Author name: Prasanna

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

Haryana State Board HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन Important Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. भारत किस प्रकार का देश है?
(A) धर्म निरपेक्ष
(B) दो धर्मों को मानने वाला
(C) विशेष धर्म को मानने वाला
(D) कोई नहीं।
उत्तर:
धर्म निरपेक्ष।

2. भारत को धर्म-निष्पक्षता किसने प्रदान की है?
(A) राज्य
(B) सरकार
(C) जनता
(D) संविधान।
उत्तर:
संविधान।

3. हम कहाँ पर व्यापारी, अध्यापक, मध्य वर्ग, ट्रेड युनियन जैसे वर्ग देख सकते हैं?
(A) कस्बे में
(B) गाँव में
(C) शहरों में
(D) कहीं नहीं।
उत्तर:
शहरों में।

4. कहाँ पर हम सीमांत तथा छोटे किसान, ज़मींदार, मज़दूर जैसे वर्ग देख सकते हैं?
(A) गाँव में
(B) शहर में
(C) कस्बे में
(D) बड़े शहरों में।
उत्तर:
गाँव में।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

5. भारत में विश्वव्यापीकरण तथा उदारीकरण की प्रक्रिया कब शुरू हुई थी?
(A) 1990 से पहले
(B) 1990 के बाद
(C) 1991 के बाद
(D) 1985 के बाद।
उत्तर:
1991 के बाद।

6. उदारीकरण की प्रक्रिया किस प्रधानमंत्री ने शुरू की थी?
(A) राजीव गाँधी
(B) चंद्रशेखर
(C) वी० पी० सिंह
(D) पी० वी० नरसिम्हा राव।
उत्तर:
पी० वी० नरसिम्हा राव।

7. उस प्रक्रिया को क्या कहते हैं जिसमें एक देश की अर्थव्यवस्था दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था में मिल जाती है?
(A) निजीकरण
(B) विश्वव्यापीकरण
(C) उदारीकरण
(D) संस्कृतिकरण।
उत्तर:
विश्वव्यापीकरण।

8. सार्वजनिक उपक्रमों को व्यक्तिगत पार्टियों को बेचने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
(A) विश्वव्यापीकरण
(B) उदारीकरण
(C) निजीकरण
(D) संस्कृतिकरण।
उत्तर:
निजीकरण।

9. सामाजिक परिवर्तन कब आवश्यक हो जाता है?
(A) शिक्षा प्राप्त करने के बाद
(B) नौकरी प्राप्त करने के बाद
(C) विवाह के बाद
(D) बच्चों के बाद।
उत्तर:
शिक्षा प्राप्त करने के बाद।

10. हमारा समाज किस प्रकार औद्योगीकरण से प्रभावित हुआ है?
(A) शहर बढ़ रहे हैं
(B) वातावरण प्रदूषित हो रहा है।
(C) उत्पादन बढ़ रहा है
(D) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी।

11. नगर की इनमें से कौन-सी विशेषता है?
(A) अधिक जनसंख्या
(B) द्वितीयक संबंध
(C) गैर-कृषि पेशे
(D) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी।

12. उस प्रक्रिया को क्या कहते हैं जिसमें गांव की स्थिति में परिवर्तन आ जाता है तथा उसमें नगरों जैसे लक्षण आने शुरू हो जाते हैं?
(A) नगरीकरण
(B) संस्कृतिकरण
(C) औद्योगीकरण
(D) आधुनिकीकरण।
उत्तर:
नगरीकरण।

13. इनमें से कौन-सी नगरीकरण की विशेषता है?
(A) औपचारिक संबंध
(B) परिवारों का टूटना
(C) अधिक गतिशीलता
(D) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी।

14. नगरों में जनसंख्या क्यों बढ़ती है?
(A) सुख-सुविधाओं का उपलब्ध होना
(B) रोज़गार के अधिक साधन
(C) तकनीक का प्रयोग
(D) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी।

15. इनमें से कौन-सा समाज औद्योगीकरण के कारण ग्रामीण से स्थानांतरित होकर नगरीय देश बना?
(A) जापान
(B) अमेरिका
(C) ब्रिटेन
(D) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
(A) जापान।

अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
सामाजिक परिवर्तन क्यों होता है?
उत्तर:
जब शिक्षा लेने के बाद व्यक्ति शिक्षित हो जाता है तो सामाजिक परिवर्तन होना ज़रूरी होता है।

प्रश्न 2.
औद्योगीकरण का कोई एक प्रभाव बताओ।
उत्तर:
औद्योगीकरण से नगर बढ़ते हैं तथा वातावरण दूषित होता है।

प्रश्न 3.
नीली क्रांति क्या होती है?
उत्तर:
मछलियों के उत्पादन को बढ़ाने को नीली क्रांति कहते हैं।

प्रश्न 4.
हरित क्रांति क्या होती है?
उत्तर:
कृषि के उत्पादन को बढ़ाने को हरित क्रांति कहते हैं।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

प्रश्न 5.
श्वेत क्रांति क्या होती है?
उत्तर:
दूध के उत्पादन को बढ़ाने को श्वेत क्रांति कहते हैं।

प्रश्न 6.
सामाजिक क्रांति क्यों आती है?
उत्तर:
जब समाज में आर्थिक समानता न हो, असमानता कुछ ज्यादा ही हो तथा व्यक्ति के मौलिक मानवीय अधिकारों का दमन हो रहा हो तो सामाजिक क्रांति आती है।

प्रश्न 7.
किसके कहने के अनुसार आर्थिक आधार पर समाज में क्रांति आएगी?
उत्तर:
कार्ल मार्क्स के कहने के अनुसार समाज में आर्थिक आधार पर क्रांति आएगी।

प्रश्न 8.
कौन-सी क्रांति बिना हिंसा के आती है?
उत्तर:
औद्योगिक क्रांति बिना हिंसा के आती है।

प्रश्न 9.
चक्रीय कार्य-कारण का क्या अर्थ होता है?
उत्तर:
जब एक परिवर्तन के कारण किसी और जगह भी परिवर्तन आए तो उसे चक्रीय कार्य-कारण कहते हैं।

प्रश्न 10.
भारत में I.R.D.P. कब शुरू हुए थे?
उत्तर:
भारत में I.R.D.P. 1952 में शुरू हुए थे।

प्रश्न 11.
भारत में C.D.P. कब शुरू हुए थे? (Community Development Programme.)
उत्तर:
भारत में C.D.P. 1952 में शुरू हुए थे।

प्रश्न 12.
एम० एन० श्रीनिवास ने कौन-सी धारणाएं दी हैं?
उत्तर:
एम० एन० श्रीनिवास ने संस्कृतिकरण तथा पश्चिमीकरण की धारणाएं दी हैं।

प्रश्न 13.
सामाजिक परिवर्तन क्या होता है?
उत्तर:
जब सामाजिक संबंधों में परिवर्तन शुरू हो जाए तो उसे सामाजिक परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 14.
प्रगति क्या होती है?
उत्तर:
जो परिवर्तन हमारी इच्छानुसार हो उसे प्रगति कहते हैं।

प्रश्न 15.
सांस्कृतिक परिवर्तन क्या होता है?
उत्तर:
हमारी संस्कृति, हमारे विचारों, धर्म, संस्थाओं, व्यवहार इत्यादि में होने वाले परिवर्तन को सांस्कृतिक परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 16.
क्या सामाजिक परिवर्तन के बारे में निश्चितता से कहा जा सकता है कि सामाजिक परिवर्तन आएगा?
उत्तर:
जी नहीं, सामाजिक परिवर्तन के बारे में निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि सामाजिक परिवर्तन आएगा।

प्रश्न 17.
सरल तथा जटिल समाजों में किस गति से परिवर्तन आते हैं?
उत्तर:
सरल समाजों में धीमी गति से तथा जटिल समाजों में तेज़ गति से परिवर्तन आते हैं।

प्रश्न 18.
उद्विकास क्या होता है?
उत्तर:
समाज के सरलता से जटिलता की तरफ जाने को उद्विकास कहते हैं।

प्रश्न 19.
मार्गन के अनुसार उद्विकास की कितनी अवस्थाएं हैं?
उत्तर:
मार्गन के अनुसार उद्विकास की तीन अवस्थाएं हैं।

प्रश्न 20.
किसी नयी खोज के कारण होने वाले परिवर्तन को क्या कहते हैं?
उत्तर:
किसी नयी खोज के कारण होने वाले परिवर्तन को रेखीय परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 21.
किस समाजशास्त्री ने धर्म में विकास को अलग हिस्सों में विभाजित किया है?
उत्तर:
अगस्ते काम्ते ने धर्म में विकास को अलग हिस्सों में विभाजित किया है।

प्रश्न 22.
भारत का सबसे बड़ा उद्योग कौन-सा है?
उत्तर:
भारत का सबसे बड़ा उद्योग कपड़ा उद्योग है।

प्रश्न 23.
सुधारवादी आंदोलन क्या थे?
उत्तर:
जिन आंदोलनों ने भारतीय समाज में फैली बुराइयों को दूर करने के प्रयास किए, उन को सुधारवादी आंदोलन कहते हैं।

प्रश्न 24.
सामाजिक परिवर्तन किस प्रकृति के होते हैं?
उत्तर:
सामाजिक परिवर्तन सामाजिक प्रकृति के होते हैं।

प्रश्न 25.
पूंजीवाद का जन्म क्यों हुआ?
उत्तर:
पूंजीवाद का जन्म प्रोटेस्टेंट धर्म की वजह से हुआ था।

प्रश्न 26.
क्रांति क्या होती है?
उत्तर:
जब समाज में चल रहे असंतोषों की वजह से सामाजिक तथा राजनीतिक परिवर्तन का प्रयास किया जाए तो उसे क्रांति कहते हैं।

प्रश्न 27.
मार्गन के अनुसार उद्विकास की कौन-सी तीन अवस्थाएं हैं?
उत्तर:
मार्गन के अनुसार उद्विकास की तीन अवस्थाएं-जंगली अवस्था, बर्बरता की अवस्था तथा सभ्यता की अवस्थाएं हैं।

प्रश्न 28.
बर्बरता अवस्था में किन संगठनों का विकास हुआ था?
उत्तर:
बर्बरता अवस्था में आर्थिक संगठनों जैसे कि पूंजीवाद का विकास हुआ था।

प्रश्न 29.
रेखीय परिवर्तन क्या होता है?
उत्तर:
जब नए आविष्कारों की वजह से परिवर्तन तथा सीधी रेखा में विकास होता जाए तो उसे रेखीय परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 30.
सांस्कृतिक परिवर्तन किसे कहते हैं?
उत्तर:
हमारी संस्कृति, हमारे विचारों, धर्म, संस्थानों, व्यवहार इत्यादि में होने वाले परिवर्तन को सांस्कृतिक परिवर्तन कहते हैं। इसका अर्थ यह है कि हमारी संस्कृति में होने वाले परिवर्तनों को सांस्कृतिक परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 31.
सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर:
जब समाज के अधिकतर लोगों के विचारों, कार्य करने के ढंगों इत्यादि में परिवर्तन आना शुरू हो जाए तो उसे सामाजिक परिवर्तन कहते हैं। इसका अर्थ यह है कि जब समाज के अधिकतर अंगों, संस्थाओं, विचारों इत्यादि में परिवर्तन आना शुरू हो जाए उसे सामाजिक परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 32.
नगरीकरण की प्रक्रिया कब हमारे सामने आती है?
उत्तर:
जब नगरों की जनसंख्या का घनत्व बढ़ जाए, यातायात के साधनों का विकास होना शुरू हो जाए, नगरों के आकार में बढ़ोत्तरी होनी शुरू हो जाए, उत्पादन बड़े पैमाने पर होना शुरू हो जाए तो नगरीकरण की प्रक्रिया हमारे सामने आती है।

प्रश्न 33.
हरेक परिवर्तन को प्रगति क्यों नहीं कह सकते?
उत्तर:
जब परिवर्तन व्यक्ति की ऐच्छिक दिशा में हो तो उसे प्रगति कहते हैं परंतु परिवर्तन हमारे मन की इच्छा के अनुसार नहीं होता। जो परिवर्तन हमारी इच्छा के अनुसार नहीं होता उसे प्रगति नहीं कह सकते। इस तरह हरेक परिवर्तन प्रगति नहीं हो सकता।

प्रश्न 34.
नगर क्या होता है?
उत्तर:
नगर किसी खास भौगोलिक क्षेत्र में बसा वह समुदाय है जिसमें ज्यादा जनसंख्या, गैर-कृषि कार्यों की भरमार, अव्यक्तिक संबंध, औपचारिक नियंत्रण तथा द्वितीय समूहों की प्रधानता होती है।

प्रश्न 35.
नगरीयकरण किसे कहते हैं?
अथवा
शहरीकरण से क्या तात्पर्य है?
अथवा
नगरीकरण की प्रक्रिया से आप क्या समझते हैं?
अथवा
नगरीकरण क्या है?
उत्तर:
नगरीयकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें गांव की स्थिति में परिवर्तन आ जाता है तथा उसमें शहरों या नगरों जैसे लक्षण आने शुरू हो जाते हैं अर्थात् वहां का रहन-सहन शहरों जैसा हो जाता है।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

प्रश्न 36.
नगरीयकरण की तीन विशेषताएं बताओ।
उत्तर:

  1. नगरीयकरण में संबंध औपचारिक होते हैं।
  2. नगरीयकरण में गतिशीलता अधिक होती है।
  3. नगरीयकरण में परिवार टूटने लग जाते हैं।

प्रश्न 37.
औद्योगीकरण का क्या अर्थ है?
अथवा
औद्योगीकरण की परिभाषा दें।
अथवा
औद्योगीकरण किसे कहते हैं?
अथवा
औद्योगीकरण की प्रक्रिया क्या है?
अथवा
औद्योगीकरण का अर्थ बताइए।
अथवा
औद्योगीकरण क्या है?
उत्तर:
औद्योगीकरण एक प्रक्रिया है जिसमें उत्पादन घरेलू स्तर से आगे निकल कर कारखानों तक पहुँच जाता है तथा उत्पादन बड़े स्तर पर शुरू हो जाता है।

प्रश्न 38.
विकास क्या होता है?
उत्तर:
जब किसी भी चीज़ के बारे में ज्यादा जानकारी हो जाए या जब कोई चीज़ आगे बढ़नी शुरू हो जाए तो उसे विकास कहते हैं।

प्रश्न 39.
विकास किससे संबंधित होता है?
उत्तर:
विकास का संबंध सिर्फ परिवर्तन से होता है। यह अच्छे बुरे से या इसका किसी चीज़ की विशेषता से कोई संबंध नहीं होता।

प्रश्न 40.
संरचनात्मक परिवर्तन क्या होता है?
उत्तर:
सामाजिक संबंधों तथा सामाजिक संस्थाओं में होने वाले परिवर्तनों को संरचनात्मक परिवर्तन कहते हैं। विवाह, परिवार में होने वाले परिवर्तन संरचनात्मक परिवर्तन होते हैं।

प्रश्न 41.
औद्योगीकरण के क्या ग़लत परिणाम हो सकते हैं?
उत्तर:

  1. औद्योगीकरण से प्रदूषण फैलता है।
  2. औद्योगीकरण से छोटे उद्योगों का नाश होता है।
  3. औद्योगीकरण से पैसा कुछ हाथों में ही केंद्रित हो जाता है।

प्रश्न 42.
नगरों में जनसंख्या बढ़ने के क्या कारण हैं?
उत्तर:
नगरों में सभी सुख-सुविधाओं का उपलब्ध होना, रोज़गार के ज्यादा साधन, कम होती भूमि, तकनीक का प्रयोग, रोजगार की तलाश की वजह से नगरों में जनसंख्या बढ़ रही है।

प्रश्न 43.
जनसंख्या के बढ़ने से दसलक्षी शहरों की संख्या कितनी बढ़ गई?
उत्तर:
जनसंख्या के बढ़ने से दसलक्षी शहरों की संख्या काफ़ी बढ़ गई है। पहले केवल चार दसलक्षी शहर होते थे-दिल्ली, मुंबई, कोलकाता तथा चेन्नई परंतु अब यह संख्या 15 से ऊपर पहुंच गई है। जैसे कि अहमदाबाद, बैंगलुरू, चंडीगढ़, लखनऊ इत्यादि।

प्रश्न 44.
उपनिवेशवाद का क्या अर्थ है?
उत्तर:
एक स्तर पर, एक देश के द्वारा दूसरे देश पर शासन को उपनिवेशवाद कहते हैं। इसका अर्थ यह है कि जब किसी शक्तिशाली देश द्वारा कमज़ोर देश पर अपने लाभ के लिए कब्जा कर लिया जाता है तो उसे उपनिवेशवाद कहते हैं।

प्रश्न 45.
ऐसे किसी एक भारतीय शहर का नाम बताएं जिसकी जनसंख्या एक करोड़ या इससे अधिक हो।
उत्तर:
मम्बई, दिल्ली. कोलकाता ऐसे भारतीय शहर हैं जिनकी जनसंख्या एक करोड या इससे अधिक है।

प्रश्न 46.
कस्बे का न्यूनतम जनसंख्या घनत्व कितने व्यक्ति प्रति वर्ग कि०मी० होना आवश्यक है?
उत्तर:
कस्बे का जनसंख्या घनत्व 400 व्यक्ति प्रति कि०मी० होना आवश्यक है।

प्रश्न 47.
भारत में कस्बा घोषित करने के लिए न्यूनतम जनसंख्या कितनी तय की गई है?
उत्तर:
भारत में कस्बा घोषित करने के लिए न्यूनतम जनसंख्या 5000 तय की गई है।

प्रश्न 48.
औद्योगीकरण का संबंध उद्योगों की स्थापना से है या इनको हटाने से है?
उत्तर:
औद्योगीकरण का संबंध उद्योगों की स्थापना से है।

प्रश्न 49.
चंडीगढ़ एक कस्बा है या शहर?
उत्तर:
चंडीगढ़ एक शहर है।

प्रश्न 50.
अपने राज्य में स्थित किसी बड़े उद्योग का नाम लिखें।
उत्तर:
मारूति उद्योग हमारे राज्य में स्थित एक बड़ा उद्योग है।

प्रश्न 51.
नगरीकरण की कोई एक विशेषता बताएँ।
उत्तर:
नगरीकरण में नगरों की संख्या में बढ़ोत्तरी होती है तथा लोग गांवों को छोड़ कर नगरों की तरफ रहने के लिए जाते हैं।

प्रश्न 52.
सामाजिक परिवर्तन की किसी एक प्रक्रिया का नाम बताएँ।
उत्तर:
आधुनिकीकरण, पश्चिमीकरण, धर्मनिरपेक्षीकरण, संस्कृतिकरण इत्यादि सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रियाएं हैं।

प्रश्न 53.
औद्योगीकरण की प्रक्रिया का संबंध किस गतिविधि से है?
उत्तर:
औद्योगीकरण की प्रक्रिया का संबंध उद्योगों की प्रगति से है।

प्रश्न 54.
सामाजिक परिवर्तन का कोई एक कारक बताएं।
उत्तर:
जनसंख्या के अधिक घटने-बढ़ने से सामाजिक परिवर्तन होता है।

प्रश्न 55.
औद्योगीकरण की कोई एक विशेषता लिखिए।
उत्तर:
औद्योगीकरण में उत्पादन घरों से निकल कर बड़े-बड़े कारखानों में चला जाता है।

लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
सामाजिक परिवर्तन से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
सामाजिक संबंधों, सामाजिक संगठन, सामाजिक संरचना, सामाजिक अंतक्रिया में होने वाले किसी भी प्रकार के परिवर्तन को सामाजिक परिवर्तन का नाम दिया जाता है। समाज में होने वाले हरेक प्रकार का परिवर्तन सामाजिक परिवर्तन नहीं होता। केवल सामाजिक संबंधों, सामाजिक क्रियाओं इत्यादि में पाया जाने वाला परिवर्तन ही सामाजिक परिवर्तन होता है।

संक्षेप में हम कह सकते हैं कि लोगों के जीवन जीने के ढंगों में पाया जाने वाला परिवर्तन ही सामाजिक परिवर्तन होता है। यह हमेशा सामूहिक तथा सांस्कृतिक होता है। जब भी मनुष्यों के व्यवहार में परिवर्तन आता है तो हम कह सकते हैं कि सामाजिक परिवर्तन हो रहा है।

प्रश्न 2.
सामाजिक परिवर्तन के कितने प्रकार होते हैं?
उत्तर:
सामाजिक परिवर्तन के बहुत से प्रकार हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित है-

  • परिवर्तन-किसी भी चल रही या मौजूद स्थिति में बदलाव को परिवर्तन कहते हैं। यह परिवर्तन अच्छा तथा बुरा दोनों हो सकते हैं।
  • वृद्धि-परिवर्तन एक दिशा में होता है तथा इस दिशा को वृद्धि कहते हैं। वृद्धि की गति भी होती है तथा यह गति धीमी तथा तेज़ दोनों तरह से हो सकती है।
  • उद्विकास-जब परिवर्तन निश्चित स्तरों से होकर गुजरता है तो उस प्रक्रिया को उद्विकास कहते हैं।
  • प्रगति-प्रगति हमेशा अच्छाई के लिए होती है। जब परिवर्तन हमारी इच्छित तथा मर्जी की दिशा में होता है तो उसे प्रगति कहते हैं।
  • क्रांति-जब परिवर्तन तेज़ी से तथा अकस्मात होता है तो उसे क्रांति कहते हैं। इससे परंपराओं, राजनीति में तेजी से बदलाव आ जाता है। यह हिंसात्मक तथा अहिंसात्मक भी हो सकती है।
  • विकास-इस प्रकार के परिवर्तन में परिवर्तन एक अवस्था से होकर दूसरी अवस्था में पहुंचता है। इस तरह परिवर्तन अपेक्षित दिशा तथा अपने लक्ष्य की ओर नियोजित होता है।

प्रश्न 3.
आधुनिकीकरण की कोई चार विशेषताएं बताओ।
अथवा
आधुनिकीकरण की किन्हीं तीन विशेषताओं का वर्णन करें।
उत्तर:

  1. आधुनिकीकरण में हर तरफ तकनीक का बोल-बाला होता है।
  2. इसमें औद्योगीकरण का पक्ष भी शामिल होता है। उद्योगों पर ज्यादातर लोग आश्रित होते हैं।
  3. इसमें साक्षरता दर काफ़ी ज्यादा होती है।
  4. संचार के साधन विकसित रूप में पाए जाते हैं।
  5. यातायात के साधनों का विकसित रूप हमारे सामने होता है।

प्रश्न 4.
आप कैसे कह सकते हैं कि परिवर्तन एक तुलनात्मक प्रक्रिया है?
उत्तर:
यह सही है कि परिवर्तन एक तुलनात्मक प्रक्रिया है क्योंकि परिवर्तन को किसी से तुलना करके ही समझा जा सकता है। किसी समाज में ज्यादा परिवर्तन होते हैं किसी में कम, यह तो हम उन दोनों समाजों की तुलना करके ही समझ सकते हैं। पुराने समय में लोग हल से कृषि करते थे, आजकल ट्रैक्टर से कृषि करते हैं। यह परिवर्तन है पर यह तभी समझा जा सकता है जब हम दोनों समाजों की तुलना करेंगे। इसके साथ ही यह भी पता चल जाता है कि परिवर्तन है या नहीं तथा अगर है तो कितना। यह तो सिर्फ तुलना करके ही समझा जा सकता है।

प्रश्न 5.
सामाजिक परिवर्तन सामाजिक जीवन में होने वाला परिवर्तन कैसे है?
उत्तर:
सामाजिक परिवर्तन का मतलब होता है समाज में चल रहे मूल्यों, आदर्शों, विधियों, परिमापों, व्यवस्था में परिवर्तन चाहे यह परिवर्तन तकनीकी या किसी और कारणों की वजह से क्यों न आए हों। इससे यह स्पष्ट है कि समाज में चल रहे आदर्शों, नियमों में आने वाले बदलावों को सामाजिक परिवर्तन कहते हैं तथा ये परिवर्तन किसी कारण से भी आ सकते हैं। इस तरह हम कह सकते हैं कि सामाजिक जीवन में आने वाले परिवर्तन को ही सामाजिक परिवर्तन कहते हैं।

प्रश्न 6.
नगरीयकरण की क्या विशेषताएं होती हैं?
उत्तर:

  1. नगरीयकरण की प्रमुख विशेषता यह होती है कि यहां संबंध अस्थायी होते हैं तथा अपने कार्य खत्म होने के बाद संबंध खत्म कर दिए जाते हैं।
  2. नगरीयकरण की दूसरी प्रमुख विशेषता घनी आबादी का होना है। लोग नगरों में जगह कम होने की वजह से छोटे-छोटे घरों में तथा ज्यादा तादाद में रहते हैं।
  3. नगरीयकरण में गतिशीलता पायी जाती है। लोग अपना घर, कारोबार, नौकरी कभी भी छोड़कर कहीं भी जा सकते हैं।
  4. नगरीयकरण में व्यवसाय में कृषि संबंधों कार्यों की कमी पायी जाती है। लोगों की व्यवसाय संबंधी निर्भरता कृषि पर कम और कार्यों पर ज्यादा होती है।
  5. नगरों में लोग अपनी संस्कृति का आदान-प्रदान करते हैं। अलग-अलग संस्कृतियों के लोग इकट्ठे रहते हैं जिस वजह से उनमें संस्कृतियों का आदान-प्रदान हो जाता है।
  6. नगरों में लोगों में समायोजन की क्षमता होती है। जैसी परिस्थितियां व्यक्ति के सामने आती हैं वह उनके अनुसार ही स्वयं को ढाल लेता है।

प्रश्न 7.
विकास तथा प्रगति में क्या अंतर होता है?
उत्तर:
विकास तथा प्रगति में अंतर निम्नलिखित हैं-

विकासप्रगति
(i) विकास क्रमिक परिवर्तन होता है।(i) प्रगति क्रमिक परिवर्तन भी हो सकता है तथा नहीं भी।
(ii) विकास अपने-आप हो जाता है।(ii) प्रगति अपने-आप नहीं होती बल्कि यह योजनाबद्ध प्रयास होता है।
(iii) विकास परिवर्तन की स्वाभाविक प्रक्रिया है।(iii) प्रगति हमेशा इच्छित दिशा में परिवर्तन होता है।
(iv) विकास की प्रक्रिया हमेशा समाज में चलती रहती है।(iv) प्रगति अपने-आप नहीं होती। इसको तो योजनाबद्ध तरीके से चलाना पड़ता है।
(v) परिवर्तन में सबसे पहले विकास आता है।(v) परिवर्तन में प्रगति दूवितीय स्थान पर आती है।
(vi) विकास अनुभव व अनुमान पर आधारित होता है।(vi) प्रगति को उपयोगिता के आधार पर मापा जाता है।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

प्रश्न 8.
तकनीक तथा नगरीकरण का आपस में क्या संबंध हैं?
उत्तर:
तकनीक की वजह से बड़े-बड़े उद्योग शुरू हो गए तथा देश का औद्योगीकरण हो गया है। औद्योगीकरण के कारण बड़े-बड़े नगर उन उद्योगों के पास बस गए। शुरू के गाँवों में उद्योगों में कार्य करने के लिए आने वाले मज़दूरों के लिए आस-पास बस्तियां बस गईं। फिर उन बस्तियों के जीवन जीने के लिए तथा चीजें मुहैया करवाने के लिए दुकानें तथा बाजार खुल गए।

फिर लोगों के लिए होटल, स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, व्यापारिक कंपनियां खुल गई तथा दफ्तर बन गए। इस प्रकार धीरे-धीरे इनके कारण शहरों का विकास हुआ तथा शहरीकरण बढ़ गया। इस प्रकार नगरीकरण को बढ़ाने में तकनीक का सबसे बड़ा हाथ है।

प्रश्न 9.
संरचनात्मक परिवर्तन से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
सामाजिक परिवर्तन को दो भागों में विभाजित किया जाता है तथा वह है संरचनात्मक तथा सांस्कृतिक। परिवर्तन की प्रक्रिया संरचनात्मक सामाजिक संबंधों, परिवार, नातेदारी, जाति, व्यावसायिक समूह इत्यादि से संबंधित होती है। अगर इनमें कोई परिवर्तन आता है तो उसे संरचनात्मक परिवर्तन कहते हैं। हम उदाहरण ले सकते हैं कृषि से संबंधित कार्यों की। प्राचीन समय में कृषि का कार्य परिवार के सदस्य ही करते थे तथा कृषि प्राचीन परंपरागत ढंगों से होती थी।

परंतु आधुनिक समय में कृषि यंत्रों के साथ तथा किराए पर मज़दूर लेकर होती है और उत्पादन बाजार के लिए होता है। इसे ही संरचनात्मक परिवर्तन कहते हैं। हम एक और उदाहरण ले सकते हैं संयुक्त परिवार की जो पहले होते थे। आधुनिक समय में केंद्रीय परिवार सामने आ रहे हैं तथा परिवार की संरचना तथा कार्य बदल गए हैं। इसे ही संरचनात्मक परिवर्तन कहा जाता है। पश्चिमीकरण, औद्योगीकरण तथा आधुनिकीकरण जैसी प्रक्रियाओं के कारण संरचनात्मक परिवर्तन हो जाता है।

प्रश्न 10.
नगरीकरण के कारण कौन-सी समस्याएं उत्पन्न होती हैं?
उत्तर:
नगरों में बसी हुई गंदी बस्तियां कई प्रकार के अपराधों का केंद्र होती है। अधिक जनसंख्या तथा पेशे होने के कारण यहां अपराध अधिक होते हैं। निर्धनता तथा बेरोज़गारी व्यक्ति को जल्दी अमीर बनने के लिए अपराध करने को प्रेरित करते हैं। बड़े घरों की लड़कियाँ अपने खर्चे पूर्ण करने के लिए काल गर्ज़ बन जाती हैं।

शहरों में स्मगलिंग का कार्य भी अधिक होता है। स्मगलिंग, नशा बेचना, बैंक डकैतियां, दुकानें लूटना, गंदी बस्तियां, निर्धनता, अपराध, बेरोजगारी, अनैतिकता इत्यादि जैसी समस्याएँ शहरों में आम देखने को मिल जाती हैं तथा यह सब नगरीकरण के कारण ही होता है।

प्रश्न 11.
स्वतंत्रता के बाद देश में औद्योगीकरण की प्रक्रिया में आए परिवर्तनों का वर्णन करें।
अथवा
भारत में औद्योगीकरण तथा नगरीयकरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
स्वतंत्रता से पहले देश में काफ़ी कम उद्योग स्थापित हुए थे क्योंकि विदेशी सरकार से उद्योगों को स्थापित करने में सुविधाएं प्राप्त नहीं होती थी। 1947 से पहले देश में इस्पात का उत्पादन करने वाली दो ही इकाइयाँ थीं। परंतु 1947 के बाद यह काफ़ी तेजी से बढ़ गई। सरकार ने पंचवर्षीय योजनाएं बनाईं जिनका मुख्य उद्देश्य औद्योगिक विकास करना था। इसके बाद तो देश का औद्योगिक विकास तेज़ी से शुरू हुआ।

इस्पात के उद्योग, ट्रैक्टर, कारों, स्कूटरों, मोटर साइकलों, इलेक्ट्रॉनिक्टस, उर्वरकों, कैमीकल, भारी उद्योगों के क्षेत्र में तो देश ने काफ़ी प्रगति कर ली। वस्त्र उत्पादों के क्षेत्र में तो देश का विश्व में अग्रणी स्थान है। कोयला, जहाजरानी, पेट्रोलियम उत्पादों के उद्योग इत्यादि के क्षेत्र में भी देश ने काफी तेजी से विकास किया है। 1991 के बाद तो देश में विदेशी निवेश की बाढ़ आ गई जिससे देश में और तेज़ी से उद्योग लगने शुरू हो गए।

प्रश्न 12.
भारत में आज़ादी के बाद उद्योगों के क्षेत्र में क्या-क्या महत्त्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं?
उत्तर:

  1. आजादी के बाद देश में उद्योगों का तेज़ी से विकास हुआ है तथा उद्योगों में उत्पादन आधुनिक मशीनों से शुरू हो गया है।
  2. अब उद्योगों में उत्पादन तेजी से होना शुरू हो गया है जिससे देश का निर्यात बढ़ गया है।
  3. उद्योगों में नई-नई मशीनों का प्रयोग होना शुरू हो गया है जिनका प्रयोग उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जाता है।
  4. श्रमिकों के हितों के लिए श्रमिक संघ निर्मित हुए हैं ताकि उद्योगों में कार्य कर रहे श्रमिकों के लाभ के लिए कार्य किया जा सके।

प्रश्न 13.
भारतीय समाज पर नगरीकरण के पाँच प्रभावों का वर्णन कीजिए।
अथवा
स्वतंत्र भारत में नगरीकरण के प्रभावों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:

  1. नगरीकरण की प्रक्रिया के कारण भारतीय समाज की जनसंख्यात्मक संरचना बदल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों की जनसंख्या कम हो रही हैं तथा नगरों की जनसंख्या बढ़ रही है।
  2. नगरीकरण के कारण भारतीय समाज की कई संस्थाएं जैसे कि संयुक्त परिवार, जाति व्यवस्था खत्म हो गई है तथा केंद्रीय परिवार सामने आ रहे हैं।
  3. नगरीकरण के कारण लोगों में व्यक्तिवादिता बढ़ रही है तथा लोग अब केवल अपने हितों की पूर्ति के बारे में ही सोचते हैं।
  4. नगरीकरण की प्रक्रिया के कारण सुविधाएं बढ़ रही हैं जिससे उनका जीवन आसान हो गया है।
  5. नगरीकरण के कारण नगरों में रोजगार प्राप्त करने के मौके बढ़ गए हैं तथा रोजगार के अवसरों की तो बाढ़ सी आ गई है।

प्रश्न 14.
आज़ादी के बाद के सालों भारत में कई औद्योगिक शहरों का उद्भव और विकास हुआ। उनका संक्षिप्त विवरण दें।
अथवा
भारतीय समाज में नगरीकरण पर एक निबंध लिखिए।
अथवा
भारत में नगरीकरण की प्रक्रिया की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
चाहे आज़ादी से पहले अंग्रेजों ने भारत में बहुत से उद्योग स्थापित किए थे, परंतु वह ठीक ढंग से विकसित न हो पाए। आजादी के पश्चात् भारत सरकार ने देश में औद्योगीकरण की प्रक्रिया को तेजी से चलाने का निश्चय किया तथा उसके लिए सरकार ने उद्योगों को कई प्रकार के प्रोत्साहन दिए। इस कारण ही बोकारो, भिलाई, राऊरकेला, दुर्गापुर जैसे शहर सामने आए। यह औद्योगिक शहर बिहार, झारखंड जैसे प्रदेशों में स्थित हैं।

इन प्रदेशों में औद्योगिक शहरों के सामने आने का कारण यह है कि यहाँ पर सभी खनिज पदार्थ पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त गुजरात में सूरत, अहमदाबाद, पंजाब में फगवाड़ा जैसे शहर कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध हुए। मुंबई के नज़दीक बाम्बे हाई का पिकास हुआ जहां से तेल निकाला जाता है। काँडला, विशाखापट्टनम जैसे शहर बंदरगाहों के कारण विकसित हुए। अहमदाबाद, डालमिया नगर, पोरबंदर, सतना, सूरतपुर इत्यादि जैसे शहर सीमेंट उद्योग के कारण सामने आए। इस प्रकार आज़ादी के बाद बहुत से शहर उद्योगों के कारण ही विकसित हुए।

निबंधात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
औद्योगीकरण की क्या विशेषताएं होती हैं?
उत्तर:
औद्योगीकरण की विशेषताओं का वर्णन निम्नलिखित है-
(i) मशीनों से उत्पादन-औद्योगीकरण की प्रक्रिया में उत्पादन मशीनों से होता है न कि हाथों से। इस प्रक्रिया में नयी-नयी मशीनों का ईजाद होता है तथा उन मशीनों की मदद से उत्पादन बढ़ाया जाता है। प्राचीन समाजों में उत्पादन हाथों से होता था इसलिए औद्योगीकरण इतनी उन्नत अवस्था में नहीं था। औद्योगीकरण में उत्पादन नयी मशीनों से तथा ज्यादा मात्रा में होता है।

(ii) औद्योगीकरण का संबंध उत्पादन की प्रक्रिया से होता है-औद्योगीकरण का संबंध उत्पादन की प्रक्रिया से होता इस प्रक्रिया के दौरान उत्पादन बढ़ जाता है। इसमें मशीनों की मदद से उत्पादन किया जाता है तथा उत्पादन भी ज्यादा मात्रा में होता है।

(iii) औद्योगीकरण में परंपरागत शक्ति का प्रयोग नहीं होता-परंपरागत शक्ति वह शक्ति होती है जो मानव शक्ति या पशु शक्ति पर आधारित होती है। औद्योगीकरण में इस मानव या पशु शक्ति की बजाए पेट्रोल, डीज़ल, कोयला, विद्युत् या परमाणु शक्ति का प्रयोग होता है क्योंकि परंपरागत शक्ति की अपेक्षा यह शक्ति ज्यादा तेज़ी से मशीनों को चलाती है तथा आज-कल की मशीनें भी इसी शक्ति से चलती हैं।

(iv) ओद्योगीकरण में उत्पादन तेज़ी से होता है-इस प्रक्रिया में उत्पादन बहुत तेज़ गति से होता है। प्राचीन समय में क्योंकि उत्पादन हाथों से होता था इसलिए उत्पादन बहुत कम हुआ करता था परंतु औद्योगीकरण में उत्पादन मशीनों से होता है इसलिए उत्पादन भी ज्यादा मात्रा में होता है। क्योंकि आजकल जनसंख्या भी काफी बढ़ गई है इसलिए उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ज्यादा मशीनों का प्रयोग होता है ताकि ज्यादा उत्पादन किया जा सके।

(v) औदयोगीकरण में आर्थिक विकास होता है-इस प्रक्रिया में आर्थिक विकास होना ज़रूरी है। इस में बहत सारे उद्योग लग जाते हैं जो न सिर्फ अपने देश की ज़रूरतें पूरी करते हैं बल्कि दूसरे देशों की भी ज़रूरतें पूरी करते हैं। इस वजह से ये ज्यादा मुनाफ़ा कमाते हैं तथा देश के लिए भी पैसा कमाते हैं। पैसा कमाने के साथ ये देश को काफ़ी कर भी देते हैं जिससे देश को काफ़ी आमदनी हो जाती है जो कि देश के विकास में खर्च होती है। लोगों को उद्योगों में काम मिलता है जिससे उनका जीवन स्तर ऊँचा होता है जिससे देश का आर्थिक विकास होता है।

(vi) औद्योगीकरण से प्राचीन मान्यताएं टूट जाती हैं-औद्योगीकरण से प्राचीन मान्यताएं टूट जाती हैं। उदाहरण के लिए, भारत में इस प्रक्रिया के फलस्वरूप संयुक्त परिवार की मान्यता तथा परंपरा में विघटन हो गया है। इस वजह से संयुक्त परिवार टूट कर केंद्रीय परिवारों में बदल रहे हैं। इस तरह और भी कई परंपराओं जैसे जाति प्रथा, विवाह नाम की संस्था में भी बहुत से परिवर्तन आ रहे हैं। इस तरह हम कह सकते हैं कि औद्योगीकरण में प्राचीन परंपराएं टूट जाती हैं।

(vii) औद्योगीकरण में नए वर्गों का उदय होता है-औद्योगीकरण में नए-नए वर्ग सामने आते हैं। अमीर वर्ग, ग़रीब वर्ग, मध्यम वर्ग, मालिक वर्ग, मज़दूर वर्ग जैसे कई और वर्ग हमारे सामने आते हैं। इस वजह से कइयों को पैसा आ जाता है, कइयों के पास कम हो जाता है। कई ट्रेड यूनियन इत्यादि जैसे वर्ग सामने आ जाते हैं जोकि हमारे समाज में ज़रूरी हो जाते हैं।

(viii) औद्योगीकरण में प्राकृतिक साधनों का पूरी तरह प्रयोग होता है-इस प्रक्रिया में देश के प्राकृतिक साधनों का पूरी तरह प्रयोग होता है। मशीनों से उत्पादन की वजह से कोयला, डीज़ल, पेट्रोल, बिजली इत्यादि शक्ति का प्रयोग होता है जोकि प्राकृतिक साधनों का हिस्सा होते हैं। इसके अलावा कच्चे माल के लिए कृषि पर तथा भूमि पर आवश्यकता से अधिक बोझ पड़ता है जिससे प्राकृतिक साधनों का विनाश होना शुरू हो जाता है।

(ix) औद्योगीकरण में कई तकनीकों का प्रयोग होता है-औद्योगीकरण में हमेशा नई तकनीकों का प्रयोग होता रहता है क्योंकि औद्योगीकरण में नयी-नयी मशीनों का प्रयोग होता है। इस वजह से नए-नए आविष्कार होते रहते हैं जिसके कारण हमारे सामने नयी-नयी मशीनें आती हैं जिनका प्रयोग उत्पादन को बढ़ाने के लिए किया जाता है।

प्रश्न 2.
औद्योगीकरण की वजह से क्या समस्याएं आती हैं? उनका वर्णन करो।
उत्तर:
औद्योगीकरण से समाज को बहुत सारे लाभ होते हैं जैसे पैसा बढ़ता है, आर्थिक विकास होता है, उत्पादन बढ़ता है, नए वर्गों का निर्माण होता है पर भारत जैसे देश में, जहां व्यक्ति जातीय बंधनों में बंधा होता है, औद्योगीकरण की वजह से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
(i) आर्थिक संकट-औद्योगीकरण की वजह से कई बार आर्थिक विकास की बजाए आर्थिक संकट भी आ जाता है। उत्पादन बहुत ज्यादा होता है पर कई बार ऐसा होता है कि उत्पादन तो ज्यादा होता है पर खपत ज्यादा नहीं होती या कम हो जाती है। उत्पादन तो उसी तरह से चलता रहता है पर खपत कम होने की वजह से तथा फैक्टरी में इकट्ठा होता जाता है जिस वजह से उस उद्योग में आर्थिक संकट आ जाता है।

(ii) बेकारी-औद्योगीकरण की वजह से बेकारी की समस्या भी बढ़ जाती है। पुराने तरीकों से उत्पादन हाथों से होता है जिस वजह से सभी को काम मिल जाता है पर इस प्रक्रिया में नए-नए आविष्कार होते रहते हैं तथा मशीनें आती रहती हैं जिस वजह से मजदूरों को काम से हटा दिया जाता है। उनकी जगह मशीनें आ जाती हैं। एक-एक मशीन दस-दस मजदूरों का काम कर सकती है। वे मज़दूर बेकार हो जाते हैं। इस तरह औद्योगीकरण बेकारी की समस्या को भी बढ़ावा देता है।

(iii) कुटीर उद्योगों का खत्म होना-औद्योगीकरण की वजह से गांवों में लगे कुटीर उद्योग भी खत्म हो जाते हैं। औद्योगीकरण में उत्पादन मशीनों से होता है जो कि सस्ता तथा अच्छा भी होता है। पर कुटीर उद्योगों में क्योंकि होता है जिस वजह से वह महंगा तथा मशीनों जैसा अच्छा भी नहीं होता है।

इस तरह फैक्टरियों का माल बिकने लग जाता है तथा इन कुटीर उद्योगों का माल बिकना बंद हो जाता है जिस वजह से इन कुटीर उद्योगों में आर्थिक संकट आ जाता है तथा ये धीरे-धीरे बंद हो जाते हैं। इस तरह औद्योगीकरण कुटीर उद्योगों के विनाश का कारण बनता है।

(iv) संयुक्त परिवारों में विघटन-औद्योगीकरण की प्रक्रिया संयुक्त परिवारों में विघटन का कारण बनती है। उद्योग शहरों में लगते हैं जिसके लिए उनमें काम करने के लिए लोगों को गांव में अपने संयुक्त परिवारों को छोड़ना पड़ता है। धीरे-धीरे सभी अपने संयुक्त परिवारों को छोड़ कर शहरों में चले जाते हैं। पहले तो वो अकेले जाते हैं पर धीरे-धीरे अपनी पत्नी तथा बच्चों को भी शहरों में ले जाते हैं तथा केंद्रीय परिवार का निर्माण करते हैं। इस तरह संयुक्त परिवार, जो भारतीय समाज की विशेषता हुआ करते थे, वह टूट जाते हैं तथा इसका कारण सिर्फ औद्योगीकरण ही है।

(v) जाति प्रथा का कमज़ोर होना-अगर हम प्राचीन भारतीय समाज को देखें तो जाति प्रथा बहुत मज़बूत हुआ करती थी पर आज के समय में बहुत कमज़ोर पड़ गई है। इसके कमज़ोर पड़ने की सबसे बड़ी वजह औद्योगीकरण है। जाति प्रथा की विशेषता विभिन्न जातियों में मेल-जोल तथा खाने-पीने पर पाबंदियां हुआ करती थीं। पर औद्योगीकरण ने इन पाबंदियों को तोड़ दिया है।

फैक्टरियों में सभी लोग मिल कर काम करते हैं तथा कोई किसी से यह नहीं पूछता कि वह किस जाति से है क्योंकि फैक्टरी में काम योग्यता के आधार पर मिलता है न कि जाति के आधार पर। सभी जातियों के लोग मिल-जुल कर काम करते हैं, खाने के समय मिल-जुल कर खाते हैं तथा यह नहीं पूछते कि वह किस जाति से है। इस तरह जाति प्रथा की सबसे महत्त्वपूर्ण विशेषताएं मेल-जोल तथा खाने-पीने पर पाबंदियां को औद्योगीकरण ने खत्म कर दिया है। इस तरह जाति प्रथा को कमजोर करने में औदयोगीकरण का बहुत बड़ा हाथ है।

(vi) स्त्रियों का घर की चार दीवारी से बाहर निकलना-औद्योगीकरण की वजह से स्त्रियां घर की चार दीवारी से बाहर निकलना शुरू हो गई हैं। उद्योगों में मशीनें चलाने के अतिरिक्त अन्य बहुत-से कार्य होते हैं। स्त्रियों में साक्षरता दर के बढ़ने की वजह से वह भी दफ्तरों में काम करना शुरू हो गई हैं। स्त्रियां अब काफ़ी हद तक आर्थिक रूप से पति या पिता पर निर्भर न रह कर आत्म-निर्भर हो गई हैं जिस वजह से वे समानता का अधिकार मांगती हैं जिसे देने में मर्द आनाकानी करते हैं।

इस तरह मर्दो तथा स्त्रियों में अहं का टकराव होता है तथा घर टूटने तथा लड़ाई-झगड़ों का खतरा पैदा हो जाता है। इसके अलावा महिलाओं के घर से बाहर काम करने के लिए जाने की वजह से बच्चों के पालन-पोषण में कमी आई है जो कि आजकल क्रैच में होता है। इस वजह से बच्चों में आजकल अच्छे गुणों की कमी पायी जाती है जो कि सिर्फ माता-पिता ही बच्चों में डाल सकते हैं। माता-पिता के पास इसके लिए समय नहीं होता। इस तरह स्त्रियों की स्वतंत्रता नयी प्रकार की समस्याएं पैदा कर रही है।

(vii) प्रेम-विवाह, अंतर्जातीय-विवाह तथा तलाक-औरतों के घर से बाहर निकलने से तथा जाति प्रथा की परंपराओं के टूटने की वजह से अब प्रेम विवाह तथा अंतर्जातीय विवाह बढ़ रहे हैं। शिक्षा के बढ़ने की वजह से लड़का-लड़की कॉलेज में मिलते हैं तथा उनमें प्यार हो जाता है तथा बाद में वह प्रेम-विवाह कर लेते हैं।

इसके अलावा औरतों के दफ्तरों में मर्दो के साथ काम करने की वजह से उनमें मेल-जोल बढ़ता है तथा धीरे-धीरे उनमें प्यार हो जाता है। वह विवाह कर लेते हैं। दोनों ही हालातों में यह ज़रूरी नहीं कि दोनों एक ही जाति के हों। वह अलग-अलग जातियों के भी हो सकते हैं। इस तरह प्रेम विवाह तथा अंतर्जातीय विवाहों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। इनके अलावा एक बड़ी समस्या जिस-का समाज को सामना करना पड़ रहा है वह है तलाक की समस्या।

औरतें अब आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर हो गई हैं जिस वजह से वह किसी के अधिकार के अंदर नहीं रहना चाहती जिस वजह से पति-पत्नी के अहं में टकराव होता है तथा बात तलाक तक आ जाती है। इसके साथ ही प्रेम विवाह रोमांच पर आधारित होता है।

जब रोमांच खत्म हो जाता है तथा जिंदगी की सच्चाई भी सामने आ जाती है तो प्यार भी खत्म होना शुरू हो जाता है तथा झगड़े शुरू हो जाते हैं। इस वजह से तलाक तक बात पहुँच जाती है। अंतर्जातीय विवाह में कई बार दोनों की संस्कृति, परंपराएं, रहन-सहन नहीं मिल पाते जिस वजह से झगड़े शुरू हो जाते हैं तथा बात तलाक तक पहुँच जाती है।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

प्रश्न 3.
औद्योगीकरण के समाज पर क्या प्रभाव पड़ते हैं?
अथवा
उद्योगों से किस तरह समाज में विकास होता है?
उत्तर:
औद्योगीकरण के समाज पर बहुत से अच्छे-बुरे प्रभाव पड़ते हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
(i) श्रम विभाजन-प्राचीन समय में किसी चीज़ का उत्पादन परिवार में ही हुआ करता था। सभी को उस चीज़ के उत्पादन से संबंधित कार्य आते थे तथा वे सभी मिल-जुल कर कार्य करके उसका उत्पादन कर लिया करते थे। परंतु औद्योगीकरण की वजह से काम मशीनों पर होना शुरू हो गया जिस वजह से श्रम विभाजन का संकल्प हमारे सामने आया। किसी चीज़ का उत्पादन कई चरणों में होता है।

हर चरण में अलग-अलग काम होते हैं। अब हर कोई अलग-अलग काम करता है, जैसे कपड़ा बनाने में कोई किसी मशीन को चलाता है, कोई किसी मशीन को। अगर कोई रंगाई करता है तो यह भी श्रम विभाजन तथा विशेषीकरण का काम हो जाता है। इस तरह हर काम में श्रम विभाजन हो गया है। हर कोई एक खास काम करता है तथा उसका उसी काम में विशेषीकरण हो जाता है। यह औद्योगीकरण की वजह से हुआ है।

(ii) यातायात के साधनों का विकास-औद्योगीकरण की वजह से यातायात के साधनों का भी विकास हुआ है। फैक्टरियों में उत्पादन के लिए कच्चे माल की ज़रूरत होती है। कच्चे माल को फैक्टरियों तक दूर-दूर के इलाकों से पहुँचाने के लिए ट्रेन, ट्रकों इत्यादि जैसे यातायात के साधनों का विकास हुआ। इसके अलावा बने हुए माल को फैक्टरी से बाज़ार तक पहुँचाने के लिए भी इन यातायात के साधनों की आवश्यकता होती है जिनका धीरे-धीरे विकास हो गया। इस तरह औद्योगीकरण की वजह से यातायात के साधनों का विकास तेज़ी से हुआ।

(iii) फैक्टरियों के उत्पादन में बढ़ोत्तरी-औद्योगीकरण की वजह से चीजों का उत्पादन घरों से निकल कर फैक्टरी में आ गया जहां पर उत्पादन हाथों की बजाए मशीनों से होता है। हाथों से उत्पादन धीरे-धीरे होता है परंतु मशीनों से उत्पादन तेजी से होता है। चाहे जनसंख्या के बढ़ने से खपत में भी बढ़ोत्तरी हुई पर इसके साथ-साथ नए-नए आविष्कार हुए जिन से उत्पादन भी और बढ़ता गया। इस तरह चीज़ों के उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी औद्योगीकरण की वजह से हुई।

(iv) शहरों के आकार में बढ़ोत्तरी-औद्योगीकरण के बढ़ने से शहरों के आकार भी बढ़ने लगे। उद्योग शहरों में लगते थे जिस वजह से गांवों के लोग शहरों की तरफ जाने लगे। रोज़-रोज़ गांव में जाना मुमकिन नहीं था इसलिए लोग अपने परिवार भी शहर ले जाने लगे। जनसंख्या के बढ़ने से शहरों में जनसंख्या बढ़ने लगी जिस वजह से धीरे धीरे शहरों के आकार बढ़ने लगे तथा धीरे-धीरे नगरीयकरण का संकल्प हमारे सामने आया।

(v) पंजीवाद-औदयोगीकरण की वजह से पंजीवाद का भी जन्म हआ। जब घरों में उत्पादन हआ करता था तो ज्यादा पूंजी की ज़रूरत नहीं होती थी क्योंकि उत्पादन कम होता था तथा उत्पादन घर में ही हो जाता था पर औद्योगीकरण ने फैक्टरी प्रथा को जन्म दिया। फैक्टरी बनाने के लिए बहुत ज्यादा पूंजी की ज़रूरत पड़ी। फैक्टरी बनाने के लिए, कच्चा माल खरीदने के लिए, बनी हुई चीज़ को बाज़ार में बेचने के लिए, मजदूरों को तनख्वाह देने तथा कई और कामों के लिए बहुत ज्यादा पूंजी की ज़रूरत पड़ी।

जिनके पास पैसा था उन्होंने बड़ी-बड़ी फैक्टरियां खड़ी कर ली तथा धीरे-धीरे पैसे की मदद से और पैसा कमाने लग गए। इसके साथ-साथ समाज में कई और वर्ग जैसे व्यापारी, मालिक, मजदूर, दलाल इत्यादि हमारे सामने आए तथा व्यापार में भी बढ़ोत्तरी हुई। पैसे की मदद से उत्पादित चीजें और देशों को भेजी जाने लगी जिससे और पैसा आने लगा। इस पैसे की वजह से और देशों पर कब्जे होने लगे जिसे हम साम्राज्यवाद कहते हैं। इसने और देशों का शोषण करने को प्रेरित किया। इस तरह पूंजीवाद का जन्म हुआ जिसने कई और समस्याओं को जन्म दिया।

(vi) कुटीर उद्योगों का खत्म होना-इसकी वजह से गांवों में लगे कुटीर उद्योग खत्म हो जाते हैं। इसमें उत्पादन मशीनों से होता है जोकि सस्ता तथा अच्छा भी होता है। कुटीर उद्योग में क्योंकि उत्पादन हाथों से होता है जिस कारण वह महंगा तथा मशीनों जैसा अच्छा भी नहीं होता है। इस तरह फैक्टरियों का माल बिकने लग जाता है तथा कुटीर उद्योगों का माल बिकना बंद हो जाता है जिस वजह से इन कुटीर उद्योगों में आर्थिक संकट आ जाता है तथा यह धीरे-धीरे बंद हो जाते हैं। इस तरह औद्योगीकरण कुटीर उद्योगों के विनाश का कारण बनता है।

(vii) रहने की जगह की समस्या-उद्योग नगरों में लगते हैं। गांवों से हज़ारों लोग शहरों में इन उद्योगों में काम की तलाश में आते हैं जिस वजह से शहरों में रहने की जगह की या मकानों की समस्या हो जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए कई-कई लोग एक कमरे में रहते हैं जिस वजह से उनमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जन्म लेती हैं। इसी के साथ गंदी बस्तियां भी पनप जाती हैं जो शहरों में गंदगी फैलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं।

(viii) बेकारी-औद्योगीकरण की वजह से बेकारी की समस्या भी बढ़ जाती है। पुराने तरीकों से उत्पादन हाथों से होता है जिस वजह से सभी को काम मिल जाता है पर इस प्रक्रिया में नए-नए आविष्कार होते रहते हैं तथा मशीनें भी आती रहती हैं जिस वजह से मजदूरों को काम से हटा दिया जाता है। उनकी जगह मशीनें आ जाती हैं। एक एक मशीन दस-दस मजदूरों का काम कर सकती है। वे मजदूर बेकार हो जाते हैं। इस तरह औद्योगीकरण बेकारी की समस्या को भी बढ़ावा देता है।

(ix) स्वास्थ्य की समस्या-औद्योगीकरण का एक और प्रभाव मजदूरों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। इन उद्योगों का वातावरण मजदूरों की सेहत के लिए काफ़ी हानिकारक होता है। वहां ताजी हवा नहीं जाती, उन्हें प्रदूषण में काम करना पड़ता है जिस वजह से उनके स्वास्थ्य पर काफ़ी हानिकारक प्रभाव पड़ता है।

प्रश्न 4.
सामाजिक परिवर्तन क्या है? इसकी विशेषता का वर्णन करो।
अथवा
सामाजिक परिवर्तन से आप क्या समझते हैं? सामाजिक परिवर्तन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन करें।
अथवा
सामाजिक परिवर्तन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
सामाजिक परिवर्तन का अर्थ (Meaning of Social Changes)-साधारण शब्दों में परिवर्तन का अर्थ समाज में घटित होने वाले परिवर्तनों से समझा जाता है अर्थात् परिवर्तन शब्द समय की किसी अवधि में आए परिवर्तन को स्पष्ट करता है। प्रारंभ में सामाजिक विचारकों ने उद्विकास (evolution), प्रगति (Progress) एवं सामाजिक परिवर्तन तीन अवधारणाओं का एक ही अर्थ माना जाता है। केवल आगबर्न पहले ऐसे विद्वान हुए जिन्होंने 1922 में अपनी पुस्तक (Social change) में इन सभी अवधारणाओं का अंतर समझाया।

सामाजिक परिवर्तन के बारे में विभिन्न विद्वानों की निम्नलिखित परिभाषाएं हैं किंग्सले डेविस (Kingsley Devis) के अनुसार, “सामाजिक परिवर्तन से हमारा अभिप्रायः उन परिवर्तनों से है जो सामाजिक संगठन अर्थात् समाज की संरचना और कार्यों में उत्पन्न होते हैं।”

गिन्सबर्ग (Ginsberg) के शब्दों में, “सामाजिक परिवर्तन से हमारा अभिप्राय सामाजिक ढांचे में परिवर्तन से है। उदाहरण के रूप में समाज के आकार, उनके विभिन्न अंगों की बनावट या संतुलन अथवा उसके संगठन के प्रकारों में होने वाले परिवर्तन से है।’

जेन्सन (Jenson) का मानना है कि, “सामाजिक परिवर्तन को लोगों के कार्य करने तथा विचार करने के तरीकों में होने वाले रूपांतर के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।” मैकाइवर एवं पेज (MacIver and Page) के अनुसार, “समाजशास्त्री होने के नाते हमारी विशेष रुचि प्रत्यक्ष रूप से सामाजिक संबंधों से है। केवल इन सामाजिक संबंधों में होने वाले परिवर्तन को ही सामाजिक परिवर्तन कहते हैं।”

पर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर सामाजिक परिवर्तन लोगों के जीवन में होने वाले परिवर्तन को दर्शाता है। सामाजिक परिवर्तन सामाजिक संबंधों में परिवर्तन है। सामाजिक परिवर्तन उन परिवर्तनों को कहा जाता है जो मानवीय संबंधों, व्यवहारों, प्रथाओं, परंपराओं, संस्थाओं, मूल्यों, कार्यविधियों, प्रकार्यों व सामाजिक व्यवस्था व संरचना है।

सामाजिक परिवर्तन की विशेषताएं (Characteristics of Social Change) सामाजिक परिवर्तन एक आवश्यक एवं सर्वव्यापी प्रक्रिया है। लेकिन स्थिर व गतिशील समाजों में इसकी प्रकृति अलग-अलग देखने को मिलती है। इन विभिन्नताओं को देखते हुए सामाजिक परिवर्तन की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-
1. सामाजिक परिवर्तन अनेक तत्त्वों की अंतः क्रिया का परिणाम होता है (Social Change is a result of the interaction of a number of factor)-सामाजिक परिवर्तन किसी एक तत्त्व के प्रभाव के कारण नहीं होता है। कुछ विद्वानों का मानना है कि कोई विशेष तत्त्व प्रौद्योगिकी में परिवर्तन, आर्थिक विकास या जलवायु संबंधी दशाएं सामाजिक परिवर्तन उत्पन्न करती है।

लेकिन इसे एकलवादी सिद्धांत कहा जाता है जोकि सामाजिक परिवर्तन की किसी अकेले तत्त्व के आधार पर समीक्षा करता है। यह एकलवादी सिद्धांत सामाजिक परिवर्तन की सही व्याख्या नहीं करता। क्योंकि सामाजिक परिवर्तन किसी एक तत्त्व नहीं बल्कि अनेक तत्त्वों सांस्कृतिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनैतिक, भौगोलिक तथा प्राकृतिक आदि का परिणाम हो सकता है।

2. सामाजिक परिवर्तन एक जटिल तथ्य है (Social Change is a Complex Phenomenon)-सामाजिक परिवर्तन एक गुणात्मक परिवर्तन है परिवर्तन की मात्रा को मापा या तोला नहीं जा सकता। अतः यह एक जटिल तथ्य है। किसी भौतिक वस्तु या भौतिक संस्कृति में होने वाले परिवर्तन की मात्रा का माप या तोल किया जा सकता है। मूल्यों, विचारों, विश्वासों, संस्थाओं एवं व्यवहारों में होने वाले परिवर्तनों को माप-तोल के आधार पर व्यक्त नहीं कर सकते। सामाजिक परिवर्तन को सरलता से समझा भी नहीं जा सकता।

3. सामाजिक परिवर्तन की गति समरूप नहीं होती है (Speed of Social Changes is not Uniform)-यद्यपि सामाजिक परिवर्तन प्रत्येक समाज की आवश्यक घटना है। फिर भी परिवर्तन की प्रकृति प्रत्येक समाज में अलग अलग होती है। कई समाजों में तो परिवर्तन की गति इतनी धीमी होती है कि लोगों को परिवर्तन का अहसास तक नहीं होता है। आधुनिक समय में भी कई ऐसे समाज अब भी हैं जिनके परिवर्तन की गति काफ़ी धीमी है। नगरीय समाजों में ग्रामीण समाजों से तीव्र रूप से परिवर्तन आता है। इसी कारण नगरीय समुदाय अत्यधिक विकसित होता है। सामाजिक परिवर्तनों की गति समय, स्थान एवं परिस्थितियों के ऊपर निर्भर करती है।

4. सामाजिक परिवर्तन एक अनिवार्य घटना है (Social Change Occurs as an Essential Law)-परिवर्तन प्राकृतिक नियम है तथा सामाजिक परिवर्तन एक सामाजिक तथ्य है। परिवर्तन सुनियोजित प्रयत्नों का परिणाम भी हो सकता है। कई बार व्यक्ति परिवर्तन का विरोध करता है। फिर भी परिवर्तन के ऊपर उसके परिवर्तन के विरुद्ध प्रयासों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। मनुष्य की इच्छाओं, आवश्यकताओं एवं परिस्थितियों में परिवर्तन होने पर समाज में भी परिवर्तन होता है।

5. सामाजिक परिवर्तन सामुदायिक परिवर्तन है (Social Change is Community Change) सामाजिक परिवर्तन का संबंध किसी व्यक्ति विशेष, जाति, समूह, संस्था एवं प्रजाति में होने वाले परिवर्तन से नहीं है, बल्कि यह संपूर्ण सामुदायिक जीवन में घटित होने वाले परिवर्तन हैं। सामाजिक परिवर्तन किसी एक व्यक्ति के जीवन या कुछ एक व्यक्तियों के जीवन प्रतिमानों में परिवर्तन नहीं है बल्कि संपूर्ण समुदाय में परिवर्तित घटना से होता है। सारे सामुदाय पर परिवर्तन ही सामाजिक परिवर्तन कहलाता है। यह वैयक्तिक न होकर सामाजिक होता है।

6. सामाजिक परिवर्तन सार्वभौमिक है (Social Change is a Universal Phenomenon) कोई भी समाज ऐसा नहीं जिसमें परिवर्तन न पाया जाए अर्थात् कोई भी समाज गतिहीन नहीं होता। प्राचीन समाज हो या आधुनिक ग्रामीण या नगरीय समाज सभी में परिवर्तन होता है। समाज में दिन-प्रतिदिन अनेक गतिशील प्रभावों के कारण अस्थिरता पाई जाती है।

जनसंख्या में वृद्धि और प्रौद्योगिकी के विस्तार के कारण भौतिक पदार्थों में परिवर्तन आता रहता है। विचारधाराओं और सामाजिक मूल्यों व आदर्शों में भी नये तत्त्व सम्मिलित होते जाते हैं। जिससे सामाजिक संस्था संरचना की प्रकृति भी बदलती जाती है। परिवर्तन की गति कम या अधिक होना समाज की प्रकृति पर निर्भर करता है।

7. सामाजिक परिवर्तन की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती (Prediction of Social Change is not Possible) सामाजिक परिवर्तन का निश्चित रूप से पूर्वानुमान लगाना संभव नहीं है। औद्योगीकरण व नगरीयकरण के कारण भारत में संयुक्त परिवार प्रथा, जाति प्रथा एवं विवाह प्रणाली में कौन-कौन से परिवर्तन आयेंगे इसके साथ ही इनके प्रभाव के कारण लोगों के विचारों, विश्वासों व मनोवृत्तियों, मूल्यों व आदर्शों आदि पर किस प्रकार के परिवर्तन आयेंगे यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता।

कई बार आकस्मिक कारणों से भी परिवर्तन होते हैं। जिनके बारे में पहले सोचा तक भी नहीं होता है। जैसे ‘भुज’ गुजरात में भूकंप आने से वहां मूलभूत सामाजिक परिवर्तन आए हैं। विश्व युद्धों के दौरान या बाद में कई सामाजिक मूलभूत परिवर्तन आये जिनके बारे में कभी पहले सोचा भी नहीं गया। मई, 1998 में परमाणु बम का भारत में परीक्षण करने पर प्रतिक्रिया स्वरूप विश्व समुदाय ने भारत पर अनेक आर्थिक पाबंदियां लगाईं जिसने भारतीय समाज के परिवर्तनों की गति एवं स्वरूप को प्रभावित किया। इस तरह सामाजिक परिवर्तन अनेक कारकों पर निर्भर करते हैं जिनका सही पूर्वानुमान भविष्यवाणी करना संभव नहीं होता है।

प्रश्न 5.
सामाजिक परिवर्तन लाने वाले कारकों का वर्णन करो।
अथवा
सामाजिक परिवर्तन में जनांकिक कारकों का वर्णन करें।
अथवा
सामाजिक परिवर्तन के मुख्य कारकों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
किसी भी घटना के घटने का कोई न कोई कारण अवश्य होता है। सामाजिक परिवर्तन को भली-भांति समझने के लिए उन कारकों का जानना आवश्यक है जो इस परिवर्तन को संभव बनाते हैं। इस विषय में एक प्रसिद्ध रोमन कवि का कथन है कि, “वह व्यक्ति सबसे सुखी है जो वस्तुओं के कारणों को जान लेता है।” विभिन्न विचारकों के भिन्न कारकों को सामाजिक परिवर्तन के लिए जिम्मेदार ठहराया है जैसे कार्ल मार्क्स ने आर्थिक कारक को, वेबर ने धर्म को व ऑगबर्न ने सांस्कृतिक विलंबना को सामाजिक परिवर्तन के कारक माना है।

इन सबके आधार पर सामाजिक परिवर्तन के लिए सामूहिक कारक उत्तरदायी होते हैं। इस वाक्य के विचारक ए० एम० रोज़ (A.M. Rose) का कथन है कि, “सामाजिक परिवर्तन का कोई कारक या कारकों की एक श्रृंखला सभी समाजों में सभी परिवर्तनों के लिए उत्तरदायी नहीं है और न ही सिर्फ एक कारक ही किसी एक परिवर्तन के लिए उत्तरदायी है।”

1. आर्थिक कारक (Economic Factors)-सृष्टि के प्रारंभिक काल से ही मानव की सबसे पहली आवश्यकता भूख थी। मानव ने भूख को मिटाने के लिए इधर-उधर भटकना शुरू किया तथा इसके साथ ही अनेक वस्तुओं का भी उपयोग किया व अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के अनेक साधनों की खोज कर डाली। इस प्रकार समय के साथ-साथ उसने कई प्रकार के संबंध स्थापित किए व कई व्यवस्थाओं का भी निर्माण किया। प्रारंभिक मानव सभ्यता व संस्कृति के विकास हेतु अपनी आदतों, व्यवहारों, इच्छाओं व साधनों में परिवर्तन करता हुआ सामाजिक प्राणी में परिवर्तित हो गया।

2. भौगोलिक व प्राकृतिक कारक (Geographical or Natural Factors)-प्राकृतिक व भौगोलिक कारक मानवीय संबंधों, व्यवहार के तरीकों, विश्वासों को प्रभावित व परिवर्तित करते हैं। सुगम्य व अगम्य क्षेत्रों का सामाजिक परिवर्तन की गति पर प्रभाव पड़ता रहता है। नदियां, जंगल, पहाड़, अकाल, ऋतुएं, बाढ़ व भूकंप का सामाजिक जीवन पर निरंतर प्रभाव रहता है। जनवरी, 2001 में भुज (गुजरात) में व 1905 में कांगड़ा में विनाशकारी भूकंप, उड़ीसा में बाढ़, राजस्थान में सूखा आदि ने संबंधित क्षेत्रों के लोगों की जीवन शैली बदल डाली।

ऐसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण वर्तमान समय में भी भारत में लाखों लोग प्राकृतिक शक्तियों का मानवीकरण करके उनकी पूजा करते हैं। वायु, सूर्य, चंद्रमा, शनि, बृहस्पति, नदियों, पर्वतों व अग्नि आदि की पूजा इसके कुछेक उदाहरण हैं। भौगोलिक परिस्थितियों के कारण निश्चित सामाजिक मल्य शिष्टाचार, विश्वास, नियम, आदर्श, कानन व व्यवहार के तरीके निश्चित स्वरूप धारण करते हैं।

रामपुर हिमाचल प्रदेश में “लवी का मेला’ शरद ऋतु से संबंधित हैं। अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियां मानव के स्वास्थ्य, कार्यक्षमता कार्यकुशलता को बढ़ाती है। खान-पान, पहरावे, धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक व्यवस्था को प्रभावित करती हैं। किंतु प्रतिकूल भौगोलिक परिस्थितियों का मानव की कार्यकुशलता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

3. मनोवैज्ञानिक कारक (Psychological Factors) मानसिक असंतोष, तनाव जिज्ञासा व इच्छा इत्यादि मनौवैज्ञानिक कारक है जो मानव को निश्चित तरह से क्रियाएं व व्यवहार करने को प्रेरित करते हैं। मानसिक असंतोष के कारण व्यक्ति सामाजिक मूल्य आदर्शों का उल्लंघन तक कर देता है। निश्चित उद्देश्यों की पूर्ति न कर पाने, जीवन में अपने लिए संगठन व समाज के लिए कुछ करने की इच्छा व सामाजिक व्यवस्था से निराशा असंतोष को जन्म देती है।

वर्तमान समय में उग्रवाद, आतंकवाद, मूल्यों का पतन व अनेक आदर्श नियमों के उल्लंघन के लिए ज़िम्मेदार कारकों में से मानसिक असंतोष एक है। कुछ नया करने व जानने की इच्छा के कारण अनेक जिज्ञासु नए नए आविष्कार कर डालते हैं। जो सामाजिक परिवर्तनों को जन्म देते हैं। मानसिक असंतोष व जिज्ञासा से विवाह विच्छेद, हत्या, आत्महत्या, बाल-अपराध व वैश्यावृति, खोजें, आविष्कार, सामाजिक विघटन व प्रगति के तत्त्वों का जन्म होता है जो सामाजिक परिवर्तनों का रास्ता प्रशस्त करते हैं।

4. जनांकिक कारक (Demographic Factors)-विविध जनांकिक कारक किसी भी समाज की सामाजिक संरचना व सामाजिक व्यवस्था के परिवर्तनों को गति व दिशा प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अभिनीत करते हैं। जनसंख्या के प्रमुख कारकों में कुल जनसंख्या जन्म दर व मृत्यु दर जीवन प्रत्याशा (Life Expactancy) लिंग अनुपात (Sex Ratio), साक्षरता दर, ग्रामीण व नगरीय जनसंख्या व आयु संरचना आदि सम्मिलित हैं। भारतीय समाज के 2011 की जनगणना के अनुसार देश की कुल जनसंख्या लगभग 121 करोड़ है।

जबकि एक सौ दस वर्ष पूर्व 1901 में भारत की जनसंख्या 24 करोड़ से भी कम थी। 1991-2011 के दौरान बीस वर्षों में देश की कुल जनसंख्या में लगभग 32 करोड़ की वृद्धि हुई। भारतीय समाज में विभिन्न पहलुओं ग़रीबी, बेरोज़गारी, जीवन स्तर, स्वास्थ्य स्तर, साक्षरता, संस्कृति संबंधों की व्यवस्था आदि अनेक पहलुओं का प्रभाव पड़ा है। इसी तरह देश की साक्षरता दर में परिवर्तनों से सामाजिक परिवर्तन हो रहे हैं।

स्त्रियों की साक्षरता दर 0.60% से 65.5% पहुंच गई। अतः 1901 में 500 में से केवल 3 महिलाएं साक्षर थीं। महिलाओं में शिक्षा के तीव्रगति से प्रचार व प्रसार से उनमें आत्मविश्वास का विकास हुआ, जागरूकता बढ़ी, जिससे विवाह, परिवार, स्त्रियों की स्थिति, आर्थिक क्रियाओं, विश्वासों, सोच मनोवृत्तियों, रुचियों में परिवर्तन हुआ। जैसे जनसंख्या के एक कारक साक्षरता का सामाजिक परिवर्तनों में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा इसी प्रकार जनसंख्यात्मक कारकों से सामाजिक परिवर्तन हुए हैं।

5. सांस्कृतिक कारक (Cultural Factors)-सामाजिक परिवर्तनों के विभिन्न कारकों में सांस्कृतिक कारक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चूंकि संस्कृति, व्यक्ति के विश्वासों, विचारों, मूल्यों, धर्म, प्रथा, नैतिकता आदि से निर्मित होती है। जैसे ही किसी समाज की संस्कृति में परिवर्तन आता है वैसे ही सांस्कृतिक तत्त्व भी परिवर्तित हो जाते हैं। सांस्कृतिक तत्त्वों का संबंध व्यक्तियों के व्यवहारों, आदतों व तरीकों से है। स्वाभाविक रूप से उनमें भी परिवर्तन आ जाता है।

इस प्रकार संस्कृति के विभिन्न तत्त्वों में होने वाला परिवर्तन सामाजिक परिवर्तन कहलाता समाज में संस्कृति ही निर्धारित करती है कि अमुक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति के साथ-क्या संबंध होगा व उस संबंध के आधार पर वह दूसरे व्यक्ति के साथ कैसा व्यवहार करेगा। परिवार के सदस्यों के परस्पर व्यवहार करने के व सदस्यों के बीच किस प्रकार का संबंध होगा. यह सब संस्कति दवारा तय होता है। संस्कृति के भौतिक और अभौतिक दो पक्ष होते हैं।

भौतिक पक्ष का संबंध भौतिक वस्तुओं जैसे मशीन, कलपुर्जे, कार व रेलगाड़ी से है जबकि अभौतिक संस्कृति का संबंध समाज में प्रचलित रूढ़ियों, आदर्शों, नियमों व मूल्यों से है। सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया में भौतिक पक्ष आगे बढ़ता जाता है जबकि अभौतिक पक्ष पिछड़ जाता है।

संस्कृति का भौतिक पहलू व्यक्ति की आदतों में परिवर्तन को बढ़ावा देता है व अभौतिक पक्ष व्यक्ति के व्यवहारों में परिवर्तन को योग देता है। जब भी किसी समाज के लोगों की आदत व व्यवहार में परिवर्तन आता है तो सामाजिक परिवर्तन होना शुरू हो जाता है। संस्कृति केवल सांस्कृतिक क्षेत्र में ही परिवर्तन को संभव नहीं बनाती बल्कि यह आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक प्रयोगीकरण के क्षेत्र में भी परिवर्तन की दिशा में अपना योगदान देती है।

6. प्राणीशास्त्रीय कारक (Biological Factors) डार्विन (Darvin) के अनुसार प्राणीशास्त्रीय कारक सामाजिक परिवर्तन लाने में काफ़ी महत्त्वपूर्ण हैं। शारीरिक रूप से शक्तिशाली व साहसिक, मानसिक दृष्टि से अधिक बुद्धिमान व्यक्ति सामाजिक परिवर्तनों का रास्ता प्रशस्त करते हैं। जन्मदर, मृत्यु, औसत आयु व लिंग अनुपात प्राणीशास्त्रीय कारक हैं।

लिंगानुपात के आधार पर समाज में विवाह का स्वरूप, परिवार का गठन, आर्थिक गतिविधियां व राजनीतिक क्रियाएं प्रभावित होती हैं। जहां पुरुष व स्त्रियों की संख्या लगभग समान होती है वहां सामान्यतः एक विवाह प्रचलित होता है। बहुपति व बहुपत्नी विवाह प्रचलन के लिए भी लिंगानुपात कारक हैं।

7. वैचारिक कारक (Ideological Factors) विचारधाराएं सामाजिक परिवर्तन लाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अभिनीत करती हैं। गांधीवाद, पूंजीवाद, मार्क्सवाद व समतावाद आदि विचारधाराओं ने विश्व के विभिन्न समाजों में मूलभूत परिवर्तन किए। साम्यवाद, पूंजीवाद व समतावाद का विकास अनेक विद्वानों के सामूहिक प्रयत्नों का फल है। गांधी जी ने सत्याग्रह व अहिंसा के दवारा ब्रिटिश सरकार को भारत स्वतंत्र करने के लिए बाध्य किया, मार्क्सवाद के प्रभावाधीन विश्व के अनेक देशों ने सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक व्यवस्था में मार्क्सवाद को अपनाया।

महात्मा बुद्ध ने भारतीय समाज में अनावश्यक व खर्चीले कर्मकांडों का विरोध किया तथा अहिंसा एवं सादगी को जीवन में अपनाने पर बल दिया। पूंजीवाद व साम्यवाद विचारधाराओं के आधार पर द्वितीय महायुद्ध से लेकर 1990 के दशक के आरंभ तक विश्व दो गुटों में बंटा रहा जिसने “शीत युद्ध” को जन्म दिया। इन विचारधाराओं के प्रभाव के कारण इनको अपनाने वाले राष्ट्रों में परिवर्तनों की प्रक्रिया, दिशा व गति में काफ़ी अंतर रहा है।

8. प्रौद्योगिक कारक (Technological Factors)-वर्तमान समय में प्रौद्योगिक कारक सामाजिक परिवर्तन का महत्त्वपूर्ण कारण हैं। प्रौदयोगिक का अर्थ उन उन्नत प्रविधियों से है जिनके दवारा व्यक्ति की भौतिक आवश्यकताओं भी है। विज्ञान के क्षेत्र में होने वाली प्रगति ने अनेक आविष्कारों को जन्म दिया है। इन आविष्कारों के आधार पर यंत्रीकरण में वृद्धि हुई और यंत्रीकरण के परिणामस्वरूप ही उत्पादन प्रणाली में क्रांतिकारी परिवर्तन आये हैं।

जैसे उत्पादन प्रणाली में परिवर्तन आता है वैसे ही सामाजिक संबंधों, व्यवस्था, संरचना, भूमिका एवं भी परिवर्तन आ जाता है। साधारण रूप से इसी को सामाजिक परिवर्तन कहा जाता है। भाप के इंजन के आविष्कार से मानव का सामाजिक जीवन इतना परिवर्तित हो गया जिसकी पहले किसी ने कल्पना तक नहीं की होगी। यातायात एवं संचार की सुविधाओं के विस्तार व प्रसार से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने से स्थानीय गतिशीलता में अभूतपूर्व वृद्धि हुई।

औद्योगीकरण व नगरीयकरण की प्रक्रिया के आधार पर नगरों में उद्योगों का विकास बढ़ा जिससे नगरों में घनी बस्तियों का निर्माण हुआ। इसी प्रकार रेडियो, टेलीफोन, टेलीविज़न, कंप्यूटर, ई मेल, प्रेस व मशीनों के आविष्कार ने संपूर्ण सामाजिक संरचना को परिवर्तित रूप दिया। नवीन प्रौद्योगिकी ने न केवल पाश्चात्य देशों को ही बल्कि भारत व एशियाई देशों को भी काफ़ी हद तक प्रभावित किया।

मानव वर्तमान समय में धर्म व जाति से बाहर निकल कर अपनी सोच को विकसित करने में लगा हुआ है। प्रौद्योगिकी के विकास के कारण स्त्रियों के अधिकारों व उनकी आर्थिक स्वतंत्रता में भी वृद्धि हुई है। समाज में युवा पीढ़ी की शक्ति व अधिकारों में वृद्धि हुई है। इन सब पहलुओं को देखने से स्पष्ट होता है कि प्रौद्योगिकी विकास सामाजिक परिवर्तन का महत्त्वपूर्ण कारक है।

9. राजनीतिक कारक (Political Factors)-आज तक समाज में जो परिवर्तन हुए हैं वह राजनीतिक उथल पुथल के कारण हुए हैं। बीयरस्टीड का कथन है कि, “कई लेखकों के अनुसार सामाजिक परिवर्तन युद्धों, लड़ाइयों, विजय, पराजय, वंशों व महायुदधों की कहानी हैं।”

इतिहास का लेखन कार्य सैन्य शक्ति के आधार पर ही था व सामाजिक परिवर्तन के बारे में भी सैन्य सिद्धांत (Military Theory) ही पाया जाता था। इस सिद्धांत के समर्थकों के अनुसार धार्मिक एवं दार्शनिक नेता समाज में अपना प्रभाव सैन्य शक्ति धारण करने वाले व्यक्तियों की अपेक्षा कम डाल पाते हैं। जिसके कारण परिवर्तन की मात्रा इन नेताओं की अपेक्षा राजनीतिक सत्ता प्राप्त व्यक्ति के द्वारा अधिक पायी जाती है। इस प्रकार इतिहास को युद्धों के संदर्भ में ही समझा जाना चाहिए व युद्धों के आधार पर परिवर्तन सामाजिक परिवर्तन कहलाता है।

सामाजिक परिवर्तन से पहले राजनीतिक परिवर्तन स्पष्ट दिखाई देने लगता है। युद्ध और क्रांति होकर शांत हो जाते हैं। देश की व्यवस्था एक के बाद दूसरे राजनेता के पास आती रहती है। इस सबके परिणामस्वरूप सामाजिक व्यवस्था पूर्ण रूप से परिवर्तित रूप धारण कर लेती है।

सन् 1947 का परिवर्तन अंग्रेजी शासकों को उखाड़ फेंक कर सत्ता अपने हाथ में लेने का परिवर्तन है तथा स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् भी अनेक राजनीतिक पार्टियां अपने आपको राजगद्दी पर बिठाने के लिए प्रयास करती रहती हैं। यही प्रयास आगे सामाजिक परिवर्तन के रूप में स्पष्ट दिखाई देते हैं।

न लोगों एवं विदवानों का योगदान (Contribution of Greatmen and Scholars)-किसी भी समाज के परिवर्तन में वहां के महान् लोगों व विद्वानों की विशेष भूमिका रहती है। महात्मा बुद्ध, महावीर, संत कबीर, राजा राम मोहन राय, तुलसीदास, स्वामी विवेकानंद जी, दयानंद सरस्वती, टैगोर, महात्मा गांधी तथा नेहरू आदि ने भारतीय समाज में अनेक परिवर्तनों का मार्ग प्रशस्त किया।

पेरेटो का भारत की इस पृष्ठभूमि को देखते हुए यह विचार कि इतिहास अभिजात्य वर्ग की कब्र है (History is the graveyard of elites) सार्थक है। इन भारतीय संत-महात्माओं, विद्वानों व अनेक अन्य बुद्धिजीवियों ने भारतीय समाज के मूलभूत ढांचों में परिवर्तन किए।

प्रश्न 6.
औद्योगीकरण के परिणामों का वर्णन करो।
अथवा
औद्योगीकरण के भारतीय समाज पर परिणामों की व्याख्या करें।
उत्तर:
सन् 1947 के पश्चात् भारतवर्ष में बढ़ते औद्योगीकरण का लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। जिसका वर्णन निम्नलिखित है-
1. सामुदायिक भावना में परिवर्तन (Change in Community Feelings)-औद्योगीकरण की प्रक्रिया का प्रभाव ग्रामीण समुदाय एवं नगरीय समुदाय दोनों पर पड़ा है। लेकिन ग्रामीण समुदाय में जहां पर सामुदायिक भावना का सुदृढ़ रूप देखने को मिलता है। औद्योगीकरण के कारण नगरीय जनसंख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि होती है। जिसके परिणामस्वरूप सामुदायिक भावना कम हुई है।

2. सामाजिक नियंत्रण में कमी (Decline in Social Control)-औदयोगीकरण की प्रक्रिया के फलस्वरूप नगरीय जनसंख्या में वृद्धि हुई है। जिसके कारण जातीय एवं सामाजिक संगठनों की शक्ति कम होती गई। जातीय एवं सामाजिक आधार पर संगठनों के निर्बल होने के परिणामस्वरूप सामुदायिक भावना घटती गई तथा सामाजिक नियंत्रण में कमी आ गई।

3. नगरीयकरण की प्रक्रिया का विकास (Development of the Process of Urbanisation)-नगरीयकरण की प्रक्रिया का विकास उद्योग ही रहे हैं। औद्योगीकरण के परिणामस्वरूप ही नगरों का विकास आरंभ हुआ। जहां पर उद्योग स्थापित किये जाते हैं वहां पर लोग गांवों से आकर काम करने के लिये नगरों में बस जाते हैं। धीरे धीरे ऐसे स्थान औद्योगिक नगरों के रूप में जाने लग जाते हैं।

4. यातायात एवं संचार का विकास (Development of Transportation and Communication)-भारत में बड़े-बड़े उद्योग-धंधों के विकास के कारण यातायात एवं संचार का तीव्र गति से विकास हुआ है। यातायात एवं संचार के साधन: जैसे-रेल, बस, सड़क एवं समद्री यातायात के साधनों में वदधि होने से लोगों को व्यापार इत्यादि करने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना या फिर अपना उत्पादन पहुंचाना काफ़ी सरल हो गया। उद्योगों के यंत्रीकरण से उत्पादन में तीव्रता से वृद्धि हुई है।

5. धर्म के महत्त्व में कमी (Decline in the Importance of Religion)-औद्योगीकरण की प्रक्रिया ने भारतीय समाज में धर्म के महत्त्व को भी कम किया है। उद्योगों में कार्य करने हेतु ग्रामीण समुदाय के लोग नगरों में आकर बस जाते हैं। नगरों में भौतिकवाद का अधिक महत्त्व होता है जिससे नगरों में रहने एवं संपर्क में आने पर ग्रामीण लोग भी नास्तिक प्रवृत्ति के होने लग गये हैं। अतः धर्म का महत्त्व व प्रभाव स्वतः कम होता गया।

