HBSE 10th Class Social Science Important Questions History Chapter 3 भारत में राष्ट्रवाद

Haryana State Board HBSE 10th Class Social Science Important Questions History Chapter 3 भारत में राष्ट्रवाद Important Questions and Answers.

Haryana Board 10th Class Social Science Important Questions History Chapter 3 भारत में राष्ट्रवाद

भारत में राष्ट्रवाद Important Questions HBSE 10th Class प्रश्न 1.
जबरन भर्ती का क्या अर्थ था?
उत्तर-
वह प्रक्रिया जिसमें भारत के लोगों को जबरदस्ती सेना में भर्ती किया जाता था, उसे जबरन भर्ती कहा गया।

Bharat Mein Rashtravad Important Question HBSE 10th Class प्रश्न 2.
कौन-सी महामारी 1920-21 के मध्य फैली?
उत्तर-
फ्लू की महामारी 1920-21 में फैली जिसमें लगभग 120-130 लाख लोग मारे गए।

HBSE 10th Class Important Questions History Chapter 3 भारत में राष्ट्रवाद प्रश्न 3.
अफ्रीका में गाँधी जी ने सत्याग्रह क्यों प्रयोग किया?
उत्तर-
अफ्रीका में गाँधी जी ने सत्याग्रह नस्लभेद (apartheid) सरकार के विरुद्ध किया। इसके लिए उन्होंने वहाँ एक जनांदोलन आरम्भ किया जिसे सत्याग्रह कहा गया।

Chapter 3 भारत में राष्ट्रवाद Important Questions HBSE 10th Class प्रश्न 4.
सत्याग्रह का क्या अर्थ है।
उत्तर-
हिंसा के साथ सत्य के लिए आग्रह करना सत्याग्रह कहलाता है।

HBSE 10th Class Social Science Important Questions Chapter 3 भारत में राष्ट्रवाद

प्रश्न 5.
अहमदाबाद में सत्याग्रह का प्रयोग गाँधी जी ने क्यों किया?
उत्तर-
सूती कपड़ा कारखानों के मजदूरों की सहायता के लिए अहमदाबाद में सत्याग्रह चलाया गया।

प्रश्न 6.
बहिष्कार क्या है?
उत्तर-
बहिष्कार का अर्थ है कि किसी से सम्पर्क रखने, उसकी वस्तुएँ प्रयोग करने या उसकी गतिविधियों में भागीदारी से मना करना।

प्रश्न 7.
असहयोग कार्यक्रम को स्वीकृति कब मिली?
उत्तर-
दिसम्बर, 1920 में कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन में एक समझौते के अन्तर्गत असहयोग कार्यक्रम को स्वीकृत प्राप्त

प्रश्न 8.
कांग्रेस के लोग चुनावों का बहिष्कार करने में क्यों हिचकिचा रहे थे?
उत्तर-
कांग्रेस के लोगों को यह डर था कि यदि चुनावों का बहिष्कार हुआ तो हिंसा उत्पन्न हो सकती थी। अतः वे इसमें हिचकिचा रहे थे।

प्रश्न 9.
खिलाफत समिति के गठन के पीछे क्या उद्देश्य था?
उत्तर-
द्वितीय युद्ध में ऑटोमन तुर्की हार चुका था। यह अफवाहें फैली कि इस्लामिक विश्व पर एक सख्त शांति संधि लागू होगी। खलीफा की शक्तियों की रक्षा के लिए मार्च, 1919 में खिलाफत समिति का निर्माण हुआ।

प्रश्न 10.
जनवरी, 1921 में किस आंदोलन का आरम्भ हुआ?
उत्तर-
असहयोग खिलाफत आंदोलन का आरम्भ जनवरी, 1921 में हुआ।

प्रश्न 11.
पिकेटिंग क्या है?
उत्तर-
प्रदर्शन या विरोध का वह तरीका जिसमें दुकान. फैक्टरी या दफ्तर के अन्दर जाने के रास्ते को रोकते हैं उसे पिकेटिंग कहा जाता है।

