Haryana State Board HBSE 10th Class Social Science Important Questions History Chapter 4 भूमंडलीकृत विश्व का बनना Important Questions and Answers.
Haryana Board 10th Class Social Science Important Questions History Chapter 4 भूमंडलीकृत विश्व का बनना
HBSE 10th Class History भूमंडलीकृत विश्व का बनना Important Questions and Answers
भूमंडलीकृत विश्व का बनना प्रश्न उत्तर HBSE 10th Class प्रश्न 1.
उन चीजों के नाम लिखिए जो प्राचीन काल से ही यात्री एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाते रहे हैं।
उत्तर-
वे चीजें जो यात्री प्राचीन काल से ही ले जाते रहे हैं, वे थे-पैसा, हुनर-विचार, आविष्कार तथा कीटाणु एवं बीमारियाँ।
भूमंडलीकृत विश्व का बनना प्रश्न उत्तर Class 10 HBSE प्रश्न 2.
सिल्क रूट क्या था?
उत्तर-
वह मार्ग जिसके द्वारा एक स्थान से दूसरा स्थान व्यापार के लिए आपस में जुड़ता था, वह सिल्क रूट या रेशम मार्ग कहलाया।
Bhumandlikrit Vishva Ka Banna Question Answer HBSE 10th Class प्रश्न 3.
इतिहास से सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक उदाहरण दें।
उत्तर-
नूडल्स चीन से पश्चिम पहुँचा जहाँ स्पंघेत्ती का जन्म हुआ। पास्ता अरब यात्रियों द्वारा पहुँचाया गया।
भूमंडलीकृत विश्व का बनना Question Answer HBSE 10th Class प्रश्न 4.
किस खाद्य-पदार्थ के कारण यूरोप के जीवन में परिवर्तन हुआ।
उत्तर-
आलू के प्रयोग के कारण यूरोप के जीवन में परिवर्तन हुआ।
Bhumandlikrit Vishva Ka Banna HBSE 10th Class प्रश्न 5.
16वीं शताब्दी से अमेरिका का रंग-रूप किस प्रकार बदला?
उत्तर-
अमेरिका को जन तक खोजा नहीं गया था, यह किसी के भी सम्पर्क में नहीं था। परन्तु यूरोपियों के आने-जाने के बाद वहाँ फसलें, खनिज पदार्थ आदि पहुँचने लगे।
प्रश्न 6.
किन-किन राष्ट्रों ने अमेरिका में अपने उपनिवेश बनाए?
उत्तर-
पुर्तगाल तथा स्पेनिश सेनाओं ने अमेरिका में अपने उपनिवेशों का निर्माण किया।
प्रश्न 7.
स्पेनिश उपनिवेशियों ने किसको अपना हथियार अमेरिका के विरुद्ध बनाया?
उत्तर-
स्पेनिश उपनिवेशी मुख्यतः चेचक की बीमारी तथा उसके कीटाणुओं का प्रयोग अमेरिका के विरुद्ध कर रहे थे।
प्रश्न 8.
19वीं सदी तक यूरोप की स्थिति कैसी थी?
उत्तर-
19वीं सदी तक यूरोपं अत्यन्त गरीब था। शहरों की जनसख्या बहुत थी तथा बहुत-सी बीमारियाँ फैल चुकी थीं। ध म का चारों ओर बोलबाला था। जो व्यक्ति धर्म के नियमों को तोड़ता, उसे कड़ा दण्ड दिया जाता था। 18वीं सदी तक अफ्रीका के गुलामों को यूरोप के बाजारों के लिए कपास तथा चीनी के उत्पादन के लिए प्रयोग किया जाता था।
प्रश्न 9.
19वीं शताब्दी से विश्व में किन क्षेत्रों में परिवर्तन आरम्भ हुआ?
उत्तर-
आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और तकनीकी क्षेत्रों में परिवर्तन आरम्भ हुआ।
प्रश्न 10.
अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक विनिमयों में तीन तरह की गतियों या प्रवाहों की व्याख्या करें। तीनों प्रकार की गतियों के भारत और भारतीयों से संबंधित एक-एक उदाहरण दें और उनके बारे में संक्षेप में लिखें।
उत्तर-
अन्तर्राष्ट्रीय आधार पर अर्थशास्त्रियों ने अर्थव्यवस्था में तीन प्रकार के प्रवाहों का उल्लेख किया जिस पर विनिमय आधारित था।
- पहला प्रवाह व्यापार था जिसमें कपड़ा या गोहूँ आदि का समावेश किया गया। भारत 19वीं शताब्दी में व्यापार का एक मुख्य केन्द्र बन गया। खाद्य पदार्थो, कपास आदि को आयात-निर्यात किया जाता था।
- दूसरा प्रवाह था-श्रम। इस प्रवाह के अन्तर्गत लोग श्रम या रोजगार की तलाश में दूसरे क्षेत्रों में जाते हैं। 19वीं शताब्दी में भारत से दूसरे क्षेत्रों में कामगारों का प्रवाह बढ़ा। वे एक अनुबंध के तहत् बागानों, खदानों आदि में काम करने के लिए जाने लगे।
- तीसरी गति थी-पूँजी प्रवाह। इस गति में निवेशक दूर-दूर के क्षेत्रों में निवेश करते हैं। भारत देश के बहुत से महाजनों तथा साहुकारों, जैसे-शिकारीपूरी श्रॉफ आदि दूसरे देशों में खेती के लिए कर्जा दिया।
प्रश्न 11.
कॉर्न लॉ क्या था?
उत्तर-
कॉर्न लॉ ब्रिटिश सरकार ने अपने देश में लागू किया। इस कानून के तहत सरकार ने मक्का के आयात पर पाबन्दी लगा दी। इस कारण खाद्य-पदार्थों की कीमतें अत्यन्त बढ़ गई।
प्रश्न 12.
19वीं शताब्दी में ब्रिटेन ने खाद्य-पदार्थों की आत्मनिर्भरता के रास्ते को क्यों नहीं अपनाया।
उत्तर-
19वीं शताब्दी में ब्रिटेन ने यह कदापि नहीं सोचा कि उसे खाद्य-पदार्थों के लिए आत्मनिर्भर बनना चाहिए। इसका मुख्य कारण था कि यदि वह खाद्य-पदार्थों के लिए आत्मनिर्भरता को चुनता तो वहाँ के लोगों का जीवन स्तर गिर जाता तथा सामाजिक तनाव में वृद्धि हो जाती।
प्रश्न 13.
खाद्य-पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण ब्रिटेन पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर-
खाद्य-पदार्थों में कीमतों की कमी के कारण ब्रिटेन का उपभोग स्तर बढ़ गया। इनका आयात भी बढ़ गया। औद्योगिक वृद्धि के कारण लोगों की आय में वृद्धि हुई जो उपभोग की बढ़ोतरी का कारण था।
प्रश्न 14.
1890 की वैश्विक कृषि अर्थव्यवस्था कैसी थी?
उत्तर-
1890 तक सभी प्रवाह काफी हद तक परिवर्तित हो चुके थे। खाद्य, पदार्थ अब दूर-दूर के क्षेत्रों से आने लगे। खेतों में किसानों के साथ-साथ औद्योगिक मजदूर भी काम करने लगे। रेल का प्रयोग खाद्य, पदार्थों को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाने के लिए किया जा रहा था।
प्रश्न 15.
विश्व की स्थिति में परिवर्तन में तकनीक की क्या भूमिका थी?
उत्तर-
विश्व में तकनीकी क्षेत्र में काफी परिवर्तन आए। रेलवे इंजन, भाप के जहाज, टेलिग्राफ आदि महत्त्वपूर्ण थे। इस कारण यातायात सुलभ हो गया। सामान एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जाया जा सकता था।
प्रश्न 16.
मांस उत्पादों के व्यापार में परिवर्तन किस प्रकार हुआ?
उत्तर-
पहले रेल, जहाज आदि होने पर भी मांस उत्पादों का व्यापार सम्भव नहीं था। अमेरिका से यूरोप जीवित जानवरों को ही भेजा जाता था। परन्तु गरीब इसे नहीं खरीद पाता था, क्योंकि उनकी कीमत बहुत ऊँची थी। जहाजों में फिर रेफ्रिजरेशन अर्थात् ठण्डा रखने की सुविधा आरम्भ हो गई। इससे मांस को संग्रहित किया जा सकता था। इस कारण समुद्री यात्रा सस्ती हुई एवं मांस उत्पाद की कीमतों में कमी आई। यह खाद्य पदार्थ अब यूरोप में अधिकार लोगों की पहुँच में था। इसने लागों की जीवन स्थिति को सुधारा।
प्रश्न 17.