6. परिवार व्यवस्था में परिवर्तन (Change in Family System)-उद्योगों का विकास शहरों व नगरों में होने के कारण गांवों के अधिकतर लोग शहरों में आकर अपना रोज़गार करने लग पड़े। अपनी रोजी-रोटी को अर्जित करने हेतु उन्हें अपने पैतृक मकान व निवास स्थान तक छोड़ने भी पड़े।

जिससे ग्रामीण इलाकों में पाई जाने वाली संयुक्त परिवार प्रथा भी धीरे-धीरे टूटने लगी। इसके स्थान पर एकाकी परिवारों का उद्गम होने लग पड़ा। जिन कार्यों को पहले परिवार के आधार पर पूरा किया जाता था, उन कार्यों को अन्य संस्थाएं पूरा करने लग गईं हैं। परिवार के मुखिया को भी कोई विशेष महत्त्व नहीं दिया जाने लगा। वर्तमान में भी परिवार नियोजन बढ़ने से परिवार छोटे होते जा रहे हैं।

7. श्रम-विभाजन (Devision of Labour)-ग्रामीण कुटीर उद्योगों में एक परिवार के व्यक्ति मिलकर ही संपूर्ण कार्य कर लेते थे। लेकिन जब उत्पादन कार्य बड़ी-बड़ी मशीनों के आधार पर किया जाने लगा, तो संपूर्ण उत्पादन क्रिया को छोटे-छोटे भागों में बांट दिया गया। इसके परिणामस्वरूप श्रम का विभाजन का विकास आरंभ हुआ।

श्रम विभाजन के अंतर्गत एक व्यक्ति संपूर्ण उत्पादन प्रक्रिया में केवल एक भाग को कर सकता है। उदाहरणार्थ कार निर्माण में कुछ व्यक्ति टायर बनाने कुछ व्यक्ति इंजन बनाने तथा कुछ व्यक्ति दूसरे पुर्जे बनाने के विशेषज्ञ होते हैं। जिस व्यक्ति को जिस क्षेत्र में निपुणता होती है, उसे उसी क्षेत्र से संबंधित कार्य भी दिया जाता है। अतः उद्योगों के विकास के कारण श्रम-विभाजन एवं विशेषीकरण में प्रर्याप्त वृद्धि हुई है।

8. व्यक्तिवाद एवं समाजवाद (Individualisim and Socialism)-पूंजीवाद के विकास के कारण देश में व्यक्तिवादिता एवं समाजवादी विचारधारा का भी विकास हुआ। अधिकाधिक पूंजी संग्रह के लिये व्यक्ति हमेशा अपने हित व स्वार्थ के लिये ही कार्य करने लगा। जिसके कारण वह अपनी जाति व समूह व समुदाय से अलग होता गया।

इसके साथ ही उद्योगों में कार्यरत श्रमिकों एवं उद्योगपतियों के बीच भी अंतर बढ़ गया। अनेक समस्याओं के आधार पर श्रमिकों एवं पूंजीपतियों के बीच झगड़े-आरंभ हो गये। श्रमिकों ने अपनी समस्या के हल के लिये तथा पूंजीपतियों से निपटने के लिये अनेक यूनियनों का भी विकास किया जिसके परिणामस्वरूप भारत में समाजवादी एवं साम्यवादी विचारधाराओं का विकास हुआ।

9. पूंजीवाद का विकास (Development of Capitalism)-औद्योगीकरण के आधार पर ही भारत में पूंजीवाद का विकास हुआ है। औद्योगीकरण से पहले लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि तथा कुटीर उद्योग होते थे। इस व्यवसाय को करने के लिए अधिक पूंजी की आवश्यकता नहीं होती थी।

उत्पादन स्थानीय आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता था। व्यक्ति की भूमि ही उसकी संपत्ति होती थी। जैसे-जैसे ही बड़े-बड़े उद्योगों का विकास हुआ, वैसे ही संपूर्ण अर्थव्यवस्था में परिवर्तन हुआ। उद्योग स्थापित करने के लिये अधिक पूंजी की आवश्यकता हुई तथा माल खरीदने व बेचने के लिये दलालों व एजेंटों की भी आवश्यकता महसूस की गई। पहले जहां पर वस्तु विनिमय की व्यवस्था थी अब मुद्रा व्यवस्था विकसित हो गई है।

परिणामस्वरूप मुद्रा का भी संग्रह आसान हो गया जिसने पूंजी का अधिक संग्रह किया और उसने ही कारखाना या उद्योग भी लगाया। धीरे-धीरे पूंजी में वृद्धि होती गई तथा श्रमिकों का लाभ पूंजीपतियों को मिलने लगा। पूंजीपति और धनी होते गये और श्रमिक और ग़रीब होते गये। औद्योगीकरण ने ही समाज में दो वर्गों पूंजीपति वर्ग और श्रमिक वर्ग (Capitalistic and Labourer Class) का उदय भी किया।

अतः यह कहा जा सकता है कि औद्योगीकरण सामाजिक परिवर्तन की एक प्रक्रिया के रूप में विकसित हुआ है। इस प्रक्रिया का प्रभाव व्यक्ति के आर्थिक सामाजिक एवं राजनैतिक जीवन पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

एक ओर जहां इस प्रक्रिया में सामाजिक व्यवस्था व संरचना में सकारात्मक परिवर्तन किये हैं। वहां दूसरी ओर कछ ऐसे परिणाम इस प्रक्रिया के उभर कर सामने आए हैं जिसके कारण हमारी संरचना एवं व्यवस्था विघटित भी हुई है। कुल मिला कर औद्योगीकरण एक परिवर्तन की प्रक्रिया है, जिसने व्यक्ति के जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है।

प्रश्न 7.
नगरीकरण का क्या अर्थ है? भारत में नगरीकरण की प्रक्रिया का वर्णन करें।
अथवा
नगरीकरण क्या है?
उत्तर:
नगरीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्र से नगरों की ओर आते हैं। इस प्रक्रिया के अंतर्गत नगरों की जनसंख्या में वृद्धि होती जाती है। नगरों का विकास अचानक या एक तरफा नहीं होता है बल्कि ग्रामीण समुदाय धीरे-धीरे नगरों के रूप में विकसित होते जाते हैं। अतः गांव नगर की पहली अवस्था है। ग्रामीण समुदाय में धीरे-धीरे परिवर्तन के फलस्वरूप नगरों की विशेषताओं का जब विकास हो जाता है तो इस परिवर्तन को नगरीकरण कहा जाता है।

एण्डर्सन (Anderson) के मतानुसार, “नगरीकरण एक तरफा प्रक्रिया नहीं बल्कि दो तरफा प्रक्रिया है। इसमें न केवल गांवों से नगरों की तरफ गमन तथा कृषि व्यवसाय से कारोबार, व्यापार, सेवाओं एवं धंधों की ओर परिवर्तन ही शामिल है बल्कि प्रवासियों की मनोवृत्तियों, विश्वासों, मूल्यों तथा व्यावहारिक प्रतिमानों में भी परिवर्तन सम्मिलित होता है।”

बर्गेल (Bergal) के शब्दों में, “हम ग्रामीण क्षेत्रों के नगरीय क्षेत्रों में रूपांतरित होने की प्रक्रिया को नगरीकरण कहते हैं।”

सामान्यतः नगरीकरण एक प्रक्रिया है जो मूलरूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था से नगरीय अर्थव्यवस्था की ओर परिवर्तन को दर्शाती है। जब ग्रामीण समुदायों में धीरे-धीरे उद्योग-धंधों, शिक्षा संस्थाओं तथा व्यापार केंद्रों इत्यादि का विकास हो जाता है तब वहां पर विभिन्न जाति, वर्ग, धर्म एवं संप्रदाय के लोग आकर बस जाते हैं। जनसंख्या में वृद्धि होती है, विभिन्न रोज़गार की सुविधाएं विकसित हो जाती हैं।

बड़े पैमाने पर उत्पादन तथा यातायात व संचार सुविधाओं का विकास हो जाता है। इसके साथ ही संबंधों की संरचना में भी परिवर्तन होता है। द्वैतीयक संबंध विकसित होते हैं तो यह प्रक्रिया नगरीकरण की प्रक्रिया कहलाना शुरू कर देती है। विश्व के अन्य देशों की अपेक्षा भारतवर्ष में नगरीकरण की प्रक्रिया अधिक विकसित नहीं हो पाई है। इसका कारण यहां पर ग्रामीण समुदायों की बहुलता तथा कृषि मुख्य व्यवसाय है।

भारत में नगरीकरण की प्रक्रिया/भारत में नगरों का विकास-(Urbanization in India/Urban Development in India):
भारतवर्ष में नगरों के विकास के अनेक कारकों एवं परिस्थितियों की क्रियाशीलता के परिणामस्वरूप अनेक नये नगरों का विकास हुआ तथा पुराने नगरों के विकास में भी वृद्धि हुई। भारत में भी विश्व के अन्य भागों की तरह ही नगरों का विकास ग्रामीण क्षेत्र से लोगों के प्रवास के द्वारा हुआ। सन् 1951 में नगरीय जनसंख्या 6 करोड़ 22 लाख थी जो 2011 में बढ़कर अढ़ाई गुना अर्थात् 38 करोड़ हो गई।

शताब्दी के अंत तक अर्थात् सन् 2000 तक जनसंख्या के 35 करोड़ हो जाने की आशंका थी। इस शताब्दी के अंत तक अर्थात् 1996 से 2000 तक नगरीय भारत में वार्षिक जनसंख्या वृद्धि दर 3.4 प्रतिशत होने की संभावना थी जबकि ग्रामीण भारत की जनसंख्या में केवल 0.7 प्रतिशत वृद्धि होने की संभावना थी।

नगरीय जनसंख्या की वृद्धि के साथ ही नगरीय क्षेत्रों में भी वृद्धि हुई है। 1971 की जनगणना के अनुसार, भारत में 1921 नगर थे जिनमें 69 नगरीय संग्रह भी सम्मिलित थे। 1991 में इसकी संख्या 3301 हो गई। 1951 एवं 2001 के मध्य नगरीकरण की प्रवृत्ति की ओर धीमी, परंतु निरंतर वृद्धि निम्नलिखित आधार पर हुई है-
तालिका : भारत में नगरीय जनसंख्या
(TABLE : URBAN POPULATION IN INDIA)

वर्ष
(Year)
नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत
Percentage of Urban Population
195117.3
196118.0
197119.9
198123.73
199125.2
200127.88
201132.2

प्रश्न 8.
नगरीकरण के निर्धारक तत्त्वों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारतवर्ष में नगरीकरण या नगरीय विकास को निर्धारित करने वाले तत्त्व निम्नलिखित हैं-
1. अनुकूल भौगोलिक पर्यावरण (Favourable Geographic Enviroment) नगर के विकास में भौगोलिक पर्यावरण एक आवश्यक तत्त्व है। जहां पर्यावरण अनुकूल होता है, वहीं नगर विकसित हो जाता है। भौगोलिक पर्यावरण के अनुकूल होने से व्यक्ति अपनी रोज़मर्रा की आवश्यकताओं को सरलतापूर्वक पूरा कर सकते हैं। भारतवर्ष में अनेक प्राचीन नगरों का विकास गंगा, यमुना एवं सिंधु नदियों के किनारे पर हुआ है। भारत में गंगा नदी के किनारे एक सौ से अधिक कस्बों एवं नगरों का विकास हुआ है।

2. अधिक खाद्य सामग्री (Surplus Food Stuffs)-गाँव में लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि होता है। ग्रामों में जब व्यक्ति अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के अतिरिक्त अधिक खादय सामग्री का उत्पादन करने लगे तो वहाँ पर अधिक व्यक्ति रहना प्रारंभ कर देते हैं। धीरे-धीरे इन स्थानों पर जनसंख्या वृद्धि तथा नये उद्योगों व मंडियों इत्यादि का विकास शुरू हो जाता है। परिणामस्वरूप गाँव नगरों में परिवर्तित होने लगते हैं।

3. आवागमन के साधनों का आविष्कार (Invention of the Means of Transport)-प्राचीन समय में ग्रामों से अतिरिक्त खाद्य सामग्री को नगरों तक पहुँचाने के लिए पहिए, नावों तथा पशुओं का प्रयोग किया जाता था। आवागमन के साधनों ने भी नगर के विकास में अहम भूमिका निभाई है।

4. नगरों का आकर्षण (Attraction of the Cities)-अपने जीवन को अधिक से अधिक सुखमय एवं खुशहाल बनाने के लिए, शिक्षा ग्रहण करने तथा रोजगार पाने के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों के व्यक्ति नगरों की ओर खिंचते चले जाते हैं। इससे भी नगरों का अधिक विकास हुआ है। भारतवर्ष में पाटलिपुत्र नगर के रूप में नालंदा विश्वविद्यालय के कारण विकसित हुआ माना जाता है।

5. सांस्कृतिक तथा आर्थिक महत्त्व (Cultural and Economic Importance)-किसी भी क्षेत्र की संस्कति तथा आर्थिक सुविधाएं भी नगरों के विकास में अपनी अहम भूमिका अभिनीत करते हैं। भारतवर्ष में भी नगरों का विकास विभिन्न क्षेत्रों में सांस्कृतिक तथा आर्थिक महत्त्व के कारण हुआ है।

जैसे-ढाका का विकास व्यापारिक कारणों से हुआ माना जाता है तथा पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना) का नगर के रूप में विकास नालंदा विश्वविद्यालय के कारण हुआ है। इसी प्रकार बरेली व मुरादाबाद जैसे नगरों के विकास में भी इन्हीं कारकों का योगदान रहा है। भारतवर्ष में अनेक राजाओं के शासन के समय में अनेक स्थानों पर विशेष उद्योग-धंधों और दस्तकारी इत्यादि के विकास के परिणामस्वरूप भी अनेक नगरों का विकास हुआ है।

6. धार्मिक महत्त्व (Religious Importance)-भारतवर्ष में अनेक स्थान ऐसे हैं जो धार्मिक दृष्टि से पवित्र माने जाते हैं। इन स्थानों की धार्मिक उपयोगिता के कारण ही नगरों का रूप धारण कर लिया है। इनमें जैसे हरिद्वार, मथुरा, काशी, प्रयाग, गया, आनंदपुर साहिब आदि ऐसे ही नगर हैं जिनका विकास धार्मिक उपयोगिता के कारण हुआ है।

7. सैनिक छावनियों की स्थापना (Establishment of Army Camps)-प्राचीन समय से ही प्रायः विजयी वर्ग पराजित वर्ग पर नियंत्रण रखने के उद्देश्य से गाँवों के इर्द-गिर्द सैनिक छावनियां स्थापित कर लेते हैं। ये धीरे-धीरे नगरों का रूप धारण कर लेते हैं। भारतवर्ष में भी नगरों का विकास जैसे-दिल्ली, कोलकाता, आगरा का विकास इसी आधार पर हुआ है।

प्रश्न 9.
नगरीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने वाले तत्त्वों का वर्णन करें।
अथवा
नगरीय विकास की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने वाले कारकों का संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर:
नगरीय विकास की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने वाले सहायक तत्त्व निम्नलिखित हैं-
1. औदयोगिकीकरण एवं वाणिज्यीकरण (Industrialization and Commercialization)-जब से औदयोगिक क्षेत्र में क्रांति आई है तब से ही नगरीय विकास में भी वृद्धि हुई है। उद्योगों में नई प्रविधियों, यंत्रों के आविष्कार तथा औद्योगिक उद्यमों में अपार पूंजी के निवेश से दीर्घकालीन उद्योगों की स्थापना हुई। ग्रामीण व्यक्ति अधिक वेतन पाने की चाहत से अपने ग्रामीण व्यवसायों को छोड़कर औद्योगिक क्षेत्रों में प्रविष्ट हुए।

इस प्रकार भारत में इस्पात केंद्र जमशेदपुर तथा शिकागो, लिवरपूल आदि विश्व के महान् औद्योगिक नगरों के रूप में विकसित हो गये। पहले लोग उपजाऊ भूमि तथा अनुकूल जलवायु के कारण निश्चित क्षेत्र में निवास स्थान बनाने को प्राथमिकता देते थे, लेकिन वर्तमान समय में लोहे, कोयले तथा सोने इत्यादि संबंधी कार्यों के लिए विभिन्न केंद्रों की ओर स्थानांतरित होते हैं।

औद्योगिकीकरण के साथ-साथ व्यापार एवं वाणिज्य ने भी नगरों के विस्तार एवं विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका अभिनीत की है। प्राचीन समय में भी नगरों का विकास उन स्थानों पर ही अधिक हआ है जहां पर सामान वितरण आसानी से किया जा सकता था। वर्तमान समय में वाणिज्य-व्यापार के विकास से नगरों के विकास में वृद्धि की है। इस प्रकार औद्योगिकीकरण की प्रक्रिया तथा व्यापार-वाणिज्य नगरीकरण की प्रक्रिया में अहम् भूमिका अभिनीत करते हैं।

2. अधिक साधन (Surplus Resources)-जब समाज या समूह अपनी आवश्यकता पूर्ति से अधिक साधनों का विकास कर लेता है, तो उस विकास के परिणामस्वरूप नगरों का विकास होना आरंभ हो जाता है। प्राचीन समय में व्यक्ति इन साधनों की प्राप्ति व्यक्ति पर विजय प्राप्त करने के बाद करता था। लेकिन वर्तमान समय में मनुष्य ने प्रकृति पर विजय प्राप्त कर उत्पाद शक्ति को बढ़ाया है। अपने ज्ञान के विकास के साथ प्रौद्योगिक प्रगति के कारण सका थोड़े-से व्यक्ति अधिक व्यक्तियों के समान कार्य करने में समर्थ हैं। प्रकृति के ऊपर मनुष्य का नियंत्रण नगरों के विकास का एक कारण है।

3. यातायात तथा संचार का विकास (Development of Transportation and Communication) यातायात तथा संचार की सुविधाओं ने भी नगरों के विकास में प्रोत्साहन दिया है। उद्योग कच्चे माल एवं निर्मित माल के वितरण के लिए यातायात पर निर्भर रहते हैं।

औद्योगिक नगर में यातायात एवं संचार की सुविधाएं अत्यावश्यक रखाना प्रणाली के आरंभ के समय स्थानीय यातायात अधिक विकसत नहीं था जिसके परिणामस्वरूप मिकों को वहीं निवास करना पड़ता था, जिसके कारण बड़ी-बड़ी बस्तियों का निर्माण हुआ। वर्तमान समय में नगरों में इन सुविधाओं के अधिक विकास के कारण नगर को विभिन्न क्षेत्रों, जैसे-निवास क्षेत्र, श्रमिक क्षेत्र, बाजार क्षेत्र तथा औद्योगिक क्षेत्र में विभाजित कर दिया गया।

4. शिक्षा संबंधी सुविधाएं (Educational Facilities) नगरों के विकास में शिक्षा संबंधी सुविधाओं की भी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। प्राचीन समय में मुख्य शिक्षा संस्थान नगरों या शहरों में ही स्थित थे। मुख्य प्रशिक्षण संस्थान, महाविद्यालय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, तकनीकी शिक्षा संबंधी तथा कृषि विश्वविद्यालय भी नगरों में ही अधिकतर पाये जाते हैं।

अनेक प्रकार के कला केंद्र एवं संग्रहालय व पुस्तकालय भी नगरों में ही देखने को मिलते हैं। इन सब सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए ग्रामवासी नगरों की तरफ जा रहे हैं, जिससे नगरीकरण की प्रक्रिया में वृद्धि होती देखी जा सकती है।

5. मनोरंजनात्मक सुविधाएं (Recreational Facilities) नगरों में मनोरंजनात्मक सुविधाएं पर्याप्त रूप में पाई जाती हैं। मनोरंजन के उद्देश्य से अनेक प्रकार के क्लब, थियेटर एवं नृत्यगृह नगरों में विकसित किये गये हैं, जिनका उद्देश्य दूसरे क्षेत्रों में रह रहे व्यक्तियों ज्यादातर बच्चे और वयस्कों को अपनी ओर आकर्षित करना है। इस प्रकार नगरों के विकास में यह सब साधन भी अहम् भूमिका निभाते हैं।

6. नगर का आर्थिक आकर्षण (Economic Pull of City)-नगर वैयक्तिक उन्नति तथा विकास का आधार है। आधुनिक समय में अच्छा वेतन पाने में, वाणिज्य व्यापार करने में नगर नवयुवकों की सहायता करता है। नगर में रहकर व्यक्ति को अपनी आवश्यकता पूर्ति हेतु अच्छा रोज़गार व वेतन प्राप्त होता है, जिसके कारण वह नगरों में रहना पसंद करते हैं।

ग्राम की अपेक्षा नगर में सुविधाएं अधिक एवं अच्छी होती हैं। नगर में रहते हुए व्यापारी वर्ग भी अधिक-से-अधिक लाभ कमाता है। नगर में जीवन स्तर को उच्च करने की अधिक संभावनाओं के परिणामस्वरूप नगरों का विकास दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

प्रश्न 10.
शहरों में रहने वाले लोगों को किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है?
उत्तर:
अगर हम हमारे वर्तमान समाज को देखें तो इस को बदलने में औद्योगीकरण तथा शहरीकरण का प्रमुख रोल रहा है। पर इनके साथ-साथ शहरों में रह रहे लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
(i) रहने की समस्या-शहरों में सबसे बड़ी समस्या रहने की जगह यानि कि मकानों की समस्या है। गांवों से शहरों की तरफ पलायन बादस्तूर जारी रहता है जिस वजह से शहरों की आबादी काफ़ी बढ़ जाती है। आबादी तो बढ़ जाती है पर रहने के लिए जगह तो वही रहती है। इसलिए या तो आस-पास के जंगलों की कटाई करके नए मकान बनाए जाते हैं या एक-एक कमरे में कई लोग एक साथ रहते हैं। इसके अलावा धीरे-धीरे गंदी बस्तियों का भी निर्माण हो जाता है जहां पर रहना अपने आप में एक समस्या होती है।

(ii) स्वास्थ्य की समस्या-शहरों में लोगों को स्वास्थ्य की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। बड़ी-बड़ी फैक्टरियों से निकले धुएं से होता प्रदूषण, यातायात के साधनों से होता प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, गंदी बस्तियां कुछ ऐसे तरीके हैं जिन की वजह से व्यक्ति के स्वास्थ्य को कुछ न कुछ हो ही जाता है यानि कि कोई न कोई बीमारी लग ही जाती है।

इस तरह शोरगुल, मक्खी, मच्छर, गंदा पानी, नाले इत्यादि से भी लोगों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। जब गांवों से लोग पलायन करके आते हैं तो काफ़ी ताकतवर तथा हृष्ट-पुष्ट होते हैं पर धीरे-धीरे शहरों के दूषित वातावरण में रहकर उनका स्वास्थ्य भी गिरने लगता है।

(iii) जनसंख्या का बढ़ना-शहरों में जनसंख्या हमेशा बढ़ती रहती है जिस वजह से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक तरफ तो ज्यादा जन्म दर तथा कम मृत्यु दर की वजह से जनसंख्या बढ़ती है तथा दूसरी तरफ गांवों से रोजगार की तलाश में लोग शहरों की तरफ आते हैं जिस वजह से जनसंख्या में दुगनी रफ्तार से बढोत्तरी होती है। जनसंख्या तो तेजी से बढ़ती रहती है पर आवास की समस्या, ज्यादा जनसंख्या की वजह से सु कमी हो जाती है। जनसंख्या बढ़ने से शिक्षा तथा और कई प्रकार की कमी हो जाती है।

(iv) अपराध की समस्या-गांवों की अपेक्षा शहरों में अपराध की समस्या बहुत बड़ी समस्या है। गांवों में आम तौर पर झगड़े या अपराध भूमि से संबंधित होते हैं पर शहरों में इनकी प्रकृति अलग प्रकार की होती है। शहरों में डाके, चोरी, हत्या, बलात्कार इत्यादि हर तरह के अपराध होते हैं।

लोगों के बीच औपचारिक संबंध होते हैं, पड़ोसी तक को पता नहीं होता कि पड़ोस में क्या हो रहा है जिस वजह से अपराधी आराम से अपराध करके निकल जाते हैं तथा किसी को पता नहीं चलता। शहरों में अपराध नियोजित ढंग से होते हैं जिस कारण अपराध आसानी से हो जाते हैं। इस तरह शहर के लोगों को इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

(v) मनोरंजन की समस्या-शहरों में यह भी एक बड़ी समस्या है क्योंकि शहरों में प्रत्येक कार्य पैसे से होता है। गांव में तो घर में, पंचायत में या चौपाल में बड़े-बूढ़ों के साथ बैठ कर बातें करके व्यक्ति अपना मनोरंजन कर लेता है- सब नहीं होता। शहरों में या तो सिनेमा है या फिर घमने की कोई जगह जहां पर जाने के लिए पैसा खर्च करना पड़ता है। इस तरह अगर पैसा नहीं है तो आप अपना मनोरंजन नहीं कर सकते।

(vi) सामाजिक समस्याएं-शहरों में और जो समस्याएं पाई जाती हैं वह सब समस्याएं प्रकृति से सामाजिक हैं। वेश्यावृत्ति, भिक्षावृत्ति इत्यादि ऐसी समस्याएं हैं जो केवल शहरों में पाई जाती हैं। शहरों में औरतें भी दफ्तरों में काम करती हैं जिस वजह से कई बार वे अपने पति की यौन इच्छाओं की पूर्ति नहीं कर पातीं।

पति असंतुष्ट रहने लग जाता है जिस वजह से वे घर से बाहर अपनी यौन संतुष्टि के लिए जाते हैं जिससे वेश्यावृत्ति को बढ़ावा मिलता है। इसके साथ-साथ भिक्षावृत्ति एक और समस्या है जो शहरों में ज्यादा होती है। प्रत्येक गली, नुक्कड़, लाल बत्ती पर भिखारी मिल जाएंगे जो कि बहुत बड़ी समस्या है।

इस तरह चाहे और भी शहरों में समस्याएं हैं पर ऊपर लिखी समस्याएं बहुत महत्त्वपूर्ण हैं; इनका समाधान होना चाहिए।

प्रश्न 11.
भारतीय समाज पर उपनिवेशवाद के प्रभावों का वर्णन करें।
उत्तर:
1. सामाजिक एकता पर प्रभाव (Impact onSocial Unity)-ब्रिटिश सरकार ने भारत में ‘फूट डालो तथा राज करो’ (Divide and Rule) की नीति अपनाई। भारतीय हिंदुओं तथा मुसलमानों के बीच वैर-विरोध के बीज डाले। मिंटो मार्ले (Minto Marley) ने सन् 1909 में मुसलमानों के लिए अलग सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व स्वीकार कर लिया। तत्पश्चात् 1919 तथा 1935 के अधिनियमों द्वारा सिखों, इसाइयों तथा हरिजनों के लिए भी ऐसे प्रतिनिधित्व स्वीकार कर लिए। इस सबसे भारतीय धार्मिक समुदायों तथा अगड़ी व पिछड़ी जातियों के सौहार्दपूर्ण संबंधों में कड़वाहट आ गई।

2. ग्राम्य जीवन पर प्रभाव (Impact on Rural Life)-प्राचीन काल से भारतीय गाँव छोटे गणतंत्र रहे हैं। गांव के अनुभवी व्यक्ति पंच-परमेश्वर ग्रामीण क्षेत्र के झगड़े निपटाते रहे हैं। ब्रिटिश सरकार के नए कानूनों को अपनाया। पंचायतों तथा पंच-परमेश्वरों को विशेष महत्व नहीं दिया। फलस्वरूप ग्राम्य जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।

3. कृषि पर प्रभाव (Impact on Agriculture)-कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी रही है। कृषि क्षेत्र पर नियंत्रण करने तथा आसानी से राजस्व एकत्रित करने के लिए अंग्रेजों ने भारत में ज़मींदारी व्यवस्था लागू की। इस व्यवस्था के तहत सरकार ने ज़मीन के बड़े-बड़े भाग ज़मींदारों को दे दिए। जमींदार भू-स्वामी बन गए। उन्होंने कषि कार्य के लिए जमीन जोतकारों (Tillers) को दे दी। जोतकार जमींदारों को लगान तथा ज़मींदार सरकार को राजस्व देते थे।

ज़मींदार किसानों तथा सरकार के बीच में विचोलिए बन गए। वे जोतकारों से मनमाने ढंग से बहुत अधिक लगान वसूल करते थे। इसके अतिरिक्त वे जब चाहे ज़मीन को पूर्व जोतकारों से लेकर अन्य जोतकारों को दे देते थे। जोतकारों को सदैव इस बात को लेकर असुरक्षा रहती कि कहीं ज़मींदार उनसे ज़मीन वापिस न ले लें। इसलिए उन्होंने ज़मीन की देखभाल कम करना शुरू कर दी जिससे खाद्यान्न उत्पादन में भारी गिरावट आई। इस प्रकार ब्रिटिश उपनिवेशवाद से कृषि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।

4. व्यापार तथा उद्योग पर प्रभाव (Impact on Trade and Industry)-अंग्रेज़ शासकों का उद्देश्य भारतीय व्यापारियों तथा उद्योगपतियों की बजाए ब्रिटिश व्यापारियों तथा उद्योगपतियों को बढ़ावा देना था। प्रारंभ में भारत से कच्चा माल इंग्लैंड ले जाकर अपने कारखानों में वस्तुएं निर्मित कर भारत में महंगे दामों में बेचा जाता था।

बाद में भारत में ही ब्रिटिश उद्योगपतियों तथा ईस्ट इंडिया कंपनी ने कारखाने लगा लिए। भारत के कच्चे माल को सस्ते भाव खरीदकर इन कारखानों में वस्तुएँ निर्मित की जाने लगी तथा उन्हें मनमाने दामों में बेचा जाने लगा। फलस्वरूप भारत में औद्योगिक उत्पाद एवं इसकी खपत तो बढ़ी परंतु भारतीय उद्योग जगत को इससे भारी नुकसान हुआ।

5. सामाजिक एवं सांस्कृतिक जीवन पर प्रभाव (Impact on Social and Culture life)-ब्रिटिशवासी स्वयं को श्रेष्ठ तथा भारतीयों को निम्न श्रेणी के नागरिक के रूप में लेते थे। कई स्थानों पर लिखा होता था कि भारतीयों तथा कुत्तों को मालरोड पर आने की अनुमति नहीं है। इसके अतिरिक्त सन् 1835 में अंग्रेज़ी को भारत में शिक्षा के माध्यम के रूप में अपनाया गया। इस सबके चलते भारतीयों में हीनता की भावना का विकास हुआ। जबकि विधवा विवाह अनुमति तथा सती प्रथा के विरुद्ध कानून निर्माण कर भारतीय समाज को सुधारने के प्रयास भी किए गए।

6. यातायात तथा संचार साधनों का विकास (Development of Means of Transportation and Comunication)-भारत में बड़े-बड़े नगरों, मंडियों तथा बंदरगाहों को सड़कों तथा रेलमार्गों के द्वारा जोड़ा गया। डाक-तार तथा टेलीफोन आदि संचार साधनों का विकास किया गया।

भले ही ब्रिटिश शासन ने भारत में अपने व्यापारिक व राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए ये कदम उठाए। मगर इस सबसे देशवासियों को देश के एक कोने से दूसरे कोने के निवासियों के संपर्क में आने का सुअवसर मिल गया। परिणामस्वरूप भारतवासियों को एकता के सूत्र में बंधने में सहायता मिली।

7. राष्ट्रीय एकीकरण (National Unification)-ब्रिटिश शासन से पूर्व भारत सैंकड़ों छोटी-छोटी रियासतों में बंटा हुआ था। अंग्रेजों ने इन रियासतों के राजाओं को पराजित कर अपने अधीन कर लिया। इससे पूरे भारत को एक राष्ट्रीय स्वरूप मिला। भारत में राजनीतिक एकता स्थापित हुई।

8. लोकतंत्रात्मक संस्थाओं का विकास (Development of Democratic institutions)-इंग्लैंड विश्व में लोकतंत्र की जननी है। इसके भारत में शासन के कारण देश में वयस्क चुनाव प्रणाली, महिलाओं को अधिकार, संसद्, लोक सभा तथा राज्य सभा तथा स्वतंत्र न्यायपालिका आदि अपूर्व लोकतंत्रात्मक संस्थाओं के विकास में सहायता मिली।

9. प्रशासन पर प्रभाव (Impact on Administration) ब्रिटिश उपनिवेशवाद से भारत में नई प्रशासनिक व्यवस्था का विकास हुआ। भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के माध्यम से उच्च प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति की जाने लगी। इससे नौकरशाही का विकास जोकि देश की स्वतंत्रता के छः सात दशकों के पश्चात् भी भारतीय राष्ट्र का अभिन्न अंग है।

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Haryana State Board HBSE 12th Class Sociology Solutions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन Textbook Exercise Questions and Answers.

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HBSE 12th Class Sociology संरचनात्मक परिवर्तन Textbook Questions and Answers

पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न

प्रश्न 1.
उपनिवेशवाद का हमारे जीवन पर किस प्रकार का प्रभाव पड़ा है? आप या तो किसी एक पक्ष जैसे संस्कृति या राजनीति में केंद्र में रखकर या सारे पक्षों को जोड़कर विश्लेषण कर सकते हैं।
उत्तर:
उपनिवेशवाद-एक स्तर पर, एक देश के द्वारा दूसरे देश पर राजनीतिक रूप से शासन करने को उपनिवेशवाद कहा जाता है। आधुनिक समय को पश्चिमी उपनिवेशवाद ने सबसे अधिक प्रभावित किया है। भारत का इतिहास देखने से यह पता चलता है कि यहाँ काल तथा स्थान के अनुसार अलग-अलग प्रकार के समूहों का उन अलग-अलग क्षेत्रों पर शासन रहा है जो आज के आधुनिक भारत का निर्माण करते हैं। परंतु औपनिवेशिक शासन किसी और शासन तथा प्रणाली से अलग तथा ज्यादा प्रभावशाली रहा है। इसलिए जो भी परिवर्तन आए वह काफ़ी गहरे तथा भेदभाव से भरपूर थे।

संस्कृति तथा राजनीति पर प्रभाव-आधुनिक समय में भारत में मौजूद संसदीय, विधि तथा शिक्षा व्यवस्था ब्रिटिश प्रारूपों पर आधारित है। अगर हम सड़कों पर बाईं ओर चलते हैं तो यह भी ब्रिटिश अनुकरण हैं। हमें सड़कों के किनारे रेहड़ियों तथा गाड़ियों पर कटलेट तथा ब्रेड, ऑमलेट जैसी चीजें साधारणतया खाने को मिल जाती है। यहाँ तक कि एक प्रसिद्ध बिस्कुट बनाने वाली कंपनी का नाम भी ब्रिटेन से संबंधित है। बहुत से स्कूलों में ‘नेक-टाई ड्रैस का एक ज़रूरी हिस्सा है।

हमारे दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाली चीजें कितनी अधिक पश्चिम से संबंधित है, हम सोच भी नहीं सकते। हम न केवल पश्चिम की प्रशंसा करते हैं बल्कि उसकी आलोचना भी करते हैं। हमें इस बात की कई उदाहरणे अपने रोज़ाना जीवन में देखने को मिल जाएंगी। इस सबसे पता चलता है कि आज भी ब्रिटिश उपनिवेशवाद हमारे जीवन का एक जटिल अंग है।

यहाँ तक अंग्रेज़ी भाषा की उदाहरण ले सकते हैं जिसके बहुत अधिक तथा विरोधात्मक प्रभाव है। हम केवल अंग्रेज़ी भाषा को प्रयोग ही नहीं करते बल्कि कई भारतीयों ने अंग्रेजी भाषा में उत्तम साहित्यिक रचनाएं भी की हैं। अंग्रेजी भाषा के ज्ञान की वजह से ही भारत को भूमंडलीकृत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में काफ़ी ऊँचा स्थान प्राप्त है।

परंतु इसके साथ ही हम भी नहीं भल सकते कि अंग्रेज़ी को आज भी विशेषाधिकारों का सचक माना जाता है। अगर किसी को अंग्रेजी भाषा नहीं आती हैं या कम आती है तो उसे रोज़गार प्राप्त करने में परेशानी होती है। परंतु कई वंचित समूहों के लिए अंग्रेज़ी भाषा की जानकारी एक वरदान साबित हुई है। यह बात निम्न जातियों के संदर्भ में बिल्कुल ही उपयुक्त है जो औपचारिक शिक्षा तथा अंग्रेजी शिक्षा ग्रहण करके अपनी सामाजिक स्थिति ऊंची कर रहे हैं।

प्रश्न 2.
औद्योगीकरण और नगरीकरण का परस्पर संबंध हैं, विचार करें।
उत्तर:
यह सच है कि औद्योगीकरण तथा नगरीकरण परस्पर संबंधित हैं। आधुनिकीकरण की प्रक्रिया से न केवल औद्योगीकरण बढ़ता है बल्कि नगरीकरण का भी विकास होता है। इस कारण तकनीक का विकास होता है तथा नए नए और बड़े उद्योग स्थापित हो जाते हैं। उद्योगों के इर्द-गिर्द नगर विकसित हो जाते हैं।

उद्योग लगने से गांव की जनसंख्या उनकी तरफ भागने लगती है ताकि उनमें रोजगार प्राप्त किया जा सके। इस प्रकार उद्योगों के इर्द-गिर्द पहले बस्तियां तथा फिर शहर बन जाते हैं। शहरों में हजारों पेशे पाए जाते हैं तथा बहुत-सी सुविधाएं भी। तथा यातायात के साधन भी इस प्रक्रिया के कारण विकसित हो जाते हैं। इस प्रकार नगरों के विकसित होने तथा नगरीकरण की प्रक्रिया के बढ़ने में औद्योगीकरण का बहुत बड़ा हाथ होता है।

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प्रश्न 3.
किसी ऐसे शहर या नगर को चुनें जिससे आप भली-भाँति परिचित हैं। उस शहर/नगर के इतिहास, उसके उद्भव और विकास तथा समसामयिक स्थिति का विवरण दें।
उत्तर:
हम दिल्ली शहर से भली-भाँति परिचित हैं। वैसे तो दिल्ली को बसे सैंकड़ों वर्ष हो चुके हैं परंतु दिल्ली को महत्त्व प्राप्त हुआ दिल्ली के सुलतानों के समय जब उन्होंने दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया। उसके बाद तो जैसे दिल्ली पर अधिकार जमाने के लिए संघर्ष ही छिड़ गया। यह माना जाने लगा कि जिसका दिल्ली पर अधिकार है वह ही हिन्दुस्तान का राजा है।

इस कारण ही समय-समय पर दिल्ली पर अधिकार जमाने के लिए साजिशें होती रहीं। जिस किसी विदेशी मणकारी ने भारत पर आक्रमण किया उसने सबसे पहले दिल्ली को अपना निशाना बनाया। मुगल बादशाह बाबर ने भारत पर कई बार आक्रमण किया, परंतु अपने अंतिम आक्रमण में उसने दिल्ली पर अधिकार कर ही लिया। उसके बाद दिल्ली सत्ता का केंद्र बन गया। मुग़ल बादशाहों के समय सारे देश की सत्ता दिल्ली से ही चलती थी।

परंतु अंग्रेजों के आने के पश्चात् मुग़ल साम्राज्य का पतन होना शुरू हो गया। इस कारण ही दिल्ली का महत्त्व धीरे-धीरे कम होता चला गया। दिल्ली के स्थान पर कलकत्ता, मद्रास तथा बम्बई जैसे नए शहरों का महत्त्व बढ़ गया। 1857 के विद्रोह का मुख्य केंद्र दिल्ली था। विद्रोह खत्म होने के पश्चात् अंग्रेजों ने दिल्ली को खूब लूटा, हज़ारों लोगों को मारा तथा शहर को पूर्णतया ध्वस्त कर दिया। परंतु दिल्ली धीरे-धीरे फिर बस गया।

अंग्रेजी साम्राज्य कलकत्ता से चलता रहा। परंतु 20वीं शताब्दी की शुरूआत में अंग्रेजों ने कलकत्ता के स्थान पर दिल्ली को अपनी राजधानी बना लिया। उन्होंने पुरानी दिल्ली के साथ नई दिल्ली को भी विकसित किया। इंग्लैंड से वास्तुकार बुलाए गए ताकि नई दिल्ली को विकसित किया जा सके। उसके बाद तो दिल्ली का महत्त्व बढ़ने लग गया। उसके बाद से अब तक दिल्ली देश की राजधानी है।

समसामयिक स्थिति से दिल्ली का स्थान देश में सबसे महत्त्वपूर्ण है क्योंकि देश की राजधानी का देश में सबसे महत्त्वपूर्ण स्थान होता है। यदि देश की राजधानी पर ही विदेशी आक्रमण तथा अधिकार हो जाए तो देश पर ही विदेशी अधिकार हो जाता है। इस प्रकार दिल्ली देश का सबसे महत्त्वपूर्ण शहर है। सम्पूर्ण देश की सत्ता दिल्ली से ही चलती है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि यदि हमारे देश में सबसे महत्त्वपूर्ण शहर है तो वह है दिल्ली।

प्रश्न 4.
आप एक छोटे कस्बे में या बहुत बड़े शहर या अर्धनगरीय स्थान या एक गाँव में रहते हैं-

  • जहाँ आप रहते हैं उस जगह का वर्णन करें।
  • वहाँ की विशेषताएं क्या है, आपको क्यों लगता है कि वह एक कस्बा है शहर नहीं, एक गाँव है कस्बा नहीं या शहर हैं गाँव नहीं?
  • जहाँ आप रहते हैं वहाँ क्या कोई कारखाना है?
  • क्या लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती है?
  • क्या व्यवसाय वहां निर्णायक रूप में प्रभावशाली है?
  • क्या वहाँ इमारतें हैं?
  • क्या वहाँ शिक्षा की सुविधाएँ उपलब्ध हैं?
  • लोग कैसे रहते और व्यवहार करते हैं?
  • लोग किस तरह बात करते और कैसे कपड़े पहनते हैं?

उत्तर:
इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से तथा अपने इर्द-गिर्द के स्थानों की तरफ देख कर स्वयं ही दें।

संरचनात्मक परिवर्तन HBSE 12th Class Sociology Notes

→ वर्तमान को समझने के लिए अतीत को जानना जरूरी होता है। भारत के आधुनिक रूप से समझने के लिए इसके इतिहास को समझने की आवश्यकता है। भारत की आधुनिक संस्थाएं तथा इसका नया रूप औपनिवेशिक शासन की देन है। उपनिवेशवाद के कारण भारत को आधुनिक विचारों का पता चला।

→ एक स्तर पर, एक देश के द्वारा दूसरे देश पर शासन को उपनिवेशवाद माना जाता है। भारत के इतिहास से यह पता चलता है कि यहाँ काल और स्थान के अनुसार विभिन्न प्रकार के समूहों का उन अलग-अलग क्षेत्रों पर शासन रहा जो आज के आधुनिक भारत का निर्माण करते हैं।

→ प्राचीन भारतीय अर्थव्यवस्था लेन-देन पर आधारित थी परंतु ब्रितानी उपनिवेशवाद पूँजीवादी व्यवस्था पर आधारित था। इसने भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर हस्तक्षेप किया जिससे ब्रितानी पूँजीवाद का विस्तार हुआ और उसे सुदृढ़ता मिली।

→ उपनिवेशवाद से भारत में बहुत से परिवर्तन आए जिनमें प्रशासन में मूलभूत बदलाव, यातायात तथा संचार के साधनों का विकास, पूँजीवाद का बढ़ना, संस्कृति में परिवर्तन इत्यादि प्रमुख थे। अंग्रेज़ों ने चाहे अपने लाभ के लिए भारत में उद्योग लगाने शुरू किए परंतु इसने अप्रत्यक्ष रूप से भारत का विकास करना शुरू कर दिया। भारत का औद्योगीकरण शुरू हुआ जिससे नगरीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहन मिला तथा नये नगर विकसित होने शुरू हो गए। इससे पुराने शहरों का अस्तित्व कमज़ोर होता चला गया।

→ अंग्रेजों के जाने के पश्चात् स्वतंत्र भारत में तेजी से औद्योगीकरण शुरू हुआ। भारत सरकार ने पंचवर्षीय योजनाएं बनाई जिनका मुख्य उद्देश्य ही भारत का औद्योगीकरण करना था। भारत में भारी मशीनीकृत उद्योगों का विकास हुआ। स्वतंत्रता के बाद भारत में नगर भी तेजी से विकसित हुए। बड़े शहर और बड़े हो गए तथा छोटे-छोटे कस्बे शहरों में परिवर्तित हो गए। बड़े-बड़े गाँव शहरों में परिवर्तित हो गए। इससे भारत में नगरीकरण की प्रक्रिया तेज़ी से विकसित हुई।

→ अगर देखा जाए तो भारत में औद्योगीकरण तथा नगरीकरण का विकास ब्रिटिश शासन की ही देन है। अंग्रेजों ने अपने लाभ के लिए उद्योगों तथा नगरों का विकास करना शुरू किया जिससे भारतीयों ने भी उससे काफ़ी लाभ प्राप्त किया।

HBSE 12th Class Sociology Solutions Chapter 1 संरचनात्मक परिवर्तन

→ औद्योगिकरण से सामाजिक परिवर्तन काफी तेजी से होता है। स्वतंत्रता के बाद भारत में तेजी से औद्योगीकरण शुरू हुआ जिसमें सरकारी तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों ने काफ़ी बड़ी भूमिका निभाई। आज उदारीकरण तथा भूमंडलीकरण के समय में तो यह और तेज़ी से बढ़ रहे हैं। औद्योगीकरण तथा नगरीकरण प्रत्यक्ष रूप से एक-दूसरे से संबंधित हैं। जहां पर उद्योग विकसित होते हैं वहां पर उद्योगों के आस-पास नगर भी विकसित हो जाते हैं। इस प्रकार इन दोनों के कारण सामाजिक तथा सांस्कृतिक परिवर्तन भी होने शुरू हो जाते हैं।

→ उपनिवेशवाद-एक स्तर पर, एक देश के द्वारा देश पर शासन को उपनिवेशवाद माना जाता है।

→ राष्ट्र राज्य-एक ऐसा राष्ट्र जिसमें लोगों को स्वतंत्रता तथा और सभी प्रकार के अधिकार प्राप्त होते हैं तथा जिन्हें अपनी संप्रभुता प्रयोग करने का अधिकार प्राप्त होता है।

→ औद्योगिक क्षरण-पुराने बसे औद्योगिक क्षेत्रों में से उद्योगों का पतन।

→ औद्योगीकरण-देश में उद्योगों का अधिक-से-अधिक विकास होना।

→ नगरीकरण-छोटे नगरों का बड़े नगरों में परिवर्तन होना तथा गाँवों और कस्बों का छोटे नगरों में परिवर्तित होना।

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HBSE 12th Class Political Science Solutions Chapter 6 लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट

Haryana State Board HBSE 12th Class Political Science Solutions Chapter 6 लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Political Science Solutions Chapter 6 लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट

HBSE 12th Class Political Science लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
बताएं कि आपात्काल के बारे में निम्नलिखित कथन सही हैं या गलत
(क) आपात्काल की घोषणा 1975 में इन्दिरा गांधी ने की।
(ख) आपात्काल में सभी मौलिक अधिकार निष्क्रिय हो गए।
(ग) बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति के मद्देनज़र आपात्काल की घोषणा की गई थी।
(घ) आपात्काल के दौरान विपक्ष के अनेक नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
(ङ) सी० पी० आई० ने आपात्काल की घोषणा का समर्थन किया।
उत्तर:
(क) सही,
(ख) सही,
(ग) गलत,
(घ) सही,
(ङ) सही।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन-सा आपात्काल की घोषणा के सन्दर्भ से मेल नहीं खाता है ?
(क) ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ का आह्वान
(ख) 1974 की रेल हड़ताल
(ग) नक्सलवादी आन्दोलन
(घ) इलाहाबाद उच्च न्यायालय का फैसला
(ङ) शाह आयोग की रिपोर्ट के निष्कर्ष।
उत्तर:
(ग) नक्सलवादी आन्दोलन

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में मेल बैठाएं
(क) सम्पूर्ण क्रान्ति – (i) इन्दिरा गांधी
(ख) ग़रीबी हटाओ – (ii) जयप्रकाश नारायण
(ग) छात्र आन्दोलन – (iii) बिहार आन्दोलन
(घ) रेल हड़ताल – (iv) जॉर्ज फर्नांडीस
उत्तर:
(क) सम्पूर्ण क्रान्ति – (i) जयप्रकाश नारायण
(ख) ग़रीबी हटाओ – (ii) इन्दिरा गांधी
(ग) छात्र आन्दोलन – (iii) बिहार आन्दोलन
(घ) रेल हड़ताल – (iv) जॉर्ज फर्नाडीस

HBSE 12th Class Political Science Solutions Chapter 6 लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट

प्रश्न 4.
किन कारणों से 1980 में मध्यावधि चुनाव करवाने पड़े ?
उत्तर:
1980 में हुए मध्यावधि चुनाव का सबसे बड़ा कारण जनता पार्टी की सरकार की अस्थिरता थी। यद्यपि जनता पार्टी ने 1977 के चुनावों में एकजुट होकर चुनाव लड़ा था, कांग्रेस पार्टी को चुनावों में हराया था, परन्तु जनता पार्टी के नेताओं में प्रधानमन्त्री के पद को लेकर मतभेद हो गए, पहले मोरारजी देसाई तथा बाद में कुछ समय के लिए चरण सिंह प्रधानमन्त्री बने।

केवल 18 महीने में ही मोरारजी देसाई ने लोकसभा में अपना बहुमत खो दिया, जिसके कारण मोरारजी देसाई को त्याग-पत्र देना पड़ा। मोरारजी देसाई के पश्चात् चरण सिंह कांग्रेस पार्टी के समर्थन से प्रधानमन्त्री बने, परन्तु चरण सिंह भी मात्र चार महीने ही प्रधानमन्त्री पद पर रह पाए, जिसके पश्चात 1980 में मध्यावधि चुनाव करवाए गए।

प्रश्न 5.
जनता पार्टी ने 1977 में शाह आयोग को नियुक्त किया था। इस आयोग की नियुक्ति क्यों की गई थी और इसके क्या निष्कर्ष थे ?
अथवा
जनता पार्टी की सरकार ने 1977 में शाह आयोग की नियुक्ति क्यों की थी ?
उत्तर:
जनता पार्टी ने 1977 में शाह आयोग की नियुक्ति की। इस आयोग का मुख्य कार्य श्रीमती इन्दिरा गांधी की सरकार द्वारा आपात्काल में किये गए अत्याचारों की जांच करना था। शाह आयोग का निष्कर्ष था कि वास्तव में श्रीमती गांधी की सरकार ने लोगों पर अत्याचार किए तथा उन्होंने स्वयं तानाशाही ढंग से शासन किया।

प्रश्न 6.
1975 में राष्ट्रीय आपात्काल की घोषणा करते हुए सरकार ने इसके क्या कारण बताए थे ?
उत्तर:
1975 में राष्ट्रीय आपात्काल की घोषणा करते हुए सरकार ने कहा है कि विपक्षी दलों द्वारा लोकतन्त्र को रोकने की कोशिश की जा रही थी तथा लोगों की सरकार को उचित ढंग से कार्य नहीं करने दिया जा रहा है। विपक्षी दल सेना, पुलिस कर्मचारियों तथा लोगों को सरकार के विरुद्ध भड़का रहे हैं। इसलिए सरकार ने राष्ट्रीय आपात्काल की घोषणा की।

प्रश्न 7.
1977 के चुनावों के बाद पहली दफा केन्द्र में विपक्षी दल की सरकार बनी। ऐसा किन कारणों से सम्भव हुआ ?
उत्तर:
इसके लिए अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नों में (निबन्धात्मक प्रश्न) प्रश्न नं० 8 देखें।

प्रश्न 8.
हमारी राजव्यवस्था के निम्नलिखित पक्ष पर आपात्काल का क्या असर हुआ ?
(क) नागरिक अधिकारों की रक्षा और नागरिकों पर इसका असर।
(ख) कार्यपालिका और न्यायपालिका के सम्बन्ध।
(ग) जनसंचार माध्यमों के कामकाज
(घ) पुलिस और नौकरशाही की कार्रवाइयां।
उत्तर:
(क) आपात्काल के दौरान नागरिक अधिकारों को निलम्बित कर दिया गया तथा नागरिकों को बिना कारण बताए कानूनी हिरासत में लिया जा सकता था।

(ख) आपातकाल में कार्यपालिका एवं न्यायपालिका एक-दूसरे के सहयोगी हो गये, क्योंकि सरकार ने सम्पूर्ण न्यायपालिका को सरकार के प्रति वफादार रहने के लिए कहा तथा आपात्काल के दौरान कुछ हद तक न्यायपालिका सरकार के प्रति वफादार भी रही। इस प्रकार आपात्काल के दौरान न्यायपालिका कार्यपालिका के आदेशों का पालन करने वाली एक संस्था बन गई थी।

(ग) आपात्काल के दौरान जनसंचार पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, कोई भी अखबार सरकार के विरुद्ध कोई भी खबर या सम्पादकीय नहीं लिख सकता था तथा जो भी खबर अखबार द्वारा छापी जाती थी, उसे पहले सरकार से स्वीकृति प्राप्त करनी पड़ती थी।

(घ) आपात्काल के दौरान पुलिस और नौकरशाही, सरकार के प्रति वफादार बनी रही, यदि किसी पुलिस अधिकारी या नौकरशाही ने सरकार के आदेशों को मानने से मना किया तो उसे या तो निलम्बित कर दिया गया या गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रश्न 9.
भारत की दलीय प्रणाली पर आपातकाल का किस तरह असर हआ ? अपने उत्तर की पष्टि उदाहरणों से करें।
उत्तर:
आपात्काल का भारत की दलीय प्रणाली पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा क्योंकि अधिकांश विरोधी दलों को किसी प्रकार की राजनीतिक गतिविधियों की इजाजत नहीं थी। आजादी के समय से लेकर 1975 तक भारत में वैसे भी कांग्रेस पार्टी का प्रभुत्व रहा तथा संगठित विरोधी दल उभर नहीं पाया, वहीं आपात्काल के दौरान विरोधी दलों की स्थिति और भी खराब हुई।

HBSE 12th Class Political Science Solutions Chapter 6 लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट

प्रश्न 10.
निम्नलिखित अवतरण को पढ़ें और इसके आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दें 1977 के चुनावों के दौरान भारतीय लोकतन्त्र, दो-दलीय व्यवस्था के जितना नज़दीक आ गया था उतना पहले कभी नहीं आया। बहरहाल अगले कुछ सालों में मामला पूरी तरह बदल गया। हारने के तुरन्त बाद कांग्रेस दो टुकड़ों में बंट गई….. जनता पार्टी में भी बड़ी अफरा-तफरी मची….. डेविड बटलर, अशोक लाहिड़ी और प्रणव रॉय।
(क) किन वजहों से 1977 में भारत की राजनीति दो-दलीय प्रणाली के समान जान पड़ रही थी ?

(ख) 1977 में दो से ज्यादा पार्टियां अस्तित्व में थीं। इसके बावजूद लेखकगण इस दौर को दो-दलीय प्रणाली के नज़दीक क्यों बता रहे हैं ?

(ग) कांग्रेस और जनता पार्टी में किन कारणों से फूट पैदा हुई ?
उत्तर:
(क) 1977 में भारत की राजनीति दो दलीय प्रणाली के समान इसलिए दिखाई पड़ रही थी, क्योंकि उस समय मुख्य रूप से केवल दो दल ही चुनावी दंगल में आमने-सामने थे, जिसमें सत्ताधारी दल कांग्रेस एवं मुख्य विपक्षी दल जनता पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला था।

(ख) यद्यपि 1977 में दो से ज्यादा पार्टियां अस्तित्व में थीं, परन्तु अधिकांश विपक्षी दलों जैसे संगठन कांग्रेस, जनसंघ, भारतीय लोकदल और सोशलिस्ट पार्टी ने मिलकर जनता पार्टी के नाम से एक पार्टी बना ली थी, जिस कारण 1977 में केवल कांग्रेस एवं जनता पार्टी ही चुनावी दंगल में आमने-सामने थी। इसीलिए लेखकगण इस दौर को दो दलीय प्रणाली के नज़दीक बताते हैं।

(ग) कांग्रेस में 1977 में हुई हार के कारण नेताओं में पैदा हुई निराशा के कारण फूट पैदा हुई, क्योंकि अधिकांश कांग्रेसी नेता श्रीमती गांधी के चमत्कारिक नेतृत्व के मोहपाश से बाहर निकल चुके थे, दूसरी ओर जनता पार्टी में नेतृत्व को लेकर फूट पैदा हो गई थी।

 लोकतांत्रिक व्यवस्था का संकट HBSE 12th Class Political Science Notes

→ वचनबद्ध नौकरशाही का अर्थ है कि नौकरशाही किसी विशिष्ट राजनीतिक दल के सिद्धान्तों एवं नीतियों से बन्धी हुई रहती है।
→ भारत में 1970 के दशक में श्रीमती इन्दिरा गांधी ने वचनबद्ध नौकरशाही का समर्थन किया।
→ भारत में वचनबद्ध नौकरशाही नहीं पाई जाती है।
→ वचनबद्ध न्यायपालिका से अभिप्राय ऐसी न्यायपालिका से है, जो एक दल विशेष या सरकार विशेष के प्रति वफादार हो तथा उसके निर्देशों के अनुसार ही चले।
→ भारत में 1970 के दशक में श्रीमती इन्दिरा गांधी ने वचनबद्ध न्यायपालिका का समर्थन किया तथा श्री ए. एन० राय को तीन वरिष्ठ न्यायाधीशों की वरिष्ठता की उपेक्षा करके मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करना, इसी का एक उदाहरण है।
→ न्यायपालिका को सरकार के प्रति वचनबद्ध बनाने के लिए. कई कदम उठाये गये जैसे न्यायाधीशों की वरिष्ठता की अनदेखी की गई. न्यायाधीशों का स्थानान्तरण किया गया, रिक्त पदों को भरने से मना किया गया तथा अस्थायी न्यायाधीशों की नियुक्ति की गई इत्यादि।
→ भारत में वचनबद्ध न्यायपालिका नहीं पाई जाती, इसके विपरीत भारत में एक स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष न्यायपालिका पाई जाती है।
→ 1970 के दशक में गुजरात में नवनिर्माण आन्दोलन की शुरुआत हुई।
→ 1974 में बिहार में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में बिहार आन्दोलन चलाया गया।
→ 1975 में श्रीमती इन्दिरा गांधी के निर्वाचन को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अवैध घोषित कर दिया।
→ 25 जून, 1975 को श्रीमती गांधी ने आन्तरिक आपात्काल लागू कर दिया तथा विरोधी नेताओं पर अत्याचार किये गए।
→ 1977 में जनता पार्टी की स्थापना हुई।
→ 1977 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी की ऐतिहासिक पराजय एवं जनता पार्टी की जीत हुई।

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HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1

Haryana State Board HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1 Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Exercise 6.1

प्रश्न 1.
आकृति में, रेखाएँ AB और CD बिंदु O पर प्रतिच्छेद करती हैं। यदि ∠AOC + ∠BOE = 70° है और ∠BOD = 40° है, तो ∠BOE और प्रतिवर्ती ∠COE ज्ञात कीजिए।
HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1 - 1
हल :
क्योंकि आकृति अनुसार OA तथा OB विपरीत किरणें हैं। इसलिए AB एक रेखा है। अब किरण OC, AB पर स्थित है। [रैखिक युग्म]
⇒ ∠AOC + ∠COB = 180°
या ∠AOC + ∠COE + ∠BOE = 180°
या (∠AOC + ∠BOE) + ∠COE = 180°
∠AOC + ∠BOE = 70°
⇒ 70° + ∠COE = 180°
या ∠COE = 180° – 70° = 110°
इस प्रकार प्रतिवर्ती
∠COE = 360° – 110° = 250° उत्तर
हम जानते हैं कि OC तथा OD विपरीत किरणें हैं इसलिए
∠COE + ∠EOD = 180° [रैखिक युग्म]
या ∠COE + ∠BOE + ∠BOD = 180°
या 110° + ∠BOE + 40° = 180° [∵ ∠COE = 110° व ∠BOD = 40°]
या ∠BOE = 180° – 110° = 40°
या ∠BOE = 180° – 150° = 30° उत्तर

HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1

प्रश्न 2.
आकृति में, रेखाएँ XY और MN बिंदू O पर प्रतिच्छेद करती हैं। यदि ∠POY = 90° और a : b = 2 : 3 है, तो c ज्ञात कीजिए।
हल :
HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1 - 2
क्योंकि a : b = 2 : 3 और
a + b = ∠POX = ∠POY = 90°
अब अनुपाती योग = 2 + 3 = 5
⇒ a = \(\frac {2}{5}\) × 90° = 36°
तथा b = \(\frac {3}{5}\) × 90° = 54°
आकृति अनुसार OM और ON विपरीत किरणें हैं। इसलिए MN एक रेखा है।
क्योंकि किरण OX, MN पर स्थित है, इसलिए
∠MOX + ∠XON = 180° [रैखिक युग्म]
या b + c = 180° या c + 54° = 180° [∵ ∠b = 54°]
या c = 180° – 54° = 126°
या c = 126° उत्तर

प्रश्न 3.
आकृति में, यदि ∠PQR = ∠PRQ है, तो सिद्ध कीजिए कि ∠PQS = ∠PRT है।
HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1 - 3
हल :
क्योंकि QS और QR विपरीत किरणें हैं, इसलिए SR एक रेखा है।
∵ QP, SR पर स्थित है।
∴ ∠PQS + ∠PQR = 180° [रैखिक युग्म] … (i)
अब RQ और RT विपरीत किरणें हैं। इसलिए QT एक रेखा है।
इसी प्रकार PR, QT पर स्थित है।
∴ ∠PRQ + ∠PRT = 180° [रैखिक युग्म] … (ii)
समीकरण (i) व (ii) की तुलना से
∠PQS + ∠PQR = ∠PRQ + ∠PRT [∵ प्रत्येक युग्म = 180°] …. (iii)
या ∠PQR = ∠PRO [दिया है]… (iv)
समीकरण (iv) को (iii) में से घटाने पर प्राप्त होगा
∠PQS = ∠PRT [इति सिद्धम]

HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1

प्रश्न 4.
आकृति में, यदि x + y = w + z है, तो सिद्ध कीजिए कि AOB एक रेखा है।
हल :
HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1 - 4
क्योंकि एक बिंदु के चारों ओर के कोणों का योग 360° होता है।
∴ (∠BOC + ∠COA) + (∠BOD + ∠AOD) = 360°
⇒ (x + y) + (w + z) = 360°
परंतु x + y = w + z (दिया है)
अतः (x + y) + (x + y) = 360°
या 2 (x + y) = 360°
या x + y = \(\frac {360°}{2}\) = 180°
अतः ∠BOC और ∠COA रैखिक युग्म बनाते हैं।
अर्थात OA और OB दो विपरीत किरणें हैं।
इसलिए AOB एक रेखा है। [इति सिद्धम]

प्रश्न 5.
आकृति में, POQ एक रेखा है। किरण OR रेखा PQ पर लंब है। किरणों OP और OR के बीच में OS एक अन्य किरण है। सिद्ध कीजिए
∠ROS = \(\frac {1}{2}\) (∠QOS – ∠POS)
HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1 - 5
हल :
क्योंकि \(\overline{O R}\) रेखा PQ पर लंब है
इसलिए
∠POR = ∠QOR
या ∠POS + ∠ROS = ∠QOS – ∠ROS
या ∠ROS + ∠ROS = ∠QOS – ∠POS
या 2∠ROS = (∠QOS – ∠POS)
या ∠ROS = \(\frac {1}{2}\)(∠QOS – ∠POS) [इति सिद्धम]

HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1

प्रश्न 6.
यह दिया है कि ∠XYZ = 64° है और XY को बिंद्र P तक बढ़ाया गया है। दी हुई सूचना से एक आकृति खींचिए। यदि किरण YQ, ∠ZYP को समद्विभाजित करती है, तो ∠XYQ और प्रतिवर्ती ∠QYP के मान ज्ञात कीजिए।
हल :
HBSE 9th Class Maths Solutions Chapter 6 रेखाएँ और कोण Ex 6.1 - 6
क्योंकि रेखाखंड XY को बिंदु P तक बढ़ाया गया है।
इसलिए XP एक रेखा है।
क्योंकि YZ, रेखा XP पर स्थित है।
∴ ∠XYZ + ∠ZYP = 180° [रैखिक युग्म]
⇒ 64° + ∠ZYP = 180° [∵ ∠XYZ = 64°]
⇒ ∠ZYP = 180° – 64° = 116°
क्योंकि किरण YQ, ∠ZYP को समद्विभाजित करती है।
इसलिए
∠QYP = ∠ZYQ
= \(\frac {116°}{2}\) = 58°
∠XYQ = ∠XYZ + ∠ZYQ
⇒ ∠XYQ = 64° + 58° = 122°
तथा
प्रतिवर्ती ∠QYP = 360° – ∠QYP = 360° – 58° = 302°
अतः ∠XYQ = 122° व प्रतिवर्ती ∠QYP = 302° उत्तर

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HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

Haryana State Board HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार Important Questions and Answers.

Haryana Board 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (Veryshort Answer Type Questions)

प्रश्न 1.
मानव नेत्र का कौन-सा भाग नेत्रदान में दान किया जाता है?
उत्तर-
कॉर्निया (दृष्टि पटल)।

प्रश्न 2.
मानव नेत्र (सामान्य) का दूर बिंदु कहाँ स्थित होता है?
उत्तर-
अनन्त पर।

प्रश्न 3.
चलचित्र में मानव नेत्र के किस गुण का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर-
दृष्टि निर्बन्धता का।

प्रश्न 4.
दोनों नेत्रों का एक साथ दृष्टि क्षेत्र लगभग कितना होता है ?
उत्तर-
लगभग 180° ।

HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

प्रश्न 5.
पुतली (Iris) किसे कहते हैं ?
उत्तर-
आँख के बीच के छिद्र को पुतली (Iris) कहते हैं।

प्रश्न 6.
आँख का लेंस क्या कार्य करता है ?
उत्तर-
आँख का लेंस अपवर्तित किरणों को रेटिना पर पड़ने से पहले फोकस दूरी निर्धारित करता है।

प्रश्न 7.
कम प्रकाश में पुतली पर क्या प्रभाव पड़ता
उत्तर-
पुतली फैल जाती है।

प्रश्न 8.
रेटिना पर प्रतिबिम्ब कैसा बनता है ?
उत्तर-
रेटिना पर प्रतिबिम्ब उल्टा, छोटा और वास्तविक बनता है।

प्रश्न 9.
क्रिस्टलीय लेंस का कार्य क्या है ?
उत्तर-
क्रिस्टलीय लेंस विभिन्न दूरियों पर रखी वस्तुओं को रेटिना पर फोकसित करने के लिए आवश्यक दूरी में सूक्ष्म समायोजन करता है।

प्रश्न 10.
कौन सा जीव पराबैंगनी किरणों की उपस्थिति में भी देख सकता है?
उत्तर-
शहद की मक्खियाँ।

HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

प्रश्न 11.
नेत्रदान में कितना समय लगता है ?
उत्तर-
10 से 15 मिनट।

प्रश्न 12.
कौन से लोग नेत्रदान नहीं कर सकते ?
उत्तर-
एड्स, हेपेटाइटिस B या C , जलभित्ती, मस्तिष्क ‘ शोथ के संक्रमण से पीड़ित लोग नेत्रदान नहीं कर सकते।

प्रश्न 13.
अभिनेत्र लेंस की वह क्षमता जिसके कारण वह अपनी फोकस दूरी को समायोजित कर लेता है, क्या कहलाती है? [RBSE 2015]
उत्तर-
समायोजन क्षमता।

प्रश्न 14.
निकट दृष्टिदोष के क्या कारण है ?
उत्तर-
(i) अभिनेत्र लेंस की वक्रता का अधिक होना। अथवा
(ii) नेत्र गोलक का लंबा हो जाना।

प्रश्न 15.
नेत्र लेंस को निकट की वस्तु देखने पर यह कैसे समायोजित हो जाता है ?
उत्तर-
लेंस पतला हो जाता है।

प्रश्न 16.
निकट दृष्टि दोष से युक्त नेत्र के लिये प्रतिबिम्ब कहाँ बनता है?
उत्तर-
रेटिना से पहले बनता है।

प्रश्न 17.
निकट दृष्टि दोष से युक्त नेत्र के दोष निवारण के लिये कौन-सा लेंस प्रयुक्त किया जाता है?
उत्तर-
अवतल लेंस।।

प्रश्न 18.
एक विद्यार्थी कक्षा में तीसरी पंक्ति में बैठा हुआ है, जिसे अध्यापक द्वारा बोर्ड पर लिखा संदेश स्पष्ट दिखायी नहीं पड़ता है तो बताइए कि विद्यार्थी किस दोष से पीड़ित है?
उत्तर-
निकट दृष्टि दोष।

प्रश्न 19.
दूर दृष्टिदोष के क्या कारण हैं?
उत्तर-

  • अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी अधिक हो जाना,
  • नेत्र गोलक का छोटा हो जाना।

प्रश्न 20.
एक व्यक्ति के चश्में में उत्तल लेंस लगा है। बताइए उस व्यक्ति की आँख में कौन सा दोष है ?
उत्तर-
व्यक्ति की आँख में दूर दृष्टि दोष है।

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प्रश्न 21.
दूर दृष्टि दोष से युक्त नेत्र के लिये प्रतिबिम्ब कहाँ बनता है?
उत्तर-
रेटिना के बाद बनता है।

प्रश्न 22.
एक विद्यार्थी पुस्तक को स्पष्ट रूप से नहीं पढ़ पाता है तो बताइए उसे कौन-सा दोष है?
उत्तर-
दूर दृष्टि दोष है।

प्रश्न 23.
जरा दूर-दृष्टिता का क्या कारण है ?
उत्तर-
यह पक्ष्माभी पेशियों के धीरे-धीरे दुर्बल होने तथा क्रिस्टलीय लेंस के लचीलेपन में कमी आने के कारण होता है।

प्रश्न 24.
जरा दूर-दृष्टिता के निवारण के लिये किस प्रकार के लेंस का प्रयोग किया जाता है ?
उत्तर-
द्विफोकसी लेंस का प्रयोग किया जाता है जिसमें ऊपर का भाग अवतल लेंस की तरह तथा नीचे का भाग उत्तल लेंस की भाँति कार्य करता है।

प्रश्न 25.
वृद्धावस्था में कुछ लोगों को मोतियाबिन्दु क्यों हो जाता है?
उत्तर-
उनकी आँख के लेंस पर पारभासक या अपारदर्शक झिल्ली जमने के कारण मोतियाबिन्दु हो जाता है।

प्रश्न 26.
आजकल चश्में के स्थान पर नेत्र दोषों को किस प्रकार सुधारा जा सकता है?
उत्तर-
कॉन्टेक्ट लेंसों के प्रयोग या शल्य चिकित्सा के द्वारा नेत्र दोषों को सुधारा जा सकता है।’

प्रश्न 27.
तारों के टिम-टिमाने का मुख्य कारण क्या
उत्तर-
वायुमण्डलीय अपवर्तन।

प्रश्न 28.
वास्तविक व आभासी सूर्यास्त के बीच कितना समयान्तराल होता है?
उत्तर-
2 मिनट।

प्रश्न 29.
यदि पृथ्वी पर वायुमंडल न होता तो आकाश का रंग कैसा दिखता ?
उत्तर-
काला। .

प्रश्न 30.
प्रिज्म में कितने आधार और पृष्ठ होते हैं ?
उत्तर-
प्रिज्म में दो त्रिभुजाकार आधार तथा तीन आयताकार पार्श्व पृष्ठ होते हैं।

HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

प्रश्न 31.
प्रिज्म कोण से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
प्रिज्म के दो पार्श्व फलकों के बीच के कोण को प्रिज्म कोण कहते हैं।

प्रश्न 32.
सर्वप्रथम सूर्य का स्पेक्ट्रम प्राप्त करने के लिए काँच के प्रिज्म का उपयोग किसने किया था ?
उत्तर-
आइजक न्यूटन।

प्रश्न 33.
इन्द्रधनुष आकाश में किस दिशा में दिखाई देता है ?
उत्तर-
सूर्य के विपरीत दिशा में।

प्रश्न 34.
इन्द्रधनुष बनने का कारण क्या है ?
उत्तर-
वायुमण्डल में उपस्थित जल की सूक्ष्म बूंदों के द्वारा सूर्य के प्रकाश के परिक्षेपण के कारण इन्द्रधनुष बनता

प्रश्न 35.
स्पेक्ट्रम से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
प्रकाश के अवयवी वर्गों के बैंड को स्पेक्ट्रम कहते हैं।

प्रश्न 36.
प्रकाश स्पेक्ट्रम में पाए जाने वाले वर्णों को क्रम से लिखिए।
उत्तर-
बैंगनी, जामुनी, नीला, हरा, पीला, नारंगी तथा लाल।

प्रश्न 37.
प्रिज्म में से श्वेत प्रकाश के गुजरने पर कौन-सा रंग सबसे अधिक विक्षेपित होता है ?
उत्तर-
बैंगनी रंग।

प्रश्न 38.
विचलन कोण किसे कहते हैं ?
उत्तर-
प्रिज्म द्वारा अपवर्तन होने पर प्रिज्म की विशेष आकृति के कारण निर्गत किरण आपतित किरण की दिशा से एक कोण बनाती है। इस कोण को विचलन कोण कहते हैं।

प्रश्न 39.
विक्षेपण किसे कहते हैं ?
उत्तर-
प्रकाश के अवयवी वर्गों में विभाजित हो जाने को विक्षेपण या वर्ण विक्षेपण कहते हैं।

प्रश्न 40.
जंगल के कुहासे में जल की सूक्ष्म बूंदें प्रकाश का प्रकीर्णन किस कारण करती हैं ?
उत्तर-
टिण्डल प्रभाव के कारण।

प्रश्न 41.
पृथ्वी के चारों ओर वायुमण्डल न होने पर आकाश किस रंग का दिखाई देगा?
उत्तर-
वायुमण्डल की अनुपस्थिति में प्रकीर्णन न हो पाने के कारण आकाश का रंग काला दिखाई देगा।

प्रश्न 42.
खतरे का संकेत लाल बनाने का क्या कारण है ? या सूर्योदय के समय रक्ताभ क्यों प्रतीत होता है? [CBSE 2015]
उत्तर-
लाल रंग के प्रकाश की तरंगदैर्ध्य अधिक होती है, इसलिये इसका प्रकीर्णन कम होता है अतः दूर से देखने पर भी रंग की तीव्रता में कोई कमी नहीं आती है। इसीलिये ये लाल रंग के होते हैं।

HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

प्रश्न 43.
स्वच्छ आकाश के नीले रंग का मुख्य कारण क्या है? [CBSE 2015]
उत्तर-
प्रकाश का प्रकीर्णन।

प्रश्न 44.
अंतरिक्ष यात्री को आकाश कैसा दिखायी देता है?
उत्तर-
काला, अत्यधिक ऊँचाई पर प्रकाश का प्रकीर्णन नहीं होता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)

प्रश्न 1.
दृष्टि पटल का कार्य लिखिए।
उत्तर-
नेत्र के उचित कार्य के लिए दृष्टि पटल (Retina) अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। ये नेत्र गोलक का भीतरी पर्दा है जिसका रूप अत्यन्त कोमल झिल्ली के समान होता है। इस पर असंख्य प्रकाश संवेदी कोशिकाएँ होती हैं। इस पर दण्ड और शंकु जैसी रचनाएँ होती हैं जो प्रकाश और रंगों के प्रति संवेदनशील होती हैं। यही प्रकाश की संवेदना को संकेतों के रूप में मस्तिष्क तक दृष्टि तंत्रिका के माध्यम से भेजती हैं जिससे दिखाई देता है।

प्रश्न 2.
मनुष्य की आँख व फोटोग्राफिक कैमरे में अन्तर लिखिए।

उत्तर-
मनुष्य की आँख व फोटोग्राफिक कैमरे में अन्तर

मनुष्य की आँखफोटोग्राफिक कैमरा
1. यह सजीव है।1. यह निर्जीव है।
2. पेशियों की सहायता से इसकी उत्तलता को कम या अधिक किया जा सकता है।2. इसकी उत्तलता को कम या अधिक नहीं किया जा सकता।
3. इसमें लेंस, एक्वस एवं विट- रस ह्यूमर मिलकर संयुक्त लेंस का कार्य करते हैं।3. इसमें एक या अनेक लेंसों का प्रयोग किया जाता है।
4. पुतली के द्वारा लेंस को नियन्त्रित किया जाता है।4. एक छिद्र के द्वारा लेंस द्वार को छोटा या बड़ा किया जाता है।

प्रश्न 3.
कौन-कौन व्यक्ति नेत्रदान कर सकते हैं?
उत्तर-

  • किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति
  • किसी भी लिंग के व्यक्ति
  • चश्मा लगाने या चश्मा न लगाने वाले
  • मोतियाबिन्दु का ऑपरेशन करा चुके व्यक्ति
  • उच्च रक्त चाप से पीड़ित
  • दमे के रोगी
  • मधुमेह रोगी।

प्रश्न 4.
हमारी आँखें किस प्रकार किसी वस्तु की लम्बाई, चौड़ाई और गहराई को प्रकट करती हैं?
उत्तर-
हमारी आँखें सिर के सामने की ओर स्थित रहती हैं। इससे हमारा दृष्टि क्षेत्र अवश्य कुछ कम हो जाता है परन्तु इससे त्रिविमीय चित्र भली-भाँति दिखाई पड़ते हैं। हमारी-आँखों के बीच कुछ सेन्टीमीटर का अन्तर होता है इसलिए दोनों आँखों से किसी भी वस्तु का थोड़ा सा भिन्न प्रतिबिम्ब दिखाई देता है। हमारा मस्तिष्क दोनों प्रतिबिम्बों का संयोजन करके एक प्रतिबिम्ब बना देता है जिससे उस वस्तु की निकटता या दूरी का ज्ञान हो पाता है। इससे लम्बाई, चौड़ाई और गहराई का ज्ञान हो सकता है।

प्रश्न 5.
सिनेमा की रील में सभी लोग स्वाभाविक रूप से हिलते-डुलते क्यों दिखाई देते हैं जबकि वास्तव में वे स्थिर ही होते हैं।
उत्तर-
मनुष्य की आँख का एक विशेष गुण है कि रेटिना पर बने बिम्ब की संवेदना एक सेकण्ड के सोलहवें भाग तक बनी रहती है। यदि इस वेग से जल्दी एक सी तस्वीरें आँख के सामने से गुजारी जाएँ तो वे चलती-फिरती और सहज रूप से गति करती प्रतीत होती हैं। सिनेमा की रील फिल्म में एक सेकण्ड में 24 या इससे अधिक तस्वीरें ली जाती हैं तथा जब ये तस्वीरें आँख के सामने से गुजरती हैं तो वे चलती-फिरती दिखाई देती हैं।

प्रश्न 6.
नेत्रदान करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर-

  1. मृत्यु के बाद 4 से 6 घंटे के भीतर ही नेत्रदान हो जाना चाहिए।
  2. नेत्रदान एक सरल प्रक्रिया है और इससे किसी प्रकार का विरूपण नहीं होता।
  3. नेत्रदान समीपवर्ती नेत्र बैंक को दिया जाना चाहिए। उनकी टीम दिवगंत व्यक्ति के घर या निकटवर्ती अस्पताल में 10-15 मिनट में नेत्र निकाल लेती है।

प्रश्न 7.
रेटिमा से मस्तिष्क तक संकेत कैसे पहुँचते हैं ?
उत्तर-
पुतली से प्रकाश किरणें नेत्र में प्रवेश कर अभिनेत्र लेंस के माध्यम से रेटिना पर किसी वस्तु का उल्टा, छोटा तथा वास्तविक प्रतिबिम्ब बनाती हैं। रेटिना पर बहुत अधिक संख्या में प्रकाश सुग्राही कोशिकाएँ होती हैं जो सक्रिय होकर विद्युत सिग्नल उत्पन्न करती हैं। ये सिग्नल दृक् तंत्रिकाओं के द्वारा मस्तिष्क तक पहुँचा दिए जाते हैं और मस्तिष्क उनकी व्याख्या कर लेता है।

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प्रश्न 8.
स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी का क्या अर्थ है ? (RBSE 2017)
उत्तर-
यदि वस्तु नेत्र के अधिक समीप हो तो वह स्पष्ट दिखाई नहीं देती है अतः वह निकटतम बिन्दु जिस पर स्थित वस्तु को नेत्र अपनी अधिकतम समंजन क्षमता लगाकर स्पष्ट देख सकता है, नेत्र का निकट बिन्दु कहलाता है। नेत्र से निकट बिन्दु तक की दूरी स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी कहलाती है। सामान्य नेत्र के लिए यह दूरी 25 cm होती है।

प्रश्न 9.
मोतियाबिन्दु किसे कहते हैं ? इसका उपचार क्या है ?
उत्तर-
आँख के लेंस के पीछे अनेक कारणों से एक झिल्ली जम जाती है जिस कारण पारदर्शी लेंस के पार की प्रकाश की किरणों के गुजरने में रुकावट उत्पन्न होती है। कभी-कभी लेंस पूर्णतः अपारदर्शी भी बन जाता है। शल्य चिकित्सा के द्वारा उस खराब लेंस को बाहर निकाल दिया जाता है। उसके स्थान पर उचित शक्ति का कॉन्टेक्ट लेंस लगाने या शल्य चिकित्सा के बाद चश्मा लगाने से ठीक दिखाई देने लगता है।

प्रश्न 10.
जब किसी व्यक्ति की आँख की पक्ष्माभी पेशियाँ कमज़ोर होने लगती हैं तथा आँख के लेंस का लचीलापन कम होने लगता है तो उस व्यक्ति की आँख के इस दोष को क्या नाम दिया जाता है? इस दोष को ठीक करने के लिए उसे किस प्रकार के लेंस का चश्मा लगाया जाता है, इस लेंस का वर्णन करें।
उत्तर-
इस दोष का नाम जरा दूरदृष्टिता है। इस दोष को ठीक करने के लिए द्विफोकसी लेंस का उपयोग किया जाता है। इस लेंस के ऊपरी भाग में अवतल लेंस हा… है जो कि दूर की वस्तुओं को ठीक से देखने के लिए उपयोग किया जाता है। इस लेंस के नीचे वाले भाग में उत्तल लेंस होता है जो नज़दीक की वस्तुओं को देखने के लिए उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 11.
क्या होता है जब कोई श्वेत प्रकाश पुंज किसी काँच के प्रिज्म से होकर अपवर्तित होता है? प्रिज्म से अपवर्तन के पश्चात् किस वर्ण का विचलन अधिकतम होता है और किसका न्यूनतम? क्या हो सकता है यदि किसी दूसरे सर्वसम प्रिज्म को पहले प्रिज्म के सापेक्ष उल्टी स्थिति में रखा जाए? अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।
अथवा
किसी छात्र को अपनी दृष्टि के संशोधन के लिए-0.5D क्षमता के चश्मों की आवश्यकता होती है।
(i) उस दृष्टि दोष का नाम लिखिए जिससे यह छात्र पीड़ित है। (RBSE 2016)
(ii) संशोधक लेंस की प्रकृति और फोकस दूरी ज्ञात कीजिए।
(iii) इस दृष्टि दोष के दो कारणों की सूची बनाइए। (CBSE 2019)
उत्तर-
जब कोई श्वेत प्रकाश पुंज किसी प्रिज्म से अपवर्तित होता है तो श्वेत प्रकाश पुंज सात रंगों में VIBGYOR में विभक्त होता है, इसे वर्ण विक्षेपण कहते हैं। बैंगनी रंग का विचलन अधिकतम; लाल रंग का विचलन न्यूनतम होता यदि प्रिज्म के सामने दूसरा प्रिज्म उल्टा रख दिया जाय तो विभक्त रंगों की पट्टी पुनः मिलकर श्वेत प्रकाश पुंज के रूप में निकलती है।

अथवा.
(i) छात्र के लेंस की क्षमता – 0.5 D है अतः वह मायोपिया-निकट दृष्टि दोष से पीड़ित है।
(ii) वह अवतल लेंस का चश्मा प्रयोग करता है जिसकी फोकस दूरी 200 सेमी है।
(iii) दोष के कारण-लेंस का मोटा होना, नेत्र गोलक का लम्बा होना।

प्रश्न 12.
(a) कोई व्यक्ति निकट दृष्टि दोष तथा दीर्घ दृष्टि दोष दोनों से पीड़ित है।।
(i) इस दोष को किस प्रकार लेंस संशोधित कर सकते हैं?
(ii) इस प्रकार के लेंस किस प्रकार बनाए जाते हैं?
(b) किसी व्यक्ति को दीर्घ दृष्टि दोष के संशोधन के लिए + 3D के लेंस तथा निकट दृष्टि दोष के लिए – 3D के लेंस की आवश्यकता होती है। इन दोषों को संशोधित करने वाले इन लेंसों की फोकस दूरियाँ परिकलित कीजिए। (CBSE 2020)
उत्तर-
(a)
(i) द्विफोकसी लेंस द्वारा निकट दृष्टि तथा दीर्घ दृष्टि दोनों प्रकार के दोषों को दूर किया जा सकता है।
(ii) द्विफोकसी लेंस में ऊपरी भाग अवतल लेंस होता है जो दूर की वस्तुओं को देखने के लिए होता है तथा नीचे के भाग में उत्तल लेंस का उपयोग किया जाता है जो नज़दीक की वस्तुओं को देखने तथा पढ़ने के लिए होता है।
(b) दीर्घ दृष्टि दोष संशोधन के लेंस की फोकस दूरी (f)
P= +3D
f1 = \(\frac{1}{P_1}=+\frac{1}{3} m=+\frac{100}{3} \mathrm{~cm}\) = +33.3cm
निकट दृष्टिदोष संशोधन के लेंस की फोकस दूरी (f):
P=-3D
f2 = \(\frac{1}{P_2}=-\frac{1}{3} m=-\frac{100}{3} \mathrm{~cm} \) = -33.3cm

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प्रश्न 13.
प्रातःकाल सूर्य रक्ताभ क्यों प्रतीत होता है? क्या कोई प्रेक्षक इस परिघटना का प्रेक्षण चन्द्रमा पर भी कर सकता है? अपने उत्तर की कारण सहित पुष्टि कीजिए। (CBSE 2016)
उत्तर-
सूर्योदय के समय सूर्य क्षितिज के समीप होता है। क्षितिज के समीप स्थित सूर्य से आने वाला प्रकाश हमारे नेत्रों तक पहुँचने से पहले पृथ्वी के वायुमंडल में वायु की मोटी परतों से होकर गुज़रता है। क्षितिज के समीप नीले तथा कम तरंगदैर्ध्य के प्रकाश का अधिकांश भाग वायुमंडल के सक्ष्म कणों द्वारा प्रकीर्ण हो जाता है। इसलिए हमारे नेत्रों तक पहुँचने वाला प्रकाश अधिक तरंगदैर्ध्य अर्थात् लाल रंग का होता है। इससे सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य रक्ताभ प्रतीत होता है। कोई प्रेक्षक इस परिघटना का प्रेक्षण चन्द्रमा पर नहीं कर सकता क्योंकि यह परिघटना सूर्य के प्रकाश के किरणों की वायुमंडल के कणों द्वारा प्रकीर्णन के कारण ही होती है और चंद्रमा पर कोई वायुमंडल नहीं होता है।

प्रश्न 14.
(i) मानव नेत्र में पक्ष्माभी पेशियों का महत्व लिखिए। उस दृष्टि दोष का नाम लिखिए जो वृद्धावस्था में पक्ष्माभी पेशियों के धीरे-धीरे दुर्बल होने के कारण उत्पन्न होता है। इस दोष से पीड़ित व्यक्तियों को सुस्पष्ट देख सकने के लिए किस प्रकार के लेंसों की आवश्यकता होती है?
(ii) अक्षय अपनी कक्षा में अंतिम पंक्ति में बैठे हुए, ब्लैकबोर्ड पर लिखे शब्दों को स्पष्ट नहीं देख पा रहा था। जैसे ही शिक्षक महोदय को पता चला उन्होंने कक्षा में घोषणा की, कि क्या पहली पंक्ति में बैठा हुआ कोई छात्र अक्षय से अपनी सीट बदलना चाहेगा? सलमान तुरन्त ही अपनी सीट अक्षय से बदलने के लिए तैयार हो गया। अब अक्षय को ब्लैकबोर्ड पर लिखा हुआ स्पष्ट दिखाई देने लगा। यह देखकर शिक्षक महोदय ने अक्षय के माता-पिता को संदेश भेजा कि वे शीघ्र ही अक्षय के नेत्रों का परीक्षण करवाएँ। उपयुक्त घटना के संदर्भ में निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(a) अक्षय किस दृष्टि दोष से पीड़ित है? इस दोष के संशोधन के लिए किस प्रकार का लेंस उपयोग किया जाता है?
(b) शिक्षक महोदय और सलमान द्वारा प्रदर्शित मूल्यों का उल्लेख कीजिए।
(c) आपके विचार से अक्षय को शिक्षक महोदय और सलमान के प्रति अपनी कृतज्ञता किस प्रकार प्रकट करनी चाहिए? [CBSE 2015]
उत्तर-
(i) पक्ष्माभी पेशियों का महत्व-पक्ष्माभी पेशियाँ लेंस की फोकस दूरी को परिवर्तित करके बिम्ब (वस्तु) का प्रतिबिम्ब रेटिना पर बनाती है।
वृद्धावस्था में पक्ष्माभी पेशियों के कारण नेत्र दोष-जरा दूर दृष्टिता दोष निवारण-द्वि फोकसी लैन्स की आवश्यकता होती है।
(ii)
(a) अक्षय निकट दृष्टि दोष से पीड़ित है तथा इसके निवारण के लिये अवतल लैंस की आवश्यकता पड़ती है।
(b) दया तथा विषय की उपयोगिता।
(c) हमारे अनुसार शिक्षक महोदय तथा सलमान ने अक्षय की समस्या को समझ कर सामाजिकता तथा अपने कर्तव्यों का एक श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया।

प्रश्न 15.
यह दर्शाने के लिए किसी क्रियाकलाप का वर्णन कीजिए कि किस प्रकार एक प्रिज्म द्वारा विपाटित श्वेत प्रकाश को अन्य सर्वसम प्रिज्म द्वारा पुनर्योजित करके पुनः श्वेत प्रकाश प्राप्त किया जा सकता है। श्वेत प्रकाश के स्पेक्ट्रम के पुनर्योजन को दर्शाने के लिए किरण आरेख भी खींचिए। (CBSE 2016, 17)
उत्तर-विधि :
(1) समान काँच पदार्थ तथा समान अपवर्तन कोण के दो प्रिज्म P1 और P2 लीजिए।
(2) दूसरे प्रिज्म P2 को प्रिज्म P1 के सापेक्ष उल्टा करके चित्र (नीचे) में दर्शाए अनुसार रखिए।
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(3) श्वेत प्रकाश का एक पतला किरण पुंज प्रिज्म P1 पर डालिए तथा प्रिज्म P2 से आने वाले निर्गत किरण पुंज का प्रेक्षण किसी पर्दे अथवा दीवार पर कीजिए। पर्दे/दीवार पर श्वेत प्रकाश की चित्ती दिखाई देती है। पहला प्रिज्म P1 श्वेत प्रकाश को इसके सात-वर्ण के अवयवों में विक्षेपित अथवा विभाजित कर देता है। जब ये वर्ण उल्टे प्रिज्म P2 पर पड़ते हैं, तो वह उन्हें श्वेत प्रकाश में संयोजित कर देता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)

प्रश्न 1.
मानव नेत्र का सचित्र वर्णन कीजिए तथा नेत्र द्वारा रेटिना पर प्रतिबिम्ब का बनना किरण आरेख द्वारा स्पष्ट कीजिए। (CBSE 2018, 19)
उत्तर-
मानव नेत्र (Human Eye) नेत्र मनुष्य के शरीर का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। इसके द्वारा मानव सभी वस्तुओं को देख सकता है। मानव. की आँख एक कैमरे की भाँति कार्य करती है। नेत्र के निम्नलिखित भाग होते हैं
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(1) दृढ़ पटल (Sclerotic)-मानव नेत्र एक खोखले गोले के समान होता है. यह बाहर से एक दढ व अपारदर्शी श्वेत परत से ढका रहता है। इस परत को दढ पटल कहते हैं. इसके द्वारा नेत्र के भीतरी भागों की सुरक्षा होती है।

(2) रक्तक पटल (Choroid)-दढ पटल के भीतरी पृष्ठ पर एक काले रंग की झिल्ली लगी रहती है इसे रक्तक पटल कहते हैं। यह आपतित प्रकाश का अवशोषण करता है, इसे कोरॉइड भी कहते हैं।

(3) कॉर्निया (Cornea)-यह आँख में प्रकाश का अपवर्तन करती है। यह एक कठोर पारदर्शी गोलीय संरचना होती है।

(4) परितारिका अथवा आइरिस (Iris)-कॉर्निया के पीछे एक रंगीन एवं अपारदर्शी झिल्ली का पर्दा होता है जिसे परितारिका कहते हैं। यह परितारिका वृत्तीय आकृति की तथा काले-भूरे रंग की होती है। .

