HBSE 8th Class Social Science Solutions Geography Chapter 1 संसाधन

Haryana State Board HBSE 8th Class Social Science Solutions Geography Chapter 1 संसाधन Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board HBSE 8th Class Social Science Solutions Geography Chapter 1 संसाधन

HBSE 8th Class Geography संसाधन Textbook Questions and Answers

आओ कुछ करके सीखें

संसाधन HBSE 8th Class Geography प्रश्न 1.
अपनी कक्षा और अपने घर में उपयोग किये जाने वाले किन्हीं पाँच संसाधनों की सूची बनायें।
उत्तर :
घर पर उपयोग किये जाने वाले संसाधन:

  1. जल
  2. वायु
  3. खनिज
  4. भूमि
  5. मृदा।

कक्षा में उपयोग किये जाने वाले संसाधन:

  1. जल
  2. वायु
  3. भूमि
  4. मृदा।

HBSE 8th Class Social Science Solutions Geography Chapter 1 संसाधन

क्रियाकलाप

Chapter 1 संसाधन HBSE 8th Class प्रश्न 2.
अम्मा की सूची से उन संसाधनों का चुनाव करें जिनका अभी भी वाणिज्यिक मूल्य नहीं है। अम्मा की सूची-सूती वस्त्र, लोहे अयस्क, बुद्धि, औषधीय पौधे, डाक्टर का ज्ञान, कोयला निक्षेप, मनोरम दृश्य, कृषि, भूमि, शुद्ध पर्यावरण, लोकगीत, सुहावना मौसम, संसाधन परिपूर्णता, एक अच्छी संगीत ध्वनि दादी माँ के घरेलू नुस्खे, मित्रों एवं परिवारों से स्नेह।
उत्तर :
मनोरम दृश्य, शुद्ध पर्यावरण, लोकगीत, सुहावना मौसम, दादी माँ के घरेलू नुस्खे तथा मित्रों एवं परिवारों से स्नेह।

आओ कछ करके सीखें

प्रश्न 3.
कुछ नवीकरणीय संसाधनों के बारे में सोचिये और बताइये कि किस प्रकार संसाधनों का अधिक उपयोग उनके भंडार को प्रभावित करता है।
उत्तर :
नवीकरणीय संसाधन वे संसाधन हैं जो शीघ्रता से पुनः पूरित हो जाते हैं। इनमें कुछ संसाधन जैसे जल, मृदा और वन का लापरवाही से अति उपयोग उनके भंडार को प्रभावित कर सकता है।

HBSE 8th Class Social Science Solutions Geography Chapter 1 संसाधन

प्रश्न 4.
पाँच मानव निर्मित संसाधनों की सूची बनायें जिन्हें आप अपने चारों ओर देख सकते हैं।
उत्तर :
मानव-निर्मित संसाधन हैं-मशीनें, पुल, सड़क, भवन, उपकरण आदि जिन्हें हम हर स्थान परदेखते हैं।

अभ्यास

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(i) पृथ्वी पर संसाधन असमान रूप से क्यों वितरित हैं?
उत्तर :
संसाधनों का वितरण धरातल की बनावट, जलवायु और ऊंचाई आदि से प्रभावित होता है। इसलिये संसाधनों का वितरण असमान है।

(ii) संसाधन संरक्षण क्या है ?
उत्तर :
संसाधन संरक्षण वह प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का कम उपयोग अथवा विवेकपूर्ण – उपयोग, पुन: उपयोग तथा पुन:चक्रण जैसे उपाय किए जाते हैं ताकि दुर्लभ संसाधन बचाए जा सकें।

(iii) मानव संसाधन महत्त्वपूर्ण क्यों हैं ?
उत्तर :
मानव संसाधन महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि मानव अपने ज्ञान और दक्षता के आधार पर वस्तुओं को उपयोग के योग्य बनाता है। किसी देश के कुशल व दक्ष लोग उसका सबसे बड़ा संसाधन हैं।

(iv) सततपोषणीय विकास क्या है ?
उत्तर :
संसाधनों का संतुलित उपयोग तथा भविष्य के लिये सुरक्षित रखना सतत-पोषणीय विकास कहलाता है। इससे अंतर्गत संसाधनों का इस प्रकार उपभोग किया जाना चाहिए कि वर्तमान पीढ़ी के साथ-साथ भावी पीढ़ियों की आवश्यकताएँ भी पूरी हो सकें।