प्रश्न 12.
1921 से 1922 के मध्य विदेशी कपड़ों के आयात में कमी क्यों आई?
उत्तर-
अहसयोग आंदोलन के समय विदेशी कपड़ों का बहिष्कार किया गया व्यापारियों ने विदेशी वस्तुओं के व्यापार में पैसा लगाना बंद कर दिया। लोग केवल भारतीय कपड़े ही पहनने लगे जिससे आयात 102 करोड़ से कम होकर केवल करोड़ रह गया।

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प्रश्न 13.
असहयोग आंदोलन धीमा क्यों पड़ने लगा?
उत्तर-
असहयोग आंदोलन कुछ समय पश्चात् हल्का पढने लगा। इसका कारण था कि मिलों में बना कपड़ा हाथ के बने खादी से सस्ता था। गरीब खादी खरीदने में असमर्थ था। व्यवसायों के लिए वैकल्पिक संस्थान भी नहीं थे या उनकी स्थापना धीरे हो रही थी। इसके परिणामस्वरूप लोग जल्दी ही कामों पर वापिस लौटने लगे।

प्रश्न 14.
गिरमिटिया मजदूर किसे कहा जाता था?
उत्तर-
औपनिवेशिक भारत में ब्रिटिश सरकार मजदूरों को एक अनुबंध के अन्तर्गत फिजी, गुयाना, वेस्टइंडीज आदि जगहों पर ले जाती। इन मजदूरों को गिरमिटिया श्रमिक कहा जाता था।

प्रश्न 15.
बाबा रामचन्द्र के आंदोलन के विषय में टिप्पणी लिखिए।
उत्तर-
बाबा रामचन्द्र ने अवध में किसानों के लिए आंदोलन छेड़ा। वे जमींदारों तथा तालुकदारों के विरुद्ध थे जो किसानों से भारी लगान और अलग-अगल प्रकार के कर वसूल करते थे। वे किसानों से बिना किसी पारिश्रमिक के काम करवाते थे। बाबा रामचन्द्र ने यह माँग की कि बेगार की समाप्ति हो, कर कम किया जाए तथा उन जमींदारों का बहिष्कार किया जाए जो दमनकारी हैं। बाबा रामचन्द्र के नेतृत्व में अवध किसान सभा को गठिन किया।

प्रश्न 16.
दांडी मार्च के पीछे गाँधी जी का क्या उद्देश्य था?
उत्तर-
गाँधी जी ने दांडी मार्च नमक पर लगने वाले कर को समाप्त करने के लिए छेड़ा। इसके अतिरिक्त 31 जनवरी, 1930 को उन्होंने इरविन को पत्र लिखा जिसमें 11 माँगे था। इन मांगों के द्वारा गाँधी जी पूरे देश को जोड़ना चाहते थे। नमक का प्रयोग सभी लोग करते थे। ब्रिटिश सरकार का नमक पर कर लेना दमनकारी था, जो गाँधी जी समाप्त करना चाहते थे।

प्रश्न 17.
दांडी मार्च पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
उत्तर-
जब वायसराय इरविन ने गाँधी जी की माँग पूरी नहीं की, उन्होंने 11 मार्च से दांडी मार्च का आरम्भ 78 वॉलंटियरों के साथ किया। इस यात्रां को दांडी नामक तटीय क्षेत्र में समाप्त होना था जो गुजराती कस्बे में था। 24 दिन तक वे लगातार चलने के बाद दांडी पहुँचे। 6 अप्रैल को वहाँ पहुँच का उन्होंने समुद्र के पानी को उबालकर नमक बनाया जो कानून का एक उल्लंघन था।

प्रश्न 18.
सविनय अवज्ञा आंदोलन का समर्थन किस प्रकार का रहा?
उत्तर-
सविनय अवज्ञा आंदोलन औपनिवेशिक कानूनों का उल्लंघन करता था। विभिन्न क्षेत्रों में नमक बनाकर कानून तोड़ा गया, नमक के कारखानों के समक्ष विरोध किया गया, विदेशी कपड़ों का बहिष्कार किया गया, दुकानों की पिकेटिंग हुई। किसानों ने भूमि पर लगान देने से मना कर दिया। गाँवों के कर्मचारियों ने नौकरियाँ छोड़ दीं। वन कानूनों का उल्लंघन किया गया।

