Haryana State Board HBSE 12th Class Hindi Solutions Hindi Vyakaran Vakya-Shodhan वाक्य-शोधन Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 12th Class Hindi Vyakaran वाक्य-शोधन
वाक्य-शोधन
भाषा के द्वारा मनुष्य अपने विचारों को दूसरों के सामने प्रकट करता है और दूसरों के विचारों को भाषा द्वारा ही ग्रहण करता है, लेकिन यदि भाषा शुद्ध होगी तभी हम विचारों का सही आदान-प्रदान कर सकेंगे। भाषा के लिखित रूप का शुद्ध होना तो नितांत आवश्यक है। मौखिक भाषा की अशुद्धियाँ इतनी नहीं खलती जितनी कि लिखित भाषा की। मौखिक भाषा में यदि कोई अशुद्ध उच्चारण करता है तो भी हम उसके विचार को समझ जाते हैं, परंतु अशुद्ध वर्तनी के प्रयोग से सही अर्थ की प्रतीती नहीं हो पाती। भाषा में इसी को हम अशुद्धि-शोधन भी कह सकते हैं। इसके अंतर्गत हम शब्दों तथा वाक्यों दोनों की अशुद्धियाँ दूर करने का प्रयास करते हैं। नीचे कुछ शब्द-शोधन और वाक्य-शोधन के उदाहरण दिए जा रहे हैं। विद्यार्थियों को इन्हें ध्यान से पढ़ना चाहिए और शुद्ध भाषा लिखने का अभ्यास करना चाहिए।
(क) शब्द-शोधन
1. स्वर अथवा मात्रा संबंधी अशुद्धियाँ
(i) ‘अ’ तथा ‘आ’ संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध शब्द – शुद्ध शब्द
अध्यात्मिक – आध्यात्मिक
आधीन – अधीन
अगामी – आगामी
अकांक्षा – आकांक्षा
(ii) ‘इ’ तथा ‘ई’ संबंधी अशुद्धियाँ
अभिष्ट – अभीष्ट
तिथी – तिथि
अती – अति
भक्ती – भक्ति
अनीती – अनीति
प्राप्ती – प्राप्ति
अतिथी – अतिथि
परिक्षा – परीक्षा
इत्यादी – इत्यादि
निरिक्षण – निरीक्षण
उक्ती – उक्ति
श्रीमति – श्रीमती
उपाधी – उपाधि
निरस – नीरस
चित्कार – चीत्कार
विपत्ती – विपत्ति
प्रतिनिधी – प्रतिनिधि
व्याधी – व्याधि
मूर्ती – मूर्ति
नागरीक – नागरिक
(ii) ‘उ’ तथा ‘ऊ’ संबंधी अशुद्धियाँ
आयु – आयू
गुरू – गुरू
आँसु – आँसू
हिंदूस्तान – हिंदुस्तान
स्तूति – स्तुति
परंतू – परंतु
वायू – वायु
धूआँ – धुआँ
(iv) ‘ए’ तथा ‘ऐ’ संबंधी अशुद्धियाँ
एक्य – ऐक्य
भाषायें – भाषाएँ
एश्वर्य – ऐश्वर्य
एकाहार – ऐकाहार
(v) ‘ई’ तथा ‘यी’ संबंधी अशुद्धियाँ
कयी – कई
विजई – विजयी
अन्याई – अन्यायी
विषई – विषयी
प्रणई – प्रणयी
स्थाई – स्थायी
(vi) ‘ओ’, ‘औ’, ‘अव’ तथा ‘आव’ संबंधी अशुद्धियाँ
अलोकिक – अलौकिक
औछाई – ओछाई
ओषधि – औषधि
औद्योगिक – ओद्योगिक
औचित्य – ओजस्वी
औजस्वी – ओचित्य
(vii) ‘ऋ’ संबंधी अशुद्धियाँ
द्रश्य – दृश्य
बृज – ब्रज
कृया – क्रिया
मातृभूमि – मात्रभूमि
(vii) अनुस्वार (ं) संबंधी अशुद्धियाँ
भडार – भंडार
अधकार – अंधकार
अगार – अंगार
अश – अंश
(ix) अनुनासिक (ँ) संबंधी अशुद्धियाँ
संवारना – सँवारना
अंगीठी – अँगीठी
लंगोटी – लँगोटी
आंख – आँख
हंसमुख – हँसमुख
महंगा – महँगा
(x) विसर्ग (:) संबंधी अशुद्धियाँ