19वीं शताब्दी के आखिर में उपनिवेशवाद किस प्रकार पनपा?
उत्तर-
19वीं शताब्दी के अंत तक व्यापार में अत्यन्त वृद्धि हुई। परन्तु इस कारण केवल उन्नति ही नहीं हुई परन्तु विश्व के कई भागों में लोगों की आय तथा स्वतन्त्रता का अंत हो गया। यूरोप ने बहुत से राष्ट्रों पर विजय प्राप्त की। अफ्रीका के बहुत से क्षेत्रों में ब्रिटेन, फ्रांस आदि राष्ट्रों ने कब्जा कर लिया। ये राष्ट्र औपनिवेशिक शक्तियों के रूप में उभर कर सामने आए।
प्रश्न 18.
प्राचीन काल में अफ्रीका की स्थिति कैसी थी?
उत्तर-
अफ्रीका में जमीन बहुत अधिक थी, परन्तु वहाँ की जनसंख्या बहुत ही कम थी। अफ्रीका निवासी के आय का साधन जमीन एवं पालतू पशु थे। इस क्षेत्र में पैसे या वेतन का चलन नहीं था।
प्रश्न 19.
यूरोपीय शक्तियों ने अफ्रीका के क्षेत्रों में उपनिवेश स्थापित करने से पूर्व किन समस्याओं का सामना किया?
उत्तर-
अफ्रीका में भू-क्षेत्र तथा खनिज भण्डारों की कोई कमी नहीं थी। यही देख यूरोपीय क्षेत्र अति आकर्षित हुए। वे इन क्षेत्रों में कृषि करना तथा खनिज भण्डार प्राप्त करना चाहते थे। वहाँ के लोग कम वेतन पर काम नहीं करना चाहते थे। मजदूरों से काम करवाने, उन्हें रोकने आदि के लिए मालिकों ने कई प्रकार की चालें चली जैसे-ज्यादा लगान तय करना, जमीन से हटाने के लिए कानून बदले, खुले-आम श्रमिकों के घूमने पर पाबंदी लग गई, परन्तु यह समस्या समाप्त नहीं हुई।
प्रश्न 20.
अफ्रीका की स्थिति में अन्ततः परिवव्रन कैसे हुआ?
उत्तर-
1880 के दशक के अंतिम वर्षों में रिंडरपेस्ट नामक बीमारी जानवरों में फैलनी आरम्भ हो गई। इतालवी सैनिकों के लिए एशियाई जानवरों को लाया जाता था। इन्हीं जानवरों के द्वारा यह बीमारी अफ्रीका पहुँच गई। 1892 तक अटलांटिक तट तक मवेशियों का प्लेग फैल गया जिसके कारण 90% जानवरों की मृत्यु हो गई। जो जानवर बचे, उन पर सरकारों, खान मालिकों आदि ने कब्जा कर लिया। इसके कारण बड़ी संख्या में लोग बेराजगार हो गए।
प्रश्न 21.
19वीं शताब्दी में गिरमिटिया मजदूर किस प्रकार विविधता को प्रतिबिंबित करता है?
उत्तर-
19वीं शताब्दी में भारत और चीन से अनुबंधित श्रमिक ले जाने का चलन आरम्भ हुआ। इन्हें गिरिमिटिया मजदूर कहा गया। यह शोषण और उत्पीड़न का नया रूप था। इस कारण शोषण में वृद्धि, मालिकों की आय में वृद्धि, श्रमिकों की गरीबी में बढ़ोतरी थी।
प्रश्न 22.
भारत के गिरमिटिया मजदूरों पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर-
गिरमिटिया पद्धति में एक अनुबंध के तहत् भारत के क्षेत्रों से बाहर के देशों में काम करने के लिए मजदूरों को ले जाया जाता था। इस अनुबंध की शर्त होती थी कि यदि मजदूर पाँच वर्ष तक बागानों में वहाँ काम कर लेता है तो वह स्वदेश लौट सकता है। ये मजदूर विदेश की विभिन्न परियोजनाओं में काम करते थे। बिहार, उत्तर प्रदेश आदि के सूखे क्षेत्रों के लोग गिरमिटिया मजदूर के रूप में काम करने लगे। इन क्षेत्रों में कुटीर उद्योग भी समाप्त हो गए। जमीनों को साफ किया जा रहा था, उनके किराए में बढ़ोत्तरी की गई इस कारण इन्हें गिरमिटिया मजदूरी के अनुबंध को स्वीकार करना पड़ा।
प्रश्न. 23.