प्रश्न 19.
गाँधी जी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन वापस क्यों लिया?
उत्तर-
औपनिवेशिक सरकार ने कानूनों का उल्लंघन देखकर कांग्रेस के नेताओं की गिरफ्तारी आरम्भ कर दी। जल्दी ही दूसरे स्थानों पर हिंसा आरम्भ हो गई। अब्दुल गफ्फार खॉन को गिरफ्तार किया गया। इस पर जनता सड़कों पर उतर आई। उन पर पुलिस ने गोलियाँ चलाई। बहुत से लोग भी मारे गए। परन्तु जब गाँधी जी को गिरफ्तार किया गया तब औद्योगिक मजदूरों ने अदालतों, दफ्तरों आदि पर हमले किए। बढ़ती हिंसा को देखकर गाँधी जी ने आंदोलन वापस ले लिया।

प्रश्न 20.
गाँधी-इरविन के मध्य क्या समझौता हुआ?
उत्तर-
सविनय अवज्ञा आंदोलन के पश्चात् 5 मार्च, 1931 को गाँधी-इरविन समझौता हुआ। उन्होंने लंदन में होने वाले गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने की बात मान ली जिसका पहले कांग्रेस बहिष्कार कर चुकी थी। ब्रिटिश सरकार इस समझौते के तहत् राजनैतिक नेताओं को रिहा करने के लिए तैयार हो गई।

प्रश्न 21.
भारत माता की छवि का विकास किस प्रकार हुआ?
उत्तर-
बीसवीं सदी में भारत माता की छवि का विकास होना आरम्भ हुआ। भारत माता की तस्वीर प्रथम बार बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय ने बनाई। उन्होंने वन्दे मातरम् का गीत भी 1870 में लिखा। अबीनद्रनाथ टैगोर ने संन्यासिनी के रूप में भारत माता को चित्रित किया जो गम्भीर, शांत तथा दैवी शक्ति का प्रतीक थी। इसके अतिरिक्त 19वीं शताब्दी में लोक-कथाओं में राष्ट्रवादियों की गूंज को सुना जा सकता था। बंगाल में रवीन्द्रनाथ टैगोर ने लोक-कथाओं, गीतों आदि के द्वारा राष्ट्रवाद का विकास किया। नटेसा शास्त्री ने तमिल कथाओं के द्वारा राष्ट्रवाद की वृद्धि की। इसके बाद राष्ट्रवाद की छवि की व्याख्या करने के लिए चिह्नों का प्रयोग होने लगा जैसे गाँधी जी ने 1921 तक तिरंगा तैयार किया जिसमें तीन रंग थे।

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प्रश्न 22.
लोगों को एकजुट करने में क्या समस्या थी?
उत्तर-
लोगों को एकजुट करने में कई समस्याएँ थीं। राष्ट्रवाद में भारत के अतीत का गुणगान किया जा रहा था, परन्तु यह गुणगान केवल हिन्दुओं के इतिहास का ही प्रतीक था। भारत माता की जिस छवि का निर्माण किया गया, वह हिन्दुओं का प्रतीक था। इस कारण दूसरे समुदायों के लोग स्वयं को अलग समझने लगे।

प्रश्न. 23.
1921 में असहयोग आंदोलन में शामिल होने वाले सभी सामाजिक समूहों की सूची बनाइए। इसके बाद उनमें से किन्हीं तीन को चुन कर उनकी आशाओं और संघर्षों के बारे में लिखते हुए यह दर्शाइए कि वे आंदोलन में शामिल क्यों हुए।
उत्तर-
1921 के असहयोग आंदोलन में समाज के अनेक समूहों ने भाग लिया जिसमे से विशेषकर उल्लेखनीय है:

  1. नगरों के ममय श्रेणी के लोग
  2. ग्रामीण क्षेत्रों के किसान लोग
  3. जंगली क्षेत्रों के आदिवासियों ने
  4. बागान में काम करने वाले

विभिन्न प्रकार लोगों ने इन सामाजिक समूहों ने असहयोग आंदोलन में क्यों भाग लिया अथवा असहयोग आन्दोलन के आर्थिक प्रभाव-पर के विभिन्न सामाजिक समूहों ने असहयोग आन्दोलन में इसलिये भाग लिया क्योंकि उन्हें अपने-अपने ढंग से आर्थिक उद्देश्यों की प्राप्ति की सम्भावना नज़र आई।

