Haryana State Board HBSE 6th Class Science Solutions Chapter 15 हमारे चारों ओर वायु Textbook Exercise Questions and Answers.
Haryana Board 6th Class Science Solutions Chapter 15 हमारे चारों ओर वायु
HBSE 6th Class Science हमारे चारों ओर वायु InText Questions and Answers
बूझो/पहेली
प्रश्न 1.
बूझो आपसे यह पूछ रहा है कि चौराहे पर पलिसकर्मी अक्सर मुखौटा क्यों पहन लेते हैं?
उत्तर:
भीड़ भरे चौराहे पर पुलिसकर्मी मुखौटा पहनकर यातायात नियन्त्रित करता है, जिससे ईधन जलने के कारण उत्पन्न धुआँ और धूल के कण उसकी साँस में न जायें।।
प्रश्न 2.
पहेली जानना चाहती है कि अगर पारदर्शी शीशे की खिड़कियों को नियमित रूप से साफ न किया जाये तो वह धुंधली क्यों हो जाती हैं?
उत्तर:
वायु में जो धूल के कण उपस्थित होते हैं वे खिड़कियों के पारदर्शी शीशे पर जाकर चिपक जाते हैं और उन्हें धुंधला बना देते हैं।
प्रश्न 3.
बूझो जानना चाहता है कि आग लगने की घटना के समय जलती हुई वस्तु के ऊपर कम्बल लपेटने की सलाह क्यों दी जाती है?
उत्तर:
जब जलती हुई वस्तु के ऊपर कम्बल लपेटा जाता है तो वायु में उपस्थित ऑक्सीजन वस्तु तक कम्बल की वजह से नहीं पहुँच पाती है क्योंकि ऑक्सीजन वायु जलने में सहायता करती है और वायु के अभाव में वस्तु में लगी आग बुझ जाती है।
प्रश्न 4.
पहेली जानना चाहती है कि क्या ये छोटे-छोटे वायु के बुलबुले तब भी दिखाई देंगे, यदि हम वायुरोधी बोतल में रखे ठंडे किये हुये उबले हुये पानी को पुनः गर्म करके इस क्रियाकलाप को करते हैं। अगर आप इसका उत्तर नहीं जानते तो ऐसा कीजिए और देखिए।
उत्तर:
ये बुलबुले पानी में घुली हुई वायु के कारण बनते हैं। जब आप पानी गर्म करते हैं तो घुली हुई वायु बुलबुलों के रूप में बदल जाती है और बाहर आती है। यदि आप पानी को गर्म करते हैं तो पानी वाष्प में परिवर्तित हो जाता है और अन्ततः उबलने लगता है।
HBSE 6th Class Science हमारे चारों ओर वायु Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
वायु के संघटक क्या हैं?
उत्तर:
वायु अनेक गैसों का मिश्रण है। वायु में मुख्यत: नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, जल वाष्प तथा कुछ अन्य गैसें होती हैं। वायु में नाइट्रोजन तथा ऑक्सीजन की मात्रा अधिक होती है। ये गैसें वायु का 99 प्रतिशत भाग बनाती हैं। शेष 1 प्रतिशत में अन्य गैसें तथा धूलकण होते हैं।
प्रश्न 2.
वायुमण्डल की कौन-सी गैस श्वसन के लिए आवश्यक होती है?
उत्तर:
ऑक्सीजन श्वसन के लिए आवश्यक होती है।
प्रश्न 3.
आप यह कैसे सिद्ध करेंगे कि वायु ज्वलन में सहायक होती है?