प्रश्न 2.
सही उत्तर पर निशान लगाइए :
(i) निम्न में से कौन संसाधन को निर्धारित नहीं करता?
(क) उपयोगिता
(ख) मूल्य
(ग) मात्रा
उत्तर :
(ग) मात्रा।

(ii) निम्न में से कौन-सा मानव निर्मित संसाधन है ?
(क) कैंसर उपचार की औषधियाँ
(ख) झरने का जल
(ग) उष्णकटिबंधीय वन।
उत्तर :
(क) कैंसर उपचार की औषधियाँ।

(iii) कथन पूरा कीजिए : जैव संसाधन ……………………..” होते है।
(क) जीव-जंतुओं से व्युत्पन्न
(ख) मनुष्यों द्वारा निर्मित
(ग) निर्जीव वस्तुओं से व्युत्पन्न
उत्तर :
(क) जीव-जंतुओं से व्युत्पन्न।

HBSE 8th Class Social Science Solutions Geography Chapter 1 संसाधन

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में अंतर स्पष्ट कीजिए :
(i) संभाव्य और वास्तविक संसाधन (Potential and Actual Resources)
उत्तर :
वास्तविक संसाधन (Actual Resources)वास्तविक संसाधन वे संसाधन हैं जिनकी मात्रा ज्ञात है और उनका वर्तमान में उपयोग हो रहा है तथा जिनका सर्वेक्षण किया जा चुका है।
संभाव्य संसाधन (Potential Resources)-संभावित संसाधन वे हैं जिनकी मात्रा अज्ञात है और वर्तमान में उनका उपयोग नहीं हो रहा है। उनका उपयोग भविष्य में होगा।

(ii) सर्वव्यापक और स्थानिक संसाधन (Ubiquitous and Localised Resources)
उत्तरः
सर्वव्यापक संसाधन (Ubiquitous Resources): सर्वव्यापक संसाधन वे संसाधन हैं जो सभी स्थानों पर विद्यमान हैं जैसे वायु, जल आदि।
स्थानिक संसाधन (Localised Resources): वे संसाधन जो किसी विशेष स्थान पर मिलते हैं। जैसे ताँबा, लोहा आदि।

प्रश्न 4.
क्रियाकलाप :
“रहिमन पानी राखिये बिनु पानी सब सून।
पानी गये न ऊबरे मोती, मानुस, चून…”

ये पंक्तियाँ अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से एक, कवि अब्दुर रहीम खान खाना द्वारा लिखी गई थी। कवि किस प्रकार के संसाधन की ओर संकेत कर रहा हैं ? इस संसाधन के समाप्त हो जाने पर क्या होगा ? इसे 100 शब्दों में लिखिए।
उत्तर :
कवि यहाँ पर जल संसाधन की ओर संकेत कर रहा है।

रहीम कवि के अनुसार पानी एक अमूल्य संसाधन है। उन्होंने पानी का महत्त्व बताते हुए कहा है कि पानी ही जीवन है। पानी से ही मानव जीवन सार्थक है। पानी पीने के उपयोग में आता है। सिंचाई के लिये उपयोग में आता है। पीने के अतिरिक्त स्नान करना, कपड़े धोना, भोजन बनाना आदि पानी पर ही निर्भर करता है। यदि पानी समाप्त हो गया तो मानव जीवन नष्ट हो जायेगा। इसके साथ-साथ वनस्पति जात तथा जन्तु जगत भी पानी के अभाव में जिंदा नहीं रह सकते। इसलिये पानी का सर्वाधिक महत्त्व है। पानी एक असमाप्य संसाधन है किंतु शुद्ध पानी की मात्रा कम पड़ती जा रही है। अतः पानी का समुचित उपयोग करना चाहिए।

आओ खेलें

1. सोचिए कि आप प्रागैतिहासिक काल में एक ऊँचे हवादार पठार पर रहते हैं। आप और आपके मित्र तेज पवनों का उपयोग कैसे करेंगे? क्या आप पवन को एक संसाधन कह सकते हैं?

अब कल्पना कीजिए कि आप वर्ष 2138 में उसी स्थान पर रह रहे हैं। क्या आप पवनों का कोई उपयोग कर सकते हैं ? कैसे ? क्या आप बता सकते हैं कि अब पवन एक महत्त्वपूर्ण संसाधन क्यों है ?
उत्तर :
पवनों का उपयोग विद्युत उत्पादन में किया जा सकता है। पवन भी एक प्राकृतिक संसाधन है। पवन की शक्ति के उपयोग से पवन चक्कियाँ चलाई जाती हैं।

2138 में पवनों का उपयोग व्यापक पैमाने पर विद्युत उत्पादन में किया जायेगा क्योंकि जैविक ईंधन समाप्ति की ओर है। पवन एक नवीकरणीय संसाधन है। यह एक सर्वव्यापक संसाधन है।

2. एक पत्थर, एक पत्ता, एक गत्ता और एक टहनी लीजिए। सोचिए कि आप इनका उपयोग संसाधन की भाँति किस प्रकार कर सकते हैं? नीचे दिए उदाहरण को देखिए और रचना कीजिए।

आप एक पत्थर का उपयोग कर सकते हैं …… प्रयोग / उपयोगिता
स्टापू खेलने के लिए खिलौना
पेपरवेट की भाँति उपकरण
मसाले पीसने के लिए उपकरण
अपने बगीचे/कमरे को सजाने के लिए सजावट का सामान
बोतल को खोलने के लिए उपकरण
गुलेल में शस्त्र
आप एक पत्ती का उपयोग कर सकते हैं …. प्रयोग / उपयोगिता
आप एक टहनी का उपयोग कर सकते हैं … प्रयोग / उपयोगिता
आप एक गत्ते का उपयोग कर सकते प्रयोग / उपयोगिता

उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

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HBSE 8th Class Geography संसाधन Important Questions and Answers

अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
संसाधन किसे कहते हैं ?
उत्तर :
पृथ्वी का कोई भी पदार्थ जो मनुष्य के लिये आवश्यक तथा मूल्यवान हो उसे संसाधन कहते हैं।

प्रश्न 2.
संसाधनों से जुड़े चार प्रकार के मूल्य कौन से
उत्तर :
आर्थिक मूल्य, कानूनी मूल्य, सुंदरता और सौन्दर्य-शास्त्रीय मूल्य।

प्रश्न 3.
प्रौद्योगिकी किस प्रकार संसाधनों के विकास को प्रभावित करती है?
उत्तर :
प्रौद्योगिकी से मनुष्य का ज्ञान बढ़ता है तथा उपकरण व उपयोग पर प्रभाव पड़ता है। जब से मनुष्य ने विकसित उपकरणों का विकास किया है तब से मनुष्य ने गौण उत्पादों का उपयोग करना सीख लिया है जिससे अपघटित पदार्थों का भी उपयोग हो सकता है।

प्रश्न 4.
प्रौद्योगिकी क्या है ?
उत्तर :
संसाधनों के उपयोग का क्रमानुसार तथा एक क्रमिक अध्ययन ही प्रौद्योगिकी कहलाती है। वह विधि जिसके अनुसार भूमि में तथा भूमि के ऊपर पाये जाने वाले साधनों का दक्ष और कुशल उपयोग होता है प्रौद्योगिकी कहलाती है।

प्रश्न 5.
ऊर्जा संसाधनों के नाम बतायें।
उत्तर :
ऊर्जा संसाधन हैं-कोयला, खनिज तेल तथा गैस व जलशक्ति तथा यूरेनियम।

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लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
संसाधन के संरक्षण की आवश्यकता की विवेचना कीजिये।
उत्तर :
इसमें संदेह नहीं कि कोयला, खनिज, तेल, और गैस भंडार अपनी अत्यधिक माँग के कारण शीघ्र ही कुछ दशकों से समाप्त हो जायेंगे, ऐसी स्थिति में इन साधनों के संरक्षण की आवश्यकता हो गई है। यह तभी संभव है यदि हम शक्ति के नये। स्रोत जैसे सूर्य, पवन, ज्वार आदि से ऊर्जा प्राप्त करें। कृत्रिम उपग्रहों अंतरिक्ष केन्द्रों की शक्ति का स्रोत सौर ऊर्जा ही है। नीदरलैंड में बिजली के उत्पादन के लिये पवनचक्कियों का उपयोग किया जा रहा है।