  1. नगरों में रहने वाले लोगों ने इस आन्दोलन में इसलिये भाग लिया कि यदि लोग विदेशी माल का बहिष्कार करेंगे तो उनका अपना बनाया हुआ माल तेजी से बिकेगा और उनकी औद्योगिक इकाइयाँ फिर से काम करने लगेंगी। इससे लोगों के लिए नौकरी के कई नए अवसर खुलेंगे।
  2. ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों ने असहयोग आंदोलन में बढ़-चढ़कर इसलिये भाग लिया कि एक तो उन्हें बड़े-बड़े जमींदारों के अत्याचारों से मुक्ति मिलेगी और दूसरे उन्हें कठोर से लगान इकट्ठा करने वाले अधिकारियों के जुल्मों से निजात मिलेगी।
  3. बागान में काम करने वाले विभिन्न प्रकार के लोगों ने इसलिये असहयोग आंदोलन में भाग लिया क्योंकि एक तो उन्हें बागान की जेल-सामान चारदीवारों से बाहर जाने की आज्ञा मिल जायेगी और दूसरे वे बागान मालिकों की दासता और पशु-समान व्यवहार से मुक्ति प्राप्त कर लेगे और स्वतन्त्र वातावरण में जीवन व्यतीत कर सकेंगे। केवल यही नहीं, उन्हें बागान में कम वेतन मिलने की समस्या से भी छुटकारा मिल । जायेगा।

प्रश्न 24.
सिविल नाफरमानी में महिलाओं ने क्या योगदान दिया?
उत्तर-
सिविल नाफरमारनी अथवा सविनय अवज्ञा में औरतों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। नमक आंदोलन के समय वे गाँधी जी को सुनने आतीं। उन्होंने जुलूसों में भाग लिया, नमक बनाकर नमक कानून का उल्लंघन किया। कई औरतें जेल भी गई। शहरों में उच्च जाति तथा गाँवा में किसान परिवार की महिलाओं ने भाग लिया, परन्तु उनकी स्थिति में बदलाव नहीं आया। कोई भी महत्त्वपूर्ण पद महिलाओं ने ग्रहण नहीं किया।

प्रश्न 25.
दलितों ने किस अपने अधिकारों के लिए लड़ाई की? गाँधी जी की इसमें क्या भूमिका थी?
उत्तर-
गाँधी जी दलितों को ईश्वर की संतान मानते थे। उन्होंने उनको ‘हरिजन’ का नाम दिया। उनका मानना था कि यदि अस्पृश्यता समाप्त नहीं की जाएगी तो आने वाले सौ सालों तक भी स्वराज प्राप्ति सम्भव नहीं है। गाँधी जी ने सत्याग्रह उनके अधिकारों के लिए किया। इसमें वे चाहते थे कि हरिजनों को मंदिरों, तालाबों, कुओं आदि पर जाने का अधिकार दिया जाए। इसके लिए उन्होंने उच्च जातियों से छुआ-छूत छोड़ने का आग्रह किया। वे उनके लिए शिक्षा संस्थानों में आरक्षण चाहते थे। दलित नेता स्वयं ही अपनी इन समस्याओं का हल ढूँढने लगे। इसके लिए उन्होंने स्वयं को संगठित किया। वे मानते थे कि राजनैतिक सशक्तिकरण इस प्रक्रिया के लिए महत्त्वपूर्ण है। इस कारण दलित नेता सविनय अवज्ञा से दूर रहे।

प्रश्न 26.
दलितों के लिए डॉ. अम्बेडकर की भूमिका पर टिप्पणी करें।
उत्तर-
डॉ. अम्बेडकर स्वयं दलित वर्ग के थे। अतः वे उनकी समस्याओं के विषय में जानते थे। उन्होंने दलित वर्ग एसोसिएशन का गठन 1930 में किया। वे गोलमेज सम्मेलन में अलग निर्वाचन क्षेत्र की माँग करने लगे। यह माँग ब्रिटिश सरकार के द्वारा मान ली गई तो गाँधी जी अनशन पर बैठ गए। बाद में अम्बेडकर ने गाँधी ने जी के साथ पूना पैक्ट का समझौता किया। इसके पश्चात् केन्द्रीय एवं विधान परिषदों में दलितों के लिए सीटों का आरक्षण किया।