(5) पुतली अथवा तारा (Pupil)-आइरिस के बीच में एक छोटा सा छिद्र होता है जिसे पुतली अथवा नेत्र तारा कहते हैं। यह गोल तथा काली दिखाई देती है। कॉर्निया से आया प्रकाश पुतली से होकर लेंस पर आपतित होता है। पुतली की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता यह है कि अन्धकार में यह अपने आप बड़ी व अधिक प्रकाश में अपने आप छोटी हो जाती है, इस प्रकार यह नेत्र में जाने वाले प्रकाश को नियन्त्रित करती है।

(6) नेत्र-लेंस (Eye-lens)-पुतली के ठीक पीछे पारदर्शी ऊतक का बना उत्तल लेंस होता है, जिसे नेत्र लेंस कहते हैं। इसके पिछले भाग की वक्रता त्रिज्या अगले भाग की अपेक्षा अधिक होती है। इसका माध्य अपवर्तनांक लगभग 1.44 होता है। नेत्र लेंस माँसपेशियों के बीच टिका रहता है, जिन्हें सिलियरी माँसपेशियों कहा जाता है।

(7) जलीय द्रव (Aqueous humour)-कॉर्निया व नेत्र लेंस के बीच जल के समान एक नमकीन पारदर्शी द्रव भरा रहता है, जिसे जलीय द्रव कहते हैं। इसका अपवर्तनांक 1.336 होता है।

(8) काचाभ द्रव (Vitreous humour)-लेंस के पीछे दृश्य पटल तक का स्थान एक गाढ़े पारदर्शी द्रव से भरा रहता है जिसे काचाभ द्रव कहते हैं। इसका अपवर्तनांक उच्च होता है।

(9) दृष्टि पटल (Retina)-रक्तक पटल के नीचे की ओर स्थित पारदर्शी झिल्ली को रेटिना कहते हैं, इसे दृष्टि पटल भी कहा जाता है। यह बहुत सारी प्रकाश शिराओं की एक फिल्म होती है। रेटिना पर बने प्रतिबिम्ब के रूप, रंग एवं आकार आदि का ज्ञान मस्तिष्क को इन्हीं शिराओं द्वारा होता है।

(10) पीत बिन्दु तथा अन्ध बिन्दु (Yellow spot and Dark spot)-रेटिना के मध्य में एक पीला भाग होता है। इसकी सुग्राहता सबसे अधिक होती है। इस भाग को पीत बिन्दु कहते हैं। जिस स्थान पर प्रकाश की सुग्राहिता शून्य होती है, उसे अन्ध बिन्दु कहते हैं।

नेत्र का कार्य (Working of eye)-जब हमारी पलकें खली होती हैं तब हमारे सामने रखी वस्त से चली किरणें कॉर्निया पर आपतित होती हैं। यहाँ से किरणें अपवर्तित होकर रेटिना पर आपतित होती हैं तथा रेटिना पर वस्तु का उल्टा प्रतिबिम्ब बनता है। प्रतिबिम्ब की सूचना प्रकाश सुग्राही कोशिकाओं द्वारा रेटिना की संवेदी कोशिकाओं से होकर मस्तिष्क में पहुँचती है। मस्तिष्क उसका ज्ञान अनुभव द्वारा प्राप्त कर लेता है।

प्रश्न 3.
(a) मानव नेत्र में नीचे दिए गए प्रत्येक भाग का कार्य लिखिए : पुतली, परितारिका, क्रिस्टलीय लेंस, पक्ष्माभी पेशियां।
(b) संसार के विकासशील देशों के लाखों व्यक्ति कॉर्निया-अंधता से पीड़ित हैं। इन व्यक्तियों को नेत्रदान द्वारा प्राप्त कॉर्निया के प्रत्यारोपण/प्रतिस्थापन द्वारा ठीक किया जा सकता है। आपके शहर के किसी परोपकारी समाज ने आपके पड़ोस में इसी तथ्य के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से एक अभियान का आयोजन किया है। यदि आपसे इस जीवन-लक्ष्य में भाग लेने के लिए कहा जाए, तो आप इस पुण्य कार्य में किस प्रकार सहयोग देंगे?
(i) इस प्रकार के अभियानों को आयोजित करने का उद्देश्य लिखिए।
(ii) मृत्यु के पश्चात् अपने नेत्रों को दान करने के लिए प्रेरित करते समय आप लोगों को क्या तर्क देंगे? ऐसे दो तर्कों की सूची बनाइए।
(iii) उन दो मूल्यों की सूची बनाइए, जो उन व्यक्तियों में विकसित हो जाते हैं, जो इस प्रकार के कार्यों में भाग लेकर सक्रिया योगदान देते हैं। (CBSE 2016)
उत्तर-
(a)

  1. पुतली-जब नेत्रों में प्रकाश प्रवेश करता है, तो ज्यादातर प्रकाश का अपवर्तन कॉर्निया की बाहरी सतह पर होता है।
  2. परितारिका-यह पुतली का व्यास बढ़ाने या घटाने में डायफ्राम की भाँति कार्य करता है।
  3. क्रिस्टलीय लेंस-यह रेटिना पर भिन्न-भिन्न दूरियों पर स्थित वस्तुओं को फोकस करने के लिए फोकस दूरी को समायोजित करता है।
  4. पक्ष्माभी पेशियाँ-जब यह पेशियाँ फैल जाती हैं, तो लेंस पतला हो जाता है, जिससे फोकस दूरी बढ़ जाती है। यह हमारी दूरस्थ वस्तुओं को देखने में सहायता करता है। जब हम इन्हीं वस्तुओं को समीप से देखते हैं तो यह संकुचित हो जाता है जिससे नेत्र लेंस की वक्रता बढ़ जाती है और लेंस मोटा हो जाता है परिणामस्वरूप नेत्र लेंस की फोकस दूरी कम हो जाती है। जिससे हम समीप की वस्तुओं को देख पाते हैं।

(b)
(i) इस तरह के संगठन का उद्देश्य आँखों को दान करके एक नेत्रहीन व्यक्ति के जीवन को प्रकाश देना है।
(ii)
(1) एक व्यक्ति नेत्र दान करके, दो व्यक्तियों को दृष्टि प्रदान कर सकता है।
(2) हमारी आँखें हमारे मृत होने के पश्चात् भी नेत्र दान किए गए व्यक्ति की आंखों के रूप में जीवित रह सकती हैं।
(iii) सामाजिक कल्याण, जागरूकता, कुछ ऐसे मूल्य हैं जो किसी व्यक्ति को सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करते हैं और ऐसे कार्यक्रमों में योगदान देते हैं।

प्रश्न 4.
दूर दृष्टि किसे कहते हैं ? इस दोष का निवारण किस प्रकार किया जाता है ? किरण आरेख द्वारा समझाइए।
उत्तर-
दूर दृष्टि दोष (Hypermetropia or Long Sightedness)-इस दोष में मनुष्य दूर की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देख सकता है, परन्तु पास की वस्तुएँ स्पष्ट रूप से नहीं देख सकता। इसमें नेत्र का स्पष्ट बिन्दु निकट बिन्दु 25 सेमी से अधिक दूर हो जाता है।
इस दोष में प्रतिबिम्ब रेटिना पर न बनकर रेटिना के पीछे बनता है।
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दूर दृष्टि दोष के कारण (Reasons of Hypermetropia)- इस दोष के दो कारण हैं-

  1. नेत्र लेंस से रेटिना तक की दूरी का कम हो जाना अर्थात् नेत्र के गोले की लम्बाई का कम हो जाना।
  2. लेंस का पतला हो जाना जिससे उसकी फोकस दूरी बढ़ जाती है।

दूर दृष्टि दोष का निवारण-इस दोष को दूर करने के लिए उत्तल लेंस का उपयोग किया जाता है। प्रयुक्त उत्तल लेंस की फोकस दूरी इतनी होनी चाहिए कि स्वस्थ नेत्र के निकट बिन्दु से आने वाली किरणें, उत्तल लेंस से अपवर्तन के पश्चात् नेत्र लेंस पर आँख के अपने निकट बिन्दु से आती हुई प्रतीत होती हों जिससे कि इनका नेत्र लेंस से अपवर्तन होने पर वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना पर बन जाए। इससे नेत्र को वस्तु स्पष्ट दिखाई देने लगती है।
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प्रश्न 5.
(a) निकट-दृष्टि दोष से पीड़ित कोई छात्र 5 cm से अधिक दूरी पर स्थित बिम्बों को स्पष्ट नहीं देख पाता। इस दृष्टि दोष के उत्पन्न होने के दो संभावित कारणों की सूची बनाइए। किरण आरेखों की सहायता से व्याख्या कीजिए कि
(i) वह छात्र 5 m से अधिक दूरी पर स्थित बिम्बों को स्पष्ट क्यों नहीं देख पाता?
(ii) इस दृष्टि दोष के संशोधन के लिए उसे किस प्रकार के लेंस का उपयोग करना चाहिए और इस लेंस के उपयोग द्वारा इस दोष का संशोधन किस प्रकार होता है?
(b) यदि इस प्रकरण में संशोधक लेंस की फोकस दूरी का संख्यात्मकमान 5 m है, तो नयी कार्तीय चिह्न परिपाटी के अनुसार इस लेंस की क्षमता ज्ञात कीजिए। (CBSE 2017)
उत्तर-
(a) निकट दृष्टि दोष उत्पन्न होने के कारण
(1) अभिनेत्र लेंस की वक्रता का अत्यधिक होना अथवा
(2) नेत्र गोलक का सामान्य से लंबा हो जाना।
(i) वह छात्र 5 m से अधिक दूरी पर स्थित बिम्बों को स्पष्ट इसलिए नहीं देख पाता, क्योंकि ऐसे दोष युक्त व्यक्ति का दूर बिन्दु अनंत पर न होकर नेत्र के पास आ जाता है। इस स्थिति में किसी दूर रखी वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना पर न बनकर उसके सामने बनता है।
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(ii) यह दोष किसी उपयुक्त क्षमता के अवतल लेंस से ठीक किया जा सकता है।
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(b) चूँकि संशोधित लेन्स अवतल है इसलिए यदि F = – 5 m है तो P = \(\frac{1}{f}=\frac{1}{-5 m} \)
इस लेंस की क्षमता = – 0.20 डाइऑप्टर होगी।

प्रश्न 6.
(a) विचलन कोण की व्याख्या किरण आरेख खींचकर कीजिए।
(b)किसी कांच के प्रिज्म से गुजरने पर आपतित श्वेत प्रकाश अवयवी वर्ण स्पेक्ट्रम के रूप में विभक्त क्यों हो जाते हैं, व्याख्या कीजिए?
(c) इन्द्रधनुष का बनना नामांकित किरण आरेख खींचकर दर्शाइए। (CBSE 2017, 18)
उत्तर-
(a) माना कि किसी एक रंग के प्रकाश की एक किरण PQ प्रिज्म के अपवर्तक पृष्ठ AB पर गिरती है जो QR दिशा में परिवर्तित होकर RS दिशा में बाहर वायु में निकल जाती है। आपतित किरण PQ तथा निर्गत किरण RS को पीछे बढ़ाने पर वे बिन्दु D पर मिलती है। इन दोनों किरणों के बीच बना कोण δ ‘विचलन कोण’ कहलाता है।
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(b) किसी काँच के प्रिज्म से गुजरने वाली आपतित श्वेत प्रकाश किरण अवयवी वर्गों में विभक्त हो जाती है, इसे वर्ण विक्षेपण कहते हैं। इसका कारण यह है कि किसी पदार्थिक माध्यम में विभिन्न रंगों के प्रकाश की चाल भिन्न-भिन्न होती है, यद्यपि निर्वात में सभी रंगों की चाल समान होती है।
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प्रश्न 7.
प्रिज्म द्वारा सूर्य के प्रकाश के वर्ण विक्षेपण से क्या तात्पर्य है? आवश्यक चित्र द्वारा प्रदर्शित कीजिए। [RBSE 2015], (CBSE 2017)
उत्तर-
वर्ण विक्षेपण (Dispersion)-श्वेत प्रकाश की किरण जब किसी प्रिज्म के अपवर्तक फलक पर आपतित होती है तब प्रिज्म द्वारा वह अपने अवयवी रंगों में विभाजित हो जाती है । यह घटना वर्ण विक्षेपण (Dispersion) कहलाती है ।

प्रिज्म द्वारा प्रकाश का वर्ण-विक्षेपण (Dispersion of Light by Prism)-जब प्रिज्म में से कोई श्वेत प्रकाश की किरण गुजरती है तब वह अपने मार्ग से विचलित होकर प्रिज्म के आधार की ओर झुककर विभिन्न रंगों की किरणों में विभाजित हो जाती है, इस प्रकार से उत्पन्न विभिन्न रंगों के समूह को स्पेक्ट्रम कहते हैं। इसका एक सिरा लाल तथा दूसरा सिरा बैंगनी होता है। सामान्यतया हमारी आँख को सात रंग समूहों के रूप में दिखाई पड़ते हैं। प्रिज्म के आधार की ओर से ये रंग बैंगनी (Violet), नीला (जम्बूकी नीला) (Indigo), आसमानी (Sky blue), हरा (Green), पीला (Yellow), नारंगी (Orange) तथा लाल (Red) के क्रम में होते हैं। रंगों के इस क्रम को अंग्रेजी के शब्द विबग्योर (VIBGYOR) से याद रखा जा सकता है।
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चित्रप्रिज्म द्वारा वर्ण विक्षेपण चित्र से स्पष्ट है कि लाल प्रकाश की किरण में विचलन सबसे कम तथा बैंगनी प्रकाश की किरण में विचलन सबसे अधिक होता है तथा अन्य रंगों की किरणों में विचलन, लाल व बैंगनी किरणों के बीच होता है। प्रिज्म द्वारा प्रकाश के वर्ण विक्षेपण का कारणकिसी पारदर्शी पदार्थ जैसे काँच का अपवर्तनांक प्रकाश के रंग पर निर्भर करता है। अपवर्तनांक लाल रंग के लिए सबसे कम तथा बैंगनी रंग के लिए सबसे अधिक होता है। इसी कारण से श्वेत रंग के प्रकाश का प्रिज्म में से गुजरने पर वर्ण विक्षेपण हो जाता है। आयताकार गुटके में श्वेत रंग के प्रकाश का वर्ण विक्षेपण नहीं होता है। गुटके में आपतित किरण तथा निर्गत किरण परस्पर समान्तर हो जाती हैं।

आंकिक प्रश्न | (Numerical Questions)

प्रश्न 1.
एक निकट दृष्टि दोष वाला व्यक्ति 15 सेमी दूर स्थित पुस्तक को पढ़ सकता है। पुस्तक को 25 सेमी दूर रखकर पढ़ने के लिए उसे कैसा व कितनी फोकस दूरी .. का लेंस अपने चश्मे में प्रयुक्त करना पड़ेगा?
हल : निकट दृष्टि दोष को दूर करने के लिए ऐगा अवतल लेंस जिसकी फोकस दूरी 1 है, का प्रयोग करना होगा जो 25 सेमी दूर रखी वस्तु का प्रतिबिम्ब 15 सेमी पर बना दे।
इस प्रकार v= – 15 सेमी. u = -25 सेमी, f = ?
ये मान लेंस के सत्र \(\frac{1}{f}=\frac{1}{v}-\frac{1}{u}\) में रखने पर.
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प्रश्न 2.
एक व्यक्ति 20 सेमी दूरी पर रखी पुस्तक पढ़ सकता है। यदि पुस्तक को 30 सेमी दूर रख दिया जाए, तो व्यक्ति को चश्मा प्रयुक्त करना पड़ता है। गणना कीजिए।
(i) प्रयुक्त लेंस की फोकस दूरी
(ii) प्रयुक्त लेंस का प्रकार। हलः दिया है- v= -20 सेमी, u=-30 सेमी, f = ?
उपरोक्त मान, लेंस के सूत्र \(\frac{1}{f}=\frac{1}{v}-\frac{\mathrm{T}}{u} \) में रखने पर,
\(\frac{1}{f}=-\frac{1}{20}+\frac{1}{30}=\frac{3+2}{60}=-\frac{1}{60} \)
अतः प्रयुक्त लेंस की फोकस दूरी = – 60 सेमी

(ii) फोकस दूरी ऋणात्मक होने के कारण प्रयुक्त लेंस अवतल होगा।

प्रश्न 3.
एक व्यक्ति 100 सेमी से अधिक दूरी की वस्तु को नहीं देख सकता है। गणना करके बताइए कि सही दृष्टि पाने के लिए वह व्यक्ति किस फोकस दूरी वाले चश्मे का प्रयोग करेगा?
हल : दिया है- v : 100 सेमी, u = ∞ f = ?
उपरोक्त मान, लेंस के सूत्र \(\frac{1}{f}=\frac{1}{v}-\frac{1}{u}\) में रखने पर,
\(\frac{1}{f}=\frac{1}{100}-\frac{1}{\infty}=-\frac{1}{100}\)
अतः लेंस की फोकस दूरी (f) = 100 सेमी (अवतल लेंस)।

प्रश्न 4.
एक दूर दृष्टि से पीड़ित व्यक्ति की आँख के लिए निकट बिन्दु की दूरी 0.50 मीटर है। इस व्यक्ति के दृष्टि दोष के निवारण हेतु चश्मे में प्रयुक्त लेंस की प्रकृति, फोकस दूरी व क्षमता ज्ञात कीजिए।
हल : दिया है-
v=-0.50 मीटर, u = 0.25 मीटर, f = ?
उपरोक्त मान, लेंस के सूत्र \(\frac{1}{f}=\frac{1}{v}-\frac{1}{u}\) में रखने पर,
\(\frac{1}{f}=\frac{1}{-0.50}+\frac{1}{0.25}=-\frac{-1+2}{0.50}\)
\(\frac{1}{f}=\frac{1}{0.50}\)
अतः लैंस की फोकस दूरी (1) = 0.50 मीटर, (उत्तल लेंस)।
लेंस की क्षमता P = \(\frac{1}{f}=\frac{1}{0.50}\) = 2 डाइऑप्टर

प्रश्न 5.
किसी व्यक्ति के नेत्र का निकट बिन्दु 50 cm है। नेत्र से 25 cm दूरी पर स्थित वस्तुओं को स्पष्ट देख सकने के लिए उस व्यक्ति को जिस संशोधक लेंस की आवश्यकता होगी, उसकी प्रकृति और क्षमता ज्ञात कीजिए। (CBSE 2020)
उत्तर-
दिया है-
व्यक्ति के नेत्र का निकट बिन्दु v= 50 cm
v=-50 cm; u=- 25 cm f= ?
लेंस सूत्र का प्रयोग करने पर,
\(\frac{1}{v}-\frac{1}{u}=\frac{1}{f} \Rightarrow \frac{1}{-50}-\frac{1}{-25}=\frac{1}{f} \)
⇒ \(\frac{-1}{50}+\frac{1}{25}=\frac{1}{f}\)
⇒ \(\frac{1}{f}=\frac{-1+2}{50}=\frac{1}{50}\)
⇒ f = +50 cm
लेंस की शक्ति, P= \(\frac{1}{f( मीटर में)\)
⇒ P = \(\frac{1 \times 100}{50} \) = +2D
इसलिए व्यक्ति को स्पष्ट देखने के लिए + 2 डाइऑप्टर क्षमता वाले उत्तल लेंस की आवश्यकता होगी।

बहुविकल्पीय प्रश्न (Objective Type Questions)

1. नेत्र गोलक का व्यास कितना होता है?
(a) लगभग 2.0 cm
(b) लगभग 2.3 cm
(c) लगभग 4.0 cm
(d) लगभग 4.3 cm.
उत्तर-
(b) लगभग 2.3 cm.

2. एक नेत्र का क्षैतिज दृष्टि क्षेत्र लगभग कितना होता है?
(a) 120°
(b) 200°
(c) 150°
(d) 180°
उत्तर-
(a) 150°.

3. नेत्रदान मृत्यु के कितने घंटे के भीतर हो जाना चाहिए?
(a) 2-3 घंटों में
(b) 4-6 घंटों में
(c) 6-10 घंटों में
(d) 1 घंटे में। .
उत्तर-
(b)4-6 घंटों में।।

4. प्रिज्म के अवयवी वर्गों के स्पेक्ट्रम हेतु परिवर्णी शब्द
(a) ROYVIBG
(b) VIBGYOR
(c) GYORVIB
(d) BIVGYOR.
उत्तर-
(b) VIBGYOR.

5. कौन-सा प्रकाश सबसे कम कोण पर झुकता है ?
(a) बैंगनी प्रकाश
(b) हरा प्रकाश
(c) पीला प्रकाश
(d) लाल प्रकाश।
उत्तर-
(d) लाल प्रकाश।

HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

6. परितारिका किसके पीछे स्थित है ?
(a) पुतली
(b) रेटिना
(c) कॉर्निया
(d) नेत्र गोलक।
उत्तर-
(c) कॉर्निया।

7. दोपहर के समय सूर्य सफेद दिखाई देता है क्योंकि –
(a) प्रकाश सबसे कम प्रकीर्णित होता है,
(b) प्रकाश के सभी वर्ण प्रकीर्णित हो जाते हैं,
(c) नीला रंग सबसे अधिक प्रकीर्णित होता है,
(d) लाल रंग सबसे अधिक प्रकीर्णित होता है।
उत्तर-
(a) प्रकाश सबसे कम प्रकीर्णित होता है।

8. जब नेत्र में प्रकाश किरणें प्रवेश करती हैं तब अधिक प्रकाश किससे अपवर्तित होता है ?
(a) क्रिस्टलीय लेंस
(b) कॉर्निया के बाहरी तल
(c) पुतली
(d) आइरिस।
उत्तर-
(b) कॉर्निया के बाहरी तल।

9. आँख किस रंग के लिए अधिक सुग्राही होती है ?
(a) लाल
(b) गुलाबी
(c) हरा
(d) पीला।
उत्तर-
(c) हरा।

10. स्वस्थ आँख के लिए दूर बिन्दु स्थित होता है-
(a) 25 cm
(b) 50 cm
(c) 1 m
(d) अनन्त।
उत्तर-
(d) अनन्त।

11. स्वस्थ आँख के लिए निकटतम बिन्दु स्थित होता
(a) 25 cm पर
(b) 50 cm पर
(c) 1 m पर
(d) अनन्त पर।
उत्तर-
(b) 25 cm पर।

12. सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सूर्य दिखाई देता है
(a) पीला
(b) लाल
(c) नीला
(d) काला।
उत्तर-
(b) लाल।

13. मानव नेत्र में उपस्थित लेंस है –
(a) उत्तल
(b) अवतल
(c) कोई लैंस नहीं
(d) समतल अवतल।
उत्तर-
(a) उत्तल।

14. प्रकाश के विक्षेपण से प्राप्त सात रंगों के समूह को कहते हैं –
(a) प्रतिबिम्ब
(b) स्पेक्ट्रम
(c) छाया
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(b) स्पेक्ट्रम।

15. निकट दृष्टिदोष के निवारण के लिए प्रयुक्त लेंस
(a) गोलीय बेलनाकार लेंस
(b) उत्तल लेंस
(c) समोत्तल लेंस
(d) अवतल लेंस।
उत्तर-
(d) अवतल लेंस।

16. दूर दृष्टिदोष के निवारण के लिए उपयोग किया जाने वाला लेंस है –
(a) गोलीय बेलनाकार लेंस
(b) उत्तल लेंस
(c) द्विफोकसीय लेंस
(d) अवतल लेंस।
उत्तर-
(b) उत्तल लेंस।

17. निकट दृष्टि दोष का कारण है
(a) नेत्र गोलक का बढ़ना
(b) नेत्र गोलक का छोटा होना
(c) अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी में अनियमित परिवर्तन
(d) आयु में वृद्धि होना।
उत्तर-
(a) नेत्र गोलक का बढ़ना।

18. एक व्यक्ति 1 मीटर से कम दूरी पर रखी वस्तुओं को साफ नहीं देख पाता। वह किस नेत्र दोष से पीड़ित
(a) दूर-दृष्टि दोष
(b) निकट-दृष्टि दोष
(c) जरा-दृष्टि दोष
(d) मोतियाबिंदु।
उत्तर-
(a) दूर-दृष्टिदोष।

19. तारों के टिमटिमाने का कारण है-
(a) वायुमंडलीय अपवर्तन
(b) वायुमंडलीय परावर्तन
(c) वायुमंडलीय प्रकीर्णन
(d) वायुमंडलीय विक्षेपण।
उत्तर-
(a) वायुमंडलीय अपवर्तन।

20. आकाश के नीले रंग का कारण है-
(a) प्रकाश का प्रकीर्णन
(b) प्रकाश का विक्षेपण
(c) प्रकाश का अपवर्तन
(d) प्रकाश का परावर्तन।
उत्तर-
(a) प्रकाश का प्रकीर्णन।

रिक्त स्थानों की पूर्तिकीजिए (Fill in the blanks)

1. किसी वस्तु को स्पष्ट रूप से आसानी से देखने के लिए इसे कम से कम …………………………………… दूर रखना चाहिए।
उत्तर-
2.5 cm,

2. …………………………………… रंग के धुए या कुहरे में सबसे कम प्रकाश का प्रकीर्णन होता है।
उत्तर-
लाल,

3. प्रकाश के अवयवी वर्गों के बैंड को …………………………………… कहते हैं।
उत्तर-
स्पेक्ट्रम,

HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 11 मानव नेत्र एवं रंगबिरंगा संसार

4. वास्तविक व आभासी सूर्यास्त के बीच …………………………………… का समयान्तराल होता है।
उत्तर-
2 मिनट,

5. यदि वायुमण्डल न होता तो आकाश का रंग …………………………………… दिखाई देता।
उत्तर-
काला,

6. जंगल के कुहासे में जल की सूक्ष्म बूंदें प्रकाश का प्रकीर्णन …………………………………… के कारण करती है।
उत्तर-
टिण्डल प्रभाव।

समेलन सम्बन्धी प्रश्न (Matrix Type Questions)

निम्नलिखित को सुमेलित कीजिये

‘कॉलम (X)कॉलम (Y)
(i) नेत्रिका लेंस की फोकस दूरी का परिवर्तन(A) विद्युत सिग्नल
(ii) श्वेत प्रकाश किरण का सात रंगों में विभाजित होना(B) प्रिज्म
(iii) नेत्र में जाने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करना(C) संमजन क्षमता
(iv) तारों का टिम-टिमाना(D) प्रर्कीणन
(v) विचलन कोण(E) वायुमण्डलीय अपवर्तन
(vi) रेटिना पर बने प्रतिबिम्ब की सूचना का परिवर्तन(F) परितारिका

उत्तर-

‘कॉलम (X)कॉलम (Y)
(i) नेत्रिका लेंस की फोकस दूरी का परिवर्तन(C) संमजन क्षमता
(ii) श्वेत प्रकाश किरण का सात रंगों में विभाजित होना(D) प्रर्कीणन
(iii) नेत्र में जाने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करना(F) परितारिका
(iv) तारों का टिम-टिमाना(E) वायुमण्डलीय अपवर्तन
(v) विचलन कोण(B) प्रिज्म
(vi) रेटिना पर बने प्रतिबिम्ब की सूचना का परिवर्तन(A) विद्युत सिग्नल

निम्नलिखित को सुमेलित कीजिये –

कॉलम (X)कॉलम (Y)
(i) पास की वस्तुयें न दिखना(A) निकट दृष्टि दोष
(ii) दूर की वस्तुओं का न दिखना(B) प्रर्कीणन
(iii) नेत्रिका लैन्स के आगे दूधिया पर्त बनना(C) वर्णान्धता
(iv) रंगों में भेद न कर पाना(D) दूर दृष्टि दोष
(v) द्वि-फोकस लेंस का प्रयोग(E) जरा-दूरदृष्टिता
(vi) इन्द्रधनुष(F) मोतियाबिन्दु

उत्तर-

कॉलम (X)कॉलम (Y)
(i) पास की वस्तुयें न दिखना(D) दूर दृष्टि दोष
(ii) दूर की वस्तुओं का न दिखना(A) निकट दृष्टि दोष
(iii) नेत्रिका लैन्स के आगे दूधिया पर्त बनना(F) मोतियाबिन्दु
(iv) रंगों में भेद न कर पाना(C) वर्णान्धता
(v) द्वि-फोकस लेंस का प्रयोग(E) जरा-दूरदृष्टिता
(vi) इन्द्रधनुष(B) प्रर्कीणन

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HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

Haryana State Board HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना Important Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
कौन-सा कथन असत्य है?
(A) भारत में जन्म दर मृत्यु दर घट रही है
(B) भारत में जनसंख्या वृद्धि दर घट रही है।
(C) भारत की कुल जनसंख्या बढ़ रही है
(D) भारत में स्त्रियों की संख्या पुरुषों से अधिक है।
उत्तर:
भारत में स्त्रियों की संख्या पुरुषों से अधिक है।

प्रश्न 2.
दीर्घकालिक प्रवसन-
(A) मौसमी होता है
(B) अस्थायी होता है
(C) स्थायी होता है
(D) उपर्युक्त कोई नहीं।
उत्तर:
स्थायी होता है।

प्रश्न 3.
कौन-सा कथन असत्य है?
(A) अकाल द्वारा जनसंख्या कम होती है
(B) परिवार नियोजन जनसंख्या नियंत्रित करता है
(C) परिवार नियोजन को भारत में आशातीत सफलता नहीं मिली है
(D) महामारी नियंत्रण द्वारा जनसंख्या कम होती है।
उत्तर:
महामारी नियंत्रण द्वारा जनसंख्या कम होती है।

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प्रश्न 4.
परिवार नियोजन का कौन-सा नारा नवीनतम है?
(A) दो या तीन बच्चे, होते हैं घर में अच्छे
(B) दो ही काफी, और से माफी
(C) लड़की लड़का एक समान
(D) लड़का लड़की, एक समान।
उत्तर:
लड़का लड़की, एक समान।

प्रश्न 5.
जनसंख्या वृद्धि का देश पर क्या प्रभाव पड़ता है?
(A) कम आर्थिक विकास
(B) बहुत-सी समस्याएं
(C) खाद्य समस्या
(D) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
उपरोक्त सभी।

प्रश्न 6.
प्रति हज़ार पर प्रसूति में मरने वाली स्त्रियों की संख्या को क्या कहते हैं?
(A) प्रसूति मृत्यु-दर
(B) प्रसूति दर
(C) कुल प्रजनन दर
(D) प्रजनन दर।
उत्तर:
प्रसूति मृत्यु-दर।

प्रश्न 7.
हरियाणा का जनसंख्या घनत्व कितना है?
(A) 477 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
(B) 460 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
(C) 490 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
(D) 500 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर।
उत्तर:
477 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर।

प्रश्न 8.
भारत में जन्म दर क्या है?
(A) 23%
(B) 24.5%
(C) 27%
(D) 19.8%
उत्तर:
19.8%.

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प्रश्न 9.
जनांकिकीय परिप्रेक्ष्य किसके सिद्धांत पर आधारित है?
(A) माल्थस
(B) विलियम
(C) गुलियार्ड
(D) जॉन ग्रांट।
उत्तर:
माल्थस।

प्रश्न 10.
किसी क्षेत्र में 1000 पुरुषों की तुलना में स्त्रियों की संख्या को क्या कहते हैं?
(A) लिंग अनुपात
(B) संख्या अनुपात
(C) स्त्री पुरुष अनुपात
(D) कोई नहीं।
उत्तर:
लिंग अनुपात।

प्रश्न 11.
गाँव और शहर को परिभाषित करने का कौन-सा आधार सर्वाधिक सही है?
(A) जनसंख्या कम/अधिक
(B) जनसंख्या का घनत्व
(C) जनसंख्या की मानसिक विशेषताएं
(D) उपर्युक्त कोई नहीं।
उत्तर:
जनसंख्या कम/अधिक।

प्रश्न 12.
निम्न में से किस समुदाय को आप शहरी कहेंगे?
(A) कुल जनसंख्या 500 हो
(B) 75% लोग गैर-कृषि कार्य करते हों
(C) जनसंख्या घनत्व 40 व्यक्ति प्रति वर्ष कि० हो
(D) उपर्युक्त कोई नहीं।
उत्तर:
75% लोग गैर-कृषि कार्य करते हों।

प्रश्न 13.
नगर का कौन-सा मापदंड सही है?
(A) बड़ा आकार
(B) अधिक जनसंख्या घनत्व
(C) जटिल प्रशासनिक व्यवस्था
(D) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 14.
निम्न में से किस शहर में उपनिवेशक भारतीय नगरों तथा पारंपरिक भारतीय नगरों का सम्मिश्रण देखा जा सकता है?
(A) पुरानी और नई दिल्ली में
(B) आगरा में
(C) फतेहपुर सीकरी में
(D) बंबई में।
उत्तर:
पुरानी और नई दिल्ली में।

प्रश्न 15.
कौन-सी विशेषता शहरी समुदाय से मेल नहीं खाती?
(A) कम जनसंख्या घनत्व
(B) खुला संगठन
(C) जटिल जीवन
(D) दवितीयक सामाजिक संबंध।
उत्तर:
कम जनसंख्या घनत्व।

प्रश्न 16.
कौन-सा कथन असत्य है?
(A) ग्रामीण समाज आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं
(B) ग्रामीण व्यवस्था कृषि व्यवसाय पर आधारित है
(C) ग्रामीण समाज में प्राथमिक संबंध कमज़ोर होते हैं
(D) ग्रामीण समाज सरल होते हैं।
उत्तर:
ग्रामीण समाज में प्राथमिक संबंध कमज़ोर होते हैं।

प्रश्न 17.
ग्रामीण समुदाय का किससे घनिष्ठ संबंध होता है?
(A) प्रकृति
(B) पड़ोस
(C) शहर
(D) महानगर।
उत्तर:
प्रकृति।

प्रश्न 18.
हमारे देश की कितने प्रतिशत जनसंख्या गांवों तथा शहरों में रहती है?
(A) 70% तथा 30%
(B) 32% तथा 68%
(C) 68% तथा 32%
(D) 25% तथा 75%
उत्तर:
68% तथा 32%.

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प्रश्न 19.
एक जाति का जाल जो कई गांवों तक फैला हुआ होता है तो उसे क्या कहते हैं?
(A) चौखला
(B) आंगन
(C) त्रिजला
(D) कोई नहीं।
उत्तर:
चौखला।

प्रश्न 20.
ग्रामीण नगरीय समुदाय की धारणा किसने दी थी?
(A) देसाई
(B) मजूमदार
(C) सोरोकिन तथा ज़िमरमैन
(D) मैकाइवर तथा पेज।
उत्तर:
सोरोकिन तथा ज़िमरमैन।

प्रश्न 21.
ग्रामीण क्षेत्रों में किस व्यवसाय की अधिकता पायी जाती है?
(A) उद्योग
(B) विभिन्न पेशे
(C) प्रौद्योगिकी
(D) कृषि।
उत्तर:
कृषि।

प्रश्न 22.
जजमानी व्यवस्था में सेवा प्रदान करने वाले को क्या कहा जाता है?
(A) जजमान
(B) प्रजा
(C) सेवक
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
सेवक।

प्रश्न 23.
शहरी इलाकों में लोगों में किस प्रकार के सांस्कृतिक संबंध पाये जाते हैं?
(A) एकरूपता
(B) बहुलता
(C) विविधता
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
विविधता।

प्रश्न 24.
जजमानी व्यवस्था में जो सेवा ग्रहण करते हैं उन्हें क्या कहा जाता है?
(A) राजा
(B) जजमान
(C) प्रजा
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
जजमान।

प्रश्न 25.
1991 में भारत की जनसंख्या कितनी थी?
(A) 80 करोड़
(B) 70 करोड़
(C) 83.39 करोड।
उत्तर:
83.39 करोड़।

प्रश्न 26.
विश्व में भारत का जनसंख्या के आधार पर कौन-सा स्थान है?
(A) दूसरा
(B) पहला
(C) तीसरा।
उत्तर:
दूसरा।

प्रश्न 27.
निम्न में से किससे जनांकिकी का संबंध नहीं है?
(A) जनसंख्या का आकार
(B) जनसंख्या का स्थानीय वितरण
(C) देश के क्षेत्रफल में परिवर्तन।
उत्तर:
देश के क्षेत्रफल में परिवर्तन।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

प्रश्न 28.
हरियाणा में पुरुष-स्त्री अनुपात क्या है?
(A) 600
(B) 815
(C) 861
उत्तर:
861

प्रश्न 29.
2001 की जनगणना के अनुसार भारत की साक्षरता कितने प्रतिशत है?
(A) 60%
(B) 65.38%
(C) 50%.
उत्तर:
65.38%.

प्रश्न 30.
भारत में अति जनसंख्या वृद्धि के कारण कौन-कौन सी प्रमुख समस्याएँ बढ़ रही हैं?
(A) निर्धनता
(B) अच्छा स्वास्थ्य
(C) अच्छे मकान।
उत्तर:
निर्धनता।

प्रश्न 31.
भारत के किसी एक नगर का नाम बताइये जिसकी जनसंख्या 10 लाख से अधिक है?
(A) रोहतक
(B) जयपुर
(C) मुंबई।
उत्तर:
मुंबई।

प्रश्न 32.
सन् 2001 की जनगणना के अनुसार भारत का जनसंख्या घनत्व क्या है?
(A) 300
(B) 315
(C) 324
उत्तर:
324

प्रश्न 33.
2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या लगभग कितने करोड़ हैं?
(A) 111
(B) 121
(C) 131
(D) 141
उत्तर:
121

प्रश्न 34.
2001 की जनगणना के अनुसार हरियाणा की जनसंख्या भारत की कुल जनसंख्या का लगभग कितना प्रतिशत है?
(A) 2
(B) 12
(C) 22
(D) 32
उत्तर:
2

प्रश्न 35.
2001 की जनगणना रिपोर्ट के अनुसार भारत के किस राज्य में लिंग अनुपात न्यूनतम है?
(A) हिमाचल प्रदेश
(B) दिल्ली
(C) हरियाणा
(D) केरल।
उत्तर:
हरियाणा।

प्रश्न 36.
भारत की दो तिहाई जनसंख्या निम्नोक्त में से किन क्षेत्रों में निवास करती है?
(A) जनजातीय
(B) नगरीय
(C) पर्वतीय
(D) ग्रामीण।
उत्तर:
ग्रामीण।

प्रश्न 37.
भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में निम्नलिखित में से आय का मुख्य स्रोत क्या है?
(A) कृषि
(B) उद्योग
(C) व्यापार
(D) दूध।
उत्तर:
कृषि।

प्रश्न 38.
किसी क्षेत्र को शहरी क्षेत्र घोषित करने के लिए वहाँ की न्यूनतम आबादी कितनी होनी चाहिए?
(A) 500
(B) 5,000
(C) 50,000
(D) 5,00,000
उत्तर:
5,000

प्रश्न 39.
पिछले 10 वर्षों (2001 से 2011) के दौरान भारत की जनसंख्या में कितने करोड़ की वृद्धि हुई?
(A) 8
(B) 18
(C) 28
(D) 38
उत्तर:
18

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

प्रश्न 40.
जनसंख्या के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन-सा है?
(A) हरियाणा
(B) हिमाचल प्रदेश
(C) पंजाब
(D) उत्तर प्रदेश।
उत्तर:
उत्तर प्रदेश।

प्रश्न 41.
जनसंख्या के आधार पर भारत का विश्व में कौन-सा स्थान है?
(A) प्रथम
(B) द्वितीय
(C) तृतीय
(D) चतुर्थ।
उत्तर:
द्वितीय।

प्रश्न 42.
भारत के नगरीय क्षेत्रों में लोगों की आय का प्रमुख स्रोत है?
(A) उद्योग एवं व्यापार
(B) कृषि
(C) सब्जियाँ
(D) दूध।
उत्तर:
उदयोग एवं व्यापार।

प्रश्न 43.
सन् 2001 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या लगभग कितने करोड़ थी?
(A) 84
(B) 103
(C) 121
(D) 139
उत्तर:
103

प्रश्न 44.
भारत के किस राज्य में लिंग अनुपात सबसे कम है?
(A) हरियाणा
(B) केरल
(C) हिमाचल प्रदेश
(D) उत्तराखंड।
उत्तर:
हरियाणा।

प्रश्न 45.
निम्नलिखित में से किन दो देशों की जनसंख्या विश्व के अन्य किन्हीं भी दो देशों से अधिक है?
(A) भारत एवं चीन
(B) पाकिस्तान एवं श्रीलंका
(C) रूस एवं अमेरिका
(D) इंग्लैंड एवं कनाडा।
उत्तर:
भारत एवं चीन।

प्रश्न 46.
भारत के निम्नोक्त में से किन क्षेत्रों में सबसे अधिक जनसंख्या निवास करती है?
(A) नगरीय
(B) जनजातीय
(C) ग्रामीण
(D) पर्वतीय।
उत्तर:
ग्रामीण।

प्रश्न 47.
भारत की जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का लगभग कितना प्रतिशत है?
(A) 7%
(B) 17%
(C) 27%
(D) 37%
उत्तर:
17%.

प्रश्न 48.
भारत में किस राज्य की जनसंख्या सबसे अधिक है?
(A) उत्तर प्रदेश
(B) हिमाचल प्रदेश
(C) हरियाणा
(D) पंजाब।
उत्तर:
उत्तर प्रदेश।

प्रश्न 49.
साक्षरता दर के आधार पर भारत में प्रथम स्थान किस राज्य का है?
(A) बिहार
(B) झारखंड
(C) केरल
(D) उत्तराखंड।
उत्तर:
केरल।

प्रश्न 50.
जनसंख्या के आधार पर भारत का सबसे बड़ा शहर कौन-सा है?
(A) जम्मू
(B) श्रीनगर
(C) शिमला
(D) मुंबई।
उत्तर:
मुंबई।

प्रश्न 51.
जाति के आधार पर भारत में जनगणना कब हुई थी?
(A) 1981 में
(B) 1991 में
(C) 2001 में
(D) 2011 में।
उत्तर:
2011 में।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

प्रश्न 52.
निम्नलिखित में से किसकी जनसंख्या सबसे कम है?
(A) दिल्ली
(B) चंडीगढ़
(C) कोलकत्ता
(D) मुंबई।
उत्तर:
चंडीगढ़।

प्रश्न 53.
निम्नोक्त में से कौन-सा शहर महानगर नहीं है?
(A) चंडीगढ़
(B) दिल्ली
(C) चेन्नई
(D) कोलकाता।
उत्तर:
चंडीगढ़।

प्रश्न 54.
भारत में जाति के आधार पर नवीनतम जनगणना किस वर्ष हई?
(A) 1901
(B) 1951
(C) 2001
(D) 2011.
उत्तर:
2011

प्रश्न 55.
जनसंख्या के आधार पर भारत का सबसे छोटा राज्य कौन-सा है?
(A) सिक्किम
(B) बिहार
(C) महाराष्ट्र
(D) मध्य प्रदेश।
उत्तर:
सिक्किम।

प्रश्न 56.
भारत में लिंग अनुपात (1000 पुरुषों के पीछे महिलाओं की संख्या) क्या है?
(A) 940
(B) 1240
(C) 1540
(D) 1840
उत्तर:
940.

प्रश्न 57.
जनसंख्या के आधार पर भारत का विश्व में कौन सा स्थान है?
(A) पहला
(B) दूसरा
(C) छठा
(D) चौथा।
उत्तर:
दूसरा।

प्रश्न 58.
निम्न में से कौन सी विशेषता ग्रामीण समुदाय की नहीं है?
(A) प्राथमिक सम्बन्ध
(B) सामुदायिक भावना
(C) व्यक्तिवादिता
(D) कृषि मुख्य व्यवसाय।
उत्तर:
व्यक्तिवादिता।

प्रश्न 59.
भारत में प्रथम राष्ट्रीय जनसंख्या नीति कब शुरू हुई?
(A) सन् 1976
(B) सन् 2000
(C) सन् 1952
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
सन् 1976

प्रश्न 60.
इनमें से कौन सी नगरीय समुदाय की विशेषता नहीं है?
(A) व्यक्तिवादिता
(B) प्राथमिक सम्बन्ध
(C) प्रतिस्पर्धा
(D) अधिक जनसंख्या।
उत्तर:
प्राथमिक संबंध।

प्रश्न 61.
जनसंख्या वृद्धि का सिद्धांत देन है :
(A) डी० एन० मजूमदार का
(B) पी० एन० प्रभु का
(C) थामस रॉबर्ट माल्थस का
(D) दूबे का।
उत्तर:
थामस रॉबर्ट माल्थस का।

प्रश्न 62.
इनमें से भारत में नियमित जनगणना का वर्ष है :
(A) 1871
(B) 1881
(C) 1981
(D) 1991
उत्तर:
1871

प्रश्न 63.
इनमें से सर्वाधिक साक्षरता वाला राज्य है :
(A) उत्तर प्रदेश
(B) हरियाणा
(C) केरल
(D) बिहार।
उत्तर:
केरल।

प्रश्न 64.
राबर्ट माल्थस का जन्म किस वर्ष में हुआ?
(A) 1765 में
(B) 1833 में
(C) 1766 में
(D) 1834 में।
उत्तर:
1766 में।

प्रश्न 65.
2026 में कितने प्रतिशत 0-14 वय वर्ग में होंगे?
(A) 08%
(B) 38%
(C) 29%
(D) 63%.
उत्तर:
29%.

प्रश्न 66.
इनमें से कौन-सा देश जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा स्थान रखता है?
(A) चीन
(B) भारत
(C) बांग्लादेश
(D) अमेरिका।
उत्तर:
भारत।

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प्रश्न 67.
इनमें से किस देश ने 1790 की आधुनिक जनगणना सबसे पहले करवाई?
(A) भारत
(B) चीन
(C) अमेरिका
(D) ब्रिटेन।
उत्तर:
अमेरिका।

प्रश्न 68.
जन्म दर और मृत्यु दर के बीच का अंतर कहलाता है :
(A) प्राकृतिक वृद्धि दर
(B) जनसंख्या संवृद्धि दर
(C) (A) + (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
जनसंख्या संवृद्धि दर।

प्रश्न 69.
निम्न में से किस राजनीतिक अर्थशास्त्री का नाम “जनसांख्यिकीय के जनसंख्या वृद्धि” के सिद्धांत से जुड़ा है?
(A) थॉमस रॉबर्ट माल्थस
(B) मार्क्स
(C) वेबर
(D) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
थॉमस रॉबर्ट माल्थस।

प्रश्न 70.
जनगणना के माध्यम से सबसे महत्त्वपूर्ण सरकारी प्रयास किस विषय पर सूचना एकत्रित करता था?
(A) जनजाति
(B) अन्य पिछड़े वर्ग
(C) जाति
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
इनमें से कोई नहीं।

अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
जनांकिकी में कौन महत्त्वपूर्ण होता है?
उत्तर:
जनसंख्या।

प्रश्न 2.
जनांकिकी का क्या अर्थ है?
अथवा
जनांकिकी का अर्थ बताएं।
अथवा
जनसांख्यिकी से आप क्या समझते हैं?
अथवा
जनांकिकी क्या है?
उत्तर:
मनुष्यों की जनसंख्या के वैज्ञानिक अध्ययन को जनांकिकी कहते हैं।

प्रश्न 3.
जनसंख्या घनत्व का क्या अर्थ है?
उत्तर:
किसी क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों की संख्या तथा उस क्षेत्र के क्षेत्रफल के आपसी अनुपात को जनसंख्या घनत्व कहते हैं।

प्रश्न 4.
जनसंख्या विस्फोट किसे कहते हैं?
उत्तर:
जनसंख्या के तेजी से बढ़ने को जनसंख्या विस्फोट कहते हैं।

प्रश्न 5.
कार्यशील जनसंख्या का क्या अर्थ है?
उत्तर:
वह जनसंख्या जो उत्पादन कार्यों में लगी हुई है उसे कार्यशील जनसंख्या कहते हैं।

प्रश्न 6.
माल्थस के अनुसार अधिक जनसंख्या किससे संबंधित है?
उत्तर:
माल्थस के अनुसार अधिक जनसंख्या आर्थिक तथा सामाजिक कारणों से संबंधित है।

प्रश्न 7.
जनसंख्या नीति का क्या अर्थ है?
उत्तर:
सरकार द्वारा जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए बनाई गई नीति को जनसंख्या नीति कहते हैं।

प्रश्न 8.
जनसंख्या नीति ……………… में लागू हुई थी।
उत्तर:
जनसंख्या नीति 1976 में लागू हुई थी।

प्रश्न 9.
कुल प्रजनन दर क्या है?
उत्तर:
स्त्रियों की कुल संख्या में प्रजनन क्षमता रखने वाली स्त्रियों की संख्या को कुल प्रजनन दर कहते हैं।

प्रश्न 10.
प्रसूति मृत्यु दर का क्या अर्थ है?
अथवा
मातृ मृत्यु दर क्या है?
उत्तर:
प्रति हज़ार पर प्रसूति में मरने वाली स्त्रियों की संख्या को प्रसूति मृत्यु दर कहते हैं।

प्रश्न 11.
अनुकूलतम जनसंख्या किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब किसी देश की जनसंख्या दवारा उस देश के आर्थिक संसाधनों का अधिक प्रयोग हो तो उसे अनुकूलतम जनसंख्या कहते हैं।

प्रश्न 12.
बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के लिए, जीवन स्तर ऊँचा उठाने के लिए तथा सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण आवश्यक है।

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प्रश्न 13.
जन्म दर किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक वर्ष में 1000 स्त्री पुरुषों द्वारा उत्पन्न की गई संतानों की संख्या को जन्म दर कहते हैं।

प्रश्न 14.
भारत में जन्म दर तथा मृत्यु दर कितनी है?
उत्तर:
जन्म दर 19.8% तथा मृत्यु दर 7.9% है।

प्रश्न 15.
………………… को जनांकिकी का पिता कहा जाता है।
उत्तर:
गुलियार्ड को जनांकिकी का पिता कहा जाता है।

प्रश्न 16.
भारत के किस शहर की जनसंख्या सबसे अधिक है?
उत्तर:
भारत के मुंबई शहर की जनसंख्या सबसे अधिक है।

प्रश्न 17.
हरियाणा का जनसंख्या घनत्व कितना है?
उत्तर:
477 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर।

प्रश्न 18.
भारत में कौन-सा व्यक्ति साक्षर होता है?
उत्तर:
भारत में जो व्यक्ति किसी भी भाषा में पढ़ या लिख सकता है उसे साक्षर कहते हैं।

प्रश्न 19.
स्त्री-पुरुष अनुपात क्या है?
अथवा
लिंग अनुपात क्या है?
उत्तर:
किसी क्षेत्र में 1000 पुरुषों की तुलना में स्त्रियों की संख्या को स्त्री-पुरुष अनुपात कहते हैं।

प्रश्न 20.
आगबर्न तथा निमकॉफ के अनुसार गांवों का विकास कितने भागों में हुआ है?
उत्तर:
आगबर्न तथा निमकॉफ के अनुसार गांवों का विकास तीन चरणों में हुआ है।

प्रश्न 21.
आधुनिक गाँव का क्या अर्थ है?
उत्तर:
जिस गाँव में लोगों की विचारधारा विज्ञान से प्रभावित हो गई हो, उसे आधुनिक गाँव कहते हैं।

प्रश्न 22.
संयुक्त परिवार का अर्थ बताएं।
उत्तर:
वह परिवार जिसमें दो या दो से अधिक पीढ़ियां रहती हों तथा खाना इकट्ठे खाती हों, उसे संयुक्त परिवार कहते हैं।

प्रश्न 23.
वस्तु विनिमय विधि का क्या अर्थ है?
उत्तर:
वस्तु से वस्तु के लेन-देन को वस्तु विनिमय विधि कहते हैं।

प्रश्न 24.
ज़मींदारी प्रथा कब शुरू हुई थी?
उत्तर:
ज़मींदारी प्रथा ब्रिटिश काल में शुरू हुई थी।

प्रश्न 25.
केंद्रीय परिवार का अर्थ बताएं।
उत्तर:
वह परिवार जिसमें पति-पत्नी तथा उनके बिन ब्याहे बच्चे रहते हों उसे केंद्रीय परिवार कहते हैं।

प्रश्न 26.
सामुदायिक विकास योजना (C.D.P.) ……………….. में शुरू हुई थी।
उत्तर:
सामुदायिक विकास योजना 1952 में शुरू हुई थी।

प्रश्न 27.
हरित क्रांति का अर्थ बताएं।
उत्तर:
नए बीजों, उर्वरकों तथा तकनीक की सहायता से कृषि क्षेत्र में लाए गए परिवर्तनों को हरित क्रांति कहते हैं।

प्रश्न 28.
ग्रामीण जीवन में एकरूपता का क्या अर्थ है?
उत्तर:
जब किसी गाँव में एक ही संस्कृति वाले लोग रहते हों उसे ग्रामीण जीवन में एकरूपता कहते हैं।

प्रश्न 29.
चौखला का अर्थ बताएं।
उत्तर:
एक जाति का जाल जो कई गाँवों तक फैला हुआ होता है उसे चौखला कहते हैं।

प्रश्न 30.
औद्योगिक नगर की क्या विशेषता होती है?
उत्तर:
औद्योगिक नगर में फैक्टरी में उत्पादन, अधिक श्रम विभाजन तथा विशेषीकरण होता है।

प्रश्न 31.
नगरीकरण का अर्थ बताएं।
उत्तर:
जब गांव के लोग शहरों के आदर्श, मूल्य, आदतें इत्यादि अपना लें तो इसे नगरीकरण कहते हैं।

प्रश्न 32.
गाँव तथा नगर में कोई दो मुख्य अंतर बताएं।
उत्तर:

  1. गाँवों की जनसंख्या कम तथा नगरों की जनसंख्या अधिक होती है।
  2. गांवों में सुविधाएं कम तथा नगरों में अधिक होती हैं।

प्रश्न 33.
गांवों में परिवर्तन क्यों आ रहे हैं?
उत्तर:
शिक्षा के बढ़ने से, कृषि के आधुनिक साधनों के प्रयोग से तथा औपचारिक संबंधों के बढ़ने से गांवों में परिवर्तन आ रहे हैं।

प्रश्न 34.
ग्रामीण समुदाय की कौन-सी विशेषता होती है?
उत्तर:
ग्रामीण समुदाय में प्राथमिक संबंध होते हैं, सरल जीवन होता है तथा कृषि वहां का मुख्य व्यवसाय होता है।

प्रश्न 35.
गाँवों में किस प्रकार के संबंध पाए जाते हैं?
उत्तर:
गाँवों में प्राथमिक संबंध पाए जाते हैं।

प्रश्न 36.
नगरीय समुदाय की कौन-सी विशेषता होती है?
उत्तर:
नगरीय समुदाय में अधिक जनसंख्या होती है, द्वितीयक संबंध होते हैं तथा वहां पर विभिन्न व्यवसायों की भरमार होती है।

प्रश्न 37.
जनसंख्या संरचना क्या होती है?
उत्तर:
जनसंख्या संरचना का अर्थ किसी देश की जनसंख्या का अलग-अलग क्षेत्रों में वितरण, जनसंख्या की घनता, जन्म तथा मृत्यु दर, आवास, प्रवास, शिक्षा, लिंग अनुपात इत्यादि से है। जनसंख्या संरचना में जनसंख्या से संबंधित अलग-अलग पहलुओं या जनसंख्या की विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है।

प्रश्न 38.
जनसंख्या घनत्व क्या होता है? यह कितने प्रकार का होता है?
अथवा
जनसंख्या घनत्व क्या है?
अथवा
जनसंख्या घनत्व से आप क्या समझते हैं?
अथवा
जन घनत्व क्या है?
उत्तर:
किसी देश या क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों की संख्या तथा उस देश या प्रदेश के क्षेत्र के क्षेत्रफल के आपसी अनपात को जनसंख्या घनत्व कहते हैं। यह प्रति वर्ग कि०मी० के क्षेत्र में रहने वाली जनसंख्या से पता चलती है। यह का होता है-आर्थिक घनत्व, अंक गणितीय घनत्व, पोषण घनत्व, कायिक घनत्व तथा कृषि घनत्व।

प्रश्न 39.
आर्थिक घनत्व क्या होता है?
उत्तर:
आर्थिक घनत्व से भाव उस देश या क्षेत्र के आर्थिक संसाधनों से है। इनमें संसाधनों की उत्पादन क्षमता तथा वहां रहने वाले मनुष्यों की संख्या का अनुपात होता है।

प्रश्न 40.
अत्यधिक जनसंख्या से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
जब किसी देश की जनसंख्या उस देश की अधिकतम उत्पादन सीमा से ज्यादा हो जाती है तो उस देश की जनसंख्या को अत्यधिक जनसंख्या कहते हैं।

प्रश्न 41.
जीवन प्रत्याशा क्या होती है?
उत्तर:
जीवन प्रत्याशा का दूसरा नाम औसत आयु भी है। ज्यादातर लोगों के जीवित रहने की आयु की प्रत्याशा (expentancy) को औसत आयु कहते हैं। यह औसत के आधार पर पता चलती है।

प्रश्न 42.
जनसंख्या वृद्धि दर से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
जनसंख्या वृद्धि दर से अभिप्राय किसी देश या क्षेत्र की बढ़ी हुई जनसंख्या की दर से है। इसमें जन्म दर में से मृत्यु दर निकाल कर बचे हुए अंतर तथा बाहर से आने वाली जनसंख्या को भी शामिल किया जाता है।

प्रश्न 43.
जनसंख्या विस्फोट से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
जनसंख्या विस्फोट से अभिप्राय जनसंख्या के अप्रत्याशित रूप में ज़रूरत से ज्यादा बढ़ जाने से है। जनसंख्या विस्फोट का अर्थ जनसंख्या का इतना बढ़ जाना है कि उसके परिणाम विनाशकारी हों। भारत में भी इस प्रकार की स्थिति पैदा हो गई है।

प्रश्न 44.
अल्प जनसंख्या क्या होती है?
उत्तर:
जब किसी देश के प्राकृतिक संसाधनों के प्रयोग के लिए जनसंख्या काफ़ी कम हो तो उसे अल्प जनसंख्या कहते हैं। ऑस्ट्रेलिया इसकी उदाहरण है।

प्रश्न 45.
परिवार नियोजन क्या होता है?
अथवा
परिवार नियोजन कार्यक्रम क्या है?
उत्तर:
परिवार नियोजन का अर्थ है परिवार के आकार को छोटा रखना। परिवार को इस हद तक बढ़ाया जाए कि परिवार की आय व्यय से ज्यादा ही रहे। परिवार का खर्च आय से ज्यादा न हो जाए तथा जीवन स्तर ऊँचा बना रहे। बच्चों को अपनी इच्छा के अनुसार पैदा करना ही परिवार नियोजन है। परिवार में संतान अपनी इच्छा के अनसार तथा सीमित संख्या में पैदा की जाती है। इसी को परिवार नियोजन कहते हैं।

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प्रश्न 46.
देश की इष्टतम संख्या क्या होती है?
उत्तर:
किसी देश की ऐसी संख्या जो उसके हाथ में उपलब्ध साधनों के अनुसार होती है, इष्टतम संख्या कहलाती है। अधिक जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए प्रयोग में किए जाने वाले तरीकों का उद्देश्य उस देश में इष्टतम संख्या को प्राप्त करना होता है।

प्रश्न 47.
जनसंख्या के घटने-बढ़ने का जैवकीय सिद्धांत क्या है?
उत्तर:
जनंसख्या के घटने-बढ़ने के जैवकीय सिद्धांत के समर्थकों के अनुसार जनसंख्या के घनत्व के बढ़ने से प्रजनन दर कम हो जाती है क्योंकि गर्भ धारण करके बच्चे पैदा करने की शक्ति कम हो जाती है जिससे जन्म दर कम हो जाती है।

प्रश्न 48.
जनसंख्या पर नियंत्रण के माल्थस के दो तरीके बताओ।
उत्तर:

  1. पहले तरीके को माल्थस ने निरोधात्मक कहा है। इसमें खुद पर संयम रख कर, सही उम्र में विवाह करके इस जनसंख्या बढ़ाने की बुराई से दूर रहने को कहा गया है।
  2. दूसरे तरीके को उन्होंने निश्चयात्मक नियंत्रण कहा है। इसके अनुसार भयंकर बीमारियों, जैसे महामारी, प्लेग, अकाल या युद्ध की वजह से लोग काफ़ी संख्या में मर जाते हैं जिससे जनसंख्या अपने आप नियंत्रण में आ जाती है।

प्रश्न 49.
माल्थस के जनसंख्या के सिद्धांत के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
माल्थस के अनुसार आय की प्रगति का स्तर अंक गणितीय तरीके से तथा जनसंख्या की वृद्धि रेखागणितीय तरीके से होती है अर्थात् जनसंख्या की वृद्धि आय या जीविका के स्तर में होने वाली वृद्धि के अनुसार चलती है।

प्रश्न 50.
जनसंख्या के संक्रमण सिद्धांत के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
यह सिद्धांत सभी समाजों के अनुभवों पर आधारित है। इसके अनुसार जन्म दर बढ़ती है तथा मृत्यु दर घटती है जिस कारण से जनसंख्या विस्फोट या जनसंख्या बहुत बढ़ जाती है। आधुनिक समाजों में भी यही सिद्धांत चल रहा है जहां मृत्यु दर पर तो काबू कर लिया गया है पर जन्म दर पर मृत्यु दर की तरह काबू नहीं पाया गया है जिससे जनसंख्या में काफ़ी बढ़ोत्तरी हुई है। इसी को जनसंख्या संक्रमण का सिद्धांत कहते हैं।

प्रश्न 51.
जन्म दर कम करने वाले कोई दो कारण बताओ।
उत्तर:

  1. शिक्षा-जब सभी को शिक्षा मिलने लग जाएगी तो सभी को ज्यादा जनसंख्या के नुकसान तथा कम जनसंख्या के फायदे पता चल जाएंगे तो वह जन्म दर कम रखने की कोशिश करेंगे।
  2. यदि लड़का-लड़की की विवाह करने की न्यूनतम आयु निश्चित कर दी जाए तो वह दिमागी तौर पर समझदार हो जाएंगे तथा कम बच्चे पैदा करेंगे जिससे जन्म दर नियंत्रण में रहेगी।

प्रश्न 52.
राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की विशेषताएं बताओ।
उत्तर:

  1. मृत्यु दर 9 प्रति हज़ार तक लाना।
  2. जन्म दर 21 प्रति हज़ार तक लाना।
  3. बाल मृत्यु दर 60 प्रति हजार से कम करना।
  4. जनसंख्या वृद्धि दर 1.2% प्रतिवर्ष तक लाना।

प्रश्न 53.
जनसांख्यिकी का शाब्दिक अर्थ बताएं।
उत्तर:
जनसांख्यिकी (Demography) जनसंख्या का व्यवस्थित अध्ययन है। यह अंग्रेजी शब्द:Demography का हिंदी रूपांतर है जो यूनानी भाषा के दो शब्दों demos तथा Graphin से मिलकर बना है जिसका अर्थ है लोगों का वर्णन।

प्रश्न 54.
भारत में सबसे पहले तथा अंतिम बार जनगणना कब हुई थी?
अथवा
भारत में जनगणना के कार्य को सर्वप्रथम किस दशक में प्रारंभ किया गया?
उत्तर:
भारत में सबसे पहली जनगणना 1872 में हुई थी तथा उसके बाद 1881 में हुई थी। उसके बाद हरेक 10 वर्षों के बाद जनगणना होती है। अंतिम बार भारत में जनगणना सन् 2011 में हुई थी।

प्रश्न 55.
पराश्रित जनसंख्या का अर्थ बताएं।
उत्तर:
जो जनसंख्या अपना जीवन जीने, खाने पीने, रहने इत्यादि के लिए और लोगों पर निर्भर होती है उसे पराश्रित जनसंख्या कहते हैं। भारत में 0-14 वर्ष की आयु के लोग तथा 60 वर्ष के ऊपर के लोग पराश्रित जनसंख्या के अंतर्गत आते हैं।

प्रश्न 56.
नगरीकरण तथा नगरीयवाद क्या होता है?
अथवा
नगरीकरण की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर:
नगरीकरण का अर्थ है जब गाँव से जाकर लोग शहरों के आदर्श, मूल्य, आदतें इत्यादि अपना लें। इस गांव से नगरों में आने वाले परिवर्तन को नगरीकरण कहते हैं। नगरीयवाद मूल्यों की वह व्यवस्था है जिसमें व्यक्तियों के बीच का संबंध व्यक्तिवादी, स्वार्थपूर्ण तथा औपचारिक होता है।

प्रश्न 57.
नगरों की कोई दो विशेषताएं बताओ।
अथवा
नगरीय समुदाय की दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:

  1. नगरों में श्रम विभाजन का पाया जाना।
  2. औपचारिक तथा स्वार्थपूर्ण संबंधों का पाया जाना।
  3. अधिक उद्योगों का पाया जाना।
  4. कृषि पर कम निर्भरता।

प्रश्न 58.
गाँव के लिए ग्राम पंचायत क्यों ज़रूरी है?
उत्तर:
भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां 70% से अधिक आबादी कृषि के कार्यों में लगी हुई है। भारत सरकार ने शक्तियों का विकेंद्रीकरण किया है ताकि हर ग्राम का विकास हो सके तथा गांव की शांति, सुरक्षा तथा शासन प्रबंध अच्छी तरह चल सके। गांव में पंचों की बात सभी द्वारा मानी जाती है तथा उन्हें भगवान का दर्जा दिया जाता है। आजकल तो पंचायत के पास कर वसूलने तथा शांति बनाए रखने के भी अधिकार हैं। इसलिए ग्राम पंचायत बहुत ज़रूरी है।

प्रश्न 59.
कस्बा क्या होता है?
उत्तर:
जो क्षेत्र ग्राम से बड़ा हो पर नगर से छोटा हो उसे कस्बा कहते हैं। आमतौर पर 5000 से अधिक जनसंख्या, 400 व्यक्ति प्रति वर्ग कि०मी० से ज्यादा घनत्व तथा 75% से ज्यादा लोग गैर-कृषि व्यवसाय में लगे हों वह क्षेत्र कस्बा होता है।

प्रश्न 60.
ग्राम तथा कस्बे में कोई तीन अंतर बताओ।
उत्तर:

  1. ग्राम की जनसंख्या कम तथा कस्बे की अधिक होती है।
  2. ग्राम में शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं कम होती हैं पर कस्बे में अधिक होती हैं।
  3. ग्राम में ज़्यादातर लोग कृषि संबंधी कार्य करते हैं पर कस्बे में ज्यादातर लोग गैर-कृषि संबंधी कार्य करते हैं।

प्रश्न 61.
गाँव के लोग शहरों की तरफ क्यों भाग रहे हैं?
उत्तर:

  1. गाँव में शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं उपलब्ध नहीं होती।
  2. नगरों की चमक-दमक लोगों को आकर्षित करती है।
  3. नगरों में ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं।

प्रश्न 62.
भारत में साक्षरता दर के बारे में बताएं।
उत्तर:
सन 2011 में भारत की साक्षरता दर 74% थी जिनमें से 82.1 साक्षरता दर 14% था जिनम स 82.1% पुरुष तथा 65.5 स्त्रिया साक्षर थीं। इस सारणी को देखकर सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा!

वर्षव्यक्तिपुरुषस्त्रियां
195118.327.28.9
196128.340.415.4
197134.546.022.0
198143.656.429.8
199152.264.139.3
200165.475.954.2
20117482.165.5

प्रश्न 63.
भारत में मिलने वाले मुख्य धर्म कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
भारत में इस समय सात प्रकार के मुख्य धर्म पाए जाते हैं तथा वे हैं-

  1. हिंदू – 79.5%
  2. मुसलमान – 13.4%
  3. ईसाई – 2.4%
  4. सिक्ख – 2.1%
  5. बौद्ध – 0.8%
  6. जैन – 0.8%
  7. पारसी तथा अन्य जनजातीय धर्म – 0.4%

प्रश्न 64.
आदिम गाँव किस प्रकार के होते थे?
उत्तर:
पुराने समय में क्योंकि संयुक्त परिवार हुआ करते थे इसलिए एक गांव में रक्त संबंधी रहा करते थे। ऊंच-नीच की भावना नहीं होती थी। चीज़ों का लेन-देनं होता था जिसको हम ‘Barter System’ कहते थे-मतलब एक चीज़ देकर दूसरी चीज़ प्राप्त की जा सकती थी। संबंध बहुत सीधे-सादें हुआ करते थे।

प्रश्न 65.
आधुनिक गाँव किस प्रकार का होता है?
उत्तर:
वह गाँव जहां लोगों की विचारधारा विज्ञान से प्रभावित हो गई हो, जहां पर वैज्ञानिक पद्धति का खूब प्रयोग होता हो, भाईचारे की भावना खत्म हो गई हो, त्याग, प्रेम, परोपकार इत्यादि देखने को न मिले तथा कृषि बाज़ार के लिए की जाती हो वह आधुनिक गाँव होता है।

प्रश्न 66.
संयुक्त परिवार क्या होता है?
उत्तर:
वह परिवार जहां दो या दो से ज्यादा पीढ़ियां एक साथ रहती हों, खाना-पीना एक साथ हो तथा आय-व्यय भी इकट्ठा हो उसे संयुक्त परिवार कहते हैं।

प्रश्न 67.
ग्रामीण जीवन में एकरूपता से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
जब गाँवों में एक ही संस्कृति के लोग रहते हों, उनका खाना-पीना, रहन-सहन, पहरावा इत्यादि एक जैसा हो उसे ग्रामीण जीवन में एकरूपता कहते हैं। यहां पर शहरों की तरह अलग-अलग संस्कृतियों के लोग नहीं बसते।

प्रश्न 68.
ग्रामीण जीवन में परिवार का महत्त्व बताओ।
उत्तर:

  1. गाँव में परिवार में परिवार की प्रथाएं और परंपराएं बच जाती हैं।
  2. व्यक्ति अपने परिवार की स्थिति पर निर्भर होता है।
  3. गाँव में परिवार एक सामाजिक नियंत्रण का काम करता है।
  4. परिवार की वजह से काम-धंधे की कोई चिंता नहीं होती।

प्रश्न 69.
शहरी इलाकों में बेरोज़गारी का क्या कारण है?
उत्तर:
वैसे तो शहरी इलाकों में बेरोज़गारी के कई कारण होते हैं, परंतु इनमें सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण कारण अधिक जनसंख्या है। नौकरियों की संख्या कम होती है तथा जनसंख्या अधिक होती है जिस कारण कम ही लोगों को नौकरी मिल पाती है। इस कारण अधिक लोग बेरोज़गार होते हैं।

प्रश्न 70.
ग्राम्य अर्थव्यवस्था किस प्रकार की होती है?
उत्तर:
ग्राम्य अर्थव्यवस्था साधारण होती है जिसमें चीज़ों के बदले चीजें अथवा चीज़ों के बदले पैसे दिए जाते हैं। कई बार तो सेवाओं का भी लेन-देन होता है।

प्रश्न 71.
शहरी समाजों की अर्थव्यवस्था किस प्रकार की होती है?
उत्तर:
शहरी समाजों की अर्थव्यवस्था समझौते पर आधारित होती है जिसमें समझौते करके कार्य पूर्ण किए जाते हैं। सेवाओं के स्थान पर पैसे का अधिक बोलबाला होता है।

प्रश्न 72.
गाँवों में जनसंख्या घनत्व कैसा होता है?
उत्तर:
गाँवों में जनसंख्या कम होती है जिस कारण जनसंख्या घनत्व भी काफ़ी कम होता है। इसका कारण है कि भूमि अधिक होती है तथा कम जनसंख्या होती है।

प्रश्न 73.
शहरी समाजों में किस प्रकार के व्यवसाय पाए जाते हैं?
उत्तर:
शहरी समाजों में हजारों प्रकार के व्यवसाय पाए जाते हैं जिनमें अध्यापक, वकील, डॉक्टर, दुकानदार, नौकरी पेशा लोग इत्यादि प्रमुख होते हैं।

प्रश्न 74.
भारत में – – – वर्ष के पश्चात् जनगणना की जाती है?
उत्तर:
भारत में 10 वर्ष के पश्चात् जनगणना की जाती है।

प्रश्न 75.
इक्कीसवीं शताब्दी के दौरान भारत में कुल – – – बार जनगणना की गई।
उत्तर:
इक्कीसवीं शताब्दी के दौरान भारत में कुल 10 बार जनगणना की गई।

प्रश्न 76.
भारत के ……………. राज्य में लिंग अनुपात भारत के सभी राज्यों से कम है।
उत्तर:
भारत के जम्मू कश्मीर राज्य में लिंग अनुपात भारत के सभी राज्यों से कम है।

प्रश्न 77.
सरकारी तौर पर 1952 में परिवार नियोजन कार्यक्रम अपनाने वाला ………………. विश्व का प्रथम देश है।
उत्तर:
सरकारी तौर पर 1952 में परिवार नियोजन कार्यक्रम अपनाने वाला भारत विश्व का प्रथम देश है।

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प्रश्न 78.
भारत में कन्या भ्रूण हत्या के कारण शिशु लिंग अनुपात घट रहा है या बढ़ रहा है।
उत्तर:
भारत में कन्या भ्रूण हत्या के कारण शिशु लिंग अनुपात घट रहा है।

प्रश्न 79.
पंचायती राज संस्थाओं का गठन ग्रामीण तथा शहरी में से किन क्षेत्रों में किया जाता है?
उत्तर:
ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाता है।

प्रश्न 80.
भारत में सबसे अधिक जनसंख्या ग्रामीण/नगरीय/जनजातीय समुदाय में से किसमें रहती है?
उत्तर:
भारत में सबसे अधिक जनसंख्या ग्रामीण समदाय में रहती है।

प्रश्न 81.
ग्रामीण तथा नगरीय समुदाय में से सामान्यतः किसकी जनसंख्या अधिक है?
उत्तर:
ग्रामीण समुदाय में सामान्यतः जनसंख्या अधिक होती है।

प्रश्न 82.
भारत में किस राज्य की जनसंख्या सबसे कम है?
उत्तर:
भारत में सिक्किम राज्य की जनसंख्या सबसे कम है।

प्रश्न 83.
भारत में परिवार नियोजन कार्यक्रम कब शुरू किया गया?
उत्तर:
भारत में परिवार नियोजन कार्यक्रम 1965 में शुरू किया गया।

प्रश्न 84.
ग्रामीण क्षेत्र में लोगों का मुख्य व्यवसाय ………… होता है।
उत्तर:
ग्रामीण क्षेत्र में लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि होता है।

प्रश्न 85.
भारत की जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का लगभग कितना प्रतिशत है?
उत्तर:
भारत की जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का लगभग 17% है।

प्रश्न 86.
भारत में जाति के आधार पर नवीनतम जनगणना किस वर्ष हुई?
उत्तर:
भारत में जाति के आधार पर नवीनतम जनगणना 2011 में हुई थी।

प्रश्न 87.
भारत में सबसे अधिक जनसंख्या किस समुदाय (ग्रामीण/शहरी/जनजातीय) में निवास करती है?
उत्तर:
भारत में सबसे अधिक जनसंख्या ग्रामीण समुदाय में निवास करती है।

प्रश्न 88.
जजमान किस व्यवस्था से संबंधित है?
उत्तर:
जजमान जजमानी व्यवस्था से संबंधित है।

प्रश्न 89.
2001 की जनगणना के अनुसार नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत कितना है?
उत्तर:
2001 की जनगणना के अनुसार नगरीय जनसंख्या 32% था।

प्रश्न 90.
प्राकृतिक वृद्धि दर क्या है?
उत्तर:
प्राकृतिक वृद्धि दर या जनसंख्या संवृद्धि दर का अर्थ है जन्म दर तथा मृत्यु दर के बीच का अंतर।

प्रश्न 91.
जनसंख्या का प्रतिस्थापन स्तर से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
जब जन्म दर तथा मृत्यु दर के बीच का अंतर शून्य हो जाता है तो यह जनसंख्या का प्रतिस्थापन स्तर होता है।

प्रश्न 92.
‘थॉमस राबर्ट माल्थस’ ने किस सिद्धांत का प्रतिपादन किया है?
उत्तर:
थॉमस रॉबर्ट माल्थस ने जनसंख्या वृद्धि का सिद्धांत दिया है।

प्रश्न 93.
सन् 2001 की जनगणनानुसार ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत बताइए।
उत्तर:
सन् 2001 की जनगणनानुसार 72.2 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण थी।

प्रश्न 94.
सकल प्रजनन दर क्या है?
उत्तर:
सकल प्रजनन दर का अर्थ है ऐसे जीवित जन्म लेने वाले बच्चों की कुल संख्या जिन्हें कोई एक स्त्री जन्म देती यदि वह बच्चे पैदा करने के संपूर्ण आयु वर्ग में जीवित रहती और इस आयु वर्ग के प्रत्येक हिस्से में औसत उतने ही बच्चे पैदा करती जितने कि उस क्षेत्र में आयु विशेष की प्रजनन के अनुसार होने चाहिए।

प्रश्न 95.
प्रभु जाति क्या है?
अथवा
प्रबल जाति से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
किसी गाँव में जिस जाति का अधिपत्य हो तथा वह शक्तिशाली हो, जाति कहा जाता है।

प्रश्न 96.
2001 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या ………………… करोड़ है।
उत्तर:
2001 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या 102 करोड़ है।

प्रश्न 97.
2001 की जनगणना के अनुसार ………………. % आबादी हिंदुओं की है।
उत्तर:
2001 की जनगणना के अनुसार 80.5% आबादी हिंदुओं की है।

प्रश्न 98.
माल्थस ने अपनी किस पुस्तक में जनसंख्या वृद्धि का सिद्धांत स्पष्ट किया है?
उत्तर:
An Essay on the Principles of Population.

