HBSE 7th Class Social Science Solutions Civics Chapter 10 समानता के लिए संघर्ष

Haryana State Board HBSE 7th Class Social Science Solutions Civics Chapter 10 समानता के लिए संघर्ष Textbook Exercise Questions and Answers.

Haryana Board 7th Class Social Science Solutions Civics Chapter 10 समानता के लिए संघर्ष

HBSE 7th Class Civics समानता के लिए संघर्ष Textbook Questions and Answers

समानता के लिए संघर्ष प्रश्न उत्तर HBSE 7th Class प्रश्न 1.
किन्हीं तीन कारकों का उल्लेख करें जिनके आधार पर आज भी भारत में लोगों से असमानता का व्यवहार किया जाता है।
उत्तर:
आज भी भारत में लोगों से जाति, लिंग व धर्म के आधार पर भेदभाव किया जाता है।

Class 7th Civics Chapter 10 HBSE प्रश्न 2.
‘तवा मत्स्य संघ’ क्या है?
उत्तर:
यह मछुआरों की सहकारी समितियों का एक संघ है। यह संघ उन लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है जो सतपुड़ा के जंगलों से विस्थापित हो गए थे।

Civics Chapter 10 Class 7 HBSE  प्रश्न 3.
लोगों के विस्थापन के क्या कारण हैं? इससे विस्थापितों पर क्या प्रभाव होते हैं?
उत्तर:
कारण: लोगों के विस्थापन के मुख्य कारण निम्न हैं:
(i) जंगल के बड़े क्षेत्रों को अभ्यारण्य घोषित करना।
(ii) बड़े-बड़े बाँधों का निर्माण।

विस्थापन का प्रभाव:
(i) लोगों को अपनी जमीन छोड़नी पड़ती है।
(ii) आश्रय के लिए किसी दूसरे स्थान की खोज करते हैं।
(iii) काम-धंधे नष्ट हो जाते हैं।
(iv) बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है।

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प्रश्न 4.
तवा मत्स्य संघ द्वारा मछुआरों के उत्थान के लिए किए गए प्रयासों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
तवा मत्स्य संघ ने मछुआरों के उत्थान के लिए निम्नलिखित प्रयास किए:
(i) उन्होंने मछुआरों को मछली पकड़ने का अधिकार दिलवाया।
(ii) मछली पकड़ने से उनकी आय बढ़ गई क्योंकि उनके द्वारा निर्मित समिति उन्हें उत्पाद का

बहुविकल्पी प्रश्न

प्रश्न 1.
सही विकल्प चुनें:

(i) तवा मत्स्य संघ कहाँ बना है?
(क) उड़ीसा
(ख) आंध्र प्रदेश
(ग) मध्य प्रदेश
उत्तर:
(ग) मध्य प्रदेश।

(ii) 2001 की जनगणना के अनुसार हमारे देश में महिलाओं का प्रतिशत है
(क) 40
(ख) 48
(ग) 68
उत्तर:
(ख) 48

(iii) तवा नदी पर बाँध का निर्माण कब आरंभ किया गया?
(क) 1958
(ख) 1968
(ग) 1959
उत्तर:
(क) 1958

(iv) 1994 में सरकार ने तवा बाँध के इलाके में मछली पकड़ने का अधिकार दिया:
(क) निजी ठेकेदारों को
(ख) विस्थापितों को
(ग) तवा मत्स्य संघ को
उत्तर:
(क) निजी ठेकेदारों को।

(v) तवा मत्स्य संघ ने विरोध का क्या रास्ता अपनाया?
(क) रैली
(ख) चक्का जाम
(ग) संचार माध्यमों का प्रयोग
उत्तर:
(ख) चक्का जाम।

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प्रश्न 2.
रिक्त स्थान भरें:
(i) तवा नदी छिंदवाड़ा जिले की …………….. पहाड़ियों से निकलती है।
(ii) तवा नदी पर बना बाँध ……………. में पूरा हुआ।
(iii) तवा मत्स्य संघ ………….. समितियों का एक संघ है।
(iv) भारत का संविधान एक ………………… दस्तावेज है।
(v) लोकतंत्र के …………… में ही समता का मूल्य है।
उत्तर:
(i) महादेव
(ii) 1978
(iii) सहकारी
(iv) जीवंत
(v) केंद्र।