प्रश्न. 27.
राजनीतिक नेता पृथक क्षेत्रों के सवाल पर क्यों बँटे हुए थे।
उत्तर-
पृथक निर्वाचन पद्धति से हमारा अभिप्राय ऐसी पद्धति से है जब लोग केवल अपने धर्म के लोगों को ही वोट दे सकते हैं, दूसरे धर्म वालों को नहीं। भारत में इस पद्धति का प्रयोग करना अंग्रेजी सरकार की जान-बूझकर की गई शरारत थी जो भारतीय जनता को धर्म के नाम पर आपस में बाँटकर राष्ट्रीय आन्दोलन को पंगु और कमजोर बनाना चाहती थी और लोगों में फूट डालकर अपना यहाँ टिके रहने का स्वार्थ सिद्ध करना चाहती थी। वे इस हथियार से प्रयोग किया कि अन्त में 1947 ई. में देश बँटकर ही रहा।

  • कांग्रेस ने ब्रिटिश सरकार की पृथक निर्वाचन पद्धति की भावना को प्रोत्साहित करने के लिये उसकी कड़ी आलोचना की क्योंकि ब्रिटिश सरकार की यह चाल थी कि वे स्थानीय लोगों को किसी न किसी मसले पर उलझाए रखें और अपने देश का बंटवारा करके रहेगी। वह तो देश की एकता के लिए संयुक्त निर्वाचन प्रणाली के पक्ष में थी।
  • मुस्लिम लोग के नेता-जैसे मोहम्मद इकबाल और मि. जिन्ना पृथक निर्वाचन प्रणाली को मुसलमानों के हितों की सुरक्षा के लिये आवश्यक समझते थे। उनके विचार में भारत में हिन्दुओं की संख्या अधिक है इसलिये संयुक्त निर्वाचन प्रणाली के चलते मुसलमान की हानि होगी। ऐसा विचार रखने में ब्रिटिश सरकार के अपने औपनिवेशिक हित भी छिपे हुए थे।
  • दलित श्रेणियों के नेता, विशेषकर बी. आर. अम्बेडकर भी पृथक निर्वाचक-पद्धति के पक्ष में थे क्योंकि उनका विचार था कि इसके बिना दलित श्रेणियों के लोगों के हितों की रक्षा नहीं हो सकेगी। महात्मा गाँधी के मौन रखने पर वे संयुक्त चुनाव पर वे संयुक्त चुनाव प्रणाली को पूना पेक्ट नामक समझौते के कारण मान तो गए परन्तु जब केन्द्रीय और प्रान्तीय विधान सभाओं में दलित सदस्यों को सीटें निश्चित कर दी गई।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित रिक्त स्थानों को दिए गए उपयुक्त शब्दों से पूरा करें।
(i) भारत में आधुनिक……….के उदय की परिघटना उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन के साथ जुड़ी थी। (धर्म, राष्ट्रवाद)
(ii) विश्वयुद्ध ने एक नई आर्थिक और…….स्थिति पैदा कर दी। (धार्मिक राजनीतिक)
(iii) प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान………..शुरू किया गया। (आयकर, सीमा शुल्क)।
(iv) महात्मा गाँधी……….में भारत लौटे। (फरवरी, 1915, जनवरी, 1915)
(v) गाँधी जी……..में नस्लभेद के विरुद्ध खड़े हुए। (अफ्रीका, भारत)
(vi) 1918 में गाँधीजी सूती कपड़ा कारखानों के मजदूरों के बीच सत्याग्रह आंदोलन चलाने…………जा पहुंचे। (चम्पारन, अहमदाबाद)
(vii) 1919 में गाँधी जी ने………के विरुद्ध आन्दोलन छेड़ा। (साइमन कमीशन, रॉलट एक्ट)
(viii) ………को जलियाँवाला हत्याकाण्ड हुआ। (14 अप्रैल, 13 अप्रैल)
(ix) गाँधी जी की प्रसिद्ध पुस्तक नाम………..था। (हिन्द स्वराज, आनन्द मठ)
(x) 1921-22 के मध्य……….का आयात आधा रह गया। (विदेशी कपड़े, खादी)
(xi) अवध किसान सभा का गठन………..ने किया। (गाँधी जी, बाबा रामचन्द्र)
(xii) ……….की गूडेम पहाड़ियों में 1920 के दशक के
आरम्भ में एक उग्र गुरिल्ला आंदोलन फैल गया। (आंधप्रदेश, पंजाब)
उत्तर-
(i) राष्ट्रवाद,
(ii) राजनीतिक,
(iii) आयकर,
(iv) जनवरी, 1915,
(v) अफ्रीका,
(vi) अहमदाबाद,
(vii) रॉलट एक्ट,
(viii) 13 अप्रैल,
(ix) हिन्द स्वराज,
(x) विदेशी कपड़े,
(xi) बाबा रामचन्द्र,
(xii) आन्ध्र प्रदेश।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से सही (√) व गलत (x) की पहचान करें।