प्रश्न 99.
1918-1919 में किस महामारी के कारण 125 लाख लोग मृत्यु को प्राप्त हुए?
उत्तर:
Influenza के कारण।

प्रश्न 100.
सबसे अधिक लिंग अनुपात किस राज्य का है?
उत्तर:
सबसे अधिक लिंग अनुपात केरल राज्य का है।

प्रश्न 101.
2001 की जनगणना के अनुसार ……………… % ग्रामीण जनसंख्या गरीबी रेखा के नीचे रहती है।
उत्तर:
2001 की जनगणना के अनुसार 37% ग्रामीण जनसंख्या गरीबी रेखा के नीचे रहती है।

प्रश्न 102.
माल्थस का जनसंख्या वृद्धि का सिद्धांत निराशावादी था। सत्य या असत्य।
उत्तर:
माल्थस का जनसंख्या वृद्धि का सिद्धांत निराशावादी था-असत्य।

प्रश्न 103.
मृत्यु दर क्या है?
उत्तर:
किसी क्षेत्र में एक वर्ष में 100 लोगों के पीछे मरने वाले लोगों की संख्या को मृत्यु दर कहते हैं।

प्रश्न 104.
सबसे नई जनगणना का वर्ष बताइए।
उत्तर:
सबसे नई जनगणना सन् 2011 में हुई थी।

प्रश्न 105.
शिशु मृत्यु-दर क्या है?
उत्तर:
किसी क्षेत्र में एक वर्ष में नए जन्में 1000 बच्चों के पीछे एक वर्ष के अंदर मरने वाले बच्चों की संख्या को मृत्यु दर कहते हैं।

प्रश्न 106.
भारत में जनगणना के कार्य को सर्वप्रथम किस दशक में प्रारंभ किया गया?
उत्तर:
वैसे तो प्रथम बार जनगणना 1872 में हुई थी परंतु उसके पश्चात् 1881 में पहली बार नियमित जनगणना की शुरुआता हुई।

प्रश्न 107.
मातृ मृत्यु-दर क्या है?
उत्तर:
किसी क्षेत्र में एक वर्ष में 1000 स्त्रियों के पीछे बच्चे पैदा होते समय मरने वाली माताओं की संख्या को मातृ मृत्यु दर कहते हैं।

प्रश्न 108.
विश्वभर में जनगणना के लिये किए जाने का सबसे बड़ा कार्य किस देश का है?
उत्तर:
विश्व भर में जनगणना के लिये किये जाने का सबसे बड़ा कार्य भारत में होता है।

प्रश्न 109.
स्त्री-पुरुष अनुपात क्या है?
उत्तर:
किसी क्षेत्र में 1000 पुरुषों के पीछे मिलने वाली स्त्रियों की संख्या को स्त्री पुरुष अनुपात कहते हैं।

प्रश्न 110.
आप कार्यशील आयु वर्ग किसे मानते हैं?
उत्तर:
14-60 वर्ष के आयु वर्ग को ही कार्यशील आयु वर्ग माना जाता है क्योंकि इस आयु के लोग ही अधिक कार्य करते हैं।

प्रश्न 111.
पराश्रित वर्ग क्या है?
उत्तर:
0-14 वर्ष तथा 60 वर्ष से ऊपर वाले दोनों वर्गों को पराश्रित वर्ग माना जाता है क्योंकि यह कार्यशील वर्ग के ऊपर निर्भर होता है।

लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
भारतीय जनसंख्या की विशेषताएं बताओ।
अथवा
भारत की जनसंख्या की नीति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सन् 2001 की जनगणना के अनुसार भारतीय जनसंख्या की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-

  1. 1951 में भारत में औसत जीवन अवधि 33 वर्ष के करीब थी पर 2001 में यह बढ़कर 63 वर्ष के करीब हो गई है।
  2. 1991 में भारत की साक्षरता दर 52-53% थी पर 2001 की जनगणना के अनुसार भारत की साक्षरता दर 65% तक हुँच गई जिसमें 75% पुरुष तथा 54% महिलाएं शामिल हैं।
  3. 1951 में पुरुष-स्त्री का अनुपात 1000 : 946 था पर 2001 में यह 1000 : 933 था।
  4. 1951 में भारत में जनसंख्या घनत्व 117 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर थी जो बढ़कर 2001 में 324 व्यक्ति प्रति वर्ग कि०मी० हो गया। पंजाब में यह 482 तथा हरियाणा में 477 व्यक्ति थी।
  5. शहरी जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। 1951 में 83% लोग गाँव में तथा 17% लोग शहरों में रहते थे। 1991 में यह 74% तथा 26% हो गए। 2001 में यह 72% तथा 28% हो गए हैं।

प्रश्न 2.
भारत में जन्म दर में कमी करना क्यों ज़रूरी है?
उत्तर:

  1. जन्म दर के बढ़ने से जनसंख्या विस्फोट का खतरा पैदा हो जाता है।
  2. जन्म दर के ज्यादा होने से प्रति व्यक्ति आय तथा राष्ट्रीय आय कम हो जाएगी।
  3. जन्म दर के ज्यादा होने से खाद्य समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
  4. जन्म दर के बढ़ने से बेरोज़गारी तथा निर्धनता में बढ़ोत्तरी होगी।
  5. ज्यादा निवेश की ज़रूरत पड़ेगी।
  6. पूंजी निर्माण की दर में कमी आएगी।

प्रश्न 3.
भारत में जन्म दर ऊँची होने के क्या कारण हैं?
अथवा
जनसंख्या विस्फोट के कारण बताइए।
अथवा
जनसंख्या वृद्धि के मूलभूत चरण कौन-से हैं?
अथवा
वर्तमान में जनसंख्या संवृद्धि के दो प्रमुख कारक बताइए।
उत्तर:

  1. लोगों का निर्धन होना।
  2. लोगों का अशिक्षित होना।
  3. मनोरंजन के साधनों का कम होना।
  4. स्त्रियों की निम्न स्थिति का होना।
  5. परिवार नियोजन तथा संतान निरोधक साधनों की कमी।
  6. बाल विवाह प्रथा का होना या छोटी उम्र में ही विवाह हो जाना।

प्रश्न 4.
राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 में कौन-से निर्णय लिए गए थे?
उत्तर:

  1. प्रधानमंत्री के अधीन एक नया जनसंख्या तथा सामाजिक विकास आयोग बनाया गया। इसमें स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री के अलावा सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
  2. सन् 2010 तक जनसंख्या वृद्धि दर 2% तक लाना है। इस दर से 2010 तक भारत की जनसंख्या 110 करोड़ हो जाएगी।
  3. जो राज्य जनसंख्या पर अंकुश नहीं लगा सकेंगे उनका 2026 तक लोकसभा में प्रतिनिधित्व नहीं बढ़ाया जाएगा। वैसे संविधान में 2001 में इस पर विचार करने का प्रावधान था।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

प्रश्न 5.
राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 की महत्त्वपूर्ण विशेषताओं के बारे में बताओ।
उत्तर:

  1. शिशु मृत्यु दर प्रति हज़ार 30 से नीचे लाना।
  2. मातृत्व मृत्यु दर प्रति एक लाख पर 100 से कम करना।
  3. कन्या विवाह को देरी से करने को बढ़ावा देना।
  4. जन्म, मृत्यु, विवाह का पूरा पंजीकरण करना।
  5. 14 वर्ष की आयु तक के बच्चों को मुफ्त तथा अनिवार्य शिक्षा देने के लिए कदम उठाना।
  6. एड्स प्रसार को रोकना। इसके लिए यौन संचार रोगों तथा राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के बीच एकीकरण को बढ़ावा देना।
  7. गर्भ निरोधक तरीकों के व्यापक तरीकों का पता लगाना तथा लोगों को इसकी जानकारी देना।
  8. बुनियादी प्रजनन तथा शिशु सेवाओं, आपूर्तियों तथा आधारभूत ढांचे से संबंधित ज़रूरतों पर विशेष ध्यान देना।

प्रश्न 6.
प्रवास क्या होता है? इसके कितने प्रकार हैं?
उत्तर:
प्रवास शब्द अंग्रेजी के Migration शब्द का हिंदी रूपांतर है जिसका अर्थ है अपने मूल स्थान को छोड़कर दूसरे स्थान पर जाना। इसका अर्थ है कि अपने जन्म के स्थान को छोड़कर कहीं और जाकर बस जाने को प्रवास कहते हैं, व्यक्ति कभी-कभी अपने मूल स्थान पर भी आ-जा सकता है। यह चार प्रकार का होता है। पहला है दैनिक प्रवास, जिसमें लोग काम, व्यवसाय या शिक्षा के लिए अपना गाँव या शहर छोड़ कर दूसरे बड़े शहर में जाते हैं तथा काम खत्म होने के बाद शाम को वापस आ जाते हैं।

दूसरा है मौसमी प्रवास जिसमें किसी खास मौसम में लोग एक जगह से दूसरी जगह चले जाते हैं फिर मौसम के खात्मे के बाद वापस आ जाते हैं; जैसे कि फसल की कटाई के समय पर। तीसरा है आकस्मिक प्रवास जिसमें कुछ विशेष हालात पैदा हो जाते हैं तो व्यक्ति को प्रवास करना पड़ जाता है; जैसे बीमारी या किसी और कारण से। चौथा और आखिरी प्रकारं है स्थायी प्रवास, जिसमें व्यक्ति अपना गांव, शहर या देश छोड़कर दूसरे गांव, शहर या देश में रहने चला जाता है।

प्रश्न 7.
भारत के संविधान में लिखित 22 भाषाएं कौन-सी हैं?
उत्तर:

  1. मणिपुरी
  2. नेपाली
  3. सिंधी
  4. संस्कृत
  5. बंगला
  6. तेलुगू
  7. गुजराती
  8. कन्नड़
  9. उड़िया
  10. असमी
  11. उर्दू
  12. कश्मीरी
  13. तमिल
  14. पंजाबी
  15. मराठी
  16. मलयालम
  17. हिंदी
  18. कोंकणी
  19. डोगरी
  20. संथाली
  21. मैथिली
  22. बोडो।

प्रश्न 8.
भारत में कितने-कितने लोग किस-किस धर्म को मानते हैं?
उत्तर:
भारत में 79.5% लोग हिंदू धर्म को, 13.4% लोग इस्लाम को, 2.4% लोग ईसाई धर्म को, 2.1% लोग सिक्ख धर्म को, 0.8% लोग बौद्ध धर्म को, 0.8% जैन धर्म को तथा 0.4% लोग पारसी तथा अन्य जनजातीय धर्मों को मानते हैं।

प्रश्न 9.
माल्थस ने जनसंख्या नियंत्रण के कौन-से दो अवरोध बताए हैं?
अथवा
कृत्रिम अवरोध क्या है?
अथवा
प्राकृतिक निरोध क्या है?
उत्तर:
माल्थस के अनुसार जनसंख्या नियंत्रण में दो प्रकार के अवरोध होते हैं-
(i) प्राकृतिक अवरोध-जो अवरोध प्रकृति की तरफ से लगाए जाते हैं उन्हें प्राकृतिक अवरोध कहते हैं। इसकी वजह से मृत्यु दर बढ़ जाती है। उदाहरण के तौर पर, युद्ध, बीमारी, अकाल, भूकंप, सुनामी, बाढ़ इत्यादि। यह प्राकृतिक अवरोध बेहद कष्टदायी होते हैं पर इनसे जनसंख्या में काफ़ी कमी आ जाती है। चाहे जनसंख्या के कम होने से जनसंख्या तथा खाद्य पदार्थों के बीच कुछ समय के लिए संतुलन आ जाता है पर यह स्थाई नहीं होता। जनसंख्या फिर बढ़ती है, फिर प्रकृति इसे कम कर देती है। यह चक्र चलता रहता है तथा इसे माल्थसियन चक्र कहते हैं।

(ii) प्रतिबंधक अवरोध-इस प्रकार के अवरोध को माल्थस ने मनुष्यों के द्वारा किया गया प्रयत्न कहा है। इसे दो भागों में बांटा है-नैतिकता तथा कृत्रिम साधनों द्वारा प्रतिबंध। नैतिक प्रतिबंध में माल्थस के अनुसार व्यक्ति अपने विवेक का प्रयोग करके जनसंख्या नियंत्रण के बारे में कहता है। कृत्रिम साधनों में माल्थस उन साधनों के बारे में बताता है जो व्यक्ति ने जनसंख्या को नियंत्रण में रखने के लिए कृत्रिम रूप से बनाए हैं। माल्थस नैतिक अवरोध को सही तथा कृत्रिम साधनों के प्रयोग को पाप तथा अधर्म मानता है।

प्रश्न 10.
भारत की सन् 1951 तथा 2001 में कुल जनसंख्या कितनी थी?
उत्तर:
भारत में 1951 में जनसंख्या 36.11 करोड़ थी जिसमें 29.9 करोड़ लोग ग्रामीण क्षेत्रों में तथा 6.2 करोड़ लोग शहरों में रहते थे। 2001 में भारत की जनसंख्या 102.70 करोड़ थी जिसमें 74.2 करोड़ लोग ग्रामीण क्षेत्रों में तथा 28.5 करोड़ लोग शहरों में रहते हैं।

प्रश्न 11.
हमारे रहन-सहन के निचले स्तर के लिए जनसंख्या विस्फोट कैसे ज़िम्मेदार है?
उत्तर:
यह ठीक है कि हमारे घटते रहन-सहन के लिए जनसंख्या विस्फोट ज़िम्मेदार है। जनसंख्या तो बढ़ गई है परंतु प्रति व्यक्ति आय उतनी नहीं बढ़ पाई है बल्कि कम हो गई है। अगर जनसंख्या ज्यादा बढ़ जाए तथा राष्ट्रीय आय उतनी न बढ़े तो विकास दर कम हो जाती है तथा देश ग़रीब हो जाता है। जनसंख्या तो बढ़ी है पर राष्ट्रीय आय नहीं बढ़ पाई है। प्रति व्यक्ति आय कम होने की वजह से व्यक्ति उपभोग कम कर पाता है जिस वजह से जीवन स्तर कम हो जाता है। इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है तथा कार्य क्षमता कम होती है।

प्रश्न 12.
बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण क्यों ज़रूरी है?
उत्तर:
बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण बहुत ज़रूरी है, क्योंकि-

  1. इससे प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है।
  2. इससे बचत की मात्रा बढ़ती है तथा पूंजी निर्माण में वृद्धि होती है।
  3. इससे जीवन स्तर ऊँचा उठता है।
  4. इससे कई समस्याएं जैसे ग़रीबी, बेरोज़गारी इत्यादि हल हो जाती हैं।
  5. इससे कीमतों में कमी आती है तथा खाद्य समस्या हल हो जाती है।
  6. जनकल्याण पर ज्यादा पैसा खर्च हो सकता है।

प्रश्न 13.
बढ़ती जनसंख्या को कैसे कम किया जा सकता है? दो उपाय बताओ।
अथवा
जनसंख्या वृद्धि को कम करने के उपाय बताएँ।
उत्तर:

  1. देश में कृषि उत्पादन बढ़ा कर तथा उद्योगों का जल्दी विकास करना चाहिए ताकि प्रति व्यक्ति आय तथा राष्ट्रीय आय में वृद्धि हो। इससे जीवन स्तर ऊँचा उठेगा तथा लोग बच्चे कम पैदा करेंगे।
  2. ऊँचे जीवन स्तर के लिए शिक्षा देने की ज़रूरत है ताकि लोग कम बच्चे पैदा करने प्रति जागरूक रहें। इसके लिए वह परिवार नियोजन का सहारा लेंगे तथा जनसंख्या वृद्धि कम हो जाएगी।

प्रश्न 14.
जनसंख्या आर्थिक विकास को कैसे प्रभावित करती है?
उत्तर:
अगर जनसंख्या ज्यादा है तो उसका आर्थिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा क्योंकि उत्पादन से ज्यादा उपभोग करने वाले ज्यादा होंगे तो देश के संसाधन जल्दी खत्म हो जाएंगे जिससे देश की राष्ट्रीय आय कम हो जाएगी तथा देश ग़रीब हो जाएगा। अगर देश की जनसंख्या कम होगी तो उसका देश के आर्थिक विकास पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा क्योंकि उपभोग करने वालों से ज्यादा उत्पादन करने वाले होंगे। देश के संसाधन ज्यादा समय तक चल सकेंगे। देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी रहेगी तथा राष्ट्रीय आय भी ज्यादा होगी। जीवन स्तर ऊँचा रहेगा। इस तरह देश की कम या ज्यादा जनसंख्या आर्थिक विकास पर प्रभाव डालती है।

प्रश्न 15.
जनसंख्या बढ़ने से क्या हानियां होती हैं?
उत्तर:

  1. जनसंख्या बढ़ने से बेरोज़गारी, ग़रीबी इत्यादि बढ़ती है।
  2. जनसंख्या बढ़ने से जीवन स्तर निम्न हो जाता है।
  3. इससे स्वास्थ्य हमेशा ख़राब रहता है।
  4. देश में खाद्य समस्या पैदा हो जाती है।
  5. आर्थिक विकास, राष्ट्रीय तथा प्रति व्यक्ति आय कम हो जाती है।

प्रश्न 16.
जनसंख्या घटने के क्या फायदे हैं?
उत्तर:

  1. इससे जीवन स्तर अच्छा होता है।
  2. इससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
  3. सभी को रोजगार मिल जाता है।
  4. रोजगार मिलने से निर्धनता कम हो जाती है।
  5. सभी की ज़रूरतों की पूर्ति हो जाती है।

प्रश्न 17.
भारत में पुरुष-स्त्री अनुपात के बारे में बताएं।
उत्तर:
अगर हम भारत में पुरुष-स्त्री अनुपात को देखें तो सभी के लिए काफ़ी चिंता का विषय है जो लगातार कम हो रहा है। लड़का प्राप्त करने की इच्छा में हम लड़कियों को जन्म लेने से पहले ही मार देते हैं जिस कारण स्त्रियों की संख्या लगातार कम हो रही है। हमारे देश में केरल जैसे केवल एक दो प्रदेश ही हैं जहां पर स्त्रियों की संख्या पुरुषों से अधिक है। निम्नलिखित तालिका से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।

वर्षस्त्री-पुरुष अनुपात
(सभी आयु वर्गों में)
1951946
1961941
1971930
1981934
1991927
2001933
2011940

प्रश्न 18.
भारत के मानचित्र पर बाल स्त्री-पुरुष अनुपात को समझाएं।
उत्तर:
HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना 1
इस मानचित्र को देखकर पता चलता है कि कई राज्यों में जैसे कि केरल, आंध्र प्रदेश इत्यादि में यह 950 से अधिक है तथा कई राज्यों जैसे कि पंजाब में यह 800 से भी कम है। इस मानचित्र से हमें पता में बाल स्त्री-पुरुष अनुपात में कितनी असमानता है।

प्रश्न 19.
भारत में परिवार नियोजन कार्यक्रम इतना अधिक सफल क्यों नहीं हो पाया है?
उत्तर:
(i) भारत के लोग धार्मिक विश्वासों में बंधे हुए हैं जो भाग्य पर विश्वास करते हैं कि भाग्य में जितने बच्चे हैं उतने तो होंगे ही। इसलिए वह परिवार नियोजन की तरफ ध्यान नहीं देते हैं।

(ii) हमारे देश में लोगों के पास पर्याप्त संतान निरोधकों की कमी है। लोगों के पास जितने भी संसाधन उपलब्ध हैं उनका भी वह ठीक से प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं। इस कारण यह कार्यक्रम अधिक सफल नहीं हुआ है।

(iii) भारत में लोग अधिक पढ़े-लिखे नहीं हैं जिस वजह से यह छोटे परिवार के लाभों के बारे में ठीक तरह से नहीं जानते हैं। उन्हें नहीं पता है कि अधिक बच्चे होने से निर्धनता आती है तथा उनका भरण पोषण भी ठीक ढंग से नहीं हो पाता है।

(iv) परिवार कल्याण कार्यक्रम सरकार द्वारा चलाया जाता है तथा इसमें हमेशा ही वित्तीय संसाधनों की कमी होती है। जितना भी पैसा इस कार्यक्रम को दिया जाता है, वह संपूर्ण देश के लिए काफ़ी नहीं होता है।

प्रश्न 20.
परिवार नियोजन कार्यक्रम को कैसे सफल किया जा सकता है?
उत्तर:
(i) सबसे पहले तो विवाह की निम्नतम आयु को कठोरता से लागू करना चाहिए ताकि पढ़-लिखकर वह इस कार्यक्रम के लक्ष्य को समझ सकें।।

(ii) बच्चों को अधिक-से-अधिक पढ़ाना चाहिए तथा उन्हें सरकार द्वारा पढ़ने-लिखने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि उन्हें छोटे परिवार के लाभों तथा बड़े परिवार की हानियों का पता चल सके।

(iii) परिवार नियोजन कार्यक्रम का विस्तार किया जाना चाहिए तथा इसमें स्वैच्छिक संगठनों की सहायता ली जानी चाहिए।

(iv) जो परिवार इस प्रकार के कार्यक्रमों को अपनाएं उन्हें विशेष प्रकार की सुविधाएं दी जानी चाहिएं।

प्रश्न 21.
आगबर्न तथा निमकॉफ के अनुसार गाँवों का विकास कैसे हुआ?
उत्तर:
आगबर्न तथा निमकॉफ ने गाँवों के विकास को तीन भागों में बांटा है-
(i) उनके अनुसार पहले चरण में मानव जंगलों में रहा करता था। जानवरों का शिकार करता था या कंदमूल इकट्ठे करके अपना पेट भरता था। यह उसकी घुमंतू या खानाबदोश अवस्था थी। जहां उसे खाना मिलता था वह वहां चला जाता था। इस स्तर पर गाँव का विकास संभव नहीं था।

(ii) दूसरे चरण में व्यक्ति ने जानवरों का शिकार छोड़कर उन्हें पालना शुरू कर दिया था। इसलिए उन्हें जानवरों के लिए चारा चाहिए होता था। इसलिए जहां उन्हें चारा मिलता वहीं बस जाते थे तथा जब खत्म हो जाता था वो वह जगह छोड़ देते थे। यह भी एक खानाबदोश जैसा ही स्तर था। इसलिए इस चरण में भी गाँव का विकास मुमकिन नहीं था।

(iii) तीसरे चरण में व्यक्ति को उगाने का पता चल गया था। जब उसे फसल या खाने की चीजें उगाने का पता चल गया तो उसने एक जगह पर रहना शुरू कर दिया क्योंकि वह खाने के लिए ही घूमता था। जब उसे खाना एक ही जगह पर मिलना शुरू हो गया तो वह एक ही जगह पर रहने लग गया। इस तरह और लोग भी उसके साथ रहने लग गए। इस तरह गाँव हमारे सामने आया। इस तरह कृषि अवस्था के शुरू होने के बाद गांव सामने आए।

प्रश्न 22.
गाँव के विकास की कौन-सी तीन अवस्थाएं हैं?
उत्तर:
(i) आदिम गाँव-गाँव के विकास में सबसे पहले हमारे सामने आदिम गाँव आए। यह कृषि की प्रारंभिक अवस्था थी। गाँव में रहने वाले आम तौर पर रक्त संबंधी हुआ करते थे। परिवार का मुखिया ही गाँव का मुखिया हुआ करता था। बहुत सीधे-सादे संबंध हुआ करते थे। निजी संपत्ति की धारणा अभी शुरू नहीं हुई थी। वस्तुओं का लेन-देन हुआ करता था।

(ii) मध्यवर्ती गाँव-यह आदिम तथा आधुनिक के बीच की अवस्था थी। गाँव में रक्त संबंधियों के अलावा और लोग भी रहने लगे। सामुदायिक भावना टूटने लगी। स्वार्थ तथा जनसंख्या भी बढ़ने लगी। कृषि के तरीके पुराने हुआ करते थे।

(iii) आधुनिक गांव-इस अवस्था में आदिम तथा मध्यवर्ती गांव की विशेषताएं लुप्त हो चुकी हैं। कृषि व्यवसायीकरण हो चुका है। कृषि करने के आधुनिक तरीके मशीनों के साथ होते हैं। निजी संपत्ति तथा स्वार्थ की भावना का बोलबाला होता है। यातायात तथा संचार के साधनों का विकास हो चुका है तथा वह गांव तक पहुंच चुके हैं। जनसंख्या काफ़ी बढ़ चुकी है।

प्रश्न 23.
आप कैसे कह सकते हैं कि गाँव एक सामाजिक इकाई है?
उत्तर:
यह सच है कि गाँव एक सामाजिक इकाई है। अगर हम ध्यानपूर्वक भारतीय गाँवों का अध्ययन करें तो हमें यह पता चलता है कि गाँव ही भारत की संस्कृति का मूल आधार है। भारत की 70% से ज्यादा जनसंख्या गाँवों में रहती है तथा इतनी ही जनसंख्या कृषि से संबंधित कार्यों में लगी हुई है। चाहे गांवों में परिवर्तन आ रहे हैं पर फिर भी एक इकाई के रूप में यह क्रियाशील है। ग्रामीण समाज भारतीय समाज की संरचना का प्रमुख आधार रहा है। गाँव में लोग मिल-जुल कर रहते हैं। सभी त्योहार मिल-जुल कर मनाते हैं। दुःख-सुख बांटते हैं, उनके संबंध अत्यधिक तथा प्राथमिक होते हैं। इस तरह हम कह सकते हैं कि गांव एक सामाजिक इकाई है।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

प्रश्न 24.
जजमानी प्रथा क्या होती है?
उत्तर:
भारतीय समाज में बहुत पुराने समय से एक प्रथा चली आ रही है जिसको जजमानी प्रथा का नाम दिया गया है। यह आम तौर पर गांवों में पाई जाती थी। ऑस्कर लेविस (Oscar Lewis) के अनुसार, “इस प्रथा के अंतर्गत एक गाँव में रहने वाले प्रत्येक जाति समूह से यह आशा की जाती है कि वह अन्य जातियों के परिवारों को कुछ प्रामाणिक सेवाएं उपलब्ध करें।”

इससे यह स्पष्ट है कि गाँवों में कुछ जाति समूह होते हैं जो दूसरी जातियों को अपनी सेवाएं देते हैं। इनको कमीन कहा जाता है। इस सेवा की एवज में सेवा लेने वाली जाति, जो कि जजमान कहलाती है, उन्हें अनाज, चावल इत्यादि देती थी ताकि वह अपना गुजारा कर सके। बारबर, धोबी, चर्मकार इत्यादि अपनी सेवा दिया करते थे। इसका यह फायदा था कि ऊँची निम्न जातियों में सद्भावना तथा अच्छे संबंध बने रहते थे। यह आमतौर पर परंपरागत हुआ करते थे। पिता के बाद उसका पुत्र काम किया करता था। अगर पत्र ज्यादा होते थे तो उनमें जजमान बंट जाया करते थे। कमीन को अनाज के साथ-साथ कभी-कभी पैसा भी मिलता था।

प्रश्न 25.
नगरीकरण में बढ़ोत्तरी क्यों हो रही है?
अथवा
गाँव से नगरों की ओर प्रवसन तेज़ी से हो रहा है। क्यों?
उत्तर:

  1. देश का औद्योगीकरण हो रहा है।
  2. नगरों में सुविधाएं ज्यादा हैं।
  3. नगरों में शिक्षा, स्वास्थ्य इत्यादि सेवाएं आसानी से प्राप्त हो जाती हैं।
  4. नगरों में रोजगार आसानी से प्राप्त हो जाता है।
  5. नगरों में सुरक्षा ज्यादा होती है।

प्रश्न 26.
गाँवों तथा नगरों में कछ समानताएं बताओ।
उत्तर:

  1. गाँवों तथा नगरों में भारत में समान चुनाव प्रणाली है।
  2. दोनों में राजनीतिक संबंध समान होते हैं।
  3. दोनों में अर्थव्यवस्था समान होती है।
  4. कानून दोनों के लिए समान हैं।
  5. पंचायतों तथा नगरपालिकाओं को समान अधिकार प्राप्त हैं।

प्रश्न 27.
ग्रामीण समुदाय में कौन-कौन से परिवर्तन आ रहे हैं?
उत्तर:

  1. अब गाँव के लोग शहरों की तरफ अधिक भाग रहे हैं।
  2. अब गाँव में भी शिक्षा प्राप्त करने की तरफ ध्यान दिया जाता है।
  3. अब कृषि करने के आधुनिक साधन प्रयोग हो रहे हैं।
  4. जाति प्रथा काफ़ी कमजोर पड़ गई है। उसकी जगह धीरे-धीरे वर्ग व्यवस्था सामने आ रही है।
  5. अब सामाजिक स्थिति जाति या परिवार के आधार पर नहीं बल्कि व्यक्तिगत गुणों के आधार पर होती है।
  6. अब व्यक्तिवादिता का बोलबाला हो रहा है।
  7. अनौपचारिक संबंधों की जगह औपचारिक संबंध बढ़ रहे हैं।
  8. मशीनीकरण के बढ़ने की वजह से कुटीर उद्योग नष्ट हो रहे हैं।

प्रश्न 28.
जनांकिकी का महत्त्व बताइए।
अथवा
जनांकिकी से आप क्या समझते हैं? इसके महत्त्व पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
जनांकिकी मानव विज्ञान से संबंधित है जो जनसंख्या के वितरण पर ध्यान देती है। जनांकिकी में बहुत से तत्व शामिल किए जाते हैं जैसे कि मानवीय जनसंख्या का आकार, जनसंख्या की संरचना, उसका स्थानीय वितरण, जन्म दर, मृत्यु दर, विवाह, आवास, प्रवास, बेरोज़गारी, गतिशीलता इत्यादि। यदि सरकार को इन सभी आंकड़ों का ज्ञान हो तो सरकार जनता के कल्याण के लिए ठीक ढंग से प्रयास कर सकती है। सरकार इन आंकड़ों की सहायता से कई प्रकार की योजनाएं बना सकती है जिससे देश प्रगति कर सकता है। इसकी सहायता से देश में उत्पादन, उपभोग तथा वितरण को ठीक ढंग से संतुलित किया जा सकता है जिससे काफ़ी कुछ सामान खराब होने से बचाया जा सकता है।

प्रश्न 29.
जनसंख्या विस्फोट क्यों होता है?
उत्तर:
जनसंख्या विस्फोट का अर्थ है-जनसंख्या का अप्रत्याशित रूप से आवश्यकता से अधिक बढ़ जाना अर्थात् जनसंख्या का इतना अधिक बढ़ जाना कि उसके परिणाम विनाशकारी हों। यह वास्तव में उस समय होता है जब जन्म दर तथा मृत्यु दर में काफ़ी अधिक अंतर उत्पन्न हो जाए। सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं की सहायता से अलग अलग बिमारियों पर तो नियंत्रण कर लेती है तथा मृत्यु दर कम हो जाती है। परंतु इसके विपरीत जन्म दर में कमी नहीं आ पाती है जिस कारण जनसंख्या विस्फोट हो जाता है। इसके अतिरिक्त अनपढ़ लोगों को छोटा परिवार रखने के लाभ समझ में नहीं आते तथा वह बच्चे पैदा करते रहते हैं। इससे भी जनसंख्या विस्फोट हो जाता है।

निबंधात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
सामाजिक जनांकिकी क्या होती है? जनांकिकी के क्षेत्र तथा विषय सामग्री के बारे में बताएं।
अथवा
जनांकिकी का महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
अथवा
जनांकिकी की परिभाषा दीजिए।
उत्तर:
Demography शब्द का हिंदी अर्थ जनांकिकी है। Demography शब्द ग्रीक भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ है जनसंख्या के बारे में लिखना। इस शब्द का प्रयोग सबसे पहले गुलियार्ड (एक फ्रांसीसी विद्वान्) ने 1885 में किया था। जनांकिकी का अर्थ जनसंख्या की विशेषताओं का अध्ययन तथा विश्लेषण करने वाला विज्ञान है। दूसरे शब्दों में, मानव जनसंख्या के अध्ययन को जनांकिकी कहते हैं।

अलग-अलग विद्वानों ने जनांकिकी की परिभाषाएं अपने-अपने दृष्टिकोण से दी हैं इसलिए एक ही परिभाषा पर पहुंचना कठिन है। फिर भी हम अलग अलग विद्वानों द्वारा दी गई परिभाषाओं का वर्णन नीचे कर रहे हैं-
(1) गलियार्ड के अनुसार, “जनांकिकी एक गणितीय ज्ञान है जो जनसंख्या की समान गतियों, भौतिक, सामाजिक, बौद्धिक तथा नैतिक दशाओं का अध्ययन करती है और कहीं अधिक विस्तृत अर्थों में यह मानव जाति का प्राकृतिक और सामाजिक इतिहास है।”

(2) डोनाल्ड बोग के अनुसार, “जनांकिकी मानव जनसंख्या के आकार, संगठन, स्थानीय वितरण तथा उसमें प्रजनन, मृत्यु, विवाह, देशांतरण व सामाजिक गतिशीलता की पांच प्रक्रियाओं द्वारा समय-समय पर होने वाले परिवर्तनों का गणितीय तथा सांख्यिकीय अध्ययन है।”

(3) बेंजामिन के अनुसार, “जनांकिकी मानवीय जनसंख्या का एक समग्र के रूप में वृद्धि, विकास तथा गतिशीलता से संबंधित अध्ययन है।”

(4) हपिल के अनुसार, “जनांकिकी मानवीय जीवन का सांख्यिकीय अध्ययन है।”

उपरोक्त परिभाषाओं के आधार पर हम कह सकते हैं कि जनांकिकी मानव विज्ञान से संबंधित है जो जनसंख्या के वितरण पर ध्यान देती है। जनांकिकी में जनसंख्या के गुणात्मक हिस्से तथा गणनात्मक हिस्से पर ध्यान दिया जाता है। अगर हम जनांकिकी के अर्थ विशाल अर्थों में लें तो इसमें कई प्रकार के तत्त्व शामिल किए जा सकते हैं जैसे मानवीय जनसंख्या का आकार, जनसंख्या की संरचना, उसका स्थानीय वितरण, जन्म दर, मृत्यु दर, विवाह, आवास, प्रवास, बेरोजगारी, गतिशीलता इत्यादि।

इन सब चीजों को हम जनांकिकी में शामिल कर सकते हैं क्योंकि ये सब चीजें जनांकिकी को प्रभावित करती हैं। उदाहरण के तौर पर, जन्म दर के बढ़ने से जनसंख्या के आकार में बढ़ोत्तरी होगी तथा मृत्यु दर के बढ़ने से जनसंख्या के आकार में कमी आएगी। इस तरह जनांकिकी में वह सब चीजें सम्मिलित हो सकती हैं जो जनसंख्या के वितरण, उसके घनत्व को प्रभावित करती हैं।

जनांकिकी का क्षेत्र तथा विषय-सामग्री (Scope and Subject Matter)-जिस तरह किसी भी विषय के क्षेत्र तथा सामग्री के बारे में विद्वान् एक मत नहीं होते उसी तरह से जनांकिकी के क्षेत्र तथा विषय सामग्री के बारे में विद्वान् एक मत नहीं हैं। इसके बारे में हमें दो दृष्टिकोण व्यापक तथा संकुचित मिल जाते हैं। व्यापक दृष्टिकोण के समर्थकों में वांस, मूरे तथा स्पेंग्लर प्रमुख हैं तथा संकुचित दृष्टिकोण के समर्थकों में बर्कले, थाम्पसन एवं लेविस, हाऊजर एवं डंकन प्रमुख हैं। इन दोनों दृष्टिकोणों के कई अंतर हैं तथा इन अंतरों को स्पष्ट करने के लिए दो शब्दों का प्रयोग किया गया है जनांकिकी समष्टिभाव तथा जनांकिकी व्यष्टिभाव।

जनांकिकी व्यष्टिभाव में मनुष्य, उसके परिवार तथा समूह का अध्ययन विद्वान करते हैं जबकि जनांकिकी समष्टिभाव में मानव द्वारा निर्मित व्यवस्थाओं, उसकी संस्कृति तथा सामाजिक व्यवस्थाओं का अध्ययन किया जाता है। असल में, जनांकिकी में निगमन (Deductive) विधि का प्रयोग किया जाता है पर धीरे-धीरे इसमें आगमन (Inductive) विधि का प्रयोग होना शुरू हो गया है। इसीलिए जनांकिकी के क्षेत्र को समझने के लिए समष्टिभाव तथा व्यष्टिभाव का प्रयोग किया गया है। जनांकिकी को दो भागों में बांटा गया है

  • औपचारिक जनांकिकी प्रक्रियाएं जिनमें जन्म, मृत्यु, प्रवास, विवाह, तलाक आदि प्रक्रियाएं शामिल हैं।
  • अनौपचारिक जनांकिकी प्रक्रियाएं जिनमें विभिन्न आयु वर्ग, पुरुष-स्त्री अनुपात, जनसंख्या का आकार तथा मिश्रण को शामिल किया गया है।।

जनसंख्या से संबंधित आर्थिक तथा सामाजिक समस्याएं भी अनौपचारिक जनांकिकी में आते हैं। आजकल अनौपचारिक जनांकिकी सामाजिक जनांकिकी में बदल गई है क्योंकि जनांकिकी का एक विषय के रूप में धीरे-धीरे विकास हो रहा है। जनसंख्या का आकार, वितरण, बनावट, सामाजिक तथा आर्थिक कारक भी इसके क्षेत्र में आ गए हैं। जनांकिकी में परिवर्तन के साथ-साथ आजकल उन परिवर्तनों में कौन-से सामाजिक तथा आर्थिक कारण ज़िम्मेदार थे, उनका भी अध्ययन किया जाता है। जिस वजह से जनांकिकी का विश्लेषण अब वैज्ञानिक तरीके से हो रहा है।

सामाजिक जनांकिकी का आधार सामाजिक प्रक्रियाएं हैं तथा यह आधार सामाजिक संरचनाओं को नियमित करता है। सामाजिक प्रक्रियाओं में सामाजिक, सांस्कृतिक लेन-देन, मूल्य, रीति-रिवाज, विश्वास, शिक्षा, पारिवारिक संरचना, गतिशीलता, वर्ग, जाति, विवाह, व्यवसाय, नातेदारी आदि अनेक बदलाव शामिल किए जाते हैं। जो समाजशास्त्री जनांकिकी का अध्ययन करता है, वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इन ऊपर दी गई प्रक्रियाओं का भी अध्ययन करता है। वैसे आम तौर पर जनांकिकी में निम्नलिखित विषय शामिल किए जाते हैं-

  • जनसंख्या का वितरण (Distribution)-जनसंख्या का शहरों तथा गाँवों में वितरण, व्यवसाय तथा भौगोलिक वितरण इसमें शामिल है।
  • जनसंख्या का आकार-जनसंख्या का आकार कितना है, यह कौन-से कारकों से प्रभावित होता है। जन्म दर, मृत्यु दर, वृद्धि दर, आवास, प्रवास इत्यादि इसमें शामिल हैं।
  • जनसंख्या की विशेषता-जनसंख्या में कौन-कौन सी विशेषताएं हैं, और समाजों की जनसंख्या की विशेषताओं के साथ तुलनात्मक अध्ययन इसमें आता है।
  • जनसंख्या की संरचना-इसमें जनसंख्या की संरचना से संबंधित कई विषय; जैसे आयु संरचना, पुरुष-स्त्री लिंग अनुपात, शिक्षा, स्वास्थ्य का स्तर इत्यादि शामिल किए जाते हैं।
  • जनसंख्या में परिवर्तन-कौन-कौन से कारकों की वजह से जनसंख्या के आकार, संरचना इत्यादि में परिवर्तन आते हैं, सभी इसमें शामिल किए जाते हैं।
  • जनसंख्या की कई प्रकार की विशेषताएं होती हैं। इन विशेषताओं में क्यों परिवर्तन आते हैं, वह कौन-से कारक हैं, उन सब सामाजिक तथा आर्थिक कारकों का अध्ययन इसमें शामिल है।

इसके साथ-साथ अध्ययन करने की सुविधा की दृष्टि से निम्नलिखित विषयों से संबंधित विषय-सामग्री को भी इसमें शामिल किया जाता है।

  • जीवशास्त्र संबंधी-इसमें जन्म तथा मृत्यु दर, वृद्धि दर, मृत्यु तथा जन्म दर के कारण, लिंग अनुपात, आयु संरचना आदि चीजें शामिल की जाती हैं।
  • समाजशास्त्र संबंधी-इसमें वैवाहिक स्थिति, धर्म का स्वरूप, पारिवारिक संरचना, शिक्षा, जाति व्यवस्था, इत्यादि शामिल किए जाते हैं।
  • भूगोल संबंधी-इसमें जनंसख्या का भौगोलिक वितरण तथा उसके कारण शामिल किए जाते हैं।
  • अर्थशास्त्र संबंधी-इसमें रोजगार तथा बेरोज़गारी की स्थिति. जीवन-स्तर. आय का स्तर. खादय सामग्री का स्तर तथा वितरण, जनसंख्या की गतिशीलता, श्रम पूँजी का निर्माण, जनसंख्या की कार्य-क्षमता आदि शामिल हैं।

1954 के बाद से जनांकिकी के विषय को ज्यादा महत्त्व दिया जा रहा है, इसलिए इसके विषय में लगातार वृद्धि हो रही है। यही वजह है कि इसकी सीमा अभी कम है तथा इसको एक सीमा में बाँधना ठीक नहीं है।

प्रश्न 2.
भारत की बदलती जनांकिकी स्थिति के बारे में बताओ।
उत्तर:
भारत की बदलती सामाजिक जनांकिकी स्थिति को अच्छी तरह समझने के लिए अग्रलिखित कारकों को समझना ज़रूरी है-

  • जन्म दर एवं मृत्यु दर (Birth and Death Rate)
  • जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy)
  • लिंग अनुपात (Sex Ratio)
  • साक्षरता (Literacy)
  • जन घनत्व (Population Density)
  • ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या (Rural and Urban Population)
  • आयु संरचना (Age Structure)
  • धर्म (Religion)

(i) जन्म दर एवं मृत्यु दर (Birth and Death Rate)-किसी भी देश की जनसंख्या का ज्ञान प्राप्त करने के लिए यह ज़रूरी है कि उस देश की जन्म-मृत्यु दर की जानकारी हो। इस भिन्नता के आधार पर देश की जनसंख्या में वृद्धि या कमी का पता चल जाता है।

YearBirth Rate per 1000Death Rate per 1000Difference
190145.844.41.4
192148.148.6-0.5
195139.927.412.5
197141.219.021.2
199132.511.421.1
200127.09.018.0
201120.977.4813.49

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि आज़ादी के बाद जन्म दर में कमी आई पर साथ में स्वास्थ्य सेवाओं के बढ़ने की वजह से मृत्यु दर में भी काफ़ी कमी आई है। 1951 तक मृत्यु दर ज्यादा होने से जनसंख्या वृद्धि काफ़ी कम थी पर 1951-1991 में मृत्यु दर की अपेक्षा जन्म दर धीमी गति से कम हुई। देश में मृत्यु दर पर नियंत्रण पा लिया गया है। 1991 में मृत्यु दर 11.4 थी जो 2001 में 9 पर आ गई थी पर जन्म दर 27 थी इस वजह से जनसंख्या वृद्धि भी उच्च है। 2011 में जन्म दर 20.97% तथा मृत्यु दर 7.48% थी।

(ii) जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy)-जीवन प्रत्याशा से अभिप्राय है कि एक निश्चित समय पर पैदा हुए व्यक्ति की आम हालातों में कितने वर्ष तक जीवित रहने की संभावना है। मानव बिकास रिपोर्ट के अनुसार 1997 में जन्म के समय विकसित देशों में यह 77.7 वर्ष, विकासशील देशों में 64.4 वर्ष तथा अल्प विकसित देशों में 51.7 वर्ष है।

Decadeभारत में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा
MalesFemalesOverall
1911-2119.420.920.1
1931-4132.131.431.8
1951-6141.940.641.2
1971-8154.154.754
1991-200162.5
2001-201165.7767.9566.8

इससे यह स्पष्ट है कि 1911-21 में भारत में जीवन प्रत्याशा मात्र 20 वर्ष थी जोकि 1951 में 32 वर्ष हो गई। 1941-51 के दौरान यह 32 वर्ष हो गयी। स्वतंत्रता के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार हुआ जिस वजह से जीवन प्रत्याशा काफ़ी बढ़ गई है। सन् 2001 में यह बढ़कर 62.5 वर्ष हो गई है तथा 2011 में 66.8 वर्ष है।

(iii) लिंग अनुपात (Sex Ratio) लिंग अनुपात का अर्थ है 1000 पुरुषों के पीछे कितनी स्त्रियां हैं। 2001 में 53.1 करोड़ पुरुषों के पीछे 49.6 करोड़ महिलाएं थीं। इससे पता चलता है कि पुरुषों के पीछे औरतें काफ़ी कम हो रही हैं।

सन्आदमीऔरतें
19011000972
19111000964
19311000950
19511000946
19711000930
19911000927
20011000933
20111000940

इन आंकड़ों से पता चलता है कि 1901-2001 के 100 वर्षों में आम लिंगानुपात में कमी आई है। 1991 में महिलाएं कुछ बढ़ी हैं तथा 2001 में भी इसमें बढ़ोत्तरी हुई है। केरल ही एकमात्र राज्य है जहां यह अनुपात स्त्रियों के अनुकूल है। केरल में यह 1000 पुरुषों के बदले 1058 है। पांडिचेरी में यह अनुपात 1001 है। 2001 में हरियाणा में 861 तथा चंडीगढ़ में 773 था जो सब से कम है।

(iv) साक्षरता (Literacy)-साक्षरता जनसंख्या की संरचना का न केवल ज़रूरी तत्व है बल्कि यह उस देश के मानव विकास का सूचक भी है। 20वीं शताब्दी के शुरू में भारत में साक्षरता दर काफ़ी कम थी तथा 1947 तक इसमें धीमी गति से वृद्धि हुई। 1901 में साक्षरता दर 5.35% थी जिनमें पुरुष 9.83% तथा स्त्रियां 0.60% साक्षर थीं।

1951 में यह दर 27.16% पुरुष तथा 8.86% स्त्रियों की थी जबकि कुल साक्षरता दर 18.33% थी। 1951-2001 तक साक्षरता दर 18.33% से बढ़कर 65.38% हो गई है। 2001 की जनगणना के अनुसार यह दर 75.85% पुरुषों की तथा 54.16% स्त्रियों की थी तथा 2011 में यह 82.1% तथा 65.5% थी। इन दोनों के अंतर में निरंतर कमी आ रही है। 1991 तथा 2001 की जनगणना के अनुसार केरल, लक्षद्वीप में साक्षरता दर सब से अधिक है।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

(v) जन घनत्व (Population Density)-जनसंख्या घनत्व भूमि एवं जनसंख्या में अनुपात दर्शाता है। जन घनत्व का अर्थ है औसतन एक वर्ग कि०मी० में रहने वाले व्यक्तियों की संख्या। देश की जनसंख्या में वृद्धि के कारण घनत्व भी बढ़ रहा है। 2011 की जनगणना के अनुसार यह 361.75 प्रति वर्ग कि०मी० है। 2001 में यह 324 तथा 1991 में 267 था। देश में कई क्षेत्रों में घनत्व काफी ज्यादा है तथा कई क्षेत्रों में काफी कम है। 2001 में पश्चिम बंगाल का जनसंख्या घनत्व 904 दर्ज किया गया था जो कि सबसे ज्यादा है जबकि अरुणाचल प्रदेश में सबसे कम 13 था। दिल्ली में यह 9294 था जबकि अंडमान तथा निकोबार में 43 व्यक्ति प्रति वर्ग कि० मी० था।

(vi) ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या (Rural and Urban Population)-देश की जनसंख्या की संरचना को सही ढंग से समझने के लिए ग्रामीण एवं शहरी जनसंख्या की जानकारी ज़रूरी है। 1901 से 2001 के 100 वर्षों के दौरान शहरों की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है।

वर्षजनसंख्या (करोड़ में)
ग्रामीणनगरीय
190124.32.6
192122.32.8
193124.63.3
195129.96.2
197143.910.9
199162.921.8
200174.228.5
201183.337.7

इन आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि 1901 में केवल 10.8% लोग नगरों में रहते थे। 1951 में 82.7% लोग गांव तथा 17.3% लोग शहरों में रहते थे। 2001 में यह 72.2% तथा 27.8% हो गई तथा 2011 में यह 68.84% तथा 31.16% है। इससे पता चलता है कि धीरे-धीरे गांव के लोग शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं। 2001 में सबसे ज्यादा नगरों में लोग गोवा (49.77%) रहते थे। हिमाचल में केवल 9.79% लोग नगरों में रहते हैं।

(vii) आयु संरचना (Age Structure)-भारत की आयु संरचना देश की जनसंख्या का रोचक चित्र पेश करती है।
HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना 2
1991 की जनगणना के अनुसार 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों की संख्या 36% थी। 57% लोग 15-59 वर्ष की आयु वर्ग में थे जबकि 60 से ऊपर वाले 7% थे। विभिन्न जनगणनाओं से पता चलता है कि 14 वर्ष तक की आयु में निरंतर कमी हो रही है जबकि 60 व अधिक आयु वर्ग की जनसंख्या बढ़ रही है। यह जीवन प्रत्याशा के बढ़ने की वजह से है।

(vii) धर्म (Religion)-भारत में कई धर्मों के लोग रहते हैं। 1991 की जनगणना के अनुसार 82.4% लोग हिंदू थे। जनगणना के अनुसार 1961 में हिंदू 83.5% पर यह 1991 में घटकर 82.4% रह गए। हिंदू कम हो रहे हैं पर मुसलमानों की संख्या 1961 में 10.7% से बढ़कर 1991 में 11.7 पहुँच गई। इस तरह इस के दौरान हिंदुओं में 1% कमी आई है पर मुसलमान 1% बढ़े हैं। 1961-91 में ईसाइयों एवं जैनियों की जनसंख्या प्रतिशत में कमी आई है जबकि सिक्खों व बौद्धों की जनसंख्या बढ़ी है।

इस तरह हम देख सकते हैं कि भारत में जनांकिकी संख्या या जनांकिकी में लगातार परिवर्तन आ रहे हैं।

प्रश्न 3.
भारत की राष्ट्रीय जनसंख्या नीति-1976 तथा राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 के बारे में बताएं।
अथवा
भारत की जनसंख्या नीति-2000 का संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर:
भारत की जनसंख्या में 1947 के बाद काफ़ी बढ़ोत्तरी हई क्योंकि आजादी के बाद स्वास्थ्य सेवाओं के बढ़ने से मृत्यु दर में कमी आयी। चाहे जन्म दर में भी कमी आयी पर इतनी तेजी से नहीं जितनी तेजी से मृत्यु दर में कमी आयी। इसलिए देश में दो बार राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 1976 तथा 2000 में बनी जिनका वर्णन निम्नलिखित है-

राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 1976-25 जून-1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश में आपात्काल की घोषणा कर दी जो कि 1977 तक चली। आपात्काल के दौरान 1976 में राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की घोषणा की गई जिसकी प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं-

  • लड़कियों के विवाह की न्यूनतम आयु 15 वर्ष से बढ़ा कर 18 वर्ष तथा लड़कों की 18 वर्ष से 21 वर्ष कर दी गई।
  • सरकार स्त्री शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए विशेष प्रावधान करेगी।
  • पुरुष-स्त्री द्वारा परिवार नियोजन के लिए बंध्यीकरण (Sterlization) कराने के लिए मुआवजे की राशि में वृद्धि कर दी गई।

आपात्काल का लाभ उठाते हुए सरकार ने बंध्यीकरण को तेज़ कर दिया तथा लाखों लोगों का उनकी इच्छा के विरुद्ध बंध्यीकरण कर दिय 82 लाख लोगों को बंध्यीकरण किया गया जो कि अपने आप में एक रिकार्ड है।

राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000-सरकार ने अलग-अलग स्वैच्छिक संगठनों, विद्वानों तथा जनांकिकी में रुचि रखने वाले लोगों तथा सरकारी तंत्र से विचार-विमर्श करके राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 बनाई जिसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं-

  • शिशु मृत्यु दर प्रति हज़ार 30 से नीचे लाना।
  • मातृत्व मृत्यु दर प्रति एक लाख जन्मों पर 100 से कम लाना।
  • कन्या विवाह को देरी से करने को बढ़ावा देना।
  • जन्म-मृत्यु, विवाह व गर्भावस्था का शत-प्रतिशत पंजीकरण करना।
  • प्रजनन विनियमन के लिए सूचना, सलाह तथा सेवाओं को सब लोगों तक पहुंचाना।
  • गर्भ निरोधक तरीकों के व्यापक तरीकों का पता लगाना तथा लोगों को इसकी जानकारी देना।
  • 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों को मुफ्त तथा ज़रूरी शिक्षा के लिए कदम उठाना।
  • एड्स प्रसार को रोकना।
  • परिवार कल्याण तथा जन केंद्रित कार्यक्रमों में तालमेल बिठाना।

इस तरह इन दोनों नीतियों का मुख्य उद्देश्य जनंसख्या में कमी लाना है। कहा जाता है कि 1956-2000 के दौरान 25 करोड़ बच्चों को पैदा होने से रोका जा सका है।

प्रश्न 4.
भारतीय जनसंख्या नीति की विशेषताओं तथा उपलब्धियों के बारे में चदा
अथवा
भारत की जनसंख्या नीति पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
आज भारत की जनसंख्या 10 5 करोड़ से ऊपर हो चुकी है। यह दुनिया में सिर्फ चीन से कम है। कहा जाता है कि जिस रफ़्तार से भारत की जनसंख्या बढ़ रही है अगर उसी हिसाब से बढ़ती रही तो 292) तक भारत जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। भारत सरकार इस पक्ष से काफ़ी चिंतित है। इसलिए उसने समय समय पर कई प्रकार की जनसंख्या नीतियां बनाई हैं। इन सभी नीतियों की विशेषताएं निम्नलिखित हैं-

जनसंख्या नीति की विशेषताएं-
(i) कम जन्म दर (Reduction of Birth Rate)-1947 के बाद से वर्तमान समय तक मृत्यु दर में काफ़ी कमी आयी है। जनसंख्या की वृद्धि को रोकने के लिए ज़रूरी है कि जन्म दर कम हो तभी जनसंख्या कम हो सकती है। इस को ध्यान में रखते हुए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई विधियों को अपनाया जा रहा है। अप्रत्यक्ष तरीकों में गरीबी हटाओ कार्यक्रम, स्त्रियों में शिक्षा का विस्तार तथा साक्षरता दर में वृद्धि करना है। इसके साथ ही विवाह के लिए आयु निश्चित करने से भी जन्म दर कम हो सकती है।

(ii) विस्तृत विषय क्षेत्र (Wider Scope)-जनसंख्या नीति का विषय क्षेत्र अति व्यापक है। इसके अंतर्गत जनसंख्या नियंत्रण की विधियों के अलावा दूसरे कार्यक्रमों, जैसे स्वास्थ्य, माताओं तथा बच्चों के स्वास्थ्य को भी लिया जाता है। वास्तव में यह कार्यक्रम परिवार कल्याण कार्यक्रम में विकसित हो रहा है।

(iii) स्वैच्छिक नीति (Voluntary Policy)-भारत सरकार द्वारा अपनायी जनसंख्या संबंधी नीति एक स्वैच्छिक नीति है जिसका उद्देश्य लोगों की मदद से जनसंख्या पर नियंत्रण करना है। इसके अंतर्गत लोगों को छोटे परिवार के लाभों के बारे में बताया जाता है तथा उन्हें जन्म दर कम करने के लिए भी प्रेरित किया जाता है।

(iv) विभिन्न विधियाँ (Different Methods) इस नीति का उद्देश्य जन्म दर को कम करना है जिसके लिए कई विधियों को अपनाया जाता है। परिवार नियोजन केंद्रों में लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि लोगों को इन विधियों के प्रयोग में कोई परेशानी न आ सके।

(v) प्रचार (Propoganda) परिवार नियोजन कार्यक्रम एक बड़े पैमाने पर शुरू किया गया है। लोगों को मुफ्त या कम कीमत पर सामग्री बांटी जाती है। इसके साथ-साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम का प्रचार दूरदर्शन, मैगज़ीन, रेडियो, समाचार-पत्र, किताबों इत्यादि की मदद से किया जाता है। इस कार्यक्रम की विधियों को लोगों को बताने के लिए डॉक्टरों तथा नसों को विशेष ट्रेनिंग दी जाती है।

(vi) संगठन एवं शोध (Organization and Research)-परिवार नियोजन कार्यक्रम संबंधी पैसे केंद्र सरकार देती है पर कार्यक्रम को राज्य सरकार लागू करती है। यह कार्यक्रम पंचायत से शुरू किया जाता है ताकि सभी को प्रतिनिधित्व तथा प्रशिक्षण मिल सके। जन्म दर को कम करने की विधियों की लोगों को जानकारी दी जाती है तथा इसके बारे में शोध भी जारी है।

जनसंख्या नीति की उपलब्धियाँ
(Achievements of India’s Population Policy)
भारत में जनसंख्या नीति की उपलब्धियाँ निम्नलिखित हैं:
(i) जन्म दर में कमी (Decline in Birth Rate)-आजादी के बाद भारत की जनसंख्या तेजी से बढ़ी क्योंकि मृत्यु दर में कमी आयी है। मृत्यु दर में कमी के साथ-साथ सरकार ने जन्म दर में कमी के लिए भी उपाय किए हैं। इसके लिए जनसंख्या नीति तैयार की गई। 1951 में जो जन्म दर 40 प्रति हज़ार थी वह 2001 में कम होकर 27 प्रति हज़ार रह गई है। इस तरह जन्म दर में कमी जनसंख्या नियंत्रण का एक महत्त्वपूर्ण उपाय है।

(ii) मृत्यु दर में कमी (Decline in Death Rate)-आजादी से पहले स्वास्थ्य सेवाओं की कमी थी क्योंकि सरकार विदेशी थी। आज़ादी के बाद अपनी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से विस्तार किया जिस कारण मृत्यू दर में काफ़ी कमी आयी है। 1951 में मृत्यु दर 27.4 थी जो कि 2001 में कम होकर 9 रह गई है। भारत में मृत्यु दर दूसरे सभी विकासशील देशों से कम है।

(iii) जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy) आज़ादी से पहले स्वास्थ्य सेवाओं की कमी की वजह से जीवन प्रत्याशा कम थी पर आज़ादी के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोत्तरी तथा जनसंख्या नियंत्रण के लिए किए गए प्रयासों के कारण जीवन प्रत्याशा लगभग दुगुनी हो गई है। 1951 में व्यक्ति की जीवन प्रत्याशा 32 वर्ष थी जो कि 2001 में 62.5 वर्ष हो गई है। यहां एक बात ध्यान देने योग्य है कि पुरुषों की जगह महिलाओं में जीवन प्रत्याशा अधिक है जोकि 1951 से उलट है।

(iv) बंध्यीकरण (Sterlization)-बंध्यीकरण या नपुंसीकरण जन्म दर नियंत्रण का एक अच्छा, लोकप्रिय तथा हानि रहित तरीका है। यह एक प्रकार का छोटा-सा आप्रेशन होता है जिससे व्यक्ति की प्रजनन शक्ति को खत्म कर दिया जाता है। 1956 में यह संख्या 7153 थी जोकि 1967-68 में 18 लाख, 1976-77 में 80 लाख तथा 1999-2000 तक यह 6 करोड़ तक पहुंच गई थी।

(v) शिशु मृत्यु दर में कमी (Decline in Infant Mortality Rate)-आजादी के बाद से अब तक शिशु मृत्यु दर आधे से भी कम रह गई है। 1951 में यह दर 146 थी जोकि 2001 में कम होकर सिर्फ 70 रह गई है।

इस तरह इन सब को देखकर हम कह सकते हैं कि भारत में सरकार ने कई प्रकार के कार्यक्रम चला कर जनसंख्या को नियंत्रण में रखने की कोशिश की है तथा इसमें काफ़ी हद तक सफलता भी पाई है। चाहे मृत्यु दर की अपेक्षा जन्म दर आज भी काफ़ी ज्यादा है पर फिर भी सरकार इसको कम करने के प्रयास कर रही है।

प्रश्न 5.
भारत की जनसंख्या नीति की कमजोरियां तथा इसके बेहतर परिणामों के लिए अपने सुझाव दें।
अथवा
परिवार नियोजन कार्यक्रम की कमजोरियों तथा इसके बेहतर परिणामों के लिए सुझाव दें।
उत्तर:
भारत को आजाद हुए 60 वर्ष से अधिक हो चुके हैं तथा भारत की आबादी इस समय 105 करोड़ से ऊपर पहुंच चुकी है। आजादी से पहले जन्म दर तथा मृत्यु दर में ज्यादा अंतर नहीं था। अगर जन्म दर ज्यादा थी तो मृत्यु दर भी उसके आस-पास ही थी क्योंकि स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव था। आज़ादी के बाद सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने पर काफ़ी ध्यान दिया। अस्पताल, डिस्पैंसरी इत्यादि हज़ारों की संख्या में खोले गए ताकि लोग बीमारी की वजह से न मरें।

इन प्रयासों की वजह से मृत्यु दर में काफ़ी ज्यादा कमी आयी। 1951 में जो 27 थी वह 2001 में केवल 9 तक रह गयी। पर इसके साथ-साथ सरकार ने जन्म दर में भी कमी करने की कोशिश की। चाहे जन्म दर में भी कमी आयी है पर फिर भी उतनी तेजी से नहीं आयी है जितनी तेजी से यह मृत्यु दर में आयी है। सरकार के बहुत से प्रयासों के बावजूद परिणाम संतोषजनक नहीं रहे हैं। परिवार नियोजन के कार्यक्रम पूरी तरह सफल नहीं हो पाए हैं। इसके कई कारण हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित है:
(i) उच्च जन्म दर (High Birth Rate) भारत में परिवार नियोजन कार्यक्रमों पर सरकार ने पिछले 50 वर्षों में अरबों रुपये खर्च कर दिए हैं। हर साल बजट में इन पर खर्च की जाने वाली रकम बढ़ा दी जाती है पर फिर भी यह 1951 में 40 से कम होकर 2001 में केवल 27 तक पहुँच पायी है जबकिं विकसित देशों अमेरिका, जापान, इत्यादि में यह केवल 10 प्रति हज़ार है।

(ii) निम्न जीवन प्रत्याशा (Low Life Expectancy)-1951 में भारत में जीवन प्रत्याशा 32 वर्ष थी जोकि स्वास्थ्य सेवाओं की वजह से 2001 में 62.5 वर्ष हो गई है। विश्व में यह 66 वर्ष, विकसित देशों में यह 78 वर्ष है तथा विकासशील देशों में यह 64 वर्ष है जोकि भारत से ज्यादा है। अतः औसत आयु के बढ़ने के बावजूद भी यह और देशों की तुलना में काफ़ी कम है।

(iii) उच्च शिशु मृत्यु दर (High Infant Mortality Rate)-भारत में शिशु मृत्यु दर भी काफ़ी उच्च है। देश में 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर 98 है जबकि दुनिया के 138 और देशों में यह भारत से काफ़ी कम है। यहां तक कि कई देशों में यह 10 से भी कम है।

(iv) यह केवल सरकारी कार्यक्रम बन कर रह गया है (It remained aGovernment Programme)-परिवार कल्याण तथा परिवार नियोजन कार्यक्रमों को सहायता पूरी तरह से केंद्र सरकार देती है पर यह सारे कार्यक्रम राज्य सरकारें कार्यान्वित करती हैं। इतने लंबे समय से चले आ रहे कार्यक्रमों को अभी भी जनता से नहीं जोड़ा जा सका है। फलस्वरूप लोग इसे सरकारी कार्यक्रम मानते हैं तथा इसके साथ नहीं जुड़ते।

(v) खर्च पर अधिक ध्यान (More Care on Spending)-भारत की जनसंख्या नीति की यह कमज़ोरी रही है कि इन कार्यक्रमों के लिए जो पैसा दिया जाता है, उसे समय से पहले ही खर्च करने पर बल दिया जाता है। इस बात को नहीं देखा जाता कि जिन लोगों के ऊपर धन खर्च किया जा रहा है उन पर खर्च करना ज़रूरी है या नहीं।

इसके अलावा लोगों की अनपढ़ता, ग़रीबी इन कार्यक्रमों को अपनाने के प्रति संकोच भी इन नीतियों की कमजोरी का एक कारण रही है।

बेहतर परिणामों के लिए सुझाव:
भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों से बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:

  • युवाओं को देरी से विवाह करने के लिए प्रेरित करना ताकि वह समझदार हो जाएं तथा ज्यादा बच्चों के होने के नुकसान के बारे में समझ सकें।
  • महिलाओं को संतानोत्पति के अलावा और आर्थिक कामों में भागीदार बनाना ताकि वह आर्थिक तौर पर खुद ही सुदृढ़ हो सकें तथा परिवार के आकार के बारे में खुद फैसला कर सकें।
  • शत-प्रतिशत शिक्षा दर को प्राप्त करना ताकि लोग पढ़-लिख कर सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों को समझ कर अपना सकें।
  • जिन जातियों या धार्मिक समूहों में उच्च जन्म दर है उन पर परिवार नियोजन के विशेष कार्यक्रमों को लागू करना ताकि उनकी उच्च जन्म दर को नीचे लाया जा सके।
  • विवाह, जन्म तथा मृत्यु का पूरी तरह पंजीकरण करना ताकि सरकार को सही आंकड़े मिल सकें।
  • जनसंचार के माध्यमों के माध्यम से परिवार कल्याण तथा परिवार नियोजन के तरीकों का प्रचार करना ताकि लोग इनको अपना कर जन्म दर को कम कर सकें।

प्रश्न 6.
जनसंख्या वृद्धि के माल्थस के सिद्धांत तथा जनसांख्यिकीय संक्रमण के सिद्धांत का वर्णन करें।
अथवा
माल्थस के जनसंख्या के सिद्धांत को स्पष्ट करें।
उत्तर:
जनसंख्या वृद्धि का माल्थस का सिद्धांत-जनसांख्यिकी के सबसे अधिक प्रसिद्ध सिद्धांतों में से एक सिद्धांत अंग्रेज़ राजनीतिक अर्थशास्त्री थॉमस माल्थस के नाम से जुड़ा है। माल्थस का कहना था कि जनसंख्या उस तुलना में अधिक तेजी से बढ़ती है जिस दर पर मनुष्य के भरण-पोषण के साधन बढ़ सकते हैं। इस कारण ही मनुष्य निर्धनता की स्थिति में रहने को बाध्य होता है क्योंकि जनसंख्या की वृद्धि की दर से अधिक होती है।

क्योंकि जनसंख्या वृद्धि दर कृषि उत्पादन की वृद्धि दर अधिक होती है इसलिए समाज की समृद्धि को एक ढंग से बढ़ाया जा सकता है तथा वह है जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रण में रखा जाए। या तो मनुष्य अपनी इच्छा से जनसंख्या को नियंत्रण में रख सकते हैं या फिर प्राकृतिक आपदाओं से माल्थस का मानना था कि अकाल तथा महामारी जैसी विनाशकारी घटनाएं जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए अपरिहार्य होती हैं। इन्हें प्राकृतिक निरोध कहा जाता है क्योंकि यह ही बढ़ती जनसंख्या तथा खाद्य आपूर्ति के बीच बढ़ते असंतुलन को रोकने का प्राकृतिक उपाय है।

माल्थस के अनुसार जनसंख्या नियंत्रण में दो प्रकार के अवरोध होते हैं-
(i) प्राकृतिक अवरोध-जो अवरोध प्रकृति की तरफ से लगाए जाते हैं उन्हें प्राकृतिक अवरोध कहते हैं। इसके कारण मृत्यु दर बढ़ जाती है। उदाहरण के तौर पर युद्ध, बीमारी, अकाल, भूकंप, सुनामी, बाढ़ इत्यादि। यह प्राकृतिक अवरोध बेहद कष्टदायी होते हैं पर इनसे जनसंख्या में काफ़ी कमी आ जाती है। चाहे जनसंख्या के कम होने से जनसंख्या तथा खाद्य पदार्थों के बीच कुछ समय के लिए संतुलन आ जाता है पर यह स्थाई नहीं होता। जनसंख्या फिर बढ़ती है, फिर प्रकृति इसे कम कर देती है। यह चक्र चलता रहता है तथा इसे माल्थसियन चक्र कहते हैं।

(ii) प्रतिबंधक अवरोध-इस प्रकार के अवरोध को माल्थस ने मनुष्यों द्वारा किया गया प्रयत्न कहा है। इसे दो भागों में बांटा है-नैतिकता तथा कृत्रिम साधनों द्वारा प्रतिबंध। नैतिक प्रतिबंध में माल्थस के अनुसार व्यक्ति अपने विवेक का प्रयोग करके जनसंख्या नियंत्रण के बारे में कहता है। कृत्रिम साधनों में माल्थस उन साधनों के बारे में बताता है जो व्यक्ति ने जनसंख्या को नियंत्रण में रखने के लिए कृत्रिम रूप से बनाए हैं। माल्थस नैतिक अवरोध को सही तथा कृत्रिम साधनों के प्रयोग को पाप तथा अधर्म मानता है।

जनसांख्यिकीय संक्रमण का सिद्धांत–जनसांख्यिकीय विषय में एक महत्त्वपूर्ण सिद्धांत जनसांख्यिकीय संक्रमण का सिद्धांत है। इसका अर्थ है कि जनसंख्या में वृद्धि आर्थिक विकास के सभी स्तरों के साथ जुड़ी होती है तथा हरेक समाज विकास से संबंधित जनसंख्या वृद्धि के एक निश्चित स्वरूप के अनुसार चलता है। जनसंख्या वृद्धि के तीन मुख्य स्तर होते हैं। पहले स्तर में जनसंख्या वृद्धि कम होती है क्योंकि समाज कम विकसित तथा तकनीकी रूप से पिछड़ा होता है।

वृद्धि दर के कम होने के कारण जन्म दर तथा मृत्यु दर काफ़ी ऊँचे होने के कारण कम अंतर होता है। तीसरे चरण में भी विकसित समाजों में भी जनसंख्या वृद्धि दर कम होती है क्योंकि जन्म दर तथा मृत्यु दर दोनों ही कम होते हैं। इसलिए उनमें अंतर भी काफ़ी कम होता है। इन दोनों स्तरों के बीच एक तीसरी संक्रमणकालीन अवस्था होती है जब समाज पिछड़ी अवस्था से उस अवस्था में पहुँच जाता है जब जनसंख्या वृद्धि दर काफ़ी अधिक होती है।

संक्रमण अवधि जनसंख्या विस्फोट से इसलिए जुड़ी होती है क्योंकि मृत्यु दर को रोग नियंत्रण, स्वास्थ्य सुविधाओं से तेज़ी से नीचे कर दिया जाता है। परंतु जन्म दर इतनी तेजी से कम नहीं होती तथा जिस कारण वृद्धि दर ऊँची हो जाती है। बहुत-से देश जन्म दर को घटाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, परंतु वह कम नहीं हो पा रही है।

प्रश्न 7.
ग्रामीण समुदाय क्या होता है? इसकी उत्पत्ति और विकास के बारे में बताओ।
अथवा
ग्रामीण समुदाय क्या है?
उत्तर:
भारत गाँवों का देश है। क्योंकि देश की आबादी की कुल जनसंख्या का तीन चौथाई भाग ग्रामीण क्षेत्रों में ही निवास करता है। 2001 की जनसंख्या के अंतरिम (Interim) आंकड़ों के अनुसार 72 प्रतिशत लोग गाँवों में और 28 प्रतिशत लोग शहरों में निवास करते हैं। जीवन पद्धति आर्थिक क्रियाओं, सामाजिक जीवन, राजनैतिक व्यवस्थाओं या जनांकिक कारकों के आधार पर भारतीय समाज में मुख्यतः तीन प्रकार के समुदाय, ग्रामीण, नगरीय और जनजातीय पाए जाते हैं।

प्रत्येक समुदाय की भिन्न-भिन्न विशेषताएं हैं। यह माना जाता है कि जब से मानव ने अपने घुमंतू जीवन को छोड़कर एक स्थान पर रहकर कृषि कार्य को स्थायी रूप से अपनाया है तभी से गाँव का विकास हुआ है। इससे पहले मनुष्य अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए झुंड बना कर एक स्थान से दूसरे स्थान में जाता था और अपना जीवन व्यतीत करता था। गांवों का वर्तमान स्वरूप तथा विशेष ग्रामीण जीवन शैली हजारों वर्षों के गाँवों के उविकास का परिणाम है।

ग्रामीण समुदाय का अर्थ (Meaning of Village Community) विद्वानों ने गाँव या ग्रामीण शब्द की अनेक आधारों पर व्याख्या की है। कुछ विद्वानों का कहना है कि गाँव का अर्थ “किसानों की बस्तियों’ से है तथा कुछ इसे क्षेत्रीय समूह मानते हैं। कई विचारकों का मत है कि जहां पर आर्थिक व सामाजिक दृष्टि से पिछड़े लोग रहते हैं उस स्थान को गाँव माना जाता है जबकि कुछ विचारकों के मतानुसार ग्रामीण शब्द की व्याख्या नगरीय शब्द के विपरीत की जानी चाहिए।

अतः नगरीय समुदाय की विशेषताओं के विपरीत विशेषताओं वाले समुदाय को ग्रामीण समझ लेना चाहिए। लोग जहां मुख्यतः कृषि व कृषि से संबंधित कार्यों को करते हैं। अनेक मतों के बावजूद ग्रामीण समुदाय की सही प्रकृति को दर्शाने के उद्देश्य से विभिन्न विचारकों की परिभाषाएं अग्रलिखित हैं

के० एन० श्रीवास्तव (K.N. Shrivastva) के अनुसार, “एक ग्रामीण क्षेत्र वह है जहां लोग किसी प्राथमिक उद्योग में लगे हए हों या प्रकृति के सहयोग से वस्तुओं का प्रथम बार उत्पादन करते हों।”

मैरिल तथा एलरिज (Merill and Elridge) के मतानुसार, “ग्रामीण समुदाय एक ऐसा समूह है जिसमें व्यक्ति व संस्थाएं एक छोटे से केंद्र के चारों ओर संगठित होती हैं तथा जिसके अंतर्गत सभी सदस्य सामान्य व प्राथमिक हितों द्वारा एक दूसरे से परस्पर बंधे रहते हैं।”

भारत सरकार द्वारा प्रकाशित भारत 1969 (India 1969) में लिखा है, “ग्रामीण जीवन से तात्पर्य वह सामुदायिक जीवन है जो अनौपचारिक, प्राथमिकता, सरल तथा परंपरागत संबंधों पर आधारित होता है और जो कृषि या कुटीर उद्योगों के द्वारा समाज की मौलिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।’

उपरोक्त परिभाषाओं से स्पष्ट है कि गांव या ग्रामीण समुदाय प्रकृति से निकटता वाला समुदाय है जिसमें प्राथमिक संबंधों की बहुलता होती है, कृषि व्यवसाय की प्रधानता होती है व कम जनसंख्या, गतिशीलता का अभाव व सामाजिक एकरूपता, सामान्य दृष्टिकोण व सहमति जैसी विशेषताएं पाई जाती हैं।

ग्रामीण समुदाय अथवा ग्राम की उत्पत्ति और विकास – (Origin and Development of Rural Community or Village):
ग्रामीण समुदाय प्राचीनतम समुदाय है। बोगार्डस (Bogardus) ग्रामीण समुदाय के संदर्भ में लिखते हैं कि “मानव समाज का पालन-पोषण ग्रामीण समुदाय में हुआ है।” ग्रामीण समुदाय का विकास मानव प्रकृति के अनुकूल की प्रक्रिया के परिणामस्वरूप धीरे-धीरे हुआ है।

ऑगबर्न और निमकॉफ (Ogburm and Nimkaff) ने ग्रामीण समुदाय के विकास में निम्नलिखित भागों का उल्लेख किया है-
1. कृषि अवस्था (Agricultural Stage)-वास्तव में गांव का स्पष्ट रूप उस समय सामने आया जब मानव ने कृषि अर्थ-व्यवस्था आरंभ की। इस अवस्था में मानव ने कृषि करना सीखा व चलायमान जीवन त्याग कर एक स्थान पर रहकर स्थायी जीवन व्यतीत करना आरंभ किया। यह माना जाता है कि कृषि व्यवसाय का ज्ञान सर्वप्रथम स्त्रियों को हुआ चूंकि पुरुष शिकार की खोज में जंगलों में चले जाते थे जबकि स्त्रियां फूल-फल एकत्र करने व बच्चों के पालन-पोषण का कार्य करती थीं।

इसी कारण स्त्रियों को यह ज्ञान हुआ कि गुठली या बीज से दोबारा पौधा उग जाता है। इसी कारण आदिकाल में समाजों में स्त्रियां कृषि कार्य में निपुण होती थीं। कृषि कार्य के प्रारंभ होने के साथ ही मानव एक निश्चित भू-भाग या भूमि से बंध गया, परिणामस्वरूप गांव का सूत्रपात हुआ। कृषि को ग्रामीण समुदाय उत्पत्ति का मूलाधार भी कहा जा सकता है। कृषि व्यवस्था के प्रारंभ के पश्चात् भी ग्रामीण समुदाय के विकास के तीन चरण हैं

(i) आदिम गांव (Primitive Village)-आदिम गांव ग्रामीण समुदाय के विकास का प्रारंभिक स्तर था चूंकि इस स्तर में मानव को कृषि का ज्ञान नया-नया ही हुआ था। ये गांव कुटुंब के रूप में छोटे-छोटे गांव थे। इस गांव में नातेदारी की अहम भूमिका थी। ग्रामीण समुदाय 15-20 परिवारों का एक समूह होता था। भूमि सबकी साझी संपत्ति होती थी व संपूर्ण समुदाय की धरोहर मानी जाती थी।

गांव पर मुखिया का नियंत्रण होता था। विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अदल-बदल की व्यवस्था (Barter System) प्रचलित थी। आधुनिक काल में भी भारत की अनेक जनजातियों में गांवों के इसी प्रारंभिक स्वरूप के दर्शन होते हैं। जैसे कि बंगाल की संथाल, बिहार के मुंडा, राजस्थान की भील तथा गोंड जनजातियों इत्यादि में इस प्रकार के गांव देखने को मिलते हैं।

(ii) मध्यकालीन गांव (Medieval Village)-मध्यकालीन गांव आदिम काल के गांव से कुछ भिन्न था। इस काल तक पहुंचते गांव की आदिम काल की अनेक विशेषताएं होने लगीं। ग्रामीण समुदाय, जो रक्त संबंधों के आधार पर आधारित था तथा भाईचारे की भावना से बंधा हुआ था।

ये संबंध ढीले पड़ने लगे व भाईचारे की भावना में कमी आने लगी, इस काल में गांव की जनसंख्या में वृद्धि हुई व साथ ही साथ निजी संपत्ति व स्वार्थ की भावना पनपने लगी। गांवों का आकार विस्तृत हुआ तथा समाज दो वर्गों भू-स्वामी वर्ग तथा भूमिहीन वर्ग में बंट गया। इस काल में कृषि कार्यों को अधिक महत्त्व नहीं दिया गया जिससे कृषि व्यवसाय पिछड़ता गया।

(iii) आधुनिक गांव (Modern Village)-आधुनिक गांव, गांव के विकास का विकसित स्तर है। ग्रामीण समुदाय की जनसंख्या बढ़ने के कारण इनके आकार में भी वृद्धि हुई है तथा सामुदायिक भावना लोप हो रही है। आधुनिक ग्रामीण समुदाय नगरों के संपर्क में आ रहे हैं इससे इनकी संस्कृति व जीवन शैली दिन-ब-दिन प्रभावित हो रही है।

कृषि कार्य के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है व उत्पादन बड़ी-बड़ी मशीनों से हो रहा है। भूमि पर व्यक्तिगत अधिकार हो रहा है। गांव में भी लोग नगरों की सुविधाओं का लाभ उठाने लगे हैं। आधुनिक समय में जो गांव नगरों के समीप हैं वह गांव आधुनिक गांव श्रेणी के अंतर्गत आते हैं।

2. शिकार करने व फल-फूल एकत्र करने की अवस्था (Hunting and Food Collection Stage)-यह अवस्था मानव जीनव की प्रारंभिक अवस्था है। इसमें मानव फल-फूल एकत्र करता था व जंगली जानवरों का शिकार आदि करके अपनी भोजन संबंधी आवश्यकता की पूर्ति करता था। इस अवस्था में मानव को घर व वस्त्र आदि का तनिक भी ज्ञान न था। वह झुंड बनाकर भोजन की तलाश में जगह-जगह घूमता रहता था। इस तरह से मानव के जीवन में स्थिरता की कमी थी।

स्थिरता की कमी होने के कारण ग्रामीण समुदाय का तो प्रश्न ही नहीं उठता था। इस प्रकार का सामाजिक आर्थिक स्तर भारत की अनेक जन-जातियों में देखने को मिलता है। अस कुकी तथा कोनयक, हैदराबाद के चेचूं, बिहार के विरहोर तथा खड़िया जनजातियां इस अवस्था को प्रकट करती हैं।

3. पशु-पालन अवस्था (Pastoral Stage) यह अवस्था प्रथम अवस्था का कुछ विकसित रूप है। यहां मानव ने पशुओं का शिकार करने के स्थान पर उन्हें पालना शुरू कर दिया। मानव ने पशुओं के चारे के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना आरंभ किया जहां चारा उपलब्ध होता था वहीं मानव रहना शुरू कर देते थे। इस अवस्था में जीवन कम घुमंतू होने के कारण सामाजिक, पारिवारिक व राजनीतिक आदि संगठनों का विकास होने लगा। इस प्रकार इस अवस्था में पहुंचते-पहुंचते मानव जीवनयापन साधनों में वृद्धि हुई व जनसंख्या में भी वृद्धि हुई।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

प्रश्न 8.
ग्रामीण समुदाय की प्रमुख विशेषताओं को विस्तार से लिखो।
अथवा
ग्रामीण समुदाय की कोई दो विशेषताएं दें।
उत्तर:
ग्रामीण समुदाय को इसकी विशेषताओं के आधार पर एक अलग समुदाय के रूप में जाना जाता है। इसकी मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं-
1. प्राथमिक संबंध (Primary Relations)-ग्रामी में व्यक्तियों में प्राथमिक संबंध पाए जाते हैं। गाँव का आकार लघु व सीमित होने के कारण प्रत्येक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से जानता व पहचानता है। ग्रामवासियों में आपस के संबंध प्रत्यक्ष, घनिष्ठ व समीपता के होते हैं। इन संबंधों का आधार परिवार, पड़ोस व नातेदारी होती है। ग्रामवासियों के संबंध औपचारिकता व कृत्रिमता व दिखावे से दूर होते हैं। लोगों में परस्पर सहयोग की भावना होती है व उन पर प्राथमिक नियंत्रण होता है।

2. कृषि मुख्य व्यवसाय (Agriculture as the main Occupation)-भारतीय ग्रामीण समुदाय की मुख्य विशेषता कृषि व्यवसाय है। यहां पर 70% से अधिक लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से कृषि व्यवसाय के आधार पर निर्भर हैं। गाँव में कृषि व्यवसाय मुख्य व्यवसाय होता है, परंतु इसके साथ ही कुछ लोग दूसरे व्यवसाय जैसे, मिट्टी के बर्तन, गुड़, रस्सी, चटाई व वस्त्र बनाने का काम भी करते हैं। भारतवर्ष की कृषि प्रकृति के साधनों पर निर्भर रती है। यदि प्राकृतिक परिस्थितियां अनुकूल हों तो फसल का उत्पादन अच्छा होता है अन्यथा प्रतिकूल परिस्थिति में उत्पादन कम व किसान की मेहनत अधिक होती है। कृषि भारत वर्ष की अर्थव्यवस्था का मूल आधार है।

3. सीमित आकार (Limited Size)-ग्रामीण समुदाय में व्यक्ति प्रकृति के ऊपर निर्भर रहते हैं। प्रकृति पर प्रत्यक्ष निर्भरता ही इस समुदाय के आकार को छोटा व सीमित बनाती है। कृषि जन-जाति के जीवन-यापन का मुख्य आधार है व कृषि कार्य के लिए भूमि का अधिक मात्रा में होना अनिवार्य है। पर्याप्त भूमि के चारों ओर लोग अपना अपना घर बनाते हैं। इसलिए गांवों का आकार बहुत बड़ा नहीं होता है।

4. संयुक्त परिवार (Joint Family) संयुक्त परिवार प्रथा भारतीय गाँवों की मुख्य विशेषता है। संयुक्त परिवार में तीन या चार पीढ़ियों के लोग एक साथ एक घर में रहते हैं। इन सब लोगों का भोजन, संपत्ति व भूमि साझी होती है। ऐसे परिवारों का संचालन परिवार के वृद्ध व्यक्ति द्वारा होता है। परिवार का मुखिया ही परिवार का निर्णय लेता है व प्रत्येक सदस्य मुखिया की आज्ञा का पालन करता है। भारतवर्ष में परिवारों का आरंभिक रूप रेवार प्रणाली ही था। वर्तमान में बदलती परस्थितियों के साथ परिवार के स्वरूप में भी परिवर्तन आया है। संयुक्त परिवार एकांगी परिवारों में परिवर्तित हो रहे हैं। इन परिवारों में एक साथ दो पीढ़ियों के लोग अर्थात् पति-पत्नी व उनके अविवाहित बच्चे एक साथ रहते हैं।

5. सरल जीवन (Simple Living)-ग्रामीण व्यक्तियों का जीवन सरल व सादा होता है। प्रकृति के प्रत्यक्ष संपर्क के कारण गाँवों के व्यक्ति सीधे, सरल व छल रहित स्वभाव के होते हैं। गाँव के लोग नगरों की तड़क-भड़क व चमक-दमक के बनावटी जीवन से दूर होते हैं। गांव के लोग अपने परिवार व समुदाय के आदर्शों की रक्षा करता है। इन लोगों की आवश्यकताएं सीमित होती हैं। इनमें संघर्ष व मानसिक तनाव भी कम पाया जाता है। गाँव के लोग नगरों के जीवन को पसंद नहीं करते हैं उनकी पसंद साधारण भोजन, शुद्ध हवा व प्रेम सादगीपूर्ण व्यवहार है।

6. जजमानी व्यवस्था (Jajmani System)-जजमानी व्यवस्था भी भारतीय ग्रामीण समुदाय की एक महत्त्वपूर्ण व्यवस्था है। यह एक ऐसी व्यवस्था है जिसके अंतर्गत विभिन्न जातियां अपने-अपने परंपरागत व्यवसाय के द्वारा एक दूसरे की सहायता या सेवा करती हैं। ब्राह्मण विवाह, उत्सव व त्यौहारों के समय दूसरी जातियों के यहां धार्मिक क्रियाओं को पूरा करवाते हैं इसी तरह धोबी कपड़ा धोने, लुहार लोहे के औजार बनाने, बारबर बाल काटने, जुलाहा कपड़ा बुनने, कुम्हार मिट्टी के बर्तन बनाने व चर्मकार जूता इत्यादि बनाने का कार्य एक दूसरे के लिए करते हैं। इसके अंतर्गत एक जाति दूसरी जाति की सेवा करती है। इन सेवाओं के बदले में उन्हें अनाज व पैसे दिए जाते हैं। जो व्यक्ति सेवा प्रदान करता है उसे ‘प्रजानन’ या ‘कमीन’ या ‘सेवक’ कहा जाता है। जिन व्यक्तियों को सेवाएं प्रदान की जाती हैं उन्हें ‘जजमान’ कहा जाता है। इस प्रकार यह व्यवस्था पारस्परिक सहयोग के आधार पर विकसित व्यवस्था है।

7. सामुदायिक भावना (Community Feeling) ग्रामीण समुदाय का आकार सीमित होता है। अतः सदस्यों में अपने गांव के प्रति लगाव व हम की भावना (We Feeling) व भाईचारे की भावना पाई जाती है। ग्रामीण व्यक्ति संपूर्ण गांव या समुदाय के कल्याण के बारे में सोचते हैं। सभी लोग प्राकृतिक विपदाओं जैसे-बाढ़, भूकंप, सूखा, अकाल, महामारी आदि में सामूहिक रूप से मिलकर मुकाबला करते हैं। सब लोग मिलकर पूजा-पाठ व हवन यज्ञ आदि करते हैं तथा प्राकृतिक शक्तियों को खुश करने का प्रयास करते हैं। गांवों में व्यक्ति खुद को गांव से संबंधित करके गौरव महसूस करता है। बदलती परिस्थितियों के साथ ग्रामवासियों में सामुदायिक भावना में कमी आ रही है।

8. प्रकृति से घनिष्ठ संबंध (Close Contact with Nature)-ग्रामीण समुदाय का प्रकृति से समीपता का संबंध पाया जाता है। ग्रामीण लोग शुद्ध वायु, रोशनी, जल, सर्दी व गर्मी आदि प्राकृतिक दशा में जीवन व्यतीत करते हैं। इन लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि होता है। इसके अतिरिक्त मछली पकड़ना, पशु-पालन, शिकार व भोजन इकट्ठा करना आदि क्रियाएं भी ये लोग करते हैं।

