बस्तियाँ किस प्रारूप की होती हैं?
उत्तर:
संहत।

प्रश्न 3.
सुनियोजित नगर का एक उदाहरण दें।
उत्तर:
चंडीगढ़।

प्रश्न 4.
प्रशासनिक नगर का एक उदाहरण दें।
उत्तर:
नई दिल्ली।

प्रश्न 5.
‘निकृष्ट आवासीय व्यवस्था’ किस प्रकार की बस्ती की विशेषता है?
उत्तर:
मलिन बस्ती।

प्रश्न 6.
प्रतिरक्षा नगर का कोई एक उदाहरण दें।
उत्तर:
देहरादून।

प्रश्न 7.
किस प्रकार की बस्तियाँ सड़क, नदी या नहर के किनारे होती हैं?
उत्तर:
रेखीय बस्तियाँ।

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प्रश्न 8.
औद्योगिक नगर का एक उदाहरण दें।
उत्तर:
जमशेदपुर।

प्रश्न 9.
किसी एक खनन नगर का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
डिगबोई।

प्रश्न 10.
ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यतः किस प्रकार की आर्थिक क्रियाएँ होती हैं?
उत्तर:
प्राथमिक क्रियाएँ।

प्रश्न 11.
अत्यधिक नगरीकरण की सबसे बड़ी समस्या क्या है?
उत्तर:
मलिन बस्ती।

प्रश्न 12.
शुष्क बिन्दु बस्तियाँ कहाँ पाई जाती हैं?
उत्तर:
नदी वेदिकाओं के साथ।

प्रश्न 13.
नगरीय जनसंख्या किस वर्ग के देशों में तेजी से बढ़ रही है?
उत्तर:
विकासशील वर्ग के।

प्रश्न 14.
किसी एक आमोद-प्रमोद या मनोरंजन नगर का नाम बताएँ।
उत्तर:
मुम्बई।

प्रश्न 15.
एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्ती कहाँ स्थित है?
उत्तर:
मुम्बई (भारत) में।

प्रश्न 16.
सांस्कृतिक नगर का एक उदाहरण दें।
उत्तर:
हरिद्वार।

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प्रश्न 17.
विश्वनगरी का सबसे अच्छा उदाहरण कौन-सा देश है?
उत्तर:
संयुक्त राज्य अमेरिका।

प्रश्न 18.
सन् 1950 तक विश्व में कितने शहर मिलियन सिटी थे?
उत्तर:
80 शहर।

प्रश्न 19.
विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला नगर कौन-सा है?
उत्तर:
टोक्यो।

प्रश्न 20.
कौन-सा नगर सबसे पहले मेगासिटी बना?
उत्तर:
न्यूयॉर्क।

प्रश्न 21.
एशिया पेसिफिक देशों में नगरीय जनसंख्या का कितने प्रतिशत भाग अनाधिकृत बस्तियों में रहता है?
उत्तर:
60 प्रतिशत।

प्रश्न 22.
अदीस अबाबा किस देश की राजधानी है?
उत्तर:
इथोपिया की।

प्रश्न 23.
बड़े नगरों के समीप छोटे-छोटे से नगर बस जाते हैं, उन्हें क्या कहते हैं?
उत्तर:
उपनगर।

प्रश्न 24.
घरों के समूह को क्या कहते हैं?
उत्तर:
बस्ती।

प्रश्न 25.
मैगालोपोलिस का क्या अर्थ है?
उत्तर:
विशाल नगर।

प्रश्न 26.
अदीस अबाबा का क्या अर्थ है?
उत्तर:
नवीन पुष्प।

प्रश्न 27.
केनबेरा किस देश की राजधानी है?
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया की।

प्रश्न 28.
कौन-सा नगर सबसे पहले मिलियन नगर बना?
उत्तर:
लंदन।

प्रश्न 29.
सन्नगरों का समूह क्या कहलाता है?
उत्तर:
विश्वनगरी।

अति-लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
ग्रामीण बस्तियाँ क्या हैं?
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियाँ वे बस्तियाँ होती हैं जिनके निवासी अपने जीवनयापन के लिए भूमि के विदोहन पर निर्भर करते हैं।

प्रश्न 2.
नगरीकरण किसे कहते हैं?
उत्तर:
कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या के अनुपात में वृद्धि को नगरीकरण कहते हैं।

प्रश्न 3.
ग्रामीण बस्तियों के प्रमुख प्रतिरूप कौन-से होते हैं?
उत्तर:
रैखिक बस्तियाँ, क्रॉस की आकृति वाली बस्तियाँ, तारक बस्तियाँ, T-आकार की बस्तियाँ, वर्गाकार एवं गोलाकार बस्तियाँ, युग्म आकृति की बस्तियाँ इत्यादि।

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प्रश्न 4.
ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप किन कारकों पर निर्भर करते हैं?
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों का प्रतिरूप यह दर्शाता है कि मकानों की स्थिति किस प्रकार एक-दूसरे से संबंधित है। गाँव की आकृति (Shape) और आकार (Size) को प्रभावित करने वाले कारकों में गाँव की स्थिति (Site), समीपवर्ती स्थलाकृति एवं क्षेत्र का भूभाग प्रमुख स्थान रखते हैं।

प्रश्न 5.
उपनगरीकरण किसे कहते हैं?
उत्तर:
यह एक नवीन प्रवृत्ति है, जिसमें मनुष्य शहर के घने बसे क्षेत्रों से हटकर रहन-सहन की अच्छी गुणवत्ता की खोज में शहर के बाहर स्वच्छ एवं खुले क्षेत्रों में जा रहे हैं। बड़े शहरों के आसपास ऐसे महत्त्वपूर्ण उपनगर विकसित हो जाते हैं, जहाँ से रोजाना हजारों व्यक्ति अपने घरों से कार्य-स्थलों पर आते-जाते हैं।

प्रश्न 6.
भारतीय जनगणना, 1991 के अनुसार नगर किसे कहते हैं?
उत्तर:
नगर ऐसे सघन व स्थायी बसे मानवीय अधिवास होते हैं जिनमें और कृषिगत क्रियाकलापों; जैसे उद्योग, व्यापार, परिवहन, प्रशासनीय तथा सामुदायिक सेवाओं सम्बन्धी कार्यों की प्रधानता मिलती है।

प्रश्न 7.
पल्ली बस्तियाँ क्या हैं?
उत्तर:
कई बार बस्ती भौतिक रूप से एक-दूसरे से अलग इकाइयों में बँट जाती है। इस प्रकार की बस्ती एक-दूसरे से निश्चित दूरी पर होती है।

प्रश्न 8.
प्रशासनिक नगर क्या है? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्रशासनिक नगर प्रशासन के केन्द्र होते हैं; जैसे राष्ट्र की राजधानियाँ-नई दिल्ली, मास्को, बीजिंग आदि; राज्य-स्तर पर राजधानियाँ-जयपुर, गांधीनगर, लखनऊ आदि प्रशासनिक नगरों के उदाहरण हैं। ऐसे नगरों में बड़ी संख्या में सरकारी कार्यालय तथा सरकारी आवास होते हैं।

प्रश्न 9.
संहत बस्तियाँ क्या हैं? ये कहाँ पाई जाती हैं?
उत्तर:
संहत बस्तियों में कई परिवार समुदाय के रूप में अपने घर बनाकर इकट्ठे निवास करते हैं। ये बस्तियाँ मुख्य रूप से मैदानी क्षेत्रों व नदी घाटियों में पाई जाती हैं।

प्रश्न 10.
शहर की परिभाषा दीजिए।
उत्तर:
शहर आकार तथा जनसंख्या में नगरों (Towns) से बड़े होते हैं। किसी क्षेत्र के अग्रणी नगर को शहर का दर्जा प्राप्त होता है। ममफोर्ड के अनुसार, शहर उच्च एवं अत्यधिक जटिल कार्यों से युक्त जीवन का भौतिक स्वरूप है। शहरों में प्रादेशिक प्रशासनिक कार्यालय, प्रमुख शिक्षण संस्थान, उच्च व्यापारिक तथा वित्तीय संस्थाएँ इत्यादि पाए जाते हैं।

प्रश्न 11.
मलिन बस्तियों से आपका क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
मलिन बस्तियाँ वे आवासीय क्षेत्र होते हैं जहाँ भौतिक और सामाजिक परिस्थितियाँ बहुत दयनीय होती हैं। यहाँ के मकान तंग गलियों में, सीलन वाले होते हैं जिनमें पानी, शौचालय और स्नानागार की व्यवस्था नहीं होती। भारत में धारावी (मुंबई) एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्ती है।

प्रश्न 12.
अनाधिकृत या अवैध बस्तियों से आपका क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
ये आमतौर पर किसी बड़े शहर के वे रिहायशी इलाके होते हैं जिनमें बहुत गरीब लोग रहते हैं। गरीबी के कारण ये लोग अपनी निजी भूमि खरीदने में असमर्थ होते हैं। ये लोग किसी और की खाली पड़ी ज़मीन पर बस जाते हैं। इन अवैध बस्तियों का जन्म शहरों में गरीबों के आवास की भारी कमी के फलस्वरूप होता है।

प्रश्न 13.
ग्रामीण बस्ती की कोई दो विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:

  1. ग्रामीण बस्तियों का आकार छोटा होता है
  2. यहाँ के निवासियों का प्रमुख व्यवसाय कृषि है।

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प्रश्न 14.
नगरीय अधिवास अथवा बस्तियाँ क्या हैं?
उत्तर:
वान रिक्टोफन के अनुसार, नगर एक संगठित समूह होता है जिससे कृषि कार्यों के विपरीत प्रमुख व्यवसाय वाणिज्य तथा उद्योग से सम्बन्धित होते हैं। अन्य शब्दों में, नगरीय बस्ती मानव का सामूहिक स्थाई अधिवास है जो सघन बसा हुआ होता है तथा वहाँ के अधिकांश निवासी गैर-प्राथमिक कार्यों; जैसे उद्योग, व्यापार तथा परिवहन में संलग्न रहते हुए एक विशिष्ट संस्कृति का विकास करते हैं।

