HBSE 9th Class Social Science Solutions Civics Chapter 2 लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों?

Haryana State Board HBSE 9th Class Social Science Solutions Civics Chapter 2 लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों? Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 9th Class Social Science Solutions Civics Chapter 2 लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों?

HBSE 9th Class Civics लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों? Textbook Questions and Answers

निम्नलिखित विकल्पों में सही विकल्प को तलाशें।

लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों? Class 9 HBSE Civics प्रश्न 1.
यहां चार देशों के बारे में कुछ सूचनाएँ हैं। इन सूचनाओं के आधार पर आप इन देशों का वर्गीकरण किस तरह करेंगे? इनके सामने ‘लोकतांत्रिक’, ‘अलोकतांत्रिक’ और ‘पक्का नहीं’ लिखें।
(क) देश क : जो लोग देश के आधिकारिक धर्म को नहीं मानते उन्हें वोट डालने का अधिकार नहीं है।
(ख) देश ख : एक ही पार्टी बीत बीस वर्षों से चुनाव जीतती आ रही है।
(ग) देश गः पिछले तीन चुनावों में शासक दल को पराजय का मुहँ देखना पड़ा।
(घ) देश घः यहाँ स्वतंत्र चुनाव आयोग नहीं हैं।
उत्तर-
(क) अलोकतांत्रिक
(ख) लोकतांत्रिक
(ग) लोकतांत्रिक
(घ) अलोकतांत्रिक।

HBSE 9th Class Social Science Solutions Civics Chapter 2 लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों?

लोकतंत्र क्या और क्यों Class 9 Question Answer HBSE Civics प्रश्न 2.
यहाँ चार अन्य देशों के बारे में कुछ सूचनाएँ दी गई हैं, इन सूचनाओं के आधार पर इन देशो का वर्गीकरण आप किस तरह करेंगे। इनके आगे ‘लोकतांत्रि’, ‘अलोकतांत्रिक’ और ‘पक्का नहीं लिखे।
(क) देश च : संसद सेना प्रमुख की मंजूरी के बिना सेना के बारे में कोई कानून नहीं बना सकती।
(ख) देश छ : संसद न्यायपालिका के अधिकारों में कटौती का कानून नहीं बना सकती।
(ग) देश ज : देश के नेता बिना पड़ोसी देश की अनुमति के किसी और देश से संधि नहीं कर सकते।
(घ) देश झ : देश के सारे आर्थिक फैसले केंद्रीय बैंक के अधिकारी करते हैं जिसे मंत्री भी नहीं बदल सकते।
उत्तर-
(क) अलोकतांत्रिक
(ख) लोकतांत्रिक
(ग) अलोकतांत्रिक
(घ) लोकतांत्रिक।

लोकतंत्र क्या लोकतंत्र क्यों प्रश्न उत्तर HBSE Civics Class 9 प्रश्न 3.
इनमें से कौन-सा तर्क लोकतंत्र के पक्ष में अच्छा नहीं है और क्यों?
(क) लोकतंत्र में लोग खुद को स्वतंत्र और समान मानते हैं।
(ख) लोकतांत्रिक व्यवस्थाएँ दूसरों की तुलना में टकरावों को ज्यादा अच्छी तरह सुलझाती हैं।
(ग) लोकतांत्रिक सरकारें लोगों के प्रति ज्यादा उत्तरदायी होती हैं।
(घ) लोकतांत्रिक देश दूसरों की तुलना में ज्यादा समृद्ध होते हैं।
उत्तर-
(क) यह लोकतंत्र के पक्ष का तर्क है क्योंकि लोकतंत्र में लोग स्वतंत्र व समान होते हैं।
(ख) यह लोकतंत्र के पक्ष का तर्क है क्योंकि लाकतंत्र बातचीत, वार्ता तथा मत पत्र पर पनपता है जहाँ तनावों को सुलझाया जाता है।
(ग) लोकतांत्रिक सरकार एक उत्तदायी सरकार होती है, यह लोकमत अनुकूल सरकार भी होती है।
(घ) लोकतंत्र में व्यवस्थाएँ सम्पन्न होती हैं। गरीब देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्थाएँ कमजोर हाती है। यह तर्क __ भी लोकतंत्र के पक्ष का तर्क हैं।

प्रश्न 4.
इन सभी कथनों में कुछ चीजें, लोकतांत्रिक हैं तो कुछ अलोकतांत्रिक। हर कथन में इन चीजों को अलग-अलग करके लिखें।
(क) एक मंत्री ने कहा कि संसद को कुछ कानून पास करने होंगे जिससे विश्व व्यापार संगठन द्वारा तय नियमों की पुष्टि हो सके।.
(ख) चुनाव आयोग ने एक चुनाव क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान का आदेश दिया जहाँ बड़े पैमाने पर मतदान में गड़बड़ की गई थी।
(ग) संसद में औरतों का प्रतिनिधित्व कभी भी 10 प्रतिशत तक नहीं पहुँचा है। इसी के कारण महिला संगठनों ने संसद में एक-तिहाई आरक्षण की माँग की
उत्तर-
(क) विश्व व्यापार संगठन द्वारा तय नियमों की पुष्टि के लिए संसद को प्रस्ताव पास करना पड़ता है यह लोकतंत्र का एक तत्त्व है ऐसा इसलिए कि भारत विश्व व्यापार संगठन का सदस्य है।
(ख) यह भी एक लोकतांत्रिक व्यवस्था है क्योंकि स्वतंत्र चुनाव लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं। यह दायित्व चुनाव आयोग है कि चुनाव स्वतंत्र, निरपेक्ष तथा ईमानदारी से हो।
(ग) यह लोकतांत्रिक तथ्य है। यदि देश की लगभग आधी जनसंख्या 1/3 प्रतिनिधित्व की मांग कर रही हैं तो ऐसी माँग लोकतंत्र के विरुद्ध कैसे हो सकती है।

प्रश्न 5.
लोकतंत्र में अकाल और भुखमरी की संभावना कम होती है। यह तर्क देने का इनमें से कौन-सा कारण सही नहीं है?
(क) विपक्षी दल भूख और भुखमरी की ओर सरकार का ध्यान दिला सकते हैं।
(ख) स्वतंत्र अखबार देश के विभिन्न हिस्सों में अकाल की स्थिति के बारे में खबरें दे सकते हैं।
(ग) सरकार को अगले चुनाव में अपनी पराजय का डर होता है।
(घ) लोगों को कोई भी धर्म मानने और उस पर आचरण करने की स्वतंत्रता है।
उत्तर-
(घ) सही उत्तर-नहीं है। धर्म के अनुसरण की स्वतंत्रता का अधिकार लोकतांत्रिक है, परन्तु इसका अकाल के साथ कोई संबंध नहीं होता।

HBSE 9th Class Social Science Solutions Civics Chapter 2 लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों?