प्रश्न 3.
सही अथवा गलत छाँटो।
(i) तवा मत्स्य संघ को बाँध में मछली पकड़ने का 5 वर्ष का पट्टा दिया गया।
(ii) भारत में अधिकतर गरीब दलित, आदिवासी व मुस्लिम समुदाय के हैं।
(iii) भारत में 13 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है।
(iv) अभ्यारण्य मनुष्यों के निर्भय आचरण के लिए बनाए जाते हैं।
(v) लोगों तथा समुदायों का विस्थापन हमारे देश में एक बड़ी समस्या है।
उत्तर:
(i) तवा मत्स्य संघ को बाँध में मछली पकड़ने का 5 वर्ष का पट्टा दिया गया। ✓
(ii) भारत में अधिकतर गरीब दलित, आदिवासी व मुस्लिम समुदाय के हैं। ✓
(iii) भारत में 13 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है। ✗
(iv) अभ्यारण्य मनुष्यों के निर्भय आचरण के लिए बनाए जाते हैं। ✗
(v) लोगों तथा समुदायों का विस्थापन हमारे देश में एक बड़ी समस्या है। ✓

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HBSE 7th Class Civics रेगिस्तान में जीवन Important Questions and Answers

अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
मताधिकार की ताकत से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
वोट देने की शक्ति को मताधिकार की ताकत कहते हैं। प्रायः भारत जैसे लोकतंत्र में यह सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक अधिकार है जो सभी वयस्क नागरिकों (18 वर्ष की आयु या उससे अधिक आयु) को प्राप्त होता है। इसी ताकत के आधार पर वे सरकार या अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं।

प्रश्न 2
“लोकतंत्र के लिए समता एवं उसके लिए संघर्ष एक महत्त्वपूर्ण तत्त्व है।” इस कथन को कुछ ही वाक्यों में समझाइए।
उत्तर:
लोकतंत्र के लिए समता और उसके लिए संघर्ष एक महत्त्वपूर्ण तत्त्व है। व्यक्ति और समुदाय का स्वाभिमान और गरिमा तभी बनी रह सकती है जब उनके पास अपनी और परिवार की सभी ज़रूरतें पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन हों और उनके साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाए।

प्रश्न 3.
तवा मत्स्य संघ के संघर्ष का मुद्दा क्या था?
उत्तर:
1. इस संघ का मुख्य मुद्दा सतपुड़ा के जंगलों से हटाए गए लोगों की रोजी-रोटी की रक्षा करना था क्योंकि उनसे कृषि भूमि छिन गई थी।
2. बाँध बनने के कारण जंगल के उत्पाद भी उन्हें प्राप्त नहीं हो रहे थे।
3. सरकार ने 1994 में तवा बाँध के क्षेत्र में मछली पकड़ने का काम निजी ठेकेदारों को सौंप दिया। उन ठेकेदारों ने अधिक मुनाफे के लिए कम मजदूरी पर गाँव वालों की बजाय कहार के लोग मजदूरी पर लगा लिए। मछली पकड़ने वालों ने अपने अधि कारों जैसे मछली पकड़ना एवं रोजी-रोटी की सुरक्षा करना के लिए तवा मत्स्य संघ का गठन किया।

प्रश्न 4
गाँव वालों ने यह संगठन बनाने की जरूरत क्यों महसूस की।
उत्तर:
सतपुड़ा के जंगलों से उजाड़े गए लोगों और तवा बाँध के आस-पास के उजड़े हुए गाँव के लोगों ने एक संगठन बनाने की आवश्यकता इसलिए महसूस की ताकि वह मध्य प्रदेश की सरकार पर दबाव डाल सकें और उसे तवा बाँध में मछली पकड़ने वाले बड़े-बड़े ठेकेदारों की पक्षधर नीति को छोड़ने पर मजबूर कर सकें। ठेकेदारों ने बहुबलियों (गुंडों) का सहारा लेकर गाँव वालों को ध मकियाँ देना शुरू कर दिया था। गाँव वाले एक जुट होकर अपने अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ना चाहते थे। एक कहावत है संगठन में बल होता है। इसलिए गाँव वालों ने तवा मत्स्य संघ बनाया।