प्रश्न 15.
मानव बस्ती से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
मानव बस्ती का अध्ययन मानव भूगोल का मूल बिंदु है, क्योंकि किसी भी क्षेत्र में बस्तियों का रूप उस क्षेत्र के वातावरण से मानव का संबंध दर्शाता है। एक स्थान जो सामान्यतः स्थायी रूप में बसा हुआ हो, उसे मानव बस्ती कहते हैं।

प्रश्न 16.
प्रतिरक्षा नगर से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
इन नगरों में सैनिकों के प्रशिक्षण तथा अभ्यास की व्यवस्था होती है। नगर में जिस स्थान पर सैनिक रहते हैं, उसे कैंटोनमेंट कहते हैं; जैसे जोधपुर, देहरादून, अम्बाला तथा हिसार आदि।।

प्रश्न 17.
आर्थिक कार्यों की प्रकृति के आधार पर बस्तियाँ कितनी प्रकार की होती हैं?
उत्तर:
आर्थिक कार्यों की प्रकृति के आधार पर बस्तियाँ दो प्रकार की होती हैं-

  1. ग्रामीण बस्तियाँ
  2. नगरीय बस्तियाँ।

प्रश्न 18.
सन्नगर से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
सन्नगर विशाल तथा सतत् नगरीय क्षेत्र होता है जो अलग-अलग नगरों या शहरों के आपस में मिलने से बनता है। जनसंख्या प्रसार तथा आर्थिक विकास के कारण किसी नगर के निकटवर्ती नगरों का आपस में सम्मिलन सन्नगर कहलाता है। कलकत्ता, नई दिल्ली आदि सन्नगरों के उदाहरण हैं।

प्रश्न 19.
विश्व के किन्हीं दस मेगासिटी के नाम बताएँ।
उत्तर:

  1. टोक्यो
  2. मुंबई
  3. न्यूयॉर्क
  4. शंघाई
  5. जकार्ता
  6. मनीला
  7. लंदन
  8. सियोल
  9. मेक्सिको सिटी
  10. बीजिंग।

लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
अनाधिकृत या अवैध बस्तियों की विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:
अनाधिकृत बस्तियों की विशेषताओं को निम्नलिखित तीन वर्गों में बाँटा जा सकता है

  1. भौतिक विशेषताएँ इन बस्तियों में जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं की कमी रहती है; जैसे जलापूर्ति, स्वच्छता, बिजली, सड़कें, नालियाँ, स्कूल व स्वास्थ्य केंद्र आदि।
  2. सामाजिक विशेषताएँ इन बस्तियों में अधिकतर निम्न आयु वर्ग के लोग रहते हैं। इनमें अधिकतर निवासी प्रवासी होते हैं।
  3. वैधानिक विशेषताएँ इन बस्तियों के लोगों के पास भू-स्वामित्व का अभाव होता है। यदि किसी एक जगह से इन्हें हटाया जाता है तो वे दूसरे स्थान पर जाकर डेरा जमा लेते हैं।

प्रश्न 2..
नगरीय बस्तियों की पर्यावरणीय समस्याओं की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
नगरों में औद्योगिक बस्तियों के फैलाव, जनसंख्या के बढ़ते घनत्व तथा वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण जल, वायु तथा भूमि तीनों का बड़े पैमाने पर प्रदूषण हुआ है। मिलों और वाहनों से निकलने वाला धुआँ महानगरों के 50 प्रतिशत प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है। आज दिल्ली का हर तीसरा व्यक्ति साँस की बीमारी से ग्रस्त है। महानगरों के मोटर वाहन वायुमंडल को गैस चैंबर बना रहे हैं। जिस वायु के बिना मनुष्य दो पल नहीं जी सकता अब उसमें दो पल गुज़ारना मुश्किल हो रहा है।

यह महानगरीय जीवन की त्रासदी (Tragedy) नहीं तो क्या है? अधिकांश नगरों में कूड़ा-कर्कट तथा फैक्ट्रियों व घरों का जल-मल नदियों में उड़ेल दिया जाता है। इससे पेय जल के स्रोत प्रदूषित होते हैं। नगरों में वाहनों और उत्सवों का शोर एक और समस्या है। नगरों में जनसंख्या एवं आर्थिक क्रियाओं के लिए बनाए गए कंक्रीट के विशाल ढाँचे ‘उष्म द्वीप’ (Heat Islands) बनाने में मदद करते हैं।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्तीी

प्रश्न 3.
विकासशील देशों में ग्रामीण बस्तियों से संबंधित समस्याओं का उल्लेख करें। अथवा ग्रामीण बस्तियों की किन्हीं चार समस्याओं का वर्णन करें।
उत्तर:
विकासशील देशों में ग्रामीण बस्तियों की संख्या अधिक है एवं इनका आधारभूत ढाँचा भी अविकसित है। इसलिए यहाँ अनेक समस्याएँ होती हैं-

  1.  जल की आपूर्ति-विकासशील देशों में ग्रामीण बस्तियों में जल की आपूर्ति भी पर्याप्त नहीं है। पर्वतीय एवं शुष्क क्षेत्रों में निवासियों को पेयजल के लिए लंबी दूरियाँ तय करनी पड़ती हैं।
  2. जल जनित समस्या-इन क्षेत्रों में जल जनित बीमारियाँ; जैसे हैजा, पीलिया आदि सामान्य समस्याएँ हैं।
  3. परिवहन के साधनों की कमी कच्ची सड़कें एवं आधुनिक संचार के साधनों की कमी भी यहाँ की प्रमुख समस्या है। वर्षा ऋतु में इन क्षेत्रों का संपर्क आसपास के क्षेत्रों और नगरों से कट जाता है जिससे उन्हें गंभीर कठिनाइयाँ उत्पन्न हो जाती हैं।
  4. गृह-निर्माण सामग्री मकानों के लिए प्रयुक्त होने वाली सामग्री हर पारिस्थितिक प्रदेश में भिन्न होती है जो मकान, मिट्टी, लकड़ी एवं छप्पर के बनाए जाते हैं, उन्हें भारी वर्षा और बाढ़ के समय काफी नुकसान पहुँचता है।

प्रश्न 4.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एक स्वस्थ शहर क्या है?
अथवा
WHO के अनुसार एक स्वस्थ शहर कैसा होता है?
उत्तर:
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एक स्वस्थ शहर में निम्नलिखित सुविधाएँ अवश्य होनी चाहिएँ-

  1. स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण
  2. आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति
  3. स्थानीय सरकार में समुदाय की भागीदारी
  4. सभी के लिए

आसानी से उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाएँ।

प्रश्न 5.
नगरों की सामाजिक-सांस्कृतिक समस्याओं का वर्णन करें।
उत्तर:
विकासशील देशों के शहर विभिन्न प्रकार की सामाजिक-सांस्कृतिक बुराइयों से ग्रस्त हैं। अपर्याप्त वित्तीय संसाधनों के कारण लोगों की आधारभूत आवश्यकताएँ भी पूरी नहीं हो पाती हैं। उपलब्ध स्वास्थ्य एवं शिक्षा संबंधी सुविधाएँ गरीब नगरवासियों की पहुँच से बाहर रहती हैं। विकासशील देशों में बेरोजगारी एवं शिक्षा की कमी के कारण अपराध अधिक होते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से पुरुषों के अधिक प्रवास के कारण नगरों में जनसंख्या का लिंग अनुपात असंतुलित हो जाता है।

प्रश्न 6.
संहत बस्तियों तथा प्रकीर्ण बस्तियों में क्या अंतर हैं?
उत्तर:
संहत बस्तियों तथा प्रकीर्ण बस्तियों में निम्नलिखित अंतर हैं-

संहत बस्तियाँप्रकीर्ण बस्तियाँ
1. संहत बस्तियों में कई परिवार समुदाय के रूप में अपने घर बनाकर इकट्टे निवास करते हैं।1. प्रकीर्ण बस्तियों में मकान अलग-अलग तथा बिखरे हुए होते हैं।
2. इन बस्तियों में निवास स्थान के लिए कम स्थान होता है।2. इन बस्तियों में कृषि तथा निवास के लिए स्थान होता है।
3. ये बस्तियाँ मुख्य रूप से मैदानी क्षेत्रों में तथा नदी घाटियों में स्थित हैं।3. ये बस्तियाँ मुख्य रूप से पर्वतीय, पठारी तथा उच्च भूमियों के क्षेत्र में स्थित हैं।
4. संहत बस्तियाँ भारत के उत्तरी मैदान में पाई जाती हैं।4. ये बस्तियाँ हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित हैं।

प्रश्न 7.
अवैध बस्तियों तथा मलिन बस्तियों में क्या अंतर हैं?
उत्तर:
अवैध बस्तियों तथा मलिन बस्तियों में निम्नलिखित अंतर हैं-

अवैध बस्तियाँमलिन बस्तियाँ
1. ये बस्तियाँ किसी खाली पड़ी सार्वजनिक भूमि पर बसी हुई होती है।1. ये ऐसी बस्तियाँ हैं जहाँ न्यूनतम आवश्यक स्तर की सुविधाएँ भी नहीं पाई जातीं।
2. इन बस्तियों में भू-स्वामित्व का अभाव होता है।2. इनमें भू-स्वामित्व कानूनी भी हो सकता है और गैर-कानूनी भी।

प्रश्न 8.
ग्रामीण बस्तियों के आधारों का वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर:
ग्रामीण अधिवासों अथवा बस्तियों का वर्गीकरण करने के लिए अनेक विधियाँ प्रस्तुत की गई हैं। इन्हें कई आधारों पर वर्गीकृत किया गया है; जैसे