प्रश्न 6.
किसी जिले में 40 ऐसे गांव हैं जहाँ सरकार ने पेयजल उपलब्ध कराने का कोई इंतजाम नहीं किया है। इन गाँवों के लोगों ने एक बैठक की
और अपनी जरूरतों की ओर सरकार का ध्यान दिलाने के लिए कई तरीकों पर विचार किया। इनमें __ से कौन-सा तरीका लोकतांत्रिक नहीं हैं?
(क) अदालत में पानी को अपने जीवन के अधिकार का हिस्सा बताते हुए मुकदमा दायर करना। __ (ख) अलगे चुनाव का बहिष्कार करके सभी पार्टियों को संदेश देना।
(ग) सरकारी नीतियों के खिलाफ जन सभाएँ करना।
(घ) सरकारी अधिकारियों को पानी के लिए रिश्वत देना।
उत्तर-
(क) तरीका लोकतांत्रिक नहीं है। वस्तुतः लोगों को पेयजल उपलब्ध कराना सरकार का दायित्व है। परन्तु इस आपूर्ति के लिए सरकार का अथवा सरकारी अधिकारियों का रिश्वत लेना कदापि लोकतांत्रिक नहीं हैं।

प्रश्न 7.
लोकतंत्र के खिलाफ दिए जाने वाले इन तों का जवाब दीजिए।
(क) सेना देश का सबसे अनशासित और भ्रष्टाचार मुक्त संगठन है। इसलिए सेना को देश का शासन करना चाहिए।
(ख.) बहुमत के शासन का मतलब है मूों और. अशिक्षितों का राज। हमें तो होशियारों के शासन की ज़रूरत है, भले ही उनकी संख्या कम क्यों न हो।
(ग) अगर आध्यात्मिक मामलों में मार्गदर्शन के लिए हमें धर्म-गुरुओं की जरूरत होती है तो उन्हीं को राजनैतिक मामलों में मार्गदशन का काम क्यों नहीं सौंपा जाए। देश पर धर्म-गुरुओं का शासन होना चाहिए।
उत्तर-
(क) सैनिक शासन एक लोकतांत्रिक नियम नहीं है।
(ख) यह सही है कि लोगों का एक बड़ा हिस्सा साक्षर नहीं होता। परन्तु इसका यह अर्थ नहीं है कि बहुमत का शासन लोकतांत्रिक नहीं होता। संसार में बहुमत का शासन एक लोकतांत्रिक प्रयोजन माना गया है।
(ग) देश का शासन धार्मिक नेताओं द्वारा नहीं चलाया जाना चाहिए। धर्म व राजनीति दो अलग तथ्य हैं, उनका क्षेत्र भी अलग-अलग होता है। धर्म व्यक्ति का आन्तरिक मामला होता है तथा राजनीति, बाहरी।

प्रश्न 8.
इनमें से किन कथनों को आप लोकतांत्रिक समझते हैं? क्यों?
(क) बेटी से बाप : मैं शादी के बारे में तुम्हारी राय सुनना नहीं चाहता। हमारे परिवार में बच्चे वहीं शादी करते है। जहाँ माँ-बाप तय कर देते हैं।
(ख) छात्र से शिक्षक : कक्षा में सवाल पूछकर मेरा ध्यान मत बँटाओं।
(ग) अधिकारियों से कर्मचारी : हमारे काम करने के घंटे कानून के अनुसार कम किए जाने चाहिए।
उत्तर-
(क) यह कथन लोकतंत्र के अनुकूल नहीं है। लोकतंत्र में प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन के विषय में निर्णय करने का अधिकार होना चाहिए।
(ख)-यह कथन भी लोकतंत्र के अनुरूप नहीं है। विद्यार्थियों को कक्षा के बाहर प्रश्न पूछने की छूट होनी चाहिए।
(ग) यह लोकतंत्र के अनुरूप है। मजदूरों को कानूनों – के अनुसार काम करने का अधिकार हो; उनके काम करने
के घन्टे निश्चित होने चाहिएँ।

प्रश्न 9.
एक देश के बारे में निम्नलिखित तथ्यों पर गौर करें और फैसला करें कि आप इसे लोकतंत्र कहेंगे या नहीं। अपने फैसले के पीछे के तर्क भी बताएँ।
(क) देश के सभी नागरिकों को वोट देने का अधिकार है और चुनाव नियमित रूप से होते हैं।
(ख) देश ने अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों से ऋण लिया। ऋण के साथ यह एक शर्त जुड़ी थी कि सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य पर अपने खर्चों में कमी करेगी।
(ग) लोग सात से ज्यादा भाषाएँ बोलते हैं, पर शिक्षा का माध्यम सिर्फ एक भाषा है, जिसे देश के 52 फीसदी लोग बोलते हैं। . (घ) सरकारी नीतियों का विरोध करने के लिए अनेक संगठनों ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन करने और देश भर में हड़ताल करने का आह्वान किया है। सरकार ने उनके नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
(ङ) देश के रेडियो और टेलीविजन चैनल सरकारी हैं। सरकारी नीतियों और विरोध के बारे में खबर छापने के लिए अखबारों को सरकार से अनुमति लेनी होती है।
उत्तर-
(क) यह लोकतांत्रिक है। लोकतंत्र में नागरिकों को सरकार बनाने का अधिकार होता है। इस कारण उनके पास मत का अधिकार भी होता है। जिसका वे चुनावों के दौरान प्रयोग भी करते हैं ।
(ख)-यह लोकतांत्रिक नहीं है। विदेशी ताकत द्वारा नियंत्रण अपने आप में लोकतंत्र के विरुद्ध तत्त्व होता है।
(ग)-यह लोकतांत्रिक नहीं है। जो जिस भाषा को जानते नहीं हैं, उन पर वह भाषा थोपी नहीं जानी चाहिए। शिक्षा प्रचार उस भाषा में हो जिसे लोग स्वयं जानते हों।
(घ) हड़तालें तथा शांतिपूर्ण प्रदर्शन लोकतांत्रिक अधिकारों का हिस्सा होते हैं। सरकार की आलोचना लोकतंत्र के विरुद्ध नहीं होता।
(ङ)-यह लोकतांत्रिक. नहीं है। लोकतंत्र में प्रेस स्वतंत्र होती है।