प्रश्न 5.
क्या आप सोचते हैं कि ‘तवा मत्स्य संघ’ की सफलता का कारण था, ग्रामीणों की बड़ी संख्या में भागीदारी? इस संबंध में दो पंक्तियाँ लिखिए।
उत्तर:
हाँ, हम सोचते हैं कि तवा मत्स्य संघ की सफलता का प्रयास गाँव के लोगों की बड़ी संख्या में भागीदारी थी। भारत एक लोकतंत्र है। गाँवों के आंदोलन का जिक्र हर रोज स्थानीय और राष्ट्रीय अखबारों में हुआ, टी. वी. में अनेक चैनलों पर हुआ। सभी गाँव वाले अहिंसावादी थे, सरकार सभी को लंबे समय तक जेल में नहीं डाल सकती थी। उन्होंने चक्का जाम किया इसीलिए सरकार झुकी और उसने सारे मामले की जाँच-पड़ताल के लिए एक समिति बनाई।

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लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
“भारत का संविधान प्रत्येक भारतीय नागरिक को समान दृष्टि से देखता है।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
(i) भारत का संविधान हर भारतीय नागरिक को समान दृष्टि से देखता है। राज्य और उसके कानून की दृष्टि में किसी भी व्यक्ति के साथ उसकी जाति, लिंग, धर्म तथा उनके अमीर या गरीब होने के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है।
(ii) देश के हर वयस्क नागरिक को चुनावों के दौरान समान रूप से मतदान करने का अधिकार है। मताधिकार की ताकत के जरिए ही जनता अपने प्रतिनिधियों को चुनती या बदलती है।

प्रश्न 2.
हमारे देश में महिलाओं द्वारा किए गए काम पुरुषों की तुलना में तुच्छ क्यों माने जाते हैं? इसके कुछ कारण बताइए।
उत्तर:
(i) संविधान ने पुरुषों और महिलाओं में बराबरी (समानता) स्थापित की है लेकिन महिलाओं के द्वारा किए गए काम प्रायः पुरुषों के कामों की तुलना में तुच्छ माने जाते हैं। वे घर पर सुबह से शाम तक थका देने वाले और महत्त्वपूर्ण काम करती रहती हैं। उन्हें पुरुष प्रधान परिवार और समाज अपनी पिछड़ी मानसिकता के कारण सम्मान नहीं देता।

(ii) समाज में महिलाओं और पुरुषों में भेदभाव का विशेष कारण सामाजिक, सांस्कृतिक पृष्ठभूमि भी है। महिलाएँ प्रायः वित्तीय संसाधनों के लिए परिवार के पुरुषों पर निर्भर रहती हैं।

(iii) अनेक परिवारों में पर्दा प्रथा, दहेज प्रथा विद्यमान है जिसके कारण महिलाओं को असमानता का शिकार बनना पड़ता है।

(iv) हमारे देश के दलित समुदायों, आदिवासियों, मुस्लिम समुदायों के बीच में स्कूल छोड़ने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है। इसके लिए चाहे गरीबी, सामाजिक असमानता और महिलाओं के लिए पर्याप्त स्कूलों की कमी आदि कोई भी कारण हो लेकिन इसका परिणाम महिलाओं और पुरुषों में असमानता के रूप में प्रायः देखने को मिलता है।

प्रश्न 3.
तवा मत्स्य संघ ने क्या-क्या माँगें सरकार के समाने रखीं, उनको प्राप्त करने के लिए उन्होंने क्या किया और सरकार पर आंदोलनकारियों का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तरः
(i) माँग: नवगठित तवा मत्स्य संघ (टी. एम. एस.) ने सरकार से मांग की कि लोगों के जीवन निर्वाह के लिए बाँध में मछलियाँ पकड़ने के लिए अनुमति दी जाए।

(ii) उपाय या तरीका: तवा मत्स्य संघ से संबंधित गाँवों वालों ने आंदोलन में बड़ी संख्या में भाग लिया। उन्होंने अपनी माँग रखते हुए चक्का जाम शुरू किया।

(iii) सरकार पर प्रभाव: तवा मत्स्य संघ के सदस्यों द्वारा प्रतिरोध को देखकर सरकार गंभीर हुई और उसने पूरे मामले की समीक्षा के लिए एक समिति गठित की।

समिति ने गाँवोंवालों के जीवनयापन के लिए मछली पकड़ने की सिफारिश की। 1996 में मध्य प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया कि तवा मत्स्य बाँध में मछली पकड़ने का अधिकार यहाँ के विस्थापितों को दिया जाएगा। उन्हें शीघ्र ही पाँच वर्ष का पट्टा (लीज) देकर मछली पकड़ने का अधिकार दे दिया गया।