(i) असहयोग-खिलाफत आंदोलन जनवरी, 1921 में आरम्भ हुआ।
(ii) बाबा रामचन्द्र ने चम्पारन में कृषकों के हित में आंदोलन छेड़ा।
(iii) बेगार मजदूर पारिश्रमिक लेकर काम करते थे।
(iv) आसाम के बागान मजदूरों के लिए आजादी का अर्थ अपने कार्यक्षेत्र से बाहर आना-जाना था।
(v) चौरी-चौरा की घटना 1922 में हुई।
(vi) सविनय अवज्ञा आंदोलन 1923 में गाँधी जी ने वापस ले लिया।
(vii) 1926 से कृषि उत्पादों की कीमतें बढ़ने लगीं।
(viii) गाँधी जी के साथ नमक आंदोलन में 78 लोगों ने भाग लिया।
(ix) नमक आंदोलन में गाँधी जी 28 दिन चले।
उत्तर-
(i) √,
(ii) x,
(iii) x
(iv) √,
(v) √,
(vi) x,
(vii) x,
(viii) √,
(ix) x,

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में दिए गए विकल्पों में सही का चयन कीजिए।

(i) गाँधीजी की दांडी यात्रा…….अप्रैल को समाप्त हुई।
(क) 6
(ख) 7
(ग) 8
(घ) 5
उत्तर-
(क) 6

(ii) 1928 में………..भारत पहुँचा।
(क) वायसराय इरविन
(ख) रॉल एक्ट
(ग) साइमन कमशीन
(घ) उपर्युक्त कोई नहीं
उत्तर-
(ग) साइमन कमशीन

(iii) जून 1920, किसने अवध का दौरा किया
(क) गाँधी जी
(ख) नेहरू
(ग) मुहम्मद इकबाल
(घ) डॉ, अम्बेडकर
उत्तर-
(ख) नेहरू

(iv) ………के बीच कीमतों दोगुना हो चुकी थीं।
(क) 1915-18
(ख) 1913-18
(ग) 1918-19
(घ) 1920-21
उत्तर-
(ख) 1913-18

(v) 1916 में गाँधी जी ने किस क्षेत्र में आंदोलन आरम्भ किया?
(क) बिहार, चम्पारन
(ख) अवध
(ग) अहमदाबाद
(घ) उपर्युक्त कोई नहीं
उत्तर-
(क) बिहार, चम्पारन

(vi) रॉलट एक्ट का विरोध किस रूप में आरम्भ हुआ?
(क) पिकेटिंग
(ख) हड़ताल
(ग) बहिष्कार
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर-
(ख) हड़ताल

(vii) पहले विश्वयुद्ध में किसकी पराजय हुई?
(क) फ्रांस
(ख) अमेरिका
(ग) ऑटोमन तुर्की
(घ) ब्रिटिश सरकार
उत्तर-
(ग) ऑटोमन तुर्की

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(viii) गाँव के कौन-से सम्पन्न किसानों ने असहयोग आंदोलन में भाग लिया?
(क) गुजरात के पटीदार
(ख) उत्तरप्रदेश के जाट
(ग) उपर्युक्त दोनों
(घ) उपर्युक्त कोई नहीं
उत्तर-
(ग) उपर्युक्त दोनों

(ix) लाहौर अधिवेश…………में आरम्भ हुआ।
(क) मई, 1924
(ख) मार्च, 1930
(ग) 1932
(घ) दिसम्बर, 1929
उत्तर-
(घ) दिसम्बर, 1929

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