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प्रश्न 10.
अमेरिका के बारे में 2004 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार वहाँ के समाज में असमानता बढ़ती जा रही है। आमदनी की असमानता लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विभिन्न वर्गों की भागीदारी घटने-बढ़ने के रूप में भी सामने आई। इन समूहों की सरकार के फैसलों पर असर डालने की क्षमता भी इससे प्रभावित हुई है। इन रिपोर्ट की मुख्य बातें थीं
सन् 2004 में एक औसत अश्वेत परिवार की आमदनी 100 डालर थी जबकि गोरे परिवार की आमदनी 162 डालर। औसत गोरे परिवार के पास अश्वेत परिवार से 12 गुना ज्यादा संपत्ति थी।
राष्ट्रपति चुनाव में 75,000 डालर से ज्यादा आमदनी वाले परिवारों के प्रत्येक 10 में से 9 लोगों ने वोट डाले थे। यही लोग आमदनी के हिसाब से सामज के ऊपरी 20 फीसदी में आते हैं। दूसरी ओर 15,000 डालर से कम आमदनी वाले परिवारों के प्रत्येक 10 में से सिर्फ 5 लोगों ने ही वोट डाले। आमदनी के हिसाब से ये लोग सबसे निचले 20 फीसदी हिस्से में आते है। जब गरीब लोग राजनीति में कम भागीदारी करते हैं तो सरकार भी उनकी चिंताओं पर कम ध्यान देती है गरीबी दूर करना, रोजगार देना, उनके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास की व्यवस्था करने पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता जितना दिया जाना चाहिए। राजनेता अकसर अमीरों और व्यापारियों की चिंताओं पर ही नियमित रूप से गौर करते हैं।
इस रिपोर्ट की सूचनाओं को आधार बनाकर और भारत के उदाहरण देते हुए ‘लोकतंत्र और गरीबी’ पर एक लेख लिखें।
उत्तर-
लोकतंत्र तथा गरीबी साथ-साथ नहीं चलते। जहाँ गरीबी होती है, वहाँ कुछ अमीरों के बीच कुछ अधिक गरीब होते हैं। ऐसी स्थिति लोकतंत्र को क्षति पहुँचाती है। क्योंकि अमीरों का अर्थव्यवस्था में कुछ-न-कुछ दाँव पर होता है, इसलिए वे राजनीति पर नियंत्रण रखते हैं। अमीर राजनीतिक दलों की सहायता करते हैं, उन्हें धन देते हैं, चुनावों में कुछ उम्मीदवारों की वित्तीय सहायता करते हैं ताकि वे चुनाव जीत जाएँ और वे उनके माध्यम से अपना कुछ फायदा उठा सकें। ऐसी गतिविधियों से असमानता बढ़ती है। सभी चुनाव-व्यवस्थाओं में ऐसी ही स्थिति पैदा हो जाती है तथा ऐसी ही गतिविधियाँ होती हैं। भारत में भी ऐसा ही कुछ होता है।

HBSE 9th Class Civics लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों? Important Questions and Answers

प्रश्न 1.
आयेंदे की सरकार किन गतिविधियों के प्रति प्रतिबद्ध थी?
उत्तर-
लोगों के हितों की पूर्ति जैसी गतिविधियों के प्रति प्रतिबद्ध थी।

प्रश्न 2.
पोलैण्ड में वालेशा सरकार किन गतिविधियों के लिए प्रतिबद्ध थी?
उत्तर-
ऐसी गतिविधियों के लिए प्रतिबद्ध थी कि सरकार को कम-से-कम हस्तक्षेप करना पड़े।

प्रश्न 3.
हमें परिभाषा की जरूरत क्यों पड़ती है?
उत्तर-
परिभाषा हमें किसी अमुक तथ्य को समझने व समझाने की सहायता करती है।

प्रश्न 4.
लोकतंत्र किस प्रकार की सरकार होती
उत्तर-
ऐसी सरकार जहाँ शासित अपने शासकों का चुनाव करते हैं।

प्रश्न 5.
लोकतंत्र की किसी एक शर्त का उल्लेख कीजिए।
उत्तर-
चुनाव लोकतंत्र की एक शर्त है। बिना चुनावों के लोकतंत्र का संचालन नहीं हो सकता।

प्रश्न 6.
क्या राजतंत्र में, जहाँ सम्राट, सर्वशक्तिमान होता है, चुनाव होते हैं?
उत्तर-
निरंकुश राजतंत्र में चुनाव नहीं होते।

प्रश्न 7.
जहाँ बन्दूक द्वारा शासन होता है, क्या वहां सेना चुनाव की अनुमति देती है?
उत्तर-
सेना के शासन में चुनाव नहीं होते। जनरल अपने शासन को वैध बनाने हेतु चुनावों का दिखावा कर सकता है।

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प्रश्न 8.
लोकतंत्र का डेमोक्रेसी शब्द किस भाषा से निकला है?
उत्तर-
यूनानी भाषा : डेमोस अर्थात् लोग, क्रेशिया अर्थात् शासन, डेमोक्रेसी अर्थात् लोगों का शासन। .

प्रश्न 9.
अब्राहम लिंकन ने लोकतंत्र की परिभाषा कैसे की थी?
उत्तर-
लोगों का शासन, लोगों द्वारा तथा लोगों के लिए।

प्रश्न 10.
क्या मात्र चुनाव कराना लोकतंत्र होने का आश्वासन होता है?
उत्तर-
नहीं। पुर्तगाल के तानाशाह चुनाव आदि कराया करते थे तथा उससे कुछ पहले लोकतांत्रिक छूट भी दे देते थे। परन्तु उसके बाद सभी स्वतंत्रताएँ व अधिकार छीन लेते थे। यह कैसा लोकतंत्र था? .

प्रश्न 11.
चुनाव को चुनाव कहा जाए, इसके लिए क्या-क्या आवश्यक होता है? .
उत्तर-
स्वतंत्र व स्वस्थ चुनाव।

प्रश्न 12.
राजनीतिक स्वतंत्रता क्या होती है?
उत्तर-
लोगों को अपने विचार व्यक्त करने की छूट।

प्रश्न 13.
वहाँ लोकतंत्र कैसे हो सकता है जहाँ राजनीतिक स्वतंत्रता नहीं होती। समझाइए।
उत्तर-
जहाँ राजनीतिक रूप से लागों को अपने विचार प्रकट करने की स्वतंत्रता नहीं होती, जहाँ राजनीतिक नेताओं को बंदी बनाकर घर में नज़र बंद रखा जाता है, वहाँ लोकतंत्र कैसे पनप सकता हैं।

प्रश्न 14.
लोकतंत्र के कुछेक आयामों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
विधि का शासन, नागरिक स्वतंत्रताएँ, अल्पमतों के हितों की सुरक्षा, बहुमत के अत्याचार से बचाव आदि-आदि।