उत्तर:
क्रियाकलाप यह सिद्ध करने के लिए कि वायु ज्वलन में सहायक है, दो मोमबत्ती लेते हैं। एक मोमबत्ती को एक उथले पात्र के बीच में लगाकर जला देते है और इस पात्र में थोड़ा पानी डालते हैं। अब जलती मोमबत्ती को कांच के ‘गिलास से ढंक देते हैं। हम देखते हैं कि कुछ देर बाद मोमबत्ती बुझ जाती है और कांच के गिलास के अन्दर पानी का तल बढ़ गया है। दूसरी मोमबत्ती को भी इसी प्रकार पात्र में रखकर जलाते हैं किन्तु उसे बैंकते नहीं हैं। हम देखते हैं कि मोमबत्ती लगातार जलती रहती है। इससे सिद्ध होता है कि गिलास के अन्दर वाली मोमबत्ती को कम वायु मिली और वह बुझ गई जबकि दूसरी मोमबत्ती को काफी वायु मिली और वह जलती रही।
प्रश्न 4.
आप कैसे दिखाएँगे कि वायु जल में घुली होती
उत्तर:
जब किसी बर्तन या काँच के बीकर में जल उबालने से पहले हम सावधानीपूर्वक इन पात्रों के अन्दर की तली को देखते हैं तो इस पर हमें कुछ बुलबुले दिखाई देते हैं। ये बुलबुले पानी में घुली वायु से उत्पन्न होते हैं।
प्रश्न 5.
रुई का ढेर जल में क्यों सिकुड़ जाता है?
उत्तर:
रुई का ढेर जल में सिकुड़ जाता है क्योंकि जल में इसकी सारी हवा निकल जाती है। इसकी परतें आपस में चिपक जाती हैं और ढेर सिकुड़ जाता है।
प्रश्न 6.
पृथ्वी के चारों ओर की वायु की परत ……………. कहलाती है।
उत्तर:
वायुमण्डल।
प्रश्न 7.
हरे पौधों को भोजन बनाने के लिए वायु के अवयव ………… की आवश्यकता होती है।
उत्तर:
कार्बन डाईऑक्साइड।
प्रश्न 8.
पाँच क्रियाकलापों की सूची बनाइए जो वायु की उपस्थिति के कारण सम्भव हैं।
उत्तर;
वायु की उपस्थिति के कारण निम्नलिखित क्रियाकलाप सम्भव हैं-
- पौधों में श्वसन व प्रकाश संश्लेषण।
- पवनचक्की का चलना।
- पतंग का उड़ना।
- जल चक्र।
- वाष्पोत्सर्जन।।
प्रश्न 9.
वायुमण्डल में गैसों के आदान-प्रदान में पौधे तथा जन्तु एक-दूसरे की किस प्रकार सहायता करते हैं?
उत्तर:
सभी हरे पौधे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में वायुमण्डल से कार्बन डाईऑक्साइड ग्रहण करते हैं तथा ऑक्सीजन वायुमण्डल में मुक्त करते रहते हैं। पौधे एवं सभी जीव-जन्तु श्वसन क्रिया में ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं तथा कार्बन डाईऑक्साइड निकालते हैं। ईंधन एवं अन्य पदार्थों के जलने पर भी कार्बन डाईऑक्साइड वायुमण्डल में मुक्त होती है।
इस प्रकार वायुमण्डल में गैसों का सन्तुलन बना रहता है। जन्तु व पौधे गैसों के आदान-प्रदान में एक-दूसरे की सहायता करते है।
HBSE 6th Class Science हमारे चारों ओर वायु Important Questions and Answers
I. बहुविकल्पी प्रश्न : निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प का चयन कीजिए
1. वायु बहने की दिशा बताने वाली युक्ति है-
(क) वात सूचक
(ख) दिक्सू चक
(ग) फिरकी
(घ) वायुमापी
उत्तर:
(क) वात सूचक
2. वायु में उपस्थित होती है-
(क) ऑक्सीजन
(ख) कार्बन डाईऑक्साइड
(ग) नाइट्रोजन
(घ) ये सभी
उत्तर:
(घ) ये सभी
3. कौन-कौन सी गैस वायुमण्डल का 99% भाग बनाती-
(क) ऑक्सीजन एवं कार्बन डाईऑक्साइड
(ख) ऑक्सीजन एवं नाइट्रोजन
(ग) जलवाष्प एवं ऑक्सीजन
(घ) नाइट्रोजन एवं कार्बन डाईऑक्साइड