प्रश्न 2.
नवीकरणीय संसाधन क्या हैं ?
उत्तर :
नवीकरणीय संसाधन वे हैं जिनका उपयोग बार-बार किया जा सकता है। शक्ति के अपरंपरागत संसाधन जैसे सौर ऊर्जा, जल ऊर्जा, आदि इसी प्रकार के संसाधन हैं। ये शक्ति के साधन के रूप में प्रयोग किये जाते हैं।

प्रश्न 3.
अंतर स्पष्ट करो :
(i) नवीकरणीय संसाधन और अनवीकरणीय संसाधन
उत्तर :

नवीकरणीय संसाधन अनवीकरणीय संसाधन
1. नवीकरणीय संसाधन वे संसाधन हैं जिनका नवीकरणीय हो सकता है और तुरंत प्रतिस्थापित किये जा सकते हैं। 1. अनवीकरणीय संसाधन वे संसाधन हैं जिनका नवीकरण नहीं हो सकता; जैसे कोयला तथा खनिज तेल।
2 इनमें से कुछ संसाधन ऐसे हैं जिन पर मानव क्रियाओं का प्रभाव नहीं पड़ता जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा आदि। 2 ये संसाधन मात्रा में सीमित हैं। एक बार भंडार समाप्त होने पर पुनः प्राप्त करना असंभव है।
3. कुछ मात्रा में इनका क्षरण हो सकता है जैसे जल, मृदा और भूमि संसाधन। 3. इनका पूरी तरह से क्षरण हो सकता है।

(ii) जैव संसाधन और अजैव संसाधन
उत्तर :

जैव संसाधन अजैव संसाधन
1. वे संसाधन जो पृथ्वी के जैव मंडल से प्राप्त होते हैं, जैव संसाधन कहलाते हैं। 1. वे साधन जिनका निर्माण अजैविक तत्वों से होता है, अजैव संसाधन कहलाते हैं।
2. इनको कार्बनिक संसाधन भी कहते हैं। 2 इनको अकार्बनिक संसाधन भी कहते हैं।
3. खनिज तेल तथा कोयला को छोड़कर सभी जैव संसाधन असमाप्य हैं। 3. ये संसाधन असमाप्य हैं।
4. अधिकांश जैव संसाधनों का नवीकरण होता है। 4. इनका नवीकरण नहीं होता।
5. वन, फसल, पशु, पक्षी, मछली, समुद्री जीव, कोयला तथा खनिज तेल आदि जैव संसाधन के उदाहरण हैं। 5. लोहा, सोना, चाँदी आदि अजैव संसाधनों के उदाहरण हैं।

HBSE 8th Class Social Science Solutions Geography Chapter 1 संसाधन

दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
ऊर्जा के संसाधन कौन-कौन से हैं ? इनके संरक्षण की क्या आवश्यकता है ?
उत्तर :
ऊर्जा संसाधन (Energy Resources):
जिन साधनों से शक्ति पैदा होती है और जिन्हें मशीनों, उपकरणों, रेल, मोटरों और कारखानों में मशीनों आदि के लिये काम से लाया जा सकता है ऊर्जा के साधन कहलाते हैं जैसे कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, जल ऊर्जा, सौर ऊर्जा, पवन, ज्वारीय ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा तथा अणु ऊर्जा आदि।

संरक्षण की आवश्यकता :
ऊर्जा के साधनों को दो भागों में बाँटा जा सकता है:
(क) समाप्य साधन : जैसे कोयला, तेल तथा प्राकृतिक गैस, अणु ऊर्जा।

(ख) असमाप्य साधन : जैसे जल ऊर्जा, सौर ऊर्जा, पवन, ज्वारीय ऊर्जा और भूतापीय ऊर्जा। इनमें से समाप्य साधन जैसे कोयला, गैस, पेट्रोलियम परंपरागत ऊर्जा के साधन हैं और इन्ही के संरक्षण की आवश्यकता है क्योंकि समाप्त होने के बाद इनको दुबारा प्राप्त नहीं किया जा सकता। संरक्षण से तात्पर्य है कि उनका उपयोग इस प्रकार से किया जाये कि वे साधन लंबी अवधि तक चल सकें। कोयले का खनन इस प्रकार से किया जाए कि अनावश्यक क्षरण न हो। असमाप्य साधन जैसे जल, विद्युत, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और ज्वारीय ऊर्जा जहाँ प्राप्त हो उसका उपयोग परंपरागत ऊर्जा साधनों के स्थान पर किया जाये।