प्रश्न 4.
2 जनवरी 1997 को तवा क्षेत्र के 33 गाँव के लोगों के लिए सही अर्थों में नववर्ष कैसे शुरू हुआ? समझाइए।
उत्तर:
मध्य प्रदेश सरकार ने 2 जनवरी 1997 को सभी गाँव वालों को पाँच वर्ष का मछली पकड़ने का पट्टा देकर ग्रामीणों के जीवन में खुशियाँ ला दीं। यह दिन उनके लिए निम्न अच्छे प्रभाव और परिणामों के कारण नव वर्ष बना:
(i) मछुआरों की आमदनी में वृद्धि हो गई क्योंकि उन्होंने अपनी क्रय-विक्रय शक्ति बढ़ाने के लिए सहकारी समिति बना ली थी। जितनी मछलियाँ पकड़ते थे उस पूरे माल की उचित कीमत सीधे उन्हें कम्पनी या क्रेता दे देते थे।

(ii) मछुआरों की अपनी सहकारी समिति इसके बाद की प्रक्रिया में भी शामिल होती है। सारा माल बाजार तक पहुँचाना और वहाँ भी उचित मूल्य प्राप्त करना समिति का ही काम है। ये मछुआरे अब पहले की तुलना में तीन गुना ज्यादा कमाने लगे हैं। तवा मत्स्य संघ ने ‘जाल’ खरीदने और रख-रखाव की जरूरत के लिए मछुआरों को ऋण देने की भी व्यवस्था की है।

(iii) मछुआरों के लिए अच्छी आमदनी प्राप्त करने के साथ-साथ तवा मत्स्य संघ ने इस बात की भी व्यवस्था की है कि जलाशय में मछलियों को ठीक ढंग से पलने-बढ़ने की स्थितियाँ मिलें।

(iv) टी.एम. एस. ने सभी के सामने यह बात सिद्ध कर दी है कि लोगों को जब आजीविका का अधिकार मिलता है, तो वे अच्छे प्रबंधन के गुणों का परिचय भी देते हैं।

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दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
“मताधिकार हमारे मध्य समानता का भाव विकसित करता है लेकिन अनेक परिस्थितियों तथा कारणों से समानता का भाव अनेक भारतीय के जीवन को छू भी नहीं पाता।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
नि:संदेह लोकतंत्र में मताधिकार महत्त्वपूर्ण है। हमारे संविधान ने सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार की व्यवस्था की है। इस व्यवस्था का अर्थ है कि भारत में प्रत्येक 18 वर्ष की आयु और उससे ज्यादा आयु के स्त्री और पुरुष बिना किसी जाति, धर्म, लिंग, जन्म स्थान, आर्थिक स्थिति के भेदभाव के मत दे सकते हैं। यह मताधि कार हमारे भीतर समानता का भाव विकसित करता है क्योंकि हमारे वोट की कीमत भी उतनी है जितनी किसी और व्यक्ति के वोट की। परन्तु समानता का यह भाव देश के ज्यादातर लोगों के जीवन को छू नहीं पाता।

(i) हमारे देश में स्वतंत्रता के बाद से ही स्वास्थ्य सेवाओं में निजीकरण (निजी अस्पताल, स्वास्थ्य केन्द्र, नर्सिंग होम) बढ़ रहा है। इसका कारण सरकारी अस्पतालों का अभाव, डॉक्टरों, नों, कर्मचारियों की लापरवाही के कारण देश के गरीब लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएँ मिलनी कठिन हो गई हैं। गरीबी के कारण वे लोग महँगे अस्पतालों या नर्सिंग होम में जाकर स्वास्थ्य संबध विशेषज्ञों की सेवाओं का लाभ नहीं उठा सकते हैं।

(ii) छोटे-छोटे कुटीर उद्योग बड़े पैमाने के उद्योगों और कम्पनियों से प्रतियोगिता नहीं कर सकते। उदाहरण के लिए एक बूढी औरत या कुछ बेसहारा महिलाएँ किसी सहकारी संघ में अचार, मुरब्बा, पापड़ बनाती हैं लेकिन वे बड़ी कम्पनियों के विज्ञापन खर्च और उनके पास उपलब्ध संसाधनों के सामने कमजोर हो जाती हैं और वे पिछड़ जाती हैं। बाजार में अपना माल नहीं बेच पाती हैं।