उत्तर:
(ख) ऑक्सीजन एवं नाइट्रोजन
4. वायु प्रदूषित होती है
(क) धूल से
(ख) धुएँ से
(ग) निलम्बित कों से
(घ) इन सभी से
उत्तर:
(घ) इन सभी से
II. रिक्त स्थान : निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए
1. हमारी पृथ्वी की सतह से कुछ किलोमीटर तक की वायु की परत ……….. कहलाती है।
2. प्रकृति में जलचक्र के लिए वायु में ………. का उपस्थित होना अनिवार्य है।
3. वायु का वह घटक जो जलने में सहायक है वह …….. कहलाता है।
4. वायु का एक बड़ा भाग ……… कहलाता है।
उत्तर:
1. वायुमण्डल
2. जलवाष्प
3. ऑक्सीजन
4. नाइट्रोजन।
III. सुमेलन : कॉलम ‘A’ के शब्दों का मिलान कॉलम ‘B’ के शब्दों से कीजिए-
कॉलम ‘A’ | कॉलम ‘B’ |
1. जलने में सहायक | (क) कार्बन डाई ऑक्साइड |
2. ईंधन जलने पर उत्पन्न | (ख) नाइट्रोजन |
3. वायु में सर्वाधिक मात्रा | (ग) जलवाष्प |
4. उबलते पानी से उत्पन्न | (घ) ऑक्सीजन |
उत्तर:
कॉलम ‘A’ | कॉलम ‘B’ |
1. जलने में सहायक | (घ) ऑक्सीजन |
2. ईंधन जलने पर उत्पन्न | (क) कार्बन डाई ऑक्साइड |
3. वायु में सर्वाधिक मात्रा | (ख) नाइट्रोजन |
4. उबलते पानी से उत्पन्न | (ग) जलवाष्प |
IV. सत्य/असत्य : निम्नलिखित वाक्यों में सत्य एवं असत्य कथन छाँटिए
(i) हमारे चारों ओर की वायु का एक छोटा अवयव कार्बन डाईऑक्साइड होता है।
(ii) धूल एवं धुआँ हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।
(iii) जलीय जीव जल में घुली हुई ऑक्सीजन को साँस लेने में उपयोग करते हैं।
(iv) पवन चक्की वायु की तेज गति के कारण चलती है।
उत्तर:
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. सत्य।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
गतिशील वायु क्या कहलाती है?
उत्तर:
गतिशील वायु पवन कहलाती है।
प्रश्न 2.
फिरकी को वायु में आगे पीछे करने पर क्या होता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
फिरकी घूमती है।
प्रश्न 3.
फिरकी को कौन घुमाता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
फिरकी को वायु घुमाती है।।
प्रश्न 4.
खाली बोतल को उल्टा करके पानी में डुबाने पर पानी इसके अन्दर क्यों नहीं जाता? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
क्योंकि बोतल के अन्दर हवा है जो पानी को अन्दर नहीं जाने देती।
प्रश्न 5.
बोतल को टेड़ा करके पानी में डुबाने पर क्या होता है?
उत्तर:
पानी बोतल के अन्दर जाने लगता है और वायु के बुलबुले बाहर निकलने लगते हैं।
प्रश्न 6.
वायुमण्डल क्या है?
उत्तर:
पृथ्वी की सतह के ऊपर विभिन्न गैरों का घेरा जो कई किलोमीटर तक पाया जाता है, वायुमण्डल कहलाता है।
प्रश्न 7.
पर्वतारोही जब ऊँचे पहाड़ों पर चढ़ते हैं तो एक गैस सिलेण्डर साथ ले जाते हैं। इस सिलेण्डर में कौन-सी गैस होती है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
ऑक्सीजन गैस होती है।
प्रश्न 8.
वायु के उस अवयव का नाम बताइए जो जलने में सहायता करता है? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
ऑक्सीजन।
प्रश्न 9.
पौधों के लिए वायु के दो उपयोग बताइए।
उत्तर:
(i) बीजों का अंकुरण
(ii) श्वसन।
प्रश्न 10.