इन सब कार्यों के लिए व्यक्ति को प्रकृति के प्रत्यक्ष संपर्क में रहना पड़ता है। किसान खेतों में काम करते समय हवा, धूप, छाया, वर्षा आदि से प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होते हैं। ग्रामवासी ठंडी हवा व पानी को प्राप्त करने के लिए कृत्रिम संसाधनों का सहारा नहीं लेते हैं। ग्रामीण व्यक्ति अपने आपको मौसम के अनुकूल ढालते हैं व प्राकृतिक वातावरण में अपना जीवन निर्वाह करते हैं।

9. स्त्रियों की निम्न स्थिति (Lower status of Women) ग्रामीण य में स्त्रियों की सामाजिक व आर्थिक स्थिति निम्न रही है। अशिक्षा व अज्ञानता के कारण स्त्रियों को अबला एवं दासी के रूप में समझा जाता रहा है। स्त्रियों की निम्न स्थिति के लिए गांव का सामाजिक आकार, जाति व्यवस्था, प्रथाएं व परंपराएं, लोकरीतियां, रूढिर उत्तरदायी रही हैं। शिक्षा की कमी के कारण रूढ़िवादी व भाग्यवादी दृष्टिकोण विकसित हुआ।

धार्मिक अंधविश्वासों के कारण सती प्रथा, पर्दा प्रथा, बाल-विवाह प्रथा, विधवा पुनर्विवाह पर प्रतिबंध, दहेज प्रथा इत्यादि का विकास उतरोत्तर बढ़ता गया जिसका नकारात्मक प्रभाव स्त्रियों पर पड़ा। इन सब कारणों से स्त्री मुख्य रूप से ग्रामीण स्त्री की स्थिति शोचनीय ही होती चली गई। आधुनिक समाज में अनेक परिवर्तनों के कारण स्त्रियों की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है।

10. जाति-प्रथा (Caste System)-जाति प्रथा भारतीय समाज की एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक संस्था है। जाति व्यवस्था सामाजिक स्तरीकरण का मुख्य आधार है। यह संस्था जातीय आधार पर व्यक्तियों को विभिन्न स्तरों में बांट देती है। प्राचीन काल में भारत में चार मुख्य जातियां ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र पाई जाती थीं।

लेकिन आजकल ये जातियां तीन हजार से अधिक जातियों-उपजातियों में विभाजित हो गई हैं। जाति की सदस्यता जन्म पर आधारित होती है। प्रत्येक जाति के सदस्य को जातीय आधार पर परंपरागत व्यवसाय को अपनाना पड़ता है। जाति के अंतर्गत अंतर्विवाही प्रथा (Endogamy) प्रचलित है।

व्यक्ति को अपनी ही जाति के अंदर विवाह करना होता है। जाति की एक पंचायत होती है जो व्यक्तियों के जीवन को नियंत्रित व निर्देशित करती है। समाज में जातीय आधार पर सदस्यों के लिए खान-पान संबंधी व सामाजिक सहवास के नियमों की भी व्यवस्था होती है। जाति के नियमों का उल्लंघन करने पर व्यक्ति को जाति से या तो बहिष्कृत कर दिया जाता है या उसे दंड दिया जाता है।

जाति व्यवस्था के अनुसार ब्राहमण को समाज में सर्वोच्च स्थान दिया जाता है व शद्र को निम्न स्थान प्राप्त है। क्षत्रिय व वैश्य को ब्राह्मण की अपेक्षा निम्न दर्जा प्राप्त है। जातियों के बीच में परस्पर भेदभाव व छुआछूत की भावना का भी विकास हुआ है। ग्रामीण समुदाय में जाति व्यवस्था का गहरा प्रभाव है।

11. सामुदायिक भावना (Community Feeling)-भारतीय ग्रामीण समुदाय अपेक्षाकृत आकार में छोटे होते हैं जिसके कारण व्यक्तियों में एक दूसरे के साथ प्रत्यक्ष व व्यक्तिगत संपके रहता है। गांव के सदस्य अपनी सीमित आवश्यकताओं की पूर्ति परस्पर सहयोग के आधार पर ही पूरी कर लेते हैं। इस प्रकार निकटता व समीपता के संपर्क के परिणामस्वरूप ग्रामवासियों में ‘हम की भावना’ (We Feeling) का विकास होना स्वाभाविक ही है।

प्रश्न 9.
नगरीय समुदाय क्या होता है? इसकी विशेषताओं के बारे में बताओ।
अथवा
नगरीय समुदाय किसे कहते हैं?
अथवा
नगरीय समुदाय को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
भारत में नगरों की संख्या और नागरिक संख्या में बहुत तेजी से वृद्धि हो रही है। वर्तमान समय में देश में पांच हजार से भी अधिक नगर एवं कस्बे हैं। शहरी क्षेत्रों में लगातार जनसंख्या में वृद्धि होने के कारण वहां के लोगों का जीवन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। औद्योगीकरण, आधुनिकीकरण, यातायात व दूरसंचार के विकास, शैक्षणिक, तकनीकी तथा वैज्ञानिक संस्थाओं के विकास से शहरों के निवासियों में नवीन जीवनशैली विकसित हुई है। मध्यम एवं उच्च वर्ग के लोगों की आवश्यकताएं पूर्ति में विशेष समस्या नहीं आती जबकि निम्न वर्ग के लोगों के लिए आजीविका अर्जित करना काफ़ी मुश्किल होता है। नगरों में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए अपार अवसर उपलब्ध होते हैं।

नगर या नगरीय समुदाय का अर्थ। – (Meaning of City or Urban Community):
साधारण शब्दों में नगर से अभिप्राय एक ऐसे औपचारिक और विस्तृत समुदाय से है, जिसका निर्धारण एक विशेष क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों के जीवन स्तर तथा नगरीय विशेषताओं के आधार पर होता है। शाब्दिक रूप में नगर शब्द अंग्रेजी भाषा के सिटी (City) का रूपांतर है और सिटी शब्द लैटिन भाषा के सिविटाज़ (Civitas) से बना है जिसका अर्थ है नागरिकता।

इसी तरह अंग्रेजी भाषा का Urban शब्द भी लैटिन भाषा के Urbans शब्द से बना है जिसका अर्थ है शहर। लैटिन भाषा के Urbs शब्द का तात्पर्य भी City अर्थात् शहर है। इस प्रकार नगर या शहर दोनों धारणाएं एक ही हैं। नगर के अर्थ को अधिक रूप से स्पष्ट रूप से समझने के लिए अनेक विचारकों ने अनेक आधारों पर परिभाषाएं दी हैं-

जनसंख्या के आधार पर परिभाषा (Definition on the basis of Population)-अमेरिका के जनगणना ब्यूरो के अनुसार नगर ऐसे स्थान हैं जिनकी जनसंख्या 25,000 हो या उससे अधिक हो। इस तरह फ्रांस में 2,000 और मिस्र में 11,000 से अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों को नगर की संज्ञा दी जाती है। भारतवर्ष में 5,000 या इससे अधिक जनसंख्या वाले समुदाय को शहरी क्षेत्र कहा जाता है, जिसका जन घनत्व 400 या इससे अधिक होता तथा 75 प्रतिशत या इससे अधिक पुरुष सदस्य गैर-कृषि कार्य करते हैं।

विलिकाक्स (Willicox) के अनुसार, “नगर का तात्पर्य उन सभी क्षेत्रों से है जहां प्रति वर्ग मील में जनसंख्या का घनत्व एक हज़ार व्यक्तियों से अधिक हो तथा व्यावहारिक रूप से कृषि न की जाती हो।”

व्यवसाय के आधार पर परिभाषा (Definition on the basis of Occupation)-व्यवसाय के आधार पर ऐसे क्षेत्र जहां पर व्यक्तियों का व्यवसाय कृषि से संबंधित नहीं है, उनको नगर कहा जाता है।

बर्गल (Bergal) के शब्दों में, “नगर एक ऐसी संस्था है जहां के अधिकतर निवासी कृषि कार्य के अतिरिक्त अन्य उद्योगों में व्यस्त हों।”

नगरीय समुदाय की विशेषताएँ – (Characteristics of Urban Community):
1. विभिन्न व्यवसाय (Different Occupation) नगरों का विकास विभिन्न प्रकार के व्यवसायों के आधार पर होता है। नगरों में अनेक उद्योग, धंधे एवं संस्थान पाए जाते हैं, जिसमें अनेक व्यक्ति विभिन्न प्रकार के कार्यों को करते हैं। इंजीनियर, डॉक्टर, वैज्ञानिक, मैनेजर, कुशल एवं अकुशल आदि असंख्य नये-नये पदों का सृजन होता है। अनेक व्यवसायों को पूरा करने के लिए अधिक जनसंख्या का पाया जाना भी आवश्यक है।

2. व्यक्तिवादिता (Individualism) व्यक्तिवादिता का रूप भी नगरीय समुदाय में देखने को मिलता है। यहां पर सामुदायिक भावना की तुलना में व्यक्तिवादिता की भावना अधिक देखने को मिलती है। नगर में हर एक व्यक्ति अपने हितों के बारे में विचार करता है। व्यक्ति प्रत्येक क्षेत्र में साधन संपन्नता और अधिक-से-अधिक धन संग्रह को ही जीवन का अंतिम उददेश्य मानता है। व्यक्तिवादिता का गण आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है बल्कि पारंपरिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में भी इसका विकास हो चका है।

3. जनसंख्या की अधिकता (Large Population)-जनसंख्या की बहुलता नगरीय क्षेत्र की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता है। जनसंख्या का घनत्व अर्थात् नगरों में प्रति वर्ग किलोमीटर में काफ़ी अधिक व्यक्ति निवास करते हैं। 2001 दिल्ली में जनसंख्या का घनत्व 9,294 था। जनसंख्या की अधिकता के आधार पर ही नगरों का विकास विभिन्न श्रेणियों जैसे नगर व उपनगर में किया जाता है।

दिल्ली तथा मुंबई की जनसंख्या एक-दो करोड़ से ऊपर है, जबकि भारत के 13 राज्यों की जनसंख्या 1 करोड़ से कम है। नगर में औद्योगिक संस्थानों, शिक्षण संस्थानों तथा व्यापार व वाणिज्य केंद्रों के बाहुल्य के कारण जनसंख्या का घनत्व अधिक पाया जाता है। जनसंख्या की अधिकता ने ही नगरों में गंदी बस्तियों, अपराध, प्रशासन, ग़रीबी, बेकारी, भूखमरी, भिक्षावृत्ति आदि अनेक समस्याओं को पैदा किया है।

4. आर्थिक वर्ग विभाजन (Division in Economic Classes) नगरीय समुदाय में व्यक्ति की जाति, धर्म अथवा व्यवसाय को कोई महत्त्व नहीं होता लेकिन आर्थिक आधार पर जनसंख्या अनेक वर्गों में विभाजित हो जाती है। नगरों में केवल पूंजीपति और श्रमिक 2 वर्गों में ही जनसंख्या का विभाजन नहीं होता है बल्कि अनेक छोटे-छोटे अन्य वर्ग व उपवर्ग भी आर्थिक स्थिति के आधार पर पाये जाते हैं। वर्गीय आधार पर ऊंच-नीच का भेद पाया जाता है।

5. प्रतिस्पर्धा (Competition)-नगरीय समुदाय में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने के अनेक अवसर उपलब्ध होते हैं लेकिन शिक्षित एवं योग्य व्यक्तियों की भी कमी नहीं होती। इसलिए शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश नौकरियों तथा पदोन्नति के लिये प्रतिस्पर्धा होती है। औद्योगिकीकरण के विकास से तो नगरों में गलाकाट (Throatent) प्रतियोगिता बढ़ी है।

6. दुवैतीयक संबंध (Secondary Relations) जनसंख्या की अधिकता नगरीय समुदाय की महत्त्वपूर्ण विशेषता है। अतः यहां पर सब लोगों के साथ प्राथमिक संबंध पर आमने-सामने के नहीं होते हैं। नगर के लोगों में अधिकतर संबंध औपचारिक रूप में विकसित होते हैं। ये संबंध अस्थायी प्रकृति के होते हैं। व्यक्ति आवश्यकता पूर्ति हेतु इन संबंधों का विकास करता है तथा आवश्यकता पूर्ति के पश्चात् इन संबंधों को तोड़ देता है। इस प्रकार नगरीय जीवन का आधार द्वैतीयक तथा औपचारिकता पूर्ण संबंध होता है।

7. आवास की कमी (Lack of Home)-मकान की कमी भी नगरीय समुदाय की एक विशेषता है। बड़े-बड़े नगरों में आवासीय समस्या एक अति गंभीर समस्या होती है। अनेक निम्न वर्ग के लोग सड़कों के किनारे, वृक्षों के नीचे या झुग्गी-झोंपड़ियों में रहकर अपनी रातें व्यतीत करते हैं। नगरीय समुदाय में मध्यवर्गीय लोग एक या दो कमरों में रहकर ही अपना जीवन व्यतीत करते हैं। इनके बच्चों के लिए न तो खेलने-कूदने के लिये खुली जगह, न ही पढ़ने के लिये अलग से कमरे होते हैं।

8. सामाजिक गतिशीलता (Social Mobility)-नगरों में सामाजिक और भौगोलिक गतिशीलता भी अधिक पाई जाती है। नगरों में लोग अत्यधिक लाभ हेतु एक स्थान को छोड़कर दूसरे स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहते हैं। स्थानीय गतिशीलता के साथ-साथ सामाजिक गतिशीलता भी देखने को मिलती है। कहने का तात्पर्य यह है कि व्यक्ति की योग्यता के आधार पर ही उसके जीवन में अनेक बार समाज में उसकी स्थिति ऊंची या नीची होती रहती है।

9. स्त्रियों की उच्च स्थिति (Higher Status of Woman)-नगरीय समुदाय में स्त्रियों की स्थिति अपेक्षाकृत ऊंची होती है। इन समुदाय में स्त्री-पुरुष के समान ही समाज के प्रत्येग वर्ग में काम करती हुई देखी जा सकती है। इन समाजों में अनेक सामाजिक कुरीतियों जैसे—पर्दा प्रथा, बाल-विवाह, स्त्री शिक्षा के ऊपर प्रतिबंध इत्यादि कम ही देखने को मिलते हैं जिसके कारण स्त्रियों के व्यक्तित्व के विकास में कोई कमी नहीं आती और स्त्रियां समाज के प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषों के साथ भूमिका निभाती नज़र आती हैं।

10. पारिवारिक नियंत्रण में कमी (Decline in Family Control)-नगरीय समुदाय में प्राथमिक संबंधों और सामुदायिक भावना की कमी पाई जाती है। नगर में रहते हुए व्यक्ति को खाना बनाने की सुविधा, कपड़े-धोने की सुविधा तथा बच्चों की देख-रेख आदि के लिये शिशु ग्रह इत्यादि सुविधाएं मिल जाती हैं, जिससे उसे इन सब आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये परिवार के अन्य सदस्यों पर निर्भर नहीं होना पड़ता। इन समुदायों में स्त्रियां भी आर्थिक गतिविधियों में भाग लेती हैं जिससे स्त्रियों की जो परिवार या बच्चों के प्रति ज़िम्मेदारियां अन्य संस्थाओं के ऊपर आ जाती हैं। इस प्रकार पारिवारिक संबंधों का स्थान वर्तमान में पैसे ने ले लिया है। इन सबके कारण पारिवारिक संबंधों में नियंत्रण में कमी आना स्वाभाविक है।

11. तकनीकी एवं आविष्कार (Technology and Invention)-नगरीय समुदाय में विकसित तकनीकी, शिक्षा एवं परीक्षण पाया जाता है। नगर के लोगों को अनेक नयी-नयी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसके लिए वे नये-नये आविष्कारों व प्रविधियों की खोज करते रहते हैं। नगरों में उच्च शैक्षणिक, तकनीकी तथा वैज्ञानिक संस्थाओं में विज्ञान एवं तकनीक का विकास करते रहते हैं।

12. सामाजिक समस्याओं का केंद्र (Centre of Social Problems)-नगरों ने समाज में अनेक समस्याओं को प्रोत्साहन देने में विशेष भूमिका निभाई है। वर्तमान समय में समाज जिन प्रमुख समस्याओं से जूझ रहा है उनमें से अधिकांश समस्याओं का केंद्र नगर है। समाज में अपराध, भिक्षावृत्ति, भ्रष्टाचार, वर्ग संघर्ष, मद्यपान, वेश्यावृत्ति, युवा तनाव, बेकारी, बेरोजगारी, निर्धनता, पारिवारिक विघटन, नैतिक मूल्यों का ह्रास इत्यादि सभी प्रकार नगरों की समस्याएं नगरों की ही देन हैं। नगरीय जनसंख्या प्रविधियों आकार में वृद्धि जिस दर से बढ़ती जा रही है ये समस्याएं दिन-प्रतिदिन और गंभीर रूप धारण करती जा रही हैं।

13. धर्म का कम प्रभाव (Decreasing Influence of Religion)-नगरीय समुदायों में व्यक्ति शिक्षित होता है। इन समुदायों में व्यक्ति अंधविश्वासों व रूढ़िवादियों या भाग्यवादिता के आधार पर अपना जीवन व्यतीत नहीं करता है। व्यक्ति अपनी बात को तर्क व वैज्ञानिकता के आधार पर करता है और धार्मिक मूल्यों को भी तर्क की कसौटी पर समझना चाहता है। इस प्रकार धर्म की प्राथमिकता को सिद्ध न कर पाने के कारण उसका विश्वास व आस्था धर्म पर कम होती जा रही है।

प्रश्न 10.
ग्रामीण तथा नगरीय समुदायों में अंतर बताओ।
अथवा
ग्रामीण नगरीय विभिन्नताओं की विवेचना कीजिए।
अथवा
ग्रामीण तथा नगरीय समुदाय में अंतर स्पष्ट कीजिए।
अथवा
भारत में ग्रामीण व नगरीय समुदाय में अंतर स्पष्ट कीजिए।
अथवा
ग्रामीण नगरीय भिन्नताओं पर अपने विचार व्यक्त करें।
अथवा
ग्रामीण नगरीय विभिन्नताएं बताइए।
अथवा
ग्रामीण नगरीय भिन्नताओं पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर:
विभिन्न विद्वानों द्वारा प्रस्तुत ग्रामीण व नगरीय अंतर को निम्न आधारों पर स्पष्ट किया गया है-
1. वैवाहिक आधार पर अंतर (Difference based on Marriage) ग्रामीण समुदायों में विवाह को दो परिवारों को जोड़ने की कड़ी माना जाता है। यहां पर विवाह व्यक्ति अपनी ही जाति (Endogames) या उपजाति में करता है विवाह के निर्धारण में परिवार के सदस्यों तथा सगे-संबंधियों की महत्त्वपर्ण भमिका है विपरीत नगरीय समुदायों में विवाह दो व्यक्तियों का व्यक्तिगत मामला होता है।

विवाह तय करते समय लड़के व लड़की की पसंद या नापसंद को अधिक महत्त्व दिया जाता है। नगरों में मुख्यतया प्रेम-विवाह, अंतर्जातीय विवाह (Exogamy), तलाक तथा विधवा पुनर्विवाह की मात्रा गांवों की अपेक्षा अधिक पाई जाती है। गाँवों में बाल-विवाह एवं बेमेल विवाह होने की अधिक संभावना होती है जबकि नगरों में कम।

2. गतिशीलता के आधार पर अंतर (Difference based on Mobility) सामाजिक गतिशीलता के आधार पर भी ग्रामीण व नगरीय समुदाय अत्यधिक भिन्न हैं। ग्रामीण समुदायों में स्थिरता व स्थायित्व का गुण पाया जाता है। ग्रामीण व्यक्ति परिवर्तन के प्रति उदासीन रहते हैं। उनकी उदासीनता का कारण उनमें प्रशिक्षित भारतीय परंपराएं, प्रथाएं व रूढ़ियां हैं जिनसे उनका जीवन पूर्ण रूप से घुल-मिल जाता है। इसके विपरीत नगरीय समुदाय का महत्त्वपूर्ण गुण गतिशीलता का अधिक पाया जाना है।

नगरीय जीवन में व्यावसायिक अवसरों की अधिकता होने के कारण व्यक्ति शीघ्रता के साथ परिवर्तन के लिए सदैव तैयार रहता है। इस संदर्भ में ‘सोरोकिन तथा जिमरमैन’ का यह कथन सत्य प्रतीत होता है कि, “ग्रामीण समुदाय एक घड़े में भरे हुए शांत जल के समान है, जबकि नगरीय समुदाय केतली में उबलते हुए पानी के समान हैं, एक विशेष लक्षण स्थायित्व है जबकि दूसरे की विशेषता गतिशीलता है।”

3. पारिवारिक जीवन (Family Life)-ग्रामीण व नगरीय समुदायों के अंतर को अनेक विद्वानों ने पारिवारिक संबंधों तथा स्थिति के आधार पर भी व्यक्त किया है। ग्रामीण समुदाय में परिवार एक प्रभुत्वशाली व आत्म निर्भर इकाई है। यहां पर परिवार के प्रति सभी में सीमित उत्तरदायित्व की भावना होती है। परिवारों की संरचना संयुक्त परिवार (Joint Family) ही होती है तथा कर्ता की सत्ता सर्वोपरि एवं महत्वपर्ण होती है। परिवार की नैतिकता को व्यक्ति की नैतिकता माना जाता है।

विवाह, खानपान व सामाजिक संपर्क के क्षेत्र में व्यक्ति परिवार के नियमों की अवहेलना नहीं कर सकता है। इसके विपरीत नगरों में परिवार और व्यक्ति दो भिन्न इकाइयां बन गई हैं। आमतौर पर व्यक्ति की उच्च व निम्न स्थिति के आधार पर ही परिवार की स्थिति का बोझा होता है। इन समुदायों में एकाकी परिवार (Nuclear family) देखने को मिलते हैं। परिवार के सदस्यों के बीच संबंध औपचारिकता के होते हैं। संपत्ति व्यक्तिगत ही होती है। सभी व्यक्ति सामाजिक संपर्क में व्यक्तिगत स्वतंत्रता के आधार पर भाग लेते हैं। पारिवारिक सदस्यों के ऊपर परिवार का कोई नियंत्रण नहीं होता है।

4. विशेषीकरण के आधार पर अंतर (Difference based on Specialization)-विशेषीकरण की विशेषता मुख्य रूप से नगरीय समुदाय की है। ग्रामीण समुदाय में व्यक्ति के जीवन का कोई भी क्षेत्र विशेषीकृत नहीं होता है। व्यक्ति अपने जीवन से संबंधित सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के बारे में थोड़ा बहुत ज्ञान अवश्य रखता है। ग्रामीण समुदाय का जीवन सामान्य जीवन होता है लेकिन नगरीय जीवन में विशेषीकरण का गुण अपनी चरम सीमा तक पहुंच गया है।

जैसे-जैसे प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे प्रत्येक व्यक्ति एक विशेष क्षेत्र में विशेष योग्यता व कुशलता प्राप्त करने की कोशिश करता है। नगरों में आर्थिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि भौतिक संरचना में भी एक विशेषीकरण होता है। कहने का अभिप्राय यह है कि यहां पर विभिन्न व्यवसायों तथा विभिन्न स्थिति समूहों के स्थानीय क्षेत्र भी एक दूसरे से अलग होते हैं। इन समुदायों में यहां तक कि निम्न मध्यम एवं उच्च वर्ग के व्यक्तियों के निवास स्थान भी एक-दूसरे से अलग होते हैं।

5. सामाजिक दृष्टिकोण में अंतर (Difference in Social Attitude)-गांवों की अपेक्षा नगरों में सामाजिक विघटन अधिक देखा जाता है। गांव के लोग अधिकतर भाग्यवादी होते हैं। वे प्रकृति व ईश्वर के ऊपर विश्वास करते हैं जबकि नगरवासी अपने श्रम के ऊपर ही विश्वास करते हैं तथा श्रम को अधिक महत्त्व देते हैं। गांव में धर्म को अधिक माना जाता है जबकि नगर में तर्क व वृद्धि एवं विवेक को मुख्य माना जाता है। गांव के लोग सरल व सादे होते हैं। उनका जीवन दिखावे या बनावटीपन से दूर होता है जबकि नगरीय लोगों का जीवन कृत्रिमता पूर्ण व दिखावे से भरपूर होता है। इस प्रकार दोनों समुदायों की विचारधारा में दिन-रात का अंतर देखने को मिलता है।

6. जनसंख्या के आधार पर अंतर (Difference based of Population)-ग्रामीण व नगरीय समुदायों में सबसे बड़ा अंतर जनसंख्या का है। ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा नगरीय क्षेत्रों में अधिक जनसंख्या पाई जाती है। जनसंख्या कम व अधिक होने के कारण ही ग्राम का आकार सीमित व छोटा होता है व नगर विस्तृत व बड़े आकार के होते हैं।

नगरों में लोगों की शिक्षा, रोज़गार तथा स्वास्थ्य संबंधी सभी सुविधाएं प्राप्त होती हैं। इस कारण भी यहां पर जनसंख्या का अधिक दबाव रहता है। लोग अधिक विकसित सुविधाएं प्राप्त करने के लिए ग्रामों में शहरों की तरफ आते हैं। अतः ग्रामों की जनसंख्या कम व शहरों की जनसंख्या में वृदधि होती रहती है।

7. सामाजिक स्तरीकरण (Social Stratification)-सामाजिक स्तरीकरण के आधार पर भी ग्रामीण व नगरीय समुदाय में बहुत अंतर देखने को मिलता है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्तरीकरण का आधार जाति है। यहां पर अधिकांश लोग कृषि व्यवसाय से संबंधित हैं। परिणामस्वरूप स्तरीकरण का एक आधार कृषि व्यवस्था भी है।

इस व्यवस्था में एक वर्ग किसान का होता है व दूसरा ज़मींदार का। जमींदार की स्थिति किसान की अपेक्षा गांव में उच्च मानी जाती है जबकि नगरों में स्तरीकरण जातीय आधार पर नहीं होता है। वहां पर वर्ग व्यवस्था के आधार पर स्तरीकरण होता है। नगरों में भी दो वर्ग अधिक प्रसिद्ध होते हैं।

एक तरफ पूंजीपति वर्ग जिसके पास पूंजी अधिक होती है तथा दूसरी ओर मज़दूर या श्रमिक वर्ग जो दिन-रात अपना श्रम बेचकर अर्थात् मेहनत-मजदूरी कर अपनी दो वक्त की रोटी कमाता है। प्रो० बोगार्डस (Prof. Bogardus) के अनुसार, “अधिकतर वर्ग विषमताएं नगर का लक्षण है।” ग्रामों में नगरों की भांति वर्ग-विषमताएं अर्थात् वर्ग संघर्ष नहीं होता है। इन समुदायों में तो आये दिन पूंजीपतियों व मजदूरों के बीच संघर्ष चले रहते हैं।

8. मनोवैज्ञानिक आधार पर अंतर (Difference based on Psychology)-ग्रामीण व शहरी लोगों में मनोवैज्ञानिकता के आधार पर भी स्पष्ट भेद देखा जा सकता है। ग्रामीण लोगों में सामुदायिक व भाईचारे की भावना पाई जाती है। इन लोगों में प्रेम, त्याग, बलिदान व सहनशीलता की भावना देखने को मिलती है। यह सब मिल-जुल कर अपनी आवश्यकताओं को परस्पर सहयोग के आधार पर पूरा करते हैं। इसके विपरीत नगर के लोगों में व्यक्तिवादिता की भावना पाई जाती है। नगरीय लोग सामुदायिक या सामूहिकता के आधार पर एक दूसरे से संबंधित नहीं होते बल्कि व्यक्तिगत हितों को अधिक महत्त्व देते हैं।

9. सांस्कृतिक जीवन में अंतर (Difference in Cultural Life)-ग्रामीण संस्कृति में स्थिरता व स्थायित्व पाया जाता है। यह सांस्कृतिक स्थिरता समाज में अंधविश्वासों, रूढ़िवादिता एवं कूप मंडूकता को जन्म देती है। ग्रामीण संस्कृति में परंपराओं व प्रथाओं का मुख्य स्थान होता है। नगरों की संस्कृति में परिवर्तनशीलता का गुण पाया जाता है। नगरों में सांस्कृतिक परिवर्तन को प्रगति का आधार माना जाता है। नगरों में व्यक्ति फ़ैशन व नवीनता को अधिक महत्त्व देते हुए इसे अपनाते हैं।

10. स्त्रियों की स्थिति में अंतर (Difference in the Status of Women)-ग्रामीण समुदायों में शिक्षा की कमी, बाल-विवाह, पर्दा-प्रथा आदि के कारण स्त्रियों की स्थिति बहुत निम्न होती है। स्त्री-शिक्षा का अभाव होने के कारण स्त्रियां खुद को घर की चारदीवारी तक ही सीमित रखती हैं व अपने जीवन को घर के काम-काज व बच्चों के पालन-पोषण व पति सेवा में ही व्यतीत कर देती हैं। परिणामस्वरूप वे अपने अधिकारों से अनभिज्ञ रहती हैं व अपनी स्थिति को बद से बदतर बनाती चली जाती हैं।

नगरीय समुदायों में स्त्रियों की स्थिति ग्रामीण समुदायों से विपरीत है। यहां पर स्त्रियां अधिक शिक्षित एवं स्वतंत्र होती हैं। स्त्रियां स्वयं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होती हैं व अपने जीवन के अनेक महत्त्वपूर्ण फैसले स्वतंत्रतापूर्वक लेने में समर्थ होती हैं। इन समुदायों में महिलाएं अपनी इच्छानुसार किसी भी क्षेत्र में योग्यता व कुशलता के आधार पर प्रवेश कर सकती हैं उनके ऊपर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं होता।

11. सामाजिक विघटन में अंतर (Difference between Social Disorganisation) ग्रामीण समाजों में व्यक्ति सामूहिकता के साथ बंधा होता है। यही कारण है कि यहां पर विघटन कम देखने को मिलता है। इन समाजों में अपराध व बाल अपराध जैसी घटनाएं, हत्याएं, चोरी, बलात्कार, डकैती, बाल अपराध आदि घटनाएं साधारण बात होती हैं। इस प्रकार ग्रामों की अपेक्षा नगरों में सामाजिक विघटन के अधिक तत्त्व पाए जाते हैं।

वास्तव में ग्रामीण एवं नगरीय समुदाय को एक-दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता है। नगरों में ग्रामीण समुदाय के तत्त्व पाये जाते हैं तथा गांवों में नगरीय समुदाय के तत्त्व विद्यमान होते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का विकास, यातायात व दूरसंचार की सुविधा, समाचार-पत्रों, फोन, मोबाइल, रेडियो, दूरदर्शन व उच्च शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना से ग्रामीण समुदाय नगरीय समुदाय के अधिक निकट हो गया है। उद्योगों में निर्मित वस्तुओं की ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्धता से गांवों के लोगों की जीवन शैली शहरी जीवन शैली की तरह विकसित होने लगी है। दूसरी ओर नगरीय समुदायों में भी झुग्गी-झोंपड़ियों औद्योगिक मजदूरों व निम्न वर्गों का जीवन कृषि मज़दूरों व छोटे किसानों से काफ़ी मिलता-जुलता है।

12. सामाजिक नियंत्रण में अंतर (Difference in Social Control)-ग्रामीण व नगरीय समुदाय में सामाजिक नियंत्रण के साधनों के प्रकारों में भी पर्याप्त अंतर पाया जाता है। गांवों में सामाजिक नियंत्रण अनौपचारिक साधनों के माध्यम जैसे परिवार, धर्म, प्रथा, जाति, परंपरा, पंचायत, नैतिकता, जनरीति, लोकाचार तथा जनमत आदि को आधार पर रखा जाता है। ग्रामीण समुदाय में व्यक्ति के प्राथमिक व आमने-सामने के संबंध होते हैं, जिनके कारण हर व्यक्ति अपने-अपने कार्य के प्रति सदैव सचेत रहता है।

इन समुदायों में प्रथा राजा का काम करती है तथा रीति रिवाज व रूढ़ियां व्यक्ति के व्यवहार को नियंत्रित करती हैं। इसके विपरीत नगरीय समुदायों में नियंत्रण को बनाये रखने के लिए औपचारिक साधनों; जैसे-सरकार, गुप्तचर, पुलिस, कानून, न्यायालय, विभाग संविधान एवं वैतीयक समूहों का सहारा लिया जाता है। नगर में हर व्यक्ति के संबंध व्यक्तिगत होते हैं। सब व्यक्ति एक-दूसरे के लिए अपरिचित होते हैं। कोई किसी की परवाह नहीं करता है। नगरों में व्यक्ति अपने निजी हित को प्राप्त करने के लिए दूसरे व्यक्तियों से संघर्ष करता रहता है व व्यस्तता का जीवन जीता चला जाता है।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 2 भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना

13. आर्थिक जीवन में अंतर (Difference in Economic Life)–नगरों तथा ग्रामों के व्यक्तियों के आर्थिक जीवन में भी पर्याप्त अंतर पाया जाता है। गांव मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर होते हैं। ग्रामवासियों की आवश्यकताएं सीमित होती हैं व आवश्यकताओं की पूर्ति के साधन भी सीमित हो जाते हैं। ग्रामों में श्रम विभाजन वे विशेषीकरण कम मात्रा में मिलता है। ग्राम के लोग मितव्ययी व कम खर्चीले होते हैं। वे विलासितापूर्ण वस्तुओं से जहां तक हो सके दूर ही रहते हैं। इसके विपरीत नगरों में व्यक्तियों की आवश्यकताएं व इन्हें पूरा करने के साधन भी असीमित होते हैं। यहां पर श्रम विभाजन व विशेषीकरण चरम सीमा तक विकसित होता है। नगरों के लोग विलासितापूर्ण वस्तुओं के ऊपर फिजूलखर्ची अधिक करते हैं। रॉस के शब्दों में, “ग्रामीण जीवन सुझाव देता है ‘बचाओ’, नगरीय जीवन सुझाता है-खर्च करो।”

प्रश्न 11.
ग्रामीण समुदाय में कौन-कौन से परिवर्तन आ रहे हैं? .
उत्तर:
ग्रामीण समुदाय में परिवर्तन स्वाभाविक हैं। क्योंकि परिवर्तन प्रकृति का नियम है तथा यह सामाजिक विकास के लिए आवश्यक भी है। भारतीय ग्रामीण समुदाय काफ़ी समय तक ग्रामीण गणराज्य के रूप में प्रतिष्ठित रहा लेकिन अनेक परिवर्तनों ने धीरे-धीरे इसकी आत्म-निर्भरता को प्रभावित किया। ग्रामीण समुदाय में परिवर्तन की गति नगरीय समुदाय की उपेक्षा कम होती है। ग्रामीण समुदाय में निम्न क्षेत्रों में परिवर्तन देखा जा सकता है-
1. सामाजिक मूल्यों में परिवर्तन (Changes in Social Values)-ग्रामीण समुदाय सामाजिक मूल्यों में भी पर्याप्त परिवर्तन हुआ है। पहले इन समुदाय में रहने वाले व्यक्ति भाग्यवादी होते थे, व्यक्ति की स्थिति का निर्धारण जन्म के आधार पर होता था, लेकिन वर्तमान समय में सरकार के प्रयासों से धर्म, जाति तथा वंश संबंधी भेदभाव को काफ़ी हद तक कम कर दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप गांवों में भी समानता के प्रति जागरुकता की शुरुआत हुई है। अब ग्रामवासी अंधविश्वास में रहकर जादू-टोने या अलौकिक शांति को प्रसन्न करने के लिए धार्मिक क्रियाओं को नहीं करता बल्कि तार्किकता के आधार पर अपने कार्यों को पूरा करने लगे हैं।

2. जाति प्रथा में परिवर्तन (Changes in Caste System)-प्राचीन काल में ग्रामीण समुदाय में व्यक्तिगत व्यवहारों तथा पारस्परिक संबंधों का निर्धारण जातीय आधार पर होता था। जाति ही व्यक्ति की सामाजिक स्थिति व व्यवसाय का निर्धारण करती थी लेकिन ब्रिटिश शासन ने इस व्यवस्था को काफ़ी आघात पहुंचाया। ब्रिटिश शासकों ने अपनी कानूनी नीतियों और कानूनों के अंतर्गत विभिन्न जातियों को अपने व्यवसाय छोड़कर विभिन्न प्रकार के व्यवसायों के लिए प्रेरित किया। इससे जातीय प्रतिबंध ढीले पड़े और जाति व्यवस्था का प्रभाव भी समाज में कम हुआ। अब व्यक्ति की सामाजिक स्थिति उसकी जाति के आधार पर नहीं अपितु उसकी व्यक्तिगत उपलब्धियों से निर्धारित होती है।

3. परिवार व्यवस्था में परिवर्तन (Changes in Family System)-ग्रामीण समुदाय में मुख्यतः संयुक्त परिवार प्रथा पाई जाती है। अब इसकी संरचना में काफ़ी हद तक परिवर्तन हो चुका है। अब इन परिवारों के स्थान पर एकाकी परिवार प्रथा प्रचलित हो गई है। संयुक्त परिवार में जहां पूरे परिवार के ऊपर मुखिया का नियंत्रण होता था। आज इसका नियंत्रण कम होता जा रहा है। सदस्य अपनी इच्छा अनुसार अपने अधिकारों का प्रयोग करने लगे। परिवार अब आर्थिक इकाई भी नहीं रहा। ग्रामीण समुदाय में स्त्रियों को पहले से अधिक अधिकार प्राप्त हैं। परिवार के बीच कर्तव्य व अधिकारों का विभाजन परंपरागत तरीकों से नहीं बल्कि योग्यता व कार्य-कुशलता के आधार पर होता है।

4. यजमानी व्यवस्था में परिवर्तन (Changes in Jajmani System) यजमानी व्यवस्था ग्रामीण समाज की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता रही है। वर्तमान समय में निम्न जातियों की परिस्थिति को ऊपर उठाने के लिए सरकारी प्रयासों तथा नगरीकरण व शहरीकरण के प्रभाव के कारण यह व्यवस्था दिन-प्रतिदिन लुप्त होती जाती है। अब ग्रामवासियों द्वारा अपनाये गये व्यवसाय जातीय आधार पर नहीं हैं और न ही निम्न जातियों द्वारा सेवाओं का भुगतान अनाज या वस्तुओं के रूप में होता है। अब अधिकांश सेवाओं का भुगतान नगद मुद्रा द्वारा ही किया जाता है। अब भी कुछ क्षेत्रों में यह व्यवस्था प्रचलित है, परंतु अब काफ़ी परिवर्तन आ चुके हैं।

5. शिक्षा क्षेत्र के परिवर्तन (Changes In field of Education)-गांवों में अब शैक्षणिक संस्थाओं का अभूतपूर्व विकास हुआ है। थोड़ी-थोड़ी दूरी पर विद्यालयों और महाविद्यालयों के खुलने से गाँवों की साक्षरता दर में वृद्धि हुई है। लड़कों के साथ-साथ लड़कियों की शिक्षा के प्रति भी विशेष ध्यान दिया जाने लगा है। यातायात के साधनों के विकास के कारण गांवों से लोग शिक्षा प्राप्त करने हेतु शहरों में जाने लगे हैं। शिक्षा में ग्रामवासियों की जागरूकता बढ़ी है।

6. विवाह प्रथा में परिवर्तन (Changes in Marriage System)-ग्रामीण समुदायों में विवाहों में भी परिवर्तन होने लग पड़े हैं। गांवों में आमतौर पर अंतर्विवाही प्रथा प्रचलित थी। यद्यपि आज भी यही प्रथा पाई जाती है। आज भी माता-पिता अपनी संतान के लिये वर-वधु का चयन स्वयं करते हैं और अपनी जाति में करते हैं परंतु वर्तमान समय में ग्रामीण समुदायों में प्रेम-विवाह, बहिर्विवाह तथा विवाह-विच्छेद की अवधारणा विकसित हो चुकी है।

वर्तमान समय में विवाह, साथियों की शिक्षा, व्यक्तिगत विशेषताओं, आर्थिक व्यवसाय पर अधिक ध्यान दिया जाता है। विवाह की रीतियों में व्यय में भी कटौती कर देता है। भारतीय सरकार ने विवाह हिंदू अधिनियम के अंतर्गत लड़के की आयु 21 वर्ष और लड़की की आयु 18 वर्ष निर्धारित कर दी है। इसके साथ ही विधवा पुनः विवाह प्रतिबंध को भी हटा दिया है। दहेज विरोधी अधिनियम भी पास कर दिया है जिससे दहेज जैसी कुरीति भी समाप्त हो रही

7. ग्रामीण नारी स्थिति में परिवर्तन (Changes in the status of Rural Woman)-ग्रामीण स्त्रियों की स्थिति में परिवर्तन भी इससे अछूता नहीं रहा। पहले गांवों में स्त्रियों की स्थिति नगरीय स्त्रियों की स्थिति से बहुत निम्न होती र्तमान समय में सरकारी प्रयासों और स्त्रियों को अपनी जागरूकता के कारण इनकी स्थिति में काफी परिवर्तन हआ है। नारी अब पढ़ लिखकर अपने अधिकारों के प्रति सचेत हो गई है। आज ग्रामीण महिलाएं शिक्षित होकर सरकारी पदों पर नौकरी प्राप्त कर रही हैं।

आज हमें अनेक महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में महिलाएं काम करती दिखाई देती हैं। इससे उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार का अंदाजा लगाया जा सकता है। राजनीतिक क्षेत्रों में स्त्रियों की भागीदारी बढ़ी है। सरकार ने इनके स्तर को ऊपर उठाने के लिए ग्राम पंचायतों में 33% स्थान आरक्षित कर दिये हैं। इसी तरह बी० डी० एस० की सदस्य चैयरमैन एम० एल० ए० तथा एम० पी० के रूप में स्त्रियां अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

8. जीवन स्तर में परिवर्तन (Changes in Living Standards)-ग्रामीण व्यक्तियों के जीवन स्तर में भी परिवर्तन आ रहा है। गांवों में भी भोजन, वस्त्र, सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग, बिजली की सुविधा, जल की व्यवस्था तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का विकास उत्तरोतर बढ़ रहा है। ग्रामीण विकास हेतु अनेक शिक्षण संस्थानों को खोला जा रहा है जिसके माध्यम से ग्रामवासियों को शिक्षित किया जाता है। अब ग्रामीण व्यक्ति भी उच्च शिक्षा को प्राप्त करने हेतु कालेज व महाविश्वविद्यालयों में दाखिला ले रहे हैं। कुछ गांवों में स्नातक व स्नातकोत्तर शिक्षण संस्थाओं को खोला गया है, जिसके माध्यम से ज्ञान अर्जित कर ग्रामीण व्यक्ति शहर में जाकर अच्छी नौकरी प्राप्त कर रहे हैं। इस प्रकार ग्रामीण व्यक्तियों के स्तर में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है।

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HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Haryana State Board HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues Important Questions and Answers.

Haryana Board 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Very Short-Answer Type Questions

Question 1.
Are there same type of tissues in plants and animals?
Answer:
No, plants and animals have different types of tissues.

Question 2.
How are newly cells formed?
Answer:
Through cell division process.

Question 3.
What is called as unicellular organisms?
Answer:
All those organisms in which all the biological activities are fulfilled through single cell are called as unicellular organisms.

Question 4.
Which organisms undergo labour division?
Answer:
Multicellular organisms.

Question 5.
How many types of tissues are there in plants?
Answer:
Two types:
(i) Meristematic tissues
(ii) Permanent tissues.

Question 6.
Where are Meristematic cells found?
Answer:
Dividing cells (meristematic tissues) found at the tip of the shoot and at the tip of the root.

Question 7.
What is the function of meristematic tissue?
Answer:
Building up of new cells.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 8.
Do the permanent tissues have the ability of divide?
Answer:
No.

Question 9.
How many types of permanent plant tissues are there?
Answer:
Two types:
(i) Simple tissues
(ii) Complex tissues.

Question 10.
What are Parenchymatous tissues ?
Answer:
Parenchymatous tissues can be living and oval, rounded elongated or polygonal in shape. They have thin cell wall and the cells are isodiametric.

Question 11.
What are collenchymatous tissues ?
Answer:
Due to deposition of cellulose and Pectin at the angles of these tissues they get thinken in size. These tissues do not have intercellular spaces.

Question 12.
What are sclerenchymatous tissues ?
Answer:
These are dead cells. These cells do not have any intercellular space in them. They provide strength to the plant parts.

Question 13.
What are simple permanent tissues ?
Answer:
These tissues are formed of parenchymatous cells. Their origin, structural formation and function are same.

Question 14.
Which part of the plant consists of meristematic tissues ?
Answer:
Green part of the plant.

Question 15.
What are protective tissues made up of?
Answer:
By sclerenchymatous tissues.

Question 16.
Which parts of the plant consists of protective tissues.
Answer:
Leaves, flowers, stem and roots.

Question 17.
What is the other name of sclereids ?
Answer:
Brachysclereids or stone cells.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 18.
What is called as complex tissue ?
Answer:
Cells of different shape and size together form a group which works out a special function, is called as complex tissue.

Question 19.
How many types of complex tissues are there ?
Answer:
Two type:
(i) Phloem
(ii) Xylem.

Question 20.
Name the tissue that transports food in plants. [H.B.S.E. March, 2019]
Answer:
Sieve elements (phloem).

Question 21.
How many types of animal tissues are there ? Write their names.
Answer:
Four types:
(i) Epithelial tissues
(ii) Connective tissues
(iii) Muscular tissues
(iv) Nervous tissues.

Question 22.
Where are epithelial tissues found ?
Answer:
In the external and internal layers of animals.

Question 23.
Which tissue is called a protective covering in animals ?
Answer:
Epithelial tissue.

Question 24.
Which tissue is responsible for producing sperm and egg in animals ?
Answer:
Epithelial tissue.

Question 25.
What are the types of muscular tissues ?
Answer:
Three types:
(i) striated
(ii) unstriated
(iii) cardiac muscles.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 26.
Which muscles function according to owr will ?
Answer:
Voluntary muscles (Striated muscles).

Question 27.
Which type of muscles present in heart ?
Answer:
Cardiac muscles.

Question 28.
How many types of connective tissues are there ?
Answer:
Three.

Question 29.
Write two main functions of connective tissues ?
Answer:
Joining different organs and provide protection.

Question 30.
What are the types of skeletal connective tissues ?
Answer:
Two types:
(i) Bone
(ii) Cartilage.

Question 31.
Which tissue functions to connect bone to another bone?
Answer:
Ligaments.

Question 32.
What do tendons interconnect with?
Answer:
Muscle with bone.

Question 33.
Write down the name of the fluid tissue found in the body.
Answer:
Blood.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 34.
How many types of blood cells or corpuscles are found in blood?
Answer:
Three types of blood cells or corpuscles.
They are:
(i) Erythrocytes-Red Blood Cells (RBC)
(ii) Leucocytes: White Blood Cells (WBC) and
(iii) Blood Platelets.

Question 35.
What is the fluid part in blood called as ?
Answer:
Plasma.

Question 36.
What percentage of water is there in blood ?
Answer:
90%

Question 37.
Which tissues are brain, spinal cord and nerves formed of ?
Answer:
Nervous tissues.

Question 38.
What is nervous tissue called as ?
Answer:
Neuron.

Question 39.
What is the main function of neuron ?
Answer:
Sending impulses of messages.

Short-Answer Type Questions

Question 1.
Multicellular organisms are more superior in comparison of unicellular organisms. Why ?
Answer:
The unicellular organism can accomplish but a few functions and in doing that they are comparatively less expert to that of multicellular organisms. Among multicellular organisms by forming groups of lacs of cells not only those functions, rather they can perform more functions with complete skill, since they have the quality of labour-division in them.

Question 2.
Is there some difference between plants and animals tissues ?
Answer:
The plant tissues perform the function of supporting. Most of the tissues of plants are dead. The dead tissues too provide mechanical strength like the living tissues. They need little care of maintenance, where as the animals roam about here and there in search of companion, food and shelter. They consume more energy than plants. They possess maximum number of living tissues. Growth in some parts of the plants remains constrained, whereas in animals the case is different.

Question 3.
What are the different types of tissues found in plants ?
Answer:
Two types of tissues are found in plants:
(1) Meristematic tissues
(2) Permanent tissues
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 1

Question 4.
Write down the features of meristematic tissues.
Answer:
The features of meristematic tissues are as follows :
(1) Meristematic cells have same structure and their cell wall is thin.
(2) The shape of the cells is round, oval or polygonal.
(3) They are compactly arranged with each other and they don’t have any intercellular space in them.
(4) These cells have dense or sufficient cytoplasm (cell liquid) and a big nucleus.
(5) They have comparatively few vacuoles or no vacuole.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 2

Question 5.
Where are meristematic tissues found in plants ?
Answer:
Meristematic tissues are found in the growing up parts of the plants only; Like-apical meristem and cambium (the region that increases thickness)

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 6.
Write down the characteristics of permanent tissues.
Answer:
The characteristics of permanent tissues are as follows:
(1) Permanent tissues are formed of meristematic tissues.
(2) Their cells have no ability of division.
(3) They have a definite shapes.
(4) Their wall can be dead, thin or thick.
(5) They have enlarged cells and vacuolic cytoplasm.

Question 7.
Differentiate between meristematic tissue and permanent tissue.
Answer:
The difference between meristematic tissue and permanent tissue is as follows:
Meristematic Tissue:
1. They do not have intercellular space.
2. They have the ability of divide.
3. The are responsible for growth.
4. They are thin-walled and isodiametric.
5. They have an enlarged nucleus.

Permanent Tissue:
1. It can be or cannot be there in them.
2. They lack the ability of division.
3. They are no responsible for growth.
4. They are thin or thick-walled but not isodiametric.
5. They have small nucleus.

Question 8.
What are permanent tissues?
Answer:
Permanent tissues:
Permanent tissues are formed of meristematic tissues. Their tissues have no ability of division. Their size and volume is definite.

Permanent tissues are of two types:
(1) Simple tissues
(2) Complex or compound tissues.

Question 9.
Differentiate between parenchyma and collenchyma tissues.
Answer:
Following are the differences between parenchyma and collenchyma:
Parenchyma Tissue:
1. They are found in roots, stem and leaves.
2. Their walls are not thick.
3. They are formed of round and fine walled cells.
4. Their wall is made up of pectin and cellulose.
5. They helps in storing food and provide mechanical support.
6. They have intercellular space in them.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 3

Collenchyma Tissue:
1. They are found in the middle vein of the stem and leaves.
2. Their walls are thick.
3. They have thick and elongated wall.
4. Their cell wall possesses collens of pectin.
5. They just provide mechanical support.
6. It is absent in them.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 4

Question 10.
Enunciate different types of simple permanent tissues and write down the function of each. Answer: Simple permanent tissues are of three types :
(a) Parenchyma
(b) Collenchyma
(c) Sclerenchyma

(a) Functions of Parenchyma:
(i) Storing of food and assimilation.
(ii) To provide mechanical strength to the parts of plant.
(iii) Storing of resin, tanin, gum particles, and resin of morganie waste material.
(iv) Due to presence of chloroplast or chlorenchyma, they prepare food themselves.

(b) Functions of Collenchyma:
(i) They provide flexibility and strength to the plants.
(ii) Due to presence of chloroplast or chlorenchyma, they prepare glucose and starch.

(c) Functions of Sclerenchyma:
(i) They provide more strength to cartex and hard seeds.
(ii) They get transformed into protective tissues and protect the interior parts.

Question 11.
Differentiate among parenchyma, collenchyma and sclerenehyma.
Answer:
Parenchyma:
1. Their cell wall is constructed ot pectin and cellulose.
2. These are living cells.
3. Their function is food-storage and providing support.
4. They are found in root, stem and leaves.
5. They are formed of rounded thin walled cells.

Collenchyma :
1. Their cell wall is also formed of pectin and cellulose.
2. They too have living cells.
3. Their function is to provide mechanical support.
4. They are found in the middle vein of leaf and stem.
5. They are formed of multiarmed cells.

Sclerenchyma:
1. Their cell wall is formed of lignin.
2. Their cells are dead.
3. Their function is only to provide support
4. They are found in the stem and pulp of the fruits.
5. They are formed of thick-walled cells.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 12.
Describe Sclerenchvmatous tissue.
Answer:
Sclerenchyma:
These ceils are elongated in size and thin but are equipped with lignin. These are dead cells and are attached together. These cells are pointed at both ends. There is a clear mid lamella between adjacent cells. Cells consist of skewed regions that are called as pit canals. The cells provide strength to the parts of the plant.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 5

Question 13.
Name different components found in Xylem (xylem tissues) components.
Answer:
The four components found in Xylem (xylem tissues) are as follows:
(1) Tracheids,
(2) Vessels,
(3) Xylem or wood Parenchyma
(4) Wood or Xylem fibers.

Question 14.
Give the importance of phloem in plants.
Answer:
Importance of Phloem: It is planted conductive tissue. It transports the starch (food) prepared by leaves to different parts of the plant.

Question 15.
Write functions of the Xylem (xylem tissues).
Answer:
Functions of Xylem:
It is too plant conductive tissue. It’s function is to transport the absorbed water and dissolved mineral salts by the roots to the leaves of the
plants and the apex. It also provide mechanical power to the plant.

Question 16.
Write short note on protective tissue.
Answer:
Protective Tissue:
Sclerenchyma found in the outermost parts of plants gets transformed into protective tissues. These tissues remain in the external layer of leaves, stems and roots. These tissues protect the interior tissues of plants. These tissues are covered with cutin. The cells of cork are dead. Cork is a lighter and protective tissue, it is more compressible and does not catch fire quickly.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 17.
What is stomata? Write its functions.
Answer:
Stomata:
They are found in the epidermal cells of the lower surface of leaves of plants which are called as stomatal pore. Stomata get protected by two guard cells.

Functions:
(1) Stomata are the nostrils of plants.
(2) Stomata plays a vital role in the exchange of gases and through them water loss takes place in plants.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 6

Question 18.
Write names of different tissues found in animals.
Answer:
Animal tissues:
There are four types of tissues found in animals.
(1) Epithelial tissue
(2) Connective tissue
(3) Muscular tissue
(4) Nervous tissue.

Question 19.
Give the names and important functions of animal tissues.
Answer:
Animal tissue:
(a) Epithelial tissues:
Functions: They participate in absorption, secretion, protection, excretion, etc.

(b) Connective tissue:
Functions: This tissue participates in interlink the various parts of the body, provide support, turgidity, storage, protection and transportation.

(c) Muscular tissue :
Functions: Muscular tissue participates in motion, conduction, contraction, etc.

(d) Nervous tissue:
Functions: These do the main work of controlling and management.

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Question 20.
Write a typical note on epithelial tissue.
Answer:
This is a covering or outer protective tissue that cover the body of an animal. Also, it protects a number of organs and cavities inside the body. Skin, alimentary can be capillary tube’s coat, food pipe, hollow organs of lungs all are formed of epithelial tissues. There is very’ narrow space. In these tissues, the cells are compactly arranged.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 7

Question 21.
Classify Epithelial tissues.
Answer:
On the basis of shape and functions of the cells, epithelial tissues are classified into following types:
1. Squamous epithelium: These flat and disc like cells help in covering the organs of the body providing protection to them.
2. Cubical epithelium: These cubical or isodiametric cells are found in ducts of salivary glands and kidney tubules.
3. Columnar epithelium: The pillar or column like wide cells found in the layer of stomach and intestine.
4. Ciliated epithelium: Columnar and cubical shaped ceils germinate hair like structures at their ends that are called as cilia.
5. Glandular epithelium: These cells are found in secretory glands.

Question 22.
Write down the functions of Epithelial tissue.
Answer:
The functions of Epithelial tissue are the following :
(1) It performs the function to protect and cover the body organs
(2) It performs the functions of secretion, (in the Stomach and salivary glands)
(3) It produces sensitivity. (Eye and retinal cells)
(4) It produces sperm and egg.
(5) These absorb water and other salts.
(6) They also play role in excretion.

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Question 23.
Write down the functions of connective tissue.
Answer:
The functions of connective tissues are as follows :
(1) These tissues join different organs of body with one another.
(2) They perform the function to tieup up organs of the body.
(3) These tissues give support to the organs of the body.
(4) Bone and cartilage build up the skeleton of the body.
(5) Adipose tissues store fat.
(6) These tissue perform the function of blood circulation.
(7) White blood corpuscles (WBC) fight against harmful bacteria.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 8

Question 24.
What is Blood?
Answer:
Blood:
Blood is a liquid connective tissue. It tissue drift in liquid plasma (matrix). Blood cells are callei
(i) Red blood corpuscles (RBC)-Erythrocytes
(ii) White blood corpuscles (WBC)-Leucocytes
(iii) Blood platelets
Blood runs in each part of the body and thus, it connects all the parts of the body.

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Question 25.
What are the functions of blood ? Explain.
Answer:
Functions of Blood:
(1) Red blood corpuscles receive oxygen from lungs and send it to different parts of the body.
(2) Blood collects hormones from the hormone glands and sends it to different parts.
(3) It helps in excreting excretory products from the body.
(4) White blood corpuscles or leucocytes protects from harmful bacteria.
(5) Blood checks the body temperature.
(6) Blood platelets clots the blood and avoid the more discharge of blood out of the body.

Question 26.
What is Bone? What are its types ?
Answer:
Bone: Skeletal tissue is connective tissue. In this tissue, ’/3 part organic and 2/3 part inorganic material is found. Its matrix consists of a peculiar type of protein ‘ossein’ which is in the form of collagen fibres. Bone possesses matrix osteoblasts, cytus, fibers and matrix have calcium phosphate, calcium carbonate and calcium fluoride. It give strength to the bone.

Question 27.
What is compact bone ?
Answer:
Compact bone:
This bone used to be strong and hard. Inside the matrix of bone, calcium salts provide hardness to the bone. Compact bone is formed of round and irregular dense layers of bones. Compact bone is found in the long shaft of bones like-femur. It involves Haversian canals.

Question 28.
Write down two differences each between bone and cartilage.
Answer:
Following are the differences between bone and cartilage :
Bone Cartilage:
1. It’s matrix is hard and flexible.
2. It’s matrix is formed of condin.
3. It is covered with pericondrium.
4. Haversian system is absent in it.

bone:
1. It’s matrix is too rigid and strong.
2. It’s matrix is formed of ossein.
3. It is covered with peraosteium.
4. Haversian system is present in it.

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Question 29.
Write down the difference between tendon and ligament. Answer: Following are the difference between tendon and ligament:
Tendon:
1. It is flexible and moulding.
2. It connects muscle with bone.
3. It is made up of yellow fibre.

Ligament:
1. it is inflexible and hard.
2. It connects bone with another bone.
3. It is made up of white fibred connective tissues.

Question 30.
Write down the functions of bone, cartilage tendon and ligament.
Answer:
(i) Bone : It constructs the structure of body and protects the soft orgAnswer:
(ii) Cartilage: It constructs the skeletons of cartilaginous fishes. In our body the tip of nose and external ear (pinna), is formed of it.
(iii) Tendon : It connects muscle with bone.
(iv) Ligament: It joins bone with another bone.

Question 31.
Write down the functions of skeletal tissue.
Answer:
Skeletal tissue: Skeletal tissue is rigid, there is sufficient quantity of calcium salts in bone-matrix. Following are the significant functions of skeletal tissue:
(1) Skeletal tissue enshapes the body.
(2) Skeletal tissue protect the sensitive organs of the body.
(3) Skeletal tissue helps in joining muscles together.
(4) This tissue provides movement and locomotion to the body.
(5) In the middle of the bones erythrocytes (RBC) are produced.
(6) It provides surface for attachment of muscles (tendons and ligaments).

Question 32.
What is areolar tissue?
Answer:
Areolar tissue:
This tissue is found below the skin, between the muscles, blood vessels and around the nervous tissue. These cells possess jelly types transparent and sticky matrix. This is connective tissue. It interlinks body cavity and other parts of the body.

Question 33.
What is muscular tissue ? What are its types ?
Answer:
Muscular tissue:
The cells of these tissues are elongated, spindle shaped and unbranched. Cardiac muscles are branched. Muscular tissues are found in different sizes. Muscular tissues provide locomotion and movement to different parts of body.

Muscular tissues are of three types :
(a) Striated muscles. (Skeletal or voluntary muscles)
(b) Unstriated muscles. (Smooth muscles or involuntary muscles)
(c) Cardiac muscles.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 34.
Make difference between striated muscles arid cardiac muscies.
Answer:
The differences between striated muscies and cardiac muscles are as follows:
Striated muscle:
1. These muscles work accordingly to our will i.e., they are voluntary muscles.
2. These muscles are jointed with bones.
3. They are unbranched.
4. They have a number of nuclei.
5. They have light or dark bands on them.

Cardiac muscle:
1. These muscles are involuntary, they do not work accordingly to our command.
2. These muscles are found in the heart.
3. They are branched.
4. They have one or two nuclei.
5. They have transverse indistinct light bands which show faint cross striations.

Question 35.
Describe the structure of skeletal and cardiac muscles.
Answer:
Skeletal Muscles:
We can move some muscles by the conscious will. Muscles present in our limbs move when we want them to, and stop when we so decide. Such muscles are called voluntary muscles. These muscles are also called skeletal muscles as they are mostly attached to bones and help in body movement. Under the microscope, these muscles show alternative light and dark bands or striations when stained appropriately. As a result, they are also called striated muscles. The cells of this tissue are long, cylindrical, unbranched and multinucleate (having many nuclei).
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Cardiac Muscles: The muscles of the heart show rhythmic contraction and relaxation throughout life. These involuntary muscles are called cardiac muscles. Heart muscle cells are cylindrical, branched and uninucleate.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 10

Essay Type Questions

Question 1.
What is called a tissue ? How many types of plant cells are there ? Describe meristematic tissues.
Answer:
Tissue:
A group of several cells that have common origin, structure and function is called a tissue. In plants there are two types of tissues.
(i) Meristematic tissues
(ii) Permanent tissues.

Meristematic Tissue:
In these tissues, division of cells takes places continuously and these cells that have the ability to divide, they keep on reproducing newly cells. Meristematic tissues are found only in those parts that participate in the growth process like tip of the shoot-root, and cambium. Due to these tissues, the length and thickness of the plants get increased.

On the basis of origination, meristematic tissues are of two types:
(i) Primary meristematic tissues.
(ii) Secondary meristematic tissues.

On the basis of position meristematic tissues are of three types:
(a) Apical meristem: They are found at the tip of the root, stem and branches; They are also of three types:
(1) Epidermis: These tissues buiid up the outer skin of the plant.
(2) Cortex: These tissues buiid up the filling up system.
(3) Hypodermis: These tissues make transport tissues, phioem and xylem,
(b) Intercalary meristem: This tissue is found in the stem of monocotyledones. Due to activity of this tissue plant grow up in height.
(c) Lateral meristem: This tissue is found in the stems and root of dicotyledones.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Question 2.
How many types of simple tissue of plant are there ? Explain them.
Answer:
Simple tissue When the meristematic tissues totally lose the ability of division, then they transform into permanent tissues. Permanent tissues are of two types: Simple tissues and complex tissues. Simple tissues are formed of only one type of same structural cells. Their function is also same. On the basis of structure these tissues are of three types:

(i) Parenchyma:
These tissues are found in the shoot system (stem, leaves and flower) and root in plants. In the green part of the plant their number used to be more. These cells can be round, elongated or polygonal shape. These are living cells. Their cell wall is thin and is made up of cellulose. These cells contain dense protoplasm. The main functions of these tissues are storage of food, assimilation, provide strength, storing of resin tanin and gum and many times preparing food too.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 11

(ii) Collenchyma:
These cells too are living. These are multiarmed, oval and rounded shaped. Their cell wall is thin, but at the corners of the cell due to deposition of cellulose and pectin they get hard or stout. In these cells generally there are some chloroplasts. This tissue brings flexibility and strength in plants and prepare glucose and starch due to presence of chloroplast in it.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 12

(iii) Sclerenchyma:
These cells are elongated in size and thin but are equipped with lignin. These are dead cells and are attached together. These cells are pointed at both ends. There is a clear mid lamella between adjacent ceils. Cells consist of askewed regions that are called as pit canals. The cells provide strength to the parts of plant.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 13

Question 3.
What is called as complex tissues ? What are their types in plants ? Explain each of them.
Answer:
Complex Tissue:
Complex tissue is a group of more than one type of cells which perform a special function. Complex tissue is of two types :
(1) Xylem: Xylem is a transport tissue. It transports water and dissolved mineral salts from root to the shoot-system. All the cells of this tissue are dead, thick walled and lignified. This tissue is formed of with the combination of four cells.
(i) Trachieds
(ii) vessels
(iii) xylem or wood-parenchyma
(iv) xylem fibres.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

(2) Phloem:
It is a living transport tissue. Starch prepared due to photosynthesis process is transported to different parts of the plant by it. This tissue is also formed of with the combination of four components :
(i) Sieve tubes
(ii) companion cells
(iii) phloem parenchyma
(iv) phloem fibres.
Out of these sieve tubes are significant. These sieve tubes consist of porous wall that send food from the leaves to different parts of the plant.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 14

Question 4.
What is called as nervous tissue ? How many types does it have ?
Or
Define the neuron with diagram.
Answer:
Nerve cells (neurons): It is a specialised elongated cell which is the basic unit of conduction of impulses Tn this cell there a nucleus surrounded with cytoplasm. Many small branches project out of cytoplasm, which are called as dendrites. One of these branches is the longest one which is called as Axon. Axon carries the impulses away from cells. One nerve cell does not directly join with the another neuron. They have some empty space between them in which there is a very closed transportation. It is called as synapses.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

If we have pain in our hand, this information gets collected by the dentrites of the sensory neuron located in the hand. The sensory neuron converts it into electric signal. This signal is transmitted by the motor neurons and passing through synapse reaches the brain. The brain on receiving the impulse reacts to that. The motor nerve carries this reaction to the muscles of the hand and thus, the muscles of the hand make suitable reaction.

Thus, nerve cells (neurons) are of three types:
1. Sensory nerve cells (neurons): They carry sensations in different parts of the body towards brain.
2. Motor neurons: These receive message from the brain and further send it to the muscles.
3. Multipolar neurons: They does both the functions they carry sensations towards brain and further carry the commands of brain towards the muscles.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 15

Question 5.
What is blood (human blood) ? Explain its constituents.
Answer:
Blood: Blood is liquid connective tissue which is red in colour. Blood circulates in the organs of body, thus it can be said that it connects the entire parts of the body together.

Human blood has mainly two constituents:
(A) Plasma: This is a substance in the blood which is light yellow in colour. It contains 90% of water. The remaining salts, glucose, amino acid, protein, hormone, oxygen, carbon dioxide gas and certain digested undigested food materials are also found in it.

Function: It consists of fibrin named protein, that helps in coagulation or clotting of blood. It also consists anti bodies which destroy foreign bodies harmful bacteria etc.

(B) Blood corpuscles (Blood cells): There are three types of corpuscles found in blood which are described as ahead:
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 16

(a) Red Blood Corpuscles or Erythrocytes: These are round in shape. Each red corpuscle has the life time of nearly four months. They have a substance namely haemoglobin in them which provides red colour to blood. They are round in shape, flat and small in size. They have no nucleus in them. They have the largest number (50 lakh oer cubic milliletre).

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

Functions:
(i) Red blood corpuscles provide red colour to the blood.
(ii) Their haemoglobin distributes oxygen throughout the body. On receiving oxygen these corpuscles i become oxy-haemoglobin.

(b) White Blood corpuscles or Leucocytes : The number of white blood corpuscles is lesser than red blood corpuscles, but they are bigger in size than them. They are white in colour, since they have no haemoglobin in them. Therefore they do not have a definite shape. They also have nucleus. They are of five types.
Function: They kill the harmful bacteria in the body and gobble them up. Thus, they protect us from diseases.

(c) Thrombocytes or Platelets: They are thick in the centre and thin at the ends. They are very small. They also have nucleus.
Function: They help in coagulation of blood. When in case of injury, blood oozes out from the wound, these platelets gather around the injury and by a chemical action clot there, so that there might not be any more bleeding.

Practical Work

Experiment-1:
Observing the structure of stem by cutting it in a transverse section (T.S.).

Procedure:
(i) Peel off a thin slice or transverse section of a thin and soft stem of a plant, keep it into the safranine solution.
(ii) Take a slice of stem section and keep it on a glass slide carefully leave a drop of glycerine on it and cover it with a coverslip.
(iii) Observe the prepared slide under the compound microscope and draw a sketch diagram of the setting up of the cells that you observe.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues - 17

Quick Review of the Chapter

1. Blood transports
(A) oxygen
(B) food
(C) harmones and waste substances
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

2. Nearly all tissues of are dead.
(A) plants
(B) animals
(C) both (A) and (B)
(D) saprophytes
Answer:
(A) plants

3. New cells in plants are formed by tissues.
(A) parenchyma
(B) collenchyma
(C) meristematic
(D) sclerenchyma
Answer:
(C) meristematic

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

4. Which of the follow ing is not the characteristic of meristematic?
(A) highly active
(B) more cytoplasm
(C) vacuole present
(D) distinct nucleus
Answer:
(C) vacuole present

5 tissues are found in the growing up parts of root and stem.
(A) Parenchyma
(B) Meristematic
(C) Sclerenchyma
(D) Collenchyma
Answer:
(B) Meristematic

6. The helpful tissue in photosynthesis is :
(A) parenchyma
(B)
(C) sclerenchyma
(D)
Answer:
(A) parenchyma

7 tissues carries the function of storage.
(A) collenchyma
(B)
(C) sclerenchyma
(D)
Answer:
(B) parenchyma

8. The tissues which makes a plant hard and strong is :
(A) collenchyma
(C) parenchyma
Answer:
(B) sclerenchyma

9. Which tissues make up the husk of coconut ?
(A) sclerenchyma
(C) parenchyma
Answer:
(A) sclerenchyma

10. Sclerenchyma is found in the of a plant.
(A) stem
(B) near vascular bundle
(C) buds of leaves and seeds
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

11. Holes/pores are found :
(A) on the surface of leaf
(B) in vessels
(C) in xylem
(D) in phloem
Answer:
(A) on the surface of leaf

12. Which of the following is not a function of epidermis ?
(A) reduces the loss of water
(B) protects from mechanical shocks against water cell
(C) helpful in entry of parasite fungi
(D) all of the above
Answer:
(C) helpful in entry of parasite fungi

13. The shape of protective cells/tissues in stomata is
(A) like liver
(B) like kidney
(C) like the seed of bean
(D) like the seed of gram
Answer:
(B) like kidney

14. The function of stomata is:
(A) evaporation
(B) intake and release of oxygen
(C) intake and release of carbon dioxide
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

15. The capacity of water absorption in roots increases by:
(A) increase in the size of root
(B) increase in the length of root
(C) due to hair roots present on roots
(D) all of the above
Answer:
(C) due to hair roots present on roots

16. What makes bark impermeable for air and water ?
(A) waxy cover
(B) thick layer of bark
(C) chemical named subrin
(D) all of the above
Answer:
(C) chemical named subrin

17. The example of complex tissue is:
(A) xylem
(B) meristematic
(C) phloem
(D) both (A) and (C)
Answer:
(D) both (A) and (C)

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

18. ………….. is Conductive tissue.
(A) xylem
(B) phloem
(C) both (A) and (B)
(D) neither (A) nor (B)
Answer: (C) both (A) and (B)

19. The parts of xylem are:
(A) tracheids
(B) vessels
(C) xylem parenchyma and fibre
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

20. The parts of phloem are:
(A) sieve tubes
(B) companion cells
(C) phloem parenchyma and fibres
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

21. Minerals and water are transported by:
(A) phloem
(B) xylem
(C) sieve tube
(D) companion cells
Answer:
(B) xylem

22. Phloem conducts:
(A) synthesised food
(B) mineral salts
(C) water
(D) all of the above
Answer:
(A) synthesised food

23. Which tissue is not a simple tissue?
(A) sclerenchyma
(B) phloem
(C) parenchyma
(D) collenchyma
Answer:
(B) phloem

24. Which tissue is not an animal tissue?
(A) epithelial
(B) epidermal
(C) connective
(D) muscular
Answer:
(B) epidermal

25. Which tissue carries the function of covering the body and making covers for different organs inside the body?
(A) epithelium
(B) connective
(C) nervous
(D) muscular
Answer:
(A) epithelium

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

26. Which one is not a type of epithelium tissues?
(A) squamous
(B) cubical
(C) rounded
(D) columnar and ciliated
Answer:
(C) rounded

27. Which tissue forms the difference of alimentary canal and mouth?
(A) glandular
(B) squamous
(C) columnar
(D) cubical
Answer:
(B) squamous

28. What kind of tissue is blood?
(A) epithelium
(B) connective
(C) muscular
(D) nervous
Answer:
(B) connective

29. Which blood cells carries the function of intake of oxygen?
(A) RBC
(B) WBC
(C) platelets
(D) all of the above
Answer:
(A) RBC

30. Bone is an example of what type of tissue?
(A) epithelium
(B) connective
(C) muscular
(D) nervous
Answer:
(B) connective

31. The tissue which provides motion to body is:
(A) epithelium
(B) connective
(C) muscular
(D) all of the above
Answer:
(C) muscular

32. The feature of voluntary muscle is:
(A) long in size
(B) cylindrical
(C) unstriated
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

33. Involuntary muscles are not found in:
(A) bones
(B) eyelids
(C) urinal
(D) trachea of lungs
Answer:
(A) bones

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 6 Tissues

34. Which cell can be longest?
(A) epithelium
(B) nervous
(C) connective
(D) muscular
Answer:
(B) nervous

35. Which tissue rs found in heart?
(A) muscular
(B) nervous
(C) epithelium
(D) connective
Answer:
(A) muscular

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HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Haryana State Board HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion Important Questions and Answers.

Haryana Board 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Very Short-Answer Type Questions

Question 1.
What do you mean by rest ?
Answer:
When a body does not change its position with respect to its surroundings, then the body is said to be at rest.

Question 2.
What is meant by motion ?
Answer:
When the position of the body continuously changes with respect to its surroundings, then the body is said to be in motion.

Question 3.
What is meant by relative motion ?
Answer:
The increase or decrease in distance between two moving bodies is known as relative motion.

Question 4.
How the motion of air can be measured ?
Answer:
The motion of air can be measured by its effect.

Question 5.
Passengers are sitting in a moving train. Tell, about which objects the passengers are in rest position and about which objects the passengers are in motion ?
Answer:
A passenger sitting in a moving train is in the state of rest in comparison of other passengers and the luggage kept in train. But the same person is in motion as compared to outsider trees and buildings.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Question 6.
Give one difference betw een the motion of living and non-living things.
Answer:
Living organisms move by themselves but external factor is required for the motion of non-living things.

Question 7.
What is distance ?
Answer:
The total path travelled by a body between initial and final points is called distance.

Question 8.
What is displacement?
Answer:
The shortest distance between the initial and final position of the body is called displacement.

Question 9.
What is the SI unit of distance and displacement ?
Answer:
The SI unit of distance and displacement is metre.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Question 10.
What is meant by reference point or origin point ?
Answer:
A fixed point with respect of which a body is at rest or in motion is known as reference point or origin point.

Question 11.
What those quantities are called, which require magnitude and direction both for their expression ?
Answer:
Those quantities which require magnitude and direction both for their expression are called vector quantities.

Question 12.
Which quantities are expressed by magnitude only ?
Answer:
Scalar quantities are expressed by magnitude only.

Question 13.
Write two examples each of vector and scalar quantities.
Answer:
Vector quantities – Velocity and displacement.
Scalar quantities – Distance and speed.

Question 14.
When an object covers equal distance in equal intervals of time, then what its speed is called ?
Answer:
When an object covers equal distance in equal intervals of time, its speed is known as uniform speed.

Question 15.
Give two examples of uniform speed.
Answer:
(i) Motion of earth
(ii) Motion of pendulum of a watch.

Question 16.
When an object covers unequal distance in equal intervals of time, then what its speed is called ?
Answer:
When an object covers unequal distance in equal intervals of time, its speed is known as non¬uniform speed.

Question 17.
Write two examples of non-uniform speed.
Answer:
(1) Train starting from a station.
(2) Birds flying in the sky.

Question 18.
Write down the formula to find out the average speed of a moving object.
Answer:
The distance travelled by an object per unit time is known as average speed.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 1

Question 19.
What is meant by velocity ?
Answer:
The distance covered by a moving body in one second in a certain direction is called velocity.

Question 20.
What is the unit of velocity ?
Answer:
The unit of velocity is metre per second (ms’1).

Question 21.
What is the relation among distance, speed and time ?
Answer:
Distance = Speed x Time

Question 22.
What will be the velocity of an athlete, if he takes 10 seconds to cover a distance of 100 metres ?
Answer:
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 2

Question 23.
What is meant by acceleration ?
Answer:
The rate of change of velocity of a moving body is called acceleration.
a = \(\frac {v – u}{t}\)

Question 24.
What is meant by retardation ?
Answer:
The rate of decrease in velocity in a certain direction is called retardation i.e. negative acceleration s called retardation.

Question 25.
What is SI unit of acceleration ?
Answer:
SI unit of acceleration is metre Der second sauare

Question 26.
Write example ot accelerated motion.
Answer:
A body moving in a circle with uniform speed is an example of accelerated motion.

Question 27.
Choose scalar and vector from following :
(i) Delhi is at a distance of 1450 km from Mumbai.
(ii) Delhi is at a distance of 1450 km in north from Mumbai.
Answer:
(i) It is an example of scalar quantity.
(ii) It is an example of vector quantity.

Question 28.
When, a body is said to be moving with uniform acceleration ?
Answer:
If there is equal change in velocity in equal intervals of time, then the body is said to be moving with uniform acceleration.

Question 29.
Define uniform circular motion.
Answer:
When a body moves in a circular path with uniform speed, its motion is known as uniform circular motion.

Question 30.
Which type of motion is shown, if the speed-time graph is a straight line ?
Answer:
It shows uniformly accelerated motion.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Question 31.
What will be the acceleration of the body, if the speed-time graph is parallel to time axis ?
Answer:
The speed of the body will uniform, therefore acceleration will be zero.

Question 32.
What shows the slope of speed-time graph of an object ?
Answer:
Acceleration of the object.

Question 33.
What the area under and between interval of speed-time graph of moving body shows ?
Answer:
The distance covered by the body in that time interval.

Question 34.
If the distance-time graph, parallel to time axis is a straight line, then average speed in different intervals will be equal or different.
Answer:
Equal.

Question 35.
If the distance-time graph of a body is a straight line, what you will say about the motion of the body ?
Answer:
The body will be in constant position.

Question 36.
If the distance-time graph of a body is a curve, then its average speed in different intervals will be different or uniform.
Answer:
The average speed will be different in different intervals.

Question 37.
If the speed of a moving body becomes 30 km/h from 0 in 2 hours, then what will be its acceleration?
Answer:
Acceleration =img= 15 kmh-2

Question 38.
If a body is moving on circular track with uniform-speed, then which type of its motion will be ?
Answer:
Non-uniform and accelerate motion.

Question 39.
Speed of light is 3 x 108 ms-1. What will be its speed in kmh-1 ?
Answer:
speed of light = 3 x 108ms-1 = \(\frac{3 \times 10^8 \times 3600}{1000}\)kmh-1
= 1.08 x 109kmh-1

Question 40.
Rajdhani Express covers a distance of 1384 km in 17 hours. What will be its average speed?
Answer:
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 3

Question 41.
What will be the average speed of a car, if it covers a distance of 80 km in two hours ?
Answer:
Average speed = \(\frac {80}{2}\) = 40 kmh-1

Question 42.
What is meant by circular motion ?
Answer:
When a body moves on circular track, its motion is known as circular motion.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Question 43.
Give two examples of circular motion.
Answer:
(1) The motion of the wheel of a vehicle.
(2) The motion of a stone tied on the end of a rope in plane circle.

Question 44.
What is meant by graph ?
Answer:
The figure representation of any information is called graph.

Question 45.
Which type of motion is shown by a freely falling object ?
Answer:
It shows a uniformly accelerated motion.

Question 46.
A stone is thrown in vertical direction, then its velocity is continuously decreasing. Why ?
Answer:
When a stone is thrown in vertical direction, its velocity continuously decreases because the acceleration due to gravity is always directed towards the centre of earth.

Question 47.
You have gone to school on 8 o’clock in morning and come back 2 o’clock in afternoon. What will be your displacement?
Answer:
Zero.

Question 48.
What will be the velocity of that object which is thrown vertically upward from the surface of earth and attains maximum height ?
Answer:
Zero.

Question 49.
What is the relation among s, u, a and t ?
Answer:
s = ut + \(\frac {1}{2}\) at2.

Question 50.
What is the relation among v, u, a and t ?
Answer:
v = u + at

Question 51.
What is the relation among v, u, a and s ?
Answer:
v2 – u2 = 2as

Question 52.
What will be the speed of an athlete, when he completes a round in t seconds on a circular track of radius r ?
Answer:
Speed (v) = \(\frac {2πr}{t}\)

Question 53.
When there are clouds in the sky, the lightning and thundering happen in same time. First, you see the eightning After some time, the sound of thundering reaches to you. Can you tell, why it is so ?
Answer:
Because the velocity of light (3 x 108 ms-1) is much more than the velocity of sound (346 m/s).

Short Answer Type Questions

Question 1.
What is the difference between rest and motion ?
Answer:
When a body does not change its position with respect to its surroundings, it is called rest, e.g. a book lying on the table, a stone lying on the floor, etc. When the position of the body continuously changes with respect to its surroundings, it is called motion, e.g. a moving car, a running horse, etc.

Question 2.
What is meant by displacement ? When it is positive and negative ?
Answer:
The change in the position of body in a certain direction is called displacement.
The position of a body changes from x1 to x2, then the displacement (d) can be written as:
d = (x2 – x1)
The +ve and -ve signs of displacement shows the direction of change in position of body. If displacement is +ve, then body moves from left to right. If the displacement is -ve, then body moves from right to left. It is a vector quantity.

Question 3.
What is meant by speed ? Write its unit.
Answer:
Speed is the distance travelled by the body in unit time interval in any direction.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 4
Suppose, a body covers a distance ‘s’ in time ‘ f, then its speed v = –
Unit of speed is metre per second (ms-1). 1

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Question 4.
What is meant by non-uniform motion ? Draw a graph for non-uniform motion.
Answer:
Motion of a body is said to be non-uniform, if it covers unequal distance in equal intervals of time, e.g. motion of a car on road, because its speed keeps on changing. Similarly, the motion of a train is an example of non-uniform motion, because train covers different distance in every second. Distance-time graph is shown to clear the motion of train. It is clear from the figure that speed changes with time and distance-time graph is not a straight line. It is an example of
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 5

Question 5.
How vector is shown ?
Answer:
Vector is represented by a straight line with an arrow head over it. The length of this line is proportional to the magnitude of vector and arrow head shows the direction, which is known as the ‘head’ of vector and other end is known as the ‘tail’ of vector. For example, a velocity of 30 ms-1, 30° in south-west direction can be shown in the form of a line carrying arrow head, as shown in figure.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 6

Question 6.
Two cars moving in opposite directions, cover an equal distance d in an hour. What will be displacement of each after an hour, if they are moving in north and south directions respectively ?
Answer:
Let O is the reference point of both cars.
The distance covered by car A from reference point O in hour in north direction = d
∴Displacement OA = d
The distance covered by car B from reference point O in hour in south direction = d
∴Displacement OB = d
Total displacement of both cars, AB = d + d = 2d
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 7

Question 7.
What is meant by graph ? What are its uses ?
Answer:
To draw the change in one physical quantity7 with respect to another physical quantity on two different axes is called graph.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 8
Uses: The uses of graph are as follows:
(l) The relation among different quantities can be studied easily.
(2) The table of two or more than two quantities can be compared easily.
(3) It is more simple to explain quantity in graph than table.
(4) Graph represents data in less space in comparison to table which takes larger space to represent data.
(5) Quantity related to slope of graph can be found.

Question 8.
What is distance-time graph ? The distance covered by a bus in different time intervals is given in the table. Draw a distance-time graph with the help of it.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 9
Answer:
A simple and successive method, which shows the different distances at different time of a moving body, is called distance-time graph. The distance covered by the bus in different time-intervals is shown in distance-time graph.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 10

Question 9.
Draw distance-time graph for tw o bodies moving with uniform speed of 4 ms-1 and 7 ms-1 and compare it.
Answer:
We know that,
Distance = Speed x Time
(i) Distance-time graph for a body moving with uniform speed of 4 ms-1.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 13
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 12
(ii) Distance-time graph for a body moving with uniform speed of 7 ms-1.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 13
On drawing these values on graph paper, we see that distance-time graph of given body will be as the adjacent figure.

Comparison of Graphs:
The slope of the body moving with uniform speed of 7 ms-1 will be more than that of the body moving with uniform speed of 4 ms-1.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 14

Question 10.
Distance-time graph for a body is shown in figure. Is it the graph of real situation ? Give reason.
Answer:
No, this is not the graph of real situation. Reasons are as follows:
(1) According to distance-time graph, the time taken to reach that point from where it started its journey is less than the time taken by it to complete that journey.
(2) Time (t) is such a quantity which is continuously increasing. This will be larger after t = 14.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 15

Question 11.
Distance-time table of a moving car is as follows:
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 16
Draw distance-time graph for car on the graph paper. Answer: Distance-time graph for car:
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 17

Question 12.
The distances covered by Amitabh and Archna by their bicycles in different times:
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 18
Show both by distance-time graph.
Answer:
The distance-time graph for both is given below:
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 19

Question 13.
Draw velocity-time graph for a body moving with a constant velocity of 40 kmh-1.
Answer:
To draw a velocity-time graph of a car moving with constant velocity’ of 40 kmh-1. It means, car covers a distance of 40 km in an hour, 80 km in two hours, 120 km in 3 hours and so on, it can be seen from figure, that velocity-time graph is a straight line and parallel to time axis. It is true for all velocity-time graphs when motion is uniform.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 20

Question 14.
How we can calculate the distance covered by a body in a given time by using velocity¬time graph ?
Answer:
Suppose the velocity-time graph of a car moving with speed of 40 kmh-1 is as the given figure. Let us consider, we have to calculate the distance covered by the car between time and t2. Draw perpendiculars from points t1 and t2 on time axis as shown in figure.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 21
By this, we obtain a rectangle ABCD between graph and X-axis. In this rectangle side AD is equal to BC, which is equal to (t2 -t1), and side AB is equal to CD, which is similar to 40 kmh-1. We know that, if a body moving with velocity (v) covers a distance (.s’) in time (?) then,
s = vt
∴ Distance covered by the car in time (t2 – t1) = [(40 kmh-1) (t2 – t1)h]
= 40(t2 – t1) km
= Area of rectangle ABCD or the area under velocity-time graph shows the distance covered by the car. This is true for any velocity-time graph, whether velocity is uniform or non-uniform,

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Question 15.
How velocity is calculated by straight-lined distance-time graph ? Explain.
Answer:
We can calculate the velocity of a car from its distance-time graph. In fig., think about the smaller part AB of distance-time graph of motion of car. We draw a straight-line from point A parallel to X-axis and from point B parallel to Y-axis to find the velocity of car. These two straight lines meet at a point C and make a AABC. Now, on graph, AC represents time-interval (t2 – t1), and BC is equal to distance (s2 – s1). It can be seen from the graph that when car move from point A to B, it covers a distance (s2 – s1) in time (t2 – t1)
Velocity of car = \(\frac{s_2-s_1}{t_2-t_1}\)
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 22

Question 16.
Show uniformly accelerated motion, non-uniformly accelerated motion and uniform retarded motion by graph.
Answer:
1. Uniformly Accelerated Motion: In uniformly-accelerated motion, speed-time graph is a straight a line.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 23
2. Non-uniformly Accelerated Motion: In non-uniformly accelerated motion, speed-time graph is a
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 24
3. Uniformly Retarded Motion: In uniformly retardation, the acceleration is negative (-ve) and velocity time graph is a straight line.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 25

Question 17.
Draw speed-time graph for a body, moving in a straight line. What the slope of this straight line show ?
Answer:
If there is equal change in the velocity of a body in equal intervals of time, then we can say that the body is moving with uniform acceleration. The speed-time graph for a body moving in a straight-line is shown in figure. If the speed of the body is v1 at time t1 and v2 at time t2, then
acceleration of the body, a = \(\frac{v_2-v_1}{t_2-t_1}\)

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

The time intervals (t2 – t1) and (t4 -t3) are equal as shown in figure, because the change in heights of speed are also equal. Therefore, this graph shows the motion of such a body, which is moving with uniform acceleration.
The speed-time graph of a body moving with uniform acceleration is a straight line. The acceleration of such body is the slope of this straight line.

Question 18.
How you will prove that the motion is relative ?
Answer:
In order to prove that the motion is relative, we can compare the passengers sitting in a moving bus or train with road or trees standing near the track, vehicle or persons, e.g. the passengers sitting inside the bus . or train are in rest as compared to the luggage lying inside, but are in motion as compared to outsided objects.

Question 19.
Write the difference between-
(i) vector and scalar.
(ii) uniform and non-uniform motion.
(iii) distance and displacement.
Answer:
The difference between vector and scalar:
Vector:
1. Those physical quantities which contains both direction and magnitude are known as vector quantities, e.g. velocity, displacement, force, etc.
2. Vector quantities are combined according to rule of triangle or parallelogram.
3. Vector quantities are represented by a straight line with an arrow head over it.

Scalar:
1. Those physical quantities which contain magnitude only is known as scalar quantities, e.g. distance, volume, mass, etc.
2. Scalar quantities can be combined algebraically.
3. There is no special method to represent scalar quantities.

(ii) The difference between uniform and non-uniform motion :
Uniform Motion:
When a body covers equal distance in equal intervals of time, its motion is called uniform motion, e.g. motion of earth, motion of pendulum of watch, the motion of moon around the earth.

Non-uniform Motion:
When a body covers unequal distance in equal intervals of time, its motion is called non¬uniform motion, e.g. motion of train starting from station, the motion of bus starting from bus stop, motion of cycle.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

(iii) The difference between distance and displacement:

Distance:
1. The length of the path actually covered by the body is called distance.
2. It is a scalar quantity.
3. The distance between two points through different paths can be different.

Displacement:
1. The distance between the initial and final positions of the body is called displacement.
2. It is a vector quantity.
3. The value of the displacement between any two points is always same.

Question 20.
What is meant by uniform circular motion ? Justify your answer with example.
Answer:
When a body moves on circular track, it changes its direction at every point. Actually, circle is a polygon figure which has infinite sides. In figure any circular shaped track can be called a polygon of inner-sides. Therefore, a body moving in a circle with uniform speed is an example of accelerated motion. Although, there is no change in the speed of the body, but the direction of the motion of body is continuously changes. Example – Take a piece of thread and tie one stone on its one end and rotate it, it will be in a circular motion.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 27

Numerical Questions

Question 1.
The distance between the home of a boy and school is 1.8 km, if he takes 5 minutes to reach school by cycle, then find his speed In metre/second.
Solution:
Distance (s) = 1.8 km = 1.8 x 1000 metres = 1800 metres
Time taken (t) = 5 minutes = 5 x 60 seconds = 300 seconds
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 28
= 6 ms-1

Question 2.
A person takes 10 minutes to reach office from his home. If the office is at a distance of 3.6 km, then find the average speed of person.
Solution:
Total distance 3.6 km = 3.6 x 1000 m = 3600 metres
Total time = 10 minutes = l0 x 60seconds = 600 seconds
Total distance 3600 m
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 29
= 6 ms-1

Question 3.
Trivendrum express moves from Guwahati at 23 : 30 hrs on Monday and after covering a distance of 3574 km, It reaches Trivendrum at 22 : 30 hrs on Thursday. Find out the average speed of
this train.
Solution:
The total distance covered by the train 3574 km
Total time between 23:30 hrs (Monday) to 22:30 hrs (Thursday) = 24 + 24 + 23 – 71h
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 30
= 50.34 kmh-1

Question 4.
A car, starting from rest, acquire a velocity of 36 kmh’ in 10 seconds. Find out acceleration of the car.
Solution:
The car started from rest
∴ Initial velocity (u) = O
Final velocity (v) = 36 kmh-1 = 36 x \(\frac {5}{18}\) = 10 ms-1
Time (t) = 10 s
We know that. v = u + at
10 = 0 + a x 10
10 = 10 a
a = \(\frac {10}{10}\) = 1 ms-1

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Question 5.
A cycle moving with a velocity of 3 metre per second increase its motion with acceleration of 0.5 ms2 . What will be Its velocity after 5 seconds and how much distance it will cover ¡n this time?
Solution:
Here, Initial velocity (u) = 3 ms
Acceleration (a) = 0.5 ms2
Time (t) = 5 s
Final velocity (v) = ?
Distance (s) = ?
We know that,
v = u + at = 3 + 0.5 x 5 = 3 + 2.5 = 5.5 ms-1

(2) s = ut+ \(\frac {1}{2}\) at2
= 3 x 5 + \(\frac {1}{2}\) x 0.5 x 5 x 5
15 + 6.25 = 21.25 m

Question 6.
The uniform acceleration of a scooter is 4 ms2. How much distance will scooter cover after 10 seconds from its movement ? What will be its velocity after 10 s?
Solution:
Here,
Initial velocity of scooter (u) = 0
Acceleration (a) = 4 ms
Time (t) = 10 s
Distance (s) = ?
Final velocity (y) = ?
We know that
(1) s = ut + \(\frac {1}{2}\) at2
s = 0 x 10 + \(\frac {1}{2}\) x 4 x (10)2
s = 0 + \(\frac {1}{2}\) x 4 x 100 = 200m
(2) v = u + at = 0 + 4 x 10 = 40 ms-1

Question 7.
A bicycle is travelling at a speed of 10 ms. The brakes are applied so as to produce a retardation of 0.5 ms2. Find, how far the bicycle travel before it is brought to rest?
Solution:
Initial velocity of bicycle (u) = 10 ms-1
Final velocity (v) = 0
Retardation (a) = 0.5 ms-2
We know that, v2 – u2 = 2as
(0)2 – (10)2 = 2(- 0.5) x s
– 100 = – 1s
s = 100 m

Question 8.
A car travels with uniform velocity 20 ms’ for 5 s. On applying brakes, the car comes to rest in 8s with uniform retardation. Draw, velocity-time graph. How far, the car will go after applying brakes?
Solution:
The velocity-time graph is shown in figure.
The distance covered by the car, after applying brakes
= area of ∆BDC = \(\frac {1}{2}\) x DC x DB
[ ∴ area of triangle = \(\frac {1}{2}\) x base x perpendicular]
= \(\frac {1}{2}\) x (13 – 5) x 20
= \(\frac {1}{2}\) x 8 x 20 = 80 m.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 31

Question 9.
In a long running, the athletes have to move 4 rounds of running track The starting and end of race is at the same place. If the length of one round is 200 m then –
(a) how much distance is to be covered by athletes?
(b) what will be the total displacement when the athletes has completed the race?
(c) is the motion of athletes uniform or non-uniform?
(d) are the distance covered by the athletes and displacement equal, at the end of race?
Answer:
(a) The total distance to be covered by the athletes = 200 x 4 = 800 metres.
(b) Because the initial and final places of running track are at same place, therefore the total displacement of athletes = zero.
(c) The motion of athletes is non-uniform.
(a) The distance covered by the athletes at the end of race is not equal to displacement. Because –
Distance = 800 metres
Displacement = 0

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Question 10.
Write the speed of following bodies in descending order –
(i) Bicycle running with a speed of 18 kmh-1.
(ii) An athlete running with a speed of 7 ms-1.
(iii)A car running with a speed of 2000 m min-1
Solution:
We know that,
(i) 18 kmh-1 = \(\frac {18000}{3600}\) ms-1 = 5 ms-1
(ii) 7 ms-1
(iii) 2000 m min-1 = \(\frac {2000}{60}\) ms-1 = 33.33 ms-1
∴ The descending order of speed of bodies is as follows:
(i) A car running with a speed of 2000 m min-1.
(ii) An athlete running with a speed of 7 ms-1.
(iii) A bicycle running with a speed of 18 kmh-1.

Question 11.
A body moves with velocity of 2 ms-1 for 5 seconds, in next 5 seconds, its velocity increases to 10 ms-1 due to uniform acceleration. After that, its velocity decreases uniformly and comes in rest in 10 seconds, then
(a) draw velocity-time and distance-time graphs for the motion of the body.
(b) Show that portion in graph, where the motion is uniform and non-uniform.
(c) From graph, find the distance covered by the body after 2s and 12s and in the last lOs.
Answer:
(a) Velocity-time graph: The velocity of the body is 2 ms for first 5 seconds, which is marked
by AB in the graph. After that, it becomes 10 mst in another 5 seconds (between 5 and 10 s), which is marked
by BC in the graph. After that the body comes in rest in next 10 seconds, which is marked by CD in the graph.

(b) Distance-time graph: Because the speed of the body is not uniform. Therefore, distance-time graph is not a straight-line
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 32
From velocity-time graph, we find that the motion of the body is uniform in AB part, whereas the motion is non-uniform in BC and CD parts.
(c) (1)The distance covered by the body in 2s = 2 x 2 = 4 m.
(2) The distance covered by the body in 12 s = area of [OB’BA + BBC’C + CC’FF’]
Now, the area of rectangle OBBA = 2 x 5 = 10
Area of trapezium BB’C’C = \(\frac {1}{2}\) x (BB’ + CC’) x B’C
= \(\frac {1}{2}\) (2 + 10) x 5
= \(\frac {1}{2}\) x 12 x 5 = 30
Area of trapezium CC’FF’ = 4- (CC’ + FF’) x CF’
= \(\frac {1}{2}\) x (10 + 8) x 2 = \(\frac {1}{2}\) x 18 x 2 = 18
∴ The distance covered by the body in 12 sec 10 + 30 + 18 = 58 metres

(3) Distance covered in last lO seconds area of (trap. CC’ F’F + right-angle ∆FF’D
Now, area of trapezium CC’F’F = x (CC + FF’) x C’F’
= \(\frac {1}{2}\) x (10 + 8) x 2
= \(\frac {1}{2}\) x 18 x 2 = 18

Area of right-angle ∆FF’D = \(\frac {1}{2}\) x F’D x F’F = \(\frac {1}{2}\) x 8 x 8 = 32
∴ Distance covered in last 10 seconds = 18 + 32 = 50 metres.

Do Yourself

1. Rita takes 20 minutes to cover a distance of 3.2 km on a bicycle. Calculate her velocity in units of a kilometre minute and kilometre/hour.
Answer:
0.16 km/minute, 9.6 km/hour

2. Ahmed is driving his car with a velocity of 45 kmh-1. How much distance will be covered in
(a) one minute and
(b) one second?
Answer:
(a) 750 metres
(b) 12.5 metres

3. Starting from rest, Saurabh paddles his bicycle to attain a velocity of 6 ms-1 in 30 seconds. Then, he applies brakes after that the velocity of the bicycle comes down to 4 ms-1 in next 5 seconds. Calculate the acceleration of the bicycle in both the cases.
Answer:
(a) 0.2 ms-2
(b) -0.4 ms-2

4. A train starting from rest attains a velocity of 108 kmh-1 in 10 minutes. Calculate (I) acceleration (ii) distance covered by the train.
Answer:
(1) 0.5 ms2
(ii) 900 m

5. A train starting from rest attains a velocity of 72 kmh-1 in 5 minutes. Assuming that the acceleration is uniform, find (j) acceleration of train and (ii) the distance travelled by the train while it attained this velocity.
Answer:
(i) ms-2
(ii) 3 km

6. A car accelerates uniformly from 18 kmh-1 to 36 kmh-1 in 5 seconds. Calculate : (1) the acceleration and (ii) the distance covered by the car in that time.
Answer:
(i) 1 ms-2
(ii) 37.5 m

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

7. The brakes applied to a car produces a negative acceleration of 6 ms2. if the car takes 2 seconds to stop after applying the brakes, calculate the distance it travels, during this time.
Answer:
12 m

8. A train covers a distance of first 30 km out of 60 km lengthy path with a uniform speed of 45 kmh-1. By how much speed, the train will cover the remaining 30 km path so that its average speed will be 60 kmh-1 ?
Answer:
90 kmh-1

9. Choose right answer out of the following questions:
(a) How much distance will a car cover in 12 minutes moving with a speed of 35 kmh-1’?
(i) 7 km
(ii) 35 km
(iii) 14 km
(iv) 28 km
Answer:
(i) 7 km

(b) If, the acceleration of the body moving with a speed of 20 ms-1 in a straight line ¡s 4 ms-2, then
how much speed of it will be after 2 seconds?
(1) 8 ms-1
(ii) 12 ms-1
(iii) 16 ms-1
(iv) 28 ms-1
Answer:
(iv) 28 mst

(C) The speed of a car becomes 50 kmh-1 from 20 kmh-1 in 10 seconds. The acceleration of this car is –
(i) 30 ms2
(ii) 3 ms2
(iii) 1 8 ms2
(iv) 0.83 ms2
Answer:
(iv) 0.83 mc2

10. A piece of wood slides down from rest on plane of 10m tong with an acceleration of 5 ms2 . What will be the speed of piece of wood on reaching at the base of inclined plane?
Answer:
10 m /s

11.. A train is travelling at a speed of 90 kmh-1 On applying brakes, a retardation of 0.5 mc2 s produced. Find how far the train goes before it is brought to rest?
Answer:
625 m

12. A body covers a distance of 16 metres in 4 seconds and again covers a distance of 16 metres in 2 seconds. What will be the average speed of body?
Answer:
5.33 ms-1

13. The odometer of a car represents 2000 km at the start of a trip and 2400 km at the end of the trip. If the trip took 8 hours then, calculate the average speed of the car in kmh’ and ms.
Answer:
50kmh-1, 13.9 ms-1

14. Usha swims in a 90 m long pool. She covers 180 m in one minute by swimming from one end to the other and back along the same straight path. Find the average speed and average velocity of Usha.
Answer:
Speed 3 ms-1, Velocity = O ms-1

15. Starting from a rest position, Rahul paddles his bicycle to attain a velocity of 6 ms1 in 30s. Then he applies brakes such that the velocity of bicycle comes down to 4 ms-1 in the next 5s. Calculate the acceleration of the bicycle ¡n both the cases.
Answer:
0.2 m2 0.4 ms

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

Essay Type Question

Question 1
Prove the following equations:
(i) v = u + at2
(ii) s = ut + ut2
(iii) v2 – u2 = 2as
Solution:
(i) Let the initial velocity of the body = u
Time = t
Final velocity = v
Change in velocity = v – u
Rate of change in velocity (acceleration), a = \(\frac {v – u}{t}\)
at = v – u
at+u = v
v = u + at
Let the initial velocity of the body = u
Acceleration = a
and after time t, final velocity = v
1f after t sec, the distance is s, then distance (s) = average velocity x time
But, average velocity = \(\frac {v – u}{t}\)
∴Distance (s) = \(\frac {v – u}{t}\)
s = \(\frac {v – u}{2}\) x t
s = \(\frac {u + u + at}{2}\) x t [∴v = u + at]
s = \(\frac {2u + 2t}{2}\) x t
s = \(\left(\frac{2 u t+a t^2}{2}\right)=\frac{2 u t}{2}+\frac{a t^2}{2}\)
s = ut + \(\frac {1}{2}\) at2

(iii) We know that, v = u + at
Squaring both sides
(v)2 = (u + at)2
v2 = u2 + a2t2 + 2uat
v2 – u2 = a2t2 + 2uaI
v2– u2 = 2uat + a2t2

v2– u2 = 2a(ut + \(\frac {1}{2}\) at2)
v2– u2 = 2as

Practical Work

Experiment 1:
Describe one activity for the difference between distance and displacement.

Procedure:
Take a metre scale and a long rope. Walk from one corner of a basket-ball court to its opposite corner way and measure with the help of scale. This will be the distance covered by you, whereas you will get displacement by putting a straight-rope from one corner to another. Suppose ABCD is basket-ball court. Distance to go from A to C AB + BC, whereas displacement = AC.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 33

Experiment 2:
Clarify with an activity that direction of motion changes at every point on circular track

Procedure:
Take a piece of thread and tie a small piece of stone at one of its ends, move the stone to describe a circular path with constant speed by holding the thread at the other end as shown in figure. Now, let the stone go by releasing with thread and measure the direction of stone.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

By repeating the activity for a few times and releasing the stone at different positions of circular path, check whether the direction in which the stone moves remains the same or not If you carefully note, on being released the stone moves along a straight line tangential to the circular path. This is because once the stone is’ released, it continues to move along the direction it has been moving at that instant. This shows that the direction of mot ion changes at every point when the stone was moving along the circular path.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion - 34

Quick Review of the Chapter

1. A train is moving. The passengers sitting inside it, are ¡n rest compared to :
(A) other passengers
(B) the luggage in the train
(C) outsider objects
(D) other passengers and luggage in train
Answer:
(D) other passengers and luggage ¡n train

2. A train is moving. The passengers sitting inside it, are in motion as compared to :
(A) other passengers
(B) the luggage in the train
(C) outsider buildings and trees
(D) other passengers and luggage in train
Answer:
(C) outsider buildings and trees

3. If any object changes its position continuously with respect to other object, then objett is in state of
(A) motion
(B) rest
(C) constant
(D) none of these
Answer:
(A) motion

4. If any object does not change its position with respect to its surroundings, then the object is in state of
(A) motion
(B) rest
(C) circular motion
(D) movement
Answer:
(B) rest

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

5. Which of the following moves by themselves?
(A) living things
(B) non-living things.
(C) both living and non-living things
(D) neither living nor non-living
Answer:
(A) living things

6. SI unit of distance is:
(A) km
(B) m
(C) cm
(D) mm
Answer:
(B) m

7. WhIch of the following is a scalar quantity?
(A) momentum
(B) velocity
(C) displacement
(D) distance
Answer:
(D) distance

8. Rate of change of velocity is known as:
(A) Speed
(B) Acceleration
(C) Momentum
(D) Force
Answer:
(B) Acceleration

9. When a body covers equal distance in equal intervals of time, it is said to be
(A) uniform speed
(B) non-uniform speed
(C) average speed
(D) accelerated motion
Answer:
(A) uniform speed

10. If acceleration is in the direction of velocity, then it is called:
(A) Negative acceleration
(B) zero acceleration
(C) Positive acceleration
(D) none of these
Answer:
(C) Positive acceleration

11. If acceleration is ¡n the opposite direction of velocity then it is called:
(A) Negative acceleration
(B) zero acceleration
(C) positive acceleration
(D) none of these
Answer:
(A) Negative acceleration

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

12. If an object moves ¡n a circular path with uniform speed, Its motion is called: [H.B.S.E. 2020]
(A) Uniform circular motion
(B) Non-uniform circular motion
(C) Uniform curved motion
(D) Non-uniform curved motion
Answer:
(A) Uniform circular motion

13. SI unit of speed Is: [H.B.S.E. March, 2019]
(A) ms-2
(B) ms-1
(C) kmh-1
(D) kms-1
Answer:
(B) ms-1

14. The distance covered by a moving body in one second in a certain direction is called:
(A) velocity
(B) acceleration
(C) non-uniform speed
(D) uniform speed
Answer:
(A) velocity

15. What is the relation among distance, speed and time?
(A) distance x speed = time
(B) time x distance = speed
(C) distance speed x time
(D) none of these
Answer:
(C) distance = speed x time

16. What will be the velocity of athlete if he takes 10 s to cover a distance of 100m?
(A) 100 ms-1
(B) 10ms-1
(C) 10 ms-2
(D) 10 ms-2
Answer:
(B) 10 ms-1

17. The rate of decrease In velocity in a certain direction is:
(A) +ve acceleration
(B) – ve acceleration
(C) +ve and – ve acceleration
(D) none of these
Answer:
(B) – ve acceleration

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

18. The downward slope in velocity-time graph shows:
(A) accelerated motion
(B) equal motion
(C) retarded motion
(D) none of these
Answer:
(C) retarded motion

19. Rajdhanl Express covers a distance of 1384 km in 17 hours. Its average speed will be:
(A) 81.4 ms-1
(B) 81.4 kms-1
(C) 81.4 mh-1
(D) 81.4 kmh-1
Answer:
(D) 81.4 kmlf1

20. If a car covers a distance of 80 km in 2 hours, then its average speed will be:
(A) 40 kmh-1
(B) 40 kms-1
(C) 40 ms-1
(D) 40 mh-1
Answer:
(A) 40 kmh-1

21. Cheetah is the fastest land animal and can achieve a peak velocity of 100 kmh upto a distance less than 500 m. H the cheetah spots his prey at a distance of 100 m, what ¡s the minimum time it will take to get the prey, if the average velocity attained by ¡t ¡s 90 kmh?
(A) 3s
(B) 4s
(C) 5s
(D) 6s
Answer:
(B) 4 s

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

22. The distance-time graph of a body is parallel to X-axis. It shows that:
(A) body is moving with non-uniform motion
(B) body is moving with accelerated motion
(C) the body is at rest
(D) body is moving with uniform motion
Answer:
(C) the body is at rest

23. By converting the speed of 2 km/h in m/s, we will get:
(A) \(\frac {5}{36}\) m/s
(B) \(\frac {5}{18}\) m/s
(C) \(\frac {5}{9}\)m/s
(D) \(\frac {50}{9}\) m/s
Answer:
\(\frac {5}{9}\)m/s

24. What is the speed of light in:
(A) 3 x 108 m/s
(B) 3 x 107 m/s
(C) 3 x 1010
(D) 3 x 105 m/S
Answer:
(A) 3 x 108 m/s

25. Which of the following is right for displacement?
(A) it cannot be zero
(B) its magnitude is more than the distance covered by the body
(C) it can be zero
(D) none of these
Answer:
(C) it can be zero

26. The odometer of any vehicle shows
(A) speed
(B) velocity
(C) distance
(D) time
Answer:
(A) speed

27. When an object Is In uniform motion, its path seems to be
(A) straight line
(B) curve
(C) irregular
(D) circular
Answer:
(A) straight line

28. During an experiment, a wireless signal from a spaceship reached ground station in 5 seconds. What Is the distance of spaceship from the ground station?
(A) 9 x 1010kjn
(B) 9 x 1010m
(C) 9 x 1010cm
(D) 9 x 1010 mm
Answer:
(B) 9 x 1010 m

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

29. A train is moving with a speed of 90 kmh-1, on applying brakes, it produces a retardation of 0.5 ms2. How much distance will it cover before coming to rest?
(A) 62.5 m
(B) 6.25 m
(C) 625 m
(D) 625 km
Answer:
(C) 625 m

30. A trolley while going down an inclined plane has an acceleration of 0.2 ms-2. What will be its velocity In 3s after the starts?
(A) 0.6 ms-1
(B) 0.6 cms-1
(C) 0.6 mms-1
(D) 0.6 ms-2
Answer:
(A) 0.6 ms-1

31. A racing car has a uniform acceleration of 4 ms-2. What distance will it cover in lOs after the
start from rest?
(A) 20m
(B) 200m
(C) 2000m
(D) 2m
Answer:
(B) 200 m

32. A stone is thrown in vertically upward direction with a velocity of S ms4. If the acceleration of the stone during its motion is 10 ms2, in downward direction, what will be the height aftalned by the stone?
(A) 12.5m
(B) 125m
(C) 1.25m
(D) 0.125m
Answer:
(C) 1.25 m

33. A stone Is thrown in vertically upward direction with a velocity of 5 ms. If the acceleration of the stone during its motion is 10 mr2, in downward direction, how much time will ¡t take to reach at maximum height?
(A) 0.5s
(B) 5s
(C) 5 min
(D) 0.5 mm
Answer:
(A) 0.5 s

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 8 Motion

34. An artificial satellite Is moving in a circular orbit of radius of 42,250 km. What will be Its speed, if it takes 24 hours to revolve round the earth?
(A) 3.07 ms-1
(B) 3.07 kmh-1
(C) 3.07 kms-1
(D) 3.07 cms-1
Answer:
(C) 307 kms-1

35. An athlete completes one round of a circular track of radius r in time t, then its speed will be:
(A) 2πrt
(B) \(\frac{2 \pi r}{t}\)
(C) \(\frac{t}{2 \pi r}\)
(D) none of these
Answer:
(B) \(\frac{2 \pi r}{t}\)

36. The proper relation among s, u, t land a is:
(A) s = \(\frac{2 \pi r}{t}\)
(B) s = u + at
(C) s = ut + \(\frac {1}{2}\) at2
(D) s = uv + at
Answer:
(C) s = ut + \(\frac {1}{2}\) at2

37. The relation among y, u, a and t ¡s:
(A) v = u – at
(B) v = u + at
(C) v2 = u2 – at
(D) v2 = u2 + at
Answer:
(B) v = u + at

38. The proper relation between y, u, a and s is:
(A) v2= u2 – 2as
(B) v2 = 2as – u2
(C) v2 – u2 = 2as
(D) v2 + u2 = as
Answer:
(C) v2 – u2 = 2as

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HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप

Haryana State Board HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप Important Questions and Answers.

Haryana Board 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मंडल आयोग ने पिछड़े वर्ग के लिए कितने प्रतिशत आरक्षण की सिफ़ारिश की थी?
(A) 16.7%
(B) 27%
(C) 30%
(D) 17%
उत्तर:
27%.

प्रश्न 2.
भारत में अनुसूचित जातियां लगभग कितने प्रतिशत हैं?
(A) 17%
(B) 27%
(C) 7%
(D) 37%.
उत्तर:
27%.

प्रश्न 3.
अनुसूचित जातियां, अन्य जातियों से किस आधार पर पृथक् हैं?
(A) अस्पृश्यता
(B) धार्मिक अशुद्धता
(C) सामाजिक प्रतिबंध
(D) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 4.
सबसे पहले हरिजन शब्द का प्रयोग किसने किया था?
(A) अंबेदकर
(B) महात्मा गांधी
(C) संविधान
(D) घूर्ये।
उत्तर:
महात्मा गांधी।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप

प्रश्न 5.
नागरिक अधिकार संरक्षण कानून कब पास हुआ था?
(A) 1975
(B) 1976
(C) 1977
(D) 1978
उत्तर:
1976

प्रश्न 6.
इनमें से धार्मिक निर्योग्यता चुनो।
(A) धार्मिक पुस्तकें पढ़ने पर पाबंदी
(B) धार्मिक संस्कार करने की पाबंदी
(C) मंदिरों में जाने पर पाबंदी।
(D) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 7.
संविधान के अनुसार कौन-सा वर्ग पिछड़ा है?
(A) जिसके पास पैसा नहीं है
(B) जो सामाजिक तथा शैक्षिक आधार पर पिछड़े हों
(C) धार्मिक अल्पसंख्यक वर्ग
(D) अस्पृश्य समूह।
उत्तर:
जो सामाजिक तथा शैक्षिक आधार पर पिछडे हों।

प्रश्न 8.
संविधान के किस अनुच्छेद में राष्ट्रपति को जनजातियों को अनुसूचित जनजाति में घोषित करने का प्रावधान
(A) 342 में
(B) 346 में
(C) 356 में
(D) 370 में।
उत्तर:
342 में।

प्रश्न 9.
कौन-सा कथन असत्य है?
(A) आरक्षण का लाभ सभी संबंधित जातियों को समान रूप से मिलता है
(B) आरक्षण का आधार जाति नहीं आर्थिक होना चाहिए
(C) आरक्षण का लाभ संबंधित जातियों के कुछ ऊपरी सतह के व्यक्ति ही ले पाए हैं
(D) आरक्षण अंतर्जातीय तनावों में वृद्धिकारक है।
उत्तर:
आरक्षण का लाभ सभी संबंधित जातियों को समान रूप से मिलता है।

प्रश्न 10.
अनुसूचित जातियों को हरिजन (नाम) किसने कहा?
(A) नेहरू जी
(B) गांधी जी
(C) तुकाराम
(D) नामदेव।
उत्तर:
गांधी जी।

प्रश्न 11.
1991 की जनगणना के अनुसार भारत में अनुसूचित जनजाति की प्रतिशत संख्या थी
(A) 6.28%
(B) 7.28%
(C) 8.28%
(D) 9.28%
उत्तर:
7.28%

प्रश्न 12.
नारी को किसका प्रतीक माना जाता है?
(A) पैसे का
(B) बच्चे पैदा करने का
(C) ज्ञान का
(D) समाज का।
उत्तर:
ज्ञान का।

प्रश्न 13.
प्रतिकूल लिंग अनुपात के लिए कौन-सी प्रवृत्ति ज़िम्मेदार है?
(A) पुत्र को वरीयता
(B) पुत्रियों से भेदभाव
(C) दहेज प्रचलन
(D) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
पुत्र को वरीयता।

प्रश्न 14.
आर्थिक स्वतंत्रता के कारण स्त्रियों में कौन-सी प्रवृत्ति आगे आ रही है?
(A) विवाह न करने की प्रवृत्ति
(B) तलाक दर में बढ़ोत्तरी
(C) छोटा परिवार रखने की प्रवृत्ति
(D) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 15.
विधवा विवाह का सबसे अधिक प्रचार किसने किया था?
(A) दयानंद सरस्वती
(B) विवेकानंद
(C) राजा राममोहन राय
(D) ईश्वर चंद्र विद्यासागर।
उत्तर:
ईश्वरचंद्र विद्यासागर।

प्रश्न 16.
किस काल को स्त्रियों के लिए काला युग कहा जाता है?
(A) मध्य काल
(B) वैदिक काल
(C) उत्तर वैदिक काल
(D) आधुनिक काल।
उत्तर:
मध्य काल।

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प्रश्न 17.
किस कानून ने बहुविवाह प्रथा को समाप्त कर दिया था?
(A) हिंदू विवाह एक्ट 1955
(B) हिंदू उत्तराधिकार एक्ट 1956
(C) अस्पृश्यता अपराध एक्ट 1955
(D) दहेज निरोधक एक्ट 1961
उत्तर:
हिंदू विवाह एक्ट, 1955.

प्रश्न 18.
किस युग में नारी को देवी तथा शक्ति का नाम दिया गया था?
(A) वैदिक युग
(B) उत्तर वैदिक काल
(C) मध्य युग
(D) आधुनिक युग।
उत्तर:
वैदिक युग।

प्रश्न 19.
विधवाओं के लिए आश्रमों की व्यवस्था किसने शुरू की थी?
(A) महर्षि कार्वे
(B) स्वामी दयानंद
(C) ज्योतिबा फूले
(D) विवेकानंद सरस्वती।
उत्तर:
महर्षि कार्वे।

प्रश्न 20.
केंद्रीय परिवार में आजकल स्त्री का पुरुष के साथ क्या संबंध है?
(A) नौकरानी का
(B) साथी का
(C) रिश्तेदार का
(D) सिर्फ बच्चों की माँ का।
उत्तर:
साथी का।

प्रश्न 21.
कौन-से काल में नारी की सामाजिक प्रस्थिति पुरुषों के समान थी?
(A) वैदिक काल
(B) मध्य काल
(C) आधुनिक काल
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
वैदिक काल।

प्रश्न 22.
वी० पी० सिंह सरकार ने 27% आरक्षण की घोषणा कब की थी?
(A) 13 अगस्त, 1990
(B) जनवरी, 1991
(C) 26 जनवरी, 1992.
उत्तर:
13 अगस्त, 1990.

प्रश्न 23.
निम्नलिखित में से कौन-सा वर्ग पिछड़ा नहीं माना जाता है?
(A) अनुसूचित जाति
(B) अनुसूचित जनजाति
(C) अन्य पिछड़ा वर्ग
(D) सामान्य वर्ग।
उत्तर:
सामान्य वर्ग।

प्रश्न 24.
2001 की जनगणना निम्नोक्त में से किस राज्य में जनजाति जनसंख्या है?
(A) हरियाणा
(B) पंजाब
(C) दिल्ली
(D) असम।
उत्तर:
असम।

प्रश्न 25.
निम्नलिखित में से कौन-सा निम्न जातियों का समूह है?
(A) अनुसूचित जातियाँ
(B) अनुसूचित जनजातियाँ
(C) उच्च जातियाँ
(D) सामान्य वर्ग।
उत्तर:
अनुसूचित जातियाँ।

प्रश्न 26.
2001 की जनगणना के अनुसार निम्नलिखित में से किस राज्य में जनजातीय जनसंख्या नहीं है?
(A) उत्तर प्रदेश
(B) असम
(C) मेघालय
(D) हरियाणा।
उत्तर:
हरियाणा।

प्रश्न 27.
मंडल आयोग ने निम्नोक्त में से किसकी पहचान की?
(A) अन्य पिछड़ा वर्ग की।
(B) अनुसूचित जाति की
(C) अनुसूचित जनजाति की
(D) धार्मिक अल्पसंख्यक की।
उत्तर:
अन्य पिछड़ा वर्ग की।

प्रश्न 28.
अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित आयोग कौन-सा है?
(A) श्रीनिवास
(B) कुरियन
(C) मंडल
(D) गांधी।
उत्तर:
मंडल।

प्रश्न 29.
निम्नलिखित में से किस वर्ष वर्ग जातीय आधार पर जनगणना नहीं हुई?
(A) 1921
(B) 1931
(C) 2001
(D) 2011
उत्तर:
2001

प्रश्न 30.
भारतीय समाज में निम्नलिखित में से किस श्रेणी के लिए संविधान में विशेष अधिकारों का प्रावधान नहीं है?
(A) अनुसूचित जाति
(B) अनुसूचित जनजाति
(C) अन्य पिछड़ा वर्ग
(D) सामान्य वर्ग।
उत्तर:
सामान्य वर्ग।

प्रश्न 31.
‘पिछड़े वर्ग’ आयोग की रिपोर्ट कब पेश की गई थी?
(A) 1852 में
(B) 1853 में
(C) 1952 में
(D) 1953 में।
उत्तर:
1953 में।

प्रश्न 32.
निम्न में से कौन सामाजिक स्तरीकरण के आधार हैं?
(A) जाति
(B) वर्ग
(C) लिंग
(D) ये सभी।
उत्तर:
ये सभी।

प्रश्न 33.
निम्न में से कौन-कौन से अन्यथा सक्षम की श्रेणी में आते हैं?
(A) दृष्टि बाधित
(B) अपाहिज
(C) शारीरिक रूप से बाधित
(D) ये सभी।
उत्तर:
ये सभी।

प्रश्न 34.
बहिष्कार, अनादर और शोषण-ये किसके आयाम हैं?
(A) जाति के
(B) जनजाति के
(C) अस्पृश्यता के
(D) उपर्युक्त सभी के।
उत्तर:
उपर्युक्त सभी के।

प्रश्न 35.
स्त्री पुरुष तुलना लिखी गई।
(A) 1782 में
(B) 1882 में
(C) 1982 में
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
1982 में।

प्रश्न 36.
चार वर्षों का वर्गीकरण लगभग कितने साल पुराना है?
(A) 2000
(B) 3000
(C) 4000
(D) 5000
उत्तर:
3000

प्रश्न 37.
जनजातीय जनसंख्या का कितने प्रतिशत मध्य भारत में रहता है?
(A) 50%
(B) 65%
(C) 85%
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
65%

प्रश्न 38.
निम्न में से कौन-सा सामाजिक भेदभाव का स्पष्ट रूप है?
(A) महिलाएँ
(B) अन्य पिछड़े वर्ग
(C) अस्पृश्यता
(D) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
अस्पृश्यता।

प्रश्न 39.
सामाजिक विषमता एवं सामाजिक बहिष्कार सामाजिक है, क्योंकि :
(A) यह व्यक्ति से संबंधित है
(B) यह समूह से संबंधित है
(C) यह सामाजिक है, आर्थिक नहीं
(D) (B) व (C) दोनों हैं।
उत्तर:
(B) व (C) दोनों है।

प्रश्न 40.
जनजातीय जनसंख्या का कितने प्रतिशत भाग पूर्वोत्तर राज्यों में निवास करता है?
(A) 2.5%
(B) 4.5%
(C) 11%
(D) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
11%

प्रश्न 41.
निम्न में से क्या हमारे समाज की विशेषताओं में सबसे बड़ी चिंता का विषय रहा है?
(A) असीमित विषमता
(B) अपवर्जन
(C) बहिष्कार
(D) उपरोक्त सभी।
उत्तर:
उपरोक्त सभी।

अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
अन्य पिछड़ा वर्ग क्या होता है?
अथवा
अन्य पिछड़े वर्ग कौन से हैं?
उत्तर:
जो लोग मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं वे पिछड़े वर्ग में आते हैं। अनुसूचित जनजातियां, अनुसूचित जातियां, छोटे किसान, भूमिहीन लोग सभी इस श्रेणी में आते हैं।

प्रश्न 2.
सत्य शोधक समाज की स्थापना क्यों तथा किसने की थी?
उत्तर:
सत्य शोधक समाज की स्थापना 1873 में ज्योतिबा फूले ने की थी। क्योंकि वे पश्चिमी भारत के पिछड़े वर्गों को ऊपर उठाना चाहते थे।

प्रश्न 3.
सत्य शोधक समाज के आंदोलन को क्या नाम दिया गया था?
उत्तर:
सत्य शोधक समाज के आंदोलन को सांस्कृतिक क्रांति का नाम दिया गया था।

प्रश्न 4.
झूम खेती या स्थानांतरित खेती कौन करता है?
उत्तर:
झूम खेती या स्थानांतरित खेती जनजाति के लोग करते हैं।

प्रश्न 5.
भारत की सबसे ज्यादा उन्नति करने वाली जनजाति कौन सी है?
उत्तर:
भारत की सबसे ज़्यादा उन्नति करने वाली जनजाति नागा जनजाति है।

प्रश्न 6.
नागा जाति …………………. में रहती है।
उत्तर:
नागा जाति नागालैंड में रहती है।

प्रश्न 7.
टोडा जनजाति किस पशु की पूजा करती है?
उत्तर:
टोडा जनजाति में भैंस की पूजा की जाती है।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप

प्रश्न 8.
किस जनजाति में गांव को मुंड कहते हैं?
उत्तर:
टोडा जनजाति में गांव को मुंड कहते हैं।

प्रश्न 9.
अस्पृश्यता अधिनियम का खाका किसने तैयार किया था?
उत्तर:
अस्पृश्यता अधिनियम का खाका डॉ० कैलाशनाथ माटजू ने तैयार किया था।

प्रश्न 10.
भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौन-सी है?
उत्तर:
संथाल।

प्रश्न 11.
संथाल जनजाति कहां पायी जाती है?
उत्तर:
बिहार तथा झारखंड में।

प्रश्न 12.
खासी जनजाति में किस प्रकार का समाज पाया जाता है?
उत्तर:
खासी जनजाति में मात-सत्तात्मक समाज पाया जाता है।

प्रश्न 13.
टोटम क्या होता है?
उत्तर:
टोटम कोई प्रतीक या चिन्ह होता है जिसको पवित्र मानकर उसकी पूजा की जाती है। यह कोई जानवर, पेड़, पौधा, पत्थर इत्यादि भी हो सकता है।

प्रश्न 14.
किस राज्य में जनजातियों की संख्या सबसे अधिक है?
उत्तर:
मध्य प्रदेश में सबसे अधिक जनजातियां रहती हैं।

प्रश्न 15.
भारत की कितने प्रतिशत जनसंख्या पिछड़ी जातियों की है?
उत्तर:
52.04% जनसंख्या।

प्रश्न 16.
हरिजन छात्रों को छात्रवृत्ति तथा मार्ग व्यय देने का कार्यक्रम कब शुरू हुआ था?
उत्तर:
हरिजन छात्रों को छात्रवृत्ति तथा मार्ग व्यय देने का कार्यक्रम 1952-53 में शुरू हुआ था।

प्रश्न 17.
गांधी जी ने अस्पृश्य जातियों को क्या नाम दिया था?
अथवा
अनुसूचित जाति को हरिजन (नाम) किसने कहा?
अथवा
हरिजन शब्द से आप क्या समझते हैं तथा यह किसने दिया?
अथवा
हरिजन शब्द का अर्थ दीजिए।
उत्तर:
गांधी जी ने अस्पृश्य जातियों को हरिजन का नाम दिया था। हरि का अर्थ है भगवान् तथा जन का अर्थ है बच्चे। इस तरह हरिजन का अर्थ है भगवान् के बच्चे।

प्रश्न 18.
डॉ० बी० आर० अंबेदकर ने क्यों तथा किस धर्म को अपनाया था?
उत्तर:
डॉ० बी० आर० अंबेदकर ने अस्पृश्यता के अभिशाप से तंग आकर अपनी जाति के लोगों के साथ बौद्ध धर्म अपना लिया था।

प्रश्न 19.
गोलमेज़ सम्मेलन कितने तथा कब हुए थे?
उत्तर:
1931-32 में तीन गोलमेज़ सम्मेलन हुए थे।

प्रश्न 20.
डॉ० अंबेदकर ने गोलमेज़ सम्मेलन में क्या मांग रखी थी?
उत्तर:
डॉ० अंबेदकर ने गोलमेज़ सम्मेलन में हरिजनों के लिए स्वतंत्र मताधिकार की मांग रखी थी।

प्रश्न 21.
क्या हरिजनों को गोलमेज़ सम्मेलन में अलग मताधिकार मिल गया था?
उत्तर:
जी हां, मिल गया था।

प्रश्न 22.
अस्पृश्यता अपराध कानून कब पास हुआ था?
उत्तर:
अस्पृश्ता अपराध कानून 1955 में पास हुआ था।

प्रश्न 23.
अस्पृश्यता कानून में क्या प्रावधान था?
उत्तर:
अस्पृश्यता कानून में यह प्रावधान था कि अस्पृश्यता को बढ़ावा देना कानूनन जुर्म है। जो कोई इस का प्रयोग करेगा उसे 6 महीने कैद या जुर्माना या दोनों इकट्ठे हो सकते हैं।

प्रश्न 24.
पूना पैक्ट कब और किन में हुआ था?
उत्तर:
पूना पैक्ट 1931 में महात्मा गांधी तथा लॉर्ड इर्विन में हुआ था।

प्रश्न 25.
पूना पैक्ट में अस्पृश्य जातियों के लिए क्या प्रावधान था?
उत्तर:
पूना पैक्ट के अनुसार अस्पृश्य जातियों को समाज का अंग समझा गया।

प्रश्न 26.
अस्पृश्य जातियों को अनुसूचित नाम कब से दिया गया?
उत्तर:
1935 में अस्पृश्य जातियों को अनुसूचित जातियों का नाम दिया गया।

प्रश्न 27.
नागरिक अधिकार संरक्षण अधिनियम क्यों तथा कब पास हुआ था?
उत्तर:
1955 के अस्पृश्यता अपराध कानून में बहुत-सी कमियां थीं। इन कमियों को दूर करने के लिए नागरिक अधिकार संरक्षण अधिकार 1976 में पास हुआ था।

प्रश्न 28.
लोकसभा में हरिजनों के लिए कितने स्थान सुरक्षित रखे गए हैं?
उत्तर:
लोकसभा में हरिजनों के लिए 79 स्थान सुरक्षित रखे गए हैं।

प्रश्न 29.
अनुसूचित जातियों को कब और नागरिकों के समान अधिकार मिलने शुरू हो गए?
उत्तर:
आजादी के बाद अनुसूचित जातियों को और नागरिकों को समान अधिकार मिलने शुरू हो गए।

प्रश्न 30.
गांधी जी ने हरिजनों के लिए कौन-सी संस्था बनायी थी?
उत्तर:
गांधी जी ने हरिजनों के उत्थान के लिए हरिजन सेवक संघ नाम की संस्था बनायी थी।

प्रश्न 31.
अनुच्छेद 15 की धारा 7 क्या कहती है?
उत्तर:
अनुच्छेद 15 की धारा 7 के अनुसार अस्पृश्यता को बढ़ावा देने वाले को दंड दिया जाएगा।

प्रश्न 32.
पहला कांग्रेसी मंत्रिमंडल कब बना था?
उत्तर:
1936 में।

प्रश्न 33.
देश में आपात्काल (Emergency) कब लागू हुआ था?
उत्तर:
देश में आपात्काल 1975 में लागू हुआ था।

प्रश्न 34.
अनुसूचित जातियों के लिए संसद् में आरक्षण कब तक है?
उत्तर:
2020 तक।

प्रश्न 35.
बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग संघ कब बना था?
उत्तर:
1947 में।

प्रश्न 36.
झूम कृषि कौन करता है?
उत्तर:
झूम कृषि जनजातियों के लोग करते हैं।

प्रश्न 37.
जनजाति की कोई विशेषता बताएं।
उत्तर:
यह निश्चित भू-भाग में रहती है, इनकी अपनी ही संस्कृति और भाषा होती है तथा जीवन जीने का ढंग आदिम होता है।

प्रश्न 38.
जनजातियों के लोग कौन-सी समस्याओं का सामना करते हैं?
उत्तर:
जनजातियों के लोग अशिक्षा, अत्यधिक निर्धनता, अंधविश्वास जैसी बहुत-सी समस्याओं का सामना करते हैं।

प्रश्न 39.
नागा, खासी, गोंड, संथाल, कूकी, भील इत्यादि क्या हैं?
उत्तर:
यह सब जनजातियों के नाम हैं।

प्रश्न 40.
कुछ सामाजिक निर्योग्यताएं बताएं।
उत्तर:
शिक्षा लेने की पाबंदी, कुओं से पानी भरने की पाबंदी, उच्च जातियों से मेल-जोल की पाबंदी इत्यादि।

प्रश्न 41.
कुछ धार्मिक निर्योग्यताएं बताएं।
उत्तर:
धार्मिक संस्कार करने की पाबंदी, मंदिरों में जाने की पाबंदी, धार्मिक पुस्तकें पढ़ने की पाबंदी इत्यादि।

प्रश्न 42.
निर्योग्यता का अर्थ बताएं।
उत्तर:
उच्च जातियों द्वारा निम्न जातियों पर लगाई जाने वाली पाबंदी को निर्योग्यता कहते हैं।

प्रश्न 43.
सुधार आंदोलन का अर्थ बताएं।
उत्तर:
स्त्रियों तथा निम्न जातियों को ऊपर उठाने के लिए चलाए गए आंदोलन को सुधार आंदोलन कहते हैं।

प्रश्न 44.
मंडल आयोग की मुख्य सिफ़ारिश क्या थी?
उत्तर:
पिछड़ी जातियों के लिए सरकारी नौकरियों में 27% आरक्षण।

प्रश्न 45.
जनजातियों के बच्चों को शिक्षा लेने के लिए कैसे प्रोत्साहित किया जा सकता है?
उत्तर:
उनके बच्चों को छात्रवृत्तियां देकर, मुफ्त किताबें देकर, उनके क्षेत्रों में स्कूल खोलकर उन्हें शिक्षा लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।

प्रश्न 46.
जनजातियों के क्षेत्रों में कैसे सुधार किया जा सकता है?
उत्तर:
उनके क्षेत्रों में यातायात के साधनों का विकास करके, उन्हें रोजगार उपलब्ध करवा कर तथा सस्ते ऋण देकर उनमें सुधार किया जा सकता है।

प्रश्न 47.
संविधान के अनुसार अनुसूचित जातियों की संख्या कितनी है?
उत्तर:
संविधान के अनुसार अनुसूचित जातियों की संख्या 2 1 2 है।

प्रश्न 48.
संविधान के किस अनुच्छेद में जनजातियों के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान है?
उत्तर:
अनुच्छेद 335.

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप

प्रश्न 49.
जनजातियों के लिए लोकसभा में कितने स्थान आरक्षित हैं?
उत्तर:
जनजातियों के लिए लोकसभा में 41 स्थान आरक्षित हैं।

प्रश्न 50.
राज्य विधानसभाओं में जनजातियों के लिए कितने स्थान आरक्षित हैं?
उत्तर:
राज्य विधानसभाओं में जनजातियों के लिए 527 स्थान आरक्षित हैं।

प्रश्न 51.
जनजातियों के लिए सभी सेवाओं की नौकरियों में कितने स्थान आरक्षित हैं?
उत्तर:
जनजातियों के लिए सभी सेवाओं की नौकरियों में 7.5% स्थान आरक्षित हैं।

प्रश्न 52.
पिछड़े वर्गों की क्या समस्याएं होती हैं?
उत्तर:
अशिक्षा, ऋणग्रस्तता, व्यवसाय चुनने की समस्या इत्यादि पिछड़े वर्गों की समस्याएं होती हैं।

प्रश्न 53.
काका केलकर आयोग क्यों तथा किस लिए बनाया गया था?
उत्तर:
काका केलकर आयोग 29 जनवरी, 1953 को पिछड़ों के कल्याण के लिए सुझाव देने के लिए बनाया गया था।

प्रश्न 54.
मंडल आयोग का गठन कब हुआ था और इसके अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर:
मंडल आयोग का गठन 20 दिसंबर, 1978 को हुआ था तथा इसके अध्यक्ष बी० पी० मंडल थे।

प्रश्न 55.
भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के तहत अनुसूचित जनजातियों की पहचान की जाती है?
उत्तर:
अनुच्छेद 335 तथा 336.

प्रश्न 56.
डॉ० अंबेदकर ने अस्पृश्यता से तंग आकर कौन-सा धर्म अपना लिया था?
उत्तर:
डॉ० अंबेदकर ने अस्पृश्यता से तंग आकर बौद्ध धर्म अपना लिया था।

प्रश्न 57.
संविधान के किस अनुच्छेद के अनुसार सभी लोग सार्वजनिक तथा धार्मिक स्थानों पर जाने के लिए स्वतंत्र
उत्तर:
अनुच्छेद 330 तथा 332.

प्रश्न 58.
………………… को भारतीय समाज का स्वर्णिम युग कहते हैं।
उत्तर:
वैदिक काल को भारतीय समाज का स्वर्णिम युग कहते हैं।

प्रश्न 59.
उत्तर वैदिक काल का समय बताएं।
उत्तर:
ईसा से 600 वर्ष पहले से 300 सन् तक।

प्रश्न 60.
महात्मा गांधी ने महिलाओं के उत्थान के लिए क्या किया?
उत्तर:
महात्मा गांधी ने महिलाओं को सार्वजनिक जीवन में लाने का प्रयास किया ताकि वह घर की चारदीवारी से निकल कर आत्म-निर्भर बन सकें।

प्रश्न 61.
शारदा बिल क्या था?
उत्तर:
शारदा बिल 1929 में पास हुआ था। इस बिल के अनुसार बाल विवाह पर पाबंदी लगा दी गई थी।

प्रश्न 62.
शारदा बिल के अनुसार विवाह के लिए क्या उम्र होनी चाहिए?
उत्तर:
शारदा बिल के अनुसार विवाह के लिए न्यूनतम आयु 14 वर्ष लड़कियों के लिए तथा 18 वर्ष लड़कों के लिए निश्चित की गई।

प्रश्न 63.
विधवा विवाह कानून कब पास हआ था?
उत्तर:
विधवा विवाह कानून 1856 में पास हुआ था।

प्रश्न 64.
विधवा विवाह कानून किस की कोशिशों का नतीजा था?
उत्तर:
विधवा विवाह कानून ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कोशिशों का नतीजा था।

प्रश्न 65.
किस वेद ने विधवा पुनर्विवाह को मान्यता दी है?
उत्तर:
अथर्ववेद ने विधव वाह को मान्यता दी है।

प्रश्न 66.
किसने राज्यों को लिंग, धर्म तथा जाति के आधार पर भेद न रखने को कहा है?
उत्तर:
भारतीय संविधान ने राज्यों को किसी भी प्रकार का भेद न रखने को कहा है।

प्रश्न 67.
भारत में कानून क्यों सफल नहीं हो पाए हैं?
उत्तर:
लोगों के अशिक्षित होने की वजह से कानून भारत में सफल नहीं हो पाए हैं।

प्रश्न 68.
वैदिक युग में नारी को क्या कहा जाता था?
उत्तर:
वैदिक युग में नारी को देवी तथा शक्ति का नाम दिया गया था।

प्रश्न 69.
किस युग में औरतों का धार्मिक अधिकार खत्म कर दिया गया था?
उत्तर:
उत्तर वैदिक काल में औरतों का धार्मिक अधिकार खत्म कर दिया गया था।

प्रश्न 70.
बाल विवाह तथा पर्दा प्रथा क्यों शुरू हुए?
उत्तर:
विदेशी आक्रमणों की वजह से तथा रक्त शुद्धता बनाए रखने के लिए बाल विवाह तथा पर्दा प्रथा शुरू हुए।

प्रश्न 71.
स्त्रियां पुरुषों पर निर्भर क्यों थीं?
उत्तर:
अशिक्षित होने की वजह से स्त्रियां पुरुषों पर हर प्रकार से निर्भर थीं।

प्रश्न 72.
गर्भपात को कानूनी मान्यता कब मिली थी?
उत्तर:
सन 1971 में।

प्रश्न 73.
किस वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष के रूप में मनाया गया था?
उत्तर:
1975 को अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष के रूप में मनाया गया था।

प्रश्न 74.
……………….. राज्य में महिलाएं पुरुषों से अधिक हैं।
उत्तर:
केरल में महिलाएं पुरुषों से अधिक हैं।

प्रश्न 75.
कब यज्ञ पूर्ण नहीं माना जाता?
उत्तर:
अगर पति पत्नी के बिना यज्ञ करे तो उस यज्ञ को पूर्ण नहीं माना जाता।

प्रश्न 76.
पश्चिमी शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारतीय नारी में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर:
पश्चिमी शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारतीय नारी घर की चारदीवारी से बाहर निकल कर पश्चिमी नारी बन गई।

प्रश्न 77.
मुस्लिम स्त्रियों की क्या स्थिति है?
उत्तर:
मुस्लिम स्त्रियों की स्थिति आज भी दयनीय है क्योंकि उनको न तो कोई अधिकार प्राप्त है तथा आज भी मुस्लिम मर्द चार विवाह कर सकते हैं।

प्रश्न 78.
दहेज निरोधक अधिनियम प्रथम कब पास हुआ था?
उत्तर:
दहेज निरोधक अधिनियम 1961 में पास हुआ था।

प्रश्न 79.
दहेज निरोधक अधिनियम की प्रमुख धारा क्या थी?
उत्तर:
दहेज निरोधक अधिनियम के अनुसार विवाह तय करते समय या विवाह के समय अगर कोई आर्थिक शर्त रखी जाएगी तो यह दंडनीय अपराध है तथा इसके लिए सज़ा तथा जुर्माना तथा दोनों भी हो सकते हैं।

प्रश्न 80.
बालिग और नाबालिग में क्या अंतर है?
उत्तर:
बालिग की उम्र 18 साल से ऊपर तथा नाबालिग की उम्र 18 साल से कम होती है।

प्रश्न 81.
ज्ञान का प्रतीक कौन माना जाता है?
उत्तर:
ज्ञान का प्रतीक नारी मानी जाती है।

प्रश्न 82.
औरतों को वोट देने का अधिकार कब प्राप्त हुआ?
उत्तर:
औरतों को वोट देने का अधिकार 1935 में प्राप्त हुआ।

प्रश्न 83.
विवाहित स्त्रियों की संपत्ति संबंधी अधिनियम कब पास हुआ था?
उत्तर:
विवाहित स्त्रियों की संपत्ति संबंधी अधिनियम 1874 में पास हुआ था।

प्रश्न 84.
महिलाओं की भारतीय समिति की स्थापना किसने की थी?
उत्तर:
श्रीमती ऐनी बेसेंट ने।

प्रश्न 85.
स्त्रियों को संपत्ति में उत्तराधिकार का अधिनियम कब पास हुआ था?
उत्तर:
हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 1956 के तहत स्त्रियों को भी पुरुषों के समान पिता की संपत्ति में उत्तराधिकार का अधिकार मिल गया था।

प्रश्न 86.
किस कानून ने बहु-विवाह प्रथा को समाप्त कर दिया था?
उत्तर:
हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के तहत बहु-विवाह की प्रथा को खत्म कर दिया था।

प्रश्न 87.
किस प्रकार के विवाह को हिंदू विवाह अधिनियम 1955 ने मान्यता दी थी?
उत्तर:
इस अधिनियम ने एक विवाह को मान्यता दी थी।

प्रश्न 88.
आजकल स्त्रियों की स्थिति कैसी है?
उत्तर:
आजकल स्त्रियों की स्थिति धीरे-धीरे ऊंची हो रही है।

प्रश्न 89.
संयुक्त तथा केंद्रीय परिवारों में स्त्रियों की कैसी स्थिति होती है?
उत्तर:
संयुक्त परिवार में स्त्रियों की निम्न स्थिति होती है तथा केंद्रीय परिवारों में उच्च स्थिति होती है।

प्रश्न 90.
स्त्रियों की स्थिति पर सुधार आंदोलनों का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
बाल विवाह कम हो गए, सती प्रथा खत्म हो गई तथा विधवा विवाह होने शुरू हो गए।

प्रश्न 91.
पिछड़ा वर्ग किसे कहते हैं?
उत्तर:
जो लोग मेहनत मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं वे पिछड़े वर्ग में आते हैं। अनुसूचित जनजातियां, अनुसूजित जातियां, छोटे किसान, भूमिहीन लोग सभी इस श्रेणी में आते हैं।

प्रश्न 92.
जनजाति क्या होती है?
उत्तर:
जनजाति व्यक्तियों का वह समूह होता है जो दूर जंगलों या पहाड़ों में आदिम या पुरातन अवस्था में रहता है तथा जिसकी अपनी ही संस्कृति, भाषा, रहन-सहन, खाना-पीना होते हैं।

प्रश्न 93.
झूम कृषि किसे कहते हैं?
उत्तर:
झूम कृषि जनजाति के लोग करते हैं। जब एक स्थान पर उत्पादन कम हो जाता है तो ये लोग उस स्थान पर कृषि करना छोड़ देते हैं तथा किसी और स्थान पर जाकर वन को काटकर उस स्थान को साफ कर देते हैं। फिर वह उस स्थान पर कृषि करना शुरू कर देते हैं। इसी को झूम अथवा स्थानांतरित कृषि कहते हैं।

प्रश्न 94.
निर्योग्यता का क्या अर्थ है?
उत्तर:
प्राचीन समय में जाति प्रथा व्याप्त थी तथा समाज उच्च और निम्न जातियों में विभाजित था। उच्च जातियों द्वारा निम्न जातियों पर बहुत-सी पाबंदियां लगी होती थीं। इन पाबंदियों को निर्योग्यता कहा जाता था। निर्योग्यताएं कई प्रकार की होती हैं जैसे कि सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक इत्यादि।

प्रश्न 95.
सामाजिक तथा आर्थिक निर्योग्यता का अर्थ बताएं।
उत्तर:
ऊँची जातियों के निम्न जातियों के साथ सामाजिक मेल-जोल पर पाबंदियां हुआ करती थीं। इनको निम्न जातियों की सामाजिक निर्योग्यताएं कहते थे। इसी प्रकार निम्न जातियों के लोगों को कुछ कार्य करने की पाबंदी होती थी ताकि वे उस कार्य को करके पैसे न कमा सकें। इसे आर्थिक निर्योग्यता कहते हैं।

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प्रश्न 96.
धार्मिक. निर्योग्यता क्या होती थी?
उत्तर:
प्राचीन समाज उच्च तथा निम्न जातियों में बँटा हुआ था। निम्न जातियों के मंदिरों में जाने, धार्मिक ग्रंथ पढ़ने तथा धार्मिक संस्कार करने पर पाबंदी हुआ करती थी क्योंकि निम्न जातियों को अपवित्र तथा अस्पृश्य समझा जाता था। इसको ही धार्मिक निर्योग्यताएं कहा जाता था।

प्रश्न 97.
वंचित समूह किसे कहते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
हरेक समाज में कुछ ऐसे समूह होते हैं जो आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक तथा राजनीतिक दृष्टि से कमज़ोर होते हैं। इन समूहों को वंचित समूह कहा जाता है। उदाहरण के लिए अनुसूचित जातियां, अनुसूचित जनजातियां, महिलाएं, अन्य पिछड़े वर्ग इत्यादि।

प्रश्न 98.
क्षतिपूर्ति विभेद नीति का क्या अर्थ है?
उत्तर:
हरेक समाज में कुछ वंचित समूह होते हैं। जब इन वंचित समूहों को समान अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उनके लिए विशेष अतिरिक्त अवसरों का प्रावधान किया जाए तो इस नीति को क्षतिपूर्ति विभेद नीति कहा जाता है। उदाहरण के लिए भारत में वंचित समूहों के लिए आरक्षण रखा गया है।

प्रश्न 99.
संविधान में पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए किए गए प्रावधान बताएं।
उत्तर:
संविधान में अनुसूचित जातियों, जनजातियों तथा अन्य पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए प्रावधान रखे गए हैं। उन्हें शिक्षण संस्थाओं, सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया गया है ताकि वह सामाजिक स्थिति सुधार सकें। उन्हें अपनी भाषा, संस्कृति इत्यादि के विकास के अवसर प्रदान किए गए हैं। अल्पसंख्यकों को अपना धर्म मानने की छूट दी गई है।

प्रश्न 100.
कुछ सामाजिक निर्योग्यताओं के बारे में बताएं।
उत्तर:

  • निम्न जातियों के लिए उच्च जातियों के कुंओं से पानी लेने की पाबंदी थी।
  • निम्न जातियों को शिक्षा ग्रहण करने की पाबंदी थी।।
  • निम्न जातियां उच्च जातियों के लोगों से मेल-जोल नहीं रख सकती थीं।
  • निम्न जातियां उच्च जातियों के लोगों के सामने नहीं जा सकती थीं।

प्रश्न 101.
कुछ धार्मिक निर्योग्यताएं बताएं।
उत्तर:

  • निम्न जातियों पर धार्मिक पुस्तकें पढ़ने पर पाबंदी थी।
  • निम्न जातियों के लोग मंदिरों में नहीं जा सकते थे।
  • वह धार्मिक संस्कार नहीं कर सकते थे।
  • वह मंदिरों के कुओं के नज़दीक नहीं जा सकते थे।

प्रश्न 102.
हरिजनों की सामाजिक स्थिति को कैसे ऊँचा किया जा सकता है?
उत्तर:

  • जाति प्रथा को खत्म करके उनकी सामाजिक स्थिति को ऊँचा किया जा सकता है।
  • गंदे पेशों को खत्म करना चाहिए।
  • अस्पृश्यता विरोधी प्रचार होने चाहिएं।
  • अलग-अलग प्रकार की निर्योग्यताएं खत्म होनी चाहिएं।
  • उनमें शिक्षा का प्रचार तथा प्रसार होना चाहिए।

प्रश्न 103.
भारत में कितने अनुसूचित जातियों तथा अनुसूचित जनजातियों के लोग रहते हैं?
उत्तर:
1991 की जनगणना के अनुसार भारत में 13.82 करोड़ लोग अनुसूचित जातियों के लोग रहते हैं जो कि देश की जनसंख्या का 16.48% हैं। सन् 2001 की जनसंख्या के अनुसार भारत में 6.7 करोड़ लोग अनुसूचित जनजातियों के है जो कि कुल जनसंख्या का 8.28% होते हैं।

प्रश्न 104.
स्त्रियों के विरुद्ध होने वाले कुछ अपराध बताएं।
उत्तर:
स्त्रियों के विरुद्ध होने वाले अपराधों में से कुछेक हैं दहेज हत्या, छेड़ छाड़, बलात्कार, पत्नी का शारीरिक उत्पीड़न, भ्रूण हत्या इत्यादि।

प्रश्न 105.
पश्चिमी शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारतीय नारी की स्थिति में क्या परिवर्तन आया है?
उत्तर:
पश्चिमी शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारतीय नारी घर की चारदीवारी से बाहर निकल कर पश्चिमी नारी बन गई। उसने शिक्षा प्राप्त करनी शुरू की जिससे उसने नौकरी करके स्वयं कमाना शुरू कर दिया।

प्रश्न 106.
अंग्रेज़ों के समय स्त्रियों के लिए बनाए कुछ कानूनों के नाम बताओ।
उत्तर:

  • सती प्रथा निरोधक अधिनियम, 1829.
  • विधवा विवाह अधिनियम, 1856.
  • विवाहित स्त्रियों का संपत्ति संबंधी अधिनियम, 1874.
  • बाल विवाह निरोधक अधिनियम, 1929.

प्रश्न 107.
स्वतंत्रता के पश्चात् स्त्रियों के लिए बनाए कुछ कानूनों के नाम बताएं।
उत्तर:

  • विशेष विवाह अधिनियम, 1954.
  • हिंद विवाह अधिनियम, 1955.
  • हिंदू उत्तराधिकारी अधिनियम, 1956.
  • दहेज निरोधक अधिनियम, 1961, 1986.

प्रश्न 108.
अल्पसंख्यक क्या होता है?
अथवा
अल्पसंख्यक समुदाय किसे कहते हैं?
उत्तर:
किसी समाज में जब जनसंख्या में कुछ लोगों का प्रतिनिधित्व कम होता है उन्हें अल्पसंख्यक कहते हैं। इसका अर्थ यह है कि कुल जनसंख्या में से कोई समूह जो धर्म, जाति या किसी आधार पर कम संख्या में होते हैं उन्हें अल्पसंख्यक कहा जाता है।

प्रश्न 109.
भारत में अल्पसंख्यक शब्द किन लोगों के लिए प्रयोग होता है? उदाहरण दें।
उत्तर:
भारत में अल्पसंख्यक शब्द उन लोगों के लिए प्रयोग होता है जो धार्मिक है जो धार्मिक दृष्टि से कम पाए जाते हैं। मुसलमान, सिक्ख, बौद्ध, ईसाई, जैन धर्मों के लोग भारत में अल्पसंख्यक समूह है।

प्रश्न 110.
भारत में अल्पसंख्यकों की समस्याओं के बारे में बताएं।
उत्तर:

  • भारत में अल्पसंख्यकों में शिक्षा का अभाव है।
  • भारत में अल्पसंख्यक के नेता ठीक नहीं हैं।
  • भारत में अल्पसंख्यकों असुरक्षा की भावना के साथ जीते हैं।
  • भारत में अल्पसंख्यक अधिक निर्धन हैं।

प्रश्न 111.
भारत में हिंदुओं, सिक्खों, ईसाइयों तथा मुसलमानों की संख्या कितनी है?
उत्तर:
1991 की जनसंख्या के अनुसार भारत में हिंदू कुल जनसंख्या का 79.8%, सिक्ख 1.7%; ईसाई 2.4% तथा मुसलमान 13.2% थे।

प्रश्न 112.
पश्चिमी संस्कृति का भारतीय स्त्रियों पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
पश्चिमी सभ्यता के भारत में आने से भारत की नारियों में जागृति आ गई। पहले जो औरत घर की चारदीवारी में घुट-घुट कर रहती थी अब वह सारे बंधन तोड़कर घर से बाहर निकल कर काम करने लग गई है। उसने समाज में फैले अन्याय तथा कुरीतियों का विरोध किया तथा अपने बारे में सोचना शुरू कर दिया है।

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प्रश्न 113.
मुस्लिम राजाओं के समय में स्त्रियों की कैसी स्थिति थी?
उत्तर:
मुस्लिम राजाओं या मध्य काल में स्त्रियों की स्थिति बहुत खराब थी। स्त्रियों को किसी प्रकार के अधिकार नहीं थे। उनको चीज़ तथा पैरों की जूती समझा जाता था। अगर किसी राजा को कोई स्त्री पसंद आ जाती थी तो वह उसे उठा लेता था। स्त्रियां घर की चारदीवारी में रहती थीं। उनका मुख्य काम बच्चे पैदा करना तथा घर की देखभाल करना होता था।

प्रश्न 114.
दहेज प्रथा कैसे पैदा हुई?
उत्तर:
हर किसी की इच्छा होती है कि उसकी लड़की का विवाह उससे उच्च परिवार में हो जिसे कि कुलीन विवाह .. कहते हैं। कुलीन विवाह की वजह से उच्च परिवार के लड़कों की मांग बढ़ गई जिस वजह से उच्च परिवार के लड़कों की कमी हो गई। इस वजह से इन लड़कों की कीमत बढ़ गई तथा दहेज प्रथा भी यहीं से शुरू हो गई।

प्रश्न 115.
दहेज निरोधक कानून 1986 में क्या प्रावधान था?
उत्तर:
पहला दहेज निरोधक कानून 1961 में पास हुआ था पर उसमें कुछ कमियां थीं। इन कमियों को दूर करने के लिए दहेज निरोधक कानून 1986 पास किया गया जिसमें यह प्रावधान था कि दहेज लेने या देने वाले व्यक्ति को 5 वर्ष की सज़ा या 15,000 रुपये जुर्माना या दोनों भी हो सकते हैं।

प्रश्न 116.
आजकल स्त्रियों की क्या स्थिति है?
उत्तर:
आजकल स्त्रियों को संपत्ति में अधिकार प्राप्त हो गए हैं। अब औरतें घरों से बाहर निकल कर दफ्तरों में काम कर रही हैं। अब औरत हर वह काम कर रही है जो पहले सिर्फ पुरुष किया करते थे। वह पढ़ रही है, नौकरी कर रही है, घर संभाल रही है। आज स्त्रियों का भी पश्चिमीकरण हो गया है।

प्रश्न 117.
संयुक्त परिवार में स्त्रियों की क्या दशा होती है?
उत्तर:
संयुक्त परिवार में स्त्रियों की स्थिति काफ़ी निम्न होती है। स्त्रियों का काम घर संभालने का होता है। उनको न तो कोई अधिकार प्राप्त होता है तथा न ही वह घर से बाहर जा सकती हैं। किसी मामले में न तो उसकी सलाह ली जाती है तथा न ही उसकी बात मानी जाती है। इस तरह उसकी स्थिति काफ़ी खराब होती है।

प्रश्न 118.
केंद्रीय परिवारों में स्त्रियों की किस प्रकार की स्थिति होती है?
उत्तर:
केंद्रीय परिवारों में स्त्रियों की स्थिति काफी अच्छी होती है। इन परिवारों में स्त्रियां घर से बाहर जाकर नौकरी करती हैं। घर के हर फैसले में उनकी सलाह ली जाती है तथा ज्यादातर उनकी बात मान ली जाती है क्योंकि वह पुरुष के साथ कमाने के मामले में कंधे से कंधा मिला कर खड़ी होती है। इस तरह केंद्रीय परिवारों में स्त्रियों की स्थिति काफी अच्छी होती है। ..

प्रश्न 119.
प्रांरभिक सुधार आंदोलनों के कौन-से नेताओं ने स्त्री सुधार में योगदान दिया था?
उत्तर:
प्रांरभिक सुधार आंदोलनों के प्रसिद्ध नेता थे राजा राम मोहन राय, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, केशव चंद्र सेन, ज्योतिबा फूले, स्वामी दयानंद सरस्वती, स्वामी विवेकानंद, महर्षि कार्वे, गोविंद रानाडे इत्यादि। इन सभी ने स्त्रियों की निर्योग्यताओं की आलोचना की तथा स्त्री सुधार के लिए कदम उठाए।

प्रश्न 120.
असक्षमता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
समाज में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो किसी बीमारी, विकलांगता अथवा बेसहारा होने के कारण स्थायी/ अस्थायी रूप से कार्य करने में अक्षम होते हैं। उनकी इस प्रकार की स्थिति को असक्षमता कहते हैं।

प्रश्न 121.
निर्धनता का असक्षमता से क्या संबंध है?
उत्तर:
निर्धनता का असक्षमता से गहरा संबंध है। इसका कारण यह है कि निर्धन स्त्रियां कपोषण, बीमारियों. अधिक लोगों में घर में दुर्घटना इत्यादि का शिकार हो जाती हैं तथा असक्षमता आ जाती है। इस कारण होकर असक्षक्त तथा विकलांग हो जाते हैं।

प्रश्न 122.
कौन-से काल में नारी की सामाजिक प्रस्थिति पुरुषों के समान थी?
उत्तर:
वैदिक काल में नारी की सामाजिक प्रस्थिति पुरुषों के समान थी।

प्रश्न 123.
कोई एक मूलभूत अधिकार बताइए।
उत्तर:
जीवन जीने का अधिकार हमारा मूलभूत अधिकार है।

प्रश्न 124.
सामाजिक विषमता में सामाजिक क्या है?
उत्तर:
सामाजिक विषमता तथा बहिष्कार सामाजिक व्यक्ति है, परंतु यह अलग-अलग समूहों के लिए है। इन्हें सामाजिक इस भावना में कहा जाता है कि यह आर्थिक नहीं है। वास्तव में यह व्यवस्थित तथा संगठनात्मक है।

प्रश्न 125.
बीसवीं शताब्दी के दौरान सन् – – – में जाति के आधार पर अंतिम जनगणना की गई।
उत्तर:
बीसवीं शताब्दी के दौरान सन् 1931 में जाति के आधार पर अंतिम जनगणना की गई।

प्रश्न 126.
बी.पी. मंडल – – – आयोग के अध्यक्ष थे जिन्होंने ‘अन्य पिछड़े वर्ग’ के लिए आरक्षण की सिफ़ारिश की?
उत्तर:
बी.पी. मंडल मंडल आयोग के अध्यक्ष थे जिन्होंने ‘अन्य पिछड़े वर्ग’ के लिए आरक्षण की सिफ़ारिश की।

प्रश्न 127.
महात्मा गांधी ने निम्न जातियों के लिए किस शब्द का प्रयोग किया?
उत्तर:
महात्मा गांधी ने निम्न जातियों के लिए ‘हरिजन’ शब्द का प्रयोग किया।

प्रश्न 128.
उत्तरी भारत की किसी प्रमुख जनजाति का नाम बताएँ।
उत्तर:
गद्दी उत्तरी भारत की प्रमुख जनजाति है जो अधिकतर हिमाचल प्रदेश में पाई जाती है। प्रश्न 129. निम्न जातियों के लिए ‘हरिजन’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया? उत्तर:निम्न जातियों के लिए ‘हरिजन’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम महात्मा गांधी ने किया था।

प्रश्न 130.
मलाई परत को ‘अन्य – – – वर्ग के अंतर्गत आरक्षण से बाहर रखा गया है?
उत्तर:
मलाई परत को ‘अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आरक्षण से बाहर रखा गया है।

प्रश्न 131.
‘गद्दी, लहोले, स्पीतन तथा किन्नौरे’ जनजातियाँ किस प्रदेश में पाई जाती हैं?
उत्तर:
‘गद्दी, लहोले, स्पीतन तथा किन्नौरे’ जनजातियाँ हिमाचल प्रदेश में पाई जाती हैं।

प्रश्न 132.
अन्य पिछड़े वर्गों के लिए 27% आरक्षण – – – आयोग की सिफारिशों के अनुसार दिया गया।
उत्तर:
अन्य पिछड़े वर्गों के लिए 27% आरक्षण मंडल आयोग की सिफारिशों के अनुसार दिया गया।

प्रश्न 133.
अनुसूचित जातियों का संबंध उच्च या निम्न जाति में से किससे है?
उत्तर:
अनुसूचित जातियों का संबंध निम्न जाति से है।

प्रश्न 134.
जनजातीय समाज का संबंध जाति या क्षेत्र विशेष में से किससे है?
उत्तर:
जनजातीय समाज का संबंध क्षेत्र विशेष से है।

प्रश्न 135.
भारत में लड़के के विवाह की न्यूनतम आयु ………………. वर्ष तय की गई है।
उत्तर:
भारत में लड़के के विवाह की न्यूनतम आयु 21 वर्ष तय की गई है।

प्रश्न 136.
भारत में लड़की के विवाह के लिए न्यूनतम आयु ………………. वर्ष तय की गई है।
उत्तर:
भारत में लड़की के विवाह के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष तय की गई है।

प्रश्न 137.
………………. राज्य में अनुसूचित जनजाति नहीं पाई जाती है।
उत्तर:
हरियाणा राज्य में अनुसूचित जनजाति नहीं पाई जाती है।

प्रश्न 138.
जाति, धर्म तथा जनजाति में से कौन-सा क्षेत्रीय समूह है?
उत्तर:
जाति, धर्म तथा जनजाति में से जनजाति एक क्षेत्रीय समूह है।

प्रश्न 139.
सामाजिक असमानता क्या है?
उत्तर:
समाज के अलग-अलग वर्गों में व्यापत असमानता अथवा ना बराबरी को सामाजिक असमानता कहते हैं।

प्रश्न 140.
सामाजिक स्तरीकरण की परिभाषा दें।
उत्तर:
वह व्यवस्था जो एक समाज में लोगों का वर्गीकरण करते हुए एक अधिक्रमित संरचना में इन्हें श्रेणीबद्ध करती है उसे सामाजिक स्तरीकरण कहते हैं।

प्रश्न 141.
भेदभाव क्या है?
उत्तर:
अगर कोई वर्ग किसी अन्य वर्ग के साथ कई आधारों पर अंतर रखे तो उसे भेदभाव कहा जाता है।

प्रश्न 142.
सत्यशोधक समाज के उद्देश्य क्या थे?
उत्तर:
सत्यशोधक समाज के उद्देश्य थे निम्न जातियों को समाज में ऊपर उठाना तथा स्त्रियों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देना।

प्रश्न 143.
संस्कृतिकरण की अवधारणा किसने दी थी?
उत्तर:
संस्कृतिकरण की अवधारणा एम० एन० श्रीनिवास ने दी थी।

प्रश्न 144.
सत्यशोधक समाज की स्थापना किसने की थी?
उत्तर:
सत्यशोधक समाज की स्थापना ज्योतिबा फूले ने की थी।

प्रश्न 145.
अक्षमता एक ………………….. कमज़ोरी है।
उत्तर:
अक्षमता एक शारीरिक कमजोरी है।

प्रश्न 146.
जाति प्रथा में पूर्वाग्रह पाया जाता है। सत्य या असत्य।
उत्तर:
जाति प्रथा में पूर्वाग्रह पाया जाता है-सत्य।

प्रश्न 147.
सावित्री बाई फूले ने किस जाति की शिक्षा के लिए कार्य किया?
उत्तर:
सावित्री बाई फूले ने निम्न जाति की शिक्षा के लिए कार्य किया।

प्रश्न 148.
किस जाति समूह के ज्यादातर लोग ग़रीबी की रेखा के नीचे (BPL) की श्रेणी में आते हैं?
उत्तर:
निम्न जाति के ज्यादातर लोग ग़रीबी की रेखा के नीचे आते हैं।

प्रश्न 149.
जनजातीय समाज की ……………….. तथा ……………….. विशेषताएं हैं।
उत्तर:
जनजातीय समाज की अलग भौगोलिक क्षेत्र तथा अलग भाषा विशेषताएं हैं।

प्रश्न 150.
भीम राम अंबेडकर का जन्म ………………. में हुआ।
उत्तर:
भीम राम अंबेडकर का जन्म 4 अप्रैल, 1891 में हुआ।

प्रश्न 151.
अछूत मानी जाने वाली जातियों का अधिक्रम में कोई स्थान नहीं है। (सही/गलत)
उत्तर:
गलत।

प्रश्न 152.
सामाजिक व शैक्षिक रूप से पिछड़ों को क्या कहा जाता है:
उत्तर:
अन्य पिछड़े वर्ग।

प्रश्न 153.
जाति व्यवस्था ही विशेष जातियों में पैदा हुए व्यक्तियों के विरुद्ध भेदभावपूर्ण व्यवहार को लागू करती है। (सही/गलत)
उत्तर:
सही।

प्रश्न 154.
अस्पृश्यता को अखिल भारतीय प्रघटना मानना अनुचित है। (उचित/अनुचित)
उत्तर:
अनुचित।

प्रश्न 155.
अक्षमता एक जैविक कमज़ोरी है। (सही/गलत)
उत्तर:
सही।

प्रश्न 156.
बहिष्कार बहिष्कृत लोगों की इच्छाओं के विरुद्ध कार्यान्वित होता है। (सही/गलत)
उत्तर:
सही।

प्रश्न 157.
सीमांत किसान और भूमिहीन लोग निम्न जातीय समूहों में होते हैं। (सही/गलत)
उत्तर:
सही।

लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
जनजातियों को शिक्षा लेने के लिए कैसे प्रोत्साहित किया जा रहा है?
उत्तर:
जनजातियों के बच्चों को शिक्षा लेने के लिए निम्नलिखित तरीकों से प्रोत्साहित किया जा रहा है-

  • उनके बच्चों को पढ़ने के लिए छात्रवृत्तियां दी जा रही हैं।
  • उनके बच्चों में मुफ्त किताबें बांटी जाती हैं।
  • जनजातीय क्षेत्रों में स्कूल खोले जा रहे हैं।
  • विदेशों में पढ़ने के लिए इनके बच्चों को छात्रवृत्तियां दी जाती हैं।
  • इनके क्षेत्रों में क्षेत्रीय कॉलेज खुल रहे हैं जिनमें इनको रोज़गार संबंधी शिक्षा दी जाती है ताकि यह पढ़-लिख कर अपना काम कर सकें।

प्रश्न 2.
जनजातियों को कौन-सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है?
उत्तर:
(i) जनजातीय लोग इतने दूर घने जंगलों या पहाड़ों में रहते हैं जहां यातायात के साधन तथा संचार की सुविधाएं भी नहीं पहुंच पाई हैं जिस वजह से वह आज के वैज्ञानिक युग की तरक्की से अनजान हैं।

(ii) इन लोगों का और जातियों के लोगों से लगातार शोषण हो रहा है। जब इन लोगों को पैसे की ज़रूरत होती है तो साहूकार बहुत ज्यादा ब्याज वसूलते हैं तथा इन की बनाई चीजें कम दाम पर खरीदते हैं। इन तरह इन का लगातार शोषण हो रहा है।

(iii) आजकल नए उद्योग लगने शुरू हो गए हैं जहां पर उद्योगों के मालिक इन लोगों को कम मजदूरी पर काम पर रख लेते हैं। कम मजदूरी की वजह से इनकी आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ रही है।

(iv) आजकल नए-नए अफसर इनके क्षेत्रों में जाने लग गए हैं जहां पर अफसर इनके अंदरूनी मामलों में दखल देते हैं। इस वजह से भी इन लोगों की अफसरों के साथ समन्वय करने की समस्या आ रही है।

प्रश्न 3.
राज्य सरकारें जनजातियों के सुधार के लिए क्या-क्या कदम उठा रही हैं?
उत्तर:

  • उन्हें निशुल्क शिक्षा दी जा रही है।
  • उन्हें छात्रवृत्तियां दी जा रही हैं।
  • उन्हें मुफ्त किताबें दी जा रही हैं।
  • उनकी भूमि पर सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है।
  • उनमें छोटे-छोटे उद्योगों का विकास किया जा रहा है।
  • उनके क्षेत्रों में यातायात तथा संचार के साधनों का विकास किया जा रहा है।
  • उन्हें सस्ते ऋण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
  • उनके लिए चिकित्सा, पेयजल, कानूनी सहायता इत्यादि सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
  • कई गैर-सरकारी संस्थाओं को इनकी मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

प्रश्न 4.
अस्पृश्यता अपराध अधिनियम में किस प्रकार की निर्योग्यताएं हटा ली गई हैं?
उत्तर:

  • अब कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति को मंदिर या किसी पूजा स्थल पर जाने से नहीं रोकेगा।
  • होटलों, पार्को, क्लबों इत्यादि में भी हर किसी को आने-जाने की छूट होगी।
  • अब प्रत्येक व्यक्ति किसी भी तालाब, नदी या कुएं से पीने या नहाने के लिए पानी भर सकेगा।
  • अगर कोई इन निर्योग्तायों को मानेगा तो उसे कैद या जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

प्रश्न 5.
1976 का नामरिक अधिकार संरक्षण अधिनियम क्या था?
उत्तर:
1955 में अस्पृश्यता अपराध अधिनियम पास हुआ था। यह पास तो हो गया था पर इसमें कई कमियां थीं। सबसे पहली तो यह कि यह अच्छी तरह लागू नहीं हो पाया था। लोग अब भी अस्पृश्यता का प्रयोग करते थे। इसलिए न कमियों को दूर करने के लिए नागरिक अधिकार संरक्षण अधिनियम 1976 में पास हुआ था। इस अधिनियम के अंतर्गत जो कोई भी एक बार अस्पृश्यता के प्रयोग के लिए दंडित हो गया तो वह संसद् या विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ पाएगा। कोई सरकारी कर्मचारी अगर इस का प्रयोग करेगा तो उसे दंड दिया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा उठाये गए कदमों की रिपोर्ट हर वर्ष संसद् में पेश होगी तथा राज्य सरकारों को भी इसके बारे में निर्देश दिए गए।

प्रश्न 6.
20 सूत्री कार्यक्रम क्या था?
उत्तर:
1975 में श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपात्काल घोषित कर दिया तथा निर्बल तथा शोषित वर्ग को ऊपर उठाने के लिए 20 सूत्री कार्यक्रम की घोषणा की जिस की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं –

  • सीमा से ज्यादा भूमि भूमिहीनों को दी जाएगी।
  • बेगार प्रथा को गैर-कानूनी घोषित किया जाएगा।
  • खेती करने वाले मजदूरों के लिए न्यूनतम वेतन घोषित किया जाएगा।
  • ज्यादा बिजली उत्पादन के कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
  • कपड़े में सुधार तथा उसके वितरण की व्यवस्था की जाएगी।
  • आर्थिक अपराध करने वालों को कठोर सज़ा दी जाएगी।
  • पूँजी नियोजन की व्यवस्था को सरल किया जाएगा।
  • यातायात के लिए राष्ट्रीय परमिट व्यवस्था को शुरू किया जाएगा।
  • विद्यार्थियों को जरूरी चीजें सही मूल्यों पर दी जाएंगी।
  • पढ़े-लिखे लोगों के लिए रोज़गार की ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाएगी।
  • उत्पादन बढ़ाकर वितरण प्रणाली ठीक की जाएगी।
  • ग़रीबों को घर बनाने के लिए जमीन दी जाएगी।
  • ग्रामीणों के ऊपर के कर्ज को खत्म किया जाएगा।
  • 50 लाख हक्टेयर जमीन पर सिंचाई की व्यवस्था की जाएगी।
  • छोटे उद्योगों को बढ़ाने के लिए योजना बनाई जाएगी।
  • शहरों में खाली पड़ी भूमि को ग़रीबों में बांटा जाएगा।
  • तस्करी खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।
  • उद्योगों में मजदूरों को हिस्सा दिलाया जाएगा।
  • मध्यम वर्ग को आय कर में राहत दी जाएगी।
  • विद्यार्थियों को किताबें सस्ती कीमत पर उपलब्ध करवाई जाएंगी।

प्रश्न 7.
जनजातियों के गोत्र का महत्त्व बताओ।
उत्तर:

  • गोत्र अपने सदस्यों के व्यवहारों पर नियंत्रण रखता है। व्यक्ति को नियंत्रण में रहने की शिक्षा भी गोत्र ही देता है।
  • प्राचीन समाजों में जनजातियों की शासन व्यवस्था गोत्र के मुखिया ही किया करते थे। कई जनजातियां एक परिषद् निर्माण करती थीं जिसके सदस्य गोत्रों के मुखिया हुआ करते थे।

प्रश्न 8.
सुधार आंदोलनों से स्त्रियों की स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
सुधार आंदोलन राजा राममोहन राय की कोशिशों के बाद शुरू हुए तथा उसके बाद कई और समाज सुधारक आगे आए जिन्होंने स्त्रियों की स्थिति ऊपर उठाने के लिए बहुत काम किए जिनकी वजह से स्त्रियों की स्थिति में निम्नलिखित प्रभाव पड़े-

  • अब विधवा विवाह होने शुरू हो गए।
  • अब सती प्रथा काफी कम हो गई थी।
  • बाल विवाह भी कम हो गए थे।
  • स्त्रियों की शिक्षा पर ध्यान दिया जाने लगा।
  • जाति प्रथा कमज़ोर हुई जिस वजह से स्त्रियों की स्थिति में काफी सुधार हुए।

प्रश्न 9.
वैदिक काल में स्त्रियों की स्थिति किस प्रकार की थी?
उत्तर:
वैदिक काल में स्त्रियों की स्थिति काफ़ी अच्छी थी क्योंकि:

  • स्त्रियों को परिवार में काफ़ी अधिकार प्राप्त थे।
  • स्त्रियों को शिक्षा लेने, संपत्ति रखने का अधिकार प्राप्त था।
  • स्त्रियां यज्ञ करती थीं।
  • ज्ञान के मामले में वे पुरुषों के बराबर थीं।
  • विधवा विवाह प्रचलित था।
  • समाज में स्त्रियों का बहुत सम्मान था।
  • उनका अपमान समाज का अपमान माना जाता था।

प्रश्न 10.
आधुनिक समय में औरतों की स्थिति किस प्रकार की है?
अथवा
आधुनिक युग में नारी की स्थिति स्पष्ट कीजिए।
अथवा
स्वतंत्रता के पश्चात् महिलाओं की स्थिति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अब स्त्रियों की स्थिति काफी अच्छी है क्योंकि-
(i) अब औरत घर में सिर्फ दासी नहीं रह गई है। उसको घर में हर प्रकार के अधिकार प्राप्त हैं। घर के प्रत्येक काम में उसकी सलाह ली जाती है तथा उसकी बात मानी जाती है। घर का हर काम खाना बनाने से बच्चों की शिक्षा तक सब उसके सहारे चलता है।

(ii) आजकल विधवा विवाह हो रहे हैं, बाल-विवाह बहुपत्नी विवाह खत्म हो गए हैं। औरतों को तलाक का अधिकार मिल गया है। औरतें शिक्षा प्राप्त करने के लिए बाहर जा रही हैं।

(iii) आजकल औरतों को संपत्ति रखने का अधिकार, पिता की संपत्ति में हिस्सा लेने का अधिकार प्राप्त है। औरतें घर से बाहर जा कर नौकरियां कर रही हैं तथा आर्थिक तौर पर आत्म निर्भर हो रही हैं।

(iv) अब औरतों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए कई सविधाएं दी जा रही हैं। मफ्त शिक्षा, छात्रवत्तियां इत्यादि कुछ ऐसे उपाय हैं जिनसे औरतों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। अब उनमें साक्षरता दर भी काफी तेजी से बढ़ रही है।

(v) अब स्त्रियां राजनीति में भी आगे आ रही हैं, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, जयललिता, अंबिका सोनी, सुषमा स्वराज, उमा भारती, वसुंधरा राज सिंधिया इत्यादि कुछ ऐसे नाम हैं जो राजनीतिक क्षेत्र में काफ़ी आगे हैं।

प्रश्न 11.
स्त्रियों की स्थिति में सुधार के क्या कारण हैं?
उत्तर:
भारत में आज स्त्रियों की स्थिति में काफ़ी सुधार आया जिसके कारणों का वर्णन निम्नलिखित है-
(i) स्त्रियों की स्थिति सुधारने के लिए सबसे पहले प्रयास शुरू किए गए थे जब राजा राम मोहन राय ने सती प्रथा के विरुद्ध तथा विधवा विवाह के लिए आवाज़ उठायी थी। उनकी वजह से 1829 में सती प्रथा निरोधक कानून बना तथा 1856 में विधवा विवाह कानून से विधवा विवाह को मंजूरी मिल गई थी जिस कारण से भारतीय समाज के दो अभिशाप दूर हो गए।

(ii) इनके बाद भारत में कई संस्थाएं बनीं जैसे कि प्रार्थना समाज, सत्य शोधक समाज, आर्य समाज, ब्रमों समाज जिन्होंने स्त्रियों के लिए आवाज़ उठायी, उन्होंने स्त्रियों की शिक्षा तथा उनके उत्थान पर भी जोर दिया। रामाबाई रानाजे, गोविंद रानाडे इत्यादि नाम इनमें काफ़ी प्रमुख हैं।

(iii) इनके बाद श्रीमती ऐनी बेसेंट, कस्तूरबा गांधी इत्यादि ने भी औरतों के उत्थान के लिए आवाज़ उठाई तथा उनकी स्थिति सुधारने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की।

(iv) आज़ादी के बाद कई तरह के कानून पास हुए जिन की मदद से औरतों को बहुत से अधिकार प्राप्त हो गए।

(v) पश्चिमी शिक्षा के प्रभाव में स्त्रियों की स्थिति में काफी परिवर्तन आए।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप

प्रश्न 12.
आज़ादी के बाद पास हुए ऐसे अधिनियमों के नाम बताओ जिन की वजह से स्त्रियों की स्थिति में परिवर्तन हुए।
उत्तर:

  • हिंदू विवाह अधिनियम 1955।
  • विशेष विवाह अधिनियम 1954।
  • हिंदू उत्तराधिकारी अधिनियम 1956।
  • हिंद गोद लेना तथा भरण पोषण अधिनियम 1956।
  • अस्पृश्यता अपराध अधिनियम 1955।
  • हिंदू नाबालिग तथा संरक्षण अधिनियम 1956।
  • बाल विवाह निरोधक अधिनियम 19781
  • दहेज निरोधक अधिनियम 1961।
  • अनिवार्य शिक्षा अधिनियम 1956।
  • हिंदू विवाह तथा विवाह विच्छेद अधिनियम 1976।
  • दहेज निरोधक अधिनियम 1961, 1986।
  • मातृत्व हित लाभ अधिनियम 19761
  • मुस्लिम महिला तलाक के अधिकारों का संरक्षण अधिनियम 1986।

प्रश्न 13.
भारतीय समाज में स्त्रियों की निम्न दशा के क्या कारण थे?
उत्तर:
भारतीय समाज में स्त्रियों की निम्न दशा के निम्नलिखित कारण थे-

  • भारतीय समाज में परुष प्रधानता की वजह से।
  • औरतों का पुरुषों पर आर्थिक तौर पर निर्भर होने की वजह से।
  • औरतों के अशिक्षित होने की वजह से।
  • संयुक्त परिवारों में स्त्रियों के दबे रहने की वजह से।
  • कई प्रकार की स्त्री विरोधी प्रथाओं जैसे बाल विवाह, सती प्रथा, विधवा विवाह के न होने की वजह से।
  • हिंदू धार्मिक ग्रंथों की वजह से।

प्रश्न 14.
स्त्रियों को किस प्रकार की शिक्षा देनी चाहिए?
उत्तर:

  • स्त्रियों को ऐसी शिक्षा देनी चाहिए जिससे वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सकें।
  • स्त्रियों की शिक्षा इस प्रकार की होनी चाहिए जिससे वे आर्थिक तौर पर आत्म निर्भर हो सकें।
  • स्त्रियों की शिक्षा उनके स्वास्थ्य, खाने-पीने, परिवार नियोजन इत्यादि के बारे में होनी चाहिए।
  • ऐसी शिक्षा होनी चाहिए जिससे उनका हर प्रकार से विकास हो सके।

प्रश्न 15.
सती प्रथा के बारे में बताएं।
उत्तर:
सती प्रथा पुराने समय में प्रचलित थी। इस प्रथा में अगर किसी पत्नी के पति की मृत्यु हो जाती थी तो उस औरत को उसके पति की चिता पर जीवित ही बिठा दिया जाता था ताकि वह भी अपने पति के साथ ही मर जाए। उस औरत को सती कहते थे तथा इस प्रथा को सती प्रथा कहा जाता था। इसमें औरतों को सती होने के लिए मज़बूर किया जाता था। अगर पत्नी अपनी मर्जी से तैयार हो जाती थी तो ठीक है नहीं तो उसे जबरदस्ती पति की जलती चिता में डाल दिया जाता था। इसका विरोध सबसे पहले राजा राममोहन राय ने किया था तथा उनके प्रयासों की वजह से ही उस समय के गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बैंटिंक (Lord William Bentinck) ने इस प्रथा के विरुद्ध कानून पास किया जिसका नाम सती प्रथा निवारण अधिनियम 1829 था।

प्रश्न 16.
शिक्षा ने महिलाओं के हालात बदलने में कैसे मदद की है?
उत्तर:
शिक्षा ने महिलाओं के हालात बदलने में बहुत मदद की है जिनका वर्णन निम्नलिखित है-

  • शिक्षा की वजह से औरतों में अपने अधिकारों के प्रति जागृति पैदा हुई है जिस वजह से वह अब अपने अधिकारों के लिए लड़ने लग गई हैं।
  • शिक्षा की वजह से औरतें अब घर से बाहर निकल कर दफ्तरों में काम करने लग गई हैं।
  • बाहर काम करने की वजह से औरतें पैसा कमाने लग गई हैं जिस वजह से वे आर्थिक तौर पर आत्म-निर्भर हो गई हैं।
  • शिक्षा प्राप्त करने की वजह से औरतों की सामाजिक स्थिति अच्छी हो गई है। अब कोई भी उनका शोषण करने से पहले दस बार सोचता है क्योंकि अब औरतों की सुरक्षा के लिए बहुत से कानून बन गए हैं।
  • शिक्षा प्राप्त करने की वजह से अब औरतें राजनीतिक क्षेत्रों में भी काफ़ी आगे आ रही हैं। सोनिया गांधी, सुषमा स्वराज, अंबिका सोनी इत्यादि इसकी उदाहरणें हैं।
  • अब औरतें शिक्षा प्राप्त करने की वजह से अंतरिक्ष तक में जाने लग गई हैं। कल्पना चावला इसका उदाहरण है। अब औरतें वे सारे काम करने लग गई हैं जो पहले मर्दो के होते थे। जैसे सेना, पुलिस या जहाज़ तक उड़ा रही हैं।
  • शिक्षा प्राप्त करने की वजह से औरतें दफ्तरों में काम करने लग गई हैं, जिस वजह से संयुक्त परिवार टूट कर केंद्रीय परिवारों में बदल गए हैं तथा औरतों की स्थिति परिवारों में अच्छी हो गई है।

प्रश्न 17.
अनुसूचित जातियों की समस्याएं बताएं।
उत्तर:

  • अनुसूचित जातियों की सामाजिक स्थिति निम्न होती थी।
  • इनको सार्वजनिक स्थानों के प्रयोग पर प्रतिबंध होता था।
  • इनके साथ सार्वजनिक मेल-जोल पर प्रतिबंध होता था।
  • ये जातियां किसी उच्च जाति के साथ वैवाहिक संबंध स्थापित नहीं कर सकती थे।
  • अनुसूचित जातियों को शिक्षा लेने का भी अधिकार नहीं था।
  • यह लोग धार्मिक स्थानों पर नहीं जा सकते थे।

प्रश्न 18.
अनुसूचित जातियों पर थोपी गई निर्योग्यताएं बताएं।
उत्तर:

  • अनुसूचित जातियों के लोग धार्मिक कर्मकांड नहीं कर सकते थे तथा उनको धार्मिक ग्रंथों, उपनिषदों, श्लोकों को पढ़ने की मनाही थी।
  • अनुसूचित जातियों के लोग सार्वजनिक स्थानों जैसे कि मंदिर, कुओं, होटलों, पंचायतों, सड़कों इत्यादि का प्रयोग भी नहीं कर सकते थे।
  • अनुसूचित जातियों के लोग शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते थे क्योंकि प्राचीन शिक्षा धर्म पर आधारित होती थी तथा वह धार्मिक मूल्यों को पढ़ नहीं सकते थे।
  • अनुसूचित जातियों के लोग उच्च जातियों के घरों पर कार्य करते थे जिसकी एवज में थोड़ा सा भोजन तथा थोड़े से पैसे प्राप्त हो जाते थे। इस कारण उनकी स्थिति काफ़ी निम्न थी।
  • वह उच्च जातियों के सामने नहीं आ सकते थे तथा उनके साथ संबंध रखने की भी पाबंदी थी।

प्रश्न 19.
निर्योग्यताओं के परिणाम बताएं।
उत्तर:

  • निर्योग्यताओं के कारण उच्च तथा निम्न जातियों में संघर्ष बढ़ गया।
  • निर्योग्यताओं का एक ग़लत परिणाम यह निकला कि निम्न जातियों के लोगों का आर्थिक जीवन काफ़ी निम्न . हो गया।
  • निर्योग्यताओं के कारण अनुसूचित जातियों के ऊपर बहुत अत्याचार होते थे।
  • इन निर्योग्यताओं के कारण अनुसूचित जातियों के लोगों का जीवन स्तर काफ़ी निम्न हो गया।

प्रश्न 20.
अनुसूचित जातियों की धार्मिक निर्योग्यताएं बताएं।
उत्तर:
अनुसूचित जातियों को धार्मिक क्रियाओं, धार्मिक कर्मकांडों को करने की मनाही थी। इसके साथ ही वह धार्मिक ग्रंथ, उपनिषद् श्लोक इत्यादि भी पढ़ नहीं सकते थे। प्राचीन समय में शिक्षा धर्म पर आधारित होती थी। इसलिए अनुसूचित जातियों के लोगों को धार्मिक शिक्षा प्राप्त करने की मनाही थी। वह मंदिरों में नहीं जा सकते थे तथा पूजा-पाठ भी नहीं कर सकते थे। यहां तक कि वह अपने घरों में धार्मिक ग्रंथ नहीं रख सकते थे, न ही पढ़ सकते थे तथा न ही धार्मिक कर्मकांड कर सकते थे।

प्रश्न 21.
अनुसूचित जातियों की सामाजिक निर्योग्यताएं बताएं।
उत्तर:
इन लोगों को हिंदू समाज का अंग नहीं, बल्कि समाज से अलग समझा जाता था। वह शहर अथवा गांव ते थे। वह उच्च जातियों के सामने भी नहीं आ सकते थे। यदि वह उनके सामने आ जाते थे तो उन्हें दंड दिया जाता था। यह लोग सार्वजनिक स्थानों का प्रयोग नहीं कर सकते थे। यह लोग मंदिरों, कुओं, सड़कों इत्यादि का प्रयोग नहीं कर सकते थे। ये लोग शिक्षा भी प्राप्त नहीं कर सकते थे। यह लोग सूर्य से अस्त रहते ही गांव में अपना कार्य करने आते थे तथा सूर्यास्त में ही वापिस चले जाते थे।

प्रश्न 22.
अनुसूचित जातियों की शैक्षिक निर्योग्यताएं बताएं।
उत्तर:
प्राचीन समय में शिक्षा धर्म पर आधारित होती थी तथा प्रत्येक व्यक्ति धार्मिक शिक्षा प्राप्त करता था परंतु अनुसूचित जातियों के व्यक्तियों को शिक्षा लेने की आज्ञा नहीं थी क्योंकि उनको धार्मिक शिक्षा लेने अथवा धार्मिक ग्रंथों को पढ़ने की आज्ञा नहीं थी। उनको किसी भी शैक्षिक संस्था अथवा गुरुकुल में दाखिला नहीं मिलता था। यदि किसी को किसी तरह प्रवेश मिल भी जाता था तो उसके साथ काफ़ी ग़लत व्यवहार किया जाता था।

प्रश्न 23.
अनुसूचित जातियों की आर्थिक निर्योग्यताएं बताएं।
उत्तर:
अनुसूचित जातियों के मुख्य पेशे सफ़ाई करना, गंदगी उठाना, चमड़े का कार्य करना इत्यादि थे। समाज में इन पेशों को बहुत निम्न दृष्टि से देखा जाता था जिस कारण इन अनुसूचित जातियों के लोगों को उनके कार्य के लिए बहुत ही कम पैसे मिलते थे। कम पैसे मिलने के कारण उन्हें दो वक्त का भोजन भी नसीब नहीं होता था। यदि कोई विवाह, जन्म अथवा मृत्यु का मौका आ जाए तो उन्हें साहूकारों से कर्ज़ लेना पड़ता था तथा वह तमाम आयु कर्जा वापिस नहीं कर सकते थे। इस प्रकार अपने कार्य की कम मजदूरी मिलने के कारण उनके जीवन में काफ़ी निर्धनता थी।

प्रश्न 24.
संविधान के Article 16. की व्याख्या करें।
उत्तर:
संविधान के Article 16 के अनुसार देश के किसी भी नागरिक से धर्म, जाति, रंग, प्रजाति इत्यादि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा। सरकार किसी के साथ भी किसी आधार पर कोई भेदभाव नहीं करेगी। सरकार अनुसूचित जातियों के लोगों को सरकारी संस्थाओं में नियुक्त करने के प्रयास करेगी।

प्रश्न 25.
संविधान के Article 17. की व्याख्या करें।
उत्तर:
संविधान के Article 17 में यह कहा गया है कि अस्पश्यता को मानना एक दंडनीय अपराध है तथा इसको देश में से ख़त्म किया जाता है। सभी के लिए अस्पृश्यता की practice करना मना है। यदि कोई अस्पृश्यता अथवा अस्पृश्य शब्द का प्रयोग करता है तो उसे देश की न्याय व्यवस्था के अनुसार दंड दिया जाएगा।

प्रश्न 26.
संविधान के Article 338. की व्याख्या करें।
उत्तर:
संविधान के Article 338 में यह कहा गया है कि राष्ट्रपति राज्यों में राज्यपालों को अनुसूचित जातियों तथा कबीलों के विकास के लिए एक विशेष अधिकारी को नियुक्त करने के लिए निर्देश देगा। वह अधिकारी अनुसूचित जातियों तथा कबीलों से संबंधित सभी समस्याओं के विषय पर खोज करके उनके हल के संबंध में रिपोर्ट राज्यपाल तथा राष्ट्रपति को देगा। अब इस उपबंध को ख़त्म कर दिया गया है।

प्रश्न 27.
अस्पृश्यता अपराध कानून 1955 क्या था?
उत्तर:
प्राचीन समय से ही भारत में अस्पृश्यता की प्रथा चली आ रही थी जिस कारण प्राचीन समय से ही निम्न जातियां दबी हुई थीं। चाहे संविधान में इस प्रथा के विरुद्ध प्रावधान रखे गए परंतु फिर भी यह प्रथा चलती रही। इसलिए भारत सरकार ने 1955 में अस्पृश्यता अपराध कानून पास किया जिसमें कहा गया है कि अस्पृश्यता की प्रथा को मानने वाले को तीन महीने की कैद अथवा 50 रुपये जुर्माना अथवा दोनों हो सकते हैं। प्रत्येक प्रकार का सार्वजनिक स्थल अनुसूचित जातियों के लिए खोल दिया गया है। अब वह किसी भी स्थान पर जा सकते हैं, किसी भी शैक्षिक संस्था में प्रवेश पा सकते हैं। उनके साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप

प्रश्न 28.
अलग-अलग कालों में स्त्रियों की स्थिति की व्याख्या करें।
उत्तर:
वैदिक काल में स्त्रियों की स्थिति काफ़ी अच्छी तथा ऊंची थी। इस काल में स्त्री को धार्मिक तथा सामाजिक कार्यों को पूर्ण करने के लिए आवश्यक माना जाता है। उत्तर वैदिक काल में स्त्रियों का आदर-सम्मान कम हो गया। बाल-विवाह शुरू हो गए जिससे उसे शिक्षा प्राप्त करनी मुश्किल हो गई। स्मृति काल में स्त्री की स्थिति और निम्न हो गई। उसे हर समय निगरानी में रखा जाता था तथा उसका सम्मान केवल मां के रूप में ही रह गया था। मध्य काल में तो जाति प्रथा के कारण उसे कई प्रकार के प्रतिबंधों के बीच रखा जाता था परंतु आधुनिक काल में उसकी स्थिति को ऊंचा उठाने के लिए कई प्रकार की आवाजें उठी तथा आज उसकी स्थिति मर्दो के समान हो गई है।

प्रश्न 29.
स्त्रियों की निम्न स्थिति के कारण बताएं।
उत्तर:

  • संयुक्त परिवार प्रथा में स्त्री को घर की चारदीवारी तथा कई प्रकार के प्रतिबंधों में रहना पड़ता था जिस कारण उसकी स्थिति निम्न हो गई।
  • समाज में मर्दो की प्रधानता तथा पितृ सत्तात्मक परिवार होने के कारण स्त्रियों की स्थिति काफ़ी निम्न हो गई।
  • बाल विवाह के कारण स्त्रियों को शिक्षा ग्रहण करने का मौका प्राप्त नहीं होता था जिससे उनकी स्थिति निम्न हो गई।
  • स्त्रियों के अनपढ़ होने के कारण वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं थीं तथा उनकी स्थिति निम्न ही रही।
  • स्त्रियां मर्दो पर आर्थिक तौर पर निर्भर होती थीं जिस कारण उन्हें अपनी निम्न स्थिति को स्वीकार करना पड़ता था।

प्रश्न 30.
स्त्रियों की धार्मिक व आर्थिक निर्योग्यताएं बताएं।
अथवा
महिलाओं के साथ किए जाने वाले भेदभाव का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
(i) वैदिक काल में स्त्रियों को धार्मिक कर्म-कांडों के लिए आवश्यक माना जाता था परंतु बाल विवाह के शुरू होने से उनका धार्मिक ज्ञान ख़त्म होना शुरू हो गया जिस कारण उन्हें यज्ञों से दूर किया जाने लगा। शिक्षा प्राप्त न कर सकने के कारण उनका धर्म संबंधी ज्ञान ख़त्म हो गया तथा वह यज्ञ तथा धार्मिक कर्मकांड नहीं कर सकती थी। आदमी के प्रभुत्व के कारण स्त्रियों के धार्मिक कार्यों को बिल्कुल ही ख़त्म कर दिया गया। उसको मासिक धर्म के कारण अपवित्र समझा जाने लगा तथा धार्मिक कार्यों से दूर कर दिया गया।

(ii) स्त्रियों को बहुत-सी आर्थिक निर्योग्यताओं का सामना करना पड़ता था। वैदिक काल में तो स्त्रियों को संपत्ति रखने का अधिकार प्राप्त था परंतु समय के साथ-साथ यह अधिकार ख़त्म हो गया। मध्य काल में वह न तो संपत्ति तथा न ही पिता की संपत्ति में से हिस्सा ले सकती थी। वह कोई कार्य नहीं कर सकती थी जिस कारण उसे पैसे के संबंध में स्वतंत्रता हासिल नहीं थी। आर्थिक तौर पर वह पिता, पति तथा बेटों पर निर्भर थी।

प्रश्न 31.
स्त्रियों की स्थिति में आ रहे परिवर्तनों की व्याख्या करें।
उत्तर:

  • पढ़ने-लिखने के कारण स्त्रियां पढ़-लिख रही हैं।
  • औद्योगिकीकरण के कारण स्त्रियां अब उद्योगों तथा दफ्तरों में कार्य कर रही हैं।
  • पश्चिमी संस्कृति के विकास के कारण उनकी मानसिकता बदल रही है तथा उन्हें अपने अधिकारों का पता चल रहा है।
  • भारत सरकार ने उन्हें ऊपर उठाने के लिए कई प्रकार के कानूनों का निर्माण किया है जिस कारण उनकी स्थिति ऊंची हो रही है।
  • संयुक्त परिवारों के टूटने से वह घर की चारदीवारी से बाहर निकल रही है।

निबंधात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
अनुसूचित जाति क्या होती है? इनकी सामाजिक तथा आर्थिक समस्याओं का वर्णन करो।
अथवा
अनुसूचित जाति क्या है?
अथवा
अनुसूचित जातियों की प्रमुख समस्याएँ क्या हैं?
अथवा
अनुसूचित जाति में पाये जाने वाले भेदभाव बताइए।
उत्तर:
वैदिक काल से 20वीं शताब्दी तक भारतीय समाज में हजारों वर्ग थे। सैंकड़ों वर्षों के बाद भी भारत में सभी वर्ग समान रूप से प्रगति नहीं कर पाए। बहुत-सी निर्योग्यताओं के कारण सैंकड़ों जातियां व अन्य वर्ग विकास यात्रा में काफ़ी पिछड़े रहे। अनुसूचित जाति वर्ग भारतीय समाज का प्रमुख उपेक्षित वर्ग रहा है। यह कई निम्न जातियों का समूह है।

सबसे पहले अनुसूचित जाति शब्द का प्रयोग साइमन कमीशन ने अप्रैल, 1935 में किया। कुछ विशेष सुविधाएं देने के लिए 429 अछूत जातियों की सूची तैयार की गई। जिन जातियों के नाम इस सूची में शामिल थे उन्हें अनुसूचित जातियां कहा जाने लगा। आज़ादी के बाद संविधान में भी निम्न जातियों की सूची अनुसूची में दी गई जिसकी संख्या में राष्ट्रपति द्वारा मंत्रिमंडल की सलाह पर परिवर्तन किया जा सकता है। संविधान में इनकी संख्या 212 बताई गई है।

अनुसूचित जाति का अर्थ (Meaning of Scheduled Castes)-अनुसूचित जातियों को भिन्न-भिन्न नामों से पुकारा जाता रहा है। जाति के आधार पर हुई अंतिम जनगणना 1931 में इन्हें अस्पृश्य जातियों को बाहरी जातियां के रूप में कहा गया। महात्मा गांधी ने इन्हें हरिजन कहा था। डॉ० बी० आर० अंबेदकर का कहना था कि प्राचीन काल में इन्हें बाहरी जातियां तथा भग्न पुरुष कहा जाता था। वास्तव में निम्न जातियों का यह समूह वैदिक काल के चौथे वर्ण का परिवर्तित रूप है। अलग-अलग विद्वानों ने इस शब्द की अपने-अपने तरीके से व्याख्या की है जिनका वर्णन निम्नलिखित है –
(i) डी० एन० मजूमदार (D.N. Majumdar) के अनुसार, “अस्पृश्य जातियाँ वे हैं जो अनेक सामाजिक तथा राजनीतिक निर्योग्तयाओं का शिकार हैं इनमें से अनेक निर्योग्यताएं उच्च जातियों द्वारा परंपरागत तौर पर लागू की गई हैं।”

(ii) जी० एस० घुरिये (G.S. Ghuriye) के अनुसार, “मैं अनुसूचित जातियों की परिभाषा उन समूहों के रूप में करता हूँ, जिनका उल्लेख अनुसूचित जातियों में आदेश में किया गया हो।’ . भारत के संविधान में अनुसूचित जातियों की सूची डाली गई है लेकिन उनकी परिभाषा नहीं दी गई है। संविधान के अनुसार, “संविधान के अनुच्छेद 341 में राष्ट्रपति को यह अधिकार दिया गया कि अमूक जातियां, जनजातियां या जातियों, प्रजातियों या जनजातियों के भाग या उनके अंतर्गत समूह संविधान के अभिप्रायों के लिए उस राज्य के संबंध में अनुसूचित मानी जाएंगी।”

उपरोक्त विवरणों से स्पष्ट है कि अनुसूचित जाति उन निम्न वर्गों का समूह है जिनको विशेष सुविधाएं प्रदान करने के लिए उनके नाम संविधान की सूची में अंकित हैं। यह निम्न जातियों का समूह है। देश के प्रत्येक जिले व प्रदेश में ये पाए जाते हैं। इनकी संस्कृति, भाषा, देवी, देवता, व्यवसाय भी उनके निवास के क्षेत्र के अनुसार भिन्न भिन्न हैं। उनकी अनेक सामाजिक एवं धार्मिक निर्योग्यताएं भी हैं। 1991 की जनगणना के अनुसार इनकी जनसंख्या 13.80 करोड़ थी जो कि देश की जनसंख्या का 16.7% था। उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जातियों की जनसंख्या सबसे ज्यादा है।

अनुसूचित जातियों की सामाजिक एवं आर्थिक समस्याएं – (Social and Economic Problems of Scheduled Castes):
इनकी अनेक सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक तथा राजनीतिक निर्योग्यताएं थीं जिनके कारण इन निम्न वर्गों को कई प्रकार की सामाजिक तथा आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता थी जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
(i) निम्न सामाजिक स्थिति (Low Social Status)-इन अनुसूचित जातियों की सामाजिक संस्तरण में निम्न स्थिति थी। इसके अलावा इनमें अनेक सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक तथा धार्मिक निर्योग्यताएं थीं जिनकी वजह से इनमें हीनता की भावना घर कर गई थी। इनकी स्थिति सुधारने के रास्ते में भी अनेक प्रतिबंध थे।

(ii) सार्वजनिक स्थलों में उपयोग पर रोक (Restriction on use of Public Places)-समाज के इस वर्ग में सदस्यों को सार्वजनिक स्थलों पर जाने से रोक थी। वे सार्वजनिक कुओं से पानी नहीं भर सकते, सार्वजनिक पार्को तथा अन्य स्थलों पर भी नहीं जा सकते थे। अगर वे ऐसा करते थे या सामाजिक परंपराओं को तोड़ते थे तो उनको दंड दिया जाता थे।

(iii) सामाजिक संपर्क पर प्रतिबंध (Restriction on Social Contact)- इन जातियों को समाज के अन्य वर्गों के साथ अंतक्रिया करने पर भी प्रतिबंध थे। उन्हें उच्च जातियों से सामाजिक दूरी बनाए रखना ज़रूरी होता था। उन्हें जन्मदिन, होली, दीवाली या किसी और त्योहार के मौकों पर बुलाया नहीं जाता था तथा न ही उच्च जाति के लोग अनुसूचित जातियों के उत्सवों में भाग लेते थे। इस तरह इन से सामाजिक दूरी बना कर रखी जाती थी।

(iv) अस्पृश्यता (Untouchability) अनुसूचित जातियों को आमतौर पर अस्पृश्य जातियाँ कहा जाता था जिसका मतलब था कि निम्न जातियों के सदस्य उच्च जातियों के सदस्यों को छू भी नहीं सकते थे। ऐसा कहा जाता
था कि उनके स्पर्श से उच्च जाति के लोग अपवित्र हो जाएंगे।

(v) आवासीय निर्योग्यताएं (Habitational Disabilities) अनुसूचित जातियों के लोग और जातियों के लोगों के साथ गांव में नहीं रह सकते थे। वे तो पक्के घर भी नहीं बना सकते। आमतौर पर वे गांव से बाहर घर बना कर रहते थे ताकि और जातियों से शारीरिक दूरी बना कर रखी जा सके।

(vi) विवाह संबंधी प्रतिबंध (Marriage Related Restrictions)-अनुसूचित जाति के सदस्य अपने से उच्च जाति के सदस्यों के साथ वैवाहिक संबंध स्थापित नहीं कर सकते क्योंकि जातीय नियमों के अनुसार जाति अंतर्विवाही होती थी। इस तरह इनके साथ विवाह करने पर भी प्रतिबंध थे।

(vii) धार्मिक निर्योग्यताएं (Religious Disabilities)-अनुसूचित जातियों के सदस्यों को धार्मिक स्थलों पर जाने से प्रतिबंध रहा था। वह किसी भी मंदिर में पूजा तो दूर प्रवेश भी नहीं कर सकते थे। उन्हें अपने घरों में भी धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन तथा पूजा पाठ व धार्मिक कर्मकांडों की भी मनाही थी।

(viii) शैक्षणिक निर्योग्यताएं (Educational Disabilities)-अनुसूचित जातियों को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार नहीं था। वैदिक काल से ही इन्हें को शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार नहीं था, यदि कोई किसी शिक्षण संस्थान में प्रवेश पा भी जाता था तो उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता था। इसी वजह से इन लोगों में साक्षरता दर काफ़ी निम्न थी।

(ix) भूमिहीन कृषक (Landless Farmers)-इन जातियों की काफ़ी संख्या कृषि संबंधी कार्य भी करती रही थी लेकिन वे बड़े किसानों के पास श्रमिकों के रूप में कार्य किया करते थे। अधिकांश मामलों में इन जातियों के लोग भूमिहीन कृषि मज़दूर होते थे। कई बार तो ये बंधुआ मजदूर के रूप में भी कार्य करते थे।

(x) पेशों के चुनाव का अभाव (Lack of Choice of Occupations)-इन जातियों को अपनी पसंद का व्यवसाय करने की मनाही थी। उन्हें चमड़े, सफाई तथा इस प्रकार के अन्य निम्न स्तर के व्यवसाय करने की आज्ञा होती थी। इस प्रकार के कामों की वजह से इनकी आय भी काफ़ी कम होती थी।

(xi) आर्थिक शोषण (Economic Exploitation)–आर्थिक रूप से समाज का यह सबसे शोषित वर्ग रहा था। अधिक काम के उपरांत भी उन्हें नाममात्र पैसे या बहुत कम वेतन दिया जाता था। उनकी अथक सेवाओं के बदले उन्हें दो वक्त का भरपेट भोजन प्राप्त नहीं होता था तथा जिनके यहां वे काम करते थे उनके जूठे तथा बासी भोजन पर उन्हें अपना पेट भरना पड़ता था।

प्रश्न 2.
अनुसूचित जातियों की समस्याओं के समाधान के लिए किस तरह के प्रयास किए गए हैं?
अथवा
अनुसूचित जातियों के कल्याण के लिए उठाये गए कदमों का वर्णन कीजिए।
अथवा
अनुसूचित जनजातियों की समस्याओं में समाधान के लिए सरकारी एवं गैर-सरकारी प्रयासों की विवेचना कीजिए।
अथवा
समाज का जनजातियों के प्रति क्या रवैया है?
अथवा
तियों का हित करने के लिए किन-किन आरक्षणों को शामिल किया गया?
उत्तर:
अनुसूचित जातियों की समस्याओं के समाधान के लिए बहुत से सरकारी तथा गैर-सरकारी प्रयास हुए हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
(i) निम्न जातियों द्वारा प्रयास (Efforts by Low Castes) स्वतंत्रता से पहले तथा बाद में अनुसूचित जातियों की समस्याओं के समाधान के लिए कई संगठित प्रयास हुए हैं। डॉ० बी० आर० अंबेदकर के नेतृत्व में 1920 में अखिल भारतीय दलित वर्ग संघ तथा अखिल भारतीय दलित वर्ग फैडरेशन की स्थापना की गई। निम्न जातियों के महान् नेता ज्योतिबा फूले ने पूना में सत्य शोधक समाज की स्थापना की जिसके माध्यम से निम्न जातियों को समाज में उचित स्थान दिलवाने तथा उनकी निर्योग्यताओं को समाप्त करने के विशेष प्रयत्न किए गए।

(ii) उच्च जातियों के प्रयास (Efforts by High Castes)-उच्च जाति से संबंधित समाज सुधारकों ने भी निम्न जातियों को ऊपर उठाने में काफ़ी प्रयास किए जिससे निम्न जातियों में अपने अधिकारों के प्रति जागृति आयी। राजा राममोहन राय का ब्रह्म समाज, दयानंद सरस्वती का आर्य समाज तथा विवेकानंद के रामकृष्ण मिशन नामक संगठनों ने निम्न जातियों की समस्याओं तथा अधिकारों के प्रति जागरूकता का विकास किया तथा शिक्षा के प्रचार द्वारा अस्पृश्य जातियों में नई चेतना जगाई। महात्मा गांधी ने इन्हें हरिजन कहा तथा 1932 में हरिजन सेवक संघ की स्थापना की ताकि हरिजनों को ऊपर उठाया जा सके।

(iii) अन्य संगठनों के प्रयास (Efforts by Other Organizations)-आज़ादी के बाद निम्न जातियों के कर्मचारियों, व्यापारियों तथा अन्य व्यवसायों से संबंधित व्यक्तियों ने कई संगठनों का निर्माण किया। उनके ये संगठन अपनी समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा सरकार पर दबाव बनाए रखते हैं।

(iv) संवैधानिक प्रावधान (Constitutional Provisions)-संविधान में बिना किसी जाति का भेद किए हर किसी को मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं। अनुच्छेद 15 के अंतर्गत जाति धर्म के आधार पर भेदभाव की मनाही है। अनुच्छेद 16 के अंतर्गत सरकारी नौकरियों में किसी भी आधार पर भेदभाव नहीं होगा। अनुच्छेद 17 द्वारा अस्पृश्यता दंडनीय अपराध घोषित किया गया है। अनुच्छेद 2 5 के द्वारा सभी धार्मिक स्थल सभी जातियों के लिए खोल दिए गए हैं। अनुच्छेद 29 के अनुसार सरकारी सहायता प्राप्त संस्थाओं में किसी को जाति धर्म के आधार पर शिक्षा प्राप्ति से वंचित नहीं किया जाएगा। अनुच्छेद 330, 332, 334, द्वारा संसद् तथा राज्य विधानसभाओं में इन के लिए विशेष आरक्षण का प्रावधान है। इस के अलावा कई और प्रावधान किए गए हैं ताकि अनुसूचित जातियों को ऊपर उठाया जा सके।

(v) स्थानीय सरकारों में प्रतिनिधित्व (Representation in Local Self Governments)-देश के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में अलग-अलग स्तर पर स्थानीय सरकारों का गठन किया जाता है। 73वें संवैधानिक संशोधन तथा 74वें संशोधन के द्वारा देश के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज्य संस्थाओं के गठन का प्रावधान है। इन सभी संस्थाओं में अनुसूचित जातियों की संख्या के अनुपात में स्थान आरक्षित किए गए हैं। इसी तरह नगर पालिकाओं, परिषदों में भी उनके लिए स्थान आरक्षित हैं।

(vi) कल्याण एवं सलाहकार संगठन (Welfare and Advisory Boards)- कल्याण मंत्रालय केंद्र व राज्यों द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों में समन्वय करता है। सरकार संसदीय समितियां बना कर अनुसूचित जातियों हे कार्यक्रमों की जांच करती है। राज्य सरकारों ने भी अलग-अलग कल्याण विभागों का गठन किया हुआ है। देश में स्वयं सेवी संगठन इनकी समस्याओं के समाधान के कार्य कर रहे हैं। सरकार इन संगठनों को सरकारी सहायता देकर उनकी मदद कर रही है ताकि ये संस्थाएं ज्यादा-से-ज्यादा काम कर सकें।

(vii) सरकारी नौकरियों में आरक्षण (Reservation in Govt. Services) अनुसूचित जातियों के ज्यादा से ज्यादा लोग सरकारी नौकरियां प्राप्त कर सकें इसलिए उन्हें आरक्षण प्रदान किया गया है। भारतीय स्तर पर होने वाली नियुक्तियों में 15% पद उनके लिए आरक्षित हैं। ऐसे प्रावधान राज्यों में भी किए गए हैं। इसके अतिरिक्त आयु सीमा में भी विशेष छूट दी जाती है।

(viii) शैक्षणिक सविधाएं (Educational Facilities)-अनसचित जातियों में साक्षरता दर काफी निम्न रही है। 1991 में भारत की साक्षरता दर 52.19% पी पर अनुसूचित जातियों में यह 37.41% थी। इससे यह स्पष्ट है कि 1991 में अनुसूचित जातियों के लगभग दो तिहाई लोग निरक्षर थे। इनकी साक्षरता दर बढ़ाने तथा शैक्षणिक स्तर ऊँचा उठाने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं।
निःशुल्क शिक्षा, छात्रवृत्तियां, मुफ्त पुस्तकें तथा जगह जगह पर स्कूल खोलकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए इन्हें प्रेरित किया जा रहा है।

(ix) कल्याणकारी कार्यक्रम (Welfare Programmes)-इनके कल्याण के लिए केंद्र तथा राज्य सरकारों द्वारा कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। भूमिहीनों को मुफ्त भूमि आबंटन, उन्हें ऋण उपलब्ध करवाना, काम आर्थिक अनदान देना इत्यादि ऐसे कार्य हैं जो इनके लिए किए जा रहे हैं। इसके अलावा विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं में पर्याप्त धन राशि समाज के इस वर्ग के उत्थान के लिए रखी जाती है।

प्रश्न 3.
अनुसूचित जनजाति क्या होती है? उनकी समस्याओं का वर्णन करो।
अथवा
भारतीय जनजातियों की प्रमुख समस्याओं का वर्णन कीजिए।
अथवा
अनुसूचित जनजातियों की प्रमुख समस्याएँ क्या हैं?
अथवा
अनुसूचित जनजाति क्या है?
उत्तर:
वर्तमान समय में भारत के प्रमुख चार वर्गों-सामान्य वर्ग, अनुसूचित जातियां, अनुसूचित जनजातियां तथा अन्य पिछड़े वर्गों में से प्रथम वर्ग को छोड़ कर अन्य तीनों वर्ग उपेक्षित रह गए। अनुसूचित जातियां तो कई प्रकार की निर्योग्यताओं की वजह से कमजोर रह गईं जबकि अनुसूचित जनजातियों में इस प्रकार की निर्योग्यताएं नहीं थीं। यह लोग पहाड़ों, जंगलों, घाटियों तथा दुर्गम क्षेत्रों में रहने के कारण उपेक्षित रह गए।

अनुसूचित जनजाति का अर्थ (Meaning of Scheduled Tribe) आजकल इन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है। रिजले ने इन्हें आदिवासी कहा है। हट्टन ने इन्हें आदिम जातियां कहा है। सर वेन्स ने इन्हें पर्वतीय जनजातियां कहा है क्योंकि यह पहाड़ों, दुर्गम क्षेत्रों में रहते थे। गिसवर्ट ने इन्हें ‘प्री लिटरेट’ (Pre-literate) कहा है। इनको वनवासी तथा वन्यजाती भी कहा जाता है।

वास्तव में अनुसूचित जनजातियां ऐसी जनजातियों का समूह है। संविधान के अनुच्छेद 342 (1) के अनुसार, “राष्ट्रपति सार्वजनिक सूचना द्वारा जनजातियों, जनजाति समुदायों या जनजाति के भीतर समूहों की घोषणा करेंगे। इस अधिसूचना में जो जनजातियां, जनजाति समुदाय या जनजातियों के भीतर समूह परिगठित किए जाएंगे, वे सब अनुसूचित जनजातियां कहलाएंगे।

इंपीरियल गजेटियर ऑफ इंडिया (Imperial Gazetteer of India) के अनुसार, “एक जनजाति परिवारों का एक ऐसा संकलन है जिसका एक नाम होता है, जो एक बोली बोलती है, एक सामान्य भू-भाग पर अधिकार रखती है या अधिकार जताती है और प्रायः अंतर्विवाह नहीं करती रही है।”

चार्ल्स विनिक (Charles Winick) के अनुसार, “एक जनजाति में क्षेत्र, भाषा, सांस्कृतिक समरूपता तथा एक सूत्र में बंधने वाला सामाजिक संगठन आता है तथा यह सामाजिक संगठन उपसमूहों जैसे गोत्रों या गांवों को सम्मिलित कर सकता है।

इस तरह हम कह सकते हैं कि जनजाति परिवारों का एक ऐसा समूह है जो सामान्यतः एक निश्चित क्षेत्र में निवास करता है, जिसकी सामान्य भाषा, धर्म, संस्कृति होती है और साधारणतया अंतर्विवाही होता है।

जनजातीय समस्याएं – (Tribal Problems):
भारतीय जनजातियों की बहुत सी समस्याएं हैं। ये समस्याएं अंतः संबंधित तथा अंतः निर्भर हैं जिन्हें अलग-अलग करके समझा नहीं जा सकता। जनजातियों की विभिन्न समस्याओं का वर्णन निम्नलिखित है-
1. दुर्गम निवास स्थान (Unapproachable Habitation)-भारत की ज्यादातर जनजातियां दुर्गम क्षेत्रों, जंगलों, पहाड़ों, घाटियों इत्यादि में निवास करती हैं। ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में यातायात तथा संचार के साधनों का विशेष विकास नहीं हो पाया है जिससे जनजातीय क्षेत्रों का नगरों के साथ ज्यादा संपर्क नहीं हो पाया है। यातायात के साधनों के अभाव के कारण जनजातीय लोगों में गतिशीलता नहीं हो पाती है। ऐसे स्थानों पर सुविधाओं का पहुँचना बहुत मुश्किल है जिस वजह से शिक्षा, यातायात, संचार, विज्ञान की सुख सुविधाओं से यह लोग वंचित रह जाते हैं।

2. प्रतिकूल जलवायु (Inhospitable Climatic Conditions)-पहाड़ों में रहने के कारण जनजातीय क्षेत्रों की आमतौर पर प्रतिकूल जलवायु होती है जिससे उनका जीवन काफ़ी मुश्किल होता है। विपरीत मौसम के कारण अनेक जनजातियां घुमंतु जीवन व्यतीत करती हैं तथा प्रतिकूल जलवायु की वजह से यह लोग रहने की जगह बदल लेते हैं।

3. कृषि भूमि का अभाव (Lack of Agricultural Land)-इन क्षेत्रों में कृषि भूमि काफ़ी कम होती है। कठिन क्षेत्रों में कृषि योग्य भूमि के विकास करने में आदिवासियों को कड़ा परिश्रम करना पड़ता है तब कहीं छोटे-छोटे खेत बनते हैं। सिंचाई व्यवस्था के अभाव में पानी के लिए वर्षा पर निर्भर रहना पड़ता है। अनियमित वर्षा, वैज्ञानिक उपकरणों के अभाव की वजह से लोगों की समस्या और बढ़ गई है।

4. ऋणों में दबे होना-जनजातियों के अधिकांश सदस्य पूरी उम्र ऋणों से मुक्त नहीं हो पाते हैं। जब वह पैदा होते हैं उन पर ऋण होता है, सारी उम्र वे ऋण चुकाते रह जाते हैं तथा अपनी संतान के लिए भी वे ऋण छोड़कर मर जाते हैं। विवाह, जन्म, मृत्यु के समय वह साहूकारों से ब्याज पर ऋण लेते हैं। साहूकार ऊँची दर का ब्याज लेते हैं। कर्ज चुकाने के लिए साहूकार इन लोगों को बंधुआ मज़दूर रख लेते हैं। पैसे कमाने के अच्छे साधन न होने की वजह से ये ऋण चक्र से मुक्त नहीं हो पाते हैं।

5. ग़रीबी (Poverty)-आमतौर पर भारतीय जनजातियों की आर्थिक स्थिति काफ़ी निम्न होती है। कृषि के लिए भूमि की कमी, वर्षा पर निर्भरता, उद्योगों का न होना, कम आय, आय के सीमित स्रोत, सुविधाओं के अभाव की वजह से इन लोगों की आर्थिक स्थिति काफ़ी कमज़ोर रहती है। गरीबी के कारण गिरता स्वास्थ्य स्तर, नशाखोरी इत्यादि ने उनके जीवन को नर्क बना दिया है। गरीबी की वजह से लोग उनका शोषण करते हैं।

6. नशाखोरी की आदत (Habit of Drug-Addiction)-जनजातीय समूहों के ज्यादातर सदस्यों को मादक द्रव्यों की आदत लग जाती है। वे जो चावल, गुड़ इत्यादि से बनी शराब का प्रयोग करते हैं। कई बार ज़हरीली शराब पीने से कई लोग मर जाते हैं। इनके अलावा चरस, अफीम, गांजा, तंबाकू इत्यादि पदार्थों का भी सेवन करते हैं। उत्सवों, त्योहारों, मेलों पर यह कई-कई दिनों तक मादक पदार्थों का सेवन करते हैं जिसकी वजह से उनका स्वास्थ्य काफ़ी गिर जाता है।

7. वेश्यावृति (Prostitution) वेश्यावृति भी जनजातीय लोगों की एक मुख्य समस्या है। गैर-जनजातीय लोग जनजातीय लोगों के सादेपन या भोलेपन का फायदा उठाते हैं। उनकी गरीबी, अनपढ़ता, ऋणग्रस्तता, जीवन की तड़क भड़क के प्रति आकर्षण का और लोगों ने फायदा उठाना शुरू कर दिया। जनजातीय स्त्रियों से यौन संबंध स्थापित किए जाने लगे। इनको धन का लालच देकर इनकी औरतों को वेश्यावृति के लिए प्रोत्साहित किया गया।

8. अनपढ़ता (Illiteracy) विभिन्न जनजातीय समूहों में साक्षरता दर काफ़ी कम है क्योंकि इनके क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार काफ़ी कम हुआ है। जो शिक्षण संस्थाएं खोली गईं वे उनके क्षेत्रों से दूर थीं इस वजह से इन लोगों ने अपने बच्चों को पढ़ने नहीं भेजा। भाषा की वजह से भी शिक्षा लेने में मुश्किल आयी। शिक्षा प्राप्त करके भी इन लोगों को दिक्कतें आयीं। इन सब की वजह से इनमें साक्षरता दर काफ़ी कम है। शिक्षा के न होने की वजह से यह लोग आधुनिकता का फायदा नहीं उठा पाते हैं।

9. भाषा की समस्या (Problem of Language)-बाहरी संस्कृतियों के साथ संपर्क में आने के कारण ये लोग और लोगों की भाषा सीखने लगे, जिस की वजह से ये औरों की बोली तो सीख गए पर धीरे-धीरे अपनी भाषा भूलने लगे। इससे वे अपने समुदाय से कटने शुरू हो जए तथा उनमें समुदाय भावना कम होने लग गई। एकता कम होनी शुरू हो गई तथा उनके अपने अस्तित्व को खतरा पड़ना शुरू हो गया।

10. धर्म व जादू (Religion and Magic)-हिंदू तथा ईसाई मिशनरियों ने योजना बना कर जनजातियों में धर्म प्रचार का कार्य किया। इस प्रक्रिया में जनजातीय विश्वासों, कर्मकांडों तथा मान्यताओं का भी विश्वास उड़ाया जाता था। जनजातीय समूहों को अपने धर्म में अविश्वास होने लगा। भूत-प्रेत, आत्माओं में विश्वास के कारण इन में जादू टोना भी प्रचलित था। इसका प्रयोग वे बिमारियों से मुक्ति पाने के लिए करते थे। इस तरह की रूढ़िवादिता तथा धर्म प्रचारकों द्वारा जनजातीय लोगों का धर्म परिवर्तन आदिवासियों की मुख्य समस्या है।

प्रश्न 4.
जनजातीय समस्याओं को दूर करने के लिए क्या-क्या प्रयास किए गए हैं?
अथवा
अनुसूचित जनजातियों की समस्याओं को दूर करने के लिए क्या उपाय किए गए?
अथवा
जनजातियों के प्रति भेदभाव मिटाने के लिए राज्यों व अन्य संगठनों द्वारा उठाए गए कदमों को बताइए।
अथवा
अनुसूचित जनजातियों का हित करने के लिए किन-किन आरक्षणों को शामिल किया गया?
उत्तर:
भारतीय समाज में संगठन व संतुलन बनाए रखने के लिए यह ज़रूरी है कि जनजातीय समस्याओं का समाधान किया जाए। इसके लिए आज़ादी के बाद कई प्रकार के सरकारी तथा गैर-सरकारी प्रयास किए गए हैं, जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
(i) संवैधानिक प्रावधान (Constitutional Provisions)-आज़ादी के बाद निम्न वर्गों को ऊपर उठाने के लिए संविधान में प्रावधान रखे गए हैं। जनजातियों को मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं। उनके लिए संविधान में विभिन्न प्रावधान रखे गए हैं जो कि निम्नलिखित हैं –

  • अनुच्छेद 244 तथा 324 में राज्यपालों को जनजातियों से संबंधित विशेषाधिकार दिए गए हैं।
  • अनुच्छेद 275 के अनुसार जनजातीय कल्याण के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकारों को पैसा देगी।
  • अनुच्छेद 325 के अनुसार किसी को भी किसी भी आधार पर मत देने से वंचित नहीं किया जाएगा।
  • अनुच्छेद 330 तथा 332 के अनुसार अनुसूचित जातियों तथा जनजातियों के लिए लोकसभा तथा राज्य विधान सभाओं में स्थान आरक्षित हैं।
  • अनुच्छेद 335 में सरकारी नौकरियों में इनके लिए आरक्षण का प्रावधान है।

(ii) वैधानिक संस्थाओं में प्रतिनिधित्व (Representation in Legislative Bodies) कानून निर्माण में भागीदारी देने के लिए इनके लिए लोकसभा तथा विधानसभाओं में स्थान आरक्षित रखे गए हैं। लोकसभा की 545 में से 41 स्थान तथा विधान सभाओं की 4047 स्थानों में से 527 स्थान इनके लिए सुरक्षित हैं। यह आरक्षण हर 10 वर्ष के बाद बढ़ाया जाता रहा है। अब यह 2010 तक है।

(iii) सरकारी नौकरियों में प्रतिनिधित्व (Respresentation in Govt. Services)-आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए जनजातियों को सरकारी सेवाओं में आरक्षण दिया गया है। सभी सेवाओं में उनके लिए 7.5% पद आरक्षित हैं जबकि राज्यों में यह उनकी जनसंख्या के अनुपात से आरक्षित होते हैं।

(iv) शैक्षणिक सुविधाएं (Educational Facilities) विभिन्न जनजातियों में निरक्षरता को दूर करने के लिए जनजातीय क्षेत्रों में जगह-जगह स्कूल तथा प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं। उन्हें निःशुल्क शिक्षा दी जाती है उन्हें मुफ्त पुस्तकें दी जाती हैं, उन्हें छात्रवृत्तियां दी जाती हैं। इनके लिए शिक्षण संस्थानों में स्थान आरक्षित किए गए हैं। उनमें शिक्षा योजनाएं चलाकर उनमें साक्षरता दर बढ़ाने के प्रयास जारी हैं।

(v) कल्याणकारी कार्यक्रम (Welfare Programmes)-जनजातियों को ऊपर उठाने के लिए बहुत से कल्याणकारी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं तथा इन कार्यक्रमों के लिए पंचवर्षीय योजनाओं में धन रखा जाता है। पहली, दूसरी, तीसरी तथा चौथी पंचवर्षीय योजनाओं में लगभग 20 करोड़, 43 करोड़, 51 करोड़ तथा 75 करोड़ जनजातियों के कल्याण पर खर्च किए गए। पांचवीं, छठी तथा सातवीं पंचवर्षीय योजनाओं में 1102 करोड़, 55 3 5 करोड़ तथा ₹ 7073 करोड़ खर्च किए गए। नौवीं योजना में ₹ 15,965 करोड़ खर्च करने का प्रावधान था।

शिक्षा प्राप्त करने के लिए जनजातियों के छात्रों के लिए छात्रवृत्तियां दी जाती हैं। जनजातीय छात्रवास खोले गए हैं। उनके लिए सहकारी समितियां, अनुसंधान संस्थाएं तथा आश्रम खोले गए हैं। इन सबसे पता चलता है कि सरकार इनके उत्थान के लिए कितनी चिंतित है।

(vi) कल्याण तथा सलाहकार संगठन (Welfare and Advisory Organizations)-इनकी समस्याओं के समाधान के लिए समय-समय पर समितियां गठित की जाती हैं। विभिन्न राज्यों में इनके कल्याण के कार्यक्रम चलाने के लिए स्वतंत्र विभाग खोले गए हैं। भारत सरकार ने 1968 तथा 1971 में संसदीय समितियों का गठन किया ताकि जनजातियों के लिए चल रहे कार्यक्रमों का मूल्यांकन किया जा सके। आजकल 30 सदस्यों की स्थायी संसदीय समिति इन कल्याण के कार्यक्रमों की जांच करती है।

इसके अलावा जनजातीय तथा गैर-जनजातीय लोगों द्वारा भी जनजातीय लोगों के उत्थान के प्रयास किए जाते रहे हैं ताकि ये लोग भी और सामान्य वर्गों की तरह आज के समय के साथ कदम से कदम मिला कर चल सकें तथा समाज में ऊपर उठ सकें। इन सभी के प्रयासों के फलस्वरूप अब ये लोग धीरे-धीरे ऊपर उठ रहे हैं।

प्रश्न 5.
जनजातीय समस्याओं के समाधान के लिए अपने सुझाव दें।
उत्तर:
भारतीय संविधान में अनुसूचित जनजातियों के उत्थान के लिए खास प्रावधान किए गए हैं। केंद्र तथा राज्य सरकारों ने इनको ऊपर उठाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम बनाए तथा उनको कार्यान्वित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च भी किए, पर फिर भी आज़ादी के 63 सालों के बाद भी ये समूह पूरी तरह आगे नहीं आ पाए हैं तथा बहुत सारे जनजातीय समूह आज भी पिछड़े हुए हैं।

न तो ये राष्ट्रीय मुख्यधारा में मिल पाए हैं तथा न ही ये अपने आपको भारतीय समाज का अंग समझते हैं। इनको ऊपर उठाने के लिए निम्नलिखित प्रयोग करने चाहिए ताकि ये भी और जातियों की तरह ऊपर उठ सकें।

(i) इन लोगों की कृषि संबंधी समस्या हल की जानी चाहिए। इसको भूमि आबंटित करनी चाहिए तथा इनको स्थानांतरित खेती की जगह स्थायी खेती करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

(ii) इनके इलाकों में यातायात की समस्या हल की जानी चाहिए। इनके इलाकों तक सड़कों तथा रेल की पटरियों का निर्माण होना चाहिए ताकि यह और इलाकों में आराम से आ जा सकें तथा अपने
आपको मुख्यधारा से जोड़ सकें।

(iii) इन लोगों को दोबारा वन या पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए तथा खाना बनाने के लिए गैस इत्यादि मुहईया करवानी चाहिए।

(iv) इन लोगों की नशे की समस्या को हल के लिए इन को शराब के सेवन की जगह और किसी पेय के सेवन के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इनमें नशे की लत हटाने के लिए यहां नशा निरोधक केंद्र खोले जाने चाहिएं ताकि यह नशे की आदत छोड़ सकें।

(v) वेश्यावृत्ति की समस्या खत्म करने के लिए उनमें साक्षरता दर बढ़ानी चाहिए ताकि यह लोग पढ़-लिखकर किसी स्वरोजगार के तरीके ढूंढ़ सकें तथा वेश्यावृत्ति की तरफ न मुड़ सकें। ग़रीबी दूर करने के लिए उन्हें ऋण उपलब्ध करवाने चाहिए ताकि वह कोई काम-धंधा कर सकें।

(vi) इनकी सारी समस्याओं की जड़ अनपढ़ता है। अनपढ़ता दूर करने के लिए उनमें शिक्षा का ज्यादा प्रसार करना चाहिए तथा किसी व्यवसाय से संबंधित प्रशिक्षण केंद्र खोलने चाहिएं। छात्रों को निःशुल्क शिक्षा तथा मुफ्त किताबें उपलब्ध करवाई जानी चाहिएं।

(vii) स्वास्थ्य संबंधी समस्या को हल करने के लिए इनके क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा अस्पताल तथा डिस्पैंसरियां खोली जानी चाहिएं तथा इन लोगों को चिकित्सा तथा दवाइयां मुफ्त उपलब्ध करवानी चाहिएं। इन लोगों को भी प्राथमिक चिकित्सा संबंधी प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि ज़रूरत पड़ने पर वह इसका प्रयोग कर सकें।

(viii) भाषा की समस्या हल करने के लिए इनको प्राथमिक या माध्यमिक स्तर तक स्थानीय भाषा में शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए।

(ix) धार्मिक समस्याओं को हल करने के लिए इनमें धर्म परिवर्तन रोका जाना चाहिए। इनको धीरे-धीरे हिंदुओं में मिला देना चाहिए क्योंकि ये लोग पिछड़े हुए हिंदू हैं। जादू टोने को कम करने के लिए विज्ञान का प्रचार करना चाहिए।

(x) राजनीतिक समस्याओं को हल करने के लिए इनकी उचित मांगों को स्वीकार करना चाहिए तथा इनके पिछड़ेपन को दूर करने के लिए इनमें मानवाधिकारों का उल्लंघन रोकना चाहिए।

(xi) इन्हें उच्च वर्गों की तरह सम्मान देना चाहिए। इनके साथ ऐसा व्यवहार करना चाहिए ताकि उनमें देश प्रेम व राष्ट्रभक्ति की भावना पैदा हो जाए। उनकी मान्यताओं विश्वासों से भी छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए ताकि वे चैन से जी सकें।

प्रश्न 6.
अन्य पिछड़े वर्ग का क्या अर्थ है? इनकी समस्याओं का वर्णन करो।
अथवा
अन्य पिछड़े वर्ग से आपका क्या तात्पर्य है?
अथवा
अन्य पिछड़े वर्ग किसे कहते हैं?
अथवा
अन्य पिछड़े वर्ग पर टिप्पणी कीजिए।
उत्तर:
अनुसूचित जातियों तथा जनजातियों के अलावा भी भारतीय समाज में एक ऐसा बड़ा वर्ग रहा है जो सैंकड़ों सालों से उपेक्षित रहा है। अगड़ी जातियों, समुदायों से नीचे तथा अनुसूचित जातियों से ऊपर समाज का बहुत बड़ा वर्ग है जो विभिन्न कारणों से उपेक्षित रहा है तथा भारतीय समाज की विकास यात्रा में निरंतर पिछड़ता गया। इसी वर्ग को अन्य पिछड़ा वर्ग कहते हैं।

अन्य पिछड़े वर्ग का अर्थ (Meaning of O.B.C.)-पिछड़ा वर्ग भारतीय समाज का बहुसंख्यक ऐसा वर्ग है जो सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक तथा भौगोलिक कारणों से कमज़ोर रह गया है। स्वतंत्रता के बाद इनके लिए अन्य पिछड़ा वर्ग शब्द का प्रयोग किया गया। ये हिंदुओं के द्रविड़ों हरिजनों के बीच की जातियों का समूह है। इसके अलावा इसमें गैर-हिंदुओं, अनुसूचित जातियों व जनजातियों को छोड़ कर अन्य निम्न वर्गों को शामिल किया जाता है। – इस शब्द का प्रयोग सबसे पहले 1917-18 में किया गया था। देश की आजादी के बाद इत्र कुत्र पिछड़े वर्ग अन्य पिछड़े वर्ग शब्दों का प्रयोग किया गया। संविधान में इस शब्द को परिभाषित नहीं किया गया है।

सुभाष तथा बी० पी० गुप्ता द्वारा तैयार किये गए राजनीति कोष में पिछड़े वर्ग की परिभाषा दी गई है। उनके अनुसार, “पिछड़े हुए वर्ग से मतलब समाज के उस वर्ग से है जो सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक निर्योग्यताओं के कारण समाज के अन्य वर्गों की तुलना में नीचे स्तर पर हों।”

विभिन्न राज्यों के पिछड़ेपन को आंकने के अलग-अलग पैमाने हैं। संविधान की धारा 340 में राष्ट्रपति तथा अनुच्छेद 15 व 16 के अनुसार राज्य सरकारें आयोगों का गठन कर पिछड़े वर्ग की आर्थिक, सामाजिक तथा शैक्षणिक स्थिति का पता लगा सकती हैं।

अन्य पिछड़े वर्गों की समस्याएं – (Problems of Other Backward Classes):
पिछड़े वर्गों की समस्याओं का वर्णन निम्नलिखित है –
1. भूमिहीन कृषकों की समस्या-भारत के ज्यादातर भागों में ऊँची जातियों का अधिकार माना गया है। गांव में ये लोग बिना भूमि के कृषक होते हैं तथा इन्हें और लोगों की भूमि पर काम करना पड़ता है। इस तरह उनके मालिक उनका शोषण करते हैं तथा ये लोग अपने मालिकों की दया पर निर्भर होते हैं।

2. व्यवसाय चुनने की समस्या-इस वर्ग के सदस्य आमतौर पर सामाजिक, शैक्षिक तथा आर्थिक तौर पर पिछड़े हुए होते हैं जिस वजह से उनके सामने व्यवसाय चुनने की समस्या पैदा हो जाती है। आर्थिक तथा शैक्षिक तौर पर भी ये लोग पिछड़े हुए होते हैं जिस वजह से भी ये अपनी मर्जी का व्यवसाय नहीं चुन सकते।

3. वेतन की समस्या-इन लोगों की एक और समस्या यह है कि इन लोगों को न तो पूरा वेतन मिलता है तथा न ही समय पर मिलता है। ये लोग ज्यादातर उच्च जाति के लोगों के खेतों में काम करते हैं तथा इन्हें नकद वेतन कम ही मिलता है। इन्हें इनके मालिक वेतन के बदले अनाज दे देते हैं जो इनके गुज़ारे के लिए पूरा नहीं पड़ता है। गांव में धोबी, लोहार, कुम्हार इत्यादि काम करते हैं तथा कम आमदनी की वजह से इनका गुजारा बड़ी मुश्किल से चलता है।

4. शिक्षा की समस्या-इन लोगों की एक और बड़ी समस्या यह है कि यह लोग अशिक्षित होते हैं। गरीबी की वजह से इनके बच्चे शिक्षा नहीं ले पाते हैं। उच्च शिक्षा आजकल काफी महंगी हो गई है जिस वजह से इनके बच्चे अशिक्षित रह जाते हैं तथा आर्थिक रूप से पिछड़ जाते हैं।

5. ऋणग्रस्तता की समस्या-इन लोगों की एक महत्त्वपूर्ण समस्या ऋणग्रस्तता की है। आम तौर पर ये गरीब होते हैं जिस वजह से जन्म, मौत, शादी, विवाह के समय पर इन्हें कर्ज लेना पड़ता है। साहूकार इनसे मनमर्जी का ब्याज वसूलते हैं। सारी उम्र यह कर्ज चुकाते रह जाते हैं। आदमी मर जाता है पर कर्ज खत्म नहीं होता। फिर यह कर्जा उसके बच्चों को उतारना पड़ता है। इस तरह यह हमेशा कर्ज में डूबे रहते हैं।

इस तरह इसके अलावा और बहुत सी समस्याएं हैं जिनकी वजह से पिछड़े वर्गों का जीवन नर्क बना हुआ है।

प्रश्न 7.
काका कालेलकर तथा मंडल आयोग की सिफारिशों के बारे में बताएं।
अथवा
मंडल आयोग का संबंध किस वर्ग से है? इस आयोग की प्रमुख सिफारिशें कौन-सी हैं?
उत्तर:
काका कालेलकर तथा मंडल आयोग दोनों ही केंद्र सरकार द्वारा गठित किए गए थे। इनका गठन विभिन्न आधारों पर पिछड़े वर्गों की पहचान करने तथा उनके कल्याण के लिए सुझाव देने के लिए किया गया था।
I. काका कालेलकर आयोग (Kaka Kalelkar Commission)-29 जनवरी, 1953 को काका कालेलकर की अध्यक्षता में केंद्र सरकार ने एक आयोग बनाया। अखिल भारतीय स्तर पर पिछड़े वर्गों की पहचान करने के लिए यह पहला वर्ग था। आयोग के अध्यक्ष काका कालेलकर थे इसलिए इसे काका कालेलकर आयोग भी कहते हैं।

आयोग के कार्य व उद्देश्य (Functions and Objectives of Commission)-इस आयोग का गठन निम्नलिखित पिछड़ी जातियों से संबंधित सूचना एकत्रित करने तथा अपने सुझाव देने के लिए किया गया था।

  • पिछड़े वर्गों के पिछड़ेपन होने संबंधी मानदंड निर्धारित करना।
  • पिछड़े वर्गों की सूची तैयार करना।
  • पिछड़े वर्गों की समस्याओं को दूर करने के लिए सुझाव देना।

पिछड़ेपन की कसौटियां (Criteria of Backwardness)-इस आयोग ने निम्नलिखित चार मानदंडों के आधार पर पिछड़ी जातियों की सूची तैयार की।

  • जातीय संस्तरण में निम्न स्थान।
  • शिक्षा का अभाव।
  • सरकारी नौकरियों में कम प्रतिनिधित्व।
  • व्यापार व उद्योगों में कम प्रतिनिधित्व।

आयोग की सिफारिशें (Recommendations of Commission)-आयोग ने व्यक्ति या परिवार की बजाए जाति को पिछड़ेपन का आधार माना तथा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए-

  • राष्ट्रीय एकता तथा प्रगति के प्रोत्साहन की नीति बनाना तथा उसको लागू करना।
  • सामाजिक, धार्मिक निर्योग्यताओं को दूर करने के लिए कानून का निर्माण करना।
  • सरकारी कार्यों से जातीय भावना भड़काने वाले कार्यों पर प्रतिबंध लगाना।
  • पिछड़े वर्गों में तेज़ गति से शिक्षा का प्रसार करना।
  • सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए जनसंचार का उपयोग करना।
  • विवाह तथा उत्तराधिकार के निर्धारण के लिए कानून का निर्माण करना।
  • पिछड़े वर्गों की महिलाओं के कल्याण के लिए विशेष सहायता देना।

लेकिन केंद्र सरकार ने जाति को पिछड़ेपन का आधार नहीं माना तथा राज्यों को निर्देश दिया कि वह पिछड़े वर्गों की पहचान करें तथा उनके कल्याण के लिए कार्य करें।

HBSE 12th Class Sociology Important Questions Chapter 5 सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप

II. मंडल आयोग (Mandal Commission)-जनता पार्टी ने चुनावों में किए अपने वायदे को पूरा करने के लिए पिछड़े वर्गों को सरकारी सेवा तथा शिक्षा संस्थानों में आरक्षण देने के लिए 20 दिसंबर, 1978 को एक आयोग का गठन किया तथा इस आयोग के अध्यक्ष बी० पी० मंडल थे।

आयोग के कार्य तथा उद्देश्य (Functions and Objectives of Commission) – मंडल आयोग को पिछड़े वर्ग से संबंधित निम्नलिखित तथ्य इकट्ठे करने तथा अपने सुझाव देने के लिए बनाया गया था।

  • पिछड़े वर्गों के पिछड़ेपन के मापदंड निर्धारित करना।
  • पिछड़े वर्गों के उत्थान के सुझाव देना।
  • केंद्र व राज्य सेवाओं में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की संभावनाओं का पता लगाना।
  • इकट्ठे किए जाने वाले तथ्यों के आधार पर सुझाव देना।

पिछड़ेपन की कसौटियाँ (Criteria for Backwardness)-मंडल आयोग ने पिछड़े वर्ग निर्धारण के लिए तीन मापदंडों का चयन किया था वह थे सामाजिक, शैक्षणिक तथा आर्थिक। इन्हें कई भागों में विभाजित किया। प्रत्येक मानदंड के लिए महत्त्व अलग-अलग दिया गया।

आयोग की सिफ़ारिशें (Recommendations of the Commission)-पिछड़े वर्गों में कल्याण के लिए मंडल आयोग द्वारा दी गई सिफ़ारिशें निम्नलिखित हैं –

  • सार्वजनिक सेवाओं में अपर्याप्त प्रतिनिधित्व प्राप्त अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण।
  • अन्य पिछड़े वर्गों के लिए 27% आरक्षण क्योंकि संविधान के अनुसार अनुसूचित जातियों, जनजातियों के लिए आरक्षण 50% से ज्यादा नहीं हो सकता।।
  • अन्य पिछड़े वर्गों में तकनीकी, व्यावसायिक प्रशिक्षण तथा शैक्षणिक योग्यता बढ़ाना।
  • भूमि सुधारों को उच्चतम प्राथमिकता देना।

मंडल आयोग की रिपोर्ट में भी कई गलतियां थीं।

अन्य पिछड़े वर्गों की पहचान के लिए सामाजिक आधार को ज्यादा महत्त्व दिया गया। आयोग ने सिर्फ 1% जनसंख्या का नमूने के तौर पर अध्ययन कर अन्य पिछड़े वर्गों का निर्धारण कर दिया। जातीय संबंधी जानकारी के लिए 1931 की जनगणना को आधार माना जबकि 50 वर्षों में देश की जातियों के अनेकों परिवर्तन आए थे।

फिर भी इन त्रुटियों को नज़र अंदाज करते हुए 1989 में जनता दल के बने प्रधानमंत्री वी० पी० सिंह ने 7 अगस्त, 1990 को इस रिपोर्ट को लागू करने की घोषणा कर दी। इस तरह इसके बाद 1992 के उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद ये सिफारिशें यानि कि 27% आरक्षण पिछड़ी जातियों के लिए लागू हो गया।

प्रश्न 8.
विभिन्न युगों में स्त्रियों की स्थिति का वर्णन करें।
उत्तर:
दुनिया तथा भारत में लगभग आधी जनसंख्या स्त्रियों की है पर अलग-अलग देशों में स्त्रियों की स्थिति समान नहीं है। हिंदू शास्त्रों में स्त्री को अर्धांगिनी माना गया है तथा हिंदू समाज में इनका वर्णन लक्ष्मी, दुर्गा, काली, सरस्वती इत्यादि के रूप में किया गया है। स्त्री को भारत में भारत माता कह कर भी बुलाते हैं तथा उसके प्रति अपना आभार तथा श्रद्धा प्रकट करते हैं। यहां तक कि कई धार्मिक यज्ञ तथा कर्मकांड स्त्री के बगैर अधूरे माने जाते हैं।

उत्तर वैदिक काल में स्त्रियों की स्थिति काफ़ी अच्छी थी पर मध्य युग आते-आते स्त्रियों की स्थिति काफ़ी दयनीय हालत में पहंच गई। 19वीं शताब्दी में बहत-से समाज सधारकों ने स्त्रियों की स्थिति सधारने का प्रयास किया। 20वीं सदी में स्त्रियां अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो गईं तथा उन्होंने आज़ादी के आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भाग लिए। इसी के साथ उनके दृष्टिकोण में भी परिवर्तन आना शुरू हो गया तथा इनकी राजनीतिक तथा आर्थिक क्षेत्र में काफ़ी भागीदारी बढ़ गई।

फिर भी इन परिवर्तनों, जोकि हम आज देख रहे हैं, के बावजूद समाज में स्त्रियों की स्थिति अलग-अलग कालों में अलग-अलग रही है जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
1. वैदिक काल (Vedic Age) वैदिक काल को भारतीय समाज का स्वर्ण काल भी कहा जाता है। इस युग में स्त्रियों की स्थिति काफ़ी अच्छी थी। उस समय का साहित्य जो हमारे पास उपलब्ध है उसे पढ़ने से पता चलता है कि इस काल में स्त्रियों को शिक्षा ग्रहण करने, विवाह तथा संपत्ति रखने के अधिकार पुरुषों के समान थे। परिवार में स्त्री का स्थान काफ़ी अच्छा होता था तथा स्त्री को धार्मिक तथा सामाजिक कार्य पूरा करने के लिए बहुत ज़रूरी माना जाता था।

इस समय में लड़कियों की उच्च शिक्षा पर काफ़ी ध्यान दिया जाता था। उस समय पर्दा प्रथा तथा बाल विवाह जैसी कुरीतियां नहीं थीं, चाहे बहू-पत्नी विवाह अवश्य प्रचलित थे पर स्त्रियों को काफ़ी सम्मान से घर में रखा जाता था। विधवा विवाह पर प्रतिबंध नहीं था। सती प्रथा का कोई विशेष प्रचलन नहीं था इसलिए विधवा औरत सती हो भी सकती थी तथा नहीं भी। वैदिक काल में स्त्रियों की स्थिति पुरुषों के समान ही थी। इस युग में स्त्री का अपमान करना पाप समझा जाता था तथा स्त्री की रक्षा करना वीरता का काम समझा जाता था। भारत में स्त्री की स्थिति काफ़ी उच्च थी तथा पश्चिमी देशों में वह दासी से ज़्यादा कुछ नहीं थी। यह काल 4500 वर्ष पहले था।

2. उत्तर वैदिक काल (Post Vedic Period)- यह काल ईसा से 600 वर्ष पहले (600 B.C.) शुरू हुआ तथा ईसा के 3 शताब्दी (300 A.D.) बाद तक माना गया। इस समय में स्त्रियों को वह आदर सत्कार, मान-सम्मान न मिल पाया जो उन को वैदिक काल में मिलता था। इस समय बाल-विवाह प्रथा शुरू हुई जिस वजह से स्त्रियों को शिक्षा प्राप्ति में कठिनाई होने लगी। शिक्षा न मिल पाने की वजह से उनका वेदों का ज्ञान खत्म हो गया या न मिल पाया जिस वजह से उनके धार्मिक संस्कारों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

इस काल में स्त्रियों के लिए पति की आज्ञा मानना अनिवार्य हो गया तथा विवाह करना भी ज़रूरी हो गया। इस काल में बहु-पत्नी दा प्रचलित हो गई थी तथा स्त्रियों की स्थिति काफ़ी निम्न हो गयी थी। इस काल में विधवा विवाह पर नियंत्रण लगना शुरू हो गया तथा स्त्रियों का काम सिर्फ घर की ज़िम्मेदारियां पूरी करना रह गया था। इस युग में आखिरी स्तर पर आते-आते स्त्रियों की स्वतंत्रता तथा अधिकार काफ़ी कम हो गए थे तथा उनकी स्वतंत्रता पर नियंत्रण लगने शुरू हो गए थे।

3. स्मृति काल (Smriti Period) इस काल में मनु स्मृति में दिए गए सिद्धांतों के अनुरूप व्यवहार करने पर ज्यादा ज़ोर देना शुरू हो गया था। इस काल में बहुत-सी संहिताओं जैसे मनु संहिता, पराशर संहिता तथा याज्ञवल्क्य संहिता रचनाओं की रचना की गई। इसलिए इस काल को धर्म शास्त्र काल के नाम से भी पुकारा जाता है। इस काल में स्त्रियों की स्थिति पहले से भी ज्यादा निम्न हो गई। स्त्री का सम्मान सिर्फ माता के रूप में रह गया था। विवाह करने की उम्र और भी कम हो गई तथा समाज में स्त्री को काफ़ी हीन दृष्टि से देखा जाता था।

मनुस्मृति में तो यहां तक लिखा है कि स्त्री को हमेशा कड़ी निगरानी में रखना चाहिए, छोटी उम्र में पिता की निगरानी में, युवावस्था में पति की निगरानी में तथा बुढ़ापे में पुत्रों की निगरानी में रखना चाहिए। इस काल में विधवा विवाह पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया तथा सती प्रथा को ज्यादा महत्त्व दिया जाने लगा। स्त्रियों का मुख्य धर्म पति की सेवा माना गया। विवाह 10-12 वर्ष की उम्र में ही होने लगे। स्त्री का अपना कोई अस्तित्व नहीं रह गया था। स्त्रियों के सभी अधिकार पति या पुत्र को दे दिए गए। पति को देवता कहा गया तथा पति की सेवा ही उसका धर्म रह गया था।

4. मध्य काल (Middle Period) मध्यकाल में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना के बाद तो स्त्रियों की स्थिति बद से बदतर होती चली गई। ब्राह्मणों ने हिंदू धर्म की रक्षा, स्त्रियों की इज्जत तथा रक्त की शुद्धता बनाए रखने के लिए स्त्रियों के लिए काफ़ी कठोर नियमों का निर्माण कर दिया था। स्त्री शिक्षा काफ़ी हद तक खत्म हो गई तथा पर्दा प्रथा काफ़ी ज्यादा चलने लगी। लड़कियों के विवाह की उम्र भी घटकर 8-9 वर्ष ही रह गई। इस वजह से बचपन में ही उन पर गृहस्थी का बोझ लाद दिया जाता था।

सती प्रथा काफ़ी ज्यादा प्रचलित हो गई थी तथा विधवा विवाह पूरी तरह बंद हो गए थे। स्त्रियों को जन्म से लेकर मृत्यु तक पुरुष के अधीन कर दिया गया तथा उनके सारे अधिकार लिए गए। मध्य काल का समय स्त्रियों के लिए काला युग था। परिवार में उसकी स्थिति शून्य के समान थी तथा उसे पैर की जूती समझा जाता था। स्त्रियों को ज़रा-सी गलती पर शारीरिक दंड दिया जाता था। अधिकार भी वापस ले लिया गया था।

5. आधुनिक काल (Modern Age)-अंग्रेजों के आने के बाद आधुनिक काल शुरू हुआ। इस समय औरतों के उद्धार के लिए आवाज़ उठनी शुरू हुई तथा सबसे पहले आवाज़ उठाई राजा राममोहन राय ने जिनके यत्नों की वजह से सती प्रथा बंद हुई। विधवा विवाह को कानूनी मंजूरी मिल गई। फिर और समाज सुधारक जैसे कि दयानंद सरस्वती, गोविंद रानाडे, रामाबाई रानाडे, विवेकानंद इत्यादि ने भी स्त्री शिक्षा तथा उनके अधिकारों के लिए आवाज़ उठायी।

इनके यत्नों की वजह से स्त्रियों की स्थिति में कुछ सुधार होने लगा। स्त्रियों को शिक्षा प्राप्त होने लगी तथा वह घर की चार-दीवारी से बाहर निकल कर देश के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने लगीं। शिक्षा की वजह से वह नौकरी करने लगी तथा राजनीतिक क्षेत्र में भी हिस्सा लेने लगी जिस वजह से वह आर्थिक तौर पर आत्म-निर्भर ने लगी। आजकल स्त्रियों की स्थिति काफ़ी अच्छी है क्योंकि शिक्षा तथा आत्म निर्भरता की वजह से स्त्री को अपने अधिकारों का पता चल गया है। आज से संपत्ति रखने, पिता की जायदाद से हिस्सा लेने तथा हर तरह के वह अधिकार प्राप्त हैं जो पुरुषों को प्राप्त हैं।

प्रश्न 9.
हिंदू महिलाओं की निम्न स्थिति के क्या कारण हैं?
उत्तर:
विभिन्न युगों या कालों में स्त्रियों की स्थिति कभी अच्छी या कभी निम्न रही है। वैदिक काल में तो यह बहुत अच्छी थी पर धीरे-धीरे काफ़ी निम्न होती चली गई। वैदिक काल के बाद तो विशेषकर मध्यकाल से लेकर ब्रिटिश काल अर्थात् आजादी से पहले तक स्त्रियों की स्थिति निम्न रही है। स्त्रियों की निम्न स्थिति का सिर्फ़ कोई एक कारण नहीं है बल्कि अनेकों कारण हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
1. संयुक्त परिवार प्रणाली (Joint Family System) भारतीय समाज में संयुक्त परिवार प्रथा मिलती है। स्त्रियों की दयनीय स्थिति बनाने में इस प्रणाली की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। इस प्रथा में स्त्रियों को संपत्ति रखने या किसी और प्रकार के सामाजिक अधिकार नहीं होते हैं। स्त्रियों को घर की चारदीवारी में कैद रखना पारिवारिक सम्मान की बात समझी जाती थी। परिवार में बाल विवाह को तथा सती प्रथा को महत्त्व दिया जाता था जिस वजह से स्त्रियों की स्थिति काफ़ी निम्न होती थी।

2. पितृसत्तात्मक परिवार (Patriarchal Family)-भारतीय समाज में ज्यादातर पितृसत्तात्मक परिवार देखने को मिल जाते हैं। इस प्रकार के परिवार में परिवार का हरेक कार्य पिता की इच्छा के अनुसार ही होता है। बच्चों के नाम के साथ पिता के वंश का नाम जोड़ा जाता है। विवाह के बाद स्त्री को पति के घर जाकर रहना होता है। पारिवारिक मामलों तथा संपत्ति पर अधिकार पिता का ही होता है। इस प्रकार के परिवार में स्त्री की स्थिति काफ़ी निम्न होती है क्योंकि घर के किसी काम में स्त्री की सलाह नहीं ली जाती है।

3. कन्यादान का आदर्श (Ideal of Kanyadan)-पुराने समय से ही हिंद विवाह में कन्यादान का आदर्श प्रचलित रहा है। पिता अपनी इच्छानुसार अपनी लड़की के लिए अच्छा-सा वर ढूंढ़ता है तथा उसे अपनी लड़की दान के रूप में दे देता है। पिता द्वारा किया गया कन्या का यह दान इस बात का प्रतीक है कि पत्नी के ऊपर पति का परा अधिकार होता है। इस तरह दान के आदर्श के आधार पर भी स्त्रियों की स्थिति समाज में निम्न ही रही है।

4. बाल विवाह (Child Marriage)-बाल विवाह की प्रथा के कारण भी स्त्रियों की स्थिति निम्न रही है। इस प्रथा के कारण छोटी उम्र में ही लड़कियों का विवाह हो जाता है जिस वजह से न तो वह शिक्षा ग्रहण कर पाती हैं तथा न ही उन्हें अपने अधिकारों का पता लगता है। पति भी उन पर आसानी से अपनी प्रभुता जमा लेते हैं जिस वजह से स्त्रियों को हमेशा पति के अधीन रहना पड़ता है।

5. कुलीन विवाह (Hypergamy)-कुलीन विवाह प्रथा के अंतर्गत लड़की का विवाह या तो बराबर के कुल में या फिर अपने से ऊँचे कुल में करना होता है, जबकि लड़कों को अपने से नीचे कुलों में विवाह करने की छूट होती है। इसलिए लड़की के माता-पिता छोटी उम्र में ही लड़की का विवाह कर देते हैं ताकि किसी किस्म की उन्हें तथा लड़की को परेशानी न उठानी पड़े। इस वजह से स्त्रियों में अशिक्षा की समस्या हो जाती है तथा उनकी स्थिति निम्न ही रह जाती है।

6. स्त्रियों की अशिक्षा (Illiteracy)-शिक्षा में अभाव के कारण भी हिंदू स्त्री की स्थिति दयनीय रही है। बाल-विवाह के कारण शिक्षा न प्राप्त कर पाना जिसकी वजह से अपने अधिकारों के प्रति जागरूक न होना स्त्रियों की निम्न स्थिति का महत्त्वपूर्ण कारण रहा है। अज्ञान के कारण अनेक अंधविश्वासों, कुरीतियों, कुसंस्कारों तथा सामाजिक परंपराओं के बीच स्त्री इस प्रकार जकड़ती गई कि उनसे पीछा छुड़ाना एक समस्या बन गई।

स्त्रियों को चारदीवारी के अंदर रखकर पति को परमेश्वर मानने का उपदेश उसे बचपन से ही पढ़ाया जाता था तथा पूरा जीवन सबके बीच में रहते हुए सबकी सेवा करते हुए बिता देना स्त्री का धर्म समझा जाता रहा है। इन सब चीज़ों के चलते स्त्री अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं हो पाई तथा उसका स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता ही चला गया।

7. स्त्रियों की आर्थिक निर्भरता (Economic Dependency of Women)-पुराने समय से ही परिवार का कर्ता पिता या पुरुष रहा है। इसलिए परिवार के भरण-पोषण या पालन-पोषण का भार उसके कंधों पर ही होता है। स्त्रियों का घर से बाहर जाना परिवार के सम्मान के विरुद्ध समझा जाता था। इसलिए आर्थिक मामलों में हमेशा स्त्री को पुरुष के ऊपर निर्भर रहना पड़ता था। परिणामस्वरूप स्त्रियों की स्थिति निम्न से निम्नतम होती गई।

8. ब्राह्मणवाद (Brahmanism) कुछ विचारकों का यह मानना है कि हिंदू धर्म या ब्राह्मणवाद स्त्रियों की निम्न स्थिति का मुख्य कारण है क्योंकि ब्राह्मणों ने जो सामाजिक तथा धार्मिक नियम बनाए थे उनमें पुरुषों को उच्च स्थिति तथा स्त्रियों को निम्न स्थिति दी गई थी। मनु के अनुसार भी स्त्री का मुख्य धर्म पति की सेवा करना है। मुसलमानों ने जब भारत में अपना राज्य बनाया तो उनके पास स्त्रियों की कमी थी क्योंकि वह बाहर से आए थे तथा उन्हें हिंदू स्त्रियों से विवाह पर कोई आपत्ति नहीं थी।

इस वजह से हिंदू स्त्रियों को मुसलमानों से बचाने के लिए हिंदुओं ने विवाह संबंधी नियम और कठोर कर दिए। बाल विवाह को बढ़ावा दिया गया तथा विधवा पुनर्विवाह पर प्रतिबंध लगा दिए गए। सती प्रथा तथा पर्दा प्रथा को बढावा दिया गया जिस वजह से स्त्रियों की स्थिति और निम्न होती चली गई।

प्रश्न 10.
स्वतंत्रता के बाद महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए क्या प्रयास किए गए हैं?
अथवा
स्वतंत्रता के पश्चात महिलाओं की स्थिति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
देश की आधी जनसंख्या स्त्रियों की है। इसलिए देश के विकास के लिए यह भी ज़रूरी है कि उनकी स्थिति में सुधार लाया जाये। उनसे संबंधित कुप्रथाओं तथा अंधविश्वासों को समाप्त किया जाए। स्वतंत्रता के बाद भारत के संविधान में कई ऐसे प्रावधान किये गये जिनसे महिलाओं की स्थिति में सुधार हो। उनकी सामाजिक स्थिति बेहतर बनाने के लिए अलग-अलग कानून बनाए गए। आजादी के बाद देश की महिलाओं के उत्थान, कल्याण तथा स्थिति में सुधार के लिए निम्नलिखित प्रयास किए गए हैं-
1. संवैधानिक प्रावधान (Constitutional Provisions)-महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए संविधान में निम्नलिखित प्रावधान हैं

  • अनुच्छेद 14 के अनुसार कानून के सामने सभी समान हैं।
  • अनुच्छेद 15 (1) द्वारा धर्म, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर किसी भारतीय से भेदभाव की मनाही है।
  • अनुच्छेद 15 (3) के अनुसार राज्य, महिलाओं तथा बच्चों के लिए विशेष प्रावधान करें।
  • अनुच्छेद 16 के अनुसार राज्य रोज़गार तथा नियुक्ति के मामलों में सभी भारतीयों को समान अवसर प्रदान करें।
  • अनुच्छेद 39 (A) के अनुसार राज्य, पुरुषों तथा महिलाओं को आजीविका के समान अवसर उपलब्ध करवाएं।
  • अनुच्छेद 39 (D) के अनुसार पुरुषों तथा महिलाओं को समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए।
  • अनुच्छेद 42 के अनुसार राज्य कार्य की न्यायपूर्ण स्थिति उत्पन्न करें तथा अधिक-से-अधिक प्रसूति सहायता प्रदान करें।
  • अनुच्छेद 51 (A) (E) के अनुसार स्त्रियों के गौरव का अपमान करने वाली प्रथाओं का त्याग किया जाए।
  • अनुच्छेद 243 के अनुसार स्थानीय निकायों-पंचायतों तथा नगरपालिकाओं में एक तिहाई स्थानों को महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है।

2. कानून (Legislations)-महिलाओं के हितों की सुरक्षा तथा उनकी सामाजिक स्थिति सुधारने के लिए कई कानूनों का निर्माण किया गया जिनका वर्णन निम्नलिखित है-

  • सती प्रथा निवारण अधिनियम, 1829, 1987 (The Sati Prohibition Act)
  • हिंदू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम 1856 (The Hindu Widow Remarriage Act)
  • बाल विवाह अवरोध अधिनियम (The Child Marriage Restraint Act)
  • हिंदू स्त्रियों का संपत्ति पर अधिकार (The Hindu Women’s Right to Property Act) 1937.
  • विशेष विवाह अधिनियम (Special Marriage Act) 1954.
  • हिंदू विवाह तथा विवाह विच्छेद अधिनियम (The Hindu Marriage and Diworce Act) 1955 & 1967.
  • हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम (The Hindu Succession Act) 1956.
  • दहेज प्रतिबंध अधिनियम (Dowry Prohibition Act) 1961, 1984. 1986.
  • मातृत्व हित लाभ अधिनियम (Maternity Relief Act) 1961, 1976.
  • मुस्लिम महिला तलाक के अधिकारों का संरक्षण अधिनियम (Muslim Women Protection of Rights of Diworce) 1986.