संसाधन Class 8 HBSE Definitions in Hindi

  1. पेटेंट (Patent): किसी वस्तु के आविष्कार का एकाधिकार।
  2. संसाधनों का भंडार (Stock of Resources) : उपयोग के लिये उपलब्ध संसाधनों की मात्रा।
  3. पोषणीय विकास (Sustainable Development) : संसाधनों का उचित उपयोग के साथ वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करना तथा भविष्य की पीढ़ी का भी ध्यान रखना।
  4. प्रौद्योगिकी (Technology): वस्तु के निर्माण में दक्षता और नवीनतम ज्ञान के उपयोग की तकनीक ही प्रौद्योगिकी है।
  5. मानव संसाधन (Human Resources) : किसी देश की वह जनसंख्या जो ज्ञान, कौशल, उत्पादकता, दक्षता, शिक्षा तथा स्वास्थ्य से संपन्न हो।
  6. संसाधनों का संरक्षण (Conservation of Resources) : संसाधनों का सावधानीपूर्वक, योजनाबद्ध और सुरक्षित उपयोग।

HBSE 8th Class Social Science Solutions Geography Chapter 1 संसाधन

संसाधन Class 8 HBSE Notes in Hindi

1. संसाधन (Resources) : पृथ्वी पर कोई भी पदार्थ जो मनुष्य की आवश्यकता की पूर्ति करता हो संसाधन कहलाता है।

2. संसाधनों के प्रकार (Types of Resources) : संसाधनों को प्रायः तीन श्रेणियों-प्राकृतिक, मानवकृत तथा मानव संसाधनों में विभक्त किया जा सकता है।

3. प्राकृतिक संसाधन (Natural Resources) : संसाधन जो प्रकृति से प्राप्त हैं और बिना किसी संशोधन के प्रयोग में आते हैं, प्राकृतिक संसाधन कहलाते हैं जैसे – वायु, जल तथा भूमि।
प्राकृतिक संसाधनों को विकास, उपयोग, उत्पति, भंडारण और वितरण के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।

  • विकास और उपयोग के आधार पर संसाधन वास्तविक और संभावित संसाधन होते हैं। वास्तविक संसाधन वे हैं जिनकी मात्रा ज्ञात है और जिनका उपयोग कर रहे हैं।
  • संभावित संसाधन वे हैं जिनका अनुमान किया जाता है और अभी उपर्योग में नहीं आये हैं। ये भविष्य में उपयोग किये जायेंगे।
  • उत्पत्ति के आधार पर संसाधन दो प्रकार के होते हैं जैविक और अजैविक। जैविक संसाधन जीवित वस्तएँ हैं और अजैविक अजीवित वस्तएँ हैं। मृदा, शैल, खनिज आदि अजैविक संसाधन हैं।

प्राकृतिक संसाधनों की नवीकरणीय और अनवीकरणीय संसाधनों से भी वर्गीकृत किया जाता है।
संसाधनों को वितरण के आधार पर सर्वव्यापक और स्थानिक संसाधनों के रूप में विभाजित किया जा सकता है। सर्वव्यापक संसाधन जैसे वायु तथा जल स्थानिक संसाधन जैसे तांबा और लौह खनिज।

4. मानवकृत संसाधन (Human-made Resources) : वे संसाधन जो मनुष्य द्वारा प्राकृतिक वस्तुओं से संशोधित करके बनाये जाते हैं मानवकृत संसाधन कहलाते हैं। जैसे लौह खनिज से इस्पात तैयार किया जाता है। उदाहरण भवन, पुल, सड़क, मशीन तथा तकनीक मानवकृत संसाधन हैं।

5. मानव संसाधन (Human Resources) : मनुष्य प्राकृतिक वस्तुओं का सबसे अच्छा उपयोग करके नये संसाधनों की उत्पति करता है क्योंकि उसके पास दक्षता और तकनीक है इसलिये मानव विशिष्ट संसाधन है।

6. संसाधनों का संरक्षण (Conservation of Resources) : वस्तुओं का उचित उपयोग और उन्हें नवीनीकरण के लिये दिया गया समय संसाधन सरक्षण कहलाता है। संसाधनों का सतुलित उपयोग तथा उनका संरक्षण पोषणीय विकास कहलाता है। संसाधनों का संरक्षण, कम उपयोग, पुन:चक्रण और पुन:प्रयोग ही संरक्षण के उपाय हैं।

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