गिरमिटिया मजदूरों की भर्ती किस प्रकार होती थी?
उत्तर-
भारत के अनुबंधित श्रमिक अधिकतर कैरिबीयाई क्षेत्रों में जोर काम करते थे। इन्हें भर्ती एजेन्ट के द्वारा नियुक्त किया जाता था। यह एजेन्ट कमीशन भी प्राप्त करते थे। मजदूरों को फँसाने के लिए ये एजेन्ट पूरी जानकारी मजदूरों को झूठी देते थे। कई श्रमिकों को यह भी नहीं बताया जाता था कि यात्रा समुद्री तथा लम्बी है। न मानने पर कई बार मजदूरों को अपहरण भी कर लिया जाता भी कर लिया जाता था।
प्रश्न 24.
अनुबंधित मजदूरों की स्थिति का वर्णन करें।
उत्तर-
अनुबंध व्यवस्था ने नई दास व्यवस्था को जन्म दिया। कार्यक्षेत्रों में पहुँचने के बाद मजदूरों को वहाँ की स्थिति के विषय में पता चलता था। वहाँ का जीवन तथा कार्य स्थितियाँ बहुत ही कठोर थीं। मजदूरों के पास कोई अधिकार नहीं थे।
प्रश्न 25.
अनुबंधित मजदूरों ने जीवन के रास्ते किस प्रकार खोजे?
उत्तर-
गिरमिटिया श्रमिकों को अत्यन्त कठिन जीवन व्यतीत करना पड़ा था। कई मजदूर भाग कर जंगलों में चले जाते थे। नई तथा पुरानी संस्कृतियों द्वारा वे स्वयं को अभिव्यक्त करते। मुहर्रम पर निकाले जाने वाले जुलूस का त्रिनिदाद में जलसे का रूप दिया गया। इस जलसे में सभी धर्मों के श्रमिक भाग लेते थे। एक विद्रोही धर्म ने भी जन्म लिया जिसे रास्ता फारियानवाद कहा गया। एक ‘चटनी मजिक’ का भी जन्म हुआ।
प्रश्न 26.
विदेश में भारतीय उद्यमी किस प्रकार आकर्षित हुए?
उत्तर-
विश्व बाजार में वृद्धि हो रही थी। खाद्य-पदार्थ तथा फसलों के लिए पूँजी की आवश्यकता पड़ी। बहुत से देशी साहूकार तथा महाजन इस क्षेत्र में आए। ये वे व्यापारी या बैंकर थे जो निर्यात किए जाने वाले खाद्य पदार्थों के उत्पादन के लिए ऋण देते थे। उन्होंने व्यावसायिक संगठनों का निर्माण आरम्भ किया। 1860 में भारत के उद्यमियों ने अफ्रीका आदि के बंदरगाहों पर एम्पोरियम खोले जहाँ स्थानीय तथा विदेशी वस्तुएँ मिलती थीं जो एक समृद्ध कारोबार बना।
प्रश्न. 27.
उपनिवेशवाद में भारतीय व्यापार की स्थिति कैसी थी?
उत्तर-
यूरोपीय क्षेत्रों में भारत का कपास निर्यात होता था। सरकार ने कपास के आयात पर रोक लगा दी। ब्रिटेन में आयातित कपड़ों पर सीमा शुल्क लगाया गया। 19वीं सदी में भारतीय कपड़ों का मुकाबला ब्रिटेन को करना पड़ा, परन्तु किफर सूती कपड़ों के निर्यात में भारी कमी आई। परन्तु कच्चे माल के निर्यात में वृद्धि हुई। ब्रिटिश सरकार अफीम के उत्पादन को चीन निर्यात करती तथा उस धन से चाय तथा दूसरी चीजों को आयात किया जाता।
प्रश्न 28.
भारत में ‘व्यापार अधिशेष’ की अवस्था क्या थी?
उत्तर-
भारत के साथ ब्रिटेन का व्यापार हमेशा ब्रिटेन के फायदे में ही गया। इस लाभ के द्वारा ब्रिटेन अन्य राष्ट्रों के साथ व्यापारिक घाटे को पूरा कर लेता। इसके विपरीत, भारत के अधिशेष का प्रयोग होम चार्जेज को पूरा करने के लिए किया जाता। इसके द्वारा अफसरों का वेतन दिया जाता, पेंशन का भुगतान होता और कर्जे आदि का ब्याज दिया जाता।
प्रश्न 29.