अता – अतः
अतःएव – अतएव
अंतकरण – अंतःकरण
स्वता – स्वतः
(xi) स्वर संयोग संबंधी अशुद्धियाँ
ज्ञानीन्द्र – ज्ञानेन्द्र
लड़कीयाँ – लड़कियाँ
हिंदूओं – हिंदुओं
हुये – हुए
2. व्यंजन संबंधी अशुद्धियाँ
(i) ‘न’ तथा ‘ण’ संबंधी अशुद्धियाँ
आक्रमन – आक्रमण
वर्न – वर्ण
प्रनाम – प्रणाम
स्मरन – स्मरण
चन्डिका – चण्डिका
शरन – शरण
जीर्न – जीर्ण
ग्रहन – ग्रहण
भाषन – भाषण
(ii) ‘ड’, ‘ड’ तथा ‘ढ’ संबंधी अशुद्धियाँ
पड़ना – पढ़ना
गड़ना – गढ़ना
बड़ना – बढ़ना
चिड़ना – चिढ़ना
साढ़ी – साड़ी
सीड़ी – सीढ़ी
सूँढ़ – सूँड
कुढ़ – कुंड
(iii) ‘ब’ तथा ‘व’ संबंधी अशुद्धियाँ
बृक्ष – वृक्ष
बेश्या – वेश्या
बधू – वधू
बन – वन
ब्रत – व्रत
वृहस्पति – बृहस्पति
(iv) ‘श’, ‘ष’ तथा ‘स’ संबंधी अशुद्धियाँ
विशय – विषय
श्मसान – श्मशान
सिखर – शिखर
वैदेषिक – वैदेशिक
विस – विष
निश्फल – निष्फल
वेस – वेष
भविस्य – भविष्य
(v) ‘क्ष’ तथा ‘छ’ संबंधी अशुद्धियाँ
छत्री – क्षत्री
छितिज – क्षितिज
छीर – क्षीर
छन – क्षण
छुधा – क्षुधा
छेम – क्षेम
(vi) रेफा संबंधी अशुद्धियाँ
स्वरग -स्वर्ग
पवितर – पवित्र
शिरोधारय – शिरोधार्य
परजा – प्रजा
धरम – धर्म
संगराम – संग्राम
निष्करष – निष्कर्ष
पूरण – पूर्ण
(vii) ‘ष्ट’ तथा ‘ष्ठ’ संबंधी अशुद्धियाँ
कनिष्ट – कनिष्ठ
घनिष्ट – घनिष्ठ
निष्टा – निष्ठा
कष्टा – कष्ठ
इष्ठ – इष्ट
जेष्ट – जेष्ठ
(viii) ‘य’ के साथ संयोग से होने वाली अशुद्धियाँ
उपलक्ष – उपलक्ष्य
जादा – ज्यादा
राजाभिषेक – राज्याभिषेक
व्यक्तिक – वैयक्तिक
(ix) ‘अक्षर लोप’ से होने वाली अशुद्धियाँ
द्वंद्व – द्वंद्व
स्वस्थ – स्वास्थ्य
स्वावलंबन – स्वालंबन
सप्ता – सप्ताह
(x) ‘ज्ञ’ तथा ‘ग्य’ संबंधी अशुद्धियाँ
भाज्ञवान – भाग्यवान
भोज्ञ – भोग्य
अनभिग्य – अनभिज्ञ
प्रतिग्या – प्रतिज्ञा
आरोग्य – आग्या
(xi) पंचम अक्षर संबंधी अशुद्धियाँ
अन्गूर – अंगूर
कुन्डली – कुंडली
कन्ठ – कंठ
जन्ता – जनता
घन्टा – घण्टा
चन्चल – चंचल
(xii) हल् चिह्न संबंधी अशुद्धियाँ
जगत – जगत्
मूल्यवान – मूल्यवान
पश्चात – पश्चात्
भगवान – भगवान
श्रीमान – श्रीमान
परम् पद – परम् पद
3. प्रत्यय संबंधी अशुद्धियाँ
4. संधि संबंधी अशुद्धियाँ
5. समास संबंधी अशुद्धियाँ
6. हलन्त संबंधी अशुद्धियाँ
बुद्धिमान – बुद्धिमान्
सच्चित – सच्चित्
विद्वान – विद्वान्
भाग्यवान – भाग्यवान्
7. चंद्रबिंदु तथा अनुस्वार संबंधी अशुद्धियाँ । अंगना
अँगना । मुंह
आंख – आँख
तांत – ताँत
गांधी – गाँधी
कांच – काँच
चांद – चाँद
पहुंच – पहुँच
8. अहिंदी भाषियों की अशुद्धियाँ सब्द
(ख) वाक्य-शोधन
1. शब्द-क्रम संबंधी
शुद्ध भाषा के लिए शुद्ध वाक्य-रचना होना अनिवार्य है। वाक्यगत अनेक प्रकार की होती है; जैसे संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया-विशेषण, वचन, लिंग, विभक्ति, प्रत्यय-उपसर्ग आदि।