वायु में सर्वाधिक गैस कौन-सी होती है ?
उत्तर:
नाइट्रोजन (78%)। वायु का लगभग 4/5वाँ भाग।
प्रश्न 11.
बंद कमरे में किसी छेद से आते हुए प्रकाश में आप क्या देखते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
धूल के कण तेजी से घूमते हुए चमकते दिखाई देते हैं।
प्रश्न 12.
पानी गर्म करने पर सबसे पहले बर्तन की तली से कुछ बुलबुले ऊपर की ओर उठते दिखाई देते हैं। ये क्या होते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
जल में घुली हुई वायु के बुलबुले।
प्रश्न 13.
पानी को तेज गर्म किया जाए तो क्या होता है?
उत्तर:
पानी जलवाष्प में बदलने लगता है।
प्रश्न 14.
वायु के दो गुण लिखिए।
उत्तर:
(i) इसका कोई रंग नहीं होता है।
(ii) यह स्थान घेरती है।
प्रश्न 15.
कार्बन डाईऑक्साइड आग बुझाने का काम करती है, कैसे सिद्ध करेंगे?
उत्तर:
गिलास के अन्दर मोमबत्ती जलाकर।
प्रश्न 16.
हमें मुँह से साँस क्यों नहीं लेनी चाहिए ?
उत्तर:
धूल युक्त वायु हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुँचा सकती है। नाक से साँस लेने पर धूल नासागुहा के श्लेष्म में चिपक जाती है तथा स्वच्छ वायु फेफड़ों में पहुँचती है।
प्रश्न 17.
जो जीव गहरी मिट्टी के अन्दर रहते हैं उन्हें साँस के लिए ऑक्सीजन कहाँ से प्राप्त होती है ?
उत्तर:
ऑक्सीजन मिट्टी के बीच के रन्धों से प्राप्त होती है।
प्रश्न 18.
एक साफ शीशे की खिड़की पर, जो एक खुले क्षेत्र की ओर खुलती हो, कागज की एक आयताकार पट्टी लगा दें। कुछ दिन बाद इस पट्टी को हटाएँ। क्या आप खिड़की के ढंके हुए आयताकार स्थान तथा बाकी खिड़की में कुछ अन्तर पाते हैं? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
हाँ, कागज की आयताकार पट्टी से ढके स्थान से पट्टी हटाने पर अन्य स्थान से साफ दिखाई देता है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
‘वायु में ऑक्सीजन है’ सिद्ध करने के लिए एक क्रियाकलाप कीजिए।
उत्तर:
अपने शिक्षक की उपस्थिति में दो उथले पात्रों में दो समान आकार की मोमबत्तियों को बीचों-बीच लगाइये। अब पात्रों में कुछ पानी डाल दें। अब मोमबत्तियाँ जलायें तथा चित्र के अनुसार प्रत्येक मोमबत्ती के ऊपर एक-एक गिलास उलट कर रख दें (एक गिलास दूसरे से बड़ा हो)।
छोटे गिलास के नीचे रखी मोमबत्ती पहले बुझती है और इसके नीचे पानी का स्तर गिलास में बढ़ जाता है। दूसरे गिलास की मोमबत्ती थोड़ी देर में बुझती है और इसके गिलास में भी पानी का स्तर बढ़ जाता है। चूंकि मोमबत्ती जलने पर ऑक्सीजन की मात्रा में कमी आती है। इससे सिद्ध होता है कि वायु में ऑक्सीजन है जो कि मोमबत्ती को जलाने में सहायक है।
प्रश्न 2.
पर्वतारोही ऊँचे पहाड़ों पर चढ़ते समय ऑक्सीजन का सिलेण्डर साथ क्यों ले जाते हैं?