पहला विश्वयुद्ध किन खेमों के मध्य हुआ?
उत्तर-
प्रथम विश्वयुद्ध 1914-18 तक चला। यह युद्ध दो समहों के बीच था। पहले समूह में ब्रिटेन, फ्रांस तथा रूस थे। परन्तु दूसरे समूह में ऑटोमन तुर्की, जर्मनी, आस्ट्रिया हंगरी थे। इतिहास में यह सबसे भीषण युद्ध था।
प्रश्न 30.
प्रथम विश्वयुद्ध का विश्व पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर-
प्रथम विश्वयुद्ध के कारण विश्व की आर्थिक स्थिति अत्यन्त खराब हो गई। इस युद्ध के कारण काम करने वाले लोगों की संख्या बहुत कम हो गई। परिवारों की आय में भी कमी आ गई। इस कारण औरतों को कार्यक्षेत्र में आना पड़ा। इस युद्ध से राष्ट्रों के संबंध आपस में टूट गए। वे आपस में बदला लेना चाहते थे। अमेरिका एक कर्ज देने वाले राष्ट्र के रूप में उभर कर आया।
प्रश्न. 31.
प्रथम विश्वयुद्ध के बाद आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए क्या कदम उठाए गए?
उत्तर-
युद्ध से पूर्व ब्रिटेन विश्व का शक्तिशाली राष्ट्र था। युद्ध के समय भारत और जापान में उद्योगों की वृद्धि हुई ब्रिटेन को भारत तथा जापान की वस्तुओं से मुकाबला करना था। उसको अमेरिका से ऋण बहुत लेना पड़ा। युद्ध के कारण उत्पादन तथा रोजगारों में वृद्धि। सरकार ने युद्ध के व्यय में कटौती आरम्भ कर दी। इस कारण रोजगार में समाप्ति हुई। सबसे अधिक आर्थिक नुकसान ब्रिटेन को ही हुआ। कृषि अर्थव्यवस्था पर भरी संकट था।
प्रश्न 32.
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में युद्धोत्तर क्या परिवर्तन हुए?
उत्तर-
युद्ध के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हो गई। सबसे बड़ा परिवर्तन था-वृहत् उत्पादन जिसे अंग्रेजी में Mass Production कहा जाता है। अमेरिका अब एक कर्जदाता बन गया।
प्रश्न 33.
अमेरिका के हेनरी फोर्ड की कार्य-प्रणालियों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर-
हेनरी फोर्ड अमेरिका की कार निर्माता कम्पनी थी। उन्होंने अपने कारखानों में एसेम्बली लाइन का आरम्भ किया। इसमें कन्वेयर बेल्ट का प्रयोग होता था। इसके द्वारा तीन मिनट में एक कार तैयार की जाती थी। मजदूरों को एक क्षण भी बात करने का समय नहीं मिलता था। आरम्भ में मजदूर का छोड़कर चले गए। इस कारण फोर्ड को वेतन 5 डॉलर प्रतिदिन करना पड़ा। परन्तु इस हानि को पूरा करने के लिए असेम्बली लाइन की रफ्तार को बढ़ा दिया गया जिससे मजदूरों पर काम का बोझ बढ़ गया। इस निर्णय को फोर्ड ने बेहतरीन माना।
प्रश्न 34.
फोर्ड की तकनीकी का पूरे विश्व पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर-
फोर्ड की असेम्बली लाइन की तकनीक जल्दी ही पूरे अमेरिका में प्रचलित हो गई। यूरोप में भी जल्दी ही इसे अपना लिया गया। इससे उत्पादन की लागत कम हुई जिससे कीमत में भी कमी आई। बृहत् उत्पादन पद्धति जल्दी ही फ्रिज, वाशिंग मशीन, रेडियो आदि के निर्माण में प्रयुक्त होने लगी। इन वस्तुओं से उपभोक्ता बाजार में वृद्धि हुई। लोग किस्तों पर वस्तुएँ खरीदने लगे। अमेरिका में आर्थिक सम्पन्नता हो गई।
प्रश्न 35.