अशुद्ध वाक्य
(1) बच्चे को दूध नहलाकर पिलाओ।
(2) मोहन को काटकर फल खिलाओ।
(3) मुझे एक दूध का गिलास दो।
(4) उसे चाय का गर्म प्याला दे दो।
(5) एक पानी का तालाब भरा है।
(6) एक सेब की पेटी ले आना।
शुद्ध वाक्य
(1) बच्चे को नहलाकर दूध पिलाओ।
(2) मोहन को फल काटकर खिलाओ।
(3) मुझे एक गिलास दूध का दो।
(4) उसे गर्म चाय का प्याला दे दो।
(5) पानी का एक तालाब भरा है।
(6) सेब की एक पेटी ले आना
2. संज्ञा संबंधी दोष
3. परसर्ग संबंधी अशुद्धियाँ
4. सर्वनाम संबंधी दोष
5. लिंग संबंधी दोष
6. विशेषण संबंधी दोष
7. वचन संबंधी दोष
8. कारक की विभक्तियों संबंधी दोष
9. क्रिया संबंधी दोष
10. मुहावरे संबंधी दोष
11. क्रिया-विशेषण संबंधी दोष
12. अव्यय संबंधी दोष
13. वाक्य-प्रयोग संबंधी दोष
14. एक भाषा पर दूसरी भाषा के प्रभाव से होने वाले दोष
15. अनावश्यक एवं गलत शब्दों के प्रयोग संबंधी दोष
16. विराम चिहून सबधी दोष
17. अनुचित शब्दों संबंधी दोष
(1) विद्या प्राप्त करके मैं नौकरी करूँगा। | (1) शिक्षा समाप्त करके मैं नौकरी करूँगा। |
(2) स्वामी दयानंद आजन्म ब्रह्मचारी रहे। | (2) स्वामी दयानंद आजीवन ब्रह्मचारी रहे। |
(3) सुन्दरतापन प्रशंसनीय है। | (3) सौंदर्य प्रशंसनीय है। |
(4) वह मिठाई खाने के लिए सत्याग्रह कर रहा है। | (4) वह मिठाई खाने की हठ कर रहा है। |
(5) मैं आपका उपकार आजन्म नहीं भूलूँगा। | (5) मैं आपका उपकार आजीवन नहीं भूलूँगा। |
18. उपसर्ग संबंधी दोष
(1) आशा है सभी सकुशल होंगे। | (1) आशा है सब सकुशल होंगे। |
(2) गंगा का उतगम गंगोत्री है। | (2) गंगा का उद्गम गंगोत्री है। |
(3) उस बच्चे को दृष्टि लग गई है। | (3) उस बच्चे को नजर लग गई है। |
(4) यह मुँह और चने की दाल। | (4) यह मुँह और मसूर की दाल । |
(5) उस पर घड़ों पानी फिर गया। | (5) उस पर घड़ों पानी पड़ गया। |
19. पुनरुक्ति संबंधी दोष
(1) तुम बेफिजूल बोल रहे हो। | (1) तुम फिजूल बोल रहे हो। |
(2) बादल पानी बरसते हैं। | (2) बादल बरसते हैं। |
(3) मैं वहाँ कदापि न जाऊँगा। | (3) मैं वहाँ कदापि नहीं जाऊँगा। |
(4) उसके भय से डरो मत। | (4) उससे डरो मत। |
(5) कृपया मेरे प्रश्न का उत्तर देने की कृपा करो। | (5) मेरे प्रश्न का उत्तर देने की कृपा करो। |
(6) मैंने गुनगुने गर्म पानी से स्नान किया। | (6) मैंने गुनगुने पानी से स्नान किया। |
20. संधि संबंधी दोष
(1) महार्षि दयानंद पाखंड के विरुद्ध थे। | (1) महर्षि दयानंद पाखंड के विरुद्ध थे। |
(2) मोहन का अंतष्करण पवित्र है। | (2) मोहन का अंतःकरण पवित्र है। |
(3) अब वह निरोग हो गया है। | (3) अब वह नीरोग हो गया है। |
(4) वह अत्याधिक खुश था। | (4) वह अत्यधिक खुश था। |
अभ्यासार्थ कुछ महत्त्वपूर्ण उदाहरण