Haryana State Board HBSE 9th Class Science Notes Chapter 8 गति Notes.
Haryana Board 9th Class Science Notes Chapter 8 गति
→ स्थिति में परिवर्तन एक गति है।
→ गति की व्याख्या तय की गई दूरी या विस्थापन के रूप में की जा सकती है।
→ सभी सजीव वस्तुएँ चाहे वे पौधे हों या जंतु, किसी-न-किसी प्रकार की गति करती हैं।
→ पौधों की तुलना में जंतुओं की गति का प्रेक्षण करना आसान होता है।
→ निर्जीव वस्तुओं को गति में लाने के लिए किसी बाहरी कारक की आवश्यकता होती है।
→ दूरी एक अदिश राशि है।
→ विस्थापन एक सदिश राशि है।
→ चाल का SI मात्रक मीटर प्रति सेकंड (ms-1) है। अन्य मात्रक सेंटीमीटर प्रति सेकंड (cms-1) व किलोमीटर प्रति घंटा (kmh-1) है।
→ यदि कोई वस्तु । समय में s दूरी तय करती है तो उसकी चाल (v) निम्न होगी
→ वायु में ध्वनि की चाल 346ms-1 है।
→ यदि त्वरण वेग की दिशा में हो तो उसे धनात्मक लिया जाता है तथा यदि त्वरण वेग की विपरीत दिशा में हो तो उसे ऋणात्मक लिया जाता है।
→ त्वरण का SI मात्रक ms-2 है।
→ स्वतंत्र रूप से गिर रही वस्तु की गति एकसमान त्वरित गति का उदाहरण है।
→ दूरी-समय ग्राफ में समय को X-अक्ष और दूरी को Y-अक्ष पर प्रदर्शित किया जाता है।
→ एकसमान चाल के लिए, समय के साथ तय की गई दूरी का ग्राफ एक सरल रेखा होता है।
→ एक सरल रेखा में चल रही वस्तु के वेग में समय के साथ परिवर्तन को वेग-समय ग्राफ द्वारा दर्शाया जाता है।
→ वेग-समय ग्राफ में समय को X-अक्ष पर और वेग को Y-अक्ष पर दर्शाया जाता है।
→ एकसमान त्वरण से चल रही एक वस्तु की गति की व्याख्या तीन समीकरणों के माध्यम से की जा सकती है। वे हैं
- v = u + at,
- s = ut + \(\frac{1}{2}\)at2
- 2as = v2 – u2
→ यदि कोई एथलीट। त्रिज्या वाले वृत्तीय पथ का एक चक्कर लगाने में 1 सेकंड का समय लेता है तो वेग (v) = \(\frac{2 \pi \mathrm{r}}{\mathrm{t}}\)
→ चाल-प्रति इकाई समय में वस्तु के द्वारा तय की गई दूरी वस्तु की चाल कहलाती है।
→ वेग–प्रति इकाई समय में हुआ विस्थापन वस्तु का वेग कहलाता है।
→ दूरी-किसी वस्तु द्वारा तय किया गया वास्तविक पथ दूरी कहलाता है।
→ विस्थापन-किसी वस्तु की प्रारंभिक व अंतिम स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को वस्तु का विस्थापन कहते हैं।
→ मूल बिंदु-किसी वस्तु की स्थिति को बताने के लिए हमें एक निर्देश बिंदु की आवश्यकता होती है, जिसे मूल बिंदु कहा जाता है।
→ एकसमान गति-यदि कोई वस्तु समान समयांतराल में समान दूरी तय करे, तो उसकी गति को एकसमान गति कहते हैं।
→ असमान गति-यदि कोई वस्तु समान समयांतराल में असमान दूरी तय करे, तो उसकी गति को असमान गति कहते हैं।
→ औसत चाल-किसी वस्तु द्वारा तय की गई कुल दूरी और कुल समय के अनुपात को औसत चाल कहते हैं।
अर्थात्
→ औसत वेग-यदि किसी वस्तु का वेग समान रूप से परिवर्तित होता हो तो प्रारंभिक वेग और अंतिम वेग के अंकगणितीय माध्य को औसत वेग कहते हैं। अर्थात्
→ त्वरण-किसी वस्तु का त्वरण प्रति इकाई समय में उसके वेग में होने वाला परिवर्तन है। अर्थात्
→ एकसमान त्वरण-यदि बराबर समयांतराल में किसी वस्तु के वेग में बराबर परिवर्तन हो, तो वस्तु एकसमान त्वरण से गतिशील कहलाती है।
→ असमान त्वरण-यदि किसी वस्तु का वेग असमान रूप से बदलता हो तो उसे असमान त्वरण कहते हैं।
→ एकसमान वृत्तीय गति-यदि एक वस्तु वृत्तीय रास्ते पर एकसमान चाल से चलती है तो उसकी गति को एकसमान वृत्तीय गति कहा जाता है।