महामंदी के कारणों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
1929 ई. में आई आर्थिक महांमदी अमेरिका के लिये बड़ी विनाशकारी सिद्ध हुई, जिसके मुख्य कारण निम्नलिखित-
- यह संकट औद्योगिक क्रान्ति के कारण चीजों की आवश्यकता से अधिक उत्पादन के कारण पैदा हुआ। 1930 ई. में अमेरिका में तैयार माल के इतने भण्डार हो गए कि उनका कोई खरीददार न रहा।
- प्रथम विश्व यु के कारण यूरोप के देश बर्बाद हो गए थे कि वे अमेरिका से माल आयात करने की अवस्था में न थे।
- जब तैयार माल का कोई खरीदार न रहा तो वहां कारखाने बन्द हो गए और हज़ारो मज़दूर बेरोजगार हो गए।
- जब कारखाने बन्द हो गए तो किसानो की पैदावार का भी कोई खरीदार न रहा। इस तरह किसानों के लाभ में भी कमी आ गई और छषि मजदूरी कम हो गई।
- अमेरिका की (‘Share Exchange Market’) में शेयरों की कीमत में गिरावट आ गई जिससे वहां कोई 1,00,000 व्यापारियों का दीवाला निकल गया।
प्रश्न 36.
महामंदी का विश्व पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर-
महामंदी के कारण अमेरिकी पूँजी बाजार से समाप्त होने लगी। यूरोप के बैंक समाप्त हो गए। विदेशी मुद्राओं की कीमतों में कमी आई। कृषि उत्पाद और कच्चे माल की कीमतों में भारी कमी आई। अमेरिकी बैंकों ने घरेलू कर्जे भी देने बंद कर दिए। दिए गए कों की वसूली होन लगी। आमदनी समाप्त हो गई तथा लोग ऋण चुकता करने में असमर्थ रहे। बेरोजगारी के कारण अमेरिकी लोग दूसरे स्थानों पर काम की तलाश में चले गए। हजारों बैंकों को बंद करना पड़ा।
प्रश्न 37.
दूसरा विश्वयुद्ध किन समूहों के बीच हुआ?
उत्तर-
प्रथम विश्वयुद्ध की भाँति दूसरा विश्वयुद्ध भी दो समूहों के बीच में हुआ। पहला समूह जर्मनी, जापान और इटली था। दूसरा समूह ब्रिटेन, सोवियत संघ, फ्रांस और अमेरिका का था।
प्रश्न 38.
युद्धोतत्तर काल के मुख्य दो प्रभाव कौन से थे?
उत्तर-
युद्धोतर काल के मुख्यतः दो प्रभाव थे
- सोवियत संघ एक शक्तिशाली वर्चस्व के रूप में उभर कर आया। वह एक विश्व शक्ति के रूप में परिवर्तित हो गया।
- अमेरिका एक शक्तिशाली राष्ट्र राजनीतिक, आर्थिक तथा सैनिक दृष्टि से बन गया।
प्रश्न 39.
वीटो अधिकार क्या है?
उत्तर-
वह अधिकार जिसके द्वारा एक ही सदस्य को अपने वोट द्वारा किसी भी प्रस्ताव को खारिज करने का अधिकार होता है, उसे वीटो अधिकार (Veto Power) कहा जाता है।
प्रश्न 40.
ब्रेटन वुड्स का प्रभाव राष्ट्रों पर कैसा रहा?
उत्तर-
ब्रेटन वुड्स व्यवस्था ने अर्थव्यवस्था में काफी परिवर्तन किए। उन्होंने विनिमय दर की व्यवस्था को निश्चित किया। विश्व व्यापार की दर 8% से अधिक, तथा आय में 5% तक वृद्धि हुई। तकनीक तथा उद्यम का प्रसार किया जा रहा था। आधुनिक यंत्रों में निवेश भी किया गया। इसके बाद ब्रेटन वुड्स ने विकासशील राष्ट्रों के विकास पर भी ध्यान देना आरम्भ किया।
प्रश्न 41.