उत्तर:
अधिक ऊँचाई पर जाने पर वायुमण्डल में गैसों की कमी होने लगती है। अधिक ऊँचाई पर ऑक्सीजन की उपलब्धता कम होती जाती है। ऑक्सीजन की कमी होने पर पर्वतारोही को सौंस लेने में कठिनाई होगी और ऑक्सीजन के अभाव में उसकी मौत भी हो सकती है। इसीलिए वे ऑक्सीजन के सिलेण्डर साथ ले जाते हैं ताकि वह श्वसन के लिए ऑक्सीजन प्राप्त कर सकें।
प्रश्न 3.
वायु की संरचना बताइए।
उत्तर:
वायु गैसों का मिश्रण है। इसमें नाइट्रोजन तथा ऑक्सीजन की कुल मात्रा 99% होती है। शेष 1% में कार्बन डाईऑक्साइड, कुछ अन्य गैसें, जलवाष्प तथा धूल के कण होते हैं।
प्रश्न 4.
वायु जल चक्र में किस प्रकार सहायता करती है?
उत्तर:
वायु के कारण ही जलवाष्प बनती है। वाष्पोत्सर्जन एवं वाष्पन के फलस्वरूप बनी जलवाष्प वायु में उड़कर ऊपर पहुँचती है जहाँ यह बादल बनाती है। बादल वायु द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाये जाते हैं और भिन्न-भिन्न स्थानों पर बरसते हैं। इससे जल चक्र चलता रहता है।
प्रश्न 5.
कारखानों में लम्बी चिमनियाँ क्यों लगायी जाती हैं?
उत्तर:
कारखानों में ऊर्जा प्राप्ति के लिए विभिन्न प्रकार के ईंधन जलाये जाते हैं। इन पदार्थों से तरह-तरह की हानिकारक गैसें उत्पन्न होती हैं। ये गैसें यदि हमारे शरीर में साँस के द्वारा प्रवेश कर जायेंगी तो शरीर को नुकसान हो सकता है। इसीलिए इन गैसों को अधिक ऊँचाई पर छोड़ने के लिए चिमनियाँ लम्बी बनाई जाती हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
यह सिद्ध करने के लिए कि मिट्टी में भी वायु होती है, एक क्रियाकलाप कीजिए। यह वायु क्यों उपयोगी है ? (क्रियाकलाप)
उत्तर:
क्रियाकलाप : एक बीकर या काँच के गिलास में सूखी मिट्टी का एक ढेला लेते हैं। इसमें पानी डालते हैं और अवलोकन करते हैं कि जैसे-जैसे मिट्टी में पानी डाला जाता है इसमें से बुलबुले निकलने लगते हैं। ये बुलबुले वायु के होते
जब मिट्टी के ढेले पर पानी डाला जाता है तो उसमें विद्यमान वायु विस्थापित हो जाती है जो बुलबुलों के रूप में दिखाई देती है। मिट्टी के अन्दर पाये जाने वाले जीव एवं पौध गों की जड़ें श्वसन के लिए इसी वायु का उपयोग करते हैं। मिट्टी के जीव गहरी मिट्टी में बहुत-सी माँद तथा छिद्र बना लेते हैं। इन छिद्रों के द्वारा वायु को अन्दर व बाहर जाने के लिए जगह उपलब्ध हो जाती है।
प्रश्न 2.
पवनचक्की कैसे कार्य करती है ?