  • आकार के आधार पर बृहद, मध्यम तथा लघु बस्तियाँ।
  • स्थिति के आधार पर घाटी समीप्र, नदी समीप तथा सड़क समीप बस्तियाँ।
  • समय के आधार पर-पूर्व ऐतिहासिक, प्राचीन, मध्यकालीन तथा आधुनिक बस्तियाँ।
  • प्रकार्य के आधार पर-कृषीय, मत्स्य तथा बाजार बस्तियाँ।
  • घरों की सापेक्षिक दूरी के आधार पर-संहत तथा प्रकीर्ण बस्तियाँ।

बस्तियों के वर्गीकरण का सबसे महत्त्वपूर्ण आधार घरों की सापेक्षिक दूरी है। ग्रामीण घरों के मध्य दूरियाँ, ग्रामीण बस्ती को एक विशिष्ट आकृति प्रदान करती है जिसके आधार पर बस्तियाँ मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं

  • संहत अथवा नाभिक बस्तियाँ
  • प्रकीर्ण बस्तियाँ।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्तीी

प्रश्न 9.
ग्रामीण बस्तियों तथा नगरीय बस्तियों में क्या अंतर हैं?
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों तथा नगरीय बस्तियों में निम्नलिखित अंतर हैं-

ग्रामीण बस्तियाँनगरीय बस्तियाँ
1. ग्रामीण बस्तियों का आकार छोटा होता है तथा यहाँ कम जनसंख्या निवास करती है।1. नगरीय बस्तियों का आकार,बड़ा होता है तथा यहाँ जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है।
2. यहाँ के निवासियों का प्रमुख व्यवसाय कृषि है।2. यहाँ के निवासियों का प्रमुख व्यवसाय व्यापार एवं विभिन्न उद्योग-धंधे हैं।
3. ये क्षेत्र कृषि प्रधान होने के कारण नगरों को कृषि तथा पशु उत्पाद भेजते हैं।3. ये क्षेत्र उद्योग प्रधान होते हैं इसलिए गाँवों को उत्पादित वस्तुएँ भेजते हैं।
4. यहाँ आधुनिक सुविधाओं का अभाव होता है।4. यहाँ सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं।
5. इनकी जनसंख्या 5000 से कम होती है।5. इनकी जनसंख्या 5000 से अधिक होती है।

प्रश्न 10.
नगरीय बस्ती की कोई चार विशेषताएँ बताएँ।
उत्तर:
नगरीय बस्ती की चार विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
1. जनसंख्या का आकार-नगरीय बस्तियों में अपेक्षाकृत अधिक जनसंख्या होती है।

2. जनसंख्या घनत्व-नगरों में अपेक्षाकृत जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है। कारण यह है कि नगर में छोटे क्षेत्र पर बने बड़े व्यापारिक क्षेत्र में अधिक जनसंख्या कार्यरत होती है। अतः जनसंख्या घनत्व अधिक हो जाता है।

3. प्रकार्यात्मक विशेषता नगरीय बस्तियों के निवासी प्रायः गैर-प्राथमिक कार्यों; जैसे व्यापार, उद्योग, परिवहन, प्रशासन आदि कार्यों में संलग्न रहते हैं। नगरीय बस्तियाँ इन कार्यों का केन्द्र होती हैं। यहाँ किसी एक या दो कार्यों की प्रधानता पाई जाती है।

4. विभिन्न समुदायों का समूह-नगरीय बस्तियों में अनेक धार्मिक, व्यावसायिक तथा सांस्कृतिक समुदायों के लोग रहते हैं। यहाँ सामुदायिक भावना का अभाव मिलता है।

दीर्घ-उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
ग्रामीण बस्तियों की स्थिति को कौन-कौन से कारक प्रभावित करते हैं? वर्णन करें।
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों की स्थिति को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं-
1. जल आपूर्ति – साधारणतया ग्रामीण बस्ती जल स्रोतों; जैसे नदियाँ, झीलों एवं झरनों आदि के पास स्थित होती है, जहाँ से जल आसानी से उपलब्ध हो सके। अधिकांश जल आधारित नम बिंदु बस्तियों में पीने, खाना बनाने, वस्त्र धोने आदि के लिए जल की प्राप्ति जैसे अनेक लाभ उपलब्ध होते हैं। फार्म भूमि की सिंचाई के लिए नदियों और झीलों का उपयोग किया जा सकता है। इन्हीं स्रोतों से वहाँ के निवासी भोजन के लिए मछली पकड़ते हैं और यह जल यातायात के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है।

2. भूमि मनुष्य बसने के लिए उस जगह का चुनाव करता है जहाँ की भूमि कृषि कार्य के लिए उपयुक्त व उपजाऊ हो। जैसे दक्षिणी-पूर्वी एशिया में रहने वाले लोग नदी घाटियों के निम्न भागों एवं तटवर्ती मैदानों के निकट बस्ती बसाते हैं।

3. उच्च भूमि के क्षेत्र – मानव ने अपने अधिवास के लिए उच्च भूमि के क्षेत्रों को इसलिए चुना ताकि वहाँ पर बाढ के समय होने वाली क्षति से बचा जा सके और मकान व जीवन सुरक्षित रह सके। नदी बेसिन के निम्न भाग में बस्तियाँ नदी वेदिकाओं एवं तटबंधों पर बसाई जाती हैं, क्योंकि ये भाग शुष्क बिंदु होते हैं। उष्ण कटिबंधीय देशों के दलदली क्षेत्रों के निकट रहने वाले लोग अपने मकान स्तंभों पर बनाते हैं जिससे कि बाढ़ एवं कीड़े-मकौड़ों से बचा जा सके।

4. सुरक्षा-राजनीतिक अस्थिरता, युद्ध या पड़ोसी समूहों के उपद्रवी होने की स्थिति में गाँवों को सुरक्षात्मक पहाड़ियों एवं द्वीपों पर बसाया जाता था। भारत में अधिकतर दुर्ग ऊँचे स्थानों अथवा पहाड़ियों पर स्थित हैं।

5. गृह-निर्माण सामग्री-मानव बस्ती के विकसित होने में गृह-निर्माण सामग्री की उपलब्धता भी एक बड़ा कारक होती है जहाँ आसानी से लकड़ी, पत्थर आदि प्राप्त होते हैं। मनुष्य वहीं अपनी बस्तियाँ बसाता है। वनों को काटकर प्राचीन गाँवों को बनाया गया था जहाँ लकड़ी बहुतायत में थी।

6. नियोजित बस्तियाँ इस प्रकार की बस्तियाँ सरकार द्वारा बसाई जाती हैं। सरकार द्वारा अधिगृहित की गई ऐसी भूमि पर निवासियों को सभी प्रकार की सुविधाएँ; जैसे आवास, पानी और अन्य अवसंरचना आदि उपलब्ध कराकर बस्तियों को विकसित किया जाता है। भारत में इंदिरा गाँधी नहर क्षेत्र में नहरी बस्तियों का विकास इसका एक अच्छा उदाहरण है।

प्रश्न 2.
ग्रामीण बस्तियों की आकृति के आधार पर बस्तियों का वर्गीकरण करें।
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप विभिन्न भौतिक तथा सांस्कृतिक लक्षणों द्वारा निर्धारित होते हैं। विभिन्न आधार पर ये प्रतिरूप कई प्रकार के होते हैं जिसमें से मुख्य निम्नलिखित प्रकार से हैं
1. आयताकार प्रतिरूप ग्रामीण बस्तियों का यह प्रतिरूप समतल क्षेत्रों तथा चौड़ी पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है। अधिकांश सघन बस्तियों (Compact Settlements) का आकार आयताकार होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि-मापन बीघा एवं एकड़ के आधार पर किया जाता है जिससे कृषि भूमि की सीमा का निर्धारण भी आयताकार रूप ले लेता है। कृषकों का प्रयास रहता है कि उपजाऊ भूमि कम-से-कम नष्ट हो। इस बात को ध्यान में रखते हुए घरों तथा गलियों का निर्माण खेत की आकृति के अनुरूप होता है। गंगा के मैदान में यह प्रतिरूप विशेष रूप से पाया जाता है।

2. वर्गाकार प्रतिरूप-विशेष परिस्थितियों में आयताकार प्रतिरूप वर्गाकार आकृति धारण कर लेते हैं। इस प्रकार के प्रतिरूप वाली बस्तियाँ स्थल मार्गों के चौराहों पर भी विकसित हो सकती हैं। आयताकार बस्तियों के सामान्य विकास की परिस्थिति में एक तरफ अवरोध उत्पन्न हो जाने पर भी बस्ती की आकृति वर्गाकार हो जाती है। बस्तियों के चारों ओर स्थित बगीचों, तालाबों अथवा मार्गों के कारण भी ग्राम-विस्तार में रुकावट आती है। चौराहे की तरफ आवास निर्माण की प्रकृति से भी बस्ती वर्गाकार हो जाती है।

3. रेखीय प्रतिरूप-ये बस्तियाँ एक सीधी रेखा के रूप में होती हैं। ऐसी बस्तियाँ ज्यादातर किसी सड़क के दोनों किनारों पर, रेलमार्गों, नदी के किनारों पर अथवा किसी संकरी घाटी के समानान्तर विकसित होती हैं। यह प्रतिरूप आयताकार बस्ती का ही विशेष रूप है। यदि बस्ती का विस्तार एक दिशा की ओर अधिक हो जाए तो सड़क या नहर के साथ-साथ उसका प्रतिरूप रेखीय आकृति का हो जाता है।

4. गोलाकार प्रतिरूप-किसी झील या तालाब के चारों ओर घरों के निर्माण के फलस्वरूप इस प्रकार के गोलाकार प्रतिरूप का निर्माण होता है।