ऊपर लिखे कानूनों में से चाहे कुछ आजादी से पहले बनाए गए थे पर उनमें आजादी के बाद संशोधन कर लिए गए हैं। इन सभी विधानों से महिलाओं की सभी प्रकार की समस्याओं जैसे दहेज, बाल विवाह, सती प्रथा, संपत्ति का उत्तराधिकार इत्यादि का समाधान हो गया है तथा इनसे महिलाओं की स्थिति सुधारने में मदद मिली है।

3. महिला कल्याण कार्यक्रम (Women Welfare Programmes)-स्त्रियों के उत्थान के लिए आज़ादी के बाद कई कार्यक्रम चलाए गए जिनका वर्णन निम्नलिखित है

  • 1975 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया तथा उनके कल्याण के कई कार्यक्रम
  • 1982-83 में ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक तौर पर मज़बूत करने के लिए डवाकरा कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
  • 1986-87 में महिला विकास निगम की स्थापना की गई ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हों।
  • 1992 में राष्ट्रीय महिला आयोग का पुनर्गठन किया गया ताकि महिलाओं के ऊपर बढ़ रहे अत्याचारों को रोका जा सके।

4. देश में महिला मंडलों की स्थापना की गई। यह महिलाओं के वे संगठन हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के कल्याण के लिए कार्यक्रम चलाते हैं। इन कार्यक्रमों पर होने वाले खर्च का 75% पैसा केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड देता

5. शहरों में कामकाजी महिलाओं को समस्या न आए इसीलिए सही दर पर रहने की व्यवस्था की गई है। केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड ने होस्टल स्थापित किए हैं ताकि कामकाजी महिलाएं उनमें रह सकें।

6. केंद्रीय समाज कल्याण मंडल ने सामाजिक आर्थिक कार्यक्रम देश में 1958 के बाद से चलाने शुरू किए ताकि ज़रूरतमंद, अनाथ तथा विकलांग महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया जा सके। इसमें डेयरी कार्यक्रम भी शामिल है।

इस तरह आज़ादी के पश्चात् बहुत सारे कार्यक्रम चलाए गए हैं ताकि महिलाओं की सामाजिक स्थिति को ऊपर उठाया जा सके। अब महिला सशक्तिकरण में चल रहे प्रयासों की वजह से भारतीय महिलाओं का बेहतर भविष्य दृष्टिगोचर होता है।

प्रश्न 11.
भारतीय महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन के कारणों का वर्णन करो।
उत्तर:
आज के समय में भारतीय महिलाओं की स्थिति में काफ़ी परिवर्तन आए हैं। महिलाओं की जो स्थिति आज से 50 वर्ष पहले थी उसमें तथा आज की महिला की स्थिति में काफ़ी फर्क है। आज महिलाएं घर की चारदीवारी से बाहर निकल कर बाहर दफ्तरों में काम कर रही हैं। पर यह परिवर्तन किसी एक कारण की वजह से नहीं आया है। इसमें कई कारण हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित है-
1. स्त्रियों की साक्षरता दर में वृद्धि-आज़ादी से पहले स्त्रियों की शिक्षा की तरफ़ कोई ध्यान नहीं देता था पर आजादी के पश्चात् भारत सरकार की तरफ से स्त्रियों की शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए कई उपाय किए गए जिस वजह से स्त्रियों की शिक्षा के स्तर में काफ़ी वृद्धि हुई। सरकार ने लड़कियों को पढ़ाने के लिए मुफ्त शिक्षा, छात्रवृत्तियां प्रदान की, मुफ्त किताबों का प्रबंध किया ताकि लोग अपनी लड़कियों को स्कूल भेजें।

इस तरह धीरे-धीरे स्त्रियों में शिक्षा का प्रसार हुआ तथा उनका शिक्षा स्तर बढ़ने लगा। आजकल हर क्षेत्र में लड़कियाँ उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। शिक्षा की वजह से उनके विवाह भी देर से होने लगे जिस वजह से उनका जीवन स्तर ऊंचा उठने लगा। आज लड़कियां भी लड़कों की तरह बढ़-चढ़ कर शिक्षा ग्रहण करती हैं। इस तरह स्त्रियों की स्थिति में परिवर्तन का सबसे बड़ा कारण उनमें शिक्षा का प्रसार है।

2. औद्योगीकरण-आज़ादी के बाद औद्योगीकरण का बहुत तेजी से विकास हुआ। शिक्षा प्राप्त करने की वजह से औरतें भी घर की चारदीवारी से बाहर निकल कर नौकरियां करने लगीं जिस वजह से उनके ऊपर से पाबंदियां हटने लगीं। औरतें दफ्तरों में और पुरुषों के साथ मिलकर काम करने लगीं जिस वजह से जाति प्रथा की पाबंदियां खत्म होनी शुरू हो गईं। औरों के साथ मेल-जोल से प्रेम विवाह के प्रचलन बढ़ने लगे। दफ्तरों में काम करने की वजह से उनकी पुरुषों पर से आर्थिक निर्भरता कम हो गई जिस वजह से स्त्रियों की स्थिति में काफ़ी सुधार हुआ। इस तरह औरतों की स्थिति सुधारने में औद्योगीकरण की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।

3. पश्चिमी संस्कृति-आजादी के बाद भारत पश्चिमी देशों के संपर्क में आया जिस वजह से वहां के विचार, वहां की संस्कृति हमारे देश में भी आयी। महिलाओं को उनके अधिकारों, उनकी आजादी के बारे में पता चला जिस वजह से उनकी विचारधारा में परिवर्तन आना शुरू हो गया। इस संस्कृति की वजह से अब महिलाएं मर्दो के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ी होनी शुरू हो गईं। दफ्तरों में काम करने की वजह से औरतें आर्थिक तौर पर आत्म-निर्भर हो गईं तथा उनमें मर्दो के साथ समानता का भाव आने लगा। कुछ महिला आंदोलन भी चले जिस वजह से महिलाओं में जागरूकता आ गई तथा उनकी स्थिति में परिवर्तन आना शुरू हो गया।

4. अंतर्जातीय विवाह-आजादी के बाद 1955 में हिंदू विवाह कानून पास हुआ जिससे अंतर्जातीय विवाह को कानूनी मंजूरी मिल गई। शिक्षा के प्रसार की वजह से औरतें दफ्तरों में काम करने लग गईं, घर से बाहर निकली जिस वजह से वह अन्य जातियों के संपर्क में आईं। प्रेम विवाह, अंतर्जातीय विवाह होने लगे जिस वजह से लोगों की विचारधारा में परिवर्तन आने लग गए। इस वजह से अब लोगों की नज़रों में औरतों की स्थिति ऊँची होनी शुरू हो गई। औरतों की आत्म निर्भरता की वजह से उन्हें और सम्मान मिलने लगा। इस तरह अंतर्जातीय विवाह की वजह से दहेज प्रथा या वर मूल्य में कमी होनी शुरू हो गई तथा स्त्रियों की स्थिति में परिवर्तन आना शुरू हो गया।

5. संचार तथा यातायात के साधनों का विकास-आज़ादी के बाद यातायात तथा संचार के साधनों में विकास होना शुरू हुआ। लोग एक-दूसरे के संपर्क में आने शुरू हो गए। लोग गांव छोड़कर दूर-दूर शहरों में जाकर रहने लगे जिस वजह से वे अन्य जातियों के संपर्क में आए। इसके साथ ही कुछ नारी आंदोलन चले तथा सरकारी कानून भी बने ताकि महिलाओं का शोषण न हो सके। इन साधनों के विकास की वजह से स्त्रियां पढ़ने लगीं, नौकरियां करने लगी तथा लोगों की विचारधारा में धीरे-धीरे परिवर्तन होने शुरू हो गए।

6. विधानों का निर्माण-चाहे आज़ादी से पहले भी महिलाओं में उत्थान के लिए कई कानूनों का निर्माण हुआ था पर वह पूरी तरह लागू नहीं हुए थे क्योंकि हमारे देश में विदेशी सरकार थी। पर 1947 के पश्चात् भारत सरकार ने इन कानूनों में संशोधन किए तथा उन्हें सख्ती से लागू किया।

इसके अलावा कुछ और नए कानून भी बने जैसे कि हिंदू विवाह कानून, हिंदू उत्तराधिकार कानून, दहेज प्रतिबंध कानून इत्यादि ताकि स्त्रियों का शोषण होने से रोका जा सके। इन क की वजह से स्त्रियों का शोषण कम होना शुरू हो गया तथा स्त्रियां अपने आपको सुरक्षित महसूस करने लग गईं। अब कोई भी स्त्रियों का शोषण करने से पहले दस बार सोचता है क्योंकि अब कानून स्त्रियों के साथ है। इस तरह कानूनों की वजह से भी स्त्रियों की स्थिति में काफ़ी परिवर्तन आए हैं।

7. संयुक्त परिवार का विघटन-यातायात तथा संचार के साधनों के विकास, शिक्षा, नौकरी, दफ्तरों में काम, अपने घर या गांव या शहर से दूर काम मिलना तथा औद्योगीकरण की वजह से संयुक्त परिवारों में विघटन आने शुरू हो गए। पहले संयुक्त परिवारों में स्त्री घर में ही घुट-घुट कर मर जाती थी पर शिक्षा के प्रसार तथा दफ्तरों में नौकरी करने की वजह से हर कोई संयुक्त परिवार छोड़कर अपना केंद्रीय परिवार बसाने लगा जो कि समानता पर आधारित होता है।

संयुक्त परिवार में स्त्री को पैर की जूती समझा जाता है पर केंद्रीय परिवारों में स्त्री की स्थिति पुरुषों के समान होती है जहां स्त्री आर्थिक या हर किसी क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी होती हैं। इस तरह संयुक्त परिवारों के विघटन ने भी स्त्रियों की स्थिति में परिवर्तन करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। – इन कारणों के अलावा और बहुत-से कारण हैं जिन्होंने स्त्रियों के उत्थान में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है पर ऊपर दिए गए कारण उन सभी कारणों से ज्यादा महत्त्वपूर्ण हैं।

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HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Haryana State Board HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources Important Questions and Answers.

Haryana Board 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Very Short-Answer Type Questions

Question 1.
What are natural resources?
Answer:
Useful substances available in nature are called natural resources.

Question 2.
Give examples of natural resources.
Answer:
Air, water, soil, minerals, forests, etc.

Question 3.
What are essential factors for life ?
Answer:
Ambient temperature, water and food.

Question 4.
What is called lithosphere ?
Answer:
The outermost layer of earth is called lithosphere.

Question 5.
How much area of earth is covered with water ?
Answer:
75%.

Question 6.
What is called hydrosphere?
Answer:
The part of earth where water is available is called hydrosphere.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Question 7.
Write the definition of atmosphere.
Answer:
Earth is covered with an envelope of air, this envelope of air is called atmosphere.

Question 8.
What is called biosphere ?
Answer:
Integeration of atmosphere, lithosphere and hydrosphere which makes the life possible, is called biosphere.

Question 9.
Name the inorganic components of biosphere.
Answer:
Air, water, soil.

Question 10.
What is called air ?
Answer:
The mixture of various gases, water vapours, dust particles is called air.

Question 11.
How much percentage of C02 is found on Venus and Mars ?
Answer:
95-97%.

Question 12.
is oxygen is available at Venus and Mars ?
Answer:
No.

Question 13.
How much percentage of C02 is in earth atmosphere ?
Answer:
0.033%.

Question 14.
Is atmosphere there on the surface of moon ?
Answer:
No.

Question 15.
What are called winds ?
Answer:
Blowing air is called wind or wave.

Question 16.
What is called air pollution ?
Answer:
Addition of undesirable substances in air is called air pollution.

Question 17.
Write the names of waste air pollutants.
Answer:
Waste gases (CO2, nitrogen and oxides of sulphur, hydrocarbon, etc.) water vapours, dust particles, etc.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Question 18.
What is called fog ?
Answer:
In winter season, when water is also condensed with air, then it is called fog.

Question 19.
Write the names of the diseases caused by air pollution.
Answer:
Respiratory diseases, cancer, heart diseases, allergy.

Question 20.
Mainly how many kinds of water are ?
Answer:
Two, saline and fresh water (non-saline).

Question 21.
What is called the outermost layer of earth ?
Answer:
Earth-crust.

Question 22.
How is soil formed ?
Answer:
By the breaking of rocks.

Question 23.
What is called humus ?
Answer:
Substance prepared after the decomposition of dead decayed animals is called humus.

Question 24.
What is called soil pollution ?
Answer:
Addition of undesirable substances in soil is called soil pollution.

Question 25.
Who is most helpful in preventing soil erosion ?
Answer:
Trees and plants.

Question 26.
How is underground water obtained ?
Answer:
By digging wells.

Question 27.
How much percentage of nitrogen gas is in the earth atmosphere ?
Answer:
78%

Question 28.
Mainly which gas is responsible for the greenhouse effect ?
Answer:
CO2.

Question 29.
What is the main reason of depletion of Ozone Layer?
Answer:
Chloro Fluoro Carbon (CFC)

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Short-Answer Type Questions

Question 1.
What are called natural resources ?
Answer:
Many useful substances are found in nature which are called natural resources, e.g., air, water, soil, forests, minerals and living organisms.

Question 2.
What is called atmosphere ? What is the importance of atmosphere for organisms ?
Answer:
An unseen envelope is there around the earth which is called atmosphere. Atmosphere is extended upto 40 km height. 99% of the total air is found in this region. A little volume of air is found at the height of 1000 km from the earth. Water vapours and dust particles are found only near the surface of earth. Above the height of 10-12 km water vapours are not found. Oxygen, the breath of life is present in atmosphere. Ozone layer protects from ultraviolet radiations of the sun.

Question 3.
Write two uses of oxygen present in atmosphere.
Answer:
Following are the uses of oxygen:
(i) Oxygen is used to get energy by breaking the glucose molecules.
(ii) Oxygen is used in combustion and carbon dioxide is released.

Question 4.
Write the names of methods for the fixation of carbon dioxide.
Answer:
Following are the two methods for the fixation of carbon dioxide:
(i) Formation of glucose by green plants in photosynthesis.
(ii) To form the shells from dissolved carbonates in the water by aquatic animals.

Question 5.
On which factor blowing of winds is dependent in coastal areas ?
Answer:
We know that land gets heated much factor and cool down than water. During daytime the air above the land is heated in sunlight and rises up and there creates a low pressure. The air over sea being at a higher pressure moves to area of low pressure. Thus, during daytime winds blow from the sea to land while during night position becomes reverse.

Question 6.
Besides unequal heating of the winds which are other factors which influence these winds ?
Answer:
Unequally heated winds blow on the earth to unequal heating of the atmosphere, but following are the two more factors :
(i) The rotation of earth around the sun and around its own axis.
(ii) Location of mountains in the path of these winds.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Question 7.
How does rain occur ? What is called hailing ?
Answer:
During daytime, water of different water-bodies and flora and fauna evaporates and goes into air. Heated air carry water vapours with it where due to cooling of air, water vapours condense and become droplets. These droplets become bigger and heavier. These droplets come on to the earth in the form of rain. Sometimes, droplets by cooling down become solid ice which are called hail and the rain of hail is called hailing.

Question 8.
What is called air pollution ? Describe its factors.
Answer:
Air Pollution:
Addition of undesirable particles in air makes it harmful to organisms is called air pollution. Following are the natural factors of air pollution:
(i) Gases and toxic particles released oy tne volcano activities.
(ii) Storms.
(iii) Rising of smoke and gases from the forest fires.
(iv) Releasing of methane gas from marshy lands.
(v) Decomposition of plants and animals and pollen grains etc.

Following are the artificial factors of air pollution:
(i) Smoke of vehicles.
(ii) Burning of fuels.
(iii) Industrial smokes and vaporised substances.
(iv) Metallurgical activities
(v) Extraction of minerals
(vi) Pesticides
(vii) Released radio active radiations at the time of originating atomic energy.

Question 9.
What is smog ? Explain its ill effects.
Answer:
Smog:
Dust and smoke particles on combining with water vapours from smog. Toxic gases from houses, industries and toxic gases with the burning of fuels of vehicles are also added in it. Smoke and dust + Fog and toxic gases → Smog Poisonous gases such as sulphur dioxide (S02) or peroxiacetil nitrate (PAN) are added in smog. The smog does not rise high in the atmosphere but on the ocean it makes a form of cloud. It forms commonly in winter season.

Ill Effects:
Following are the ill effects of smog:
(i) It hampers in transportation because long distance things are not visible.
(ii) Creates burning sensation in eye, nose and throat.
(iii) It is harmful to all these organisms, in whom it can easily enter by respiration. Increases the incidence of asthma and heart disorders.
(iv) It affects the growth and development of plants.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Question 10.
What is called acid rain ?
Answer:
Acidic gases in the atmosphere, such as, sulphur dioxide, nitrogen dioxide, hydrogen chloride, etc. adding with droplets made acids, rain of these acids is called acid rain. Acid rain is harmful to monuments, rocks, as well as to fauna and flora.

Question 11.
What is water pollution ? Give reasons of water pollution.
Answer:
Water pollution:
Addition of undesirable substances in water is called water pollution. Following are the reasons of water pollution :
(i) Release of industrial waste and chemical substances etc.
(ii) Agriculture waste such as fertilizers, pesticides, insecticides, weedicides, etc.
(iii) Domestic waste and sewage excreta, such as, garbage, rubbish, polythene, etc.
(iv) Thermal waste such as release of hot water from thermal plants.
(v) Radioscopy wastes such as waste of radioactive substances.
(vi) Social-religious wastes such as festival wastes, by throwing dead bodies of men and animals in rivers.
(vii) The ejected waste, excreta, dead animals from natural resources such as mining, storms, wind stroms due to such type of disasters.

Question 12.
Soil is a natural resources how ?
Answer:
Soil is the uppermost layer of the earth’s crust which is formed by the breaking up of the rocks. Soil is an important natural resources which is essential for the development of life. Our prime requirements of life such as food, clothing and shelter all are obtained from plants that grow in soil or from animals which are dependent upon these plants. Therefore, soil is a precious natural resources for us.

Question 13.
Write the usefulness of humus.
Answer:
Following is the usefulness of humus:
(i) Mixing with humus soil becomes porous which helps air and water to enter in the soil.
(ii) Required nutrients for plants are found in humus.
(iii) Several organisms get nutrients from humus such as earthworm.
(iv) By mixing humus in sandy soil, water bearing capacity of soil increases.
(v) By mixing humus in sandy soil, soil erosion decreases.

Question 14.
Write four common sources of soil pollution.
Answer:
Following are the four common sources of soil pollution:
(i) Excess use of fertilizers in soil.
(ii) Excess spray of insecticides and pesticides on the soil to protect crops.
(iii) To mix the kitchen waste and other garbage of house.
(iv) Mixing of industrial undesired wastes in soil.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Question 15.
What do you know about water cycle ?
Answer:
Ponds, lakes, rivers and oceans are the different water bodies of water on land. Due to water cycle, water of these water bodies evaporates and make water vapours. These water vapours make clouds. On cooling, condensed clouds make droplets. In the form of rain water falls down again on earth surface. This cycling of water is called ‘water cycle’.

Question 16.
In which substances nitrogen is found ?
Answer:
Nitrogen is mainly found in protein, nucleic acid, DNA, RNA, Vitamins, etc. Vitamins are also found in alkaloids and urea.

Question 17.
How does nitrogen deficiency create in soil ? What measure should be adopted for this kind of soil?
Answer:
Content of nitrogen decreases when the soil is utilized again and again to obtain crop yield. Nitrogen enriched fertilizers are mixed in soil to eradicate this deficiency. Most prevailing fertilizer is ammonium nitrate which is prepared from ammonia gas and nitric acid.

Question 18.
How do green plants prepare starch ?
Answer:
Plants get carbon from the atmosphere in the form of carbon dioxide. By getting energy from the sunlight, plants combine this carbon
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources - 1
These are the carbohydrates and fats which provide energy to the living organisms by which all activities of living beings are completed.

Question 19.
Write two benefits of greenhouse effect.
Answer:
The two benefits of greenhouse effect are following:
(i) The temperature of atmosphere increases by absorption of infrared radiations by greenhouse effect and the life remain smooth in cold climate also.
(ii) The snow covered mountains melt due to greenhouse effect and there is water in rivers throughout the year by this reason.

Question 20.
In which form, the oxygen is found on earth ?
Answer:
21 % oxygen is found in our environment. The oxygen is present in the compound form in carbon dioxide. The oxygen is also found in oxides of metals and silicons, carbonates, sulphates, nitrate and in other minerals. The oxygen is also present in biomolecules like carbohydrates, proteins, nucleic acid and fats.

Question 21.
What will be happen if the ozone layer disappear from atmosphere ?
Answer:
At a height of 15 km above the earth’s surface ozone (O3) layer exists. It grows thicker with the increase in height. It is thickest at the height of 23 km. This layer absorbs the ultraviolet radiation that is present in the sunlight. This ultraviolet light develops skin cancer in the living beings. Therefore, if ozone layer gets disappeared from the atmosphere, the protection envelop will come to an end. The harmful ultraviolet radiation after, reaching to us will produce skin cancer to us and other organisms. Thus, the stratosphere will run with a huge loss. Along with, ultraviolet radiation will become the cause of diseases like glucoma and heat immolation. Also, the division of cells in plants will stop.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Essay Type Questions

Question 1.
How does water-cycle In nature accomplish?
Answer:
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources - 2
Water is continuously flow in environment. This is called hydrological cycle. In water, hydrogen is the basic element that circulates in the form of water compound water constantly. Evaporation from water bodies (ocean, sea, lakes and rivers) and from the skin of the living organisms and it goes on mingling into the air. Alongwith the water absorbed by the plants from the underground too transpires through stomata of leaves and gathers into the atmosphere. Thus, by different in sources the water mingled in atmosphere in form of water vapours. Water vapours present in atmosphere changes in rain drops by condensation at low temperature. These causes raining or hailing and in this way water again comes on earth (in soil and ponds). Thus water cycle in continues in biosphere.

Question 2.
Describe briefly the nitrogen cycle.
Answer:
Proteins are the compounds of nitrogen. They are the important physical part of plants and animals. Due to the deficiency of protein growth of plants and animals stops because protein is responsible for physical growth ¡n living beings.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources - 3
Animals consume their food from plants. Also, it contains protein. When the plants and animals becomes dead and decay then some saprophytic bacteria and fungi turns them into the ammonia salt. These ammonia-salts are turned into nitrates by nitrifying bacteria. Some of its part is absorbed by the root rains of roots tips of plants which is further converted into protein. Remaining part of the nitrate gets transformed into nitrogen by the micro-organisms (nitrifying bacteria). Thus, nitrogen once again appears in the atmosphere.

The bacteria that stabilise cosmic nitrogen are found in the soil and other root-glands of the legume plants. These bacteria convert the nitrogen in free state into its compounds, which are absorbed by the plants. Some part of atmospheric nitrogen remains fixed into the earth by thunder lightning. Fertilizers, manufactured in the factories are also a fixed form of nitrogen. This nitrogen gets absorbed by the plants and passes through the nitrogen food network. Thus, this nitrogen cycle continues in nature.

Question 3.
How does Carbon cycle gets completed in the biosphere ? Give explanation.
Answer:
Carbon is an important physical element for all living beings. In living beings it is found in the form of carbohydrates, fats, protein and nucleic acids. Its transfer takes place through food chain. In atmosphere, it is found in the form of CO2. In oceans it is found in the form of biocarbon and carbonates. The green plants through photosynthesis process consume CO2and prepare carbohydrates. These carbohydrates then get transferred to animals. Decomposes again set them free into the environment. All living beings produce CO2 during respiration. Burning of fuels consisting ef carbon to increase the quantity of CO2 in the atmosphere. Eruption of volcanoes too is the main source of receiving CO2.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Question 4.
Draw a labelled diagram of Oxygen-cycle in nature.
And.
Oxygen in nature, is nearly the 21 % part of the gaseous constituents in atmosphere. It gets dissolved into the water stores, which is utilised by the aquatic animals in breathing process. In bio-bodies it enters and exits in the form of compounds of CO2 and H2O. In biosphere the main source of providing oxygen are the green plants. Two stages of oxygen cycle are as under:

1. Intrusion of oxygen in the atmosphere: Carbon dioxide reached from different sources is utilised by the green plants to undergo photosynthesis process. In photosynthesis, oxygen is produced as a coproduct.

2. Expulsion of oxygen from the atmosphere: Atmospheric oxygen is utilised by all animals in respiration and they release in form of CO2 in the atmosphere. In same way the oxygen dissolved in the water bodies is utilised by the aquatic creatures and they release CO2 as by product underwater. Atmospheric oxygen is utilised in burning of coal, wood and carbon other fuels and is released in the form of CO2 in the atmosphere. In this way, a balance is created in the atmosphere for intrusion and expulsion of oxygen.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources - 4

Practical Work

Experiment 1.
To study the conduction current waves.

Procedure:
Fix a candle in a beaker and light it up, not take a glowing incense stick near to the mouth of the beaker and observe it:
(1) On bringing the glowing incense stick near to the mouth of beaker the smoke is pushed back, since hot air escapes out.
(2) On keeping the glowing incense stick above the candle flame the smoke directly rises up because the flame of the candle heats up the upper air quickly and thus, let is escape right above.
(3) While keeping the glowing incense stick around the burning candle at differeht positions the smoke is repelled because the entire air from inside the beaker escapes out on heating up.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

Experiment 2.
To study the process of formation of fog.

Procedure:
(1) Take 5-10 ml of water in a plastic bottle and tight-up the cap.
(2) Now, shake it well and let escape little quantity of smoke form a glowing incense stick into the bottle by unscrewing the cap. Now place the cap once again to the mouth of the bottle.
(3) Take the bottle in between both palms and squeeze the bottle hard. After a short while, again squeeze the bottle and make your observation. On the water vapours saturated and with an increase in the pressure, fog gets formed inside the bottle. The fog is disappeared during keeping the bottle for a short time still. The pressure increases by squeezing and keep it in motion. During the collection of water vapour around the smoke particles, the fog is formed.

Experiment 3.
Making of a hygrometer and note down the time of maximum rainfall in your city and state.

Procedure:
Take a glass funnel with its mouth equal to that of the size of the mouth of the beaker and fit it to the mouth of the beaker, mark the wall of the beaker and draw a scale.

Hygrometry:
As soon as the rain starts keep the hygrometer at such a place, where water may fall down into the funnel without any obstacle. Note down the reading as soon as the rain stops. With the help of this device, note down the quantity of rainfall for a fixed period (months) of everyday. Thus, we can find out the day which received the maximum rainfall. To note down the maximum rainfall of a particular state the quantity of rainfall is noted down of metropolitan cities or big cities and thus average rainfall is known.

Quick Review of the Chapter

1. The gas found in our atmosphere different to the atmosphere of Venus and Mars is :
(A) CO2
(B) O2
(C) Ar
(D) N2
Answer:
(B) O2

2. The cause of air blow s:
(A) pressure difference
(B) temperature difference
(C) density difference
(D) surface difference
Answer:
(A) pressure difference

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

3. Which of the following pollute the air ?
(A) burning of fossil fuels
(B) movement of vehicles
(C) smoke of factories
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

4. The main cause (s) of soil erosion is (are)
(A) floods
(B) heavy winds
(C) deforestation
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

5. Earthworms are helpful ¡n:
(A) making nitrogen
(B) making humas
(C) decreasing the fertily
(D) all of the above
Answer:
(B) making humas

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

6. Pattern of rainfall decided on which factor?
(A) wind pattern
(B) forest pattern
(C) evaparation pattern
(D) people’s life style pattern
Answer:
(A) wind pattern

7. Soil erosion can be controlled by:
(A) growing grass
(B) anti air
(C) levelling fields
(D) all of the above
Answer:
(D) all of th above

8. The protective cover ¡n our environment (atmosphere) is of:
(A) O2
(B) CO2
(C) O3
(D) N2
Answer:
(C) O3

9. The water vapours when passes through cold regions, condense in the form of water drops which is called:
(A) snow
(B) water
(C) sky
(D) cloud
Answer:
(D) cloud

10. The human activity/activities which increase the quantity of CO2 in atmosphere is/are:
(A) burning of fuels
(B) use of petrol in vehicles
(C) respiration process
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

11. The increase in atmospheric temperature by the absorption of infrared radiations by CO2 reflected from the surface of earth is called:
(A) ozone hole
(B) greenhouse effect
(C) ultraviolet effect
(D) absorption effect
Answer:
(B) greenhouse effect

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

12. The outermost layer of earth is called:
(A) hydrosphere
(B) lithosphere
(C) atmosphere
(D) ozonosphere
Answer:
(B) lithosphere

13. The cover of air spread around the earth is called:
(A) hydrosphere
(B) lithosphere
(C) atmosphere
(D) ozonosphere
Answer:
(C) atmosphere

14. The part of earth which contains water is called:
(A) hydrosphere
(B) lithosphere
(C) atmosphere
(D) biosphere
Answer:
(A) hydrosphere

15. The non-living factors of biosphere are:
(A) air
(B) water
(C) soil
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

16. The air pollutant (s) ¡s (are):
(A) CO
(B) NO2
(C) SO2
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

17. Gas produced in combustion is:
(A) oxygen
(B) nitrogen
(C) carbon dioxide
(D) helium
Answer:
(C) carbon dioxide

18. What is the formula of ozone?
(A) O2
(B) O3
(C) O4
(D) O5
Answer:
(B) O3

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

19. Necessary for photo-synthesis:
(A) sunlight
(B) chlorophil
(C) water and carbon dioxide
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

20. The substance made of decomposition of dead animals ¡s called:
(A) humus
(B) fertiliser
(C) soil
(D) coal
Answer:
(A) humus

21. The mixing of undesirable materials in soil is called:
(A) water pollution
(B) air pollution
(C) soil pollution
(D) noise pollution
Answer:
(C) soil pollution

22. The percentage of nitrogen in our atmosphere is:
(A) 21 %
(B) 78 %
(C) 0.033 %
(D) 0.1 %
Answer:
(B) 78%

23. The change of nitrogen of atmosphere into nitrates and nitrites by bacteria is called:
(A) oxygen fixation
(B) denitrification
(C) nitrogen fixation
(D) ammonification
Answer:
(C) nitrogen fixation

24. Soil ¡s a natural resource which:
(A) provides necessary nutrients to plants
(B) is compulsory for life and development
(C) provides eating materials
(D) all of the above
Answer:
(D) all of the above

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 14 Natural Resources

25. CO2 absorbs:
(A) visible light
(B) infrared radiations
(C) ultraviolet radiations
(D) none of above
Answer:
(B) infrared radiations

26. Oxides of nitrogen and sulphur are present in:
(A) acid rain
(B) basis rain
(C) normal rain
(D) all of the above
Answer:
(A) acid rain

27. Acid rain results due to:
(A) Nitrogen and sulphur oxides in air
(B) Increase in suspended practices in air
(C) Increase in hydrocarbons
(D) Excess C0 in air
Answer:
(A) Nitrogen and sulphur oxides in air

28. Which of the following ¡s wrong regarding causes of water pollution?
(A) Presence of unwanted substances in water bodies
(B) Decrease in amount of dissolved oxygen in water:
(C) Change in temperature of water
(D) Increased no. of aerobic bacteria
Answer:
(D) Increased no. of aerobic bacteria

29. Green House Effect is caused by:
(A) Green plants
(B) mfra-red rays
(C) UV rays
(D) X-rays
Answer:
(C) UV rays

30. Cause of Ozone depletion is:
(A) CO2
(B) O2
(C) CFC
(D) N2
Answer:
(C) CFC

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HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Haryana State Board HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation Important Questions and Answers.

Haryana Board 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Very Short-Answer Type Questions

Question 1.
What is meant by gravitation ?
Answer:
Everybody on earth attracts each other. Such type force of attraction between bodies is called gravitation.

Question 2.
Who discovered the gravitational force firstly ?
Answer:
Sir Isaac Newton.

Question 3.
In which direction the gravitational force between two objects works ?
Answer:
The gravitational force between two objects works in the direction of line joining the centre of their masses. .

Question 4.
Which force is responsible for the existence of our solar system ?
Answer:
Gravitational force is responsible for our solar system.

Question 5.
What ‘G’ indicates ?
Answer:
‘G’ indicates gravitational constant.

Question 6.
What is the value of ‘G’ ? ’
Answer:
VMtte of‘G’ is 6.673 x 1011 Nm2/kg2

Question 7.
How much is the mass of earth ?
Answer:
Mass of earth (Me) = 6 x 1024 kg (approx.).

Question 8.
How much is the radius of earth ?
Answer:
Radius of earth (Re) = 6.4 x 1o6m.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Question 9.
At which part of earth, the value of g is maximum and minimum?
Answer:
The value of g is maximum on poles of earth and minimum on the equator. ‘

Question 10.
Write the formula for the force of attraction between two objects of masses m1 and m2 respectively kept at a distance of R.
Answer:
F = \(\frac{\mathrm{Gm}_1 \mathrm{~m}_2}{\mathrm{R}^2}\)

Question 11.
What is acceleration due to gravity (g) ?
Answer:
The acceleration by which earth attracts other object towards its centre is called acceleration due to gravity.

Question 12.
Does the acceleration of an object falling towards earth depend upon its mass ?
Answer:
No, the acceleration of an object falling towards earth does not depend upon its mass.

Question 13.
What will be the force of attraction between two objects if the distance between them becomes twice ?
Answer:
Force of attraction will become one-fourth.

Question 14.
What will be the weight of an object on moon in comparison to earth ?
Answer:
\(\frac {1}{6}\) times.

Question 15.
What is centripetal acceleration ?
Answer:
When an object moves on a circular track’ ah acceleration is produced due to change in velocity, which is called centripetal acceleration.

Question 16.
What is centripetal force ?
Answer:
The force which produces centripetal acceleration is called centripetal force. It is always directed towards centre. That is, F = \(\frac{\mathrm{mv}^2}{\mathrm{r}}\)

Question 17.
What ‘g’ indicates ?
Answer:
‘g’ indicates acceleration due to grayity.

Question 18.
What is the value of ‘g’ near the syrfepe of earth ?
Answer:
The value of ‘g’ is 9.8 m/s2.

Question 19.
On which place, the value of ‘g’ is zero ?
Answer:
The value of‘g’is zero at the centre of earth.

Question 20.
Write the formula for the relation between ‘g’ and ‘G’
Answer:
g = \(\frac{\mathrm{G} \times \mathrm{M}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{R}^2}\)

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Question 21.
What are the factors on which the gravitational force depends ?
Answer:
(i) On the mass of objects.
(ii) On the distance between objects.

Question 22.
What is the distance of moon from earth ?
Answer:
60 times of the radius of earth – 384000 km.

Question 23.
If an object is dropped from height A with zero velocity, then how much distance it will cover in one second ?
Answer:
Distance covered, h = \(\frac {1}{2}\) gt2

Question 24.
Whose value, out of ‘g’ and ‘G’ is constant and whose not ?
Answer:
The value of ‘G’ is constant at every place on earth, but value of ‘g’ is more on poles and less on equators.

Question 25.
How much time does the earth take to move around the sun ?
Answer:
The earth takes 365 \(\frac {1}{4}\) days to move around the sun.

Question 26.
How much time does the moon take to move around the earth ?
Answer:
The moon takes 27 days 8 hours to move around the earth.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Question 27.
What is meant by mass ? Write its unit.
Answer:
Mass is the quantity of matter contained in it. Its unit is kilogram.

Question 28.
What is meant by weight ? What is its measurement unit ?
Answer:
The force by which earth attracts an object towards itself is called the weight. Its measurement unit is Newton.

Question 29.
What is meant by weight lessness ?
Answer:
The state of body when gravity of planet (earth) stops acting, the person in spaceship is in the state of weightlessness.

Question 30.
What is meant by centre of mass ?
Answer:
The centre of mass is that point at which whole mass of object is directed.

Question 31.
What is meant by centre of gravity ?
Answer:
The centre of gravity is that point of the object at which the whole force of gravity works.

Question 32.
Where is the centre of gravity of objects having regular shape ?
Answer:
The centre of gravity of die objects having regular shape and equal density lies on geometrical centre.

Question 33.
What will happen if the mass and acceleration of two objects become equal ?
Answer:
If the mass and acceleration of two objects become equal, then they will appear to move towards ‘ each other.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Question 34.
What is meant by the force of gravity ?
Answer:
The force between earth and an object is called the force of gravity.

Question 35.
Which balance is used to measure weight ?
Answer:
Spring balance is used to measure weight.

Question 36.
Which balance is used to measure mass ?
Answer:
Physical balance is used to measure mass.

Question 37.
Why is the weight of the object less on the moon in comparison to the earth ?
Answer:
Because the acceleration due to gravity on the ftibon is less than that on the earth.

Question 38.
Two stones of masses 25 kg and 2 kg are dropped at the same time from the top of a building. Which stone will reach first on earth ?
Answer:
The acceleration due to gravity does not depend upon the mass of the object. So both stones will reach on the earth in same time.

Question 39.
There is gravitational force between two objects kept on table. Why they don’t move towards each-other even in the presence of this force ?
Answer:
The gravitational force between two objects is very weak so that they do not move.

Question 40.
The earth attracts an iron pin downward with gravitational force, but the magnet attracts the iron pin upwards against the direction of attraction of earth, why ?
Answer:
Because attractive force applied by magnet on iron pin is more than the gravitational force on pin.

Question 41.
Where the gravitational force will be more-between two objects on earth or between object and earth ?
Answer:
The gravitational force between object and earth is more.

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Question 42.
Where is the weight of the object zero ?
Answer:
The weight of the object is zero at the centre of earth.

Question 43.
What is the relation among u, v, g and t ?
Answer:
v = u + gt

Question 44.
What is the sign of ‘g’ according to Cartesian Coordinate system ?
Answer:
‘g’ is always taken as negative.

Question 45.
What is meant by projectile range ?
Answer:
The maximum horizontal distance covered by projectile is called projectile range.

Question 46.
What is the angle between velocity and acceleration at the highest point of projectile ?
Answer:
Right angle (90°).

Question 47.
How far is the sun from the earth ?
Answer:
1.5 x 1011 metres.

Question 48.
What is meant by thrust ?
Answer:
The force acting perpendicular to the surface of object is called thrust.

Question 49.
Give an example of thrust in daily life.
Answer:
When we press a pin on drawing board, the force applied by our thumb acts in perpendicular direction on board. Thus, it is thrust.

Question 50.
What is pressure ? What is its SI unit ?
Answer:
The thrust per unit area is called pressure. That is pressure  HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 13 Its SI unit is Pascal (Pa).

Question 51.
What is the SI unit of thrust ? Africa
Answer:
Newton (N).

Question 52.
In regard of which scientist, the SI unit of pressure is Pascal (Pa) ?
Answer:
In honour of scientist Blaise Pascal.

Question 53.
What is the bigger unit of pressure ?
Answer:
Kilopascal (k Pa).

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Question 54.
Why cutting, tearing and grooving apparatus are always sharp ?
Answer:
The cutting, tearing and grooving apparatus are sharp so that thrust affects minimum area to increase pressure and the object can be cut, tear or groove easily.

Question 55.
When is the pressure of man more -sitting on ground or standing at one place and why ?
Answer:
The pressure of man is more when standing at one place because the area in standing position is less than that in sitting position at one place.

Question 56.
What is the effect of depth on liquid pressure ?
Answer:
The liquid pressure increases with depth.,

Question 57.
Why do the egg floats in salty water ?
Answer:
The density of water increases by adding salt in it, due to that buoyant force of water increases and the egg floats.

Question 58.
In which stage, the object floats ?
Answer:
If the weight of the body is equal to the weight of fluid displaced, then the object floats on the surface of fluid.

Question 59.
Write the name of two devices that work on Archimedes’ principle.
Answer:
(i) Ship and
(ii) submarine.

Question 60.
Which device is used to measure the purity of the milk and what is its principle ?
Answer:
The lactometer is used to measure the purity of the milk which works on Archimedes’ principle.

Question 61.
Write the name and principle of that device which is used to measure the density of liquids.
Answer:
Hydrometer, which works on Archimedes’ principle.

Question 62.
What is the mass of unit volume called ?
Answer:
Density.

Question 63.
What is the SI unit of density ?
Answer:
Kilogram per metre cube (kg m-3).

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Short Answer Type Questions

Question 1.
If a piece of stone is allowed to fall freely from a certain height, then what will be the changes in velocity ?
Answer:
The following are the changes :
(1) The initial velocity of stone is zero and it increases at coming down.
(2) The stone nearest to earth has maximum velocity.
(3) The velocity of stone becomes zero after striking the ground. –

Question 2.
What is gravitation ? In which direction it works ?
Answer:
Everybody of universe attracts other body towards itself. This attraction between two bodies is gravitation. This attraction between two bodies works along the line joining the centres.

Question 3.
Prove that acceleration produced in the object dropped towards the earth does not depends upon its mass.
Answer:
If an object of mass, m is dropped from the centre of earth at a distance of R, then the force exerted by the earth on object,
F = \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}}{\mathrm{R}^2}\)
Where, Me = mass of earth, G = gravitation constant
∴ Acceleration produced in the object = \(\frac {F}{m}\) (F = ma; a = \(\frac {F}{m}\))
= \(\frac{\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}}{\mathrm{R}^2}}{\mathrm{~m}}\) = \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}}{\mathrm{R}^2} \times \frac{1}{\mathrm{~m}}=\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{R}^2}\)
∴ The acceleration produced in an object does not depend upon the mass of dropped object.

Question 4.
What is Newton’s third law of motion ? Is this law applicable on gravitational force ? Explain.
Answer:
According to Newton’s third law, “To every action, there is equal and opposite reaction.” For example, we act on ball when we throw it on wall and ball comes back by the reaction of wall. Thus, an object A exerts a force on object B, then object B is also exerts equal and opposite force on A. This fact is also true for gravitational force. When a stone falls on earth, it happens due to the force of gravity of the earth on stone. In fact, the piece of stone, attracts the earth towards itself with equal force of gravity. But the mass of stone is less than that of the earth so the force exerted by the stone on the earth is less. Therefore the stone seems to attracted towards earth.

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Question 5.
Discuss the motion of the object thrown upward.
Answer:
When a body is thrown upward, the earth attracts that body continuously towards itself. Therefore, the gravitational force works in opposite direction of motion and the body moves slowly. The speed reduces at a rate of 9.8 ms-2 in every second. At last when the body reaches at highest point, the speed becomes zero. The body again starts falling towards earth with an acceleration of 9.8 ms-2.

Question 6.
Find the unit of ‘G’
Answer:
‘G’ is the ratio of force (F) and \(\frac{M_1 M_2}{R^2}\) Therefore, its unit depends upon the units offorce, mass and distance. If the mass is taken in kilogram, distance in metre and time in second, then the uqit offorce is newton (N).
Unit of G = \(\frac{M_1 M_2}{R^2}\) = Nm2/kg2

Question 7.
Why is G called universal constant ?
Answer:
We know that F = G \(\frac{m_1 m_2}{R^2}\)
‘G’ is constant among diem. The value of ‘G’ does not depend upon the Value of mj, m2 or R. Its value does not depend upon that how, when and where the force is measured. The value of‘G’ remains consant for any two bodies in universe. The ratio of F and \(\frac{m_1 m_2}{R^2}\) is equal to G which is equal for any two bodies. That is why, G is called universal constant.

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Question 8.
What is the difference between ‘g’ and ‘G’ ?
Answer:
The difference between ‘g’ and ‘G’ is as follows:

g:G:
1. It indicates acceleration due to gravity.1. It indicates gravitational constant.
2. Its value vary from place to place.2. Its value is same everywhere. Therefore, it is called universal constant.
3. Its value on earth is 9.8 ms-2.3. Its value is 6.673 x 10-11 Nm2 kg-2.
4. It is always negative.4. It is always positive.

Question 9.
Prove that the bodies of different masses when dropped together from the same height, strikes in same time (assume, air resistance is negligible).
S0lution:
Suppose two objects of different masses were dropped together from same height h,
In this state s = h, u = 0
According to formula s = ut + \(\frac {1}{2}\) gt2
h = 0 x t + \(\frac {1}{2}\) gt2
Or h = \(\frac {1}{2}\) gt2
Or 2h = gt2
Or gt2 = 2h
t2 = \(\frac {2h}{g}\)
Or t = \(\sqrt{\frac{2 h}{g}}\)
It is clear from the equation that the time taken by objects does not depend upon masses. Thus, both objects fall in same time on earth.

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Question 10.
What is meant by vertical direction of earth?
Answer:
If we suppose the earth as a ball of uniform density, then its centre of mass will be at its centre. Thus, the force of attraction of the earth on a body works in the direction of its (earth) centre. This is the direction which we call vertical direction.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 1

Question 11.
Which are equations related to the freely falling bodies?
Solution:
(i) v = u + gt
(ii) v2 – u2 = 2gs
(iii) s = ut + \(\frac {1}{2}\) gt2
Here,
u = initial velocity
y = final velocity
g = acceleration due to gravity
s = distance or height
t = time

Question 12.
What is meant by weight ? Write the formula for weight.
Answer:
The force of attraction applied by earth on an object is called its weight. if earth produces an acceleration ‘g’ on an object of mass, m then, the force of artraction applied by earth on object, F = mg
But, the force of attraction applied by the earth on object (F) = Weight of object (W) = W = mg

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Question 13.
Find a formula to compare the weight of a body on earth and on any other heavenly body.
Solution:
Suppose, mass of the object = m
Mass of the earth = Me
Radius of earth = Re
The attractive force applied by earth on object, Fe = \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}}{\mathrm{R}_{\mathrm{e}}{ }^2}\) ………..(i)
Suppose, mass of hçavenly body = Mm
Radius of heavenly body = Rm
The force of attraction applied by other heavenly body on object
Fm = \(\mathrm{G} \frac{\mathrm{M}_{\mathrm{m}} \times \mathrm{m}}{\mathrm{R}_{\mathrm{m}}^2}\) …………..(ii)

Dividing eq (ii) by eq (1)
\(\frac{\mathrm{F}_{\mathrm{m}}}{\mathrm{F}_{\mathrm{e}}}=\frac{\mathrm{M}_{\mathrm{m}}}{\mathrm{M}_{\mathrm{e}}} \times\left(\frac{\mathrm{R}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{R}_{\mathrm{m}}}\right)^2\)

Question 14.
Find the relation between acceleration due to gravity (g) and universal gravitational constant (G).
Answer:
Suppose an object of mass m is kept at a distance of R from the centre of the earth. If M is the mass of the earth, then the force applied by earth on that object:
F = \(\mathrm{G} \frac{\mathrm{Mm}}{\mathrm{R}^2}\) ………..(i)
The force by which the earth attracts the object towards its centre, is cal led weight. It is also denoted by’ F’.
F = mass (m) x acceleration due to gravity (g)
or F = mg ……….(ii)
From equations (i) and (ii) mg = \(\mathrm{G} \frac{\mathrm{Mm}}{\mathrm{R}^2}\)
Or g = \(\frac{\mathrm{GM}}{\mathrm{R}^2}\)
This is the required relation. The value of’g’ can be found with the help of this.

Question 15.
What is mass ? What is its measurement unit ? WrIte the law to measure mass.
Answer:
Mass: The quantity of matter contained in an object is called its mass. It is a scalar and constant quantity.
The unit of mass is kilogram. It is found by physical balance.

Law to measure mass:
Suppose we have two objects of masses m1 and m2, kept at the same distance from the centre of the earth, then the force of attraction between the earth and m1:
F1 = R2
Here, Me = mass of earth and R = distance of mass m1 from the centre of the earth.
Like this, the force of attraction between the earth and m2
F1 = \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}_1}{\mathrm{R}^2}\)
Here, Me = mass of earth and R = distance of mass m1 from the centre of the earth.
Like this, the force of attraction between the earth and m2
F2 = \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}_2}{\mathrm{R}^2}\)
1f both the forces are same, then F1 = F2
\(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}_1}{\mathrm{R}^2}=\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}_2}{\mathrm{R}^2}\)
∴ m1 = m1
Thus, if two forces are equal then the masses of two objects will be equal and parts of physical balance will be equal.

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Question 16.
Define projectile and path of projection and give some examples of projection motion.
Answer:
Projectile:
A body thrown in horizontal direction is called projectile.

Path of projection:
The curved path travelled by projectile is called path of projection.

The examples of projection motion are following:
(1) The path of a body dropped from aeroplane, i.e., a ball falling from a building of 80m high is shown in figure.
(2) The path of a bullet fired from gun.
(3) The path of sphere thrown by player.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 2

Question 17.
Why do astronauts feel weightlessness in spaceship?
Answer:
When the astronauts sitting in spaceship move around the earth, the gravitational force between the earth and spaceship is balanced by the force used to move around the earth, due to that the astronauts feel weightlessness. The value of acceleration due to gravity becomes zero in spaceship.

Question 18.
Generally, if the cotton ball and stone of same size are allow ed to fall from a certain height, then which one will strike the surface of earth first? What Galello discussed about this fact?
Answer:
Generally, the piece of stone reaches first on the surface of earth in comparison to cotton. But first of all Galelio told that the air resistance becomes zero, cotton ball and piece of stone will reach in same time on the surface of earth with equal acceleration. According to Galelio. “the objects the acceleration of falling on the acceleration of the earth does not depend upon their masses.”
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 3

Question 19.
How does acceleration due to gravity change at any place (i) due to height, (ii) due to the shape of the earth?
Answer:
In the following way the acceleration due to gravity changes at any place:
(i) Due to height: The value of ‘g’ is less on the mountains situated at some height on earth surface, whereas it ¡s more on plain surface.
∴ \(\frac{W_h}{W}=\frac{g_h}{g}=\frac{R^2}{(R+h)^2}\)
Like this, the value of ‘g’ goes on decreasing by increasing height.

(ii) Due to the shape of earth: The earth is not completely round like a ball, but it is convexed at the equator line and concaved at the polar line. There is a difference of 22 km between the radius of the equator and polar line of the earth. That’s why
the value of’g’ is more on poles and less on equators.
∴ g = \(\frac{\mathrm{GM}}{\mathrm{R}^2}\) (Where, G and M are constant.)
∴ g ∝ \(\frac{1}{R^2}\)

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Question 20.
“The moon falls towards the earth.” What does it mean ? Why does it not fall on the surface of the earth?
Answer:
The moon falls towards the earth means that the earth attracts the moon towards itself due to its gravitational force. But, moon moves around the earth in a circular path and does not fall, because the velocity of the object moving on a circular path changes at every point. The change in velocity or acceleration is due to the change in the direction of motion of the object. The centripetal force which produces this acceleration maintains the body to move in circle, which is always directed towards the centre.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 4

Question 21.
The earth attracts the apple, does the apple also attract the earth ? If yes, then why the earth does not move towards the apple?
Answer:
Definitely the apple attracts the earth towards itself, but the mass ofapple is negligible in comparison to earth so the earth does not move towards apple.

Question 22.
What are Kepler’s three laws of motion?
Answer:
Kepler’s is three laws of motion are following:
(i) The orbit of a planet is an ellipse with the sun at one of the foci. As the position of sun is shown by in the figure.
(2) The line joining the planet and the sun sweep equal area in equal intervals of time. Thus, if the time of travel from A to B is same as that from C to D, then the areas OAB and OCD are equal.
(3) The cube of the mean distance of a planet from the sun is proportional to the square of its orbital period, T, or constant. It is important to know that Kepler could not give a theory to explain the motion ofplanets. It was Newton who showed that the cause of the planetory motion is the gravitational force that the sun exerts on them.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 5

Question 23.
Why are the tyres of buses or trucks wider than that of cars?
Answer:
The thurst on buses or trucks is more than that on cars. If their tyres are made less wider than the tyres of cars, the pressure on them will increase and they will sink ¡n earth. Therefore, the tyres of buses or trucks are made wider, so that the area will increase and pressure on earth decrease.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Question 24.
The camel can walk in desert easily, but ¡t is difficult for horse to walk, why?
Answer:
The area of feet of camel is more than that of horse. So the affected area is more and pressure decreases. The camel can walk easily in desert due to less pressure. But the area of feet of horse is less, and the pressure increases. Due to large pressure, it is difficult to walk by horse in desert.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 6

Question 25.
What is buoyant force? [low is it measured?
Answer:
When a body is immersed in a fluid, an upward force works on the body which is called buoyant force. Measurement of Buoyant Force: Take a metal’s sphere. Hang it on spring balance and note its weight. Let its weight is W1 gm. Now put some water in a beaker and take the sphere in the beaker slowly. You will see that the weight of sphere seems decreasing when put in water slowly, which is indicated by spring balance. Note the indicator of spring balance when the solid sphere immersed completely in water.
Let it is W2 gm.
The difference between two weights will be the buoyant force of water.
Buoyant force = weight of sphere in air – weight of sphere in water.
= (W1 – W2)gm
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 7

Question 26.
What is the reason that, an iron needle sinks in water, but a ship made up of iron floats in water?
Answer:
The iron needle sinks in water, but a ship made of iron floats in water because weight of water displaced by needle is less than the weight of needle. Due to heavy weight, the needle sinks in water. But the weight of water displaced by ship is more than the weight of ship and it floats in water.

Question 27.
Why is it easy to swim in sea water than river?
Answer:
It is easy to swim in sea water than river because the density of sea water is more than the density of river water. Thus, the sea water due to being heavy, applies larger buoyant force on the body of person, duc to this reason it is easy to swim in sea water.

Question 28.
What is density ? What is its SI unit ? What is its importance?
Answer:
The mass per unit volume of a body is called density. Its SI unit is kilogram per metre cube. The density of the substance always remain same in certain circumstances. The density of gold ¡s 19300 kg m-3 and the density of water is 1000 kg m-3.
Importance: The density of the sample of any substance helps in the measurement of its purity.

Question 29.
What is relative density ? What is the condition of sink or float in water on the basis of it?
Answer:
The ratio of density of substance and density of water is called relative density of the body. Thus density of substance
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 8
∴Relative density is a ratio, so, it has no unit.
The relative density ofgold is 19.3. If the relative density of any solid or liquid is more than I, it will sink in water, if it is less than 1, it will float in water.

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Question 30.
Why the ice floats on water?
Answer:
The ice floats on water because the density of ice is less than the density of water. when a piece of the ice is put in the water, then its weight is less than the weight of water displaced by it.

Question 31.
Define Archimedes’ principle and explain it. What arc uses of this principle? Or Define Archimedes’ Principle. Write Iwo applications ofArchimedes’ Principle.
Answer:
Statement of Archimedes’ principle: When a body is immersed fully or partially ¡n a fluid, it expirences an upward force that is equal to the weight of the fluid displaced by it.

Explanation:
When a solid is immersed in a fluid, the fluid pushes it upwards by its buoyant force, and its wekht decreases, because buoyant force is equal to the weight of water displaced by the solid. So the decrease in weight of solid when immersed ¡n fluid is equal to the weight of the water displaced.

Uses of Archimedes’ principie in daily life:
(I) It is used in designing of ships and submarines.
(2) The lactometer, which is used to determine the purity of milk, is based on this principle. .
(3) The hydrometer which is used for determining density of liquid, is also based on this principle.

Question 32.
What happens to the gravitational force between two objects If:
(i) the distance between the objects ¡s one-third (1/3)?
(ii) the masses of both the objects are halfed (1/2)?
Answer:
(i) As we know that gravitational force between two objects is inversely proportional the square of the distance between them. So, if the distance between them is then the gravitational force between them will be 9 times.
(ii) As the gravitational force between two objects is proportional to the product of masses of two objects. So, if the masses of two objects are halfed (1/2) then the gravitational force between them will be one tourth (1/4).

Numerical Questions

Question 1.
A bullet is fired with a velocity of 25 ms1 in horizontal direction. How much distant it will fall in first two seconds?
Solution:
Vertical distance is independent to horizontal velocity.
∴ Initial velocity (u) = 0
Acceleration due to gravity (g) = 9.8 ms-2
Time (t) = 2s
Distance (s) = ?
We know that
s = ut + \(\frac {1}{2}\) gt2
= 0 x 2 +\(\frac {1}{2}\) x 9.8 x (2)2
= 19.6 m

Question 2.
Find the weight of an object of mass 5 kg.
Solution:
Mass of the object (m1) = 35 kg
Acceleration due to gravity (g) = 9.8 ms-2
Weight of the object (W) = ?
We know that, W = m x g = 5 x 9.8 = 49 N

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Question 3.
If the mass of you and your friend is 35 kg, and the distance between you and your friend is 1 m, then what will be the force of attraction between two?
Solution:
Here,
Mass(m1) = 35kg
Ma.ss(m2) = 35kg
Distance(r) = 1 m
Gravitational constant (G) = 6.67 x 10-11 Nm2 kg-2
Force of attraction (F) = ?
We know that, Force of attraction, (F) = \(\frac{\mathrm{Gm}_1 \mathrm{~m}_2}{\mathrm{r}^2}\)
= \(\frac{6.67 \times 10^{-11} \times 35 \times 35}{(1)^2}\)
= 8.17 x 10-8 N Ans

Question 4.
FInd the weight of an object of mass 10 kg on the surface of that planet whose mass is two times and radius Is three times that of earth.
Solution:
For planet, M = 2Me and R = 3 Re
∴ g1 = \(\frac{\mathrm{G}\left(2 \mathrm{M}_{\mathrm{e}}\right)}{\left(3 \mathrm{R}_{\mathrm{e}}\right)^2}=\frac{2 \mathrm{GM}_{\mathrm{e}}}{9 \mathrm{R}_{\mathrm{e}}^2}\)
= \(\frac {2}{9}\) g
= \(\frac {2}{9}\) x 9.8 = \(\frac {19.6}{9}\)m-2 [∵ g = 9.8 m-2]
∴ Weight of the object of 10 kg on the planet (W) = m x g1
= 10 x \(\frac {19.6}{9}\) = \(\frac {19.6}{9}\) = 21.78 N

Question 5.
The weight of an object is 49 N, what will be its mass?
Solution:
Weight of object (W) = 49 N
Acceleration due to gravity (g) = 9.8 ms-2
Weight = mass x acceleration due to gravity
W = mg
49 = m x 9.8
m = \(\frac {49}{9.8}\) = 5 kg

Question 6.
A car fall off a ledge and drops to the ground in 0.5g. Let g = 10 ms-2
(i) What is the speed of car on striking the ground?
(ii) What ¡s its average speed during \(\frac {1}{2}\) s?
(iii) How high is the ledge from the ground?
Solution:
Time (t) = \(\frac {1}{2}\) s
Initial velocity (u) = 0 ms-1
Acceleration due to gravity (g) = 10 ms-2
Acceleration of car (a) = + 10 ms-2 (downward)
(i) Speed (v) = at
v = 10 ms-2 x \(\frac {1}{2}\) s = 5 ms-1

(ii) Average speed = \(\frac {u + v}{2}\) = \(\frac{\left(0 \mathrm{~ms}^{-1}+5 \mathrm{~ms}^{-1}\right)}{2}\) = 2.5 ms-1

(iii) Distance travelled, s = \(\frac {1}{2}\) at2
= \(\frac {1}{2}\) x 10 ms-2 x (1/2s)2
= \(\frac {1}{2}\) x 10 ms-2x (1/4s)2 = 1.25 m
Thus
(i) its speed on striking the ground = 5 ms-1
(ii) its average speed during the \(\frac {1}{2}\) s = 2.5 ms-1
(iii Height of the ledge from the ground = 1.25 m

Question 7.
A stone ¡s dropped from the edge of the roof:
(i) how long time does It take to fall 4.9 m?
(ii) what is the speed of stone at that time?
(iii) how fast does It move at the end of 1.9 m?
(iv) what is the acceleration after Is and after 2s?
Solution:
(i) Initial velocity of stone (u) = 0
The distance covered by the stone (s) = 4.9 m
g = 9.8 ms-2
Time, t = ?
Now, S = ut + gt2
4.9 = 0 x t +\(\frac {1}{2}\) x 9.8 x t2
Or 4.9 = 0 + 4.9 t2
Or 4.9 t2 = 4.9
Or t2 = \(\frac {4.9}{4.9}\) = 1s

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

(ii) Suppose the speed of stone at that time = v
Now, v = u + gt
v = 0 + 9.8 x 1
v = 0 + 9.8 = 9.8 ms-1

(iii) initial velocity of stone (u) = 0
The distance covered by the stone (s) = 79 m
g = 9.8 mr-2, v = ?

Now, v2 – u2 = 2gs
v2 – (0)2 = 2 x 9.8 x 7.9
v2 – 0 = 154.84
v = 154.84
v = \(\sqrt{154.84}\) = 12.44 ms-1

(iv) Because the body is faLling freely under the action of gravity.
∴ Acceleration of the body after 1 s = 9.8 ms-2
Acceleration of the body after 2 s = 9.8 ms-2

Question 8.
A ball is thrown up vertically upto a height of 100 m, find its initiai speed.
Solution:
Here,
Initial speed (u) = ?
Final speed (v) = 0
Distance (s) = 100m
Acceleration due to gravity (g) = -9.8 ms-2
Weknowthat, v2 – u2 = 2gs
02 – u2 = 2 x (-9.8) x 100
– u2 = – 1960
u = \(\sqrt{1960}\) = 44.2 ms-1 Ans

Question 9.
What will be the height of building Ifa piece of stone takes 4 seconds when dropped freely from the roof of a building?
Solution:
Here, Initial speed (u) = 0
Time(t) = 4s
Height or distance (s) = ?
Acceleration due to gravity (g) = 9.8 ms2
We know that, s = ut + \(\frac {1}{2}\) gt2
= 0 x 4 + \(\frac {1}{2}\) x 9.8 x (4)2
= \(\frac {1}{2}\) x 9.8 x 4 x 4 = 78.4 m

Question 10.
The volume of a 500 g sealed tin (or box) is 350 cm3. What is the density of sealed tin ? Will it float or sink in water? What will be the mass of the water displaced by this tin?
Solution:
Mass of tin (m) = 500 g = \(\frac {500}{1000}\) kg = 0.5 kg
Volume of tin = 350 cm3
= \(\frac{350}{100 \times 100 \times 100}\) m3
= 35 x 10-5 m3
Density of tin = \(\frac{\text { mass }}{\text { volume }}=\frac{0.5}{35 \times 10^{-5}}\) kg m-3
= \(\frac{5 \times 10^5}{35 \times 10}=\frac{10^4}{7}\) kg m3
= 1.429 x 103 kg m-3
We know that the density of water = 1000 kg m-3
= 103 kg m-3

∴ Relative density of tin density of water HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 14 = \(\frac{1.429 \times 10^3}{10^3}\) = 1.429
Because the relative density of tin (is more than 1). Therefore, tin will sink in the water. Thus, mass of the water displaced wilt be less than that of tin.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Question 11.
The volume of a piece of iron is 20cm3 and mass ¡s 156 g. What is its density?
Solution:
Mass of the iron = 156 g
Volume of the iron = 20 cm3
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 15
= \(\frac {156}{20}\) = 7.8g cm-3.

Do Yourself

(1) Write down the expression for the acceleration experienced by a particle on the surface of moon due to the gravitational force on moon. Find the ratio of this acceleration to that experienced by the saine particle on the surface of the earth. if the acceleration due to gravity on earth is 98 ms2 what is the acceleration of a particle on the surface of moon?
Answer:
[(i) a = \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{m}}}{\mathrm{R}_{\mathrm{m}}}\) (ii) 0.16 (iii) 1.57 ms-2]

(2) A particle is thrown up in vertical direction with a velocity of 50 ms. What will be its velocity at highest point? What is the maximum height attained by this particle? How much time will it take to reach at highest point?
Answer:
[(i) v = 0 (ii) 125 m (iii) 5 s]

(3) What will be the force due to gravity on the surface of that planet whose mass and radius, both are
half than that of earth ?
Answer:
[Take g = 9.8 ms2 1 [19.6 ms-2]

(4) A force of 20 N is applied on an object of weight 9.8 N. Calculate the mass of the object and the
acceleration produced.
Answer:
[Take g = 9.8 ms-2] [1 kg; 20 ms-2]

(5) The mass of the earth is 6 x 1024 kg and that of the moon is 7.3 x 1o22 kg. 1f the distance between the
earth and the moon is 3.84 x 105 km, calculate the force exerted by the earth on the moon.
Answer:
[19.8 x 1019 N]

(6) Calculate the force of attraction acting on person of mass 35 kg on the surface of earth. The mass of the earth is 6 x 1024 kg and radius is 6.4 x 106m.
Answer:
[342 N]

(7) Find the force of attraction between two objects having mass 50 kg and 10 kg and the distance between them is 1 metre.
Answer:
[3.34 x 10-8 N]

(8) The mass of earth is 6 x kg and mass of moon is 7.4 x 1022 kg. 1f the distance between the earth and the moon is 3.84 x 105 km, find the force exerted by the earth on the moon
Answer:
[G = 6.7 x 10-11 Nm2 kg-2]
[22.01 x 1020N]

(9) An object is thrown up ¡n vertical direction and attains a height of 10 m. Calculate
(i) the velocity with which the object is thrown up and
(ii) time taken by the object to reach the highest point.
[u = 14 ms-1 t = 1 .43s]

(10) A boy dropped a stone from the edge of a rock of 49 m high. After is, he dropped second stone. What was the speed of second stone if both stones reached the eanh in same time ?
[ Take g = 9.8 ms-2]
[12.08 ms-1]

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

(11) By which initial velocity, the ball will be thrown up so that it can go upto a height of 40 m.
Answer:
[28 ms-1] [10 kg]

(12) Find the mass of that object whose weight is 196 N.
Answer:
[Take -9.8 ms-2] (10 kg]

(13) An aeroplane is flying at a height of 1000 m in horizontal direction with a velocity of 100 ms-1. A bomb is dropped from it. Calculate:
(i) the time taken by the bomb to reach earth.
(ii) the velocity before striking the ground.
(iii) the distance of target.
Answer:
[(1) 14.28 s ((ii) 172.4 ms-1 ((iii) 1428.5 m]

(14) The mass of an object ¡s 10 kg. What will be its weight on the earth?
Answer:
[98 N]

(15) The weight of an object is 10 N on weighing. What will be its weight on moon?
Answer:
[98 N]

(16) A block of wood is kept on a table top. The mass of wooden block is 5 kg and its dimcnsions are 40 cm x 20 cm x 10cm. Find the pressure exerted by the wooden block on the table top ¡fit is made to lie on the table top with its sides of dimensions (a) 20 cm x 10 cm and (b) 40 cm x 20 cm.
Answer:
[(a) 2450 Nm-2 (b) 612.5 Nm-2]

(17) The relative density of silver is 10.8 g. The density of water is 1 kgm3. What will be the density
of silver in SI unit?
Answer:
[10.8 x 103 kg m3]

Essay Type Questions

Question 1.
Find the deflnition of universal gravitational constant ‘G’. Write the unit of ‘G’ In SI system.
Answer:
According to Newton’s Universal Law of Gravitation,

F = \(\mathrm{G} \frac{\mathrm{M}_1 \mathrm{M}_2}{\mathrm{R}^2}\)
Or G = \(\frac{\mathrm{FR}^2}{\mathrm{M}_1 \mathrm{M}_2}\)
If M2 = M2 = 1 unit and R = 1 unit, then
G = \(\frac{F \times 1^2}{1 \times 1}=\frac{F \times 1}{1 \times 1}\) = F
∴ Thus, universal gravitational constant is a gravitational force which is placed between the objects of unit mass which are at unit distance from each other.

SI unit of G:
G = \(\frac{\mathrm{FR}^2}{\mathrm{M}_1 \mathrm{M}_2}\)
Because G is the ratio ofF and M1 M2/R2 . Therefore, its unit depends upon the units of force, mass and distance. If mass is taken in kilogram, distance in metres and time in seconds, then unit of force is newton (N). Therefore, unit of G will be Nm-2 kg-2. The value of G found by the experiments on golden balls is:
G = 0.000,000,000,066,734 Nm2 kg2
= 6.673 x 10-11 Nm2 kg2

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Question 2.
State the universal law of gravitation. Derive the formula for gravitational force between two bodies. Aand B of masses M and m, placed at a distanced.\(1 \frac{1}{2}+2 \frac{1}{2}=4\)
Answer:
Universal Law of Gravitation:
Every object in the universe attracts every other object with a force which is proportional to the product of their masses and inversely proportional to the square of the distance between them. The force is along the line joining the çentres of two objects.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 9

Let two objects A and B of masses M and ‘m’ lies at a distance ‘d’ from each other as shown in figure. Let the force of attraction between two objects be F. According to the universal law of gravitation, the force between two objects is directly proportional to the product of their masses, that is,
F ∝ M x m …………(i)
And the force between two objects is inversely proportional to the square of the distance between them, that is,
F ∝ \(\frac{M \times m}{d^2}\) ………..(ii)
Combining eqs. (i) and (ii), we get
F ∝ \(\frac{M \times m}{d^2}\) or F = G \(\frac{M \times m}{d^2}\)
Where G is the constant of proportionality and is called universal gravitational constant.

Question 3.
Compare the weights of body if that are weigh on earth and moon.
Answer:
The value of acceleration due to gravity of each planet (g) depends upon its mass and radius. Due to this reason, weight of an object on moon is \(\frac {1}{6}\) th times than on the earth. Suppose the mass of object is ‘m’e. If the mass of earth is Me and its radius is Re, then weight of the object on earth (Fe).
Fe = \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e} \mathrm{m}}}{\mathrm{R}_{\mathrm{e}}^2}\) ………..(i)
In same way, the mass of the moon is Mm and its radius is Rm then weight of the object on moon (Fm)
Fm = \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}}{\mathrm{R}_{\mathrm{e}}^2}\) ………(ii)
Dividing eQuestion (i) by eQuestion (ii) \(\frac{\mathrm{F}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{F}_{\mathrm{m}}}=\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}}{\mathrm{R}_{\mathrm{e}}^2} \times \frac{\mathrm{R}_{\mathrm{m}}^2}{\mathrm{GM}_{\mathrm{m}} \times \mathrm{m}}=\frac{\mathrm{M}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{M}_{\mathrm{m}}}\left(\frac{\mathrm{R}_{\mathrm{m}}}{\mathrm{R}_{\mathrm{e}}}\right)^2\)
∴ The mass of the earth is 100 times than that of moon, and radius is 4 times more
Me = 100 Mm and
Re = 4 Rm

By putting the value of Me and Re
\(\frac{\mathrm{F}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{F}_{\mathrm{m}}}=\frac{\mathrm{M}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{M}_{\mathrm{m}}}\left(\frac{\mathrm{R}_{\mathrm{m}}}{\mathrm{R}_{\mathrm{e}}}\right)^2=\frac{100 \mathrm{M}_{\mathrm{m}}}{\mathrm{M}_{\mathrm{m}}} \times\left(\frac{\mathrm{R}_{\mathrm{m}}}{4 \mathrm{R}_{\mathrm{m}}}\right)^2\)
\(\frac{\mathrm{F}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{F}_{\mathrm{m}}}\) = 100 x \(\frac {1}{6}\)
= 6 approx.
Fe = 6 Fm
Thus, it is clear that the mass of the object on the moon will be m, but its weight on the earth is 6 times more in compare to moon.

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

Question 4.
Write the difference between:
(i) Gravitational force and force of gravity
(ii) Centre of mass and centre of gravity.
Answer:
(i) The difference between gravitational force and force of gravity is as follows:

Gravitational ForceForce of Gravity:
1. The gravitational force is the force that arises between any two objects in the universe.1. The force exerted between the earth and the object is called force of gravity.
2. The gravitational force exerted between two objects is proportional to the product of their masses.2. The force of gravity is proportional to the masses of body.
3. The gravitational force exerted between the two objects is inversely proportional to the square of the distance between their centres.3. The force of gravity is proportional to the acceleration due to gravity (g).
Gravitational ForceForce of Gravity:

(ii) Centre of mass and centre of gravity.
Suppose a giant body is made of many particles. Then it is possible for us to define that point where the whole of the mass of the body is concentrated. This point is called ‘centre of mass’. On the surface of earth or nearby it, where force of gravity is constant, centre of mass is only that point where the force of gravity on whole body can be experienced. In this state, the centre of mass is called centre of gravity.

Thus ‘centre of gravity’ of a body is that point, where the force of gravity is acting on the whole body as shown in fig. The centre of gravity of objects having regular size and uniform density lies on their geometrical centre. This can be balanced on a needle at the geometrical centre. For example, the centre of gravity of a spherical ball, or rectangular piece of wood or circular disc of metal is at their centre.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 10

Practical Work

Experiment 1.
Describe an activity to understand the motion of moon from earth. Procedure:
(i) Take a piece of thread. Tie a small stone at one end.
(it) Hold the other end of the thread and whirl it round as shown in fig.
(iii) The direction of the motion of stone will be circular motion.
(iv) Now release the thread.
(v) Again, note the direction of motion of the stone.
Before the thread is released, the stone moves in a circular path with a certain speed and changes direction at every point. The change in direction involves change in velocity or acceleration. The force that cause this acceleration and keeps the body moving along the circular path is acting towards the centre. This force is called the centripetal force.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 11

Experiment 2.
Explain an activity to understand the meaning of free fall of objects.

Procedure:
(i) Take a stone.
(ii) Throw it upwards.
(iii) It reaches a certain height and then it starts falling down.
We know that the earth attracts objects towards it. This is due to force of gravity. Whenever objects fall towards the earth under this force alone, we say that the objects are in free fall.

Experiment 3.
Prove with experiment that the gravitational force between two objects of general masses is weak.

Procedure:
Take a magnet. Take it near the iron pin kept near the piece of stone. You will see that the iron pin is not attracted towards piece of stone but towards the magnet. It proves that the gravitational force between stone and pin is very weak. So the iron pin is not attracted towards stone. In fact, the gravitational force between piece of stone and iron pin is very weak as compared to magnetic force. So the iron pin attracted towards magnet but not towards piece of stone. It is concluded that the gravitational force between two objects of general masses is weak.

Experiment 4.
Explain with an experiment that why iron sinks into the water while cork floats ?

Procedure:
(i) Take a beaker filled with water.
(ii) Take an iron nail and a cork of equal mass.
(iii) Place them on the surface of water.
(iv) You will observe that the cork floats and the nail sinks.
This is due to the difference in their densities. The density of a substance is defined as the mass per unit volume. The density of cork is less than the density of water. This means that the up thrust of water on the cork is greater than the weight of the cork. So it floats.
HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation - 12

Quick Review of the Chapter

1. What is the force of attraction called between the two particles of the universe ?
(A) force of gravity
(B) gravitational force
(C) centripetal force
(D) magnetic force
Answer:
(B) gravitational force

2. The force exerted by the earth on an object is called :
(A) force of gravity
(B) gravitational force
(C) centripetal force
(D) magnetic force
Answer:
(A) force of gravity

3. The acceleration which maintains the circular motion always directed towards the centre of circle, that is called :
(A) force of gravity
(B) gravitational force
(C) centripetal force
(D) buoyant force
Answer:
(C) centripetal force

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

4. Every object in the universe attracts every other object with a force which is proportional to the product of their masses and inversely proportional to the square of the distance between them. This law is called :
(A) universal law of gravitation
(B) law of gravity
(C) universal law of centripetal
(D) Archimedes’ principle
Answer:
(A) universal law of gravitation

5. The magnitude of the gravitational force on an object on the surface of earth is :
(A) \(\frac{\mathrm{GM}_{\mathrm{e}}}{\mathrm{R}^2}\)
(B) \(\frac{\mathrm{GM}}{\mathrm{R}^2}\)
(C) \(\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}\mathrm{R}_{\mathrm{e}^2}\)
(D) \(\frac{\mathrm{M}_{\mathrm{e} m}}{\mathrm{GR}^2}\)
Answer:
(C) \(\mathrm{GM}_{\mathrm{e}} \mathrm{m}\mathrm{R}_{\mathrm{e}^2}\)

6. The value of gravitational constant is :
(A) different at each place on earth
(B) same at all planets and satellites
(C) vary from place to place
(D) all above statements are false
Answer:
(B) same at all planets and satellites

7. On which part of earth the value of acceleration due to gravity (g) is maximum?
(A) on poles
(B) on equator
(C) on centre
(D) on all of them
Answer:
(A) on poles

8. What is the weight of an object on moon in comparison of earth ?
(A) 6 times
(B) 3 times
(C) \(\frac {1}{6}\) times
(D) \(\frac {1}{3}\) times
Answer:
(C) \(\frac {1}{6}\) times

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

9. The value of acceleration due to gravity (g) is :
(A) same at every place on earth
(B) same at all planets and satellites
(C) vary from place to place
(D) all above statements are false
Answer:
(C) vary from place to place

10. If the weight of a person is 24 N on the earth, then what will be his weight on moon ?
(A) 6N
(B) 8N
(C) 4N
(D) 96 N
Answer:
(C) 4 N

11. The value of acceleration due to gravity (g) is least on which part of earth ?
(A) on poles
(B) on equator
(C) on mountains
(D) on all above
Answer:
(B) on equator

12. The formula of the attractive force (F) between two objects of masses ntj and m2 respectively kept at a distance of R is :
(A) \(\frac{\mathrm{Gm}_1}{\mathrm{~m}_2 \mathrm{R}^2}\)
(B) \(\frac{\mathrm{Gm}_2}{\mathrm{~m}_1 \mathrm{R}^2}\)
(C) \(\frac{\mathrm{R}^2}{\mathrm{Gm}_1 \mathrm{~m}_2}\)
(D) \(\frac{\mathrm{Gm}_1 \mathrm{~m}_2}{\mathrm{R}^2}\)
Answer:
(D) \(\frac{\mathrm{Gm}_1 \mathrm{~m}_2}{\mathrm{R}^2}\)

13. The value of acceleration due to gravity (g) on the surface of earth is :
(A) 9.8 ms-2
(B) 4.9 ms-2
(C) 19.6 ms-2
(D) 29.4 ms-2
Answer:
(A) 9.8 ms-2

14. The value of acceleration due to gravity (g) is zero on :
(A) poles
(B) equator
(C) centre
(D) everywhere
Answer:
(C) centre

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

15. The value of acceleration due to gravity (g) at a distance of 12800 km from the centre of earth is:
(A) 1/4 th that of earth
(B) half of the acceleration due to
(C) 4 times that of earth
(D) gravity of earth double that of earth
Answer:
( A) 1/4 th that of earth

16. The distance of the moon from the earth is :
(A) 384000 m
(B) 384000 km
(C) 38400 km
(D) 38400 m
Answer:
(B) 384000 km

17. The quantity of matter present in the body is called :
(A) weight
(B) mass
(C) pressure
(D) thrust
Answer:
(B) mass

18. The weight of an object is zero at:
(A) poles
(B) equator
(C) mountains
(D) centre of earth
Answer:
(D) centre of earth

19. What is the relation among u, y, g and t?
(A) v = u + gt
(B) v + u = gt
(C) v + gt = u
(D) \(\frac {v}{g}\) = u + t
Answer:
(A) v = u + gt

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

20. The distance of sun from earth is approximately:
(A) 1.5 x 1011 m
(B) 1.5 x 1011 km
(C) 1.5 x 1011 cm
(D) 1.5 x 1011 mm
Answer:
(A) 1.5 x 1011 m

21. By which symbol pascal is denoted?
(A) Pa
(B) Ps
(C) Pc
(D) P
Answer:
(A) Pa

22. On what angle a player throws ball with horizontal line so the ball falls at maximum distance?
(A) 900
(B) 0°
(C) 45°
(D) 600
Answer:
(C) 45°

23. The free fall means:
(A) the objects fàlling towards earth
(B) the objects going upward from the earth
(C) the objects moving parallel to earth
(D) none of these
Answer:
(A) the objects falling towards earth

24. SI unit of pressure is:
(A) Newton
(B) kilogram
(C) metre
(D) Pascal
Answer:
(D) Pascal

25. What will be the produced pressure 11300 n force is applied on the area of 20m2?
(A) 6000 Pa
(B) 3OPa
(C) 15 Pa
(D) 7.5 Pa
Answer:
(C) 15 Pa

HBSE 9th Class Science Important Questions Chapter 10 Gravitation

26. It is difficult to hold a school bag having a strap made of a thin and strong string, because thrust affects:
(A) large area
(B) more area
(C) small area
(D) longer area
Answer:
(C) small area

27. When an object is immersed in a liquid, the liquid exerted an upward force, which is called:
(A) buoyant force
(B) gravitational force
(C) frictional force
(D) opposing force
Answer:
(A) buoyant force

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