निम्नलिखित की व्याख्या करें-
- विनिमय दर
- स्थिर विनिमय दर
- परिवर्तनशील विनिमय दर
उत्तर-
- एक राष्ट्र को दूसरे राष्ट्र की मुद्रा से जोड़ना जिससे अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार सम्भव हो पाता है, उसे विनिमय दर कहा जाता है।
- स्थिर विनिमय दर वह दर होती है जिसे बाजार में परिवर्तन के आधार पर परिवर्तित नहीं किया जा सकता। इसे सरकारों द्वारा ही नियंत्रित किया जाता है तथा परिवर्तन उन्हीं के हस्तक्षेप के बाद ही किया जाता है।
- जब विनिमय दर बाजार में परिवर्तन के साथ घटती-बढ़ती है, उसे परिवर्तनशील विनिमय दर कहा जाता है। इस दर पर माँग तथा पूर्ति का प्रभाव पड़ता है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित रिक्त स्थानों को दिए गए उपयुक्त शब्दों से पूरा करें।
(i) ……में समुद्री तटों पर होने वाले व्यापार के द्वारा सिन्धु घाटी सभ्यता जुड़ी हुई थी। (4000 ई. पूर्व, 3000 ई. पूर्व)
(ii) 16वीं शताब्दी में……..जहाज एशिया तक पहुँच गएं (यूरोपीय, फ्रांसीसी) ।
(iii) अपनी खोज से लाखों वर्ष पूर्व………का दुनिया से सम्पर्क नहीं था। (अमेरिका, फ्रांस)
(iv) ………..की बीमारी को अमेरिका में प्रयोग किया गया। (चेतक, रिंडरपेस्ट)
(v) ……….तक यूरोप में अत्यन्त गरीबी तथा भूखमरी थी। (20वीं सदी, 19वीं सदी)
(vi) अर्थशास्त्रियों ने अर्थव्यवस्था की तीन………..में व्याख्या की है। (प्रवाहों, रूपों)
उत्तर-
(i) 3000 ई. पूर्व,
(ii) यूरोपीय,
(iii) अमेरिका,
(iv) चेचक, 1915,
(v) 19वीं सदी,
(vi) प्रवाहों।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से सही (√) व गलत (x) की पहचान करें।
(i) तीसरा प्रवाह श्रम प्रवाह होता है जिसमें मजदूर काम की तलाश करते हैं।
(ii) 18वीं शताब्दी के अंतिम दशकों में ब्रिटेन की जनसंख्या में बहुत कमी आई।
(iii) 18वीं सदी के समय में भारत और चीन को धनी राष्ट्र भाना जाता था।
(iv) हमलावरों में चेचक के विरुद्ध लड़ने की क्षमता विकसित थी।
(v) मक्का के आयात पर पाबन्दी को कॉर्न लॉ कहा गया।
(vi) यूरोप के लगभग 5 करोड़ निवासी 19वीं सदी में अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया में बस गए।
(vii) 1820-1914 तक विश्व व्यापार में बहुत गिरावट आई।
(viii) तकनीक की व्यापार में कोई भूमिका नहीं रही।
उत्तर-
(i) x,
(ii) x,
(iii) √,
(iv) √,
(v) √,
(vi) √,
(vii) x,
(viii) x,
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में दिए गए विकल्पों में सही का चयन कीजिए।
(i) तकनीकी प्रगति निम्नलिखित में से किन कारकों का परिणाम होती है?
(क) सामाजिक
(ख) राजनीतिक .
(ग) आर्थिक
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(घ) उपर्युक्त सभी
(ii) ……….के दशक में मांस का निर्यात यूरोप तक नहीं किया जाता था।
(क) 1880
(ख) 1870
(ग) 1860
(घ) 1850
उत्तर-
(ख) 1870
(iii) पहले यूरोप में केवल…………..और ब्रेड खाने के लिए होते थे।
(क) माँस
(ख) मक्खन
(ग) आलू
(घ) उपर्युक्त कोई नहीं
उत्तर-
(ग) आलू
(iv) अफ्रीका में किस दशक में रिंडरपेस्ट नामक बीमारी फैली?
(क) 1880
(ख) 1870
(ग) 1890
(घ) 1960
उत्तर-
(ग) 1890
(v) गिरमिटिया श्रमिकों को ले जाया जाना………..सदी की विविधता को प्रतिबिंबित करता है।
(क) 18वीं
(ख) 17वीं
(ग) 16वीं
(घ) 19वीं
उत्तर-
(घ) 19वीं
(vi) 1921 में किस व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया
(क) आयात शुल्क
(ख) अनुबंधित मजदूरी
(ग) निर्यात शुल्क
(घ) उपर्युक्त कोई नहीं
उत्तर-
(ख) अनुबंधित मजदूरी
(vii) त्रिनिदाद में मुहर्रम के सालाना जुलूस को क्या कहा गया-
(क) होसे
(ख) ताजिया
(ग) चटनी म्यूजिक
(घ) रास्ताफारियानवाद
उत्तर-
(क) होसे