5. त्रिभुजाकार प्रतिरूप-इनका आकार त्रिभुजाकार बस्तियों की भाँति होता है। इस प्रकार की बस्तियों का विकास प्रायः दो नदियों अथवा दो सड़कों पर होता है। इस अवस्था में बस्ती का प्रसार मिलना प्रतिबन्धित हो जाता है। इस आकार के अधिवास उन स्थानों पर भी विकसित हो जाते हैं जहाँ कोई सड़क दूसरी सड़क से जाकर मिले, परन्तु चौराहा न बनाए। सड़कों के द्वारा त्रिभुज की दो भुजाएँ बन जाती हैं और त्रिभुज के आधार की ओर खुली भूमि पर बस्ती फैलती रहती है।

6. खोखला आयताकार अथवा वर्गाकार प्रतिरूप-इस प्रतिरूप की बस्ती आकृति में आयताकार या वर्गाकार होते हुए अपने मध्य क्षेत्र में खाली स्थान रखे हुए होती है। ऐसे प्रतिरूप का विकास मुख्य रूप से उन प्रदेशों में हुआ है जहाँ बस्ती की स्थापना हवेलीनुमा आवास के चारों तरफ की गई थी। बाद में यह आवास नष्ट हो जाने पर बस्ती के मध्य में खण्डहर के रूप में रह जाते हैं। कभी-कभी बस्ती के मध्य में तालाब या छायादार वृक्षों से युक्त स्थल होते हैं।

7. नाभिक वृत्ताकार प्रतिरूप-नाभिक ग्रामीण बस्तियाँ अत्यन्त ही संगठित रूप से स्थित आवासों द्वारा निर्मित पाई जाती हैं। बस्ती के बाह्य भागों में मकानों की दीवारें इस प्रकार एक-दूसरे से जुड़ी रहती हैं कि बस्ती बाहर से दीवारों द्वारा घिरी नजर आती है। बस्ती में प्रवेश करने वाले मार्गों की संख्या कम होती है। इनका बाहरी आकार लगभग वृत्ताकार होता है।

8. नीहारकीय वृत्ताकार प्रतिरूप-वृत्ताकार बस्ती के मध्यवर्ती भाग जब खाली रह जाते हैं तो इस प्रकार के वृत्ताकार गाँव का प्रतिरूप नीहारकीय माना जाता है।

9. चापाकार प्रतिरूप दक्षिणी भारत के पहाड़ी प्रदेशों में ढलानों पर बसे हुए बस्तियों की आकृति अपने-आप चापाकार हो जाती है। सरिताओं के मार्गों को रोककर कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया जाता है, उनके समीप स्थित बस्तियों का प्रतिरूप भी चापाकार हो जाता है।

10. प्रतिरूप इस प्रकार की बस्तियाँ किसी अन्तरीप के सिरे पर या नदी के नोकीले मोड़ पर बसी होती हैं। इनके अग्र भाग में मकानों की संख्या कम और पृष्ठ भाग में अधिक होती है।।

11. तारा प्रतिरूप-इस प्रतिरूप की बस्ती शुरू में त्रिज्या के आकार की होती है और बाद में मार्गों के किनारे-किनारे विस्तार होने के कारण बस्ती तारा आकार ग्रहण कर लेती है।

12. हार्स-शू प्रतिरूप-इस प्रकार की बस्ती छोटी-सी पहाड़ी या गोल टीले के एक भाग के चारों और इस प्रकार से फैली होती है कि उसका आकार अंग्रेजी के अक्षर ‘U’ जैसा हो जाता है।

13. पंख प्रतिरूप-पंख आकार की बस्तियाँ नदियों के डेल्टाओं पर बसी हुई होती हैं। भारत में महानदी, गोदावरी और कृष्णा नदियों के डेल्टाओं पर इस प्रकार की बस्तियाँ पाई जाती हैं। हिमालय के पाद-प्रदेशों (Piedmont Areas) में भी काँप-पंखों (Alluvial fans) पर भी ऐसे प्रतिरूप विकसित हुए हैं।

14. बहुकोणीय प्रतिरूप यह बड़ी तथा वर्गाकार प्रतिरूपों के मध्य की अवस्था है। इन बस्तियों का प्रतिरूप वर्गाकार से बदलकर बहुकोणीय हो जाता है।

प्रश्न 3.
नगरीय बस्तियों के विभिन्न प्रकारों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
अथवा
नगरीय बस्तियों का वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर:
नगरीय बस्तियों को अपने आकार, उनमें उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं तथा इनमें किए जा रहे कार्यों के आधार पर अनेक प्रकारों में विभक्त किया जा सकता है। नगरीय बस्तियों के विभिन्न प्रकार निम्नलिखित हैं-
1. नगर-नगर ग्रामीण बस्ती से बड़ी एक ऐसी संहत बस्ती है जिसमें जन-समुदाय नगरीय जीवन-यापन करता है। ग्रामीण बस्ती से नगर को अलग करने के लिए जनसंख्या के आकार के साथ-साथ नगरों तथा ग्रामीण बस्तियों के कार्यों की विषमता पर भी ध्यान दिया जाता है। अपने विशिष्ट कार्यों के आधार पर नगरों को अनेक प्रकार से बाँटा जा सकता है खनन नगर तथा पत्तन नगर आदि नगरों में निर्माण, उद्योग, थोक तथा खुदरा व्यापार तथा विभिन्न व्यावसायिक सेवाएँ उपलब्ध होती हैं।

2. शहर-शहर आकार तथा जनसंख्या में नगरों से बड़े होते हैं। उनके आर्थिक कार्य भी अधिक तथा जटिल होते हैं। अतः किसी क्षेत्र में अनेक नगरों में से सबसे अग्रणी नगर को शहर का दर्जा प्राप्त होता है। यह प्रादेशिक तथा स्थानीय स्तर पर अनेक नगरों को पीछे छोड़ देता है। मम्फोर्ड के अनुसार, शहर उच्च एवं अत्यधिक जटिल प्रकार के जीवन का भौतिक स्वरूप है। शहरों में प्रादेशिक, प्रशासनिक कार्यालय, प्रमुख शिक्षण संस्थान, उच्च व्यापारिक कार्यालय, वित्तीय संस्थाएँ एवं मनोरंजन स्थल इत्यादि होते हैं।

3. महानगर-दस लाख से अधिक जनसंख्या वाले नगर महानगर कहलाते हैं। यह प्रादेशिक राजधानी अथवा बड़ी व्यापारिक तथा औद्योगिक क्षेत्र होता है। सन् 1810 में इस श्रेणी में आने वाला पहला शहर लंदन था। सन् 1850 में पेरिस तथा सन् 1860 में न्यूयॉर्क शहर ने इस श्रेणी में प्रवेश किया।

4. सन्नगर-सबसे पहले इस शब्द का प्रयोग सन् 1915 में पैट्रिक गिडिज़ ने किया था। सन्नगर में कई फैलते हुए कस्बे, परस्पर मिलकर एक इकाई बनाते हैं। इनके केन्द्र में भी कई नगरीय बस्ती होती है। सन्नगर विशाल तथा सतत् नगरीय क्षेत्र होता है जो अलग-अलग नगरों या शहरों के आपस में मिलने से बनता है। जनसंख्या प्रसार तथा आर्थिक विकास के कारण किसी नगर के निकटवर्ती नगरों का आपस में सम्मिलन सन्नगर कहलाता है। कोलकाता, नई दिल्ली आदि सन्नगरों के उदाहरण हैं।

5. विश्व नगरी-मैगालोपोलिस का शाब्दिक अर्थ होता है विशाल नगर (Great City)। ये अत्यन्त बड़े नगर होते हैं जिनकी जनसंख्या प्रायः 50 लाख से अधिक होती है। मेगा सिटी शब्द का प्रयोग दक्षिणी हैंपशायर से उत्तरी वर्जीनिया तक फैले हुए क्षेत्र के लिए सर्वप्रथम जीन गोटमेन ने किया था। यह एक फैलता हुआ बड़ा महानगरीय क्षेत्र होता है जिसमें सन्नगरों का समूह तथा जनसंख्या का सतत् विस्तार पाया जाता है। टोकियो, न्यूयॉर्क, मास्को, शंघाई आदि विशाल नगरों को मम्फोर्ड ने मैगालोपोलिस की संज्ञा दी है। मैगालोपोलिस की कुल जनसंख्या मुख्य नगर व उपनगरों को मिलाकर एक करोड़ से अधिक होती है। न्यूयॉर्क को विश्व का पहला मैगालोपोलिस होने का श्रेय प्राप्त है।

प्रश्न 4.
नगरों के प्रकार्यात्मक वर्गीकरण का वर्णन कीजिए।
अथवा
कार्य के आधार पर नगरों का वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर:
विशेष व्यवसाय एवं कार्य की प्रधानता के आधार पर नगरों का वर्गीकरण निम्नलिखित प्रकार से किया जाता है-
1. औद्योगिक नगर इन नगरों में निर्माण उद्योग से सम्बन्धित कार्यों की प्रधानता होती है। औद्योगिक नगरों में कच्चे मालों से सामान तैयार किया जाता है। उदाहरणार्थ कच्चे लोहे से इस्पात (Steel) तैयार करना, रूई से वस्त्र तैयार करना, रबड़ के टायर, बिजली के तार तथा सीमेन्ट तैयार करना आदि निर्माण उद्योग हैं। शुरू में ये औद्योगिक नगर कोयले की खानों के नजदीक स्थापित किए जाते थे परन्त अब बिजली पर निर्भरता के कारण औद्योगिक नगर कोयले की खानों से दर भी विकसित हो रहे हैं। औद्योगिक नगर के उदाहरण-टाटा नगर, हावड़ा, भिलाई, बर्मिंघम, कानपुर आदि।

2. व्यापारिक नगर अथवा व्यापारिक केन्द्र-विश्व के अधिकतर नगर व्यापार के दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण रहे हैं। व्यापारिक नगर के विकास का मुख्य आधार परिवहन (Transport) की सुविधा होती है। व्यापारिक नगर का मुख्य कार्य किसी क्षेत्र के उत्पादन को एकत्रित करके दूसरे क्षेत्रों की माँग की पूर्ति करना है। इन्हें बाजार तथा मंडियाँ भी कहा जाता है। इन बाजारों में व्यापारी बैंक, बीमा कम्पनियाँ, स्टॉक एक्सचेंज तथा अन्य वित्तीय संस्थान भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं। ऐसे नगरों में छोटी मात्रा में उद्योग भी होते हैं। स्थानीय कच्चे मालों को निर्मित रूप देने के लिए उद्योग भी स्थापित हो सकते हैं। व्यापारिक नगरों का विकास निम्न स्थितियों में होता है

  • किसी सड़क या रेलमार्ग के समीप
  • दो विपरीत प्रकार के क्षेत्र जैसे पर्वत व मैदान की सीमा पर
  • सड़क या मार्गों के मिलने के स्थान पर
  • समुद्र पत्तनों पर।

कनाडा का विनिपेग, भारत का आगरा, इराक का बगदाद, पाकिस्तान का लाहौर आदि व्यापारिक नगर के उदाहरण हैं। इसी प्रकार दिल्ली में आजादपुर मण्डी, हापुड़, मुजफ्फरनगर तथा मेरठ आदि प्रमुख वितरण केन्द्र के रूप में प्रसिद्ध हैं।

3. परिवहन नगर परिवहन नगर परिवहन की विशेष सुविधाओं के कारण विकसित होते हैं। परिवहन नगर का विकास दो प्रकार की स्थितियों (Locations) में होता है-

  • मार्ग में बाधा के कारण
  • दो या दो से अधिक व्यापारिक मार्गों के मिलने के स्थान पर। कोई ऐसी बाधा जहाँ परिवहन को रोका जाए तथा वहाँ से सामान अन्य साधन द्वारा आगे ले जाया जाए, ऐसे स्थानों पर नगर बस जाता है।

उदाहरण-

  • रेलमार्ग समाप्त होकर आगे सड़क मार्ग से जाना
  • समुद्री मार्ग समाप्त होकर आगे सड़क अथवा रेलमार्ग से जाना।

दो या अधिक व्यापारिक मार्गों के मिलने के स्थान पर परिवहन नगरों का विकास प्रत्येक देश में हुआ है। उदाहरण-भटिण्डा, आगरा, नागपुर, पेरिस, बर्लिन, मास्को आदि यूरोप के बड़े परिवहन नगर इसी प्रकार के हैं। परिवहन नगरों में निर्माण उद्योग की अत्यधिक उन्नति के कारण ये औद्योगिक नगरों में भी परिवर्तित हो जाते हैं।

4. प्रशासनिक नगर-ये नगर प्रशासन के केन्द्र होते हैं; जैसे राष्ट्र की राजधानियाँ-नई दिल्ली, मास्को, बीजिंग आदि; राज्य-स्तर पर राजधानियाँ-जयपुर, गांधीनगर, लखनऊ आदि प्रशासनिक नगरों के उदाहरण हैं। ऐसे नगरों में बड़ी संख्या में सरकारी कार्यालय तथा सरकारी आवास होते हैं।

5. सांस्कृतिक नगर-इन नगरों में सांस्कृतिक गतिविधियों; जैसे शिक्षा, ज्ञान-विज्ञान, मनोरंजन तथा धर्म के विकास एवं प्रसार को महत्त्व दिया जाता है। ये मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं

  • शिक्षा नगर-इनमें महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, छात्रावास, खेलकूद तथा प्रशिक्षण केन्द्रों की अधिकता होती है; जैसे इलाहाबाद, पंतनगर, पिलानी, ऑक्सफोर्ड, हारवर्ड, कुरुक्षेत्र, रुड़की, सोनीपत आदि शिक्षा नगरों के उदाहरण हैं।
  • धार्मिक नगर-विश्व के कई नगर धार्मिक क्रियाकलापों के कारण विख्यात हो जाते हैं; जैसे वेटिकन सिटी, धर्मशाला, हरिद्वार, अमृतसर, मथुरा, वाराणसी, बालाजी, अजमेर आदि।

6. प्रतिरक्षा नगर-इन नगरों में सैनिकों के प्रशिक्षण तथा अभ्यास की व्यवस्था होती है। नगर में जिस स्थान पर सैनिक रहते हैं, उसे कैंटोनमेंट कहते हैं; जैसे जोधपुर, देहरादून, अम्बाला तथा हिसार आदि।

7. संग्रह नगर-इन नगरों में प्राकृतिक वस्तुओं के संग्रह करने की सुविधा होती है। इनमें प्रमुख निम्नलिखित हैं

  • खनन केन्द्र-ये नगर खानों के आसपास विकसित हो जाते हैं। ये छोटी-छोटी बस्तियों के समूह होते हैं जिनका विकास वहाँ मिलने वाले खनिजों के कारण होता है; जैसे खेतड़ी, रानीगंज, जोहांसबर्ग, झरिया आदि।
  • मत्स्य पत्तन-ये नगर मछली संग्रह के केन्द्र होते हैं। ये केन्द्र मछली के संग्रह से वितरण तक के सभी कार्य करते हैं; जैसे कालीकट, कोचीन, पुद्दचेरी आदि।
  • काष्ठ बर्तन नगर-ये नगर वनों के निकट विकसित होते हैं। इन नगरों में आरा मिलें, कागज के कारखाने तथा फर्नीचर बनाने के कारखाने स्थापित हो जाते हैं; जैसे नेपानगर, हलद्वानी, काठगोदाम आदि।

8. मनोरंजन नगर (Recreation Towns)-ये नगर अपने पर्यावरण अथवा किसी विशेष कार्य के कारण आमोद-प्रमोद की सभी सुविधाओं से सम्पन्न होते हैं। ये नगर अपनी इन सुविधाओं के कारण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं; जैसे जयपुर, आगरा, शिमला, मंसूरी, गोवा, मुम्बई आदि।

HBSE 12th Class Geography Important Questions Chapter 10 मानव बस्तीी

प्रश्न 5.
बस्ती किसे कहते हैं? ग्रामीण बस्तियों तथा नगरीय बस्तियों को कैसे अलग किया जा सकता है?
अथवा
बस्तियों के वर्गीकरण के आधारों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
बस्ती (Settlement) – बस्ती अंग्रेजी के शब्द ‘Settlement’ का रूपांतरण है और इस शब्द की उत्पत्ति ‘Settle’ से हुई है। Settle का तात्पर्य है ठहरना या स्थायी, जिसका अर्थ कुछ समय का घूमना-फिरना, ठहर जाना या स्थायी जीवन से है। इस प्रकार मानव के स्थायी आश्रय या निवास बस्ती कहलाते हैं। जोन्स बूंश (Brunches) ने बस्ती को भूगोल में इस प्रकार से परिभाषित किया है-“अधिवास स्थायी हो या अस्थायी, वह एकल हो या संकुल, उसका महत्त्वपूर्ण उपयोग मानव-आवास है।” समस्त प्रदेश में आवास-क्षेत्र दूर से ही पहचाने जाते हैं।” उनकी सज्जा, निर्माण सामग्री, रचना तथा निर्माण में उस विशेष क्षेत्र की छाप होती है।

वहाँ की सांस्कृतिक एवं भौतिक लक्षणों का एक सामूहिक प्रतिबिंब होता है। भौतिक एवं सांस्कृतिक विशेषताएँ उसके हर लक्षण में परिलक्षित होती हैं। बस्ती में सभी प्रकार के आश्रय (Shelter) सम्मिलित होते हैं, चाहे वह झोंपड़ी हो या मिट्टी का बना मकान और चाहे वह सीमेंट और लोहे की बनी भव्य इमारत हो या महल । बस्ती में व्यापारिक, औद्योगिक, सार्वजनिक, सामाजिक एवं व्यक्तिगत सभी को शामिल किया जाता है। आकार की दृष्टि से बस्ती एकाकी मकान भी हो सकता है दो चार घर भी हो सकते हैं, कुछ परिवारों का समूह या पुरवा (Hamlet) भी हो सकता है, एक बड़ा गाँव या शहर अथवा महानगर (Metropolitan) भी हो सकता है।

बस्तियों के वर्गीकरण के आधार-ग्रामीण बस्तियों तथा नगरीय बस्तियों को निम्नलिखित लक्षणों के आधार पर अलग-अलग किया गया है-
1. जनसंख्या का आधार (Population’s Base) नगरीय तथा ग्रामीण बस्तियों को उनकी जनसंख्या के आधार पर अलग-अलग भागों में बाँटा गया है, लेकिन विश्व के भिन्न-भिन्न देशों में जनसंख्या का आधार अलग-अलग है। डेनमार्क तथा स्वीडन जैसे छोटे देशों में 250 तक की जनसंख्या वाली बस्ती को ग्रामीण तथा 250 से अधिक जनसंख्या वाली बस्ती को, नगरीय बस्ती माना है। कनाडा तथा वेनेजुएला में 1000 से अधिक की जनसंख्या वाली बस्ती को नगरीय बस्ती माना है। संयुक्त राज्य अमेरिका तथा थाइलैंड में 2500 से अधिक जनसंख्या वाली बस्ती को नगरीय बस्ती माना गया है तथा 400 व्यक्ति प्रति वर्ग कि०मी० से अधिक जनसंख्या का घनत्व जिस बस्ती में हो, उसे नगरीय बस्ती की संज्ञा दी गई है।

2. आर्थिक आधार-कुछ देशों ने ग्रामीण तथा नगरीय बस्ती का आधार विभिन्न आर्थिक क्रियाओं को माना है। आर्थिक व्यवसायों के आधार पर दोनों को अलग-अलग भागों में बाँटा जाता है। भारत में बस्तियों के वर्गीकरण के लिए दूसरा आधार व्यावसायिक है। जो बस्ती प्राथमिक व्यवसायों जैसे कृषि, पशपालन, आखेट, मत्स्य, लकड़ी काटना तथा खनन व्यवसायों में लगी है, उसे ग्रामीण तथा जिस बस्ती में अधिकांश लोग द्वितीयक तथा तृतीयक कार्यों; जैसे उद्योग, व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन आदि कार्यों में लगे हैं, उन्हें नगरीय बस्ती कहा जाता है।

3. प्रशासनिक आधार-कुछ देशों में नगरीय तथा ग्रामीण बस्तियों के विभाजन का आधार प्रशासनिक भी है; जैसे भारत में जहाँ पंचायत तथा ग्राम सभाएँ हैं, उन्हें गाँव तथा जिन बस्तियों में नोटीफाईड टाउन एरिया, कंटोनमेंट बोर्ड, नगरपालिकाएँ, नगर परिषद्, महानगरपालिकाएँ आदि हैं, उन्हें नगर की संज्ञा दी है। अमेरिकी देशों; जैसे ब्राजील तथा बोलविया में छोटे-छोटे प्रशासनिक केंद्रों को भी नगर माना गया है।

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HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 4 आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ Ex 4.3

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 4 आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ Ex 4.3 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 4 आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ Exercise 4.3

प्रश्न 1.
नीचे दी गई आकृति में, कोणों के नाम लिखिए :
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 4 आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ Ex 4.3 - 1
हल :
दी गई आकृति में, ∠ABC, ∠BCD, ∠CDA और ∠DAB कोण हैं।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 4 आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ Ex 4.3

प्रश्न 2.
संलग्न आकृति में, वे बिन्दु लिखिए जो :
(a) ∠DOE के अभ्यन्तर में स्थित हैं।
(b) ∠EOF के बहिर्भाग में स्थित हैं।
(c) ∠EOF पर स्थित हैं।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 4 आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ Ex 4.3 - 2
हल :
दी गई आकृति से स्पष्ट है कि :
(a) बिन्दु A, ∠DOE के अभ्यन्तर में स्थित है।
(b) बिन्दु A और C, ∠EOF के बहिर्भाग में स्थित हैं।
(c) बिन्दु E, B, O और F, ∠EOF पर स्थित हैं।

प्रश्न 3.
दो कोणों की रफ आकृतियाँ खींचिए, जिससे :
(a) उनमें एक बिन्दु उभयनिष्ठ हो।
(b) उनमें दो बिन्दु उभयनिष्ठ हों।
(c) उनमें तीन बिन्दु उभयनिष्ठ हों।
(d) उनमें चार बिन्दु उभयनिष्ठ हों।
(e) उनमें एक किरण उभयनिष्ठ हो।
हल :
(a) यहाँ, आकृति (i) में, ∠POQ और ∠ROS में O बिन्दु उभयनिष्ठ है।
HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 4 आधारभूत ज्यामितीय अवधारणाएँ Ex 4.3 - 3
(b) आकृति (ii) में, P और Q दो बिन्दु उभयनिष्ठ हैं।
(c) आकृति (iii) में, D, E और F तीन बिन्दु उभयनिष्ठ है।
(d) आकृति (iv) में, E, F, G और H चार बिन्दु उभयनिष्ठ हैं।
(e) आकृति (v) में किरण OB, ∠AOB और ∠BOC में उभयनिष्ठ है।

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HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 5 भूसंसाधन तथा कृषि

Haryana State Board HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 5 भूसंसाधन तथा कृषि Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Geography Solutions Chapter 5 भूसंसाधन तथा कृषि

अभ्यास केन प्रश्न

नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए

1. निम्न में से कौन-सा भू-उपयोग संवर्ग नहीं है?
(A) परती भूमि
(B) निवल बोया क्षेत्र
(C) सीमांत भूमि
(D) कृषि योग्य व्यर्थ भूमि
उत्तर:
(C) सीमांत भूमि

2. पिछले 40 वर्षों में वनों का अनुपात बढ़ने का निम्नलिखित में से कौन-सा कारण है?
(A) वनीकरण के विस्तृत व सक्षम प्रयास
(B) सामुदायिक वनों के अधीन क्षेत्र में वृद्धि
(C) वन बढ़ोतरी हेतु निर्धारित अधिसूचित क्षेत्र में वृद्धि
(D) वन क्षेत्र प्रंबधन में लोगों की बेहतर भागीदारी
उत्तर:
(C) वन बढ़ोतरी हेतु निर्धारित अधिसूचित क्षेत्र में वृद्धि

3. निम्नलिखित में से कौन-सा सिंचित क्षेत्रों में भू-निम्नीकरण का मुख्य प्रकार है?
(A) अवनालिका अपरदन
(B) मृदा लवणता
(C) वायु अपरदन
(D) भूमि पर सिल्ट का जमाव
उत्तर:
(B) मृदा लवणता

HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 5 भूसंसाधन तथा कृषि

4. शुष्क कृषि में निम्नलिखित में से कौन-सी फसल नहीं बोई जाती?
(A) रागी
(B) मूंगफली
(C) ज्वार
(D) गन्ना
उत्तर:
(D) गन्ना

5. निम्नलिखित में से कौन-से देशों में गेहूँ व चावल की अधिक उत्पादकता की किस्में विकसित की गई थीं?
(A) जापान तथा आस्ट्रेलिया
(B) मैक्सिको तथा फिलीपींस
(C) संयुक्त राज्य अमेरिका तथा जापान
(D) मैक्सिको तथा सिंगापुर
उत्तर:
(B) मैक्सिको तथा फिलीपींस

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए

प्रश्न 1.
बंजर भूमि तथा कृषि योग्य व्यर्थ भूमि में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर:
बंजर भूमि-वह भूमि जो प्रचलित प्रौद्योगिकी की सहायता से कृषि योग्य नहीं बनाई जा सकती; जैसे मरुस्थल, बंजर पहाड़ी भू-भाग आदि। कृषि योग्य व्यर्थ भूमि वह भूमि जो पिछले पाँच वर्षों तक या अधिक समय तक परती या कृषि-रहित है। भूमि उद्धार तकनीक द्वारा सुधार कर इसे कृषि योग्य बनाया जा सकता है।

प्रश्न 2.
निवल बोया गया क्षेत्र तथा सकल बोया गया क्षेत्र में अंतर बताएँ।
उत्तर:
निवल बोया गया क्षेत्र-वह भूमि जिस पर फसलें उगाई व काटी जाती हैं वह निवल अथवा शुद्ध बोया गया क्षेत्र कहलाता है। सकल बोया गया क्षेत्र इसमें बोया गया शुद्ध क्षेत्र तथा बोए गए शुद्ध क्षेत्र का वह भाग जिसका उपयोग वर्ष में एक से अधिक बार किया गया है दोनों शामिल होते हैं।

प्रश्न 3.
भारत जैसे देश में गहन कृषि नीति अपनाने की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर:
भारत एक कृषि-प्रधान देश है। भारत की घनी आबादी व निरंतर बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण खाद्यान्नों की आपूर्ति करना एक गंभीर समस्या बनी हुई है। इसके लिए गहन कृषि कार्यक्रम को अपनाने की आवश्यकता है ताकि किसानों को कृषि की उन्नत तकनीकों की सुविधा प्राप्त हो व बढ़ती जनसंख्या के लिए उत्पादन में वृद्धि हो सके।

HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 5 भूसंसाधन तथा कृषि

प्रश्न 4.
शुष्क कृषि तथा आर्द्र कृषि में क्या अंतर है?
उत्तर:
शुष्क कृषि तथा आर्द्र कृषि में निम्नलिखित अंतर है-

शुष्क कृषिआर्द्र कृषि
1. यह भारत के पश्चिमी भागों-राजस्थान, गुजरात तथा दक्षिणी हरियाणा में होती है।1. यह भारत के पूर्वी भागों तथा पश्चिमी तटीय भागों में पाई जाती है ।
2. सामान्यतः 75 से०मी० से कम वर्षा वाले क्षेत्रों में शुष्क कृषि की जाती है।2. सामान्यतः 75 से०मी० से अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में आर्द्र कृषि की जाती है।
3. इसमें जल संसाधनों का अधिक प्रयोग किया जाता है।2. इसमें जल संसाधनों का कम या न्यूनतम प्रयोग किया जाता है।
4. इस कृषि की मुख्य फसलें-गेह्टू, जौ, बाजरा, चना आदि हैं।3. इस कृषि की मुख्य फसलें-चावल, चाय, रबड़ आदि हैं।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों में दीजिए.

