Haryana State Board HBSE 9th Class Science Notes Chapter 14 प्राकृतिक सम्पदा Notes.
Haryana Board 9th Class Science Notes Chapter 14 प्राकृतिक सम्पदा
→ वायु, जल, मिट्टी, खनिज, जीव-जंतु प्राकृतिक संपदाएँ हैं।
→ पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत को वायुमंडल कहते हैं।
→ वायु विभिन्न गैसों, जलवाष्पों, धूलकणों आदि का एक मिश्रण है।
→ चंद्रमा की सतह पर तापमान-190°C से 110°C के बीच होता है।
→ बह रही वायु को पवन या समीर कहते हैं।
→ दिन के समय हवा की दिशा समुद्र से स्थल की ओर होती है और रात के समय इसके विपरीत।
→ वर्षा वायुमंडल में स्थित जलवाष्पों का ही एक रूप होता है।
→ हवा में स्थित हानिकारक पदार्थों की वृद्धि को वायु प्रदूषण कहते हैं।
→ जीवों का जीवन जल पर आधारित है।
→ जल में अवांछनीय पदार्थों का मिलना जल प्रदूषण कहलाता है।
→ मिट्टी खनिजों का एक विशाल भंडार है।
→ भूमिगत जल को खनिज जल भी कहते हैं।।
→ विभिन्न प्रकार के पोषक तत्त्व चक्रीय तरीके से बार-बार उपयोग किए जाते हैं, जिसके कारण जैवमंडल के विभिन्न घटकों में एक निश्चित संतुलन स्थापित होता है।
→ हवा, जल और मिट्टी का प्रदूषण जीवन की गुणवत्ता और जैव विविधताओं को नुकसान पहुंचाता है।
→ हमें अपनी प्राकृतिक संपदाओं को संरक्षित करने की आवश्यकता है और उन्हें संपूषणीय तरीके से इस्तेमाल करने की आवश्यकता है।
→ ग्रीन हाउस प्रभाव से वायुमंडल में ऊष्मीकरण होता है।
→ ओज़ोन परत वायुमंडल का सुरक्षा आवरण कहलाता है।
→ जीवाणु वायुमंडल की नाइट्रोजन को नाइट्रेट्स में बदलकर नाइट्रोजन स्थिरीकरण करते हैं।
→ प्राकृतिक संपदा-प्रकृति में पाए जाने वाले उपयोगी पदार्थ प्राकृतिक संपदा कहलाते हैं।
→ वायु-पृथ्वी के चारों तरफ विद्यमान गैसीय आवरण को वायु कहते हैं।
→ जीवमंडल-पृथ्वी के चारों ओर वह घेरा जहाँ वायुमंडल, स्थलमंडल और जलमंडल एक-दूसरे से मिलकर जीवन को संभव बनाते हैं। इसे जीवमंडल या जैवमंडल कहते हैं।
→ पवनें बहती हुई हवाओं को पवन या समीर कहते हैं।
→ वर्षा-बादलों से जल का बूंदों के रूप में पृथ्वी पर गिरना, वर्षा कहलाता है।
→ वायु प्रदूषण हवा में स्थित हानिकारक पदार्थों की वृद्धि को वायु प्रदूषण कहते हैं।
→ जल प्रदूषण-जल में हानिकारक पदार्थों का मिलना जल प्रदूषण कहलाता है।
→ मिट्टी-पृथ्वी की ऊपरी सतह मिट्टी कहलाती है।।
→ हयूमस-मृत जीवों के गलने-सड़ने से बने पदार्थ को ह्यूमस या जीवांश कहते हैं।
→ ऊपरी मृदा-मिट्टी के कणों, ह्यूमस और सजीवों से मिलकर बनी भू-परत को ऊपरी मृदा कहते हैं।
→ भू-अपरदन-भूमि की ऊपरी परत का कट या बह जाना, भू-अपरदन कहलाता है।
→ जल-चक्र-प्रकृति में जल के विभिन्न रूपों के आदान-प्रदान से बने प्राकृतिक संतुलन को जल-चक्र कहते हैं।
→ नाइट्रोजन स्थिरीकरण-जीवाणुओं के द्वारा वायुमंडल की नाइट्रोजन का नाइट्रेट्स में बदलना नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहलाता है।
→ प्रकाशसंश्लेषण हरे पौधों के द्वारा मंड बनाने की प्रक्रिया को प्रकाशसंश्लेषण कहते हैं।
→ ग्रीन हाउस प्रभाव-वायुमंडल में स्थित कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा सूर्य की अवरक्त विकिरणों को सोखकर वायुमंडल को गर्म करना ग्रीन हाउस प्रभाव कहलाता है।
→ ओजोन परत वायुमंडल में स्थित ओज़ोन की सतह जो सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों को अवशोषित करती है, ओजोन परत कहलाती है।