प्रश्न 15.
निर्वाचित प्रतिनिधियों के कोई दो कार्य बताइए।
उत्तर-

  1. कानून बनाना,
  2. सरकार की नीतियों का निर्माण करना।

प्रश्न 16.
सार्वजनिक मताधिकार से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर-
सभी वयस्कों को, बिना किसी प्रकार के भेदभाव के, मताधिकार की प्राप्ति को सार्वजनिक मताधिकार कहा जाता है।

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प्रश्न 17.
किसी देश को लोकतंत्र कहने के लिए किसी एक विशेषता का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
ऐसे देश में सार्वजनिक मताधिकार का प्रयोजन होना चाहिए।

प्रश्न 18.
प्रत्यक्ष लोकतंत्र किसे कहते हैं?
उत्तर-
जहाँ मतदाता स्वयं अपना शासन करते हों, उसे प्रत्यक्ष लोकतंत्र कहा जाता है।

प्रश्न 19.
आजकल प्रत्यक्ष लोकतंत्र व्यवहारिक क्यों नहीं है? कोई दो कारण बताइए।
उत्तर-

  1. आज देशों की जनसंख्या लाखों, करोड़ों में हैं।
  2. आज देशों का आकार लाखों वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है। प्रत्यक्ष लोकतंत्र तो छोटे-छोटे आकार व कम जनसंख्या वाले देशों में लागू हो सकता है।

प्रश्न 20.
प्रतिनिध्यात्मक लोकतंत्र किसे कहते हैं?
उत्तर-
जहाँ प्रतिनिधियों द्वारा शासन करने का प्रयोजन हो। आज प्रायः सभी लोकतांत्रिक देशों में प्रतिनिध्यात्मक शासन प्रणाली है।

प्रश्न 21.
जनमत संग्रह का अर्थ बताइए।
उत्तर-
जनता की राय लेना जनमत संग्रह होता है। किसी पास किए प्रस्ताव पर लोगों की राय को जनमत कहते हैं।

प्रश्न 22.
उन कुछ देशों का नाम दीजिए। जहाँ जनमत लागू हैं? ..
उत्तर-
स्विटजरलैंड, फ्रांस, डेनमार्क, न्यूजीलैण्ड।।

प्रश्न 23.
ऐसा क्यों होता है कि तानाशाही में लोकतंत्र की अपेक्षा गलत निर्णय लिये जाते हैं?
उत्तर-
तानाशाही में निर्णय-निर्माण में लोगों को शमिल नहीं किया जाता। यही कारण है कि ऐसी परिस्थिति में निर्णय, गलत लिए जा सकते हैं।

प्रश्न 24.
लोकतंत्र में सरकारें लोकमत अनुकूल क्यों होती हैं?
उत्तर-
लोकतंत्र में लोकमत के आधार पर सरकारें काम करती हैं। जो सरकार लोकमत को अनदेखा करती है, वह बहुत दिन तक टिक नहीं पातीं।

प्रश्न 25:
क्या लोकतंत्रीय सरकार को लोगों में विचारों के भेदों को दबा देना चाहिए?
उत्तर-
लोकतंत्रीय सरकार वार्ता, विचार-विमर्श तथा बातचीत पर आधारित सरकार होती है। ऐसी सरकार भिन्न-भिन्न विचारों को दबाती नहीं हैं, अपितु उनमें सामंजस्य पैदा करती है।

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प्रश्न 26.
लोकतांत्रिक सरकारों की मुख्य विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-

  • स्वतंत्र व सामयिक चुनावों का प्रयोजन।
  • शासकों का मतदाताओं द्वारा चुना जाना।
  • लोगों के पास नागरिक व राजनीतिक स्वतंत्रताओं का होना।
  • विधि का शासन, विकेंद्रीकरण, स्वतंत्र प्रेस, सार्वजनिक वयस्क मताधिकार।
  • लोकमत अनुकूल सरकार।
  • उत्तरदायी सरकार जो संसद के प्रति तथा संसद मतदाताओं के प्रति उत्तरदायी हो। .

प्रश्न 27.
गैर-लोकतांत्रिक सरकारों की मुख्य विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-

  • चुनावों का प्रयोजन नहीं होता अथवा मात्र दिखावे के चुनाव होते हैं।
  • लोगों के पास अधिकार व स्वतंत्रताएँ नहीं होती अथवा उनका उन्हें आश्वासन प्राप्त नहीं होता।
  • शासन शक्ति एक नेता, एक दल आदि के पास होती है।
  • सरकार जनता के प्रति उत्तरदायी नहीं होती।
  • शासक शासितों द्वारा नहीं चुने जाते, चुनावे स्वतंत्र होते ही नहीं हैं।
  • सरकार लोगों के लोकमत अनुकूल नहीं होती।
  • शासन शक्तियाँ केंद्रित रहती हैं।

प्रश्न 28.
लोकतंत्र का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
लोकतंत्र शासन का एक ऐसा रूप है जिसमें शासकों को चुनाव लोगों द्वारा होता है। इसी कसौटी पर लोकतंत्र व गैर-लोकतंत्र में भेद किया जा सकता है। चिले की आयेंदे की सरकार चुनावों के आधार पर गठित हुई थी। जनरल पिनोशे कोई निर्वाचित चिले का राष्ट्रपति नहीं था। पोलैण्ड में साम्यवादी-एकदलीय सरकार में चुनाव दिखावे मात्र होते थे। बाद में वालेशा की सरकार लोगों के मतों के आधार पर बनायी गयी थी।

प्रश्न 29.
लोकतांत्रिक सरकार की किन्हीं चार अनिवार्यताओं का वर्णन करें।
उत्तर-

  • जनता शासकों का चुनाव करे।
  • शासकों को कानून बनाने व निर्णय लेने के . अधिकार हों।
  • चुनाव स्वतंत्र व सामयिक हों।
  • लोकतंत्र की सरकार किन्हीं नियमों में रहकर ही शासन करती हैं, संवैधानिक रूप से बनती है तथा संवैधानिक दायित्व निभाती हैं।

प्रश्न 30.
रिबियांग स्कूल से घर गई और उसने लोकतंत्र के बारे में कुछ अन्य प्रसिद्ध व्यक्तियों के कथनों को जमा किया। इस बार उसने इस उक्तियों को कहने या लिखने वाले के नाम का उपयोग नहीं किया। वह चाहती है कि आप भी इन्हें पढ़ें और बताएं कि ये उक्तियाँ कितनी अच्छी या उपयोगी हैं?
(क) लोकतंत्र हर व्यक्ति को अपना शोषक आप बन जाने का अधिकार देता है।
(ख) लोकतंत्र का मतलब है अपने तानाशाहों का चुनाव.करना पर उनके मुँह से अपनी इच्छा की बातें सुनने के बाद।
(ग) व्यक्ति की न्यायप्रियता लोकतंत्र को संभव – बनाती है लेकिन अन्याय के प्रति व्यक्ति का रुझान लोकतंत्र को जरूरी बनाता है।
(घ) लोकतंत्र शासन का ऐसा तरीका है जो सुनिश्चित करता है कि हम जैसी सरकार के लायक हैं वैसी सरकार ही हम पर शासन करे।
(ङ) लोकतंत्र की सारी बुराइयों को और अधिक लोकतंत्र से ही दूर किया जा सकता है।
उत्तर-
(क) यह कोई लाभ युक्त विचार नहीं हैं।
(ख) यह सही विचार नहीं है।
(ग) यह सही विचार है।
(घ) यह सही विचार है जहाँ तक यह तथ्य हो कि सरकार वह अच्छी होती है जो हमारे लिए काम करती है।
(ङ) यह सही विचार है।