प्रश्न 1.
भारत में भूसंसाधनों की विभिन्न प्रकार की पर्यावरणीय समस्याएँ कौन-सी हैं? उनका निदान कैसे किया जाए?
उत्तर:
भारत का कुल क्षेत्रफल लगभग 32.8 लाख वर्ग कि०मी० है। यहाँ प्राकृतिक संसाधनों में बहुत ही विविधता पाई जाती है। भू-क्षेत्र के लगभग 43% मैदानी क्षेत्र पर फसलें उगाई जाती हैं। 30% क्षेत्र पर्वतों से घिरा है। 279 पर्वतों और पठारों के बीच नदी घाटियों का विकास हुआ है, जहाँ पर अधिवास की अनुकूल परिसि भारत उष्ण कटिबंधीय जलवायु का देश है। यह कृषि-प्रधान देश है और यहाँ की जलवायु मानसूनी है। भारतीय कृषि मानसूनी वर्षा पर निर्भर करती है। भारतीय मानसूनी वर्षा अनियमित व अनिश्चित है, जिससे वर्षा के प्रारंभ का समय निश्चित नहीं है। कहीं पर वर्षा बहुत अधिक व कहीं पर बहुत कम होती है, जिससे बाढ़ व सूखे की समस्या उत्पन्न हो जाती है।

उष्ण जलवायु के कारण उत्पन्न खरपतवार व कीड़े कृषि को हानि पहुँचाते हैं। भूमि के लिए उत्पन्न खतरे; जैसे अधिक सिंचाई के कारण जलाक्रांति की समस्या, उष्ण और शुष्क भागों में लवणता अधिक होने की समस्या बन जाती है। भूमि की बचत करना एवं प्रौद्योगिकी विकसित करना बहुत आवश्यक है। इससे एक तो प्रति इकाई भूमि में फसल विशेष की उत्पादकता बढ़ेगी तथा दूसरा फसलों का उत्पादन भी बढ़ेगा। इस प्रौद्योगिकी का लाभ यह होगा कि इसमें सीमित भूमि से भी कुल उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ श्रमिकों की मांग भी बढ़ेगी। भू-उपयोग के लिए फसलों की सघनता भी आवश्यक है। भू-संसधानों के संरक्षण के लिए भूमि की गुणवत्ता को नष्ट होने से बचाया जाए।

प्रश्न 2.
भारत में स्वतंत्रता-प्राप्ति के पश्चात् कृषि विकास की महत्त्वपूर्ण नीतियों का वर्णन करें।
उत्तर:
भारत में स्वतंत्रता-प्राप्ति के पश्चात् कृषि विकास की महत्त्वपूर्ण नीतियाँ निम्नलिखित हैं
1. उन्नत बीजों का प्रयोग (Use of High Yielding Varieties) अधिक उपज देने वाली तथा शीघ्र पकने वाली फसलों के बीज तैयार किए गए। इससे कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई और कई स्थानों पर वर्ष में दो या दो से अधिक फसलें तैयार होने लगीं। गेहूँ की नई किस्में; जैसे कल्याण, सोना आदि तथा चावल की नई किस्में; जैसे विजय, रत्ना, पद्मा आदि के प्रयोग से कृषि के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।

2. उर्वरकों का प्रयोग (Use of Fertilizers) नई कृषि नीति के अंतर्गत रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग को प्रोत्साहन दिया गया जिससे कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। भारत अपनी आवश्यकता के लगभग 55% उर्वरक पैदा करता है तथा शेष का आयात करता है।

3. सिंचाई क्षेत्र का विस्तार (Extent of Irrigation Area)-सिंचाई क्षेत्र के विस्तार से हरित-क्रांति को बहुत सफलता मिली है। भारत जैसे मानसून प्रदेश में सिंचाई का बड़ा महत्त्व है। भारत में नहरें, कुएँ, नलकूप तथा तालाब सिंचाई के महत्त्वपूर्ण कारक हैं।

4. कीटनाशक औषधियों का प्रयोग (Use of Pesticides) अधिक उत्पादन लेने के लिए फसलों को कीड़ों तथा बीमारियों से बचाना अति आवश्यक है। इसके लिए कीटनाशक औषधियों का प्रयोग किया जाता है। हरित-क्रांति के अंतर्गत इन औषधियों के प्रयोग को बढ़ाया गया है।

5. आधुनिक कृषि-यंत्रों का प्रयोग (Use of Modern Agricultural Machinery) भारतीय कृषि में पुराने, साधारण तथा परंपरागत हाथ के बने औजारों के स्थान पर आधुनिक मशीनों का प्रयोग अधिक बढ़ गया जिससे हरित-क्रांति को सफलता मिली। आधुनिक कृषि-यंत्रों में ट्रैक्टर, कंबाइन, हारवेस्टर, थ्रेशर, पिकर, ड्रिल, बिजली की मोटरें तथा पंपिंग सेट आदि प्रमुख हैं।

6. भूमि सुधार (Land Reforms) हरित-क्रांति में नवीन विधियों के प्रयोग के साथ-साथ कृषि में भूमि-सुधारों की ओर पर्याप्त ध्यान दिया गया है। मूलभूत सुधारों के बिना नवीन कृषि टेक्नालॉजी व्यर्थ सिद्ध होगी।

7. भू-संरक्षण कार्यक्रम (Soil Conservation Programme)-भूमि कटाव को रोकने तथा भूमि की उर्वरता शक्ति को बनाए रखने की दृष्टि से विभिन्न उपाय किए गए हैं। मरुस्थलों के विस्तार को रोकने के लिए शुष्क-कृषि प्रणाली के विस्तार से कार्य अपनाए जा रहे हैं। ‘कल्लर’ (क्षारीन) भूमि तथा कंदरायुक्त भूमि को कृषि योग्य बनाया जा रहा है। इस प्रकार जल प्लावन (Water Logging), क्षारीयता (Salination) तथा भू-क्षरण (Soil Erosion) के कार्यक्रम अपनाए गए हैं।

8. गहन कृषि (Intensive Farming) कई राज्यों में भू-खंडों के स्तर पर गहन कृषि तथा पैकेज प्रोग्राम आरंभ किए गए। कालांतर में इसे गहन कृषि क्षेत्र कार्यक्रम में बदल दिया गया। इससे किसानों को कृषि में प्रयोग होने वाले सभी साधनों की सुविधा प्रदान की गई ताकि उत्पादन में वृद्धि हो सके।

भूसंसाधन तथा कृषि HBSE 12th Class Geography Notes

→ संसाधन (Resources) : कोई भी वस्तु अथवा पदार्थ जिसका उपयोग संभव हो और उसके रूपांतरण से उसकी उपयोगिता और मूल्य बढ़ जाए, संसाधन कहलाता है।

→ भू-संरक्षण कार्यक्रम (Soil Conservation Programme) : भूमि कटाव को रोकने तथा भूमि की उर्वरता शक्ति को बनाए रखने की दृष्टि से विभिन्न उपाय किए गए हैं। मरुस्थलों के विस्तार को रोकने के लिए शुष्क-कृषि प्रणाली के विस्तार से कार्य अपनाए जा रहे हैं। ‘कल्लर’ (क्षारीन) भूमि तथा कंदरायुक्त भूमि को कृषि योग्य बनाया जा रहा है। इस प्रकार जल प्लावन (Water Logging), क्षारीयता (Salination) तथा भू-क्षरण (Soil Erosion) के कार्यक्रम अपनाए गए हैं।

→ गहन कृषि (Intensive Farming) : कई राज्यों में भू-खंडों के स्तर पर गहन कृषि तथा पैकेज प्रोग्राम आरंभ किए गए। कालांतर में इसे गहन कृषि क्षेत्र कार्यक्रम में बदल दिया गया। इससे किसानों को कृषि में प्रयोग होने वाले सभी साधनों की सुविधा प्रदान की गई ताकि उत्पादन में वृद्धि हो सके।

→ बंजर भूमि (Barren Land) : वह भूमि जो प्रचलित प्रौद्योगिकी की सहायता से कृषि योग्य नहीं बनाई जा सकती; जैसे मरुस्थल, बंजर पहाड़ी भू-भाग आदि। बोया गया निवल क्षेत्र (New Area Sown) : वह भूमि जिस पर फसलें उगाई व काटी जाती हैं वह निवल अथवा शुद्ध बोया गया क्षेत्र कहलाता है।

HBSE 12th Class Geography Solutions Chapter 5 भूसंसाधन तथा कृषि

→ सिंचित कृषि (Irrigated Farming) : कृषि में सिंचाई के उद्देश्य के आधार पर अंतर पाया जाता है; जैसे-रक्षित व उत्पादक सिंचाई कृषि। रक्षित सिंचाई का मुख्य उद्देश्य आर्द्रता की कमी के कारण फसलों को नष्ट होने से बचाना है अर्थात् वर्षा के अतिरिक्त जल की कमी को सिंचाई के साधनों द्वारा पूरा किया जाता है। उत्पादक सिंचाई का उद्देश्य फसलों का पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध कराकर अधिकतम उत्पादकता प्राप्त करना है।

→ परती भूमि (Fallow Land) : यह वह भूमि है जिस पर पहले कृषि की जाती थी, परंतु अब इस भाग पर कृषि नहीं की जाती। इस जमीन पर यदि लगातार खेती की जाए तो भूमि की उपजाऊ शक्ति कम हो जाती है और ऐसी जमीन पर कृषि करना आर्थिक दृष्टि से लाभदायक नहीं रहता। अतः इसे कुछ समय के लिए खाली छोड़ दिया जाता है। इस प्रक्रिया से जमीन में फिर से उपजाऊ शक्ति आ जाती है और यह कृषि के लिए उपयुक्त हो जाती है।

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HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी Ex 1.1

Haryana State Board HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी Ex 1.1 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी Exercise 1.1

प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों को भरिए :
(a) 1 लाख …………. दस हजार
(b) 1 मिलियन = …………… सौ हजार
(c) 1 करोड़ = …………….. दस लाख
(d) 1 करोड़ = ……….. मिलियन
(e) 1 मिलियन = …………… लाख
हल :
(a) 10,
(b) 10,
(c) 10,
(d) 10,
(e) 10.

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी Ex 1.1

प्रश्न 2.
सही स्थानों पर अल्पविराम लगाते हुए, संख्यांकों को लिखिए :
(a) तिहत्तर लाख पिचहत्तर हजार तीन सौ सात।
(b) नौ करोड़ पाँच लाख इक्तालीस।
(c) सात करोड़ बावन लाख इक्कीस हजार तीन सौ दो।
(d) अट्ठावन मिलियन चार सौ तेइस हजार दो सौ दो।
(e) तेइस लाख तीस हजार दस।
हल :
(a) 73,75,307
(b) 9,05,00,041
(c) 7,52,21,302
(d) 58,423,202
(e) 23,30.010.

