HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 3 जल संसाधन

Haryana State Board HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 3 जल संसाधन Notes.

Haryana Board 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 3 जल संसाधन

जल संसाधन Class 10 Notes HBSE

→ जल जीवन की मूलभूत आवश्यकता है। यह जीवन का दूसरा रूप है। यह विश्वास किया जाता है कि जीवन के अंकुर सबसे पहले जल में ही फुटे थे। पीने के पानी से लेकर उद्योगों की बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियाँ जल पर ही आधारित हैं।

→ हालांकि जल एक नवीनीकरण संसाधन है और पृथ्वी पर जल की आपूर्ति स्वयं प्रकृति करती रहती है। फिर भी इसके उचित प्रबंधन की आवश्यकता है जिससे इसका अधिकतम लाभ किया लिया जा सके।

→ पृथ्वी पर जल आपूर्ति का मुख्य माध्यम वर्षण है। वर्षण के दो रूप हैं-

  • वर्षा
  • हिमपात।

→ भारत में औसत वार्षिक वर्षा लगभग 117 सेमी. है। लेकिन हमारे देश में वर्षा का वितरण समान नहीं हैं।

HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 3 जल संसाधन

→ कहीं वर्षा 200 सेमी. से भी अधिक होती है तो कहीं मात्र 20 सेमी. से भी कम। नदियां धरातलीय जल का प्रमुख स्त्रोत है।

→ भारत में नदियों का औसत अपवाह लगभग 1869 अरब घन मीटर है। लेकिन इसमें लगभग 690 अरब घनमीटर जल ही उपयोग के लिए उपलब्ध है।

→ जल विज्ञान के आधार पर भारत की नदियां दो भागों में बंटी हैं-

  • हिमालयी नदियां
  • प्रायद्वीपीय नदिया।

→ हिमालयी नदियों जहां एक ओर सदानीरा हैं वही प्रायद्वीपीय नदियां मौसमी। नदियों के जल का अधिकतम उपयोग करने हेतु बहुद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं का प्रारंभ किया गया है।

→ इन परियोजनाओं से अनके लाभ मिलते हैं जैसे-

  • बाढ़ नियंत्रण
  • मृदा अपरदन पर रोक
  • जनता के लिए आपूर्ति
  • विद्युत उत्पादन
  • अंतस्थलीय जल परिवहन
  • मत्स्यन का विकास आदि।

→ लेकिन बहुद्देशीय योजनओं से हानियां भी हुई हैं और अंतर्राज्यीय विवाद भी देखने को मिले हैं। ऐसी परिस्थिति में वर्षा जल संग्रहण तंत्र इनके सामाजिक, आर्थिक तथा पारिस्थितिक तौर पर व्यवहार्थ विकल्प हो सकते हैं।

→ प्राचीन भारत में लोगों ने स्थानीय पारिस्थितिकी परिस्थितियों के आवश्यकतानुसार वर्षाजल, भौमजल, नदीजल और बाढ़ जल संग्रहण के अनेक तरीके विकसित कर लिए थे।

Jal Sansadhan Notes Class 10th HBSE

HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 3 जल संसाधन

→ पश्चिमी भारत, विशेषकर राजस्थान में पेयजल एकत्रित करने के लिए छत वर्षा जल संग्रहण का तरीका आम था। पश्चिम बंगाल में बाढ़ के मैदान में लोग अपने खेतों की सिंचाई क लिए बाढ़ जल वाहिकाएं बनाते थे।

→ वर्तमान समय में भी भारत में कई ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जल संरक्षण और संग्रहण के लिए छत वर्षाजल संग्रहण का तरीका उपयोग में लाया जा रहा है।

भौगोलिक शब्दावली

→ भूमिगत जल – पृथ्वी के धरातल के नीचे के संतृप्त भाग में संचित जल।

→ बहुद्देश्यीय परियोजनाएं – ऐसी नदी घाटी परियोजनाएं जिनसे एक ही समय में अनेक उद्देश्यों की पूर्ति में मदद मिलती

→ नदी द्रोणी – ऐसा स्थान जहां से पानी को मुख्य नदी एवं उसकी सहायक नदियां बहा कर ले जाती हैं।

→ जल संभर – वह भू-आकृतिक इकाई जिसका प्रयोग छोटे प्राकृतिक इकाई क्षेत्रों में समन्वित विकास के लिए किया जा सकता है।

→ बाँध – बाँध बहते जल को रोकने दिशा देने या बहाव कम करने के लिए खड़ी की गई बाधा है। जो साधारणतय जलाशय झील या जलभरण बनाती है।

कुछ तथ्य, कुछ सत्य

→ सिंचाई में नलकूप व कुओं का योगदान : 57%

→ सिंचाई में निजी नहरों का योगदान : 1%

→ सिंचाई में सरकारी नहरों का योगदान : 30%

Class 10 Jal Sansadhan Notes HBSE

HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 3 जल संसाधन

→ कुल संचित भूमि : 580लाख हेक्टेयर

→ भारत में औसत वर्षा : 1104 सेमी.

→ भारतीय नदियों का वार्षिक प्रवाह : 1869 अरब घन मी.

→ गंगा, ब्रह्मपुत्र, एवं सिंधु नदियों में पृष्ठीय जल बहाव : 60%

→ भारत में कुल भौम जल का उपयोग : 37%

→ पूर्वी यमुना नहर का निर्माण : 1882

→ मरुस्थलीय भाग में वर्षा : 20 सेमी. से भी कम

→ भारत में विश्व की वृष्टि का हिस्सा : 4%

→ भारत का विश्व में प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष जल : उपलब्धता में स्थान

→ भारत में प्रतिवर्ष नवीनीकरण योग्य जल संसाधन : 1897 वर्ग किमी.

→ विश्व में कुल अलवणीय जल : 2.5%

→ भारत में जल विद्युत का हिस्सा : 22%

→ भोपाल झील का निर्माण : 11वीं शताब्दी

Geography Chapter 3 Class 10 Notes HBSE

HBSE 10th Class Social Science Notes Geography Chapter 3 जल संसाधन

→ दिल्ली में हौज खास का निर्माण : इल्तुतमिश, 14वीं शतब्दी

→ नर्मदा बचाओ आंदोलन : गैर-सरकारी संगठन

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