HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ

Haryana State Board HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ Notes.

Haryana Board 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ

Class 10th Geography Chapter 7 Notes HBSE

→ प्रगति के लिए गति आवश्यक है और गति के लिए परिवहन, ताकि एक स्थान से दूसरे स्थान पर सहजता से आवागमन हो सके।

→ सभ्यता के आरंभ से मनुष्य भोजन और निवास स्थान की खोज में एक दूसरे स्थान पर आता-जाता रहा है। पहले तो यह काम व्यक्ति पैदल ही करता था।

→ फिर पहिए की खोज ने गाड़ी के आविष्कार को जन्म दिया। आज जब वैज्ञानिक प्रगति अपने चरम उत्कर्ष पर है तो परिवहन के तरह-तरह से साधन अस्तित्व में आ चुके है।

→ चाहे वह कार हो या बस, ट्रक, रेल, जहाज या वायुयान। वस्तुतः इनमें से प्रत्येक का अपने अलग ही महत्त्व है।

→ परिवहन के समान ही आज के समय में संचार का महत्त्व है। वस्तुतः संचार के आधुनिक साधनों ने आज इतनी सहूलियत ला दी है कि व्यक्ति पलभर में हजारों किमी. दूर स्थित स्थान से संपर्क कर सकता है!

→ संचार माध्यमों में डाक-तार से लेकर इंटरनेट तक सभी कुछ सम्मिलित हैं। आकाशवाणी और दूरदर्शन की पहुँच उन गाँवों में भी है जो विकास की दृष्टि से अभी बहुत आगे नहीं है।

→ सड़कों का अस्तित्व तो भारत में प्राचीन काल से ही रहा है। हड़प्पा कालीन खुदाई से यह प्रमाणित हो ही चुका है। चन्द्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक द्वारा भी अच्छी सड़कों का निर्माण हुआ।

→ शेरशाह सूरी ने भी जी.टी. रोड़ का निर्माण कराया था। वर्तमान में भारत में सड़कों का निर्माण इतनी प्रचुरता से हुआ है कि भारत की गणना संसार के सबसे सघन सड़क जाल वाले देशों में की जाती है।

Class 10 Geography Chapter 7 Notes HBSE

HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ

→ वर्तमान में भारत में सड़कों की कुल लंबाई 25 लाख किमी. है। इनमें 57% सड़के पक्की हैं। भारत में रेलवे का इतिहास लगभग 150 वर्ष पुराना है।

→ वर्तमान में भारत में रेलमार्गों की कुल लंबाई 63,000 किमी. है। भारतीय रेलें प्रतिवर्ष 400 करोड़ यात्री और 40 करोड़ टन माल ढोती है।

→ भारत के पास इस समय 14,500 किमी. लंबे अंतः स्थलीय जलमार्ग हैं। भारत के पास 7500 किमी. लंबी तटरेखा है और इस पर 12 बड़े तथा 181 मध्यम और छोटे दर्जे के समुद्री पत्तन सेवारत हैं।

→ 90% से अधिक का विदेशी व्यापार इन्हीं बड़े पत्तनों के माध्यम से होता है।

→ एशिया के सबसे बड़े दुरसंचार जाल में भारत का स्थान उल्लेखनीय हैं वर्तमान समय में भारत में संचार साधनों के दो रूप हैं-

  • व्यक्तिगत संचार साधन
  • जनसंचार साधन।

→ भारत में प्रतिवर्ष समाचार-पत्रिकाओं का प्रकाशन बड़ी संख्या में होता है। भारत में विश्व में सबसे अधिक चलचित्रों का निर्माण होता है।

→ सन् 2000-2001 में भारत में लगभग 43 लाख करोड़ रुपये का विदेशी व्यापार हुआ। इसमें 53% आयात और 47% निर्यात का स्वरूप था।

→ इस दृष्टि से वर्तमान में भारत का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संतुलन प्रतिकूल हैं भारत में पर्यटन उद्योग के विकसित होने की अभी अपार संभावना है।

→ भारत में प्रतिवर्ष लगभग 26 लाख विदेशी पर्यटक आते है। सन् 2000 में भारत ने पर्यटन के माध्यम से 14,000 करोड़ रूपये से अधिक का अर्जन किया।

→ फिर भी अभी भारत के कई भाग पर्यटन की दृष्टि से अछूते से हैं। इन भागों का समूचित विकास करके पर्यटन से अधिकाधि क लाभ अर्जित किया जा सकता है।

राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ Chapter 7 HBSE 10th Class

भौगोलिक शब्दावली

→ परिवहन – यात्री तथा माल का एक स्थान से दूसरे स्थान के बीच लाने ले जाने का कार्य।