प्रश्न 31.
विधि के शासन का अर्थ बताइए।
उत्तर-
विधि के शासन का अर्थ यह है कि देश में कानूनों का शासन होना चाहिए, न कि व्यक्तियों की मनमर्जी का। जहाँ व्यक्तियों की अपनी इच्छाओं का शासन होता है, वहाँ मनमानेपन के संकेत मिलते हैं, तानाशाही पनपती है और यह सब लोकतंत्र नहीं होता। विधि का शासन ही लोकतांत्रिक होता है। कानून सबके लिए समान होते हैं तथा कानून भेदभाव नहीं करता।

प्रश्न 32.
राजनीति पर आर्थिक विषमताओं का क्या बुरा प्रभाव पड़ता है?
उत्तर-

  • आर्थिक विषमताओं से गरीब-अमीर में भेद बढ़ता है तथा राजनीति अमीरों के पक्ष में काम करती हैं।
  • आर्थिक विषमताएँ राजनीतिक लोकतंत्र की स्थापना करके धन तंत्र को प्रोत्साहन देती हैं।
  • आर्थिक विषमताओं के दायरे में सरकार, नेता, कर्मचारी अमीरों की ओर अधिक ध्यान देते हैं। ये राजनीतिक भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा देती हैं।
  • आर्थिक विषमताएँ लोकतंत्र व राजनीति दोनों को भ्रष्ट कर देती हैं। .

प्रश्न 33.
प्रतिनिध्यात्मक सरकार की कोई चार विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-

  • प्रतिनित्यात्मक सरकार में जनता अपना शासन अपने द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों द्वारा करती हैं।
  • ऐसी सरकार चुनावों द्वारा बनती है। चुनाव प्रणालर की स्वतंत्रता प्रतिनिध्यात्मक सरकार को बल प्रदान करती है।
  • प्रतिनिधित्मक सरकार लोगों द्वारा नती है तथा लोगों के प्रति उत्तरदायी रहती है।
  • प्रतिनिधित्मक सरकार लोकमत का मान-सम्मान करती है तथा जनता के लिए काम करती है।

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प्रश्न 34.
लोकतांत्रिक सरकार में नागरिकों को प्राप्त किन्हीं चार अधिकारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-

  • लोगों को मताधिकार प्राप्त होते हैं: मतदाता अपनी इच्छा से अपने मताधिकार का प्रयोग करते
  • लोगों को मत प्रयोग के लिए विचार रखने व विचारों की अभिन्यक्ति का अधिकार होता है।
  • लोग राजनीतिक संस्थाओं के लिए होने वाले चुनावों में भाग ले सकते हैं तथा स्वयं चुनाव लड़ने का अधिकार भी रखते हैं। वह अपने शासकों को पद मुक्त भी कर सकते हैं।
  • लोगों के पास किसी भी सार्वजनिक पद को प्राप्त करने का अधिकार होता है।

प्रश्न 35.
निम्नलिखित अधिकारों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
(i) सचना प्राप्ति का अधिकार (ii) संघ-समुदाय बनाने का अधिकार।
उत्तर-
(i) नागरिकों को राजनीतिक मामलों में जानकारी प्राप्त करने का अधिकार होता है। वे सार्वजनिक नीतियों की कोई सूचना प्राप्त कर सकते हैं।
(ii) संघ-समुदाय बनाने के अधिकार का अर्थ है कि लोग अपने हितों को बनाने, व्यवस्थित करने तथा अभिव्यक्ति करने हेतु संघ-समुदाय बना सकते हैं।
भारत में लोगों को सूचना प्राप्ति तथा संघ-समुदायों के अधिकार प्राप्त हैं।

प्रश्न 36.
राजनीतिक स्वतंत्रता का क्या अर्थ है? लोकतंत्र के संचालन में यह स्वतंत्रता कैसे सहायता करती है?
उत्तर-
राजनीतिक स्वतंत्रता का अर्थ है वह स्वतंत्रता जिसके माध्यम से लोग लोकतांत्रिक व्यवस्था के संचालन में अपने विचारों को बना सकते हों तथा उनकी अभिव्यक्ति कर सकते हों। इस स्वतंत्रता के अंतर्गत विचार रखने, बनाने व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रताएँ सम्मिलित की जा सकती हैं। जहाँ राजनीतिक स्वतंत्रता नहीं होती, वहाँ लोकतंत्र की सफलता की सम्भावनाएँ कम हो जाती हैं।

प्रश्न 37.
जनरल परवेज मुशर्रफ के पाकिस्तान में सत्ता सम्भालने के बाद उस देश में हुई राजनीतिक गतिविधियों का ब्यौरा दीजिए।
उत्तर-
1999 में पाकिस्तान के जनरल मुशर्रफ ने लोकतांत्रिक ढ़ग से चुनी सरकार को उखाड़ फेंका और खुद को देश का ‘मुख्य कार्यकारी’ घोषित किया। बाद में उन्होंने खुद को राष्ट्रपति घोषित किया और 2002 में एक जनमत संग्रह कराके अपना कार्यकाल पाँच साल के लिए बढ़वा लिया। पाकिस्तानी मीडिया, मानवाधिकार संगठनों और लोकतंत्र के लिए काम करने वालों ने आरोप लगाया कि जनमत संग्रह एक धोखाधड़ी है और इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ियाँ की गई हैं। अगस्त 2002 में उन्होंने ‘लीगल फ्रेमवर्क आर्डर’ के जरिए पाकिस्तान के संविधान को बदल डाला। इस आर्डर के अनुसार राष्ट्रपति, राष्ट्रीय और प्रांतीय असेंबलियों को भंग कर सकता है। मंत्रिपरिषद् के कामकाज पर एक राष्ट्रीय और प्रांतीय असेंबलियों को भंग कर सकता है। मंत्रिपरिषद् के कामकाज पर एक राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् की निगरानी रहती है जिसके ज्यादतर सदस्य फौजी अधिकारी हैं। इस कानून के पास हो जाने के बाद राष्ट्रीय और प्रांतीय असेंबलियों के लिए चुनाव कराए गए। इस प्रकार पाकिस्तान में चुनाव भी हुए, चुने हुए प्रतिनिधियों को कुछ अधिकार भी मिले लेकिन सर्वोच्च सत्ता सेना के अधिकारियों और जनरल मुशर्रफ के पास है।

स्पष्ट है कि जनरल मुशर्रफ के शासन वाले पाकिस्तान को लोकतंत्र न कहने के अनेक ठोस कारण हैं। एक मुख्य कारण यह है सत्ता फौजी लोगों के हाथ में है। जो चुने हुए लोग हैं, वह निर्णय नहीं कर सकते। ऐसा अनेक तानाशाही व राजशाही व्यवस्थाओं में होता है। औपचारिक रूप से चुनाव होते हैं परन्तु सत्ता चुने हुए लोगों के हाथों में नहीं होती और न ही उन्हें शासकीय निर्णय लने के अधिकार होते हैं।

प्रश्न 38.
उदाहरण देकर बताइए कि एक-दलीय व्यवस्था में लोकतंत्र कैसे स्थापित हो सकता है। चीन के संदर्भ में इस तथ्य की चर्चा कीजिए।
उत्तर-
चीन की संसद के कवांगुओं रेममिन दाइवियाओ दाहुई (राष्ट्रीय जन संसद) कहते हैं। चीन की संसद के लिए प्रति पाँच वर्ष बाद नियमित रूप से चुनाव होते हैं। इस संसद को देश का राष्ट्रपति नियुक्त करने का अधिकार है।
इसमें पूरे चीन से करीब 3000 सदस्य आते हैं। कुछ सदस्यों का चुनाव सेना भी करती है। चुनाव लड़ने से पहले सभी उम्मीदवारों को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से मंजूरी लेनी होती है। 2002-03 में हुए चुनावों में सिर्फ कम्युनिस्ट पार्टी और उससे संबद्ध कुछ छोटी पार्टियों के सदस्यों को ही चुनाव लड़ने की अनुमति मिली। सरकार सदा कम्युनिस्ट पार्टी की ही बनती है।

चीन के संदर्भ में यह कहा जा सकता है कि वहाँ एक दल का शासन है जो लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध होता है। चुनावों में दूसरे दल के लोगों को चुनाव लड़ने के लिए वहाँ के साम्यवादी दल से अनुमति लेनी पड़ती है। चीन की संसद के 3000 के करीब सदस्य हैं, परन्तु उसकी बैठकें बहुत कम होती हैं। प्रशासन का समस्त काम स्थायी समिति द्वारा होता है जिसके पास शक्तियाँ केंद्रित होती हैं।

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प्रश्न 39.
मैक्सिको की राजनीतिक स्थिति को देखते हुए वहाँ के लोकतांत्रिक अनुभव का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
1930 में आजाद होने के बाद में मैक्सिको में हर छः वर्ष बाद राष्ट्रपति चुनने के लिए चुनाव कराए जाते हैं। देश में कभी भी फौजी शासन या तानाशाही नहीं आई। लेकिन सन् 2000 तक हर चुनाव में पीआरआई (इंस्टीट्यूशनल रिवोल्यूशनरी पार्टी) नाम की एक पार्टी को ही जीत मिलती थी। विपक्षी दल चुनाव में हिस्सा ले लेते थे पर कभी भी उन्हें जीत हासिल नहीं होती थी। विपक्षी दल चुनाव में हिस्सा ले लेते थे पर कभी भी उन्हें जीत हासिल नहीं होती थी। चुनाव में तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर हर हाल में जीत हासिल करने के लिए पीआरआई कुख्यात थी। सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले सभी लोगों के लिए पार्टी की बैठकों में जाना अनिवार्य था। सरकारी स्कूलों के अध्यापक अपने छात्र-छात्राओं के माँ-बाप से पीआरआई के लिए वोट देने को कहते थे। मीडिया भी जब-तब विपक्षी दलों की आलोचना करने के अलावा उनकी गतिविधियों को नजरअंदाज ही करती थी। कई बार एकदम अंतिम क्षणों में मतदान केंद्रों को एक जगह से हटाकर दूसरी जगह कर दिया जाता था जिससे अनेक लोग वोट ही नहीं डाल पाते थे। पीआरआई अपने उम्मीदवारों के चुनाव अभियान पर काफी पैसे खर्च करती थी।

मैक्सिको में स्वतंत्र व निरपेक्ष चुनाव नहीं होते, स्वतंत्र चुनावों का वातावरण भी नहीं होता। वहाँ का सत्ता रूढ़ दल, इंटरनेशनल रैवुल्युशनटी पार्टी, सरकार व समाज के सभी संस्थाओं पर नियंत्रण करता है। ये तथ्य स्पष्ट करते हैं कि मैक्सिको में लोकतंत्र सही रूप का नहीं है। लोकतंत्र निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनावों पर आधारित होना चाहिए ताकि सत्ता में बैठे लोगों के लिए जीत-हार के समान अवसर हों।

प्रश्न 40.
जिंबाब्वे के उदाहरण से लोकतंत्र से सम्बन्धित क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर-
जिंबाब्वे को 1980 में अल्पसंख्यक गोरों के शासन से मुक्ति मिली। उसके बाद देश पर जानु-पीएफ दल का राज है जिसने देश के स्वतंत्रता-संघर्ष की अगुवाई की थी। इसके नेता राबर्ट मुगाबे आजादी के बाद से ही शासन कर रहे हैं। चुनाव नियमित रूप से होते हैं और सदा जानु-पीएफ दल ही जीतता है। राष्ट्रपति मुगाबे कम. लोकप्रिय नहीं हैं पर वे चुनाव में गलत तरीके भी अपनाते हैं। आजादी के बाद से उनकी सरकार ने कई बार संविधान में बदलाव करके राष्ट्रपति के अधिकारों में वृद्धि की है और उसकी जवाबदेही को कम किया है। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं को परेशान किया जाता है और उनकी सभाओं में गड़बड़ कराई जाती है। सरकार ने विरोधी प्रदर्शनों और आंदोलनों को गैर-कानूनी घोषित कर दिया गया है। एक ऐसा कानून भी है जो राष्ट्रपति की आलोचना के अधिकार को सीमित करता है। टेलीविजन और रेडियो पर सरकारी नियंत्रण है और उन पर सिर्फ शासक दल के विचार ही आते हैं। अखबार स्वतंत्र हैं पर सरकार की आलोचना करने वाले पत्रकारों को परेशान किया जाता है। सरकार ने कुछ ऐसे अदालती फैसलों की परवाह नहीं की जो उसके खिलाफ जाते थे और उसने जजों पर दबाव भी डाला। .. जिंबाब्वे के उदाहरण से निम्नलिखित स्पष्ट हो जाता