प्रश्न 3.
उपयुक्त स्थानों पर अल्पविराम लगाइए और संख्या के नामों को भारतीय संख्यांकन पद्धति में लिखिए :
(a) 87595762
(b) 8546283
(c) 99900046.
(d) 98432701
हलं :
भारतीय संख्यांकन पद्धति के अनुसार उपर्युक्त स्थानों पर अल्पविराम लगाने तथा संख्या नामों को लिखने पर,
(a) 8,75,95,762 : आठ करोड़ पिचहत्तर लाख पिचानवे हजार सात सौ बासठ।
(b) 85,46,283 : पिच्चासी लाख छियालीस हजार दो सौ तिरासी।
(c) 9,99,00,046 : नौ करोड़ निन्यानवे लाख छियालीस ।
(d) 9,84,32,701 : नौ करोड़ चौरासी लाख बत्तीस हजार सात सौ एक।

HBSE 6th Class Maths Solutions Chapter 1 अपनी संख्याओं की जानकारी Ex 1.1

प्रश्न 4.
उपयुक्त स्थानों पर अल्पविराम लगाइए और संख्या नामों को अन्तर्राष्ट्रीय संख्यांकन पद्धति में लिखिए :
(a) 78921092
(b) 7452283
(c) 99985102
(d) 48049831
हल :
अन्तर्राष्ट्रीय संख्यांकन पद्धति के अनुसार उपयुक्त स्थानों पर अल्पविराम लगाने तथा संख्या नामों को लिखने पर,
(a) 78,921,092 : अठहत्तर मिलियन नौ सौ इक्कीस हजार बानवे।
(b) 7,452,283 : सात मिलियन चार सौ बावन हजार दो सौ तिरासी।
(c) 99,985,102 : निन्यानवे मिलियन नौ सौ पिच्चासी हजार एक सौ दो।
(d) 48,049,831 : अड़तालीस मिलियन उनन्चास हजार आठ सौ इक्कत्तीस।

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HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions

Haryana State Board HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions

प्रयास कीजिए (पृष्ठ सं. 191)

प्रश्न 1.
क्या संख्या परिमेय संख्या है ? इसके बारे में सोचिए।
हल :
हाँ, यह परिमेय संख्या है लेकिन ऋणात्मक परिमेय संख्या है।

प्रश्न 2.
दस परिमेय संख्याओं की एक सूची बनाइए।
हल :
दस परिमेय संख्याओं की सूची इस प्रकार है :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 1

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions

पृष्ठ सं. 192

प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों को भरिए :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 2
हल :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 3
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 4
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 5

पृष्ठ सं. 192

प्रश्न 1.
क्या 5 एक धनात्मक परिमेय संख्या है ?
हल :
हम जानते हैं कि 5 = \(\frac{5}{1}\), जहाँ अंश और हर दोनों धनात्मक हैं।
∴ 5 एक धनात्मक परिमेय संख्या है।

प्रश्न 2.
पाँच और धनात्मक परिमेय संख्याएँ लिखिए।
हल :
पाँच धनात्मक परिमेय संख्याएँ निम्न हैं-
\(\frac{2}{3}, \frac{3}{4}, \frac{9}{11}, \frac{-13}{-17}\) और \(\frac{-121}{-123}\)

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions

पृष्ठ सं. 192

प्रश्न 1.
क्या -8 एक ऋणात्मक परिमेय संख्या है ?
हल :
हम जानते हैं कि -8 = \(\frac{-8}{1}\), जहाँ -8 ऋणात्मक तथा 1 धनात्मक पूर्णांक है।
∵ 8 एक ऋणात्मक पूर्णांक है।

प्रश्न 2.
पाँच और ऋणात्मक परिमेय संख्याएँ लिखिए।
हल :
पाँच ऋणात्मक परिमेय संख्याएँ निम्न हैं-
\(\frac{-2}{3}, \frac{-3}{4}, \frac{-11}{15}, \frac{13}{-17}\) और \(\frac{107}{-113}\)

पृष्ठ सं. 193

प्रश्न 1.
निम्नलिखित से कौन-सी संख्याएँ ऋणात्मक परिमेय संख्याएँ हैं ?
(i) \(\frac{-2}{3}\)
(ii) \(\frac{5}{7}\)
(iii) \(\frac{3}{-5}\)
(iv) 0
(v) \(\frac{6}{11}\)
(vi) \(\frac{-2}{-9}\)
हल :
(i) \(\frac{-2}{3}\) में हर व अंश विपरीत चिन्ह के हैं। इसलिए \(\frac{-2}{3}\) एक ऋणात्मक परिमेय संख्या है।
(ii) \(\frac{5}{7}\) में हर व अंश दोनों समान चिन्ह के हैं। इसलिए \(\frac{5}{7}\) धनात्मक परिमेय संख्या है।
(iii) \(\frac{3}{-5}\) में अंश व हर विपरीत चिन्ह के हैं। इसलिए \(\frac{3}{-5}\) ऋणात्मक परिमेय संख्या है।
(iv) शून्य संख्या न धनात्मक है और न ही ऋणात्मक है।
(v) \(\frac{6}{11}\) में अंश व हर समान चिन्ह के हैं। इसलिए \(\frac{6}{11}\) धनात्मक परिमेय संख्या है।
(vi) \(\frac{-2}{-9}\) में हर व अंश समान चिन्ह के हैं। इसलिए \(\frac{-2}{-9}\) धनात्मक परिमेय संख्या है।

पृष्ठ सं. 196

प्रश्न 1.
मानक रूप ज्ञात कीजिए:
(i) \(\frac{-18}{45}\)
(ii) \(\frac{-12}{18}\)
हल :
(i) \(\frac{-18}{45}\) को मानक रूप में व्यक्त करने के लिए इसके अंश व हर में 18 और 45 के म.स. (9) से भाग देते हैं।
\(\frac{-18}{45}\) के अंश और हर में 9 से भाग देने पर,
\(\frac{-18}{45}=\frac{-18 \div 9}{45 \div 9}=\frac{-2}{5}\)
अतः \(\frac{-18}{45}\) का मानक रूप \(\frac{-2}{5}\) है।

(ii) \(\frac{-12}{18}\) के लिए
12 और 18 का म.स. = 6 है।
\(\frac{-12}{18}\) का मानक रूप = \(\frac{-12}{18}\)
अतः \(\frac{-12}{18}\) का मानक रूप \(\frac{-2}{3}\) है।

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions

पृष्ठ सं. 198

प्रश्न 1.
\(\frac{-5}{7}\) और \(\frac{-3}{8}\) के बीच में पाँच परिमेय संख्याएँ ज्ञात कीजिए।
हल:
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 6

पृष्ठ सं. 201

प्रश्न 1.
\(\frac{-13}{7}\) + \(\frac{6}{7}\) तथा \(\frac{19}{5}+\left(\frac{-7}{5}\right)\) ज्ञात कीजिए।
हल :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 7

पृष्ठ सं. 202

प्रश्न 1.
ज्ञात कीजिए:
(i) \(\frac{-3}{7}+\frac{2}{3}\)
(ii) \(\frac{-5}{6}+\frac{-3}{11}\)
हल :
(i) \(\frac{-3}{7}+\frac{2}{3}\)
7 और 3 का ल.स. = 21 है।
दी गई संख्याओं में हर को 21 लिखने पर,
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 8

(ii) \(\frac{-5}{6}+\frac{-3}{11}\)
दोनों संख्याओं के हर धनात्मक हैं।
∴ 6 और 11 का ल.स. = 66
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 9
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 10

पृष्ठ सं. 202

प्रश्न 1.
\(\frac{-3}{9}\), \(\frac{-9}{11}\) और \(\frac{5}{7}\), के योज्य प्रतिलोम क्या हैं?
हल :
\(\frac{-3}{9}\) का योग्य प्रतिलोम = -(\(\frac{-3}{9}\)) = \(\frac{3}{9}\) है,
\(\frac{-9}{11}\) का योज्य प्रतिलोम = – (\(\frac{-9}{11}\)) = \(\frac{9}{11}\) है,
और \(\frac{5}{7}\) का योग्य प्रतिलोम = -(\(\frac{5}{7}\)) = \(\frac{-5}{7}\) है

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions

पृष्ठ सं. 203

प्रश्न 1.
ज्ञात कीजिए :
(i) \(\frac{7}{9}\) – \(\frac{2}{5}\)
(ii) \(2 \frac{1}{5}-\frac{(-1)}{3}\)
हल :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 11

पृष्ठ सं. 204

प्रश्न 1.
निम्नलिखित गुणनफल क्या होंगे ?
(i) \(\frac{-3}{5} \times 7\)
(ii) \(\frac{-6}{5} \times(-2)\)
हल :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 12

पृष्ठ सं. 204

प्रश्न 1.
ज्ञात कीजिए:
(i) \(\frac{-3}{4} \times \frac{1}{7}\)
(ii) \(\frac{2}{3} \times \frac{-5}{9}\)
हल :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 13a

पृष्ठ सं. 205

प्रश्न 1.
\(\frac{-6}{11}\), \(\frac{-8}{5}\) के व्युत्क्रम क्या होंगे ?
हल :
\(\frac{-6}{11}\) का व्युत्क्रम = \(\frac{11}{-6}\)
और \(\frac{-8}{5}\) का व्युत्क्रम = \(\frac{5}{-8}\)

HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions

पृष्ठ सं. 205

प्रश्न 1.
ज्ञात कीजिए:
(i) \(\frac{2}{3} \times \frac{-7}{8}\)
(ii) \(\frac{-6}{7} \times \frac{5}{7}\)
हल :
HBSE 7th Class Maths Solutions Chapter 9 परिमेय संख्याएँ InText Questions 14

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