→ आयात – किसी देश में अन्य देशों से मँगाई गई वस्तुएँ।

→ निर्यात – एक देश से दूसरे देश को भेजा गया माल।

→ पोताश्रय – इसका तात्पर्य उन स्थलों से हैं जो प्राकृतिक रूप से भी पाये जाते है और कृत्रिम रूप से भी तैयार किये जाते हैं। यहाँ गहरे पानी के विस्तृत भाग में जहाज लंगर के संतुलन से हैं।

HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ

→ व्यापार संतुलन – इसका तात्पर्य देश के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में आयात व निर्यात मूल्यों के संतुलन से है।

→ अनुकूल व्यापार संतुलन – वह स्थिति जहाँ आयात से अधिक निर्यात किया जाए।

→ प्रतिकूल व्यापार संतुलन – वह स्थिति जहाँ निर्यात से अधिक आयात किया जाए।

→ लौह अश्व – रेल इंजन जो इन स्थान से दूसरे स्थान तक सामान और यात्रियों को ढोता है।

→ विदेशी मुद्रा विनिमयम – वह यह व्यवस्था है जिसके द्वारा अलग-अलग राष्ट्रीय मुद्राओं में भुगतान धन वास्तविक रूप से बिना दिये ही कर दिया जाता है।

→ सीमान्त सड़कें – इन सड़कों के विकास से सीमावर्ती दुर्गम क्षेत्रों में आवागमन सुलभ हुआ है।

→ जिला मार्ग – ये संड़के जिला के विभिन्न प्रशासनिक इकाइयों को जिला मुख्यालय से जोड़ती हैं।

→ राष्ट्रीय राजमार्ग – देश के दूरस्थ भागों को आपस में जोड़ने का कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग करती है।

कुछ तथ्य, कुछ सत्य

→ संचार के साधन : व्यक्तिगत, जनसंचार।

→ जनसंचार के माध्यम : मुद्रित माध्यम, इलेक्ट्रोनिक माध्यम।

→ एक्सप्रेस मार्ग : 4-6 लेन वाले महामार्ग।

HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ

→ राष्ट्रीय महामार्गों की कुल लंबाई : 52,000 किमी.

→ राज्य महामार्गों की कुल लंबाई : 1.3 लाख किमी.

→ स्वर्णिम चतुष्कोण : चार महानगरों को जोड़ने वाला महामार्ग।

→ भारत में रेलवे स्टेशनों की संख्या : 7031

→ रेलमार्गों की कुल लंबाई : 62,759 किमी.

→ रेल इंजनों का बेड़ा। : 7517

→ सावारी डिब्बों की संख्या : 36510

→ चालू रेलमार्गों की लंबाई : 107969

→ विद्युतीकृत रेल मार्ग की भाग : 23%

→ सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा उपक्रम : भारतीय रेल।

→ अंत स्थलीय जलमार्गों की लंबाई : 14,500 किमी.

→ वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण हुआ : 1953 में

→ भारतीय तटरेखा की लंबाई : 7500 किमी.

→ भारत में प्रकाशित समाचर पत्र तथा पत्रिकाओं की कुल संख्या : लगभग 50,000

→ भारत में घरेलु वायु पत्तनों की संख्या : 63

→ पहले दर्जे की डाक सेवा : पोस्टकार्ड, लिफाफे।

HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ

→ दूसरे दर्जे की डाक सेवा : समाचार-पत्र, पुस्तकों के बंडल आदि।

→ भारत में सड़कों की कुल लंबाई में राष्ट्रीय महामार्गों का हिस्सा केवल 2% है।

→ 1999-2007 के मध्य देश में लगभग 14,846 किमी. लम्बा राष्ट्रीय महामार्ग बनाने का प्रस्ताव है।

→ स्वर्णिम चतुष्कोण की लम्बाई लगभग 5856 किमी. है।

→ भारत में अभी भी लगभग 50% सड़के कच्ची हैं।

→ भारतीय रेल प्रतिवर्ष लगभग 400 करोड़ यात्री और 40 करोड़ टन माल ढोती हैं।

→ सन् 2000-2001 में भारत में 43 लाख करोड़ रुपए का विदेशी व्यापार हुआ था। इसमें आयात का भाग 53% था जबकि निर्यात का भाग 47% था।

→ भारत से निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में सबसे बड़ा भाग निर्मित वस्तुओं का है।

→ भारत में आयात की जाने वाली वस्तुओं में सबसे बड़ा भाग पेट्रोलियम और पेट्रोलियम पदार्थों का है।

→ भारत में प्रतिवर्ष लगभग 26 लाख विदेशी पर्यटक घूमने आते हैं।

→ वर्तमान समय में भारत में 1.5 करोड़ से अधिक लोग सीधे-सीधे पर्यटन उद्योग में लगे हुए हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *