Haryana State Board HBSE 10th Class Science Notes Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण Notes.
Haryana Board 10th Class Science Notes Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण
→ रासायनिक समीकरण (Chemical Equation)-किसी रासायनिक अभिक्रिया को अभिकारकों एवं उत्पादों के । प्रतीकों व रासायनिक सूत्रों का प्रयोग करके प्रदर्शित करना रासायनिक समीकरण कहलाता है, जैसे
ZnO.+H2SO4 + ZnSO2+H2O.
→ अभिकारक (Reactants)-ऐसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेते हैं, अभिकारक कहलाते हैं, जैसे-
→ उत्पाद (Products)-ऐसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के सम्पूर्ण होने पर प्राप्त होते हैं, उत्पाद कहलाते हैं, जैसे –
→ रासायनिक परिवर्तन (Chemical Changes)-ऐसे परिवर्तन जिनमें नये पदार्थों या यौगिकों का निर्माण होता है,रासायनिक परिवर्तन कहलाते हैं। उदाहरणार्थ-जल का विद्युत-अपघटन, दूध से दही बनना इत्यादि।
→ भौतिक परिवर्तन (Physical Changes)-ऐसे परिवर्तन जिनमें वस्तुओं के गुणों में अल्प समय के लिए परिवर्तन हो जाता है परन्तु कोई नया पदार्थ नहीं बनता, भौतिक परिवर्तन कहलाते हैं, जैसे-जल की अवस्था में परिवर्तन, लोहे का चुम्बकित होना आदि।
→ सन्तुलित रासायनिक समीकरण (Balanced Chemical Equation)-वह रासायनिक समीकरण जिसमें विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या अभिकारक व उत्पाद दोनों पक्षों में समान होती है, सन्तुलित रासायनिक समीकरण कहलाता है, जैसे
3Fe+ 4H2O → Fe3O4 +4H2
→ उपरोक्त अभिक्रिया में बाँयी तरफ तथा दाँयी तरफ Fe, H तथा 0 के परमाणुओं की संख्या समान है अत: यह एक सन्तुलित रासायनिक समीकरण है।
→ संयोजन अभिक्रिया या योगात्मक अभिक्रिया (Combination or Addition Reaction)-वह अभिक्रिया जिसमें दो या दो से अधिक प्रकार के पदार्थों के अणु परस्पर जुड़कर केवल एक ही प्रकार के अणु बनाते हैं, । संयोजन या योगात्मक अभिक्रिया कहलाती है, जैसे-
2Hg(g)+O2(g) → 2H2O (l)
उपरोक्त अभिक्रिया में H2 व O2 संयोजित होकर H2O बना रहे हैं।
→ वियोजन (अपघटन) अभिक्रिया (Decomposition Reaction)-ऐसी अभिक्रिया जिसमें एकल अभिकर्मक टूटकर या अपघटित या वियोजित होकर छोटे-छोटे उत्पादों का निर्माण करता है, वियोजन (अपघटन)। अभिक्रिया कहलाती है, जैसे
→ ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ (Exothermic Reactions)-ऐसी अभिक्रियाएँ जिनमें ऊर्जा का उत्सर्जन होता है, I ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे-
CH4 (g) +2O2 (g) →CO2(g) +2H2O+ ऊर्जा
→ ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ (Endothermic Reactions)-जिन अभिक्रियाओं में ऊर्जा का अवशोषण होता है, । ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे-
H2 (g)+I2 (g) + ऊर्जा → 2HI (g)
→ प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाएँ (Photochemical Reactions)-जिन अभिक्रियाओं में प्रकाश का अवशोषण होता है, प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाएँ कहलाती हैं। ये अभिक्रियाएँ प्रकाश की उपस्थिति में ही होती हैं, । जैसे-प्रकाश-संश्लेषण
→ विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction)- ऐसी अभिक्रिया जिसमें किसी यौगिक के अणु के । किसी एक परमाणु अथवा समूह के स्थान पर कोई दूसरा परमाणु अथवा समूह आ जाता है, विस्थापन | अभिक्रिया कहलाती है, जैसे
→ द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ (Double Displacement Reactions)-वे अभिक्रियाएँ जिनमें अभिकारकों के बीच आयनों का आदान-प्रदान होता है, द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे
→ उपचयन या ऑक्सीकरण अभिक्रियाएँ (Oxidation Reactions)-ऐसी अभिक्रियाएँ जिनमें ऑक्सीजन की | वृद्धि या हाइड्रोजन का ह्रास होता है, उपचयन या ऑक्सीकरण अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे-
→ अपचयन अभिक्रियाएँ (Reduction Reactions)-वे अभिक्रियाएँ जिनमें ऑक्सीजन का ह्मस या हाइड्रोजन की वृद्धि होती है, अपचयन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे
→ रेडॉक्स अभिक्रियाएँ (Redox Reactions)-जिन रासायनिक अभिक्रियाओं में उपचयन तथा अपचयन | अभिक्रियाएँ साथ-साथ होती हैं, रेडॉक्स अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे
→ संक्षारण (Corrosion)-जब कोई धातु अपने आस-पास विद्यमान नमी, ऑक्सीजन एवं अम्ल आदि के सम्पर्क में आने से संक्षारित हो जाती है तो उसे संक्षारण कहते हैं।
→ विकृत गंधिता (Rancidity)-वह प्रक्रिया जिसमें खाद्य पदार्थों (वसायुक्त अथवा तैलीय) की ऑक्सीजन से अभिक्रिया के फलस्वरूप ऑक्सीकरण होने के कारण खाद्य पदार्थों के स्वाद व गंध में परिवर्तन हो जाता है, विकृत गंधिता कहलाती है।