  • शासकों के लिए बार-बार जनादेश पाना एक आवश्यकता है, परन्तु यही मात्र पर्याप्त नहीं है।
  • लोकप्रिय नेता भी अलोकतांत्रिक हो सकते हैं। (3) लोकप्रिय नेता भी तानाशाह हो सकते है।
  • चुनावों से पहले सभी दलों द्वारा लोकमत बनाने के लिए गतिविधियाँ होनी चाहिएँ।
  • चुनावों से पहले नागरिक स्वतंत्रताओं व अधिकारों का वातावरण बनाया जाना चाहिए।

प्रश्न 41.
“चुनावों से पहले तथा चुनावों के बाद भी कुछेक लोकतांत्रिक मूल्यों का ध्यान में रखा जाना चाहिए।” इस तथ्य पर चर्चा कीजिए।
उत्तर-
लोकतंत्र का सम्बन्ध मात्र चुनावों से नहीं है। सरकार को चुनाव स्वतंत्र व निष्पक्ष कराने चाहिए। साथ ही, सरकार नागरिकों के कुछ बुनियादी अधिकारों का आदर करें। उनको सोचने की, अपनी राय बनाने की, सार्वजनिक रूप से अपने विचार व्यक्त करने की, संगठन बनाने की, विरोध करने और अन्य राजनैतिक गतिविधियाँ करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए। कानून की नजर में सभी लोगों की समानता होनी चाहिए। इन अधिकारों की रक्षा स्वतंत्र न्यायपालिका को करनी चाहिए जिसके आदेशों का पालन सब लोग करते हों। . इसी प्रकार कुछ दूसरी शर्ते हैं जो चुनाव के बाद सरकार चलाने के तौर-तरीकों पर लागू होती हैं। एक लोकतांत्रिक सरकार सिर्फ इस कारण से मनमानी नहीं कर सकती कि उसने चुनाव जीतना है। उसे भी कुछ बुनियादी तौर-तरीकों का पालन करना होता है। खास तौर से उसे अल्पमत वाले समूहों को दी गई कुछ गारंटियों का आदर करना होता है। हर प्रमुख फैसला लंबे विचार-विमर्श के बाद लेना होता है। हर पदाधिकारी को उस पद के साथ जुड़े अधिकार और जिम्मेदारियाँ संविधान द्वारा दी जाती हैं। ये सभी न सिर्फ जनता के प्रति उत्तरदायी हैं बल्कि अन्य स्वतंत्र अधिकारियों के प्रति भी उनकी जवाबदेही होती है।

प्रश्न 42.
लोकतंत्र के किन्हीं पाँच लक्षणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-

  • लोकतंत्र सरकार का एक ऐसा रूप है जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते हैं।
  • लोगों द्वारा चुने गए शासक ही सारे प्रमुख फैसले करते हैं;
  • चुनाव लोगों के लिए निष्पक्ष अवसर और इतने विकल्प उपलब्ध कराता है कि वे चाहें तो मौजूदा शासकों को बदल सकते हैं;
  • ये विकल्प और अवसर सभी लोगों को समान . रूप से उपलब्ध हों; और .
  • इस चुनाव से बनी सरकार संविधान द्वारा तय बुनियादी कानूनों और नागरिक अधिकारों के दायरे को मानते हुए काम करती है।

प्रश्न 43.
लोकतंत्र के पक्ष व विपक्ष में तर्क दीजिए।
उत्तर-
लोकतंत्र के पक्ष में मुख्य तर्क निम्नलिखित है-

  • लोकतंत्र अकाल का मुकाबला भली प्रकार से कर सकता है। चीन में पड़ा 1985-61 अकाल जिसमें तीन करोड़ लोग मारे गए थे, इस तथ्य की पुष्टि करता है। भारत अकाल तथा अन्य विपत्तियों की स्थितियों का मुकाबला कर पाने में सफल रहा है।
  • यह उदाहरण लोकतंत्र को सर्वश्रेष्ठ शासन पद्धति बताने वाली विशेषताओं में से एक को बहुत स्पष्ट ढंग से सामने लगाता है। लोगों की जरूरत के अनुरूप आचरण करने के मामले में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली किसी भी अन्य प्रणाली से बेहतर है। गैर-लोकतांत्रिक सरकार लोगों की जरूरतों पर ध्यान दे भी सकती है और नहीं भी।
  • लोकतंत्र शासकीय व्यवस्था दूसरी पद्धतियों से बेहतर है क्योंकि यह शासन का अधिक जवाबदेही वाला स्वरूप है। लोकतांत्रिक सरकारें अपेक्षाकृत अधिक उत्तरदायी होती हैं।
  • लोकतंत्र में बेहतर निर्णय लिए जाने की सम्भावना होती है। अन्य पद्धतियों में कुछ लोग ही निर्णय लेते हैं जो कई बार जनहित के विरुद्ध भी होते हैं।
  • लोकतंत्र में मतभेद व टकराव सुलझाए जा सकते हैं, क्योंकि ऐसी पद्धति में वार्ता व बातचीत के तरीके को अपनाया जाता है। अन्य प्रणालियों में मतभेद व टकराव दबा दिए जाते हैं, वह भी हिंसक ढंग से।
  • लोकतंत्र नागरिकों का सम्मान बढ़ाता है, उन्हें आदर देता है तथा शासन-कार्यों में उनकी अनदेखी तो नहीं करता, अपति उनके हितों को बढ़ावा देता है। अन्य शासन पद्धतियाँ नागरिकों का तिरस्कार करती हैं।
  • लोकतंत्र में लोग व सरकारें अपनी गलतियाँ सुधार सकते हैं अथवा गलितयों को सुधारने के अवसर मिलते हैं। ऐसी प्रणाली में लोग शासकीय निर्णय ले सकते हैं। अन्य शासन प्रणालियों में गलतियों पर गलतियाँ की जाती है।

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लोकतंत्र के विपक्ष में मुख्य तर्क निम्नलिखित हैं.