उत्तर:
पवनचक्की एक ऐसी युक्ति है जो वायु द्वारा चलती है तथा विभिन्न कार्यों को करने में सहायता करती है। पवनचक्की में बहुत ऊँचाई पर बड़े-बड़े पंखे लगाये जाते हैं। इसमें यह व्यवस्था की जाती है कि जिधर से हवा बहती है इसके पंखे उसी ओर घूम जाते हैं। जब वायु का दबाव पंखों पर पड़ता है तो ये घूमने लगते हैं। पंखों के घूमने के साथ ही इसकी पुलियाँ भी घूमती हैं। इन पुलियों के घूमने से आटा चक्की, ट्यूबवैल, बिजली बनाने का डायनमो आदि चलाये जा सकते हैं।
हमारे चारों ओर वायु Class 6 HBSE Notes in Hindi
→ वायु प्रत्येक स्थान पर मिलती है। हम वायु को देख नहीं सकते, केवल अनुभव कर सकते हैं।
→ वायु स्थान घेरती है, इसका कोई रंग नहीं होता तथा यह पारदर्शी होती है।
→ वायु की वह परत जो पृथ्वी को घेरे हुए है, उसे वायुमण्डल कहते हैं।
→ गतिशील वायु पवन कहलाती है।
→ जल तथा मिट्टी में भी वायु उपस्थित होती है।
→ वायु नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाईऑक्साइड,
→ जलवाष्प तथा कुछ अन्य गैसों का मिश्रण है। इसमें कुछ धूल कण भी हो सकते हैं। प्रकृति में जल चक्र के लिए वायु में जलवाष्प का उपस्थित होना अनिवार्य है। ऑक्सीजन ज्वलन में सहायक तथा श्वसन के लिए आवश्यक गैस है।
→ जलीय प्राणी श्वसन के लिए जल में घुली वायु का उपयोग करते हैं। .वायु का लगभग 4/5वाँ भाग नाइटोजन घेरती है।
→ हमारे चारों ओर की वायु का एक छोटा अवयव कार्बन डाईऑक्साइड होती है। पादप एवं जन्तु श्वसन प्रक्रिया में ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं और कार्बन डाईऑक्साइड बनाते हैं।
→ जब हम नाक द्वारा साँस लेते हैं तो हम वायु अन्दर खींचते हैं। इस वायु में धूल के कण भी हो सकते हैं। धूल के कणों को श्वसन तन्त्र में जाने से रोकने के लिए हमारी नाक में छोटे-छोटे बाल तथा श्लेष्मा उपस्थित होते है।
→ ईधन तथा पदार्थों के जलने से धुऔं भी उत्पन्न होता है।
→ धुएँ में कुछ गैसें एवं सूक्ष्म धूल कण होते हैं जो प्रायः हानिकारक होते हैं।
→ वायु से ऑक्सीजन तथा कार्बन डाईऑक्साइड के आदान प्रदान के लिए पौधे तथा जन्तु एक-दूसरे पर निर्भर रहते हैं।
→ वायु पवनचक्की को घुमाती है। पवनचक्की का उपयोग ट्यूबवैल से पानी निकालने तथा आटा-चक्की को चलाने में होता है।
→ वायु बहुत – से पौधों के बीजों तथा फूलों के परागकणों को इधर-उधर फैलाने में सहायक होती है।
→ वायुमण्डल – वायु की वह परत जो पृथ्वी को घेरे हुए है, उसे वायुमण्डल कहते हैं।
→ वायु की संरचना – वायु अनेक गैसों का मिश्रण है जिसमें नाइट्रोजन, कार्बन डाईऑक्साइड, ऑक्सीजन, जलवाष्प तथा अल्प मात्रा में अन्य गैसें होती हैं।
→ ऑक्सीजन – यह वायु का एक अवयव है। पौधे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में कार्बन डाईऑक्साइड ग्रहण करते हैं तथा ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।
→ नाइट्रोजन – यह वायु का एक अवयव है। यह वायुमण्डल में सर्वाधिक मात्रा में पायी जाती है।
→ कार्बन डाईऑक्साइड – यह वायु का एक छोटा अवयव है। जन्तु श्वसन क्रिया में ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं तथा कार्बन डाईऑक्साइड निकालते हैं।
→ धुआँ – ईधन तथा अन्य पदार्थों के जलने से विभिन्न गैसों का मिश्रण उत्पन्न होता है, इसे धुआँ कहते हैं। यह विभिन्न रंगों का हो सकता है।
→ पवन चक्की – पवनचक्की एक युक्ति है जिसमें बड़े-बड़े पंखे लगे होते हैं। वायु के प्रवाह से पंखे घूमते हैं। पवनचक्की का उपयोग कुओं से पानी निकालने, आटा चक्की को चलाने, बिजली बनाने आदि कार्यों में किया जाता है।