(ii) कुछ लोग अपने धर्म के कारण भेद-भाव के शिकार बनते हैं। कश्मीर से कश्मीरी पंडितों को इसलिए विस्थापित होना पड़ा क्योंकि वे वहाँ के बहुसंख्यक धर्म के अनुयायी नहीं थे और कुछ शत्रु पड़ोसी देशों अथवो आतंकवादियों की गतिविधियों का उन्हें विशेष निशाना बनाया गया। हमारी पाठ्यपुस्तक के एक अध्याय में अंसारी दम्पत्ति का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। उनके धर्म के कारण उन्हें अपना मकान किराए पर देने के लिए हिचकिचाहट की। आज भी कुछ इलाकों में वाल्मीकि जाति के दलितों में भेदभाव देखा जाता है। पिछड़ी मानसिकता के कारण कुछ परिवार या समुदाय पुत्रों की बजाय पुत्रियों के साथ असामानता का व्यवहार करते हैं। ऐसा मीडिया के द्वारा सुनने और देखने में आता है।

प्रश्न 2.
भारत का संविधान समता की दृष्टि से एक जीता हुआ दस्तावेज (A living document) है। इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
भारत का संविधान समता की दृष्टि से एक जीता हुआ दस्तावेज: न्याय के लिए किसी आंदोलन और समानता के लिए गीत और कविता की तमाम प्रेरणाओं के पीछे जो एक भाव होता है, वह मनुष्य की समता का ही होता है। भारत का संविधान हम सभी को समान मानता है। देश में समता के लिए चलने वाले आंदोलन और संघर्ष प्रायः संविधान के आधार पर ही समता और न्याय की बात करते हैं। तवा मत्स्य संघ के मछुआरों की आशा का आधार भी संविधान के प्रावधान ही हैं। अपनी बातचीत में लगातार संविधान का जिक्र करने से वे उसे एक ऐसे जीते हुए दस्तावेज़ की तरह उपयोग कर रहे हैं, जो हमारे जीवन में सचमुच अर्थ रखता हो।

HBSE 7th Class Social Science Solutions Civics Chapter 10 रेगिस्तान में जीवन

रेगिस्तान में जीवन Class 7 HBSE Notes in Hindi

1. समानता: सभी के बराबर समझने की भावना, विचार और व्यवहार।
2. असमानता का व्यवहार: मानव के मध्य जाति, धर्म, लिंग या आर्थिक स्थिति के आधार पर भेद-भाव करना।
3. मताधिकार की ताकत: वोट देने की शक्ति अर्थात हर पाँच वर्ष के बाद या जब भी चुनाव हो नागरिक अपनी राय या मत के द्वारा यह तय करता है कि कौन उसका प्रतिनिधि त्व करेगा। यह मताधिकार की ताकत कहलाती है।
4. वयस्क नागरिक: 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिक।
5. मताधिकार एवं व्यक्तित्व का विकास: मताधिकार से हमारे भीतर समानता का भाव विकसित होता है क्योंकि हमारे भी वोट की कीमत उतनी ही है, जितनी किसी भी और व्यक्ति के वोट की।
6. भारत में गरीबी से सर्वाधिक प्रभावित लोग:

  • दलित
  • आदिवासी
  • मुस्लिम।

7. 2001 की जनगणना के अंतर्गत जनसंख्या संबंधी ध्यानाकर्षण करने वाले कुछ आँकड़े:

  • हमारी जनसंख्या में 48 प्रतिशत महिलाएँ हैं
  • 13 प्रतिशत मुसलमान हैं,
  • 16 प्रतिशत दलित हैं
  • 8 प्रतिशत आदिवासी हैं।

8. बीच में ही स्कूल की पढ़ाई छोड़ने के कारण:

  • गरीबी
  • मानवीय गरिमा का अभाव
  • कुछ विशेष समुदायों के प्रति असम्मान।

9. अभयारण्य: जंगली पशु-पक्षियों के संरक्षण हेतु निर्धारित खुला विस्तृत क्षेत्र।
10. विस्थापित: शरणार्थी या किसी स्थान में रहने वाले लोगों को उजाड़ने के लिए विवश किया जाना या उजाड़े गए लोग।
11. तवा मत्स्य संघ: मछुआरों का सहकारी संगठन जो सतपुड़ा के जंगलों में उजाड़े गए लोगों के अधिकारों के लिए लड़ रहा है।
12. टिहरी बाँध: इस बाँध का संबंध उत्तराखंड राज्य से है।
13. पट्टा: लीज या कुछ समय के लिए कार्य करने अथवा स्वामित्व देने की लिखित स्वीकृति।
14. आर. टी. आई. (RTI): जानने का या सूचना का अधिकार।

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