  • लोकतंत्र में नेता बदलते रहते हैं। इससे अस्थिरता पैदा होती है।
  • लोकतंत्र का मतलब सिर्फ राजनैतिक लड़ाई और सत्ता का खेल है। यहाँ नैतिकता की कोई जगह नहीं होती।
  • लोकतांत्रिक व्यवस्था में इतने सारे लोगों से बहस और चर्चा करनी पड़ती है कि हर फैसले में देरी होती है।
  • चुने हुए नेताओं को लोगों के हितों का पता ही नहीं होता। इसके चलते खराब फैसले होते हैं।
  • लोकतंत्र में चुनावी लड़ाई महत्त्वपूर्ण और खर्चीली __होती है, इसीलिए इसमें भष्टाचार होता है।
  • सामान्य लोगों को पता नहीं होता कि उनके लिए क्या चीज अच्छी है और क्या चीज बुरी; इसलिए उन्हें किसी चीज का फैसला नहीं करना चाहिए।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों को उपयुक्त शब्दों से भरें
(i) लोकतंत्र लोगों……..लोगों………तथा लोगों………सरकार है। (की, द्वारा, के लिए, पर, जैसी)
(ii) लोकतंत्र में चुनाव……होने चाहिएँ। (स्वतंत्र, परतंत्र)
(iii) नाईजेरिया में अबाया ने………में सत्ता प्राप्त की थी। (1992, 1993)
(iv) रूसो…….शताब्दी में फ्रांस का विद्वान था। (17वीं, 18वीं, 19वीं)
(v) अमर्त्य सेन की ………..में नोबेल पुरस्कार मिला (शान्ति, अर्थशास्त्र)
उत्तर-
(i) की, द्वारा के लिए,
(ii) स्वतंत्र,
(iii) 1993,
(iv) 18वीं,
(v) अर्थशास्त्र।

प्रश्न 2. निम्नलिखित वाक्यों में सही (√) व गलत (x) का चयन कीजिए। था।

(i) आंग सान सू की म्यांमार से सम्बन्धित थीं।
(ii) सालाजार स्वीडन का एक तानाशाह था।
(iii) लोकतंत्र में चुनाव अनिवार्य शर्त होते हैं।
(iv) रघुवीर सहाय ने एक कविता लिखी थी : मोटरवाला।
(v) अबाया का सम्बन्ध नाइजर से था।
उत्तर-
(i) √,
(ii) x,
(iii) √,
(iv) x,
(v) x,

प्रश्न 3. निम्नलिखित विकल्पों में सही विकल्प का चयन कीजिए।

(i) लोकतंत्र शासन है
(a) लोगों का
(b) राजनीतिक दलों का
(c) अमीरों का
(d) गरीबों का
उत्तर-
(a) लोगों का

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(ii) डेमोक्रेसी शब्द निम्न भाषा से लिया गया है
(a) यूनानी
(b) रोमन
(c) अंग्रेजी
(d) संस्कृत।
उत्तर-
(a) यूनानी

(iii) सालाजार का सम्बन्ध निम्नलिखित देश से था
(a) चिले
(b) पोलैण्ड
(c) पुर्तगाल
(d) अमेरिका
उत्तर-
(c) पुर्तगाल

(iv) किसके शासन काल में यहूदियों पर अत्याचार किए गए थे
(a) मुसोलिनी
(b) स्टालिन
(c) मारकोस
(d) हिटलर
उत्तर-
(d) हिटलर

(v) सानी अबाचा का सम्बन्ध निम्नलिखित देश से था
(a) नाइजर
(b) नाइजेरिया
(c) चाड
(d) चिले
उत्तर-
(b) नाइजेरिया8

लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों? Class 9 HBSE Notes in Hindi

अध्याय का सार

हमें परिभाषा की आवश्यकता तब पड़ती है जब हम किसी तथ्य को समझना चाहते हैं। हमें लोकतंत्र की परिभाषा की आवश्यकता तब पड़ती है जब हम लोकतंत्र को समझना चाहते है। साधारतयाः लोकतंत्र सरकार का एक रूप है जहाँ शासक लोगों द्वारा चुने जाते हैं यही कारण है कि लोकतंत्र में चुनाव कराए जाते हैं। लोकतंत्र व अलोक तंत्र में मुख्य अंतर यह है कि लोकततंत्र में चुनाव होते हैं, सामयिक चुनाव होते हैं। दूसरी ओर राजतंत्र व अधिनायकवादी में चुनाव नहीं होते, सैनिक तंत्रीय व्यवस्था में चुनाव नहीं होते। फासीवादी व साम्यवादी देशों में चुनाव मात्र एक दिखावा होते हैं क्योंकि ऐसी व्यवस्थाओं में एक दलीय प्रणाली होती है।

लोकतंत्र के कई अनेक आयास होते हैं: विधि का शासन, नागरिक स्वतंत्रताएँ, अल्प वर्गों की सुरक्षा, अधिनायकवाद के विरुद्ध विरोध, विकेन्द्रकरण, स्वतंत्र न्यायालय आदि। ऐसे आयाम न्यूनतम लोकतंत्र लाने के लिए अनिवार्य समझे जाते हैं। लोकतंत्र लोगों की मात्र सरकार (सहभागिता आदि) होती है यह वास्तव में लोगों द्वारा (चुनाव आदि) सरकार होती है तथा लोगों के लिए (कल्याणकारी) सरकार भी होती हैं। .
एक देश लोकतंत्र तंब होता है जब लोगों के पास अधिकार व स्वतंत्रताएँ होती हैं, एक से अधिक राजनीतिक दल होते है; सैनिक तंत्र बहुत दूर होता है, जहाँ आवासीय गिरफ्तारी नहीं होती, लोकप्रिय नेता लोगों की अगुवाई करते हों।

सब स्थानों पर लोकतंत्र एक समान नहीं होता। कहीं लोकतंत्र अधिक होता है तथा कहीं कम होता हैं लोकतंत्र के अनेक मुल्यों में स्वतंत्रता, समानता, लोक-हितकारिता, न्याय आदि का उल्लेख किया जा सकता है। लोकतंत्र राजनीति तक सीमित नहीं होता, इसकी सीमाएँ समाज की सीमाओं को छूती हैं, वह मजदूरों के कारखानो तक फैला होता हैं, यह जीवन की एक शैली है।

HBSE 9th Class Social Science Solutions Civics Chapter 2 लोकतंत्र क्या? लोकतंत्र क्यों?

प्रत्यक्ष लोकतंत्र में लोग अपना शासन स्वयं करते हैं जबकि अप्रत्यक्ष लोकतंत्र में प्रतिनिधियों द्वारा शासन होता है। चुनाव व्यवस्था अप्रत्यक्ष लोकतंत्र में होती है। अप्रत्यक्ष लोकतंत्र प्रतिनिधित्व लोकतंत्र होता है। प्रतिनित्वि लोकतंत्र में लोग अपने प्रतिनिधियों का चयन करते हैं, प्रतिनिधियों को लोगों के प्रति दायित्व बना रहता है। लोकतंत्र में सक्रिय सहभागिता, विचार-विमर्श, बहुदलीय शासन आदि तत्त्व होते हैं। इस व्यवस्था के गुण भी हैं तथा अवगुण भी। इसके समक्ष अनेक चुनौतियाँ हैं : असमानताएँ, धन की भूमिका, भ्रष्टाचार, नेतृत्व का अभाव आदि।

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